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चिकित्सकों ने बताया कि समय रहते उपचार लेने से
कोविड-19 की बीमारी ठीक हो जाती है
महासमुंद : कोविड-19 की महामारी के दौर में आम जनता के मन में यह शंका होना लाजमी है कि इसकी जांच कराने पर यदि पॉजिटिव आ गए तब क्या होगा। अस्पताल के अलावा कोई विकल्प है क्या। इस भय से कई लोग जांच कराने से कतराते हैं तो कुछ जांच कराने के बाद संपर्क तोड़ कर जानकारी छिपाने जैसे प्रयास करने लगते हैं और अपने मोबाइल तक बंद कर लेते हैं, जो कि बिल्कुल भी सही नही है।यहां समझना जरूरी है कि जब सरकार हर संभावित, लक्षण रहित और लक्षण वाले मरीजों के लिए जांच से लेकर उपचार तक सारी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है तो इस तरह के असहयोग से आप न केवल अपनी बल्कि अपने परिजनों की जान भी जोखिम में डाल देते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार यह जागरूकता के साथ मानी जाने वाली सिलसिलेवार प्रक्रिया है। सर्दी, खांसी, बुखार या कोविड-19 से संक्रमित होने की आशंका होने पर शहरी क्षेत्र में रहने वाले जिला मुख्यालय और ग्रामीण क्षेत्रों के रहवासी अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर निशुल्क चिकित्सा सेवाओं का लाभ आसानी से ले सकते हैं। इसमें रैपिड एंटीजेन और ट्रू-नाॅट पद्धति जैसी त्वरित जांच प्रणाली में परिणाम जल्द मिल जाते हैं और यदि आरटीपीसीआर जांच हुई है तो जांच कराने के दो से तीन दिन के भीतर ही रिजल्ट आ जाता है।
यदि कोई व्यक्ति कोविड पाॅजिटिव आ भी गया, तब भी उसे घबराने की जरूरत नहीं है। अगर उसमें कोविड-19 के कोई लक्षण नही हैं तो उसे विकल्प दिया जाएगा कि अपने घर पर ही रहकर चिकित्सक की देख-रेख में उपचार करा ले या कोविड केयर सेंटर में भर्ती हो जाए। उसी समय कोरोना पाॅजिटिव मरीज को होम आइसोलेशन का प्रपत्र और फोन पर लिंक दिया जाएगा। जिसमें बहुत सरल सी जानकारी देनी रहती है। उसे भर कर ऑनलाइन जमा करना होगा या आप व्हाट्सएप भी कर सकते हैं। यदि व्यक्ति को प्रपत्र भरने में परेशानी हो तो होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम के दूरभाष नंबर 82693-79405 पर काॅल कर फिर से पूछ कर दोबारा समझ सकते हैं।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि यदि मरीज के घर में उसे रखने के लिए पृथक से कमरा एवं शौचालय है और प्रपत्र में दी जाने वाली साधारण जानकारियां भरी हैं तो संबंधित सरकारी अधिकारी सर्वेक्षण कर आपको होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति दे देते हैं। इसके साथ ही होम आइसोलेशन एप और व्हाट्सऐप ग्रुप से भी आपके नंबर को जोड़ दिया जाता है। जिससे सरकारी और निजी चिकित्सक मरीजों से निरंतर जुड़े रहते हैं। महासमुंद जिला प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था के तहत होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम बनाया गया है जो 24 घंटे सातों दिन काम कर रहा है।
यहां से होम आइसोलेशन के मरीजों से समय-समय पर बात-चीत कर उनकी तबीयत पूछी जाती है। यहां स्वास्थ्य विभाग के सलाहकार द्वारा भी मरीजों से बात कर उनकी समस्याएं सुनी जाती हैं। रात के समय या किसी भी समय यदि मरीज की तबीयत बिगड़ती है तो एम्बुलेंस भिजवा कर मरीज को अस्पताल भर्ती किया जाता है। कोविड मरीजों के लिए आपात कालीन लैंड लाइन नंबर भी हैं - 07723-222100, 222101 इस नम्बर पर कभी भी-किसी भी समय फोन कर सहायता ली जा सकती है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे द्वारा अपील भी की गई है कि जिन व्यक्तियों ने अपने कोरोना पाॅजिटिव होने की बात छुपाई है या स्वास्थ्य लाभ लेने से आनावश्यक घबरा रहे हैं, वे बिना किसी संकोच आगे आएं, परामर्श लें, अपना उपचार करावाएं और अपने परिजनों को भी इस महामारी से बचाएं। चिकित्सकों का मानना है और यह साबित भी हो गया है कि समय पर उपचार करवाने से मरीज पूरी तरह ठीक हो सकते हैं।जांच कराते ही ले सकते हैं होम आइसोलेशन
डिस्ट्रिक्ट सर्विलेन्स ऑफिसर डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर ने बताया कि जांच कराने वाले दिन से ही आप 17 दिनों के लिए होम आइसोलेशन पर जा सकते हैं। इसे ऐसे उदाहरण से समझा जा सकता है कि यदि 01 सितंबर 2020 को आप जांच करा कर होम आइसोलेट हुए और दो दिन बाद मतलब 03 सितंबर को आपकी रिपोर्ट आई तो आपको 03 सितंबर से आगे 15 दिन यानी 17 सितंबर 2020 तक होम आइसोलेशन पर रहना होगा। इस बीच आप कन्ट्रोल रूम में अपने स्वास्थ्य की दैनिक रिपोर्ट देते रहेंगे और सदी, खांसी या बुखार जैसे किसी भी तरह के लक्षण न पाए जाने पर चिकित्सकों की सहमति से आप होम आइसोलेशन से मुक्त हो जाएंगे। किन्तु यदि लक्षण महसूस हों तब दोबारा जांच करवानी होगी और आगे क्या करना है इस बारे में जानकारी होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम द्वारा दी जाएगी।
कोविड केयर सेन्टर्स में भी जल्द ठीक हो रहे मरीजक्रिटिकल कोविड केयर सेन्टर के प्रभारी अधिकारी डाॅ. आई. नागेश्वर राव के मुताबिक उनके यहां शुरूआत से लेकर आज बुधवार 16 सितंबर को शाम 04 बजे तक कुल 659 मरीज भर्ती हुए और डिस्चार्ज होने वालों की संख्या 509 रही। वर्तमान में केवल 150 एक्टिव मरीज हैं, इनके भी जल्द स्वास्थ होने के आसार नजर आ रहे हैं। अतः स्पष्ट है कि चाहे आप होम आइसोलेशन में जाएंया कोविड केयर सेन्टर में भर्ती हों, समय रहते उचित उपचार जल्द स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए आवश्यक है।े - महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार कोविड-19 महामारी से बचाव एवं रोकथाम के लिए आयुष विभाग द्वारा एसिम्प्टोमेटिक धनात्मक कोविड-19 होम आईसोलेशन में रह रहें रोगियों को काढ़ा एवं पाॅम्प्लेट का वितरण किया जा रहा हैं।
आयुष विभाग के कोविड-19 के नोडल अधिकारी डाॅ. गदाधर पण्डा के देख-रेख में अब तक जिला चिकित्सालय सहित जिले के सभी फीवर क्लीनिक एवं काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग में जो कोविड-19 के धनात्मक प्रकरण मिल रहे हैं तथा जो होम आईसोलेट हो रहे हैं, उन्हें एलोपैथिक किट के साथ आयुष काढ़ा किट एवं पाॅम्प्लेट का वितरण किया जा रहा हैं।
अब तक कुल 207 पैकेट काढ़ा का वितरण किया जा चुका हैं। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए आयुष विभाग के काढ़ा वितरण के जिला नोडल अधिकारी डाॅ. गदाधर पण्डा के मोबाईल नम्बर 98270-38793 में सम्पर्क कर सकते हैं। - महासमुंद : कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने ग्राम मोहगाॅव तहसील पिथौरा जिला महासमुंद के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम मोहगाॅव के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं।
इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं। उत्तर दिशा में जपोलाल का मकान, दक्षिण दिशा में साहेबो का मकान, पूर्व दिशा में लोकनाथ की बाड़ी और पश्चिम दिशा मंे पुनितराम का मकान है ।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री बी.एस. मरकाम अनुविभागीय दण्डाधिकारी महासमुंद को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार श्री पुपलेश कुमार अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं।
इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर.सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डॅा0 आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं। इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रदीप प्रधान को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा डाॅ. तारा अग्रवाल को, घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक नंदनी यदु को, खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था केलिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री के.के. ठाकुर को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी तहसीलदार श्री टीकाराम देवांगन को नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अंम्बिलकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं। - महासमुंद : कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने ग्राम बैतारी तहसील सरायपाली जिला महासमुंद के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम बैतारी तहसील सरायपाली जिला महासमुंद को नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं।इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं। उत्तर दिशा में त्रिपाठी का मकान ,दक्षिण दिशा में ,संतोष मकान, पूर्व दिशा में युधिष्ठिर का मकान और पश्चिम दिशा में तालाब व खेत है ।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री कुणाल दूदावत अनुविभागीय दण्डाधिकारी महासमुंद को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार श्री विकास पाटले अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर.सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डॅा0 आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं।इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती स्निग्धा तिवारी को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा डाॅ. अमृत लाल को, घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक वर्षा अग्रवाल को, खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था केलिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री आई.पी कश्यप को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी तहसीलदार श्री युवराज सिंह कुर्रे को नियुक्त किया गया हैं।
इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अंम्बिलकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं। - महासमुंद : जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ग्राम चारभाठा बागबाहरा तहसील जिला महासमुंद के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम चारभाठा तहसील बागबाहरा जिला महासमुंद को नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं।इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं। उत्तर दिशा में सुनीता बाई का खेत, दक्षिण दिशा में चना बाई का खेत, पूर्व दिशा में भोगसिंग का खेत और पश्चिम दिशा में मानसिंग का खेत है ।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री भागवत प्रसाद जायसवाल अनुविभागीय दण्डाधिकारी बागबाहरा को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार सुश्री लितेश सिंह अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर. सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डॅा0 आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं। इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एम आर यदु को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा अधिकारी बागबाहरा डाॅ0 राजकुमार कुरूवंशी को सौंपा गया हैं।
घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक सुश्री मंजु को, खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री के आर कोवाची को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी नायब तहसीलदार श्री बलराम तंबोली को नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अंम्बिलकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं। - ‘‘पे सखी‘ कर रही घर-घर जाकर बुजुर्गो की पेंशन एवं अन्य राशि का नकद भुगतानमहासमुंद : महासमुंद जिले के बसना ब्लाक के ग्राम पंचायत बरडीह की 64 वर्षीय बुजुर्ग लक्ष्मी भोई के लिए पे सखी वृंदावती भोई लक्ष्मी बन कर आई और उन्हें पेंशन की जरूरत की राशि घर पहुंच कर दी। वृद्ध लक्ष्मी भोई विगत लगभग दो वर्षो से गंभीर बीमारी से ग्रस्त है। बताया गया कि वे पिछले छह माह से अपनी चारपायी से नहीं उठ पाई है।
खाना-पीना भी वे चारपायी पर ही करती है। उन्हें अपनी ईलाज और दवाई के लिए पेंशन राशि की जरूरत थी। वृद्धापेंशन की जरूरत राशि के लिए बैंक तो जाना दूर था। जब यह बात पे सखी वृंदावती को पता चली तो वे उनके घर पहुंची और उन्हें पेंशन की नकद राशि उपलब्ध कराई है। लक्ष्मी भोई ने इशारे में कहा कि पे सखी वृंदावती लक्ष्मी बनकर आई और मुझे लक्ष्मी देकर चली गई। अब मैं अपनी जरूरत की दवाई मंगवा सकूंगी। उनका बेटा-बहू मां के खाना-पीना एवं अन्य कार्य की देखभाल करते है।
मालूम हो कि जिले के खासकर ग्रामीण क्षेत्र जहां बैंक नहीं है या दूरी पर स्थित है। जहां बुजुर्ग या अन्य व्यक्ति अपनी जरूरत की राशि लेने नहीं जा पाते है। उनके लिए जिला पंचायत द्वारा स्वसहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। पंचायत से जुड़ी बिहान समूह की महिलाएं लोगों को घर बैठे पेंशन राशि जैसी सुविधा दे रही है।
हाल ही में जिले की 84 गौठानों में भी सप्ताह में एक दिन वी.एल.ई. सेवा दे रहे है। जहां वे सरकारी योजनाओं के हितग्राहियों की राशियों गौठानों में डिजी पे (वी.एल.ई.) के माध्यम से बैंक खाता धारक अपनी जरूरत की राशि प्राप्त कर रहे है। डिजी पे और ग्राम स्तरीय उद्यमी (वीएलए) गौठानों में गो न्याय योजना, पेंशनधारी बुजुर्ग, मनरेगा, जनधन किसान सम्माननिधि, अनुदान एवं अन्य राशि के भुगतान की बैंक सुविधाए गौठानों में उपलब्ध हो रही है। ताकि लोगों को राशि आहरण हेतु बैकों तक नहीं जाना पडें। - महासमुंद : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद के सचिव द्वारा जानकारी दी गई कि कोरोना काल में जहां दिन-प्रतिदिन के कार्य प्रभावित हुए है, ऐसी स्थिति में लोगों के मध्य पहुंचकर विधिक जागरूकता का कार्य करना सुरक्षित नहीं है। इसलिए राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के अनुमोदन अनुसार विधिक साक्षरता हेतु विशेष जन चेतना अभियान सितम्बर 2020 से अगस्त 2021 तक चलाया जाएगा।जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विधिक जागरूकता संबंधी विषय पर वीडियो रिकॉर्ड कर जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से जिले में संचालित समस्त शासकीय, अर्द्धशासकीय एवं निजी विद्यालयों, महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के मध्य आॅनलाइन शिक्षा के माध्यम से प्रचारित-प्रसारित किया जाएगा।
इस आदेश के परिपालन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला महासमुंद द्वारा विधिक जागरूकता संबंधी विषय पर 03 वीडियो रिकार्ड कर यू-ट्यूब चैनल जन चेतना-सीजीएसएलएसए में अपलोड कर दिए गए है। इस वीडियो के लिंक महासमुद जिले में संचालित समस्त शासकीय, अर्द्धशासकीय एवं निजी विद्यालयों, महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के मध्य आॅनलाईन शिक्षा के माध्यम से प्रचारित-प्रसारित किए जा रहे हैं।इसी प्रकार मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत के माध्यम से उनके अधीनस्थ समस्त सरपंच, पंच सचिव रोजगार सहायक, मितानिन एवं अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों के समन्वय से आमजन के बीच डिजिटल माध्यम से उक्त वीडियो को प्रचारित-प्रसारित किए जा रहे है।
19 सितम्बर को होगा द्वितीय राज्य स्तरीय विशेष ई-लोक अदालत का आयोजन
छत्तीसगढ़ राज्य में भारत वर्ष में पहली बार ई-लोक अदालत का आयोजन 11 जुलाई 2020 को किया गया था। जिसकी सफलता उपरांत 19 सितम्बर 2020 को द्वितीय राज्य स्तरीय विशेष ई-लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद की अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीश के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व के अधीन जिला न्यायालय महासमुंद एवं तहसील पिथौरा, सरायपाली स्थित सिविल न्यायालयों में कुल 07 विशेष ई-खण्डपीठों की स्थापना की गई है।
जिनमें पक्षकार एवं वकील न्यायालय में उपस्थित हुए बिना घरों से ही वीडियो कान्फ्रेंसिंग के साधनों जैसे- जिट्सी मीट ऐप, व्हाट्स ऐप, गूगल मीट आदि के माध्यम से आपसी सहमति से प्रकरणों का निराकरण करेंगे।समझौता योग्य दांडिक प्रकरण पारिवारिक मामलें, मोटरयान दुर्घटना दावा, चेक बाउंस के प्रकरण आदि धन संबंधी मामले जो सामान्य लोक अदालतों के माध्यम से निराकृत हो जाते, कोरोना संक्रमण के चलते न्यायिक कामकाज प्रभावित होने से निराकृत नहीं हो पा रहे है, परंतु ई-लोक अदालत के माध्यम से वकील एवं पक्षकारों को आर्थिक राहत प्राप्त होगी।
उल्लेखनीय है कि. ई-लोक अदालत के सफल संचालन हेतु महासमुंद जिला न्यायलय की विशेष वेब साइट पर लिंक की सहायता से पक्षकारों को घर बैठे सीधे विशेष ई-लोक अदालत की खंडपीठ से जुड़ने में सहायता मिलेगी। यदि कोई पक्षकार उक्त ई-लोक अदालत के माध्यम से अपना राजीनामा योग्य प्रकार निराकृत करवाना चाहते हैं, तो वे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद अथवा अपने अधिवक्ता से संपर्क कर सकते हैं।जिला जेल महासमुंद से बंदी अंतरिम जमानत पर रिहा
इसी प्रकार माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के परिपे्रक्ष्य में छत्तीसगढ़ राज्य में गठित माननीय हाई पावर कमिटी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रस्तुत आवेदनों के आधार पर 200 से अधिक अभिरक्षाधीन बंदियों को जिला जेल महासमुंद से अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया। - महासमुंद : पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम सरकड़ा में कुछ परिवार ऐसे भी है जो अपना भरण-पोषण रोजी-मजदूरी के माध्यम से करते थे। क्षेत्र के सहायक विकास विस्तार अधिकारी ने गाॅव के भ्रमण के दौरान महिलाओं को एकजुट होकर समूह का गठन कर उनके आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के संबंध में जानकारी दी।तब वहां कि महिलाएं समूह गठन कर आर्थिक रूप से सशक्त होने के लिए उत्साहित हुए। जिससे अधिकारी-कर्मचारियों ने महिलाओं को जिस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए कार्य करना है उसके बारें में उन्हें प्रशिक्षण प्रदान किया गया।महिला स्व-सहायता समूह के गठन के बाद समूह का नामकरण जय मां संतोषी महिला स्व-सहायता समूह रखा और महिलाओं ने समूह की अध्यक्ष श्रीमती कौशिल्या यादव एवं सचिव श्रीमती लक्ष्मी भट्ट का चयन किया।समूह की परिपक्वता के पश्चात समूह को आरएफ 15 हजार रुपए एवं सीआईएफ 60 हजार रुपए प्रदान किया गया। अधिकारियों ने समूह के द्वारा पंच सूत्र का पालन किए जाने एवं नियमित लेन-देन सही करने पर भारतीय स्टेट बैंक शाखा पिथौरा द्वारा एक लाख 50 हजार रुपए का ऋण प्रदान किया गया। वर्तमान में समूह के सभी सदस्यों द्वारा ट्री गार्ड निर्माण का कार्य किया जाता है।एक ट्री गार्ड निर्माण में 250 रूपए की लागत आ जाती है। जिसको मांग के आधार पर प्रति नग 350 रूपए में विक्रय किया जाता है। समूह द्वारा प्रतिदिन 07 नग ट्री गार्ड निर्माण कर लिया जाता है। इस तरह प्रति सप्ताह 50 नग ट्री गार्ड का निर्माण किया जाता है।जिससे समूह के महिलाआंे को आर्थिक लाभ प्राप्त हो रहा हैं। वर्तमान में ग्राम पंचायत सरकड़ा से 100 नग ट्री गार्ड निर्माण का आॅर्डर दिया गया है। इस तरह इस कार्य से समूह के सभी महिलाएं प्रसन्न है।
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महासमुंद : वर्तमान में कोविड-19 के कारण छोटे-छोटे व्यवसायियों को अंत्योदय स्वरोजगार योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को बैंक के माध्यम से ऋण प्रदाय कर उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए यह योजना चलाई जा रही हैं।
जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि इसके लिए ईच्छुक आवेदकों से किसी भी प्रकार के व्यवसाय जैसें ठेले, खोमचे, फेरी वाले, सड़क किनारे सामान बेचने वाले, रिक्शा चलाकर गुजारा करने वाले, टेलर, छोटे होटल, पान ठेला, मोची दुकान, मोटर सायकल मरम्मत, सायकल मरम्मत आदि विभिन्न छोटे-छोटे व्यवसाय संचालित करने के लिए आवेदन मंगाए गए हैं। आवेदक आवेदन पत्र अपने संबंधित जनपद पंचायतों से या कार्यालय कलेक्टर जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति महासमुंद से प्राप्त कर सकते हैं।
जिसमें अनुसूचित जाति वर्ग के आवेदकों को न्यूनतम ऋण 20 हजार रूपए तक की राशि बैंक के माध्यम से ऋण स्वीकृत कर विभाग द्वारा 10 हजार रूपए राशि प्रतिव्यक्ति अनुदान का लाभ दिया जाता है। इसके लिए आवेदकों को जिले का मूल निवासी होना अनिवार्य हैं।इसके अलावा आवेदक अनुसूचित जाति वर्ग का हो, आवेदक की आयु 18 वर्ष से 50 वर्ष के बीच हो, उनकी वार्षिक आय ग्रामीण क्षेत्रों में 40 हजार 500 रूपए एवं शहरी क्षेत्रों 51 हजार 500 रूपए तक हो, आवेदक का जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र एवं आय प्रमाण पत्र सरपंच, पटवारी द्वारा जारी किया होना चाहिए तभी मान्य होगा। इसके साथ ही आधार कार्ड, राशन कार्ड, मतदाता परिचय पत्र, अंकसूची की छायाप्रति संलग्न करना होगा। - महासमुंद : कार्यालय सहायक संचालक उद्यान के अंतर्गत विकासखण्ड पिथौरा में पदस्थ श्री रणवीर सिंह नरेटी, पद माली बिना कोई पूर्व सूचना के अप्रैल, 2020 के अंतिम सप्ताह से शासकीय कार्य से अनुपस्थित है।उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक ने बताया कि जिनका आज पर्यन्त तक किसी भी विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों से संपर्क नहीं हुआ है और ना ही उनके द्वारा संपर्क किया गया है। इस हेतु श्री नरेटी को उनके मूल निवास पते पर कई पत्र प्रेषित किए जा चुके है। किन्तु उनसे किसी भी प्रकार की प्रत्योत्तर प्राप्त नहीं हुआ है।सहायक संचालक ने कहा है कि श्री नरेटी जहां कही भी हो 07 दिवस के भीतर अपना उपस्थिति शासकीय नवीन उद्यानिकी रोपणी, खुटेरी, विकासखण्ड पिथौरा, जिला-महासमुन्द में देवें। अन्यथा एकपक्षीय अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए संचालनालय को प्रेषित की जाएगीं जिसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।
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महासमुंद : जिले में संचालित किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2015 की धारा 41 के अंतर्गत पंजीकृत बाल देखरेख संस्थाओं में निवासरत देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों को किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2015 की धारा 44 तथा माॅडल गाईड लाईन फॉर फॉस्टर केयर 2016 के प्रावधान अनुसार अस्थाई संरक्षण में दिए जाने के लिए फाॅस्टर केयर में भारतीय दम्पतियों से आवेदन आमंत्रित किए गए है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि फाॅस्टर केयर परिवार का दायित्व होगा कि यह बालक को समुचित भोजन, वस्त्र, आश्रय शिक्षा, उच्च शिक्षा, देखभाल एवं संरक्षण आवश्यकतानुसार सभी प्रकार की चिकित्सा उपचार, आयु एवं रूचि अनुसार व्ययसायिक प्रशिक्षण, बालक की विकास संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति, बालक की शोषण, दुव्र्यवहार, हानि, उपेक्षा से सुरक्षा तथा बालक एवं उसके जैविक परिवार की निजता का सम्मान करें। इसके साथ ही फाॅस्टर केयर मार्गदर्शिका 2016 में उल्लेखित सभी दायित्व एवं शर्तें तथा बाल कल्याण समिति एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा।ऐसे भारतीय दंपति जो देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों को अस्थाई रूप से संरक्षण में लेना चाहते है, वे जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग जिला महासमुन्द के कार्यालय में संपर्क कर निर्धारित प्रपत्र में आवेदन कर सकते है।आवेदन के पश्चात् इस अधिनियम एवं गाईड लाईन के प्रकाश में गृह अध्ययन प्रतिवेदन तथा स्पाॅन्सरशिप एवं फॉस्टर केयर अनुमोदन समिति की अनुशंसा के आधार पर जिले की बाल कल्याण समिति द्वारा देखरेख एवं संरक्षण हेतु बालक, संबंधित दंपति को फाॅस्टर केयर में दिया जा सकेगा। - महासमुंद : न्यायालय उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं जिला महासमुन्द द्वारा जारी स्थगन आदेश 23 सितम्बर 2019 का पालन संचालक मण्डल सहकारी समिति पटेवा के द्वारा नहीं किया जा रहा था। जिसके पश्चात न्यायालय द्वारा जारी विधिपूर्ण आदेश के उल्लंघन के आरोप में समिति पटेवा के संचालक मण्डल को भंग कर प्रशासक की नियुक्ति की गई है।उल्लेखनीय है कि जिले की कई सेवा सहकारी समितियों द्वारा धान खरीदी में असामान्य शार्टेज बताया जा रहा है, पटेवा समिति में भी समिति स्तर पर 1471 क्विंटल धान का शार्टेज दिखाई दे रहा है। जिसकी भरपाई में समिति प्रबंधक तथा संचालक मण्डल उदासीन रहा है।धान शार्टेज के लिये जिम्मेदार समिति पदाधिकारियों-कर्मचारियों से होगी वसूलीजिला सहकारी संस्थाएं के उप पंजीयक श्री जी0एस0 शर्मा ने बताया कि वर्ष 2019-20 में कुछ समितियों द्वारा असामान्य धान शार्टेज बताया जा रहा है।जिसकी जांच के बाद समिति को आर्थिक नुकसान पहंुचाने वाले संचालक मण्डल, कर्मचारियों के विरूद्ध सहकारी सोसायटी अधिनियम के तहत संचालक मण्डल भंग करने की कार्रवाई, सेवा समाप्ति की कार्रवाई तथा समिति को किए गए आर्थिक नुकसान की वसूली की जाएगी।उन्होंने बताया कि ‘‘सहकारी सोसायटी अधिनियम की धारा 58 (ख) में प्रावधान है कि जांच के दौरान या किसी ऐसी व्यक्ति ने जिसे सोसायटी के संगठन या प्रबंध का कार्य सौंपा गया है, या सौंपा गया था, या बोर्ड के कि किसी मृत, भूतपूर्व या वर्तमान सभापति, सचिव, सदस्य, सोसायटी के अधिकारी-कर्मचारी ने सहकारी सोसायटी अधिनियम के या उसके अधीन बनाए गए नियमों के या किसी सोसायटी की उपविधियों के उपबंधों के प्रतिकूल कोई भुगतान किया हैया घोर उपेक्षा या अवचार द्वारा कोई कमी घटित की है या कोई हानि पहुंचाई है तो छत्तीसगढ़ सहकारी सोसायटी अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार दोषी कर्मचारी-पदाधिकारी की चल/अचल सम्पत्ति को बेचकर समिति को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी।
- महासमुंद : जिले को कोविड-19 के सिम्टोमेटिक यानी लक्षण वाले मरीजों का उपचार उपलब्ध करा रहे डेडेकेटेड कोविड अस्पताल को और अपडेट किया जा रहा है। अब तक यहां गहन चिकित्सा इकाई (आई.सी.यू.) में छह एवं हाई डिपेडेन्सी यूनिट में 22 बिस्तर मिलाकर कुल 28 मरीजों को चिकित्सा सेवाएं प्रदाय की जा रही थीं।लेकिन वर्तमान परिप्रेक्ष्य में संक्रमण की तेज गति को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार इसमें इजाफा किया जा रहा है। इस संबंध में सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के. परदल ने बताया कि इसे 25 अतिरिक्त बिस्तरों के साथ सभी में ऑक्सीजन पाइप लाइन और जीवनरक्षक आवश्यक उपलब्धताएं सुनिश्चित की जा रही हैं। आगामी 48 घंटे के भीतर ही यहां पूर्व संचालित 28 सहित नवीनीकृत 25 मिलाकर कुल 53 बिस्तरों में चिकित्सा व्यवस्थाएं करने के प्रबंध किए जा रहे हैं।डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के प्रभारी अधिकारी डाॅ. एन.के. मंडपे से मिली जानकारी के मुताबिक यहां तीन पालियों में अनुभवी चिकित्सकों की देख-रेख में प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ को ड्यूटी पर लगाया गया है। दूसरी पाली के शिफ्ट इंचार्ज डाॅ. कुलवंत आजमानी के मुताबिक आज दोपहर तीन बजे तक कुल 20 भर्ती मरीज उपचाररत रहे।डिस्ट्रिक्ट सर्विलेन्स अधिकारी डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर ने बताया कि जिला प्रशासन और अन्य शासकीय विभागों के संयुक्त सहयोग से जिला चिकित्सालय में आवश्यक बदलाव कर डेडिकेटेड कोविड अस्पताल को कोविड-19 से संक्रमित उन मरीजों को उपचारित करने के लिए बनाया गया है। जिनमें इस महामारी के लक्षण होते हैं।यह कंट्रोल रूम सी.सी.टी.वी. माॅनीटरिंग, डाॅनिंग-डाॅफिंग क्षेत्र, आई.सी.यू. एवं हाई डिपेंडेन्सी भर्ती वार्ड सहित, निगरानी कैमरे, और कपड़े धुलाई आदि की सेवा व्यवस्थाओं से पहले से ही लैस है।उल्लेखनीय है कि हाल ही में राज्य स्तरीय कोविड चिकित्सा विशेषज्ञों ने विषम परिस्थतियों में भी मरीज को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए जिला स्तरीय अमले को अद्यतन प्रशिक्षित किया है और कलेक्टर श्री गोयल ने भी स्वयं निरीक्षण कर सेवा प्रदाता चिकित्सकीय दल को मार्गदर्शन देते रहने का हौसला दिया है।
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अनियमित रक्तचाप और मधुमेह से जूझ रहे 62 वर्षीय तथा किडनी के गंभीर रोग से पीड़ित 23 वर्षीय कोविड धनात्मक युवक की उपचार के दौरान मेकाहारा में मृत्यु
महासमुंद : कोविड-19 के दो धनात्मक प्रकरणों में मृत्यु होने की पुष्टि की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे से मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के रहने वाले 62 वर्षीय मरीज जो कि 08 सितम्बर 2020 से मेकाहारा, रायपुर में उपचाररत् थे।14 सितंबर 2020 की रात लगभग 10ः00 बजे उनकी मृत्यु होने की जानकारी मिली है। उन्हें कोविड-19 की जांच में धनात्मक पाया गया था, किन्तु उन्हें अनियमित रक्तचाप और मधुमेह से पीड़ित थे साथ ही वे लंबे समय से इन बीमारियों के लिए दवाओं का सेवन भी करते थे।मंगलवार 15 सितंबर 2020 को निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विपिन राय एवं स्थानीय स्तर के दण्डाधिकारी की उपस्थिति में उनका अंतिम संस्कार किया गया।इसी तरह सरायपाली विकासखण्ड के 23 वर्षीय युवक को पहले से ही किडनी के बीमारियों से पीड़ित होने की जानकारी मिली है। उनका भी उपचार के दौरान सोमवार को मेकाहारा में मृत्यु हो गई। वे भी कोविड-19 के धनात्मक प्रकरणों में से एक मिले।इस संबंध में समाचार लिखे जाने तक मृतक के परिजनों से संपर्क करने का प्रयास जारी रहा। कोविड-19 की सुरक्षा नियमावली के तहत अंतिम संस्कार प्रक्रिया के लिए नियुक्त डाॅ. अनिमेस राय ने बताया कि उनका अमला सक्रिय हैऔर मृतक के परिजनों से संपर्क साध, शव को निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत उनके निवास क्षेत्र तक लाने के लिए आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। इसके पश्चात् उनका विधिवत अंतिम संस्कार किया जाएगा। - महासमुंद : कोविड-19 संक्रमण की समय रहते जांच कर जल्द से जल्द चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सबसे पहले भरोसेमंद परीक्षण प्रणालियों में से एक है ट्रू-नाॅट टेस्ट की सुविधा, जो संदिग्ध मरीजों को एक से दो घंटे के भीतर ही शत-प्रतिशत शुद्ध परिणाम उपलब्ध करा देती है।कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ. अनिरुद्ध कसार से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में पहले एक ही ट्रू-नाॅट मशीन संचालित थी, किन्तु हाल ही में इन्स्टाल की गई एक और नई मशीन को आज से शुरू कर दिया गया है। ऐसे में परीक्षण जांच में अब कम से कम समय में जांच की सेवाएं प्रदाय की जा सकेंगी।डाॅ. कसार ने बताया कि दोनों मशीनरी को उपयोग में लाने के लिए पहले ही लैब तकनीशियन और संबंधित स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि जिले में ट्रू-नाॅट मशीनरी से आज शाम तक 2800 से अधिक मरीजों के नमूने लेकर परखे जा चुके हैं। जिनमें से 2730 के परिणाम ऋणात्मक और 92 धनात्मक प्रकरण प्राप्त हुए हैं।
- पे सखी कर रही घर-घर जाकर बुजुर्गो की पेंशन एवं अन्य राशि का नकद भुगतानमहासमुंद : महासमुंद जिले के बसना ब्लाक के ग्राम पंचायत बरडीह की 64 वर्षीय बुजुर्ग लक्ष्मी भोई के लिए पे सखी वृंदावती भोई लक्ष्मी बन कर आयी और उन्हें पेंशन की जरूरत की राशि घर पहुंच कर दी। वृद्ध लक्ष्मी भोई विगत लगभग दो वर्षो से गंभीर बीमारी से ग्रस्त है।बताया गया कि वे पिछले छह माह से अपनी चारपायी से नहीं उठ पायी है। खाना-पीना भी वे चारपायी पर ही करती है। उन्हें अपनी ईलाज और दवाई के लिए पेंशन राशि की जरूरत थी। वृद्धापेंशन की जरूरत राशि के लिए बैंक तो जाना दूर था। जब यह बात पे सखी वृंदावती को पता चली तो वे उनके घर पहुंची और उन्हें पेंशन की नकद राशि उपलब्ध करायी है।लक्ष्मी भोई ने इसारे में कहा कि पे सखी वृंदावती लक्ष्मी बनकर आयी और मुझे लक्ष्मी देकर चली गई। अब मैं अपनी जरूरत की दवाई मंगवा सकूंगी। उनका बेटा-बहू मां के खाना-पीना एवं अन्य कार्य की देखभाल करते है ।मालूम हो कि जिलेके खासकर ग्रामीण जहां बैंक नहीं है या दूरी पर् स्थित है।जहां बुजुर्ग या अन्य व्यक्ति अपनी जरूरत की राशि लेने नहीं जा पाते है। उनके लिए जिला पंचायत विभाग द्वारा स्वसहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। पंचायत से जुड़ी बिहान समूह की महिलाएं लोगों को घर बैठे पेंशन राशि जैसी सुविधा दे रही है।हाल ही में जिले की 84 गौठानों में भी सप्ताह में एक दिन वी.एल.ई. सेवा दे रहे है। जहां वे सरकारी योजनाओं के हितग्राहियों की राशियों गौठानों में डिजी पे (वी.एल.ई.) के माध्यम से बैंक खाता धारक अपनी जरूरत की राशि प्राप्त कर रहे है।डिजी पे और ग्राम स्तरीय उद्यमि (वीएलए) गौठानों में गो न्याया योजना, पेंशनधानी बुजुर्ग, मनरेगा, जनधन किसान सम्माननिधि, अनुदान एवं अन्य राशि के भुगतान की बैंक सुविधाए गौठानों में उपलब्ध हो रही है। ताकि लोगों को राशि आहरण हेतु बैकों तक नहीं जाना पडें।
- महासमुंद : महासमुंद जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने ग्राम बैतारी तहसील सरायपाली ज़िला महासमुंद के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम बैतारी तहसील सरायपाली ज़िला महासमुंद को नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं।इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं। उत्तर दिशा में त्रिपाठी का मकान ,दक्षिण दिशा में ,संतोष मकान,पूर्व दिशा में युधिष्ठिर का मकान और पश्चिम दिशा में तालाब व खेत है।कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री कुणाल दूदावत अनुविभागीय दण्डाधिकारी महासमुंद को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार श्री विकास पाटले अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं।इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर.सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डॅा0 आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं।इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती स्निग्धा तिवारी को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा डा अमृत लाल को, घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक वर्षा अग्रवाल को,खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था केलिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री आइ.पी. कश्यप को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी तहसीलदार श्री युवराज सिंह कुर्रे को नियुक्त किया गया हैं।इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अंम्बिलकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं।
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महासमुंद : महासमुंद जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ग्राम चारभाठा बागबाहरा तहसील ज़िला महासमुंद के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम चारभाठा तहसील बागबाहरा ज़िला महासमुंद को नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं।
इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं। उत्तर दिशा में सुनीता बाई का खेत,दक्षिण दिशा में चना बाई का खेत,पूर्व दिशा में भोगसिंग का खेत और पश्चिम दिशा में मानसिंग का खेत है।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री भगत प्रसाद जायसवाल अनुविभागीय दण्डाधिकारी बागबाहरा को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार सुश्री लितेश सिंह अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं।इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर. सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डॅा0 आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं।इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एम आर यदु को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा अधिकारी बागबाहरा डाॅ0 राजकुमार कुरूवंशी को सौंपा गया हैं।घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक सुश्री मंजु थधानी को, खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री के आर कोवाची को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी नायब तहसीलदार श्री बलराम तंबोली को नियुक्त किया गया हैं।इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अंम्बिलकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं। - महासमुंद : कोविड-19 की वैश्विक महामारी के दौर में जिन धनात्मक प्रकरणों में लक्षण नहीं हैं या कम है, उन्हें होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति दी जा रही है। इस संबंध में होम आइसोलेशन के जिला नोडल अधिकारी श्री संदीप ताम्रकार ने होम आइसोलेटेड मरीज एवं उनके परिजनों से अपील की है कि वे निर्धारित शर्तों की नियमावली का पालन करें।
साथ ही उन्होंने दैनिक जानकारी अंकन और संपर्क के लिए होम आइसालेशन के कंट्रोल रूम 82693-79405 या लैंड लाइन नंबर 07723-222100, 222101 में नियमित रूप से काॅल कर अपने स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक सूचनाओं से अवगत कराते रहने का अनुरोध किया है।
श्री ताम्रकार ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे के निर्देशन में जिले में अब तक 283 मरीजों को होम आइसोलेट किया जा चुका है। साथ ही संबंधित क्षेत्रों के चिरायु दल के माध्यम से उन्हें आवश्यक दवाएं और पाॅम्प्लेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
कोविड-19 की निर्देशिका के अनुसार होम आइसोलेशन वाले घरों के सामने निर्धारित प्रारूप में आवश्यक सूचना संदेश चस्पा किया जाना अनिवार्य है। - महासमुंद : सोमवार की सुबह डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में उपचार ले रहे 73 वर्षीय बुजुर्ग की मृत्यु हो गई। वे काफी समय पूर्व से अनियमित रक्तचाप जैसी बीमारियों से पीड़ित भी थे। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे ने बताया कि 11 सितंबर 2020 को बारनवापारा, जिला बलौदाबाजार के रहने वाले 73 वर्षीय मरीज को जिला चिकित्सालय महासमुंद में बने डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया था।अधिक उम्र होने के अतिरिक्त उन्हें लम्बे समय से अनियमित रक्तचाप (हाई-ब्लड प्रेशर) की परेशानी थी, जिसका उपचार भी चल रहा था। डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में उपचार के दौरान अचानक उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। इस पर उन्हें तत्काल आॅक्सीजन दिया गया। लेकिन जीवनरक्षक चिकित्सकीय प्रयासों के बावजूद उन्हें नही बचाया जा सका।सोमवार 14 सितंबर 2020 को सुबह करीब 06ः40 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। डाॅ. वारे ने बताया कि मृतक के शव को निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत संबंधित अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया है। जिला बलौदाबाजार में नियमावली का पालन करते हुए उनका अंतिम संस्कार संबंधित क्षेत्र के दण्डाधिकारी एवं चिकित्सा अधिकारी की उपस्थिति में किया जाएगा।सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर. के. परदल ने स्थानीय आमजन से अपील की है कि जिले में अभी कोविड-19 संक्रमण का बहुत संवेदनशील स्थिति है।इसलिए कोविड-19 की महामारी को हल्के में न लें। विशेष कर बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती माताओं और पहले से ही बीपी, शुगर, कैंसर, टी.बी. जैसे रोगों या किडनी एवं लिवर से संबंधित लंबी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को अपने स्वास्थ्य का अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता है।सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण प्रतीत होने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र जाएं और तत्काल कोविड-19 की निःशुल्क जांच कराएं। जिससे समय रहते उपचार लेने के साथ बीमारी पर नियंत्रण भी शीध्रता से प्राप्त किया जा सकेगा।
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महासमुंद : जिले में कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए जमीनी स्तर पर सर्वे का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार जनसामान्य में कोविड-19 महामारी के प्रति सुरक्षा सावधानी जागरूकता लाने के साथ-साथ समय रहते स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध कराने के लिए मितानिनें शहरी एवं ग्रामीण दोनों ही अंचलों के घरों में जाकर हाल पूछ रही हैं।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे ने आमजन से अपील की है कि जिन्हें भी सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण प्रतीत हो रहे हैं। वे सर्वे करने पहुंची मितानिन और स्वास्थ्य अमले को पूरी जानकारी निःसंकोच उपलब्ध कराएं। जिससे संक्रमण रोकथाम की गति बढ़ेगी साथ ही आपको कम समय में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में आसानी होगी।डिस्ट्रिक्ट सर्विलेन्स अधिकारी डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर के अनुसार जिले में एक कोविड केयर सेंटर (जय हिन्द काॅलेज भवन), एक क्रिटिकल कोविड केयर सेंटर (जीएनएम नर्सिंग सेन्टर भवन) सहित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल (जिला चिकित्सालय भवन) संचालित है। इसके अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य ने होम आइसोलेशन की सेवाएं भी शुरू कर दी गई हैं।आमजन को चाहिए कि वे इसका लाभ अवश्य लें। कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ. अनिरुद्ध कसार ने बताया कि जिला मुख्यालय ही नहीं अपितु विकासखण्ड स्तरों पर भी कोविड-19 की त्वरित निःशुल्क जांच की सेवाएं प्रदाय की जा रही हैं। जिसमें कोई तकलीफ नहीं होती और महज 15 मिनट के भीतर ही यह पता लगा लिया जाता है कि कोविड- 19 का संक्रमण है या नहीं। - महासमुंद : जिला मुख्यालय महासमुंद से 35 किलोमीटर दूर और महानदी तट के किनारे बसा ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्ता के कारण प्रसिद्ध ग्राम सिरपुर में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘‘बिहान’’ के अंतर्गत जय संतोषी माँ महिला स्व-सहायता समूह की महिला श्रीमती माया वर्मा बताती है कि समूह में जुड़ने से पहले उन्हें ब्यूटी पार्लर का कार्य आते हुए भी वे ब्यूटी पार्लर खोल नही पा रही थी। क्योंकि उनके पति के कमाई के सारे पैसे घर चलाने में खर्च हो जाते थे।उन्होंने बताया कि समूह में जुड़ने के बाद सन् 2019-20 में समूह से एक लाख का लोन लिया, जिसमें से 80 हजार रूपए से समूह की महिलाओं द्वारा तरबूज की खेती किया गया तथा शेष 20 हजार रूपए लेकर ब्यूटी पार्लर की सामाग्री खरीदकर घर पर ही पार्लर की शुरुआत की। शुरूआती दौर में वे थ्रेडिंग बनाने का काम करती थी। धीरे-धीरे उन्होंने पार्लर से संबंधित सभी कार्य प्रारम्भ की इस कारण गांव की अधिकांश महिला आने लगी। जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि होने लगी। वे बताती है कि खासकर त्यौहार के समय पार्लर से उनकी काफी अच्छी कमाई हो जाती है। ब्यूटी पार्लर से आय होनेे के बाद 31 अगस्त 2020 को 15 हजार रूपए का फोटोकापी मशीन लेकर दुकान प्रारम्भ की। जिससे वे प्रतिदिन फोटोकापी से 100 रूपए तक की कमाई कर लेती है। पढ़ी-लिखी होने के कारण उन्हें बिहान अंतर्गत एफ.एल.सी.आर.पी. का कार्य करने के लिए चुना गया। जिसका कार्य भी वे अच्छे तरीके से कर रही है। वे बताती है कि बाकि समूह का बैंक लोन प्रकरण तैयार करने के साथ-साथ समूह की महिलाओं को भी आजीविका गतिविधि करने के लिए तैयार कर रही हैं।
- महासमुंद : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने वार्ड नम्बर 27, गुड़रूपारा नगर पालिका परिषद महासमुंद को कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया है। कलेक्टर के हस्ताक्षर से आज जारी आदेश में कहा गया है कि 31 अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19) पाॅजिटिव पाये जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु वार्ड नम्बर 27, गुड़रूपारा को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था। इन्हें अब कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया गया है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा 13 सितम्बर 2020 को प्रतिवेदित किया गया कि छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के द्वारा कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु कंटेनमेंट संबंधी दिशा-निर्देश के तहत वार्ड नम्बर 27, गुड़रूपारा कंटेनमेंट जोन क्षेत्र में 14 दिनों की अवधि पूर्ण हो चुकी है एवं उपरोक्त कंटेनमेंट जोन में विगत 14 दिनों से कोई भी धनात्मक मरीजों की पुष्टि नहीं हुई है। साथ ही धनात्मक मरीजों के सम्पर्क में आने वाले 01 व्यक्ति का सैम्पल जांच नकारात्मक (निगेटिव) प्राप्त हुआ है एवं सक्रिय सर्विलेंस सर्वे प्रपत्र के अनुसार किसी भी प्रकार के कोविड-19 से संबंधित धनात्मक प्रकरण प्राप्त नहीं हुआ। इस कारण कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने नम्बर 27, गुड़रूपारा को कंटेनमेंट जोन से मुक्त किया गया है।
- महासमुंद : जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने नगर पालिका परिषद् महासमुंद वार्ड नम्बर 02 ईमलीभांठा के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए वार्ड नम्बर 02 ईमलीभांठा के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं। उत्तर दिशा में डाॅ. ममता का मकान, दक्षिण में गली एवं अनुसूचित जाति बालक छात्रावास, पूर्व दिशा में शिवालय किराना दुकान और पश्चिम दिशा में राकेश यादव का मकान शामिल है।कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी अनुविभागीय दण्डाधिकारी महासमुंद को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार श्री नारद कुमार सूर्यवंशी अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर.सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डॅा0 आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं। इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुदर्शन बगर्ती को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा अधिकारी तुमगाँव डाॅ0 विपिन कुमार राय को सौंपा गया हैं। घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक कुमारी स्वरूपा भोई को, खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था केलिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्रीमती एस. चन्द्रसेन को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी तहसीलदार श्री मूलचंद चोपड़ा को नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अम्बिलकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं।
- महासमुंद : कोविड-19 के दौर में जिला स्वास्थ्य हर संभव सेवा प्रदाय करने में तत्पर है। इस बीच ग्राम बस्ती सरायपाली के हालिया प्रकरण में कोविड 19 की जांच परिणाम को लेकर उजागर की गई आंशिक विलंब की स्थिति पर जांचकर्ता चिरायु दल ने जिला स्वास्थ्य की ओर स्पष्टीकरण दिया है।
इस तारतम्य मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी वारे ने बताया कि संबंधित प्रकरण में 21 वर्षीय किशोरी को सर्दी, खांसी, बुखार संबंधी शिकायत के चलते कोविड-19 की जांच कराने की सलाह दी गई थी।
प्रकरण में पूर्ण पुष्टि के लिए क्रमशः दो बार जांच की गई है। जिसमें पहली जांच में भूलवश ऋणात्मक अंकन हो जाने के दौरान ही संबंधितों द्वारा उनके मोबाइल फोन से पर्ची की फोटो खींचे जाने के साथ बार-बार पुनः जांच किए जाने के लिए आग्रह किए जाने पर, सुरक्षा-सावधानी के मद्देनजर किशोरी के नमूनों की तत्काल दोबारा जांच की गई और जांच में कोविड-19 धनात्मक आने पर उसे आगामी प्रक्रिया के संबंध में अवगत कराते हुए होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई। जिसे किशोरी द्वारा अस्वीकार किए जाने पर उसे जिला मुख्यालय स्थित कोविड केयर सेन्टर (जीएनएम) में भर्ती कर उपचारित किया जा रहा है।