-
कलेक्टर ने की उपनिरीक्षक श्रम -परिवहन अधिकारी की मेहनत और काम की तारीफ़
महासमुंद : आज रविवार 13 सितम्बर को आयोजित हुई राष्ट्रीय स्तर की नीट (नेशनल एलीजिबिलिटी एन्ट्रेस टेस्ट) की परीक्षा में शामिल होने लिए जिले के 184 और ज़ेईई मेन्स की की परीक्षा के लिए 43 परीक्षार्थियों ने इसी प्रकार दोनो परीक्षाओं के लिए 227 परीक्षार्थियों ने परीक्षा केन्द्रों तक आने-जाने के लिए निःशुल्क वाहन का लाभ लेने के लिए अपना पंजीयन कराया था।
राज्य शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल जिले के आईआईटी और नीट के परीक्षार्थियों के लिए नि:शुल्क वाहन की व्यवस्था और पंजीयन के लिए अधिकारियों को दायित्व सौंपा गया था। इसके लिए नोडल अधिकारी एस.डी.एम. महासमुंद श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी को बनाया गया था।वही निःशुल्क वाहन पंजीयन का काम श्रम उपनिरीक्षक श्री अमित कुमार चिराम एवं कम्प्यूटर आपरेटर श्री विजय साहू को दायित्व दिया गया। परीक्षार्थियों के लिए नि:शुल्क वाहन की ज़िम्मेदारी ज़िला परिवहन अधिकारी श्री मोहनलाल साहू को दी गई थी। कलेक्टर ने एसडीएम सहित सभी की इस कार्य को नियोजित तरीक़े से करने और उनके मेहनत की तारीफ़ की।
कलेक्टर श्री गोयल ने उनके काम कि सराहना करते हुए कहा कि इनकी मेहनत के कारण ही परीक्षार्थी सही समय पर अपने-अपने परीक्षा केंद्रो पर समय पर पहुँचे और वापस अपने घर लौटे। वाक़ई इनका कार्य प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि सीईओ ज़िला पंचायत डॉ.रवि मित्तल सतत रूप से इन्हें मार्गदर्शन देते रहे।
कोरोना और गिरदावरी काम के दबाव के बावजूद एसडीएम श्री चंद्रवंशी ने समय निकाल कर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। परिवहन अधिकारी ने जिस तरह वाहन व्यवस्था की वह भी क़ाबिले तारीफ़ है।
उन्होंने कहा कि उपनिरीक्षक श्री अमित और कम्प्यूटर आपरेटर श्री विजय के मोबाईल फ़ोन और वट्सअप पर परीक्षार्थियों के पंजीयन के लिए समय बे समय कॉल आए होंगे उनसे उन्हें तकलीफ़ तो हुई होगी। लेकिन उन्होंने पंजीयन कर सूची बनाकर वाहन संबंधी जानकारी भेजी। जिससे वह निशुल्क वाहन का फ़ायदा उठा सके और अपने परीक्षा केंद्रो पर सही समय पर पहुँच सके। कलेक्टर परीक्षार्थियों को ले जाने वाले वाहन चालकों का धन्यवाद करना भी नही भूले। उन्होंने सभी इस काम में लगे वाहन चालकों को धन्यवाद दिया।
मालूम हो कि जेईई मेन्स की परीक्षा एक सितंबर से 6 सितंबर 2020 तक चली। जिले से जेईई मेन परीक्षा के लिए जिले से 43 परीक्षार्थियों ने केंद्रो तक जाने-आने के लिए निशुल्क वाहन के लिए पंजीयन कराया था। इसी प्रकार नीट की रविवार 13 सितम्बर की परीक्षा में शामिल होने के लिए 184 परीक्षार्थियों ने परीक्षार्थियों ने नि:शुल्क वाहन का उपयोग करने के लिए पंजीयन कराया था। इस दौरान परीक्षार्थियों ने सोशल डिस्टेंसिंग और सभी सुरक्षा उपाय अपनाए गए थे।(फ़ोटो संलग्न) - महासमुंद : महासमुंद जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने ग्राम बड़ेसाजापाली तहसील बसना ज़िला महासमुंद के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम बड़ेसाजापाली तहसील बसना ज़िला महासमुंद को नीचे वर्णित चौहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं।
इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं। उत्तर दिशा में शिवप्रसाद का दक्षिण दिशा में उज्जवलदास का मकान,पूर्व दिशा में ईश्वर का मकान और पश्चिम दिशा में छोटू का मकान है।कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी।
सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री कुणाल दूदावत अनुविभागीय दण्डाधिकारी सरायपाली को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार श्री विकास पाटले अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर. सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डॅा0 आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं।
पर्यवेक्षण अधिकारी तहसीलदारबसना श्रीमती ललिता भगत,इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जी.डी.सोनवानी को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा बसना डा जयप्रकाश प्रधान को, घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक श्रीमती दिक्षा बारीक को,खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था केलिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री जे.आर.डहरिया को नियुक्त किया गया हैं।
इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अंम्बिलकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं। - महासमुंद : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे ने विकासखण्ड सरायपाली के ग्राम बैतारी में रहने वाले एक 26 वर्षीय युवक की मृत्यु होने की पुष्टि की है। डाॅ वारे ने जानकारी में बताया कि शनिवार 12 सितंबर 2020 करीब तीन बजे विकासखण्ड सरायपाली के ग्राम बैतारी में रहने वाले इस 26 वर्षीय के परिजनों ने बताया कि उन्हें मंगलवार 08 सितंबर 2020 से हाई ग्रेड फीवर यानी बुखार की समस्या थी।गुरूवार 10 सितंबर 2020 को एकाएक उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। जिसके बाद उन्हें शनिवार 12 सितंबर 2020 को स्थानीय निजी चिकित्सालय ले जाया गया। जहां की गई प्रारम्भिक जांच के बाद, उनकी स्थिति को देखते हुए तकरीबन दो बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरायपाली रेफर किया गया।किन्तु उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाने की बजाए वे वापस घर के लिए निकल गए। इस दौरान दोपहर करीब तीन बजे उनकी मृत्यु होने की सूचना मिली।उक्त संबंध में ग्रामीणों द्वारा खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अमृत लाल रोहलेडर को अवगत कराते हुए कोविड-19 परीक्षण किए जाने का आग्रह किया गया। इस ओर तत्परता दिखाते हुए क्षेत्रीय स्वास्थ्यकर्मियों ने तीन बज कर बीस मिनट पर मृतक का रैपिड एन्टीजन टेस्ट मतलब कोविड-19 की त्वरित जांच की।जिसमें उन्हें धनात्मक पाया गया। शासन द्वारा निर्धारित कोविड-19 प्रोटोकाॅल के तहत खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अमृत लाल रोहलेडर एवं तहसीलदार श्री युवराज कुर्रे की उपस्थित में में मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।
- प्रशासन ने की है निःशुल्क वाहन की व्यवस्था पहली वाहन बिलासपुर के किए भोर रवाना होगी
महासमुंद : कल रविवार 13 सितम्बर को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की नीट (नेशनल एलीजिबिलिटी एन्ट्रेस टेस्ट) की परीक्षा में शामिल होने लिए जिले में अब तक कुल 184 परीक्षार्थियों ने परीक्षा केन्द्रों तक आने-जाने के लिए निःशुल्क वाहन का लाभ लेने के लिए अपना पंजीयन कराया है।उक्त जानकारी श्रम उपनिरीक्षक श्री अमित कुमार चिराम ने बतायी। कल रविवार 13 सितम्बर 2020 को महासमुंद सहित सभी ब्लाकों, बागबाहरा, सरायपाली, पिथौरा और बसना से 182 परीक्षार्थी शामिल होंगे।कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जिले के परीक्षार्थियों के निःशुल्क वाहन का लाभ लेने के लिए और परीक्षार्थियों का ऑन लाईन पंजीयन करने के लिए श्रम उप निरीक्षक श्री अमित कुमार चिराम और आपरेटर श्रम श्री विजय साहू की डयूटी लगायी थी। जिला प्रशासन द्वारा इन सभी परीक्षार्थियांे के लिए निःशुल्क वाहन की व्यवस्था की गई है। सभी पंजीकृत परीक्षार्थियों को दिये गये मोबाईल नम्बरों पर वाहन की जानकारी और उसके चलने के स्थान आदि की जानकारी दी गई है।जिला परिवाहन अधिकारी श्री मोहन लाल साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी 184 परीक्षार्थियों के लिए कुल 9 वाहनों की व्यवस्था की गई है। जिसमें 7 बस और दो छोटी वाहन है। छोटी वाहन जिसमें परीक्षार्थी की संख्या कम है, कल पहली वाहन रविवार भोर (तडके) लगभग 4.30 बजे बसना और पिथौरा के परीक्षार्थियों को लेकर जिला बिलासपुर स्थिति सेन्टर के लिए रवाना होगी।शेष वाहन जिले की सभी तहसीलों के बच्चों को लेकर महासमुंद के बिरकोनी हाईस्कूल (एनएच-53) सुबह 6.45 बजे तक पहुंचेंगे। सभी परीक्षार्थियों को अपने-अपने तहसील से मुख्यालय में बस सेवा के जरिए लाया जाएगा। बाद में यही से उनके परीक्षा केन्द्रों के अनुसार बैठाकर रायपुर, दुर्ग, भिलाई परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचाया जायेगा और वापस लाया जायेगा।मालूम हो कि नीट की परीक्षा दोपहर 2 बजे से शुरू होगी जो शाम 5.00 बजे तक चलंेगी। परीक्षार्थियों को परीक्षा हॉल में अंतिम प्रवेश दोपहर 1.30 बजे तक का है। - सरकारी अस्पतालों में ख़ाली बेड की जानकारी अब लोगों को घर बैठे एक क्लिक में उपलब्ध होगी : श्री कुणाल दुदावत
लिंक हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर का हिस्सा
महासमुंद : दुनिया में क्या चल रहा है यह जानने के लिए पहले हमें सुबह के अखबार या रेडियो-टीवी की न्यूज़ रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ता था। आज की तेज रफ्तार यानि कहे आज के डिजिटल दौर में दुनिया में लोगों को घटना घटते ही या हर वह सभी जानकारी घर बैठे चाहिए जिसकी उसे ज़रूरत है। वर्तमान कोरोना काल में लोगों की उम्मीद कुछ ज़्यादा हो गई है। आम लोग किस तरह कंटेन्ट को ले रहा है, यह बदलाव उसका ट्रेंड बताता है। साथ ही यह भी कि खबर या जानकारी के पहुंचने का वक्त कितना घट गया है।
स्मार्टफोन बढ़ती लोकप्रियता बेहतर होती कनेक्टिविटी, इंटरनेट कनेक्शन की न्यूनतम लागत और विशाल युवा आबादी डिजिटल युग को सुनिश्चित कर रही है।इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने सरकारी कोविड-19 अस्पतालों की लाईव एवं रियल टाईम (वास्तविक काल) में आम जनता को कोविड अस्पताल, केयर सेंटरो की खाली बिस्तरों (बेड) की उपलब्धता देखने, जानकारी देने के लिए लिंक ज़ारी किया है। प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे सरकारी अस्पतालों में ख़ाली बिस्तरों (बेड) की जानकारी अब लाईव एवं रियल टाईम जानकारी लोगों को घर बैठे एक क्लिक में उपलब्ध हो सकेगी। जिला प्रशासन ने इसके लिए https://hms.dericrypt.com/public/beds लिंक दिया है। यह लिंक ‘’हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम ‘’सॉफ्टवेयर का हिस्सा है।
2017. बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के ऊर्जावान अधिकारी श्री कुणाल दुदावत, वर्तमान में एस.डी.एम.सराईपाली ज़िला महासमुंद पदस्थ के द्वारा हॉस्पिटल में भर्ती मरीज़ो के रिकॉर्ड मैनेजमेंट को आसान करने के लिए नया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम विकसित किया गया। उन्हें इसके लिए कलेक्टर का मार्गदर्शन मिला। श्री दुदावत को सीईओ जिला पंचायत डॉ. रवि मित्तल ने उनके इस काम में पूरी मदद और सहयोग किया। डॉ मित्तल ने वर्तमान दौर को देखते हुए आमजन को कैसे अस्पताल की वह ज़रूरी जानकारी मिले जिसकी मरीज़ व उसके परिजन ज़रूरत है। इस बात का विशेष ध्यान रखा गया। श्री कुणाल के बनाए गए सॉफ्टवेयर में वह सब समाहित किया गया है। जो आमजन को इस चलते हालत में अस्पताल से चाहिए।
श्री कुणाल दुदावत ने बताया कि यह सिस्टम विगत दो माह से स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मरीज़ो की भर्ती, उनको बेड्स उपलब्ध कराने एवं उनके उपचार के रिकॉर्ड को प्रबंधन के लिए एवं ऑटोमेटेड डिस्चार्ज स्लिप जारी करने के लिए उपयोग में लाया जा रहा था।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला के कलेक्टरों को लोगों को अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तरों (बेड) की संख्या आदि जानकारी आम जनता को आसानी से मिलने की बात कही थी। तदोपरांत सॉफ्टवेयर में लाईव एवं रियल टाईम खाली बिस्तरों की उपलब्धता देखने के लिए आम जनता (पब्लिक )को लिंक जारी कर दिया गया है।
हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम में नए मरीज़ो के रजिस्ट्रेशन से लेकर उनको भर्ती करते समय खाली वार्ड अनुसार बिस्तर की उपलब्धता दिखाना, बिस्तर आबंटित करना आदि विकल्प दिए गए है। सॉफ्टवेयर (ऐप) में राज्य शासन के निर्देशों को मुताबिक कोरोना मरीज़ो को दी जाने वाली दवाईयाँ की भी पहले से प्रविष्टि की गयी है, ताकि आसानी से दवा का खुराक (प्रेस्क्रिबे) किया जा सके। इसके साथ ही इस सॉफ्टवेयर वार्ड प्रबंधन (प्रत्येक वार्ड के लिए दैनिक वार्ड वार सारांश शीट का प्रदर्शन और मुद्रण) की भी जानकारी मिलेग। इसके अलावा प्रत्येक मरीज़ के तापमान और नाड़ी की रोज़ की अद्यतन स्थिति, निगरानी और उपचार प्रक्रिया के परिणाम को भरने का विकल्प जैसे कि एक्स-रे, लैब रिपोर्ट और उपचार सलाह की भी प्रविष्टि की जा सकेगी।
श्री दुदावत ने बताया कि सॉफ्टवेयर (ऐप) के ज़रिए भर्ती मरीज़ो के डिस्चार्ज के बाद जिन बेड्स को सेनीटाइज़ किया जाना है उनकी जानकारी भी पोर्टल पर दिख जाती है एवं सेनीटाइज़ होने के बाद ही बिस्तरों को पुनः आबंटित किया जा सकता है।
सॉफ्टवेयर में शासन के गाईडलाइन के मुताबिक सैंपल पॉजिटिव आने की दिनांक से 10 दिवस पूर्ण होने पर आज जिन असिम्पटोमैटिक मरीज़ो की छुट्टी होनी है उनकी लिस्ट भी प्राप्त हो जाती है, साथ के साथ उसका डिस्चार्ज स्लिप भी प्रिंट होकर प्राप्त हो जाता है। इससे अस्पतालों के स्वास्थ्य अमले का काम काफी आसान एवं सुविधाजनक हो जाता है ।
कोविड-19 में काग़ज़ (पर्चा) के उपयोग के से भी वायरस के संक्रमण का खतरा बना रहता है। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से जिला प्रशासन द्वारा सभी मरीज़ो के रिकार्ड्स को डिजिटल फॉर्म में रखा जा रहा है । जिससे मरीज़ का डिजिटल रिकार्ड्स से संक्रमण की संभावना कम हो जाती है।
इसके अलावा सॉफ्टवेयर (ऐप) पर जाकर प्रशासनिक अधिकारी भी हॉस्पिटल में बेड्स की उपलबधता एवं दिए जा रहे उपचार और मरीज़ो के डाटा को देख सकते है एवं मॉनिटरिंग कर सकते है। - महासमुंद : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने वार्ड न.21 और आदर्श नगर वार्ड न. 30 नगर पालिका परिषद महासमुंद को कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया है। कलेक्टर के हस्ताक्षर से अलग-अलग आज जारी आदेश में कहा गया है कि दिनांक 24व 27 अगस्त2020 को कोरोना वायरससंक्रमण (कोविड-19) पाॅजिटिव पाये जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्र्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु उक्त दोनो क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था। इन्हें अब कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया गया है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा 11 .9.2020 को प्रतिवेदित किया गया कि छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के द्वारा कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु कंटेनमेंट संबंधी दिशा-निर्देश के तहत संबंधित दोनो कंटेनमेंट जोन क्षेत्र में 14 दिनों की अवधि पूर्ण हो चुकी है एवं उपरोक्त कंटेनमेंट जोन में विगत 14 दिनों से कोई भी धनात्मक मरीजों की पुष्टि नहीं हुई है। साथ ही धनात्मक मरीजों के सम्पर्क में आने वाले दोनो जोनो में कुल 8 लोगों का सैम्पल जांच नकारात्मक (निगेटिव) प्राप्त हुआ है एवं सक्र्रिय सर्विलेंस सर्वे प्रपत्र के अनुसार किसी भी प्रकार के कोविड-19 से संबंधित धनात्मक प्रकरण प्राप्त नहीं हुआ। इस कारण कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने उपरोक्त दोनों क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन से मुक्त किया गया है।
- महासमुंद: कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा डिजिटल कार्यक्रम कौशलाचार्या समादर के उपलक्ष्य में समादर पुरस्कार 2020आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेयकौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री, भारत सरकार एवं विशिष्टि अतिथि के रूप में श्री राज कुमार सिंह विद्युत राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार),एवं कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री,भारतसरकार कि उपास्थिति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस वर्ष कौशलाचार्य पुरस्कार जन शिक्षण संस्थान सरगुजा (छ.ग.) को प्रदान किया गया| संस्थान के निदेशक एम.सिद्दकी द्वारा बताया गया कि जन शिक्षण संस्थान सरगुजा की प्रशिक्षिका श्रीमति रेणु पाण्डे को कौशलाचार्य पुरस्कार ड्रेस मे किंग एवं कोरोना काल मेंमास्क बनाने का कार्य समूह के माध्यम से कराकर प्रतिभागियों को आत्मनिर्भर बनाया गया, जिसके लिए पूरे भारत वर्ष में दूसरा रैंक प्राप्त हुआ। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के माननीय मंत्री महेन्द्र नाथ पाण्डे द्वारा ऑनलाइन कीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदान किया गया यह संस्थान के लिए बहुत ही गौरव की बात है, क्योंकि पूरे देश में 248 जन शिक्षण संस्थान संचालित है, उनमें से जन शिक्षण संस्थान सरगुजा का चयन ।
मंत्रालय द्वारा जन शिक्षण संस्थान सरगुजा के किए जा रहे कार्यो का हुआ है मूल्यांकन किया उसके उपरांत ही पुरस्कार की घोषणा की गई। 10सितम्बर को कौशलाचार्या समादर 2020के उपलक्ष्य में आयोजित डिजिटल कार्यक्रम में पुरस्कार प्रदान किया गया।इस डिजिटल कार्यक्रम में श्री डॉ.तनवीर अहमद, सहायक संचालक(CSSDA), श्री गिसिद्दकी निदेशक जन शिक्षण संस्थान सरगुजा,सरगुजा साइंस ग्रुप के अध्यक्ष श्रीअंचल ओझा, श्री रामेश कुमार, रामप्रसाद राजवाड़े, स्नेह लता ठाकुर, अंजुमाला तिर्की, वन्दना मानिकपुरी, राकेश रोशन खाखा, घुरसाय तिर्की आदि सोशल डिसटेंसिंग का पालन करते हुए कार्यक्रम में उपस्थित थे - राष्ट्रीय पोषण माह में महिलाएं लगा रही हैं मौसमी पौधें
महासमुंद : जिले के 1780 आॅगनबाड़ी केन्द्रों में राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया जा रहा हैं। इसका मुख्य उद्देश्य गंभीर कुपोषित बच्चों का शीघ्र चिन्हांकित किया जाना हैं। जिले में 01 से 30 सितम्बर राष्ट्रीय पोषण माह 2020 के अंतर्गत महिला बाल विकास विभाग द्वारा अलग-अलग स्तरों पर विभिन्न कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। जिसके अंतर्गत पूरे जिले में राज्य शासन के आदेशानुसार आंगनबाड़ी केन्द्रों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन स्वास्थ्य, पंचायत एवं अन्य विभाग के सहयोग से किया जा रहा हैं। जिसमें आॅगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा प्राथमिकता के आधार पर गृहभेंट किया जा रहा हैं। जिसमें गर्भावस्था के अंतिम तिमाही, नवजात शिशु, कुपोषित बच्चों के घर जाकर परिवारजनों की उपस्थिति में आवश्यक सलाह दी जा रही है। आॅगनबाड़ी केन्द्र व हितग्राहियों के घर आॅगन में पोषण वाटिका का निर्माण किया जा रहा हैं। स्कूलों में जहाॅ स्थान उपलब्ध हैं वहां किचन गार्डन पोषण वाटिका निर्माण कर मुनगा, पपीता आदि फलदार मौसमी पौधें लगाए जा रहें हंै।इसके अलावा 03 से 06 वर्ष तक के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के लिए निःशुल्क गर्म भोजन वितरण की व्यवस्था प्रारम्भ की गई है साथ ही कुपोषित बच्चों, गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को घर पहुंच पूरक पोषण आहार (रेडी टू ईट पैकेट) प्रदाय किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए महिला एवं बच्चों को माॅस्क लगाने, समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की समझाईश दिया जा रहा हैं।कुपोषित पाए गए बच्चों में कुपोषण के कारणों की पहचान कर सामाजिक एवं व्यवहारिक आदतों में परिवर्तन के माध्यम से कुपोषण को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। पोषण माह के दौरान शीघ्र स्तनपान एवं 08 माह तक संपूर्ण स्तनपान को बढ़ावा देने के बारें में जानकारी दी जा रही है। - गंभीर रोग से पीड़ित व सामान्य लक्षण वाले व्यक्ति नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में कराएंनिःशुल्क जाॅच: डाॅ. एस.पी. वारे
महासमुंद : कोविड-19 की वैश्विक महामारी काल में स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतना कितना जरूरी हैं। इस बात की पुष्टि चिकित्सकीय विश्लेषण से होती है। शुक्रवार 11 सितंबर 2020 की सुबह विकासखण्ड सरायपाली के दैतारी गांव से कोविड-19 का एक पाॅजिटीव प्रकरण सामने आया। जिसमें 55 वर्षीय मरीज को पिछले कई सालों से अनियमित रक्तचाप (बीपी) की बीमारी थी। साथ ही वे लंबे समय से अस्थमा (फेफड़े का रोग) से भी ग्रस्त थे। पेट में टयूमर होने के कारण उनका आॅपरेशन भी पहले हो चुका था।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे से मिली जानकारी के अनुसार गुरूवार 10 सितम्बर की रात करीब 10ः00 बजे अचानक मरीज को सांस लेने में परेशानी व सांस फूलने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही मरीज को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सरायपाली लाया गया। मौके पर उपस्थित चिकित्सकों ने प्राथमिक जांच करने पर पाया गया कि उन्हें रक्त चाप (बीपी) की समस्या पिछले कई सालों से थे और वे अस्थमा से भी ग्रसित थे। उन्हें तम्बाकू खाने की भी लत थी। उनके पेट में ट्यूमर होने की वजह से पहले शल्य क्रिया (ऑपरेशन) भी हो चुके थे। डाॅक्टर ने मरीज की स्थिति और गंभीरता को देखते हुए तत्काल रैपिड एन्टीजन किट से कोविड-19 त्वरित जांच की। जिसमें उन्हें पाॅजिटिव पाया गया। इस बीच मरीज का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सरायपाली में जीवनरक्षक चिकित्सकीय उपचार जारी रहा। बेहतर चिकित्सकीय उपचार के लिए सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के. परदल से समन्वय कर मरीज को जिला मुख्यालय स्थित डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल रेफर किया। किन्तु डेडिकेटेड कोविड अस्पताल पहुंचाए जाने के पूर्व किए गए हर सम्भव प्रयास के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका। मरीज की सुबह करीब साढ़े पांच बजे मृत्यु हो गई। स्वास्थ्य विभाग के गाईड लाईन और कोविड-19 प्रोटोकाॅल के तहत उनका अंतिम संस्कार की कार्रवाई की जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. वारे ने नागरिकों से पुनः अपील की है कि वर्तमान में कोविड-19 की महामारी के दौरान हमें स्वास्थ्य के प्रति निरंतर सतर्क रहना बेहद जरूरी है। अतः स्वास्थ्य की स्थिति गंभीर होने या तबियत बिगड़ने का इंतजार बिल्कुल न करें। सर्दी, खांसी, बुखार आदि के जरा से भी लक्षण दिखें तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाएं और निःशुल्क जांच कराएं। डाॅ. वारे ने विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं, बच्चंे, बजुर्ग और पहले से ही गंभीर बीमारियों जूझ रहे मरीजों को सजग रहने को कहा है।तीन ब्राथ डेथ के मामले भी मिलेंइसके अलावा आज तीन ब्राथ डेथ यानी संबंधित अस्पताल में उपचार शुरू किए जाने के पूर्व ही मृत्यु होने की पुष्टि हुई। इनमें जिला मुख्यालय के ईमलीभांठा के 47 वर्षीय व्यक्ति सहित ग्राम मोहन्दी की 60 वर्षीया महिला नहीं रहे, परिजनों के मुताबिक ये दोनों पहले से ही बीपी के मरीज थे। मरणोपरांत इनकी कोविड-19 रिपोर्ट धनात्मक आई। वहीं एक अन्य प्रकरण ग्राम बम्हनी के रहने वाले 64 वर्षीय व्यक्ति की भी मृत्यु हुई है, जो हाल में ही जिले के एक निजी चिकित्सालय में उपचार करवा रहे थे। कल रात ही उन्हें जिला चिकित्सालय के आपातकालीन वार्ड में लाया गया। प्राथमिक उपचार के दौरान ही उनकी रिपोर्ट कोविड-19 से पाॅजिटीव पाई गई। डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में भर्ती करने के पूर्व ही उनकी मौत हो गई। - महासमुंद : महाप्रबंधक, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा जिले में कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव के कारण कार्यालय के संचालन के संबंध में जानकारी दी गई है कि कार्यालय जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कोविड-19 के कारण 14 सितम्बर से 18 सितम्बर 2020 तक आम जनता के लिए प्रतिबंधित किया गया है। उन्होेंने बताया कि इस कार्यालय में समस्त कार्य आॅनलाईन किए जाते है, किसी को कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के संबंध में जानकारी कार्यालय के प्रबंधक श्री कमल नारायण ध्र्रुव से प्राप्त कर सकते है, जिनका मोबाईल नम्बर 83193-70847 है। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के संबंध में जानकारी सहायक प्रबंधक सुश्री प्रचेता किरण छिदेहा से प्राप्त कर सकते है जिनका मोबाईल नम्बर 76972-82685 है।
-
महासमुंद : इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के अंतर्गत सत्र 2020-21 के लिए सभी विद्यालयों से आॅनलाइन नोमिनेशन कार्य की अंतिम तिथि 30 सितम्बर 2020 है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इंस्पायर अवार्ड मानक के अंतर्गत जिलें के सभी शासकीय, अनुदान प्राप्त अशासकीय, एवं सभी निजी विद्यालयों एवं मदरसों का पंजीयन एवं शालाओं में कक्षा 6वीं से 10वी तक अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं का नामांकन व माॅडल का आईडिया प्रस्तुत किया जाना है। पंजीयन के लिए मिडिल स्कूल या हाईस्कूल अथवा ऐसे स्कूल जहां मिडिल एवं हाई स्कूल एक साथ संचालित होते हो ऐसे प्रत्येक विद्यालय से कम में कम 05 नवीनतम् आईडिया का चयन किया जाना है। पंजीयन के साथ नामांकित छात्र-छात्राओं का पूरा विवरण जैसे पूरा नाम, पिता का नाम, स्कूल का नाम, विद्यार्थी का बैंक खाता क्रमांक, बैंक का नाम, आई.एफ.सी.कोड, आधार नम्बर एवं माॅडल का आईडिया का विवरण सहित, प्रविष्ट कराना है। वर्तमान में आंनलाइन कक्षाओं के माध्यम से अध्यापन कार्य चल रहा है, शिक्षक विद्यार्थियों को इस योजना से परिचित कराते हुए एवं उनके आईडिया संकलित कर पंजीयन कराएं।
सभी विद्यालयों के विद्यार्थियों का पंजीयन शत् प्रतिशत हो इसके लिए जिलें में विज्ञान एवं प्रौद्योगिक परिषद् का गठन किया गया है। जिला स्तरीय समिति में श्री हेमेन्द्र आचार्य जिला नोडल अधिकारी, श्री जगदीश सिन्हा जिला संयोजक, श्री कौशल चन्द्राकर, जिला सह संयोजक, विकासखण्ड स्तरीय समिति में संयोजक श्री राजेश्वर चन्द्राकर विकासखण्ड महासमुन्द, श्री सुबोध तिवारी विकासखण्ड बागबाहरा, श्री विवेक वर्मा विकासखण्ड पिथौरा, श्री अजय कुमार भोई, विकासखण्ड बसना, श्री अनिल प्रधान विकासखण्ड सरायपाली से मार्गदर्शन प्रदान कर सकते है।
एक आईडिया एक ही प्रतिभागी (बालक/बालिका) के नाम से हो, टीम/समूह में माॅडल/प्रोजेक्ट/आईडिया चयनित न किये जावें। ऐसे माॅडल/प्रोजेक्ट/आईडिया जिनका चयन एक बार हो चुका है, उनका चयन पुनः न करें, उसमें यदि कुछ नवीनता हो तो चयन किया जा सकता है। एक ही माॅडल/प्रोजेक्ट/आईडिया एक ही विद्यालय के प्रतिभागियों के नाम से पंजीयन न करावें। सभी विद्यालयों से अच्छे नवीनतम् 05 आईडिया को विद्यालय स्तर पर 30 सितम्बर 2020 के पूर्व एक साथ पंजीयन करने के निर्देश दिए गए है।
- महासमुंद: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) अंतर्गत स्व-सहायता समूहांे को आर्थिक एवं समाजिक रूप से सशक्त करने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। जिससे महिला स्व-सहायता समूहांे को ग्राम स्तर पर शासन कि योजनाआंे का लाभ दिला कर रोजगार के अवसर ग्राम स्तर पर ही उपलब्धकराया जा सके। विगत दिवस छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड गरियाबंद (ग्रामोउद्योग विभाग) द्वारा बांस शिल्प प्रशिक्षण का शुभांरभ जिले में बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम ढोड़ में किया गया। प्रशिक्षण में महालक्ष्मी आदिवासी महिला स्व-सहायता समूह के 10 सदस्य एवं अन्य 10 सदस्य मिलाकर कुल 20 सदस्यों द्वारा तीन माह का प्रशिक्षण लिया जाएगा।प्रशिक्षण के उद्घाटन अवसर पर हस्तशिल्प विकास बोर्ड के प्रबंधक श्री एच. बी.अंसारी, जिला पंचायत के प्रोफेशनल श्री मनीष ओझा, जनपद पंचायत बागबाहरा के एडीइओ श्री एम.एस. बरिहा, श्री यशवंत कुमार ध्रुव सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
- महासमुंद: जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी द्वारा जनपद पंचायत पिथौरा के ग्राम पंचायत लारीपुर के ग्राम पंचायत सचिव श्री प्रदीप भोई को शासकीय कार्यों में कई तरह के लापरवाही बरतने के कारण आरोप सिद्ध होने पर पूर्व में निलंबित किया गया था। जिला पंचायत द्वारा 10 सितम्बर 2020 को आदेश जारी किया गया है कि ग्राम पंचायत लारीपुर के सचिव श्री भोई को शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने के फलस्वरूप छ.ग. पंचायत सेवा (अनुशासन एवं अपील) नियम 1999 के नियम 5 (क) (दो) के तहत 02 वार्षिक वेतन वृद्वि संचयी प्रभाव से रोका गया। तथा उनके विभागीय जांच को समाप्त करते हुए श्री प्रदीप भोई, ग्राम पंचायत सचिव को निलंबन से बहाल किया गया है तथा उनकी पदस्थापना आदेश पृथक से जारी की जाएगी। निलंबन अवधि सभी प्रयोजनों के लिए कर्तव्य अवधि मान्य होगी। निलंबन अवधि का वेतन भत्ते, जीवन निर्वाह भत्ता के समायोजन उपरांत भुगतान योग्य होगा।
- महासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने स्वेच्छानुदान मद से जिला मुख्यालय महासमुंद के वार्ड क्रमांक 13 पंजाबी पारा निवासी श्री सुरेन्द्र सिंह चावला एवं बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम कसेकेरा निवासी श्री अशोक कुमार साहू के लिए स्वेच्छानुदान राशि स्वीकृत किया गया हैं। संबंधित हितग्राही को राशि प्राप्त करने के लिए मतदाता फोटो परिचय पत्र, बैंक पासबुक, आधार कार्ड, स्वयं की दो फोटो एवं अन्य दस्तावेज संस्था का पंजीयन प्रमाण पत्र एवं साक्ष्य के साथ संबंधित तहसील कार्यालय में प्रस्तुत करना होगा ताकि स्वीकृत राशि का भुगतान आर. टी. जी. एस. के माध्यम से किया जा सकेेें।
- महासमुंद : जिला पंचायत के विकास कार्यो की राशि गलती से बसना नगर पंचायत के ग्राम अखराभांठा टुकड़ा की महिला गुरूवारी बाई के बैंक खाते में ट्रान्सफर हो गई थी। महिला द्वारा जानकारी दिए बिना उक्त राशि आहरित कर अपने निजी कामों के लिए खर्ज कर ली गई थी। जानकारी मिलने पर गुरूवारी बाई से राशि की वसूली के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय सरायपाली से महिला के विरूद्ध नियमानुसार नोटिस जारी किया गया। सरकारी राशि गलती से जो महिला के बैंक खाते में 04 लाख 32 हजार रूपए ट्राॅन्सफर हुई थी।सरायपाली अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री कुणाल दुदावत ने बताया कि गुरूवारी बाई ने इस नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया और ना ही वे पेशी पर आई। इस कारण उनकी जमीन को कुर्क कर टेªक्टर को भी जब्त किया गया। इस बीच सतनामी समाज बसना के अध्यक्ष भी पोषराम धृतलहरे ने प्रकरण निपटाने के नाम पर उक्त महिला से दो किश्तों में कुल एक लाख रूपए की राशि धोखाधड़ी व ठगी की गई। प्रकरण समाप्त नहीं हुआ। गुरूवारी ने पोषराम से अपने पैसे वापस मांगे लेकिन उन्होंने पैसे वापस नहीं किए। गुरूवारी ने इसकी शिकायत बसना थाने में की और एफ.आर.आई दर्ज कराई है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा संबंधित व्यक्ति के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। एसडीएम श्री कुणाल दुदावत ने बताया कि भोले-भाले ग्रामीणों को विश्वास में लेकर कुछ लोगों द्वारा राशि ठगने का मामला प्रकाश में आता हैै। जिन पर नियमानुसार कार्यवाही भी की जाती है। बसना में पहली बार इस तरह की शिकायत पर उनके ही समाज की महिला ने एफ.आर.आई. दर्ज करवाया है। अब ग्रामीण ऐसे लोगों से सजग और सर्तक हो गए है।
- जिले के हर ब्लाक में मितानिन घर-घर जाकर करेंगे सर्वे और लोगों को करेंगी जागरूक
महासमुंद : जिले के स्वास्थ्य कर्मचारी एवं डाॅक्टर्स कोरोना वायरस से सीधे-सीधे लड़ रहे है। लेकिन और भी बहुत से स्वास्थ्य कार्यकर्ता है, जिनके बिना यह लडाई नहीं लड़ी जा सकती है। हर कोई अपनी तरह से कोरोना को हराने में जुटा हुआ है, उनमें से मितानिन भी एक है। जो जिले के भीतरी और दूरस्थ अंचल के ग्रामीण इलाकों में बीमार पीड़ित मरीज का डाॅक्टरों के पास पहुंचाने से पहले जरूरी दवाईयाॅ मुहैया कराती है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव की संभावना पर अंकुश लगाने के लिए जिले के सभी ब्लाकों में कल शनिवार से तय कार्यक्रम के अनुसार स्वास्थ्य मितानिन लोगों के घर-घर जाकर सावधानी पूर्वक बुखार, सर्दी-खासी आदि की जांच उपरान्त उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर संबंधित मरीज को आवश्कतानुसार होम आइसोलेशन चेक लिस्ट अनुसार होम आइसोलेशन या कोविड सेन्टर में उपचार किया जाएगा।डिस्ट्रिक सर्विलंेस आफिसर डाॅ. छत्रपाल चन्द्राकर ने बताया कि मितानिनों द्वारा तय कार्यक्रम अनुसार परिवार अपने समुदाय व पारा स्तर पर सर्वे कर लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक किया जाएगा। वही सर्वे के दौरान कोरोना वायरस को लेकर कोई भी लक्षण दिखने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में उनकी जांच कराई जाएगी। इसके अलावा सामन्य लक्षण वाले व्यक्तियों से भी आग्रह किया जाएगा कि वे अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों मंें बिना भय के कोरोना संक्रमण की जांच कराए। उन्होंनेे कहा कि जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कोविड-19 की निःशुल्क जांच की जा रही है।डाॅ. चन्द्राकर ने कहा कि इसका मुख्य उददेश्य कोरोना के संदिग्ध मरीजों की त्वरित पहचान एवं उनका समय पर ईलाज समुदाय स्तर पर कोराना वायरस संक्रमण एवं फैलाव को रोकना है। साथ ही कोविड-19 के लिए हाई रिस्क गु्रप-वृद्धजन, गंभीर बीमारियों वाले व्यक्तियों एवं गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर ईलाज उपलब्ध कराया जाना है और इसके प्रति लोगों को जागरूक करना है और अधिक से अधिक कोरोना की जांच करना है। उन्होंने कहा कि यह जांच निःशुल्क है और इसकी जांच रिपोर्ट भी जल्दी मिल जाती है। कोविड-19 के संक्रमण की चैन को तोड़ने और बीमारी को समुदाय में फैलने से रोकना है। -
कार्यालय में बुधवार तक बहारी व्यक्तियों का प्रवेश निषेध
महासंमुद : जिला पंचायत कार्यालय, महासमुंद में आज एक कर्मचारी की रिपोर्ट कोराना पाॅजिटिव आने के कारण कार्यालय को सेनेटाइज किया जा रहा हैं।मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत डॉ. रवि मित्तल ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को रोकने एवं लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनज़र एहतियातन ये निर्णय लिया गया कि जिला पंचायत कार्यालय, महासमुंद आगामी बुधवार 16 सितम्बर 2020 तक (एक सप्ताह) के लिए बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश निषेध रहेगा ।
डॉ. मित्तल ने कहा कि इस दौरान सरकारी कामकाज के लिए जरूरतमंद व्यक्ति या आवेदनकर्ता अपनी समस्याओं के संबंध में या अन्य प्रकरण के संबंध में कार्यालय परिसर में स्थापित आवक-जावक शाखा की विन्डो (खिड़की) से अपना आवेदन जमा कर सकते है। उन्होंने कहा कि इस दौरान बहुत ज़रूरी होने पर आने वाले बाहरी व्यक्ति कोविड-19 के गाइड लाइन का पालन अवश्यक करें । - महज 15 मिनट में कोविड-19 की जांच कर परिणाम देने वाले जिला स्वास्थ्य के फीवर क्लीनिक में रोजाना औसतन 50 से 100 का हो रहा परीक्षणसंक्रमण रोकथाम के दृष्टिगत सी.एम.एच.ओ ने की सोशल डिस्टिेन्सिग का पालन करते रहने की अपीलमहासमुंद : वैश्विक कोविड-19 की महामारी संक्रमण का पता लगाने में अब तक की सबसे तेज और अधुनिक परीक्षण तकनीक है रैपिड एन्टीजन टेस्ट। इन दिनों मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से संलग्न सखी सेन्टर में संचालित फीवर क्लीनिक में इसकी सेवाएं निःशुल्क प्रदाय की जा रही हैं।प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां प्रतिदिन औसतन 50 से 100 संदिग्ध मरीज आ कर अपनी निःशुल्क जांच करा रहे हैं और महज 15 मिनट के भीतर ही उन्हें परिणाम भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। गौरतलब हो कि अब जिले में कोविड-19 के धनात्मक मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। इस बीच फीवर क्लीनिक में भी प्रतिदिन जांच करवाने वाले मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे ने गुरूवार 10 सितंबर के परीक्षण आंकड़ों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गुरूवार को कुल 65 संदिग्ध मरीजों की जांच हुई। जिसमें से 07 मरीज ऐसे रहे जिन्हें कोविड-19 का धनात्मक पाया गया। ऐसे में धनात्मक मरीजों को कोविड केयर सेन्टर्स में रखा जाना है या वे होम क्वारंटीन में रहेंगे इसके संबंध में उनके लक्षणों को देख कर आंकलन किया जा रहा है साथ ही होम क्वारंटीन की नियमावली पर खरे उतरने पर उन्हें वांछित चिकित्सकीय उपलब्धताएं भी प्रदाय की जा सकेंगी।आंकड़ों और स्थिति को देखते हुए डाॅ. वारे ने आमजन से अपील की है कि जिनमें सर्दी, खांसी या बुखार जैसे लक्षण हों या उन्हें लगता है कि वे कोविड-19 क धनात्मक प्रकरण के सीधे संपर्क में आए रहे हों और उन्हें संक्रमित होने आशंका है वे यहां आकर त्वरित जांच कराएं।किन्तु उन्हें संक्रमण रोकथाम के मद्देनजर सोशल डिस्टेन्सिग का पालन करना चाहिए साथ ही जांच कराने के दौरान अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करें। समय-समय पर हैंड रब सैनिटाइजर से अपने हाथ धोते रहना भी स्वस्थ और सुरक्षित रहने के लिए जरूरी है।उल्लेखनीय है कि गुरूवार को फीवर क्लीनिक में मरीजों को त्वरित जांच सेवाएं उपलब्ध कराने के साथ आवश्यक परामर्श प्रदान करने वाले कोरोना योद्धाओं में चिकित्सा अधिकारी डाॅ. डी.एम. पटेल, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक (महिला) श्रीमती सावित्री यादव, रिसेप्सनिस्ट श्रीमती कामिनी चंद्राकर, लैब तकनीशियन कु. चंद्रकला साहू और श्री सुमन प्रधान का सराहनीय सहयोग रहा।
- होम आइसोलेशन के कंट्रोल रूम से तीन अलग-अलग श्रेणियों में विभाजन कर सेवाएं शुरू
लक्षण रहित, लक्षण वाले और गंभीर प्रकरणों में मरीज ही नहीं, बल्कि उनके परिजनों के लिए भी चैबीसों घंटे दिया जा रहा है निःशुल्क परामर्श
महासमुंद : जिले में कोविड-19 के दौर में होम आइसोलेट होकर उपचार लेने की सुविधाएं शुरू की जा चुकी हैं। स्वास्थ्य विभाग ने संदिग्ध एवं धनात्मक प्रकरणों को लेकर तीन श्रेणियों में विभाजन किया है। जिसके अनुसार न केवल चिकित्सकीय परामर्श प्रदान किया जा रहा बल्कि आवश्यकतानुसार आगामी सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है।
होम आइसोलेशन की दूरभाष परामर्श सेवाओं के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे ने बताया कि जो होम आइसोलेशन में रह रहे हैं उनके साथ जिन्हें होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति चाहिए वे शासकीय दूरभाष नंबर 82693-79405 पर सीधा संपर्क कर सकते हैं।यहां तीन पालियों में प्रशिक्षित चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, जहा अनुभवी सलाहकारों की निगरानी में चैबीसों घंटे सातों दिन परामर्शदायी निःशुल्क सेवाएं प्रदाय की जा रही हैं।
इस संबंध में गुरूवार को दूसरी पाली में ड्यूटीरत ग्रामीण चिकित्सा सहायक डाॅ. बी.एल. मिश्रा से प्राप्त जानकारी के अनुसार तीनों श्रेणियों में पहले क्रम में होम आइसोलेटेड एसिम्टोमेटिक यानी लक्षण रहित मरीज आते हैं। रोजाना सुबह-शाम उनके शरीर का तापमान, पल्स रेट और आॅक्सीजन का माप अंकित किया जाता है साथ ही दूरभाष पर ही उनके और उनके परिजनांे के स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी लेकर आवश्यक परामर्श दिया जाता है।इस दौरान यदि मरीजों के स्वास्थ्य में क्रिटिकल स्थिति नजर आती है, तो उन्हें क्रिटिकल कोविड केयर सेंटर (जीएनएम) भेजे जाने के लिए प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाती है। वहीं स्थिति नियंत्रण से बाहर होने पर होम आइसोलेटेड मरीजों को जिला चिकित्सालय के डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिस्टल में भी उपचार उपलब्ध कराने के पर्याप्त चिकित्सकीय उपबंध हैं।
सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के. परदल ने होम आइसोलेटेड मरीजों और उनके परिजनों से अपील की है कि वे होम आइसोलेशन के लिए माॅनीटरिंग कर रही जिला स्वास्थ्य की टीम को आपेक्षित सहयोग करते रहें और जिन्हें पहले से ही अनियमित रक्तचाप (हाई बी.पी.), मधुमेह आदि की परेशानी हो या जिनके घरों में गर्भवती महिला, बच्चे या बुर्जुग हैं, होम आइसोलेशन की अवधि के दौरान वे सभी अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।
आवयकता होने पर कोविड-19 के डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम के लैंड लाइन दूरभाष नंबर 07723-222100, 222101 पर भी निःसंकोच संपर्क कर सकते हैं। इसमें कोविड-19 के संबंध में हर तरह की जानकारी प्रदाय की जा रही है साथ ही आवश्यक चिकित्सकीय उपबंधों के बारे में भी परामर्श प्रदाय किया जा रहा है। - जिले में कोराना संक्रमण की स्थिति और इसकी रोकथाम पर की गई विस्तार से चर्चा
महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज यहां कलेक्टोरेट के सभा कक्ष में जिला चिकित्सा अधिकारियों से जिले में कोराना वायरस संक्रमण की स्थिति और इसकी रोकथाम के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही होम आइसोलेशन में राज्य शासन द्वारा नियम में आंशिक बदलाव किया है। यह कोराना संक्रमित के शरीर में आक्सीजन की मात्रा के उतार-चढ़ाव और उसका बुखार का तापमान तय करेगा। अगर उसका आॅक्सीजन स्तर एक बार न्यूनतम मात्रा से नीचे जाता है तो उसे कोविड अस्पताल भेजा जाएगा। इसके लिए होम आइसोलेशन के बनाये गए फार्मेट पर गहन विचार-विमर्श हुआ। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. रवि मित्तल, सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल, डिस्ट्रिक्ट सर्विलेस आॅफिसर डाॅ. छत्रपाल चन्द्राकर, कोरोना वायरस एवं नियंत्रण दल के नोडल अधिकारी डाॅ अनिरूद्ध कसार, डीपीएम संदीप ताम्रकर सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थे ।कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल कोविड-19 के संबंध में जन जागरूकता एवं होम आइसोलेशन में उपचार कर रहे मरीजों की माॅनीटिरिंग नियमित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में जरा सी असावधानी या लापरवाही मरीज के परिजनों को और संक्रमित कर सकती है। कलेक्टर ने कहा कि होम आइसोलेशन वालों को संक्रमण से बचने के लिए मास्क का उपयोग करने, जरूरत के मुताबिक समय-समय पर बदलते रहने की बात कही । कलेक्टर ने होम आइसोलशन के मरीजों के लिए साफ्टवेयर बनाने पर बल दिया ताकि मरीज स्वयं प्रतिदिन अपनी तबियत के बारे में निर्धारित प्रपत्र में जानकारी भर कर भेज सके। इससे चिकित्सकीय उपचार और मरीज की तबियत और स्थिति के बारे में पता चलता रहे। - महासमुंद: उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक ने बताया कि महासमुंद जिले में राष्ट्रीय कृषि विकास रफ्तार योजना वर्ष 2020-21 का विभिन्न घटकांे के क्रियान्वयन के लिए भौतिक लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इसके लिए विकासखण्डवार लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि फल एवं सब्जी क्षेत्र विस्तार योजना का लाभ लेने के लिए सामान्य वर्ग के लिए 56ः, अनुसूचित जन जाति के लिए 32ः एवं अनुसूचित जाति के लिए 12ः निर्धारित किया गया है। इसके लिए कृषकों के पास वर्ष भर सुनिश्चित सिंचाई सुविधा होना आवश्यक है। जिससे कृषकों को न्यूनतम 0.25 हेक्टेयर रकबा के लिए लाभान्वित किया जा सकेगा।योजना का लाभ लेने के ईच्छुक कृषक अपने भूमि संबंधी दस्तावेज बी-1, खसरा, नक्सा, आधार कार्ड, फोटो एवं बैंक खाता की प्रति सहित अपने विकासखण्ड मे पदस्थ उद्यानिकी अधिकारियों से संपर्क कर सकते है। योजना क्रियान्वयन के लिए कृषकांे का चयन पहले-आओ-पहले-पाओ के आधार पर किया जाएगा। सब्जी क्षेत्र विस्तार अंतर्गत पिछले 03 वर्षो के लाभान्वित कृषक इस वर्ष मे लाभान्वित नहीं हो सकेंगे। योजना का लाभ लेने के ईच्छुक कृषक विकासखण्ड प्रभारियों के पास प्रकरण जमा करेंगे, ताकि उक्त प्रकरण जिला कार्यालय के द्वारा स्वीकृत कर कार्यादेश जारी किया जा सकें। कृषक पंजीकृत संस्थाओं से पौध/बीज क्रय कर 100ः का देयक इस कार्यालय मे भुगतान के लिए प्रस्तुत करेंगे। जिसका भौतिक सत्यापन पश्चात् अनुदान राशि कृषकों के खातें मे डी.बी.टी. किया जाएगा। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए संबंधित विकासखण्ड के उद्यानिकी अधिकारियों से सम्पर्क किया जा सकता हैं।
- महासमुंद : जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल ने बसना विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कुरचुण्डी के पंचायत सचिव श्री बालकराम निषाद को सेवा से पदच्यूत कर दिया हैं। इस आशय के आदेश आज कार्यालय जिला पंचायत महासमुंद द्वारा जारी किया गया हैं। ग्राम कुरचुण्डी के ग्राम पंचायत सचिव श्री बालकराम निषाद पर विगत 03 माह से बिना किसी सूचना एवं अवकाश स्वीकृति के मुख्यालय से अनुपस्थित रहने, ग्राम स्वराज अभियान के दौरान ग्राम सभा का आयोजन नहीं करने, पंचायत में संधारित किए जाने वाले अभिलेख एवं पंजियों का संधारण नहीं करने, 14वें वित्त की राशि को जी.पी.डी.पी. कार्ययोजना के अनुसार न कर अपने मर्जी से बिना प्रस्ताव एवं प्रशासकीय स्वीकृति के राशि जमा होते ही आहरण कर लेने तथा राशि का आहरण नगद कर भ्रष्टाचार करने, स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत निर्मित किए गए शौचालयों का भुगतान नहीं करने तथा हितग्राहियों की सूची सत्यापन प्रस्तुत नहीं करने एवं अतिरिक्त प्राप्त राशि को जिला पंचायत को वापस नहीं करने, ग्राम पंचायत के राशि का फर्जी आहरण करने सहित अन्य आरोप थे। जो विभागीय जाॅच के दौरान सही पाए गए। इस कारण उन्हें छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा (अनुशासन तथा अपील) नियम 1999 के पाॅच शास्तियां (ख) (7) के तहत् सेवा से पदच्यूत किया गया हैं।
- 02 मिनट मौन रखकर दी गई श्रद्धांजलि
महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जिला कार्यालय के राजस्व शाखा में पदस्थ भृत्य श्री भगतराम आड़े (53 वर्ष) के सड़क दुर्घटना में आकस्मिक निधन होने पर शोक व्यक्त किया।कलेक्टर ने 02 मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर जिला कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। स्व. श्री आड़े कल बुधवार को रात्रिकालीन ड्यूटी कर अपनी मोटर सायकल से सुबह अपने घर घोड़ारी जा रहे थे। इस दौरान तेज रफ्तार से गलत दिशा से आ रही एक मोटर सायकल में टक्कर हो जाने के कारण साराडीह बेलसोंडा सड़क पर उनके मौके पर ही निधन हो गया। स्व. श्री आड़े अपने कर्तव्य के प्रति हमेशा समर्पित रहने वाले कर्मचारी एवं मृदुभाषी व्यक्ति थे। उनके निधन पर जिला कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों में शोक की लहर हैं। उनके निधन पर तत्काल उनकी पत्नी श्रीमती सावित्री आड़े को 50 हजार रूपए की अनुग्रह राशि दी गई। - महासमुंद : जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने ग्राम बिरकोनी के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम बिरकोनी के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं। उत्तर दिशा में डिगेश्वर चन्द्राकर का मकान, दक्षिण में राष्ट्रीय राजमार्ग-53, पूर्व दिशा में गिरीश चन्द्राकर का मकान व एसबीआई एटीएम और पश्चिम दिशा में भोला साहू का मकान शामिल है।कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी अनुविभागीय दण्डाधिकारी महासमुंद को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार श्री नारद कुमार सूर्यवंशी अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर.सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डॅा0 आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं। इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुदर्शन बगर्ती को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा अधिकारी तुमगाँव डाॅ0 विपिन कुमार राय को सौंपा गया हैं। घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक कुमारी स्वरूपा भोई को, खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था केलिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्रीमती एस. चन्द्रसेन को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी तहसीलदार श्री मूलचंद चोपड़ा को नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अम्बिलकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं।