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कोरोना की वजह से स्कूलों में लगा है ताला, इसलिए हमनें हर घर मे, बना लिया प्रयोगशाला
महासमुंद : महासमुन्द जिले के सरायपाली विकासखण्ड की मा.स.गो.शास.उच्च प्राथमिक शाला सरायपाली की शिक्षिका संगीता पंडा ने लॉकडाउन में बच्चों के घर को ही प्रयोगशाला में बदल दिया है। विज्ञान एक ऐसा विषय है जो प्रयोग व गतिविधियों के माध्यम से ना पढ़ाया जाये तो अवधारणा स्पष्ट नहीं हो पाती। इस कोरोना संकट काल में बच्चे अपने घर में सुरक्षित रहकर विज्ञान के विभिन्न सिद्धांतों को रूचि पूर्वक सीखें व उनकी विषयवस्तु से संबंधित अवधारणा भी स्पष्ट हो, इसके लिए शिक्षिका संगीता पंडा विज्ञान के सिद्धांतों से संबंधित आसान प्रयोगों को ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से करके बताती हैं तथा व्हाट्सएप ग्रुप द्वारा भी आवश्यक निर्देश देती हैं।
बच्चे अपने घर पर ही बड़ी आसानी से इन प्रयोगों के माध्यम से सीखतें हैं व उससे सम्बन्धित फोटोज व वीडियो शिक्षिका के पास भेजते हैं और मजेदार बात यह है कि इन प्रयोगों को घर पर ही उपलब्ध सामग्री द्वारा बड़ी आसानी से किया जा सकता है, जैसे कि वाष्पन और संघनन की क्रिया, हल्दी एक प्राकृतिक सूचक, पदार्थों के पृथक्करण की विधियां, वायु में ऊष्मा का संवहन द्वारा स्थानांतरण, जल में ऊष्मा का संवहन, ऊष्मा का चालन, पदार्थो के भौतिक गुण, पौधों के अंग व उनके कार्य, उत्क्रमणीय और अनुउत्क्रमणीय अभिक्रियाएं, पदार्थों की जल में विलेयता आदि। इस प्रकार ऑनलाइन माध्यम से पढ़ने के साथ- साथ बच्चे प्रयोगों के माध्यम से भी सीख रहे और वह भी घर से ही। -
23 की मध्य रात्रि से 30 की मध्य रात्रि तक लागू रहेगा आदेश
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने जारी की आदेश
महासमुन्द : महासमुन्द जिले में आज दिनांक तक 2109 से अधिक कोरोना वायरस (कोविड-19) पॉजिटिव मरीजों की पहचान हो चुकी है तथा प्रतिदिन औसतन लगभग 60 से अधिक पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम हेतु लगातार प्रयासों के बावजूद कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।ऐसी स्थिति में कोरोना वायरस की रोकथाम एवं चेन को तोड़ने हेतु जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा दिनांक 18 सितम्बर 2020 में संपूर्ण महासमुंद जिले को लॉकडाउन घोषित करते हुए धारा 144 भी लागू करने हेतु प्रतिवेदित किया गया है तथा चैम्बर आॅॅफ कामर्स महासमुन्द, जिला चैम्बर आॅफ कामर्स, विभिन्न व्यापारिक संगठनों, नगरीय निकाय, जिला एवं जनपद पंचायतों के प्रतिनिधियों द्वारा भी जिला/स्थानीय प्रशासन को महासमुन्द जिले में सम्पूर्ण लाॅक डाउन करने के वास्ते अनेक लिखित आवेदन प्रस्तुत किए गए हैं। यह स्पष्ट है कि बढ़ते कोविड-19 प्रकरणों की रेाकथाम एवं चेन को तोड़ने के लिए सम्पूर्ण महासमुन्द जिला क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाना आवश्यक हो गया है।
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 144, आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 30, 34 सहपठित एपिडेमिक डिसीजेज एक्ट, 1897 (यथासंशोधित 2020) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 1973 की धारा 144 सम्पूर्ण जिले में 23 सितम्बर 2020 की मध्य रात्रि 11ः59 मिनट से 30 सितम्बर 2020 की मध्य रात्रि 11ः59 बजे तक तथा महासमुंद जिला अन्तर्गत सम्पूर्ण क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है।
उपरोक्त दर्शित अवधि में महासमुंद जिले की सभी सीमाएं पूर्णतः सील रहेगी। इस अवधि में केवल मेडिकल दुकानों को अपने निर्धारित समय में खोलने की अनुमति होगी। मरीज एवं मेडिकल दुकान संचालक दवाओं की होम डिलीवरी व्यवस्था को प्राथमिकता दिया जाएगा। सभी अस्पताल (शासकीय, निजी) पूर्व संचालित रहेंगे। पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा केवल शासकीय वाहनों व शासकीय कार्य में प्रयुक्त वाहन, अस्पताल/मेडिकल इमरजेन्सी से संबंधित निजी वाहन, एम्बुलेंस तथा एल.पी.जी. परिवहन कार्य में प्रयुक्त वाहनों, विधिमान्य ई-पास धारी, एडमिट कार्ड, काॅल लेटर दिखाने वाले परीक्षार्थी, उनके अभिभावक, परिचय पत्र दिखाने पर मीडिया कर्मी, प्रेस वाहन, न्यूज पेपर हाॅकर, दुग्ध वाहन तथा छत्तीसगढ़ में नहीं रूकते हुए अन्य राज्य से सीधे अन्य राज्य जाने वाले वाहन को पी.ओ.एल. प्रदान किया जाएगा। (ऐसे वाहनों में बैठे प्रत्येक व्यक्तियों द्वारा माॅस्क पहनने की स्थिति में ही पी.ओ.एल. प्रदान किया जाएगा) अन्य सभी वाहनों हेतु पी.ओ.एल. प्रदान करना पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
न्यूज पेपर हॉकर प्रातः 6.00 बजे से प्रातः 8.00 बजे तक इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। दुग्ध डेयरी, दुग्ध दुकान व दुग्ध वितरण की की समयावधि सुबह 06ः00 बजे से सुबह 08ः00 बजे तक एवं शाम 05ः00 बजे से शाम 6.30 बजे तक ही होगी। साथ ही यह स्पष्ट किया गया है कि दुग्ध व्यवसाय हेतु कोई भी दुकान या पार्लर नही खोले जायेंगे। उक्तावधि के दौरान केवल घर-घर जाकर दुग्ध वितरण की अनुमति होगी। पैट शॉप एक्वेरियम को केवल वहाॅ निवासरत पशुओं को पशुचारा देने हेतु सुबह 06ः00 बजे से सुबह 08ः00 बजे तक एवं शाम 05ः00 बजे से शाम 06ः00 बजे तक दुकान खोलने की अनुमति होगी।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि बिजली, पेयजल आपूर्ति एवं नगर पालिका सेवाएं, टेलीकोम, इंटरनेट, कूरियर, ई-काॅमर्स एवं पोस्टल सेवाएँ निर्बाध रूप से संचालित रहेंगी। इनमें कार्यरत व्यक्तियों को अपना परिचय पत्र दिखानें पर (केवल इन कार्याें के लिए) छूट मिलेगी। इस दौरान जिले के समस्त शैक्षणिक संस्थान, कोचिंग संस्थान, ट्यूशन क्लासेस बंद रहेगी। केवल स्कूल, काॅलेज में एडमिशन, परीक्षा केन्द्र संचालित रहंेगी, जिस वास्ते फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं माॅस्क संबंधी निर्देशों का पालन करना आवश्यक होगा। आॅनलाईन क्लास की अनुमति रहेगी।
जारी आदेश में कहा गया है कि रेल्वे संचालन व रख-रखाव से जुड़े कार्यालय, लोकेशन, वर्कशाॅप, रेक पाॅईंट पर लोडिंग, अनलोडिंग का कार्य फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं माॅस्क संबंधी निर्देशों का पालन करतें हुए संचालित करने की अनुमति रहेगी। खाद्य, दवा, एवं चिकित्सा उपकरण सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की ई-काॅमर्स आपूर्ति, होम-डिलिवरी निर्बाध रूप से संचालित रहेगी। एल.पी.जी. गैस सिलेन्डर की एजेसिंयाँ केवल टेलीफोनिक या ऑनलाइन ऑर्डर लेंगे तथा ग्राहकों को सिलेन्डरों की घर पहुँच सेवा उपलब्ध करायेगें। औद्योगिक संस्थानों एवं निर्माण इकाईयों को अपने कैम्पस के भीतर मजदूरों को रखकर व अन्य आवश्यक व्यवस्था करते हुये सोशल डिस्टेसिंग एवं महासमारी नियंत्रण संबंधी समस्त निर्देशों के अधीन, संचालन व निर्माण कार्याें की अनुमति होगी।
जिले के पांचों धान संग्र्रहण केन्द्र (मार्कफेड केे अधीन), सार्वजनिक वितरण प्रणाली के भण्डारण केन्द्र (नागरिक आपूर्ति निगम के अधीन) तथा भारतीय खाद्य निगम के अधीन कार्यालय, कार्यस्थल, गोदाम, संबंध राईस मिल, रेल-रेक प्वाईंट को, शासकीय धान, अनाज के निपटारे, समाधान, परिवहन के लिए, फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं माॅस्क संबंधी निर्देशों का पालन कराते हुए कार्य करने की छूट होगी। उक्त अवधि के दौरान सम्पूर्ण राजस्व जिला महासमुन्द अंतर्गत संचालित समस्त शराब दुकानें बंद रहंेगी। सभी धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थल आम जनता के लिए पूर्णतः बंद रहेंगे। सभी प्रकार की सभा, जुलूस, आयोजन, पंडाल आदि प्रतिबंधित रहेंगे।
जारी आदेश में कहा गया है कि होम आईसोलेशन मे रह रहे कोविड पाॅजिटीव मरीजों को भोजन की समस्या उत्पन्न होने पर कोविड केयर सेंटर आवश्यकतानुसार भेजा जाएगा। आपात स्थिति में होम आईसोलेशन कंट्रोल रूम में निम्न नंबरों पर आवश्यकतानुसार सम्पर्क किया जा सकता हैं 07723- 222100, 07723- 222101 और 82693-79405। कोविड संक्रमण के रोकथाम हेतु समस्त कार्य जैसे काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग, एक्टिव सर्विलांस, होम आईसोलेशन, दवाई वितरण आदि पूर्वानुसार चलते रहेंगे। अपरिहार्य परिस्थितियों में महासमुन्द जिले से अन्यत्र जाने वाले यात्रियों को आॅनलाईन ई-पास लिया जाना आवश्यक होगा। मीडिया कर्मियों यथासम्भव वर्क-फ्राॅम-होम द्वारा कार्य संपादित करेंगे। अत्यावश्यक स्थिति में ही बाहर निकलने पर अपना आई कार्ड साथ रखेंगे। उपरोक्त अवधि में महासमुन्द जिलांतर्गत सभी केन्द्रीय, शासकीय, सार्वजनिक, अर्द्धशासकीय एवं निजी कार्यालय बंद रहेंगे।
यह आदेश कलेक्टर कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय एवं उनके अधीनस्थ समस्त कार्यालय, अनुविभागीय दण्डाधिकारी कार्यालय, तहसील कार्यालय, थाना एवं चैकी पर लागू नहीं होगा। इसके अतिरिक्त कानून व्यवस्था एवं स्वास्थ्य सेवा से जुड़े पदाधिकारी एवं कर्मी बिजली आपूर्ति एवं नगर पालिका सेवाएं जिसमें सफाई, सिरवेज एवं कचरे के डिस्पोजल इत्यादि भी शामिल है तथा अग्निशमन सेवा में लगे कर्मियों को छूट रहेगी। -
महासमुंद : महासमुंद जिले में अब तक 1248.1 मि.मी. औसत बारिश दर्ज की गई है। भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में आज 22 सितम्बर 2020 को 36.3 मिमी की औसत वर्षा दर्ज की गई।
जिले के तहसीलवार वर्षा में सबसे अधिक आज सरायपाली तहसील में 72.2 मि.मी, महासमुंद तहसील में 40 मि.मी., पिथौरा तहसील में 28.9 मि.मी, बसना तहसील में 23 मि.मी एवं बागबाहरा तहसील में सबसे कम 17.2 मि.मी ं बारिश दर्ज की गई है।
- दो अधिकारियों पर कार्रवाई की मिशन संचालक को अनुशंसा की गईसेवा समाप्ति से रिक्त हुए पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जल्द की जायेंगी
महासमुंद : महासमुंद जिले में नोटिस की अनदेखी कर काम पर नहीं लौटने वाले नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के तीन अधिकारियों को बर्खाश्त कर दिया गया है। साथ ही दो अधिकारियोें श्री रामगोपाल खुुंटे, पी.एस.डब्ल्यू, कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महासमंुद और श्री भैयालाल मिश्रा, ग्रामीण चिकित्सा सहायक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खल्लारी द्वारा इस हड़ताल में शामिल होकर, कार्य से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहे। मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ को आवश्यक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।
हालांकि कुछ कर्मचारियों ने इससे पहले डयूटी ज्वाइन कर ली । जिन तीन कर्मचारियांे की सेवा समाप्ति की गई है। सेवा समाप्त किए गए कर्मचारियों में समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा के कार्यक्रम प्रबंधक श्री जयकातं विश्वकर्मा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागबाहरा के लेखा प्रबंधक श्री अशीष वर्मा और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र झलप के पी.ए.डी.ए. श्री गौरीशंकर साहू शामिल है।इन तीनों की सेवा समाप्ति छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ‘‘मानव संसाधन नीती वर्ष 2018 की कंडिका 29.10 के तहत कदाचार माना जाकर उसी नीति की कंडिका तहत उनकी संविदा नियुक्ति तत्काल प्रभाव से समाप्त की गई है। मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि सेवा समाप्ति से रिक्त हुए पदों पर भर्ती की प्रक्रिया की जायेंगी । मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने सेवा समाप्ति के आदेश जारी कर दिये है।
इसी प्रकार दो एनएचएम के अधिकारियों श्री रामगोपाल खुुंटे, पी.एस.डब्ल्यू, कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महासमंुद और श्री भैयालाल मिश्रा, ग्रामीण चिकित्सा सहायक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खल्लारी पर आवश्यक करवाईं की अनुशंसा मिशन संचालक छत्तीसगढ़ को की गई है ।इनके द्वारा हड़ताल में शामिल होकर, कार्य से अनाधिककृत रूप से अनुपस्थित रहे। वर्तमान में जिले में कोविड-19 संक्रमण की स्थिति गंभीर बनी हुई है।, जिसके रोकथाम व प्रभावित जनमान से उपचार में सभी शासकीय कर्मचारियों का योेगदान न केवल शासकीय कर्तव्य है बल्कि अनिवार्य नैतिकता भी है।
इसके बाजजूद श्री भैयालाल मिश्रा और श्री रामगोपाल खुंटे का अपनी सेवा से दिनांक 19.9.2020 से अनुपस्थित रहना स्वास्थ्य सुविधा को प्रदान करने में बांध उत्पन्न करने स्वरूप कदम है।शनिवार 19 सितम्बर को ही कार्य से अनुपस्थित रहने वाले सभी हड़ताली कर्मचारियों को जिला मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.पी. वारे ने सभी एनएचएम स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारियांे को नेाटिस जारी किया था । नोटिस में अनुपस्थित कर्मचारियों से कहा गया है कि वे यदि 24 घंटे के भीतर अपने कर्तव्य पर उपस्थित होकर सामान्य रूप से कार्य निष्पादित नहीं करते है तो अधिकारी-कर्मचारियांे के विरूद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी । - महासमुंद जिला अंतर्गत सम्पूर्ण क्षेत्र कंटेनमेंट जोन घोषितं
महासमुंद : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 144, आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 30, 34 सहपठित एपिडेमिक डिसीजेज एक्ट, 1897 यथासंशोधित 2020 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 1973 की धारा 144 सम्पूर्ण जिले में 23 सितम्बर 2020 सायंकाल 07ः00 बजे से 30 सितम्बर 2020 की मध्य रात्रि 11.59 बजे तक तथा महासमुंद जिला अन्तर्गत सम्पूर्ण क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है।
महासमुंद जिले में आज दिनांक तक 1620 से अधिक कोरोना वायरस (कोविड-19) पॉजिटिव मरीजों की पहचान हो चुकी है तथा प्रतिदिन औसतन लगभग 60 से अधिक पॉजिटीव मरीज मिल रहे हैं। कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम हेतु लगातार प्रयासों के बावजूद कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
ऐसी दशा में कोरोना वायरस की रोकथाम एवं चेन को तोड़ने हेतु सम्पूर्ण महासमुंद जिले को लॉकडाउन घोषित करने के वास्ते समाज के विभिन्न संगठनों, संस्थाओं से जिला प्रशासन को बीते कुछ दिनों में कुछ लिखित आवेदन प्राप्त हुए है। सम्पूर्ण महासमुंद जिला क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाना आवश्यक हो गया है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी कल प्रसारित की जाएगी। -
महासमुंद 21 सितम्बर 2020/- महासमुंद जिले में नोटिस की अनदेखी कर काम पर नहीं लौटने वाले नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के तीन अधिकारियों को बर्खाश्त कर दिया गया है। साथ ही दो अधिकारियोें श्री रामगोपाल खुुंटे, पी.एस.डब्ल्यू, कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महासमंुद और श्री भैयालाल मिश्रा, ग्रामीण चिकित्सा सहायक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खल्लारी द्वारा इस हड़ताल में शामिल होकर, कार्य से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहे। मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ को आवश्यक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। हालांकि कुछ कर्मचारियों ने इससे पहले डयूटी ज्वाइन कर ली । जिन तीन कर्मचारियांे की सेवा समाप्ति की गई है। सेवा समाप्त किए गए कर्मचारियों में समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा के कार्यक्रम प्रबंधक श्री जयकातं विश्वकर्मा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागबाहरा के लेखा प्रबंधक श्री अशीष वर्मा और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र झलप के पी.ए.डी.ए. श्री गौरीशंकर साहू शामिल है। इन तीनों की सेवा समाप्ति छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ‘‘मानव संसाधन नीती वर्ष 2018 की कंडिका 29.10 के तहत कदाचार माना जाकर उसी नीति की कंडिका तहत उनकी संविदा नियुक्ति तत्काल प्रभाव से समाप्त की गई है। मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि सेवा समाप्ति से रिक्त हुए पदों पर भर्ती की प्रक्रिया की जायेंगी । मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने सेवा समाप्ति के आदेश जारी कर दिये है।
इसी प्रकार दो एनएचएम के अधिकारियों श्री रामगोपाल खुुंटे, पी.एस.डब्ल्यू, कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महासमंुद और श्री भैयालाल मिश्रा, ग्रामीण चिकित्सा सहायक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खल्लारी पर आवश्यक करवाईं की अनुशंसा मिशन संचालक छत्तीसगढ़ को की गई है । इनके द्वारा हड़ताल में शामिल होकर, कार्य से अनाधिककृत रूप से अनुपस्थित रहे। वर्तमान में जिले में कोविड-19 संक्रमण की स्थिति गंभीर बनी हुई है।, जिसके रोकथाम व प्रभावित जनमान से उपचार में सभी शासकीय कर्मचारियों का योेगदान न केवल शासकीय कर्तव्य है बल्कि अनिवार्य नैतिकता भी है। इसके बाजजूद श्री भैयालाल मिश्रा और श्री रामगोपाल खुंटे का अपनी सेवा से दिनांक 19.9.2020 से अनुपस्थित रहना स्वास्थ्य सुविधा को प्रदान करने में बांध उत्पन्न करने स्वरूप कदम है।शनिवार 19 सितम्बर को ही कार्य से अनुपस्थित रहने वाले सभी हड़ताली कर्मचारियों को जिला मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.पी. वारे ने सभी एनएचएम स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारियांे को नेाटिस जारी किया था । नोटिस में अनुपस्थित कर्मचारियों से कहा गया है कि वे यदि 24 घंटे के भीतर अपने कर्तव्य पर उपस्थित होकर सामान्य रूप से कार्य निष्पादित नहीं करते है तो अधिकारी-कर्मचारियांे के विरूद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी । - महासमुंद : महासमुंद जिले में अब तक 1211.8 मि.मी. औसत बारिश दर्ज की गई है। भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में आज 21 सितम्बर 2020 को 11.5 मिमी की औसत वर्षा दर्ज की गई। जिले के तहसीलवार वर्षा में आज सरायपाली तहसील में सबसे अधिक 25.4 मि.मी, बसना तहसील में 12 मि.मी, महासमुंद तहसील में 8.1 मि.मी., बागबाहरा तहसील में 7.3 मि.मी एवं पिथौरा तहसील में सबसे कम 4.5 मि.मी. बारिश दर्ज की गई है।
- महासमुंद : जिले के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए जिले एवं जिले के बाहर के नियोक्ताओं से संपर्क कर रिक्तियों की जानकारी प्राप्त की जा रही है। जिला कौशल विकास प्राधिकरण के सहायक संचालक ने बताया कि नियोक्ताओं के माध्यम से रिक्तियों की जानकारी प्राप्त हुई है। जिसमें जिले के युवा आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि सुजुकी मोटर्स गुजरात में कौशल विकास कार्यक्रम के निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण के लिए 10 हजार 600 रूपए राशि छात्रवृत्ति के साथ 02 साल (02 महीने क्लास रूम ट्रेनिंग एवं 22 महीने नौकरी पर प्रशिक्षण), मेडिकल इंश्योरंेस सुविधा, रहने एवं खाने की सुविधा, सायकल सुविधा उपलब्ध रहेगी। जिसमें केवल पुरूष उम्मीदवारों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिनकी न्यूनतम आयु सीमा 18 से 20 वर्ष, न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ 10वीं कक्षा उत्तीर्ण युवाओं को प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। इसी प्रकार एसबीआई लाइफ महासमुंद के लिए बीमा सलाहकार के पद हेतु 12वीं उत्तीर्ण महिला एवं पुरूष युवाओं, जिनकी न्यनूतम आयु 18 वर्ष है, उनकी आवश्यकता है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए जिला कौशल विकास प्राधिकरण जिला पंचायत महासमुंद के दूरभाष क्रमांक 99939-09217 पर संपर्क कर सकते हैं।
- महासमुंद: प्रदेश सहित जिले मे खरीफ वर्ष- 2020 में पर्याप्त वर्षा हुई है और अर्ली वेराईटी के धान की फसल पकने की स्थिति में है। आगामी 20 दिवस पश्चात् किसान खेतों से पानी निकासी कर पकी फसल की कटाई करेंगे, जो किसान भाई धान की फसल काटकर रबी फसल लेते हैं वे पैरा खेत में जला देते हैं। जिससे मिट्टी में उपलब्ध नमी तो नष्ट होती ही है। इसके साथ-साथ मिट्टी में फसल उत्पादन में सहायक जीवाणु भी नष्ट होने से रबी में उगाई जाने वाली फसलों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एस.आर. डोंगरे ने बताया कि फसल अवशेष जलाना माननीय राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण नई दिल्ली द्वारा अपराध माना गया है और दण्ड का प्रावधान किया गया है। दो एकड़ से कम में एक बार फसल जलाने पर दो हजार 500 रुपए और 2 से 5 एकड़ में एक समय में फसल अवशेष जलाने पर पाॅच हजार रूपए एवं 5 एकड़ से अधिक में एक समय में फसल अवशेष जलाने पर 15 हजार रूपए के जुर्माना का प्रावधान है। उन्होंने किसान भाईयों को सलाह दी है कि वे फसलों के अवशेष को जुताई (रोटावेटर) चलाकर पानी एवं डिकम्पोजर या ट्राईकोडर्मा डालकर खाद में परिवर्तित कर सकते है एवं उपलब्ध नमी का उपयोग उतेरा फसल लेकर अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते है। किसान भाई रबी फसल में सरसों, अलसी एवं तिवड़ा की फसलें विशेष तौर पर ले सकते है। किसानांे को अनुदान पर बीज उपलब्ध कराया जाएगा। उतेरा फसल लेने के इच्छुक किसान बीज के लिए अपनी मांग ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के माध्यम से वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी को प्रस्तुत कर सकते है।
- आईएचएम रायपुर में फूड प्रोडक्शन और डिप्लोमा में प्रवेश शुरू एक अक्टूबर तक किया जा सकता है आवेदन
महासमुंद : होटल मैनेजमेंट दुनिया के सबसे बड़े रोजगारों में से एक है। कोर्स खत्म करने के बाद इसमें नौकरी पाने के बहुत अवसर हैं , मैनेजर और कार्यकारी के रूप में। इसमें डेस्क, सर्विस, रसोई, कैटरिंग, बार और हास्पिटेलिटी की व्यवस्था शामिल है। बाबर्ची ,खानपान में लोकप्रिय विशेषज्ञों में से एक है। इस कोर्स की समाप्ति के बाद विद्यार्थी होटल उद्योगों, क्रूजर शिप आदि में नियुक्त किए जाते हैं और वे अपना व्यापार भी शुरू कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य के युवा जो होटल प्रबंधन के विभिन्न विषयों पर डिग्री या डिप्लोमा करना चाहते है उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य से बाहर जाने की ज़रूरत नही है । क्योंकि अब छत्तीसगढ़ राज्य के नवा रायपुर स्थित स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, केटरिंग टेक्नोलॉजी एंड एप्लाइड न्यूट्रीशन (एसआईएचएम) में प्रवेश शुरू हो गया है। कोई भी छात्र फूड प्रोडक्शन और डिप्लोमा कोर्स में एक अक्टूबर तक एडमिशन ले सकता है।छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर स्थित स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, केटरिंग टेक्नोलॉजी एंड एप्लाइड न्यूट्रीशन (एसआईएचएम) में प्रवेश शुरू हो गया है। कोई भी छात्र फूड प्रोडक्शन और डिप्लोमा कोर्स में एक अक्टूबर तक एडमिशन ले सकता है। डेढ़ साल के डिप्लोमा कोर्स के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 12वीं पास होना है।
संस्थान की ओर से बताया गया कि शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए डिप्लोमा इन फूड प्रोडक्शन, डिप्लोमा इन फूड एंड बेवरेज सर्विस और डिप्लोमा इन हाऊस कीपिंग ऑपरेशन पाठ्यक्रम में प्रवेश दिया जा रहा है। तीनों डिप्लोमा कोर्स के लिए 40-40 सीट निर्धारित है। जो अभ्यर्थी प्रवेश लेना चाहते हैं, वे तेलीबांधा स्थित होटल जोहार छत्तीसगढ़ से आवेदन ले सकते है।
ऑनलाइन और पोस्ट से भी कर सकते हैं आवेदन
अभ्यर्थी एडमिशन के लिए रजिस्टर्ड डाक और ई-मेल ([email protected]) पर भी आवेदन कर सकते हैं। डिप्लोमा कोर्स के लिए शैक्षणिक योग्यता, आयु, आवेदन पत्र और अन्य जानकारी www.ihmraipur.com और www.chhattisgarhtourism.in से प्राप्त की जा सकती है। सामान्य व ओबीसी अभ्यर्थियों के लिए 25 साल और एससी/एसटी के लिए अधिकतम आयु 28 साल निर्धारित है।
होटल इंड्रस्टी में प्रवेश के रास्ता 12 वीं के बाद ही खुल जाते हैं। किसी भी विषय में 12 वी पास स्टूडेंटस इस कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। लेकिन यदि आप ग्रेजुएशन के बाद इसमें करियर बनने की इच्छा रखते हैं तो एमएससी इन होटल मैनेजमेंट और पीजी डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट की डिग्री हासिल कर सकते है। लेकिन इसके लिए आपको एट्रेंस टेस्ट से गुजरना पड़ता है। क्योंकि ज्यादातर संस्थान अॉल इंडिया एडमिशन टेस्ट और इंटरव्यू द्वारा स्टूडेंटस का चुनाव करते हैं।
होटल मैनेजमेंट कोर्स समय अवधिहोटल मैनेजमेंट में दो तरह के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।12 वीं के बाद बीए इन होटल मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट, बैचलर डिग्री इन होटल मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन होटल एंड कैटरिंग मैनेजमेंट, बैचलर डिग्री इन हास्पिटैलिटी साइंस, बीएससी इन होटल मैनेजमेंट एंड केटरिंग साइंस। इन कोर्सेज की अवधि 6 महीने से लेकर 3 साल तक हैं। कई कोर्स की अवधि कॉलेजों और डिग्री के अनुसार होती है। अगर छात्र स्नातक डिग्रीमें प्रवेश लेना चाहता है तो कोर्स की अवधि तीन वर्ष की होगी। सार्टिफिकेशन और डिप्लोमा कोर्स के लिए अवधि 6 से 18 महीने तक की होगी। - सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुमगाँव को कोविड-19 से पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं की प्रसूति के लिए किया गया चिन्हांकित
महासमुंद : कोरोना काल के दौरान अगर किसी गर्भवती महिला को कोविड 19 संक्रमण के लक्षण हो, ट्रेवल हिस्ट्री के आधार पर लक्षण दिखते हों या कोविड पॉजिटिव के साथ कॉनटैक्ट हिस्ट्री हो एवं स्क्रीनिंग के दौरान इनकी जांच नहीं हो पायी है तो उक्त गर्भवती महिलाओं के प्रसव के लिए जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुमगांव को कोविड-19 से पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं की प्रसूति के लिए चिन्हांकित किया गया है।यहाँ, जिले के सभी क्षेत्रों से आये कोविड-19 पॉज़िटिव प्रकरणों में सामान्य एवं शल्यक्रिया दोनों ही परिस्थितियों में प्रसूति की सेवाएं प्रदाय की जाएंगी। इस स्वास्थ्य केंद्र में 30 बिस्तरों के वार्ड की क्षमता होगी। सब कुछ ठीकठाक रहा तो यह व्यवस्था सोमवार 21 सितम्बर से शुरू हों जाएगी ।प्रसव के बाद संस्थान में कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से प्रसव गृह, ऑपरेशन थियेटर एवं वार्ड को अच्छी तरह सेनेटाइज किए जाएंगे। वहीं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं आंगनबाड़ी सेविका की मदद से सभी गर्भवती महिलाएं जिनका प्रसव का समय अगले तीन माह में अपेक्षित है उनका मोबाइल नंबर एवं पता की जानकारी गृह भ्रमण कर एकत्रित किया जाएगा। ताकि दूरभाष के माध्यम से सभी गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी नियमित रूप से प्राप्त की जाए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस. पी. वारे से मिली जानकारी के अनुसार सामुदायिक स्वस्थता केंद्र, तुमगांव को कोविड-19 से धनात्मक गर्भवती महिलाओं की प्रसूति के लिए चिन्हांकित किया गया है। यहाँ, जिले के सभी क्षेत्रों से आये कोविड-19 धनात्मक प्रकरणों में सामान्य एवं शल्यक्रिया दोनों ही परिस्थितियों में प्रसूति की सेवाएं प्रदाय की जाएंगी।
डॉ. वारे ने बताया गंभीर गर्भावस्था वाली महिलाओं की विशेष निगरानी की जाएगी एवं संबंधित स्वास्थ्य कार्यकर्ता व एएनएम को प्रसव की तारीख से एक सप्ताह पूर्व से लगातार हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं के घर प्रतिदिन भ्रमण करने एवं उनको ईडीडी(एस्टीमेटेड डिलीवरी डेट) के कम से कम तीन दिन पूर्व अस्पताल में लाकर प्रसव के लिए आवश्यक व्यवस्था कराने में सहयोग करने के विषय में निर्देशित किया गया है। -
महासमुंद (छत्तीसगढ़) अनुपस्थित स्वास्थ्य कर्मचारी 24 घंटे के भीतर अपने काम पर उपस्थित रहें,वर्ना सेवा समाप्ति,एस्मा एवं अन्य प्रवधानो के तहत कार्यवाई की जा सकती है
मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने जारी किया नोटिसमहासमुंद 19 सितम्बर 2020/- जिला मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.पी. वारे ने सभी एनएचएम स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारियांे को जो आज शनिवार काम से अनुपस्थित (अनिश्चितकालीन हड़ताल) पर थे उन्हें नोटिस जारी किया । नोटिस में कहा गया है कि यदि 24 घंटे के भीतर अपने कर्तव्य पर उपस्थित होकर सामान्य रूप से कार्य निष्पादित नहीं करते है तो अधिकारी-कर्मचारियांे के विरूद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी । मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि एस्मा भी लागू है अधिनियम की कंडिका 5 का उल्लंघन किये जाने की स्थित में दण्डात्मक कार्यवाही का प्रावधान है। तो आपके विरूद्ध निम्नलिखित चार मे ंसे कोई एक या एक से अधिक विकल्पों को प्रभावशील किया जायेगा । (1) छत्तीसगढ़ अत्यावश्क सेवा संधारण तथा विक्षिन्ता निवारण अधिकनियम 1979 के प्रावधान के तहत कार्यवाही की जायेगी । (2) आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 एवं 56 में उल्लेखित प्रावधानों के तहत कार्यवाही हेतु प्रस्ताव प्रेषित किया जायेगा । (3) छत्तीसगढ़ एपिडेमिक डिसीज कोविड-19 रेगुलेशन्स 2020 में उल्लेखित प्रावधानों के तहत कार्यवाही और (4) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत नियुक्ति एवं सेवा शर्तो में उल्लेखित कंडिकाओं के उल्लंघन करने के कारण आपके विरूद्ध सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जायेगी ।जारी नोटिस में यह भी कहा गया है कि उक्त अवधि के भीतर अपने कर्तव्य पर उपस्थित होकर सामान्य रूप से कार्य निष्पादन नहीं किया जाता हो तो इस दशा में आपके विरूद्ध की गई कार्रवाई के लिए आप स्वतः जिम्मेदार होगंे। राज्य स्तर से भी इस नाजुक दौर में अधिकारी कर्मचारियों से कार्य पर उपस्थित होने का आग्रह किया गया है।इसके तहत सख्त कार्रवाई की जायेगी । उन्होंने अधिकारी कर्मचारी से आग्रह भी किया कि वे कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए अपने काम उपस्थित रहकर पीड़ितों की मदद करें। पूरा देश कोरोना को मात देने में जुटा हुआ है। स्वास्थ्य कर्मचारियों को यह व्यवहार कतई बर्दाश्त योग्य नहीं है। बल्कि इस संकट की घड़ी में अपनी संवेदनशीलता का परिचय देने का समय है।एनएचएम स्वास्थ्य कर्मचारी अनुपस्थित में आयुष मेडिकल आफिसर (आरबीएसके) सहित नर्स, लैब टेक्नीशियन समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल है। कोविड अस्पताल और कोविड केयर सेंटर सुचारू रूप से संचालित हुए और मरीजों का उपचार जारी रहा । - महासमुंद : विगत तीन दिनों में चार लोगों की मृत्यु होने की पुष्टि जिला स्वास्थ्य विभाग ने की है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे से मिली जानकारी के मुताबिक इनमें बुधवार 16 सितंबर 2020 को ग्राम चारभाठा, सरायपाली की रहने वाली 45 वर्षीय महिला की मेकाहारा में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। उन्हें पहले से ही दाहिने अंगों में लकवा के अतिरिक्त निमोनिया और अनियमित रक्तचाप की समस्या थी।
पूर्व में उनका काफी उपचार भी चल रहा था। जाॅच के दौरान उन्हें कोविड-19 का धनात्मक पाया गया था। दूसरे प्रकरण में गुरूवार 17 सितंबर 2020 को ग्राम गढ़फुलझर, बसना के 40 वर्षीय व्यक्ति की उपचार के दौरान मेकाहारा में मृत्यु हुई। बताया जा रहा है कि वे भी कोविड-19 के धनात्मक थे।
उन्हें अचानक सांस लेने में तकलीफ बढ़ गई थी। वहीं तीसरे मामले में सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के. परदल ने शुक्रवार 18 सितंबर 2020 को एक 35 वर्षीय युवक की ब्राॅथ डेड होने की पुष्टि की है। युवक की सांसें चिकित्सालय में भर्ती करने के पहले ही थम चुकी थीं। मरणोपरान्त मृतक के शरीर से कोविड-19 के नमूनों की जांच की गई, जिसमें वह कोविड-19 के धनात्मक निकला। मोहल्लेवासियों के अनुसार वह पिछले दो-तीन दिनों से घर से बाहर नहीं निकला था, जब उन्हें देखा गया तो वह बेहोश मिला।
तत्काल उन्हें अस्पताल लाया गया। जहां प्रारम्भिक जांच के दौरान ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डाॅ. वारे ने बताया कि कोविड-19 के निर्धारित प्रोटोकाॅल में संबंधित क्षेत्र के एक दण्डाधिकारी और चिकित्सा अधिकारी की उपस्थिति में सभी का विधिवत अंतिम संस्कार किया जाएगा। समाचार लिखे जाने तक आवश्यक प्रबंध किए जा रहे थे।
वही एक अन्य प्रकरण में गुरूवार 17 सितंबर 2020 को सरायपाली के बालसी गांव के रहने वाले 43 वर्षीय व्यक्ति की भी उपचार के दौरान राजधानी के एक निजी चिकित्सालय में मृत्यु हो गई। वे भी कोविड-19 के धनात्मक मिले थे। शुक्रवार 18 सितंबर 2020 को उनकी पार्थिव देह का अंतिम संस्कार कोविड-19 के निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत किया गया। - राजस्व अधिकारियों की बैठक
महासमुंद : छत्तीसगढ़ सहित महासमुंद जिले में किसानों की भूमि और खरीफ फसलों के आंकलन के लिए राजस्व विभाग 01 अगस्त से गिरदावरी रिपोर्ट तैयार करा रहा है।इस संबंध में आज कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देश पर अधिकारियों ने खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के समर्थन मूल्य पर धान विक्रय के लिए पंजीयन के संबंध में जिला कार्यालय के स्वान कक्ष में जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारियों, तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक एवं पटवारियों की बैठक ली गई।
वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से बताया गया कि कृषकों का पंजीयन 17 अगस्त 2020 से प्रारम्भ किया गया है। जिसे आगामी 31 अक्टूबर 2020 तक पूर्ण किया जाना है। अधिकारियों ने बताया कि यह अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य हैं। जिसे राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी समन्वय के साथ कार्य को पूरी सतर्कता और पारदर्शिता के साथ समय पर पूरा करें। - महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार कोविड-19 महामारी से बचाव एवं रोकथाम के लिए आयुष विभाग द्वारा एसिम्प्टोमेटिक धनात्मक कोविड-19 होम आईसोलेशन में रह रहें रोगियों को काढ़ा एवं पाॅम्प्लेट का वितरण किया जा रहा हैं।
आयुष विभाग के कोविड-19 के नोडल अधिकारी डाॅ. गदाधर पण्डा के देख-रेख में अब तक जिला चिकित्सालय सहित जिले के सभी फीवर क्लीनिक एवं काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग में जो कोविड-19 के धनात्मक प्रकरण मिल रहे हैं तथा जो होम आईसोलेट हो रहे हैं, उन्हें एलोपैथिक किट के साथ आयुष काढ़ा किट एवं पाॅम्प्लेट का वितरण किया जा रहा हैं।
अब तक कुल 282 पैकेट काढ़ा का वितरण किया जा चुका हैं। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए आयुष विभाग के काढ़ा वितरण के जिला नोडल अधिकारी डाॅ. गदाधर पण्डा के मोबाईल नम्बर 98270-38793 में सम्पर्क कर सकते हैं। - महासमुंद : नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए जिले में कोविड-19 पाॅजिटीव गर्भवती महिलाओं के प्रसव एवं अन्य सर्जरी के प्रकरणों के लिए महासमुंद विकासखण्ड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तुमगाॅव को अधिकृत किया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तुमगांव को इस संबंध में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर 21 सितम्बर 2020 से ऐसे प्रकरणों को भर्ती करने के निर्देश दिए गए हैं। - कलेक्टर ने नामांकित किए तीन नोडल अधिकारीमहासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जिले स्तर पर और बेहतर कोविड प्रबंधन और निगरानी के लिए महत्वपूर्ण वर्टिकल जैसे सैंपलिंग एवं टेस्टिंग,कांटेक्ट ट्रेसिंग,कोविड केयर सेंटर तथा डेडिकेटेड कोविड अस्पताल हेतु डिप्टी कलेक्टर स्तर के तीन पृथक जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नामांकित किया गया है। तीनों अधिकारी महासमुंद में पदस्थ है।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, श्री चन्द्रवंशी को कोविड केयर एवं डेडिकेटेड कोविड अस्पतालो का नोडल अधिकारी बनाया गया है। डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सीमा ठाकुर को पॉजीटिव पाये जने वाले मरीजों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की निगरानी एवं समीक्षा करेंगी । वही डिप्टी कलेक्टर श्रीमती ऋतु हेमनानी को कोविड-19 के संदर्भ में सैंपलिंग एवं टेस्टिंग के प्रबंधन की निगरानी एवं समीक्षा का दायित्व सौपा गया है।
उपरोक्त सभी नोडल अधिकारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के मार्गदर्शन में कार्य करेंगें ।एवं जिले में कोविड-19 की रोकथाम के लिए संपादित की जा रही गतिविधियों के विषय में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, मंत्रालय के द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों केअनुरूप कार्यवाही की निगरानी एवं समीक्षा कर अधोहस्ताक्षरकर्ता (कलेक्टर) को प्रतिदिन प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे। - महासमुंद : कृषि विज्ञान केन्द्र, महासमुन्द एवं इफको के संयुक्त तत्वाधान में भलेसर स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रक्षेत्र पर वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, डाॅ. एस. के. वर्मा के मार्गदर्शन में आयोजित पोषण अभियान-2020 कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।कार्यक्रम में जिले के 35 आंगनबाड़ी महिला कार्यकर्ताओं के साथ-साथ ग्राम भलेसर की 40 महिला कृषक को बाड़ी प्रोजेक्ट एवं गृह वाटिका मे वर्ष भर हरी सब्जी उत्पादन के साथ फलदार वृक्षों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। कृषि विज्ञान केन्द्र के सभी वैज्ञानिकों ने अपने-अपने विषय की जानकारी दी तथा फाॅर्म मैनेजर ने पूरे प्रक्षेत्र का भ्रमण एवं अवलोकन कराया। जिसमें केन्द्र में संचालित सभी इकाइयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर इफको के जिला संयोजक भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में वैज्ञानिकों ने बताया कि माताओं एवं बच्चों को पोषणयुक्त आहार मिले, इस दिशा में केन्द्रीय महिला बाल विकास मंत्रालय, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, आईसीएआर, कृषि विज्ञान केन्द्र, इफको एवं अन्य संस्थाएं निरंतर सकरात्मक प्रयत्न कर रहे हैं। हमारे देश में पुरातनकाल से यह व्यवस्था रही है कि परिवारों को पोषणयुक्त आहार सामग्री घर के आसपास ही आसानी से मिल सके, लेकिन भौतिकवाद बढ़ने के साथ ही घर-आंगन में ही फल-सब्जियां उगाने की परंपरा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के माध्यम से अब कोशिश की जा रही है कि आंगनबाड़ियों में पोषण आहार की सुगमता हो। पोषण वाटिका एवं पोषण थाली की जो संकल्पना की गई हैं। इसके पीछे यही उद्देश्य है कि गरीब परिवारों तक भी पोषण आहार सुगमता से पहंुच सके, इस संबंध में सितम्बर माह से पूरे देश में पोषण अभियान चल रहा है और कृषि विज्ञान केन्द्र, महासमुन्द भी इस दिशा में पूरी संलग्नता से काम कर रहा है।
पोषण जागरूकता लाने के लिए महिलाओं की बैठकें की जा रही हैं। इफको ने भी संसाधन उपलब्ध कराने के लिए अभियान में भागीदारी का संकल्प लिया है एवं आंगनबाड़ियों की बहनों को पोषण किट्स का वितरण किया गया। इन किट्स में विभिन्न प्रकार के बीज, नीम के पौधे, रोपण सामग्री तथा जागरूकता संबंधी साहित्य एवं कृषि युग पंचांग 2020 शामिल हैं। इन किट्स के माध्यम से आंगनबाड़ियों में किचन गार्डन विकसित करके पोषणयुक्त आहार पैदा किया जाएगा। - आजीविका से जीविकोपार्जन
महासमुंद : छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ‘‘बिहान’’ अंतर्गत विकासखण्ड सरायपाली के गौठान ग्राम पंचायत पाटसेन्द्री से जय माँ लक्ष्मी स्व सहायता समूह के सदस्य द्वारा किराना दुकान व मुर्गी, बत्तख पालन कर आजीविका गतिविधि का कार्य किया जा रहा है।
किराना दुकान चलाकर समूह की महिलाओं द्वारा आजीविका के अन्य साधन अपनाए जा रहे हैं दुकान के माध्यम से समूह की इन महिलाओं एवं गांव वालांे को गाँव से बाहर सामान खरीदने जाने की जरूरत नही पड़ती है। दैनिक उपयोग होने वाली सभी सामान गांव में उपलब्ध हो जाने से समूह के महिलाओं को अच्छी आमदनी हो रही है।
समूह की महिलाओं को किराना दुकान व मुर्गी बतख पालन से अच्छी आमदनी होने से बहुत खुश है एवं अपने आर्थिक जीवन को मजबूती प्रदान करने में पीछे नहीं हैं। गांव स्तर पर घर पर ही काम मिल जाने के कारण समूह की महिलाएं आर्थिक रूप से स्वावलंबी बन रही हैं। स्व-सहायता समूह की महिलाओं को समय-समय पर आजीविका संबंधित कार्यों की जानकारी संबंधित कार्यक्षेत्र के एडीईओ, पीआरपी एवं एफएलसीआरपी के माध्यम से दिया जाता है। -
सहभागिता ने उठाया मुहल्ला क्लास का जिम्मा
महासमुंद : कोरोना से बच्चों की पढ़ाई पर खासा असर पड़ा है। ऐसे में महासमुंद ब्लाक के बारनवापारा अभ्यारण्य के विस्थापित वन ग्राम, जो अब रामसागर (नया भावा) के नाम से प्रचलित है। गाॅव के पंच श्री राजकुमार ठाकुर व भूतपूर्व सरपंच श्री आनंद यादव की नवाचारी पहल व महिलाओं में श्रीमती भुनेश्वरी ठाकुर, गीता बाई, मोंगरा आदि कि सहभागिता से मुहल्ला क्लास की पढ़ाई ने विद्यार्थियों को बड़ा सहारा दिया है।
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार कक्षाएॅ लगने से विद्यार्थियों में खुशी देखी जा रही है, वहीं अभिभावकों के मन में भी संतुष्टि साफ झलक रही है। गाॅव के ही दो शिक्षक श्री गणेश सिंह एवं श्री देवानंद नागवंशी शिक्षा सारथी बनें एमबीबीएस डॉ. प्रेमचंद ध्रुव, छबिला निषाद, मोनिका ध्रुव, धनीराम बारिक, हुमन यादव, भीष्मा यादव जैसे युवाओं ने निःस्वार्थ होकर जूनियर से सीनियर क्लास के बच्चों को शिक्षित कर विद्यार्थियों के लिए संकटमोचक साबित हो रहे है।
सामुदायिक भवन, रंगमंच में लगने वाली मोहल्ला क्लास के दो पाली के इस शिक्षण कार्य में विद्यार्थियों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। कक्षा संचालन में ग्राम के एक शिक्षक देवानंद नागवंशी ने मिसाल ही पेश कर दी, विद्यार्थियों के अध्यापन के लिए ये अपना पूरा घर को ही उपलब्ध करा दिया है।
विद्यार्थियों को पढ़ना आसान हो इसके लिए शैक्षणिक सामाग्री ब्लैक बोर्ड, चाक, चार्ट उपलब्ध है एवं विद्यार्थियों के हाथों की स्वच्छता के लिए हैंडवाश और सेनेटाईजर की व्यवस्था ग्राम विकास समिति पदाधिकारी अध्यक्ष तेजराम यादव, सचिव सुरेश निषाद, दिलीप यादव द्वारा उपलब्ध कराया गया है। विद्यार्थियों में खुशी, रागिनी, योगिता, पायल, तुलसी, हेमा, निशा, पूनम व पार्थिव, चंद्रकान्ता, रोहन, भानुप्रताप, गनपत, डोलेश का कहना है कि वे अध्यापन कार्य से वे खुश हैं। - महासमुंद : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने तहसील बागबाहरा के अंतर्गत ग्राम लालपुर एवं बागबाहरा वार्ड नम्बर 07 को कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया है। कलेक्टर ने जारी आदेश में कहा हैकि 31 अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19) पाॅजिटिव पाये जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु ग्राम लालपुर एवं बागबाहरा वार्ड नम्बर 07 को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था। इन्हें अब कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया गया है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा 17 सितम्बर 2020 को प्रतिवेदित किया गया कि छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के द्वारा कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु कंटेनमेंट संबंधी दिशा-निर्देश के तहत ग्राम लालपुर एवं बागबाहरा वार्ड नम्बर 07 कंटेनमेंट जोन क्षेत्र में 14 दिनों की अवधि पूर्ण हो चुकी हैएवं उपरोक्त कंटेनमेंट जोन में विगत 14 दिनों से कोई भी धनात्मक मरीजों की पुष्टि नहीं हुई है। साथ ही धनात्मक मरीजों के सम्पर्क में आने वाले 14 व्यक्तियों का सैम्पल जांच नकारात्मक (निगेटिव) प्राप्त हुआ हैएवं सक्रिय सर्विलेंस सर्वे प्रपत्र के अनुसार किसी भी प्रकार के कोविड-19 से संबंधित धनात्मक प्रकरण प्राप्त नहीं हुआ। इस कारण कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने ग्राम लालपुर एवं बागबाहरा वार्ड नम्बर 07 को कंटेनमेंट जोन से मुक्त किया गया है।
- महासमुंद : छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन योजना अन्तर्गत गठित स्व सहायता समूह के सदस्यों को रोजगार मूलक गतिविधि संचालन के लिए पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत लाखागढ़ के राजीव गांधी सेवा केन्द्र में मल्टीयूटीलिटी सेंटर का निर्माण किया गया हैं।जिसमें ऊन का पर्दा, पैरदान, मल्टीपरपस वॉल डेकोरेेशन एवं मल्टीपरपस तोरन निर्माण के लिए मास्टर टेªनर कविता जायसवाल एवं अंजली जायसवाल द्वारा विगत दिनों महिलाओं को विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया गया।उपस्थित प्रशिक्षणार्थी रोजगार मूलक ज्ञान से लाभांवित हुए तथा सभी 19 महिला सदस्य मास्टर ट्रेनर के व्यवहार कुशलता एवं प्रत्येक बिन्दु पर प्रकाश डालने की दक्षता से प्रभावित हुए।इसके अलावा उन्हें माह में चार बार प्रशिक्षण के माध्यम से अवगत कराया जाएगा। प्रशिक्षण अवधि में महिलाओं ने तल्लीनता से प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए भविष्य के प्रति बहुत आशान्वित थे।
- स्वस्थ होकर लौटे कोरोना योद्धा ने आमजन से की सामान्य वर्ताव किए जाने की अपील
जल्द टेस्टिंग व आत्मविश्वास से पाई कोरोना पर जीत
चिकित्सकीय परामर्श में गरम पानी, काढ़ा संतुलित आहार और दवाओं का सेवन करते रहे,
कोरोना से घबराने की नही बचाव की जरूरत
महासमुंद : कोविड 19 ने लगभग पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। दुनियाभर में इस महामारी से एक तरफ जहां लोगों में दहशत है, वहीं देश-दुनिया में ऐसे तमाम लोग हैं जो इस महामारी को मात देकर ‘‘कोरोना के विजेता’’ साबित हो रहे हैं।आइए जानते हैं महासमुंद के ऐसे ही कोरोना के विजेता से। कोरोना महामारी को मात देने वाले महासमुंद शहर के संभ्रान्त परिवार से, जिन्होंने संक्रमण आशंका के मद्देनजर न केवल समय रहते जांच कराई बल्कि जिला चिकित्सा अधिकारियों के परामर्श पर कोविड केयर सेंटर में ही रहकर जरूरी उपचार लिया। चिकित्सकीय सलाह का पूरी तरह पालन भी किया।इस कारण वे और उनके परिवार के सातों सदस्य महज 10 दिनों में ही स्वास्थ्य होकर सुरक्षित घर तो लौटे । इस परिवार ने कोविड सेंटर में संक्रमित 150 मरीजों को भी चिकित्सा अनुशासन में रह कर जल्द स्वस्थ होने का नुस्खा भी सिखा दिया।”परिवार के मुखिया ने बताया कि कोविड-19 का पॉजिटिव आ जाना केवल पहली रात ही व्याकुल करता है, यदि आप अब तक जिले में स्वस्थ होकर घर लौट चुके मरीजों के अनुभव देखें, तो जागरूता के साथ अनुशासन में रह कर नियमों का पालन और निर्धारित दिनचर्या में चिकित्सकीय परामर्श का अनुशरण आपको जल्द स्वास्थ्य लाभ दे सकता है। यह कहना हैशहर के महावीर काॅलोनी के रहने वाले एक ऐसे संभ्रान्त परिवार का है, जिसकेे सत्रह सदस्यों ने संक्रमण की सम्भावना के मद्देनजर रैपिड एन्टीजन टेस्ट यानी त्वरित जांच कराई और सात सदस्य धनात्मक निकल गए। सभी ने जिला स्तरीय क्रिटिकल कोविड केयर सेन्टर में उपचार कराना उचित समझा। अब सभी स्वस्थ हो कर घर लौट चुके हैं और पहले की ही तरह सामान्य जीवन जी रहे हैं।इस ओर, परिवार के 45 वर्षीय वरिष्ठ सदस्य ने इन दिनों आमजन के मन में आने वाली उन सभी शंकाओं को दूर करने का प्रयास करते हुए कोविड-19 के धनात्मक से ऋणात्मक होने तक की आपबीती साझा की है... कोरोना योद्धाओं में से एक हैं, जिन्होंने खुद तो कोरोना को हराया ही, साथ ही अन्य मरीजों के लिए भी मार्गदर्शक का काम बखूबी कर रहे हैं। उन्होंने डॉक्टरों की सलाह, डाइट और आराम को इस संकट में बेहद जरूरी बताया है। बताया कि उन्होंने और परिवार के सदस्यों ने जल्द टेस्टिंग व आत्मविश्वास से पाई कोरोना पर जीत।वे कहते हैं कि हम अपने और अपने परिजनों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं इसलिए जैसे ही किसी एक को हल्की हरारत या बुखार जैसा लगा तो सभी 23 अगस्त 2020 को सीधे जिला चिकित्सालय के फीवर क्लीनिक पहुंचे और कोविड-19 की त्वरित जांच कराई। पता चला कि मेरे साथ मेरे करीबी रिश्तेदारों को मिला कर कुल सात लोगों को संक्रमण हो चुका है।हम कोविड-19 के एसिम्टोमेटिक धनात्मक मरीज (लक्षणरहित) थे। हमने क्रिटिकल कोविड केयर सेन्टर में उपचार लेना बेहतर समझा और उसी दिन भर्ती हो गए। वार्ड में पहुंचते ही हमें चिकित्सकीय सेवाएं मिलने लगीं और अन्य आवश्यक सुविधाओं के साथ दिनचर्या समय-सारणी से अवगत कराया गया। किन्तु, फिर भी परिवार के अन्य सदस्य जो उस वक्त जिले में नहीं थे।उनसे हुए औचक अलगाव के चलते मन में थोड़ा बेचैनी थी, साथ में आगे क्या होगा इसी चिंता भी सताने लगी। मगर, रात बीती, बात बीती, अगली सुबह आंखे खुली तो चिकित्सक एनाउन्समेन्ट कर रहे थे कि स्नान करके गर्म नाश्ता कर लें। इसके बाद सब आसान हो गया, हमने महसूस किया कि समय पर दवा सेवन कराने के लिए नर्सिंग स्टाफ समय आते रहे, पौष्टिक भोजन और काढ़ा भी नियमित रूप से मिलता रहा।टू-वे माइकिंग सिस्टम से स्वास्थ्य अमला हमेशा जुड़ा रहता, मधुर संगीत, मनोरंजक संवाद, काउन्सलिंग और दूरभाष की सुविधा से पारिवारिक माहौल मिला। हमने भी सहयोग करने की ठानी और जिले के कोने-कोने से आए 151 मरीजों के साथ एक टीम बना ली।किसी को कोई भी समस्या हो तो तुरंत चिकित्सकों से चर्चा करते, यदि कोई मरीज कोई चूक करता तो हम उसे प्यार से मना लेते और कभी देर रात साढ़े ग्यारह बजे भी शौंचालय गंदा हो जाए तो प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आई. नागेश्वर राव को एक फोन घुमाते ही सफाई हो जाती थी। ऐसा करते-करते दस दिन कब निकल गए पता ही नही चला और हम स्वास्थ हो गए। जल्द ही चिकित्सकों ने हमें डिस्चार्ज कर दिया।आज जब वे स्वस्थ हो चुके हैं तो बीते पलों को याद कर बताते हैं कि यह समझ आता है कि कोविड-19 के संक्रमण में लापरवाही बरतना ही सबसे अधिक खतरनाक है। समय पर जांच और चिकित्सकीय परामर्श में उचित उपचार लेने से यह बीमारी बिल्कुल ठीक हो जाती है। इसके साथ ही उन्होंने आमजन की ओर विनम्र अपील भी की हैकि कोविड-19 की बीमारी से स्वस्थ होने वाले मरीज चाहे होम आइसोलेशन के हो या उन्होंने किसी चिकित्सालय में उपचार लिया हो, हमें चाहिए कि उनके साथ कोई भेदभाव न किया जाए। - कोविड-19 से बचाव का भी रखेंगे पूरा ध्यानघर-घर जाकर जिले के चार लाख 68 हजार से अधिक बच्चों को खिलाई जाएंगी एल्बेन्डाजोल की गोलियांमहासमुंद : जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन 23 से 30 सितम्बर 2020 तक आयोजन किया जाएगा। जिसमें समुदाय स्तर पर मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा एक से 19 वर्षीय बच्चों को कृमि की दवा ”एल्बेन्डाजोल” गृह भ्रमण कर खिलाई जाएगी। एल्बेन्डाजोल की खुराक एक से दो वर्ष के बच्चों को आधी गोली पीसकर तथा तीन से 19 वर्ष के आयु के बच्चोें को पूरी गोली दी जाएगी।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में एक से 19 वर्ष के लगभग चार लाख 68 हजार 342 बच्चों को एल्बेन्डाजोल की गोली खिलाए जाने का लक्ष्य है और इस संबंध में राज्य एवं जिला स्तर पर संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाने के साथ-साथ उपलब्ध कराए जाने वाली दवाओं के भी पर्याप्त भंडारण किए जा चुके हैं।आर.एम.एन.सी.एच.ए. सलाहकार (शिशु स्वास्थ्य) डाॅ. मुकुंद राव घोडेसवार ने बताया कि पूर्व में यह अभियान शासकीय भवन जैसे विद्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्र आदि के माध्यम से संचालित किया जाता था। किन्तु इस बार कोविड-19 की माहामारी को ध्यान में रखते हुए शासन के निर्देशानुसार मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सामुदाय स्तर पर घर-घर जाकर दवाएं खिलाएंगी।पालकों को यह समझना भी जरूरी हैकि सभी मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गृह भ्रमण के दौरान मास्क और दस्ताने पहने हुए होंगी साथ ही वे सैनिटाइजर जैसे सुरक्षा उपायों का उपयोग भी समय-समय पर करते रहेंगी।इससे कोविड-19 के दौर में भी एल्बेन्डाजोल की खुराक देते वक्त बच्चों में संक्रमण फैलाव का खतरा नहीं होगा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आमजन से अपील की हैकि निःशुल्क दवा वितरण व स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए वे बिना संकोच किए अपने नजदीकी क्षेत्र की मितानिन से समन्वय कर सहयोग करें। उल्लेखनीय है कि इन दिनों कोविड-19 के संक्रमण फैलाव के चलते जिले के कुछ क्षेत्र कन्टेनमेन्ट जोन घोषित किए गए हैं।ऐसे में सुरक्षा-सावधानी के मद्देनजर उन क्षेत्रों में कन्टेनमेन्ट जोन की स्थिति समाप्त होने के बाद यह सेवाएं प्रदाय की जाएंगी।
- महासमुंद : पिछले कई वर्षों से अनियमित रक्तचाप और मधुमेह की परेशानी से जूझ रही 67 वर्षीय महिला की मंगलवार 15 सितंबर को रात्रि करीब 12 बजकर 15 मिनट पर उपचार के दौरान डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में मृत्यु होने की पुष्टि जिला स्वास्थ्य ने की है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे ने बताया कि उक्त महिला महासमुंद शहर के वार्ड नंबर एक अम्बेडकर चैक की निवासी थीं। जिन्हें 15 सितंबर 2020 को कोविड-19 का धनात्मक पाया गया था।इसके पहले भी वे बीपी एवं शुगर का उपचार करा रही थीं और लंबे अरसे से उनकी दवाएं भी चल रही थीं। इस दौरान उन्हें डेडिकेटेड कोविड अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कर उपचारित किया जा रहा था।जीवनरक्षक उपचार में उन्हें ऑक्सिजन एवं आवश्यक दवाएं दी जा रही थीं। चिकित्सकीय उपबंधों के साथ काफी कोशिशों के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका।
बुधवार 16 सितंबर 2020 को कोविड-19 के निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत स्थानीय दण्डाधिकारी एवं चिकित्सा अधिकारी की उपस्थिति में उनके पार्थिव शरीर का विधिवत अंतिम संस्कार किया गया।