- महासमुंद : महासमुंद जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने ग्राम ढाबाखार तहसील पिथौरा और ग्राम भुतहाबाहरा तहसील बसना ज़िला महासमुंद के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं।
ग्राम ढाबाखार तहसील पिथौरा में उत्तर दिशा में गली एवं रस्ता, दक्षिण में किरण सोहन का मकान एवं गली, पूर्व दिशा ख़ाली भूमि एवं ब्रम्हासागर का मकान और पश्चिम दिशा में अशोक का मकान व गली है। इसी प्रकार भुतहाबाहरा तहसील बसना में उत्तर दिशा में तिंनजुराम का मकान, दक्षिण में चूड़ामणि का मकान, पूर्व दिशा में अवधराम का मकान और पश्चिम दिशा में शासकीय प्राथमिक शाला है ।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री कुणाल दूदावत अनुविभागीय दण्डाधिकारी महासमुंद को दिया गया हैं।
दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन को प्रभार सौंपा गया हैं। इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा को,
घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक को,खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था केलिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी तहसीलदार श्को नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक को सौंपा गया हैं। - महासमुंद : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने महासमुंद तहसील के वार्ड नंबर 02 इमलीभांठा,सहित सरायपाली के ग्राम तोषगाँव, बागबाहरा तहसील के तीन लालपुर वार्ड न.5 बागबाहरा, ग्राम दाबपाली और ग्राम चारभांठा है । इसी प्रकार पिथौरा तहसील के दो ग्राम मोहगाँव और ढोढरकसा को कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया है।इस प्रकार जिले के सात क्षेत्र कंटेनमेंट ज़ोन से मुक्त हुए है । इन क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19) पाॅजिटिव पाये जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था। अब इन्हें कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया गया है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा 28,29 और 30 सितम्बर 2020 को प्रतिवेदित किया गया कि छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के द्वारा कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु कंटेनमेंट संबंधी दिशा-निर्देश के तहत इन कंटेनमेंट जोन क्षेत्र में 14 दिनों की अवधि पूर्ण हो चुकी है एवं उपरोक्त कंटेनमेंट जोन में विगत 14 दिनों से कोई भी धनात्मक मरीजों की पुष्टि नहीं हुई है।
साथ ही धनात्मक मरीजों के सम्पर्क में आने वाले 116 व्यक्तियों का सैम्पल जांच नकारात्मक (निगेटिव) प्राप्त हुआ है एवं सक्रिय सर्विलेंस सर्वे प्रपत्र के अनुसार किसी भी प्रकार के कोविड-19 से संबंधित धनात्मक प्रकरण प्राप्त नहीं हुआ। इस कारण कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने उक्त वार्ड और ग्राम को कंटेनमेंट जोन से मुक्त किया गया है। - महासमुंद : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती आज कुष्ठ कार्यालय महासमुंद में विधायक प्रतिनिधि श्री दाऊ लाल चंद्राकर के मुख्य आतिथ्य में मनाया गया। इस अवसर पर श्री चंद्राकर जी ने महात्मा गांधी जी द्वारा किए कुष्ठ रोगियों एवं कमजोर वर्ग के लोगों के प्रति किए गए योगदान के संबंध में जानकारी दी गई।उन्होंने कहा कि असहाय लोगों की सहयोग सेवा ही गांधी जी को सही मायने में श्रद्धा समर्पित करना है। इस आयोजन में सभी कर्मचारी, कोरोना वारियर्स के रूप में कार्य कर रहे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एवं विशेष रूप से कुष्ठ विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी श्री प्रमोद तिवारी उपस्थित रहे। श्री तिवारी के द्वारा कुष्ठ रोगियों की सेवा एवं सहयोग को याद किया गया।समाज में कुष्ठ रोगियों को अछूत समझकर दूर से भगा दिया जाता था। उस समय गांधी जी स्वयं कुष्ठ रोगियों की सेवा अपने हाथों से करते थे एवं कहते थे कि रोग से घृणा करो रोगियों से नहीं।इस अवसर पर पुराने अस्पताल में वर्तमान में संचालित कोविड-19 कंट्रोल रूम में कार्यरत कर्मचारी श्री उमेश गोतमारे, आराधना गोस्वामी तथा श्री दीपक तिवारी, श्री रुपेश चंद्राकर, श्री एकेश्वर प्रसाद शुक्ला, श्री एल. साहू, दुर्गेश चंद्राकर, लोकनाथ चंद्राकर, विष्णु चंद्राकर, अशोक चंद्राकर सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
- महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने गांधी जयंती 2 अक्टूबर को आज यहाँ कलेक्टोरेट सभा कक्ष में महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके सिद्धांतों को याद करते हुए राष्ट्रपिता को नमन किया गया।
इस अवसर पर गाॅधी विचारधारा एवं सेवानिवृत्त व्याख्याता श्री आर.के. शर्मा ने भी श्रद्धासुमन अर्पित कर महात्मा गाॅधी के विचारों के बारें में अवगत कराया। कलेक्टर श्री गोयल ने महात्मा गाॅधी की जयंती की बधाई देते हुए कहा कि हम सभी को अपने जीवन में महात्मा गाॅधी के विचारों और संस्कारों को जीवन में अपनाना चाहिए।
हम सभी लोग गाॅधी जी के विचारों को आत्मसात करें तो निश्चित ही हमारा देश और तरक्की की ओर अग्रसर होगा तथा समाज में और खुशहाली आएगी। कार्यक्रम में अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र नायक, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी, डिप्टी कलेक्टर श्री राकेश गोलछा, श्रीमती सीमा ठाकुर एवं शिक्षा विभाग के सहायक संचालक श्री हिमांशु भारतीय सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी गण उपस्थित थे।पूरे देश में आज 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151वीं जयंती मनायी जा रही है। आयोजित कार्यक्रम में कोविड-19 की गाइडलाइन का ध्यान भी रखा गया।
जिला पंचायत में भी मनायी गई गाॅधी जयंतीजिला पंचायत के सभाकक्ष में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मनायी गई। इस मौके पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ रवि मित्तल ने गाॅधी जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण किया। डाॅ मित्तल ने गाॅधी जी के सिद्धांत के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि हमें उनके आदर्शों पर चलने का प्रयास करना चाहिए।
इस अवसर पर पंचायत विभाग के उप संचालक द्वारा स्वरचित कविता का पाठ किया गया तथा लोक शिक्षा समिति के डीपीओ श्री रेखराज शर्मा द्वारा रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीताराम का भजन अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा सामूहिक रूप से गायन किया गया। - महासमुंद : सभी वर्ग की महिलाओं जिसमें 18 वर्ष आयु से कम उम्र की बालिकाएं भी शामिल हैं के लिए महासमुंद में सखी वन स्टॉप वरदान बन गया है। इस सेंटर में महिलाओं को सलाह, सहायता, संरक्षण और छत मिल जाती है।
सखी वन स्टॉप सेंटर ने घरेलू हिंसा, दैहिक शोषण, बाल यौन शोषण, दहेज प्रताड़ना, व्यक्तिगत विवाद, छेड़छाड़, लापता महिलाओं की तलाश जैसी समस्या के 457-प्रकरण दर्ज किए और लगभग सभी का निपटारा कर दिया गया। वर्तमान में सिर्फ 21-प्रकरण ही प्रक्रियाधीन है। सेंटर में पीड़ित महिलाओं को सभी जरूरी सुविधाएं एक स्थान पर उपलब्ध करायी जा रही है।
सखी सेंटर में शिकायत करने वाली पीड़िताओं को एफआईआर, चिकित्सा, लीगल परामर्श की सुविधा के साथ ही अस्थायी आश्रम की सुविधा भी दी जा रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग की महिला संरक्षण ने बताया कि महासमुंद में 01 अगस्त 2017 से शुरू हुए इस सेंटर में 30 सितम्बर 2020 तक कुल 457-पीड़ितों के प्रकरण दर्ज हुए। महिलाओं को इस सेंटर में भरपूर मदद मिल जाती है।
सेंटर में नोडल अधिकारी, केंद्र प्रशासक परामर्शदाता, आईटी वर्कर, बहुउद्देश्यीय कर्मचारी सहित 12.महिलाओं का स्टॉप कार्यरत है। यहां स्टॉफ में सभी महिलाएं हैं। शिकायतों को गंभीरता से लिया जाता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास के मार्गदर्शन में समुचित कार्रवाई की जाती है - वरिष्ठ नागरिकों ने सुनाया अपना दीर्घानुभवबुजुर्गों और वरिष्ठ नागरिकों को सौंपे गए सहायक उपकरणमहासमुंद : समाज के विकास सहित नयी पीढ़ी को सुसंस्कृत बनाने के लिए बुजूर्गों का अमूल्य योगदान हमेशा रहता हैं। इसी दृष्टिकोण से बुजूर्गों के अनुभव और सीख को आत्मसात कर भावी पीढ़ी नयी सोच के साथ विकास की ओर अग्रसर हो रही हैं।आज अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर जिला महासमुंद मंे ग्राम नगरीय निकाय, ग्राम पंचायत एवं जनपद पंचायत स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर वरिष्ठ नागरिकों और बुजुर्गों का सम्मान किया गया। जिला मुख्यालय स्थित नयापारा आशियाना वृद्धाश्रम में वरिष्ठ नागरिकों को समाज कल्याण विभाग महासमुंद द्वारा स्वास्थ्य उपयोगी सामग्री प्रदाय किया गया तथा कोविड-19 के बचाव के उपाय बताये गयेएवं वरिष्ठ नागरिको को उनसे संबंधित अधिकारों तथा कानून के संबंध में जानकारी दी गई। उपरोक्त कार्यक्रम कोविड-19 की गाईडलाईन पूरी तरह पालन किया गया।उप संचालक समाज कल्याण सुश्री संगीता सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत झलप, नवागांव, जोगीडीपा, पटेवा, बबूरडीह एवं बावनकेरा के बुजूर्गोंें को उनके आवश्कतानुसार कुल 20 नग सहायक उपकरण वाकिंग स्टीक, बैसाखी, व्हील चेयर, पावर के चश्मे आदि वितरित किया गया।इस अवसर पर बुजुर्गों ने अपने जीवन के दीर्घानुभव के बारें में अवगत कराया और युवाओं को समाज के विकास में सहभागिता निभानें को कहा।
- 25 पर लॉकडाउन के नियमों व कोरोना की गाईडलाइन का उल्लंघन पर मामले दर्ज
महासमुंद : महासमुंद जिले में कोराना वायरस संक्रमण (कोविड-19) की रोकथाम, नियंत्रण एवं चेन को तोड़ने हेतु 23 सितम्बर से आगामी 30 सितम्बर की मध्य रात्रि तक जिला प्रशासन द्वारा सम्पूर्ण राजस्व जिला क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन (लॉकडाउन) घोषित किया था।लॉकडाउन के अंतिम दिन तक एक हफ्ते की अवधि में महासमुंद जिले में 25 लोगों के खिलाफ लॉकडाउन के नियमों और कोरोना को लेकर जारी गाइडलाईन का उल्लंघन करने के मामले दर्ज किए गए।
सरायपाली में 09 और पिथौरा 11, महासमुंद में 3, बागबाहरा और बसना में एक-एक लोगों के खिलाफ लॉकडाउन के नियमों और कोरोना को लेकर जारी गाइडलाईन का उल्लंघन करने, दुकान खोलने, बेवजह सड़कों पर घूमने आदि शामिल है। वहीं सड़कों पर बेवजह घूमने वालों, मास्क न पहनने वाले, मोटर वेहिकल एक्ट आदि 371 लोगों पर कार्रवाई की गई।जिसमें कुल 47090 रूपए का जुर्माना वसूला गया। सरायपाली और महासमुंद में मोटर वेहिकल एक्ट के तहत टू-व्हीलर वाहन निर्धारित अवधि के लिए जब्त किए गए।
सबसे अधिक जुर्माना महासमुंद शहर में 301 लोगों पर लगा। जो बेवजह से सड़कों पर घूमने वालों, माॅस्क न पहनने वालांे, मोटर टू-व्हीकल एक्ट का उल्लंघन करने वालों से 35490 रूपए का जुर्माना वसूला गया। महासमुंद एसडीएम श्री सुनील चन्द्रवंशी ने बताया कि तीन लोगों पर धारा 188 के तहत प्रकरण दर्ज किए गए। उन्होंने कहा कि इसमें राजस्व एवं नगरपालिका के अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।वहीं पुलिस प्रशासन का नियमों का पालन कराने में पूरा सहयोग रहा। सरायपाली एसडीएम श्री कुणाल दुदावत ने बताया कि में मोटर वेहिकल एक्ट के तहत बेवजह सड़कों में घूमते पाये जाने पर 15 टू-व्हीलर निर्धारित समय के लिए जब्त किए।
वहीं 9 लोगों पर एफआईआर दर्ज करायी गयी। वहीं बसना में सात दुकानों और एक गोदाम को लॉकडाउन के उल्लंघन करने पर सील किया गया। दो दुाकनदारों पर एफ.आई.आर. दर्ज की गई। बिना माॅस्क के सड़कों पर घूमने वालें लोगों पर 500 रूपए का जुर्माना लगाया गया। पिथौरा एसडीएम श्री बी.एस. मरकाम ने बताया कि लाॅक डाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों पर 2900 रूपए का चालान काटा गया।एसडीएम बागबाहरा श्री भागवत जायसवाल ने बताया कि बागबाहरा में 58 लोगों पर नियमों की अनदेखी और गाईडलाइन का पालन नहीं करने पर 8200 रूपए का चालान काटा गया एक पर एफआई आर दर्ज और एक दुकान सील की गई। -
कलेक्टर ने जिले वासियो के सहयोग और धैर्य की प्रशंसा की
महासमुंद : जिले में कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19) की रोकथाम, नियंत्रण एवं चेन को तोड़ने हेतु इस माह की 23 तारीख़ से आज बुधवार 30 सितम्बर तक एक सप्ताह तक सम्पूर्ण जिला महासमुंद क्षेत्र को कंटेनमेंट ज़ोन ( लाकडाउन) घोषित किया था। जिसे आज जिला महासमुंद में जनता के आवागमन और व्यवसायिक गतिविधियों पर जारी प्रतिबंधों को जिला प्रशासन के द्वारा शिथिल किया गया है।जिले में सभी सरकारी कार्यालय शासन द्वारा निर्धारित समयावधि में संचालित होंगे । दुकानें और व्यवसायिक गतिविधियां सामान्य दिनो की तरह ही शुरू होकर रात्रि 8 बजे तक संचालित की जा सकेंगी। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है। उन्होने कहा हैकि जिला महासमुंद में जनमानस की कोविड संक्रमण से सुरक्षा को देखते हुए दुकान और व्यवसायिक गतिविधियां रात्रि 8 बजे तक ही संचालित होंगी। पेट्रोल पम्प और मेडिकल दुकानें अपने निर्धारित समयावधि तक संचालित किये जा सकेंगे। विदित हो कि कोरोना वायरस के बढते संक्रमण को रोकने के लिये महासमुंद जिला अन्तर्गत सम्पूर्ण क्षेत्र में इस माह की 23 तारीख़ से 30 सितम्बर (एक सप्ताह) तक कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है। घोषित लॉकडाउन की अवधि आज बुधवार 30 सितम्बर की मध्यरात्रि को समाप्त होगी।हालांकि 1 अक्टूबर से जिले की सभी दुकानें रात 8 बजे तक खुलेगी मगर दुकान संचालकों को कोरोना संक्रमण के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन करना जरूरी होगा। इस दौरान पूर्व की तरह मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर सहित अन्य जरूरी चीजों को रखना जरूरी होगा। लाॅकडाऊन की शुरूआत से पूर्व जंहा दुकान संचालन की अनुमति सायं 7 बजे तक थी उसमें 1 घंटे की वृद्धि करते हुए संचालन की अवधि को रात्रि 8 बजे तक किया गया है।कलेक्टर ने लोगों से कोरोना नाम की महामारी से बचने के लिए बेवजह अपने घर न निकलने की अपील की है। इस संवेदनशील समय में कलेक्टर ने जिले वासियो के सहयोग और धैर्य की तारीफ की है।मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ आर के परदल ने जनता से अपील की है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग करें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करके ही संक्रमण को रोका जा सकता है। - महासमुंद : महासमुंद जिले में कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19 ) से स्वस्थ होने वाले व्यक्तियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। आज बुधवार 30 सितम्बर को जिले में 103 कोरोना पॉजिटिव व्यक्तिय स्वस्थ होकर अपने घर सुरक्षित पहुँच गए है ।जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज इन्हें डिस्चार्ज किया गया है। जिले में अब तक 1837 कोरोना संक्रमित मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। आज 30 सितम्बर तक जिले में 776 एक्टिव केस है । जिनका बेहतर उपचार किया जा रहा है।
आज जिले में कोरोना के लक्षण दिखने वाले कुल 480 लोगों की कोरोना जाँच की गयी , जिसमें 51 लोगों की जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव पायी गई । जिसमें ट्रू नाट से 64,आरटीपीसीआर से 70 और एंटीजन से 346 टेस्ट किए गए ।महासमुंद ब्लाक से 22पॉज़िटिव पाए गए,सरायपाली से 8 पॉज़िटिव,बसना से 12,पिथोरा से 2और बागबाहरा से 7 व्यक्तियों की जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है। रोज़ की तरह आज भी कोविड अस्पताल और कोविड सेंटरो में पीड़ित मरीज़ों का उपचार सुचारु रूप से किया जा रहा है ।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल द्वारा कोविड अस्पताल,कोविड केयर सेंटर एवं क्वारेंटाइन केंद्रों पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की सतत मानिटरिंग की जा रही है।कोरोना संक्रमण से निपटने के चार प्रमुख स्तंभ आईडेंटिफिकेशन, आइसोलेशन, टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पर जिला प्रशासन द्वारा विशेष फोकस किया गया है। नये कोरोना संक्रमित मरीजों को शीघ्र कांटेक्ट ट्रेसिंग कर उन्हें संस्थागत क्वारेंटाइन किया जा रहा है। सर्दी, खांसी, बुखार व कोरोना संदिग्ध मरीजों की प्राथमिक स्टेज में ही पहचान की जा रही है तथा उन्हें आइसोलेट कर नियमानुसार टेस्टिंग व ट्रीटमेंट का कार्य गंभीरता से किया जा रहा है।
कोविड अस्पताल और कोविड केयर सेंटर में बेहतर इंतजाम किए गए है । इनमें कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार किया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा सभी कोविड केयर सेंटरों में समुचित व्यवस्थाएं की गई है । मरीजों को गुणवत्तायुक्त भोजन एवं समय पर दवाइयाँ का प्रतिदिन सुबह-शाम सेवन कराया जा रहा है। फलस्वरूप कोरोना संक्रमित मरीज शीघ्र स्वस्थ हो रहे हैं। -
पीडीएस के बारदाने वर्ष 2020-21 की धान खरीदी के कार्य हेतु सुरक्षित रखें जायें - कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल
महासमुंद : खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हेतु बारदाना व्यवस्था के लिए छत्तीसगढ़ शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग,मंत्रालय द्वारा आज दिशा-निर्देश जारी किए है।जारी आदेश में कहा गया है कि खाद्य विभाग भारत शासन के साथ दिनांक 29 सितम्बर 2020 को हुई वीडियों कॉन्फ्रेस में भारत शासन द्वारा अवगत कराया गया कि कोराना महामारी के कारण नये जूट बारदाने का उत्पादन कार्य प्रभावित होने से नये जूट बारदाने की आपूर्ति राज्य की आवश्यकता एवं माग अनुसार किया जाना संभव नहीं है।उपरोक्त स्थिति में नये जूट बारदाने की आपूर्ति अपेक्षाकृत कम होने से उसकी पूर्ति पीडीएस के जूट बारदाने से करनी पड़ेगी । इसके लिए उचित मूल्य की दुकानों से राशन वितरण के पश्चात बचत पीडीएस के जूट बारदानों को केवल धान खरीदी हेतु सुरक्षित रूप से रखा जाना जरूरी है । कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने खाद्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देश के तहत खाद्य,सहकारिता, विपणन एवं नागरिक आपूर्ति विभाग से संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वर्ष 2020-21 की धान खरीदी को बेहतर ढंग से संपादित करने के लिए खादय सचिव छत्तीसगढ के निर्देशों के तहत जिले की सभी सरकारी उचित मूल्य दुकानों पर उपलब्ध बारदाने को केवल धान खरीदी कार्य हेतु उपयोग मे लाये जाने की व्यवस्था अविलंब निर्मित की जाये।
इन बारदानों का अन्य कार्यो हेतु विक्रय नहीं किया जाये। इस बात को सुनिश्चित करने के लिये जिला खाद्य कार्यालय से निर्देश जारी किये गये है जिसके अनुसार पीडीएस बारदानो के विक्रय पर भी आगामी आदेश तक रोक लगायी गयी है । कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने विभागीय अधिकारियों को सरकारी उचित मूल्य की दुकानों में उपलब्ध पीडीएस बारदाने का एकत्रीकरण शासन द्वारा पूर्व में दिए गयेनिर्देशानुसार किये जाने एवं वर्ष 2020-21 की धान खरीदी के दौरान उक्त बारदाने उपलब्ध कराये जाये और जिले में इक्कठे किए गए पीडीएस बारदाने की समय-समय पर मॉनिटरिंग भी की जाये ।उपपंजीयक सहकारी संस्था के द्वारा जिले मे समितियों को इस संबंध मे आदेश जारी किये गये हैं कि समिति में पीडीएस बारदाने को सुरक्षित रखा जावे एवं बारदानो की उपलब्धता की जानकारी दिए गए निर्देशानुसार सॉफ्टवेयर में की जाये । - महासमुंद : हाल ही में जिला चिकित्सालय में बतौर सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक कार्यभार सम्हालने वाले राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी एवं अस्थि रोग विशेषज्ञ डाॅ. एन. के. मंडपे ने बुधवार 30 सितम्बर 2020 को जिला चिकित्सालय में प्रदाय की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया।ओपीडी और आईपीडी सहित कोविड और नाॅन कोविड सेक्शन में मौका मुआयना करने के बाद वे भर्ती मरीजों से भी मिले और ड्यूटीरत चिकित्सकीय अमले को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने वार्डाें में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था करने के साथ मेन्टनेंस कर्मचारियों को निर्धारित समस में आईपीडी बिस्तरों के चादर बदलने और मरीजों को समय पर भोजन उपलब्ध कराने के लिए कहा।डाॅ. मंडपे ने बताया कि कोविड-19 के दौर में जिला चिकित्सालय के कोविड और नाॅन कोविड सेक्शन में प्रदाय की जा रहे चिकित्सकीस सेवाएं पूर्व की तरह यथावत रहेंगी। संक्रमण सुरक्षा-सावधानी के लिए उन्होेंने सेवा प्रदाता अमले को ड्यूटी रोस्टर के मुताबिक काम पर आने और मरीजों से मानवीय व्यवहार करने की समझाईश दी। साथ ही सेवा प्रदाय करने के दौरान सभी स्वास्थ्यकर्मियों को मास्क और दस्ताने पहनने के साथ-साथ स्वयं की सुरक्षा के लिए भी समय-समय पर हैंड रब सैनिटाइजर से हाथ धोते रहने के लिए कहा।उल्लेखनीय है कि जिला चिकित्सालय के एक हिस्से को डेडिकेटेट कोविड अस्पताल के रूप में संचालित किया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर नाॅन कोविड चिकित्सकीय सेवाएं भी पृथक रूप से उपलब्ध कराई जा रही है। तत्संबंध में अस्पताल सलाहकार डाॅ. निखिल गोस्वामी के बताए अनुसार मंगलवार 29 सितम्बर 2020 की रात आठ बजे तक की स्थिति में डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में कुल 22 कोविड धनात्मक मरीजों का उपचार किया जा रहा है।वहीं, सामान्य मर्जों के निदान के लिए आने वाले मरीजों सहित कोविड-19 की जांच कराने वाले संदिग्धों की संख्या जोड़ कर जिला चिकित्सालय के नाॅन-कोविड सेक्शन के ओपीडी में प्रतिदिन औसतन डेढ़ सौ मरीजों की दैनिक आवजाही बनी हुई है।
- महासमुंद : जिले में कोविड-19 के नियंत्रण एवं संक्रमण रोकथाम के लिए की जा रही कोविड जांच के बाद धनात्मक आने वाले प्रकरणों को आगामी चिकित्सकीय सेवाएं प्रदाय करने के लिए मौके पर ही सेवा सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने पर फोकस किया गया है। इस सम्बंद में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देशानुसार जिला मुख्यालय स्थित फीवर क्लीनिक में मरीजों को मौके पर ही आवश्यक दवाएं निशुल्क वितरित की जा रही हैं।एएनएम श्रीमती लता साहू ने बताया कि इन दवाओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली कोविड-19 संबंधित दवाओं के साथ मल्टी विटामिन और गैस की दवाएं होती हैं। मरीज को इनकी खुराक चिकित्सकीय परामर्श पर लेने की सलाह दी जाती है। फीवर क्लीनिक में कार्यभार सम्हाल रही आयुष चिकित्सा अधिकारी डाॅ. रेणुका तारम ने बताया कि दवा वितरण के साथ-साथ फीवर क्लीनिक में सोशल डिस्टेन्सिंग के दायरे में कान्टेक्ट ट्रेसिंग का कार्य भी जारी हैऔर मरीजों को कोविड-19 की नियमावली से अवगत कराते हुए उनकी काउंसलिंग की जा रही है। इस संबंध में शंका होने पर वे होम आइसोलेशन के कंट्रोल रूम नंबर 82693-79405 या 07723-222100/222101 पर भी संपर्क कर पुनः जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।उल्लेखनीय हैकि मंगलवार 29 सितम्बर 2020 की रात आठ बजे तक जिले में कुल 880 कोविड धनात्मक लक्षण रहित मरीजों को होम आइसोलेट किया गया। होम आइसोलेशन के जिला नोडल अधिकारी ने बताया कि कुल होम आइसोलेट मरीजों में अब तक 566 प्रकरणों में होम आइसोलशन की अवधि पूर्ण हो चुकी है। शेष को भी तेजी से स्वास्थ्य लाभ मिलने के अनुमान हैं।इसी तरह मंगलवार के दिन कुल 314 मरीजों को होम आइसोलेशन के लिए पात्र पाए जाने पर घर पर ही रह कर उपचार कराने की अनुमति प्रदान की गई, वहीं मंगलवार को डिस्चार्ज होने वालों का आंकड़ा 58 मरीजों तक पहुंचा।
- महासमुंद : जिला स्वास्थ्य ने मंगलवार को दो मरीजों की मृत्यु होने की पुष्टि की है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.के. परदल से मिली जानकारी के मुताबिक इनमें एक 56 वर्षीय पुरुष महासमुंद निवासी थे। दिनांक 26 सितम्बर 2020 से डेडेकेटेड कोविड अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था।उन्हें टाइफाइड की शिकायत थी साथ ही वे कोविड-19 के धनात्मक भी पाए गए थे। मंगलवार 29 सितम्बर 2020 की शाम को उनकी तबियत अधिक बिगड़ गई। जिस पर चिकित्सकों द्वारा उन्हें जीवनरक्षक उपचार दिया गया। फ़िर भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। शाम करीब 7 बज कर 20 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली।खण्ड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी श्री दीपक तिवारी ने बताया कि बुधवार 30 सितम्बर 2020 को कोविड-19 के निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत चिकित्सकीय दल एवं स्थानीय दण्डाधिकारियों की उपस्थिति में विधिवत अंतिम संस्कार किया गया।
इसी प्रकार दूसरा प्रकरण राजधानी के एक निजी चिकित्सालय में हुई मृत्यु का है। जिसमें 67 वर्षीय महिला जो कि सागरपारा, पिथौरा की मूल निवासी थीं, वे रायपुर के निजी चिकित्सालय में 23 सितम्बर 2020 से उपचार ले रहीं थीं।इस दौरान मंगलवार 29 सितम्बर 2020 को रात्रि करीब 10 बज कर 30 मिनट पर उनकी मृत्यु हो गई। उन्हें कोविड-19 की धनात्मक पाई गईं और उन्हें अनियमित रक्तचाप, मधुमेह और निमोनिया जैसी बीमारियाँ थी।अंतिम संस्कार के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी डाॅ. अनिमेस राय से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार की दोपहर को ही उनकी पार्थिव देह को उनके निवास स्थल की ओर रवाना कर दिया गया था।खण्ड चिकित्सा अधिकारी, पिथौरा डाॅ. तारा अग्रवाल ने बताया कि अनुविभागीय अधिकारी श्री बी.एस. मरकाम (राजस्व) एवं चिकित्सक डाॅ. महेंद्र चैधरी की उपस्थिति में कोविड-19 के निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत उनका अंतिम संस्कार किया गया। - कोविड से बचने के लिए हाइजीन का रखा जाएगा विशेष खयालएक अक्टूबर को राष्ट्रीय वयोवृद्ध दिवस पर बुजुर्गों को कोविड से बचाने करेंगे जागरूकमहासमुंद : कोविड-19 के दौर में भी जिला चिकित्सालय में रक्तदान की महत्वपूर्ण गतिविधियां जारी रहेंगी। इस ओर जागरूक आमजन के साथ जिला स्वास्थ्य एक बार फिर एक अक्टबूर से 15 अक्टूबर 2020 के बीच स्वैच्छिक रक्तदान पखवाड़ा मनाने जा रहा है। सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. एन. के. मंडपे ने रक्तदान की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए गणमान्य नागरिकों से निःसंकोच रक्तदान करने आने की अपील जारी की है।
डाॅ. मंडपे ने कहा कि यह पखवाड़ा सोशल डिस्टेन्सिग के दायरे में निर्धारित तिथी अनुसार में जारी रहेगा। इस दौरान स्वेच्छा से आकर रक्तदान करने वालों का विशेष खयाल रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के संक्रामक खतरे को देखते हुए ब्लड बैंक अधिकारी पायथोलाॅजिस्ट डाॅ. विपिन बिहारी अग्रवाल की देख-रेख में जिला चिकित्सायल में आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। जिससे संक्रमण फैलाव का खतरा नहीं होगा।
रक्तदान की आवश्यकताओं के बारे में ब्लड बैंक सलाहकार श्री सुनील साहू का कहना है कि मानव शरीर में अलग-अलग कुल आठ प्रकार के रक्त समूह होते हैं। इनमें ए निगेटिव, बी निगेटिव, ओ निगेटिव और एबी निगेटिव आमतौर पर रेयर यानी कम मिलने वाले होते हैं। वहीं सिकलसेल और थैलसेमिया जैसे रक्त विकार के प्रकरणों में मरीज को जीवनदान देने के लिए इन रक्त समूहों की आवश्यकता अपेक्षाकृत अधिक महसूस की जाती है।
आयोजन के संबंध में एमएलटी श्री खिलेश चंद्राकर से मिली जानकारी के मुताबिक यह आयोजन एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक लगातार जारी रहेगा। वहीं, दिनांक 06 और 08 सितम्बर 2020 को विशेष रक्तदान शिविर आयोजित होंगे। इस बीच रक्तदान के लिए मापदण्डानुसार पात्र दानदाताओं से ओपीडी समय में रक्त दान लिया जाएगा। पखवाड़े में रक्तदान के पूर्व रक्तदाताओं की निर्धारित जांच करने के बाद ही रक्त लिया जाएगा। संग्रहित किए गए रक्त को यहां उपलब्ध चार नग फ्रीजर्स में भंडारित किया जाएगा।
इसके बाद आवश्यकता होने पर जरूरतमंद मरीजों को रक्त उपलब्ध कराया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पूर्व में जिला चिकित्सालय में आयोजित रक्तदान शिविरों में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक ने जनहित में हाथ बटाते रहे हैं। इस बार के विशेष रक्तदान शिविरों में क्रमशः महामाया सेवा समिति एवं मां चंडी रक्तदान सेवा समिति व लाइफ लाइन सेवा समिति के सदस्यों ने रक्तदान में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने की सहमति दी है।
एक अक्टूबर वयोवृद्ध दिवस पर बुजुर्गों को करेंगे जागरूककोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ. अनिरुद्ध कसार ने बताया कि एक अक्टूबर को हर साल राष्ट्रीय वयोवृद्ध दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष कोविड-19 की महामारी को देखते हुए बुजुर्गों के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जिसमें जिले भर में मीडिया, शोसल मीडिया और आॅनलाइन माध्यमों के जरिए कोविड-19 के संक्रमण से बचने के तौर-तरीके बतलाए जाएंगे। - बीएससी हॉस्पिटैलिटी एंड होटल एडमिनिस्ट्रेशन के प्रथम वर्ष में प्रवेश
अंतिम तारीख़ 12 अक्टूबर
महासमुंद : नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, नोएडा से मान्यता प्राप्त छत्तीसगढ़ शासन, पर्यटन विभाग के अधीन इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, कैटरिंग टेक्नोलॉजी एंड अप्लाई न्यूट्रीशन, उपरवारा, नवा रायपुर ( NCHMCT और IGNOU सहयोगी नियमित कक्षा कार्यक्रम में) शैक्षणिक सत्र 2020-21 के 03 वर्षीय पाठ्यक्रम बीएससी हॉस्पिटैलिटी एंड होटल एडमिनिस्ट्रेशन के प्रथम वर्ष में प्रवेश हेतु योग्य उम्मीदवारों से संस्थान में शेष रिक्तियों के अनुसार निम्नलिखित पात्रता एवं मानदंड के अन्तर्गत संस्थान के प्रत्यक्ष भर्ती कोटा के तहत आवेदन पत्र आमंत्रित किए जाते है
1. मान्यता प्राप्त शिक्षा मंडल से आवेदक का 12 वी कक्षा (विज्ञान/कला/वाणिज्य/अन्य विषय में) न्यूनतम 50% अंको के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
2. कक्षा 12 वी में एक विषय अंग्रेजी के साथ उक्त विषय अंग्रेजी में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
3. 01 जुलाई 2020 को सामान्य एवम् अन्य पिछड़ा वर्ग हेतु अधिकतम आयु 25 वर्ष एवम् अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं दिव्यांग हेतु अधिकतम आयु 28 वर्ष निर्धारित हैउम्मीदवार का चयन मेरिट के आधार पर किया जावेगा, इच्छुक उम्मीदवार दिनांक 12 अक्टूबर 2020 तक तथा डिप्लोमा इन फूड प्रोडक्शन, डिप्लोमा इन फूड एंड बेवरेज सर्विसेस एवं डिप्लोमा इन हाउस कीपिंग ऑपरेशन्स में प्रवेश हेतु आवेदन पत्र 01 अक्टूबर 2020 तक आमंत्रित है
अधिक जानकारी वेबसाइट इंस्टीट्यूट के सिटी कार्यालय, होटल जोहार छत्तीसगढ़, तेलीबांधा, रायपुर में आवेदन पत्र सीधे/पंजीकृत डाक/ऑनलाइन जमा कर सकते है अधिक जानकारी इंस्टीट्यूट की वेबसाइट www.ihmraipur.com एवम् छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड की वेबसाइट www.chhattisgarhtourism.in से तथा फोन नंबर 0771-4014166, 88717-92093, 93009-12780, 87701-97441 से प्राप्त की जा सकती है। -
जिले में आज 50 लोगों क़ोरोना की जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी
अब तक 1734 और होम आइशोलेसन के 566 मिलाकर 2300 लोग ठीक हुए
महासमुंद : महासमुंद जिले में आज कुल 510 संदिग्ध व्यक्तियों की कोरोना जाँच की गई थी । जिसमें आरटीपीसीआर से 114, ट्रू नाट से 65, और एंटीजन से 331टेस्ट किए गए ।जिले में क़ोरोना की जाँच रिपोर्ट में पॉज़िटिव लोगों की संख्या में पहले से कमी आयी है । सरायपाली विकासखंड से सर्वाधिक 19 लोगों की जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है। महासमुंद से 14, पिथौरा से 6,कोविड-19 मिले है। बसना से 8 और बागबाहरा से 3 से की खबर है।
जिले में आज तक जिले में कुल 2599 लोग कोरोना पॉज़िटिव पाए गए थे। अब तक 1734 लोग और होम आइशोलेसन के 566 इस प्रकार कुल 2300 क़ोरोना पॉज़िटिव उपचार के बाद ठीक हुए। वहीं आज दोनो कोविड केयर सेंटर और होम आइशोलेसन को मिलाकर 131 लोग बेहतर उपचार के बाद स्वस्थ्य हुए।वर्तमान में जिले में 829 और होम आइशोलेसन के 314 एक्टिव केस हैं। जिनका उपचार चल रहा है। जिला स्वास्थ्य ने सोमवार और मंगलवार के बीच की दरमियानी रात महासमुंद शहर निवासी पचपन वर्षीय व्यक्ति की उपचार के दौरान मेकाहारा में मृत्यु होने की पुष्टि की है।इन्हें श्वसन संबंधी समस्या थी। आज 50 लोगों की कोरोना जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है।जो कुछ दिनो से आ रहे पॉज़िटिव संख्या से कम है । -
महासमुंद : जिला स्वास्थ्य ने सोमवार और मंगलवार के बीच की दरमियानी रात महासमुंद शहर निवासी पचपन वर्षीय व्यक्ति की उपचार के दौरान मेकाहारा में मृत्यु होने की पुष्टि की है। प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर. के. परदल से मिली जानकारी के अनुसार शहर के वार्ड क्रमांक 10 के रहने वाले 55 वर्षीय मरीज 27 सितम्बर 2020 को राजधानी के मेकाहारा में भर्ती हुए थे।
जहां, उनका उपचार चल रहा था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, इस दौरान उनके श्वसन तंत्र संबंधी जटिलताएं बढ़ गईं और सोमवार 28 सितम्बर व मंगलवार 29 सितम्बर के बीच की दरमियानी रात तकरीबन एक बज कर तीस मिनट पर उनका देहांत हो गया।
बताया जा रहा है कि वे कोविड-19 के धनात्मक प्रकरणों में से एक थे। चिकित्सकों द्वारा जीवनरक्षक उपचार दिए जाने के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। अंतिम संस्कार के लिए नियुक्त जिला नोडल अधिकारी डाॅ. अनिमेस राय ने बताया कि कोविड-19 के निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत प्रशासनिक एवं चिकित्सकीय अमले द्वारा उनका विधिवत अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार नीता अलसारे, खण्ड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी दीपक तिवारी एवं राजेश डडसेना, रूपेश चंद्राकर सहित संलग्न अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
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सबसे ज्यादा पिथौरो के 65 किसानों ने कीटनाशक दवाईयों की मांग की जिसकी पूर्ति की गई
महासमुंद : महासंमुद जिले के 116 कृषकों को उनकी मांग पर खरीफ फसलों (धान एवं अन्य) में कीट एवं बीमारी की कीटनाशक दवाईयों की होम डिलीवरी की गई। महासंमुद विकास खंण्ड से 4 किसानों ने कीटनाशक दवाईयों की मांग की थी, विकासखंड बागबाहरा से 19 कृषकों ने, सबसे अधिक पिथौरा विकासखंड से 65 कृषकों ने अपनी फसलों के कीट एवं बीमारी के लिए संबंधित अधिकारी से मोबाईल पर सम्पर्क कर कीटनाशक दवाईयों की मांग की थी। सभी को पंजीकृत कृषि कीटनाशक दवा विक्रेताओं के माध्यम से होम डिलीवरी कराया गया।
इसी प्रकार विकासंखड बसना से 19 कृषकों ने और सरायपाली से 9 किसानों अपनी-अपनी फसलों से कीट एवं रोग से बचाने के लिए जरूरी कृषि कीटनाशक दवाईयां जिला प्रशासन द्वारा जारी मोबाईल नम्बरों पर सम्पर्क कर मांग की गई थी। उप संचालक कृषि श्री एस.आर डोगरे ने बताया कि संबंधित अधिकारियांे द्वारा क्षेत्र के पंजीकृत कृषि कीटनाशक दवाईयों के विक्रेताओं के माध्यम से उपलब्ध कराया गया।
मालूम हो कि महासमुंद जिले में कोराना वायरस संक्रमण (कोविड-19) की रोकथाम,संभावत प्रसार एवं चैन को तोड़ने हेतु 23 सितम्बर से आगामी 30 सितम्बर की मध्य रात्रि तक जिला प्रशासन द्वारा सम्पूर्ण राजस्व जिला क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। जिला प्रशासन द्वारा वर्तमान में किसानों की खरीफ फसलांे (धान एवं अन्य ) में कीट एवं बीमारी का प्रकोप की संभावना को देखते हुए खरीफ फसलांे (धान एवं अन्य)की कीटनाशक दवाईयां की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए कृषकों के द्वारा आवश्यकतानुसार मांग किए जाने पर कीटनाशक दवाईयां निकटतम इच्छुक पंजीकृत दुकानों से होम डिलीवरी के माध्यम से प्रातः 6.00 बजे से प्रातः 9.00 बजे तक उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई थी। इसके लिए महासमुंद सहित सभी ब्लांक के कृषि अधिकारियों के मोबाईल नम्बर जारी किए गए थे ।
कलेक्टर के निर्देश पर उप संचालक कृषि द्वारा संबंधितों के नाम एवं मोबाईल नम्बर जारी किए है महासमुंद विकास खंड से श्री बी.आर.घोड़ेसवार, बागबाहरा से श्री एच.आर. देवागंन, पिथौरा विकासखंड से श्री डी.पी. पटेल, बसना के श्री पी.एन सामल और सरायपाली से श्री जे.डी. मांझी से किसानों ने सम्पर्क किया था। किसानों द्वारा चाही गई तकनीकी सलाह भी दी गई। उक्त सभी कृषि अधिकारियों ने कीटनाशक दवाई, संबंधित क्षेत्र के निकटतम ईच्छुक पंजीकृत दुकनों के डिलीवरी ब्यॉय के माध्यम से, भुगतान पर उपलब्ध करायी गयी। ताकि लॉकडाउन के समय कोविड-19 संक्रमण के फैलाव पर प्रभावी नियंत्रण बना रहे। - दुर्गा प्रतिमाओं की ऊंचाई, पंडाल, श्रृद्धालुओं की संख्या और विसर्जन आदि के दिशा-निर्देश जारी
सूर्यास्त के पश्चात एवं सूर्योदय के पहले मूर्ति विसर्जन की अनुमति नहीं
महासमुंद : अगले माह 17 अक्टूबर से प्रारंभ होने वाली नवरात्रि दुर्गा-पूजा को मद्देनजर और कोविड-19 के चलते नवरात्रि उत्सव को लेकर महासमुंद जिला प्रशासन ने गाईडलाईन जारी कर दी है। उत्सव के दौरान दुर्गा प्रतिमाओं की ऊंचाई, पंडाल, श्रृद्धालुओं की संख्या और विसर्जन आदि सहित कुल 28 दिशा-निर्देश जारी किए है। नवरात्रि के लिए 6 फीट से ऊंची और 5 फीट से चौड़ी मूर्ति, 15 बाई 15 से ज्यादा पंडाल नही बनाने के निर्देश दिये गये है।
इसके साथ ही बनाये गये पंडाल के सामने 4000 वर्गफीट की खुली जगह हो, कोई भी सड़क अथवा गली का हिस्सा प्रभावति नहीं होना चाहिए। वहीं पंडाल में एक बार में 20 से ज्यादा लोग नहीं होंगे। जारी आदेश में कहा गया है कि मूर्ति स्थापित करने वाले व्यक्ति अथवा समिति एक रजिस्टर संधारित करें, जिसमें दर्शन हेतु आने वाले सभी व्यक्तियों का नाम,पता, मोबाईल नम्बर दर्ज करना होगा।इसके अलावा मूर्ति स्थापित करने वाले व्यक्ति अथवा समिति कम से कम 04 सीसीटीवी कैमरे लगायेगा, ताकि उनमें से कोई भी व्यक्ति कोराना संक्रमित होने पर कांटेक्ट ट्रेसिंग किया जा सकें। इसके लिए स्थापना का चिन्हांकन स्थानीय पुलिस प्रभारी द्वारा तय किया जावेगा।
नवरात्रि उत्सव की जारी गाईड लाईन में कहा गया है कि मूर्ति दर्शन अथवा पूजा में शामिल होने वाला कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के नहीं जायेगा। ऐसा पाये जाने पर संबंधित एवं आयोजन समिति के विरूद्ध वैधानिक कर्यवाही की जायेगी। मूर्ति स्थापित करने वले व्यक्ति अथवा समिति द्वारा सैनेटाईजर, थर्मल स्क्रिनिंग, ऑक्सीमीटर, हेण्डवाश एवं क्यू मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था करनी होगी। थर्मल स्क्रिनिंग में बुखार पाये जाने अथवा कोरोना से से संबंधित कोई भी सामान्य या विशेष लक्षण पाये जाने पर पंडाल में प्रवेश नहीं देने की जिम्मेदारी समिति की होगी। व्यक्ति या समिति द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा। इस हेतु आगमन एवं प्रस्थान की पृथक से व्यवस्था, बांस, बल्ली से बेरिकेटिंग कराकर कराया जावेगा ।
मूर्ति स्थापना, विसर्जन के दौरान प्रसार, चरणमृत या कोई भी खाद्य एवं पेय पदार्थ वितरण की भी अनुमति नहीं है। कंटेनमेंट जोन में मूर्ति स्थापना की अनुमति नहीं होगी। यदि पूजा की अवधि के दौरान भी उपरोक्त क्षेत्र में कंटेनमेंट जोन घोषित होता है, तो केवल एक पुुजारी जाकर पूजा कर सकता है। एवं विसर्जन हेतु संबंधित क्षेत्र के इन्सीडेंट कमांडर (अनुविभागीय दण्डाधिकारी) के आदेश के बाद ही विसर्जन की अनुमति होगी । मूर्ति विसर्जन के दौरान चार से अधिक व्यक्ति नहीं जा सकेंगे एवं वे मूर्ति के वाहन में ही बैठेंगे। पृथक से वाहन की अनुमति नहीं होगी।सूर्यास्त के पश्चात एवं सूर्योदय के पहले मूर्ति विसर्जन की अनुमति नहीं होगी ।
आदेश में कहा गया है कि मूर्ति स्थापना के दौरान, विसर्जन के समय अथवा विसर्जन के पश्चात किसी भी प्रकार के भोज, भंडार, जगराता का आयोजन अथवा सांस्कृतिक कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलवा मूर्ति स्थापना के समय, स्थापना के दौरान, विसर्जन के समय अथवा विसर्जन के बाद भी किसी भी प्रकार के वाद्य यंत्र, ध्वनि विस्तारक यंत्र/डीजे बजाने की मनाई है। गाईड लाईन में स्पष्ट किया गया है कि निर्देशों के उल्लंघन करने पर एपीडेमिक डिसीजी एक्ट एवं विधि अनुकूल नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। -
फीवर क्लीनिक में चल रही काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सुरक्षित दायरे के मुद्दे पर हुई चर्चा
नए प्रपत्र के अनुरूप देनी होगी काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग और होम आइसोलेशन की जानकारी
महासमुंद : जिले में कोविड-19 के नियंत्रण एवं संक्रमण रोकथाम के लिए अपनाए जा रहे नवीनकृत उपायों में अब शहर के फीवर क्लीनिक का कायाकल्प होगा। जिससे यहां मरीजों को मिलने वाली सुरक्षित सेवाओं में इजाफा होगा। इसके साथ ही कोविड-19 के नवीन धनात्मक में भी नए प्रपत्र के अनुरूप पूरी जानकारी देकर सहयोग करने की अपील जिला स्वास्थ्य द्वारा जारी की गई है।मंगलवार 29 सितम्बर को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर. के. परदल के निर्देशानुसार कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ. अनिरुद्ध कसार ने जिला मुख्यालय स्थित फीवर क्लीनिक में की जा रही धनात्मक मरीजों की काउंसलिंग सहित काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग स्पाॅट का औचक निरीक्षण कर सेवा प्रदाता चिकित्सकों और स्टाफ सहित मरीजों से बातचीत कर हाल जाना।इस दौरान राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के आयुष चिकित्सा अधिकारी डाॅ. देवेंद्र साहू जो इन दिनों मुख्यालयीन प्रकरण संबंधी कार्यभार सम्हाले हुए हैं ने डाॅ. कसार को यहां आने वाली दिक्कतों के बारे में पुनः अवगत कराया। जिस पर डाॅ. कसार ने उक्त क्षेत्र को उम्दा सुरक्षा प्रणाली से लैस करने के साथ मरीजों के लिए और बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए मामले को आला अधिकारियों के संज्ञान में लाने की बात कही।कोविड-19 के डिस्ट्रिक्ट सर्विलेन्स अधिकारी डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर ने बताया कि काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए राज्य शासन से मिले नवीन दिशा-निर्देशों पर अमल करने पर चर्चा की गई। जिसमें अद्यतन जानकारी के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया साथ ही जांच कराने के बाद धनात्मक आने वाले स्थानीय आमजनों से अपील कर गई कि वे निर्धारित प्रपत्र में पूछी जाने वाली जानकारी का उत्तर अनिवार्य रूप से दें। इसमें मुख्य रूप से नाम, पता, संबंधित निजी चिकित्सक का नाम सहित प्रतिदिन के दैनिक स्वास्थ्य आंकलन आदि की अनिवार्य जानकारी से होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम को निर्धारित समयवधि में अवगत कराने का अनुरोध किया गया है।उल्लेखनीय है कि एकीकृत रोग निगरानी शाखा से प्राप्त ताजा आंकड़ों के अनुसार सोमवार 28 सितम्बर की रात आठ बजे तक की स्थिति में जिले में कुल दो हजार 549 मरीज कोविड-19 से धनात्मक पाए गए, इनमें से एक हजार 661 मरीज डिस्चार्ज भी हो चुके हैं। सोमवार के दिन हुई कोविड जांच में भी क्रमशः आरटीपीसीआर, ट्रू-नाॅट और रैपिड एन्टीजन टेस्ट में कुल मिला कर चार सौ पचास संदिग्ध मरीजों के नमूनों का परीक्षण किया गया।जिनमें से 51 मरीज कोविड-19 से धनात्मक मिले हैं। अब केवल 853 प्रकरण ही सक्रिय बचे हैं। जिन्हे चिकित्सकीय सेवा सुविधाओं में होम आइसोलशन, कोविड केयर सेन्टर्स एवं डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। -
एक अक्टूबर से आगामी सप्ताह-भर शहरी क्षेत्रों में घर-घर जाकर बच्चों को खिलाई जाएगी कृमि नाशक दवा
महासमुंद : एल्बेन्डाजोल की गोलियां यानी कृमि नाशक दवा बच्चों को केवल कृमि की परेशानी से निजाद दिलाती है बल्कि यह कृमि के कारण बच्चों में होने वाली शारीरिक और मानसिक विकास संबंधित बाधाओं को भी दूर करती हैं। कोविड-19 की वैश्विक महामारी को देखते हुए इस बार लोगों के घरों में जाकर इसकी खुराक दे रही है।दो भागों में चल रहे इस अभियान में पहले चरण में 23 सितम्बर 2020 से ग्रामीण क्षेत्रों में एल्बेन्डाजोल की दवा खिलाया जाना शुरू किया गया। जिसका अंतिम दिन आज बुधवार 30 सितम्बर 2020 को पूर्ण हो रहा है। इस ओर प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर. के. परदल ने आमजन से अपील की है कि वैसे तो मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर दवा सेवन कराया है,किन्तु अगर कोई अब भी इसके लाभ से वंचित रह गए हैं तो आज ही अपने नजदीकी क्षेत्र की मितानिन या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से समन्वय कर अपने बच्चों को दवा खिला सकते हैं।बढ़ते क्रम में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि कोविड-19 के दौर में जिले के कई क्षेत्रों को कन्टेनमेन्ट जोन घोषित किए जाने के कारण अभियान दो चरणों में चलाया जा रहा है। दूसरे चरण में एक अक्टूबर 2020 से आगामी सप्ताह-भर तक शहरी क्षेत्रों में निवासरत परिवारों के बच्चों को दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए शहरी क्षेत्र में आवश्यक दवाओं का भंडारण भी कर लिया गया है।आरएमएनसीएचए सलाहकार (शिशु स्वास्थ्य) डाॅ. मुकंद राव घोड़ेसवार से मिली जानकारी के मुताबिक शहरी क्षेत्र में विकासखण्डवार महासमुंद में कार्यरत मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता स्थानीय आमजन का गृह भ्रमण कर दवा सेवन करवाएंगी। वहीं, विकासखण्ड पिथौरा, बसना, सरायपाली और बागबाहरा में यह कार्य केवल आंगनबाड़ी कार्यकताओं द्वारा ही संपादित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जिले में चार लाख 68हजार 342 बच्चों को एल्बेन्डाजोल की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें एक से दो वर्ष के बच्चों को आधी गोली पीस कर एवं तीन से उन्नीस वर्ष आयु तक के बच्चों व किशोरों को पूरी गोली खिलाई जा रही है। चिकित्सकों की राय में इस दवा के कोई साइडफेक्ट्स नहीं हैं और हाल ही में ग्रामीण अंचल में चले अभियान के दौरान बच्चों ने इस दवा के मीठे स्वाद के कारण बिना किसी परेशानी आसानी से इसकी खुराक ली है।सुरक्षा सावधानी के लिए आमजन से अनुरोध किया गया है कि वे भी कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत आपके घर आकर दवा सेवन कराने वाले स्वास्थ्यकर्मियों का सहयोग करें, सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करें, अनावश्यक भीड़ न बढ़ाएं और मास्क का उपयोग करना तो बिलकुल भी न भूलें। बच्चों को दवा सेवन कराने के पूर्व स्वयं एवं बच्चों के हाथ और मुंह भली प्रकार साबुन से धो लें, साथ में स्वच्छ पानी रखें।इस दौरान बच्चों के मुँह से मास्क केवल उसी समय हटाएं जब उन्हें दवा खिलाई जा रही हो। दवा सेवन कराए जाने के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव न हो इसके लिए जिला स्वास्थ्य ने स्वास्थ्यकर्मियों को मास्क, दस्ताने और सैनिटाइजर आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दिए हैं। इससे आप निःसंकोच अपने बच्चों को एल्बेन्डाजोल की दवा खिला सकते है। - महासमुंद : जिला स्वास्थ्य ने रविवार को सरायपाली निवासी 41 वर्षीय व्यक्ति की राजधानी के एक निजी चिकित्सालय में मृत्यु होने की पुष्टि की है। प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.के. परदल से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार 26 सितम्बर को सरायपाली निवासी 41 वर्षीय मरीज उपचार के लिए रायपुर के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती हुए थे। उन्हें निमोनिया की शिकायत थी।इस दौरान राजधानी के निजी चिकित्सालय में ही उनमें कोविड-19 संक्रमण की जांच की गई, जिसमें वे धनात्मक पाए गए थे। तकलीफ बढ़ती देख चिकित्सकों द्वारा उपचार दिए जाने के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका।रविवार 27 सितम्बर की दोपहर तकरीबन एक बज कर 10 मिनट पर उन्होेंने अंतिम सांस ली। अंतिम संस्कार के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी डाॅ. अनिमेस राय ने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकाॅल के निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत मृतक के स्थानीय क्षेत्र में संबंधित चिकित्सा अधिकारी एवं दण्डाधिकारी की उपस्थिति में विधिवत उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
- जिले में आज 51 लोगों क़ोरोना की जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी
अब तक 1600 से ज़्यादा लोग ठीक हुए
आज 86 लोग स्वस्थ्य होकर गए अपने घर सुरक्षित पहुँचेलॉक डाउन का दिखने लगा असर, पॉज़िटिव लोगों की संख्या में आयी कमी
महासमुंद : महासमुंद जिले में लॉकडाउन का असर दिखाई देने लगा है। महासमुंद जिले में कोरोना वायरस ( कोविड-19) संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए विगत 23 सितम्बर से आगामी 30 सितम्बर तक महासमुंद जिला अन्तर्गत सम्पूर्ण क्षेत्र को कंटेन्मेंट जोन (लॉक डाउन) घोषित किया गया है।
महासमुंद जिले में आज कुल 450 संदिग्ध व्यक्तियों की कोरोना जाँच की गई थी। जिसमें ट्रू नाट से 39, आरटीपीसीआर से 83 और एंटीजन से 328 टेस्ट किए गए। जिले में क़ोरोना की जाँच रिपोर्ट में पॉज़िटिव लोगों की संख्या में पहले की अपेक्षा गिरावट आयी है।आज तक जिले में कुल 2549 लोग कोरोना पॉज़िटिव पाए गए थे। अब तक 1661 लोग उपचार के बाद ठीक हुए हुए और अपने घर गए। वहीं आज 86 लोग बेहतर उपचार के बाद स्वस्थ्य होकर अपने घर सुरक्षित पहुँचे है। वर्तमान में जिले में 853 एक्टिव केस हैं । जिनका उपचार चल रहा है।
आज 51 लोगों की कोरोना जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है ।जो कुछ दिनो से आ रहे आँकड़ो से कम है। बसना और बागबाहरा के लिए राहत भरी खबर है। यहाँ आज इक्का दुक्का की कोरोना जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव है। महासमुंद विकासखंड से सर्वाधिक 34 लोगों की जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है। सरायपाली एवं पिथौरा से 7-7 कोविड-19 मिले है। बसना और बागबाहरा से राहत की खबर है, बसना से 2 और बागबाहरा से केवल एक क़ोरोना पॉज़िटिव की रिपोर्ट आयी है। - महासमुंद : जिला स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को सरायपाली निवासी 41 वर्षीय व्यक्ति की राजधानी के एक निजी चिकित्सालय में मृत्यु होने की पुष्टि की है।प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.के. परदल से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार 26 सितम्बर 2020 को सरायपाली निवासी 41 वर्षीय मरीज उपचार के लिए रायपुर के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती हुए थे।
उन्हें निमोनिया की शिकायत थी। इस दौरान राजधानी के निजी चिकित्सालय में ही उनमें कोविड-19 संक्रमण की जांच की गई। जिसमें वे धनात्मक पाए गए थे। तकलीफ बढ़ती देख चिकित्सकों द्वारा उपचार किए जाने के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका। रविवार 27 सितम्बर 2020 की दोपहर एक बज कर 10 मिनट पर उन्होेंने अंतिम सांस ली।
अंतिम संस्कार के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी डाॅ. अनिमेस राय ने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकाॅल के निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत मृतक के स्थानीय क्षेत्र में संबंधित चिकित्सा अधिकारी एवं दण्डाधिकारी की उपस्थिति में विधिवत उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। -
जिले में 230 लोगों पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर लगा 26000 से अधिक का जुर्माना
महासमुंद 28 सितम्बर 2020 /- महासमुंद जिले में कोरोना वायरस ( कोविड-19)संक्रमण के बढ़ते प्रभाव क देखते हुए विगत 23 सितम्बर से आगामी 30 सितम्बर तक महासमुंद जिला अन्तर्गत सम्पूर्ण क्षेत्र को कंटेन्मेंट जोन (लॉक डाउन) घोषित किया गया है । यह लॉक डाउन पूरे महासमुंद जिले में बुधवार 30 सितम्बर 2020 तक लागू है ।कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने एक बार फिर दो गज की दूरी ( सोशल डिस्टेंसिंग) मास्क लगाने और समय-समय पर हाथ धोने की बात दोहराई । उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि अभी तक ज़िला प्रशासन का सहयोग किया ऐसा करते रहे । लोग बिना वजह से अपने घरों से नहीं निकलें ।लॉकडाउन की स्थिति को लोग और गंभीरता से लें। उन्होंने जिले के सभी एसडीएम से लॉक डाउन को सख्ती से लागू करने को कहा है । स्थानीय प्रशासन के अधिकारी पहले से और सख़्त हो गए है। इस कारण आज सोमवार को लॉकडाउन के छटवे महासमुंद शहर सहित जिले के सभी विकासखंडों बागबाहरा,पिथौरा,सरायपाली,और बसना में सन्नाटा पसरा रहा । इक्का-दुक्का लोग ही नज़र आए ।एसडीएम महासमुंद श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि आज लॉक डाउन का उलंघन्न करने वालें 6 दुकानदारो एफ.आइ.आर.दर्ज की गई ।महासमुंद, बसना,पिथौरा और बागबहरा से एक-एक दुकानदार और सरायपाली के दो दुकानदार।दुकानदार शामिल है । जिन पर एफ.आइ.आर.दर्ज की गई । बसना में ही लॉक डाउन का उलंघन्न करने वालों के 8 वाहनो को जप्त किया गया और 4 दुकानों को सील किया गया । वहीं महासमुंद में बेवजह घूमने वाले 20 लोगों पर एफ.आइ.आर.ज़रूरी और चालानी कार्यवाही की गई । जिले में 230 लोगों पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 26100 रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला गया। जिसमें महासमुंद में 151 लोगों से 18000, बागबहरा में 50 लोगों पर 5200, और पिथौरा में 29 लोगों पर 2900 रुपए है ।कलेक्टर श्री गोयल ने लोगों से पुनः अनुरोध किया कि कृपा करके कोरोना वायरस संक्रमण से अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें । जीवन की डोर तभी लंबी होगी जब आप सोशल /शारीरिक डिसटेंन्स बनाकर रखेंगे ।