- महासमुंद : ग्राम पंचायत बटकी के सरपंच हिरेन्द्र पटेल को सेवा से पदच्युत(बर्खास्त) कर दिया गया है।
सरायपाली जनपद के सरपंच संघ के संगठन के नाम पर बने व्हाट्सएप ग्रुप पर 14 वे वित्त की राशि से 5% के हिसाब से सरपंच संघ के अध्यक्ष के पास जमा करवाने का स्क्रीनशाट सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।स्थानीय सोशल मीडिया में आने के बाद ज़िला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया। महासमुंद जिले की सरायपाली तहसील के अनुविभागीय एवं दंडाधिकारी ने संज्ञान में लेते हुए श्री।
पटेल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जिस मामले में आज बटकी सरपंच हिरेन्द्र पटेल को सोशल मीडिया में प्रसारित करने का दोषी पाया गया। सरायपाली के एसडीएम श्री कुणाल दुतावात ने पंचायत राज अधिनियम के तहत पद से पृथक कर दिया है।
मालूम हो कि वायरल व्हाट्सएप ग्रुप के स्क्रीनशॉट में लिखा था कि सभी सरपंच भाइयों को सूचित किया जाता है कि प्रत्येक पंचायत से 14 वें वित्त की कुल राशि में से 5% के हिसाब से सरपंच संघ के अध्यक्ष के पास अतिशीघ्र जमा करें।
एसडीएम श्री दूदावत ने जानकारी दी कि सरायपाली और बसना में लगभग 100 से अधिक राशि गमन,बसूली “,सरकारी राशि का दुरुपयोग,जैसे लंबित प्रकरणों पर कार्रवाई चल रही है। ज़िला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह सख़्त है । किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता और सरकारी राशि के दुरुपयोग पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है और आगे भी जारी रहेगी। - महासमुन्द : सहायक संचालक मछली पालन ने जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरो एवं प्रचार सामग्रियों से ज्ञात हुआ है कि कुछ संस्थाओं के द्वारा जिले के किसानों से मत्स्य पालन कार्य के लिए बड़ी धनराशि लेकर अंनुबंध कृषि (काॅन्ट्रेक्ट फाॅर्मिंग) एवं मत्स्य पालन कार्य में भूमि तथा धनराशि का निवेश करने के लिए प्रचार-प्रसार करते हुए अधिक एवं निश्चित मासिक आय का प्रलोभन दिया जा रहा है।
सहायक संचालक मछली पालन महासमुन्द जिले के निवासियों की जानकारी में यह बात लायी जाती है कि कार्यालय, सहायक संचालक मछली पालन, जिला महासमुंद था इस कार्यालय के किसी भी विभागीय तकनीकी अधिकारी के द्वारा ऐसी किसी भी गतिविधि का समर्थन या प्रोत्साहन नहीं किया जा रहा है, और ना ही विभाग का उक्त विसी गतिविधि या संस्थान से कोई संबंध है, और ना ही विभाग द्वारा ऐसी किसी योजना अथवा गतिविधि को प्रमाणित किया गया है।
विभाग ऐसी किसी गतिविधि के माध्यम से अनुदान के भुगतान का समर्थन नहीं करता है। उन्होंने जिले के आमजन से अपील की है कि मत्स्य पालन के क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति अथवा संस्थान के द्वारा दिये गए ऐसे प्रलोभन से बचें तथा इस प्रकार के अनुबंध कृषि (काॅन्ट्रेक्ट फाॅर्मिंग) अथवा मत्स्य पालन कार्य में निवेश करने से पहले ऐसी संस्थाओं और उनके द्वारा किये रहे अनुबंध शतों का सतर्कतापूर्वक परीक्षण करें, और अनुबंध के वैधानिक एवं आर्थिक पक्षों का भली-भांति परीक्षण व विचार कर स्वयं के विवेक एवं व्यक्तिगत जिम्मेदारी से निर्णय लें। भविष्य में निवेशक को किसी प्रकार की क्षति या नुकसान होता है तो उसके लिए यह विभाग जिम्मेदार नहीं होगा। - ’हाथी-मानव संघर्ष की आशंका निराधार, बेहतर होगा नियंत्रण’
महासमुन्द : छत्तीसगढ़ के वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने कहा है कि लेमरू एलिफेंट रिजर्व से किसी भी गांव का विस्थापन नहीं होगा। उन्होंने विस्थापन की आशंकाओं को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि न तो कोई गांव विस्थापित होगा न ही किसी के निजी और सामूहिक वनाधिकार पर कोई प्रभाव पड़ेगा। एलिफेंट रिजर्व से मानव- हाथी संघर्ष की आशंका को भी उन्होंने निराधार बताया और कहा कि इसके विपरीत हाथी रिजर्व मानव-हाथी संघर्ष को नियंत्रित करने में मदद करेगा।
श्री अकबर ने जोर देकर कहा कि भूपेश बघेल की नेतृत्व वाली सरकार आदिवासियों और वनवासियों के सभी के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए कटिबद्ध है और कोई भी कार्य उनके हितों के खिलाफ नहीं किया जाएगा।
वन मंत्री श्री मोहम्म्द अकबर ने एक बयान जारी कर ’उस समाचार को’ असत्य बताया है जिसमें लेमरू एलीफेंट रिजर्व के कारण किसी गांव का विस्थापन या मानव हाथी संघर्ष बढ़ने की आशंकाएं बतायी गई हैं। श्री अकबर ने जोर देकर कहा है कि लेमरू एलीफेंट रिजर्व का गठन ’सरंक्षण रिजर्व’ के रूप में किया जा रहा है, जिसके तहत न कोई गांव विस्थापित होगा और न ही किसी भी तरह निजी वन अधिकार या सामुदायिक वन अधिकार पर इसका प्रभाव पड़ेगा। रिजर्व क्षेत्र में आने वाले गांवों को हेबीटेट विकास की अतिरिक्त राशि भी मिलेगी जिससे मानव हाथी संघर्ष पर नियंत्रण अधिक बेहतर होगा।
श्री अकबर ने इस तरह के समाचारों को गुमराह करने वाला बताया की एलीफेंट रिजर्व से हाथी एक ही क्षेत्र में एकत्रित किए जाएंगे। इस तरह का कोई भी कार्य कभी नहीं किया जाता। हाथी लंबी दूरी तय करने वाला प्राणी है और वह हमेशा एक जगह नहीं रहता है। 2011 में तमोरा पिंगला और सेमरसोत दोनों सरगुजा सर्कल और बादलखोल रायगढ़ सर्कल में एलीफेंट रिजर्व का गठन किया गया था और पिछले दस सालों में वहां मानव हाथी संघर्ष पर प्रभावी नियंत्रण में सहायता मिली है।
उक्त क्षेत्र अभ्यारण है जबकि लेमरू का गठन संरक्षण रिजर्व के रूप में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वन प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 36 (ए) के तहत जो संरक्षण रिजर्व गठित किया जाता है, वहां कोई विस्थापन नहीं होता और निजी भूमि पर यह धारा लागू नहीं होती। शासकीय भूमि पर भी समस्त प्रकार के वन अधिकार, लघुवनोपज संग्रहण आदि बरकरार रहते हैं।
श्री अकबर ने आगे कहा कि रिजर्व क्षेत्र में आने पर भविष्य में इस क्षेत्र में कोई खनन परियोजना आदि के लिए विस्थापन नहीं होगा। लेमरू एलीफेंट के खिलाफ किया जा रहा दुष्प्रचार सही नहीं है वस्तुतः ’निजी स्वार्थवश कुछ लोग’ अनावश्यक ही यह भ्रम फैला रहे हैं इससे सभी आम नागरिकों को बचना चाहिए। - दशहरा पर्व में पुतलों की ऊॅचाई 10 फीट से अधिक नहीं होगी
महासमुन्द : कलेक्टर जिला प्रशासन ने आगामी 30 अक्टूबर को होन वाले दशहरा उत्सव (पर्व) और पुतला दहन के आयोजन के संबंध में 21 बिन्दुओं के दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। जिले में कोरोना पाॅजिटीव प्रकरणों की संख्या में हो रही वृद्धि को देखते हुए और कोरोना संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण हेतु सभी संभावित उपाय अमल में लाया जाना उचित एवं आवश्यक हो गया हैं। इन सभी बातों को ध्यान मंे रखते हुए इस वर्ष दशहरा पर्व पर पुतलों की ऊॅचाई 10 फीट से अधिक नहीं होगी।
पुतला दहन किसी बस्ती, रहवासी ईलाके में नहीं किया जा सकेगा। पुतला दहन खुले स्थान पर ही किया जा सकेगा। जारी आदेश में कहा गया है कि कार्यक्रम समिति के मुख्य पदाधिकारी सहित किसी भी हाल में केवल 50 व्यक्ति ही शामिल होने की अनुमति होगी।
दशहरा आयोजन के दौरान सुप्रीम कोर्ट, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल, कोलाहल अधिनियम व भारत सरकार के द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए निर्धारित मानकों व दिशा-निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन किया जाना होगा, नियम के उल्लंघन करने पर समिति, आयोजक जिम्मेदार होंगे। समिति को सेनेटाईजर, थर्मल स्क्रीनिंग, आॅक्सीमीटर, हैण्ड वाॅश व क्यू मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था करनी होगी।इसके साथ ही कार्यक्रम के दौरान अग्नि शमन की व्यवस्था भी अनिवार्य रूप से करनी होगी। जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेश में कन्टेनमेंट जोन में पुतला दहन की अनुमति नहीं होगी तथा अनुमति मिलने के बाद अगर कोई क्षेत्र कन्टेनमेंट जोन घोषित हो जाता है तो वहां के सभी कार्यक्रम निरस्त माना जाएगा।
जारी आदेश में 19वें बिन्दु में स्पष्ट उल्ल्ेाख किया गया है कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष के कम उम्र के बच्चें आदि को घर में ही रहने की सलाह आग्रह किया गया हैं। इसके साथ ही इन सभी शर्तों के अतिरिक्त भारत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आदेश दिनांक 04 फरवरी 2020 के अंतर्गत जारी एसओपी का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना होगा।जिले के किसी भी स्थान पर दशहरा पर्व में पुतला दहन किया जाना हो तो कम से कम 10 दिवस पूर्व नगरीय निकाय क्षेत्रों के लिए संबंधित नगर पालिका, नगर पंचायत के कार्यालय में संबंधित तहसील कार्यालय से निर्धारित शपथमय आवेदन देना होगा। - आॅनलाईन खसरा एण्ट्री त्रुटि रहित हो इस बात का विशेष ख्याल रखें
महासमुन्द : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने गिरदावरी और खरीफ पंजीयन की समीक्षा की। कलेक्टर श्री गोयल ने ग्रामवार, भूमि स्वामीवार, क्षेत्राच्छादन रिपोर्ट की भी जानकारी दी।इसके साथ ही उन्होंने खसरा, रकबा, फसल का विवरण के बारें में भी पूछा। बैठक में अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र कुमार नायक, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सीमा ठाकुर सहित भू-राजस्व अधिकारी-कर्मचारी गण उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जिले में सम्पन्न गिरदावरी कार्य की समीक्षा की। गिरदावरी में पटवारियों द्वारा किए गए गिरदावरी कार्य की प्रविष्टि आॅनलाईन, भुईयाॅ साॅफ्टवेयर में आवश्यक निर्देश दिए गए।साथ ही राजस्व शुद्धता के साथ शासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुरूप पटवारी अभिलेखों की शुद्धता एवं कृषि की आकड़ो की शुद्धता बनाए रखने एवं उक्त कार्याें के सतत् निरीक्षण हेतु अधीक्षक भू-अभिलेखों को निर्देशित किया गया।
कलेक्टर श्री गोयल ने गिरदावरी कार्य के निरीक्षण प्रतिवेदन में त्रुटियाॅ पाई जाने पर असंतोष व्यक्त किया एवं गिरदावरी का निरीक्षण प्रतिवेदन शासन के निर्देशों के अनुरूप प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने उक्त कार्य का सतत् निरीक्षण-परीक्षण करने की बात कहीं।(फोटो संलग्न) -
महासमुंद : महासमुंद जिले में विगत दो दिनों में दो मरीजों की राजधानी रायपुर में उपचार के दौरान मृत्यु होने की पुष्टि जिला स्वास्थ्य ने की है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.के. परदल ने बताया कि इनमें सोमवार 05 अक्टूबर 2020 को ग्राम कुडेकेल विकासखण्ड बसना की रहने वाली 58 वर्षीय महिला की मृत्यु हो गई। उनका उपचार राजधानी के एम्स चिकित्सालय में चल रहा था।
बताया जा रहा है कि उनके शरीर में रक्त की कमी थी। साथ ही वे पहले से ही बीमारी थी। उपचार के दौरान उन्हें कोविड-19 का धनात्मक पाया गया था। कोविड-19 के निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत उनकी पार्थिव देह को उनके स्थानीय क्षेत्र तक लाया गया, जहां स्थानीय दण्डाधिकारी एवं चिकित्सा अधिकारी की उपस्थिति मंे उनका अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, दूसरा प्रकरण ग्राम अछोला, जिला महासमुंद का है।
जिसमें आजमंगलवार 06 अक्टूबर 2020 को 70 वर्षीय बुजुर्ग मरीज की राजधानी के एक निजी चिकित्सालय में उपचार के दौरान मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार वे निमोनिया से पीड़ित थे और उन्हें कोविड-19 का धनात्मक पाया गया था।
अंतिम संस्कार के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी डाॅ. अनिमेस राय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक समाचार लिए जाने तक उनके अंतिम संस्कार के लिए आवश्यक प्रबंध किए जा रहे थे। कोविड-19 की निर्धारित नियमावली के तहत उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
- तेज़ी से काम करने,शासन की गाइडलाइन का शब्दशः पालन करने के निर्देश दिएमहासमुंद : जिले में कोविड-19 की माहामारी को नियंत्रित करने के साथ-साथ संक्रमित मरीजों को उचित उपचार उपलब्ध कराने के लिए चलाए जा रहे कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान के दूसरे दिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय समीक्षा बैठक हुई ।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर. के. परदल ने जिले के सभी विकासखण्डों के चिकित्सा अधिकारियों एवं कार्यक्रम प्रबंधकों सहित कार्य में संलग्न अधिकारी-कर्मचारियों से वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के जरिए मौजूदा स्थिति की जानकारी ली ।
डाॅ. परदल ने बारी-बारी सभी विकासखण्डों विगत दो दिनों में हुए सर्वे के संबंध में अद्यतन जानकारी ली। साथ ही उन्होंने तेज़ी से काम करने और बेहतर परिणाम लाने के लिए शासन की गाइडलाइन का शब्दशः पालन करने के निर्देश दिए। कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ. अनिरूद्ध कसार ने उन्हें निर्धारित समयावधि में आॅनलाइन एंट्री करने के लिए कहा।
साथ ही ऐसे संदिग्ध मरीज जिनमें सर्दी, खांसी या बुखार जैसे लक्षण हों, यथाशीघ्र रैपिड एन्टीजन टेस्ट किए जाने की बात कही। वहीं, यह भी स्पष्ट किया कि कोविड-19 के लक्षण वाले जिन प्रकरणों में संक्रमण होने की संभावनाए दिख रही हो और उनमें पहली दफा रैपिड एन्टीजन टेस्ट में ऋणात्मक परिणाम मिलें तो पूरी पुनः पुष्टि के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट किया जा सकेगा।बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने अभियान के संबंध में प्रबंधकीय जानकारी उपलब्ध कराते हुए सर्वे कार्य में उपयोग में लाए जाने वाले सुरक्षात्मक साधनों की उपलब्धता की जानकारी दी। जिला स्तर पर मौदानी अमले के रूप में क्रियान्वयन गतिविधियों को सम्हाल रहे मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के समक्ष उत्पन्न हो सकने वाली समस्याआंे के निराकरण के बारे में आवश्यक टिप्स दिए। बढ़ते क्रम में अभियान अंतर्गत आगामी चरणों में किए जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
उल्लेखनीय है कि कोरोना सामुदायिक सर्वे अभियान में मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आमजनों के घरों में दस्तर देकर कोविड-19 संबंधी जानकारी एकत्र करने के साथ लक्षण वाले मरीजों के लिए जांच एवं उपचार संबंधी चिकित्सकीय प्रबंध उपलब्ध कराने में जुटे हुए हैं। जिला सर्विलेन्स अधिकारी डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर के मुताबिक यह अभियान आगामी 12 अक्टूबर 2020 तक जारी रहेगा।इस ओर, जिला स्वास्थ्य ने स्थानीय नागरिको से अपील कर है कि वे सर्वे अभियान में जिम्मेदारी के साथ अपनी भूमिका सुनिश्चित करें और घर में सर्वे करने पहुंच रहे चिकित्सकीय दल को सही-सही जानकारी अवश्य उपलब्ध कराएं। ताकि, जिले में कोविड-19 की महामारी को जल्द से जल्द नियंत्रिण में लाया जा सके। - आज 88 क़ोरोना पॉज़िटिव पूरी तरह ठीक हो कर अपने घर गएआज की तारीख़ में जिले में एक्टिव मरीज़ों की संख्या 782 हैमहासमुंद : महासमुंद जिले में आज 53 लोगों की कोरोना जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है । सर्वाधिक महासमुंद विकासखण्ड से 22, बसना विकासखण्ड से 09 लोग की जाँच रिपोर्ट में कोरोना पॉज़िटिव पाए गए।वही सरायपाली विकासखण्ड से 12, बागबाहरा से 9 और पिथौरा से केवल एक कोरोना पॉज़िटिव आए। जिले में कुल 398 संदिग्ध व्यक्तियों की कोरोना जाँच की गई थी। जिसमें ट्रू नाट से 12,आरटीपीसीआर से 3 और एंटीजन से 383 टेस्ट किए गए।
जिले में अब तक कुल 3018 कोरोना पॉज़िटिव आए जिनमें से 2193 स्वस्थ्य होकर अपने घर सुरक्षित पहुँचें। आज 88 क़ोरोना पॉज़िटिव पूरी तरह ठीक हो कर अपने घर गए।आज की तारीख़ में जिले में एक्टिव मरीज़ों की संख्या 782 है। पिछले दो दिन में विभिन्न बीमारियों और कोविड-19 से पॉज़िटिव दो लोगों की मृत्यु हुई है। - तेज़ी से काम करने,शासन की गाइडलाइन का शब्दशः पालन करने के निर्देश दिएमहासमुंद : जिले में कोविड-19 की माहामारी को नियंत्रित करने के साथ-साथ संक्रमित मरीजों को उचित उपचार उपलब्ध कराने के लिए चलाए जा रहे कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान के दूसरे दिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय समीक्षा बैठक हुई ।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर. के. परदल ने जिले के सभी विकासखण्डों के चिकित्सा अधिकारियों एवं कार्यक्रम प्रबंधकों सहित कार्य में संलग्न अधिकारी-कर्मचारियों से वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के जरिए मौजूदा स्थिति की जानकारी ली ।
डाॅ. परदल ने बारी-बारी सभी विकासखण्डों विगत दो दिनों में हुए सर्वे के संबंध में अद्यतन जानकारी ली। साथ ही उन्होंने तेज़ी से काम करने और बेहतर परिणाम लाने के लिए शासन की गाइडलाइन का शब्दशः पालन करने के निर्देश दिए। कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ. अनिरूद्ध कसार ने उन्हें निर्धारित समयावधि में आॅनलाइन एंट्री करने के लिए कहा।साथ ही ऐसे संदिग्ध मरीज जिनमें सर्दी, खांसी या बुखार जैसे लक्षण हों, यथाशीघ्र रैपिड एन्टीजन टेस्ट किए जाने की बात कही। वहीं, यह भी स्पष्ट किया कि कोविड-19 के लक्षण वाले जिन प्रकरणों में संक्रमण होने की संभावनाए दिख रही हो और उनमें पहली दफा रैपिड एन्टीजन टेस्ट में ऋणात्मक परिणाम मिलें तो पूरी पुनः पुष्टि के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट किया जा सकेगा।बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने अभियान के संबंध में प्रबंधकीय जानकारी उपलब्ध कराते हुए सर्वे कार्य में उपयोग में लाए जाने वाले सुरक्षात्मक साधनों की उपलब्धता की जानकारी दी। जिला स्तर पर मौदानी अमले के रूप में क्रियान्वयन गतिविधियों को सम्हाल रहे मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के समक्ष उत्पन्न हो सकने वाली समस्याआंे के निराकरण के बारे में आवश्यक टिप्स दिए। बढ़ते क्रम में अभियान अंतर्गत आगामी चरणों में किए जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
उल्लेखनीय है कि कोरोना सामुदायिक सर्वे अभियान में मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आमजनों के घरों में दस्तर देकर कोविड-19 संबंधी जानकारी एकत्र करने के साथ लक्षण वाले मरीजों के लिए जांच एवं उपचार संबंधी चिकित्सकीय प्रबंध उपलब्ध कराने में जुटे हुए हैं। जिला सर्विलेन्स अधिकारी डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर के मुताबिक यह अभियान आगामी 12 अक्टूबर 2020 तक जारी रहेगा।इस ओर, जिला स्वास्थ्य ने स्थानीय नागरिको से अपील कर है कि वे सर्वे अभियान में जिम्मेदारी के साथ अपनी भूमिका सुनिश्चित करें और घर में सर्वे करने पहुंच रहे चिकित्सकीय दल को सही-सही जानकारी अवश्य उपलब्ध कराएं। ताकि, जिले में कोविड-19 की महामारी को जल्द से जल्द नियंत्रिण में लाया जा सके। - महासमुंद : इन दिनांे जब कोविड-19 की महामारी समूचे विश्व में हावी है। वहीं, जिला महासमुंद में सुरक्षा पैमाने को अपनाने वाले जागरूक आमजन अपनी जिम्मेदारियों से कभी पीछे नहीं ते आज मंगलवार को यहाँ जिले के 55 जागरूक दानदाता रक्तदान पखवाड़े में महादान करने के लिए स्वयमेव जिला चिकित्सालय पहुंचे।इस दौरान, चिकित्सालय प्रबंधन की ओर से सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. एन. के. मंडपे, वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. एस. पी. वारे एवं ब्लड बैंक अधिकारी पायथोलाॅजिस्ट डाॅ. विपिन बिहारी अग्रवाल ने रक्तदानदाताओं की सराहना करते हुए अपनी मौजूदगी में सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते और करवाते हुएसुरक्षात्मक व्यवस्थाओं के साथ संजीदगी से आयोजन संपन्न कराया। सिविल सर्जन डाॅ. मंडपे से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व नियोजित रक्तदान मेगा शिविर में 55 रक्तदानदाताओं ने अपनी जांच करवाई। रक्त परीक्षण उपरांत 40 दानदाताओं से 40 यूनिट रक्तदान लिया गया। डाॅ. वारे ने रक्तदानदाताओं को उनके जैसे युवाओं को इस नेक कार्य में सहयोग देने के लिए प्रेरित करने की ओर लक्षित हुए उन्हें बेहतर स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक सलाह दी।
ब्लड बैंक अधिकारी डाॅ. अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में दिनांक एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर 2020 के बीच स्वैच्छिक रक्तदान पखवाड़ा मनाया जा रहा है। प्रतिदिन रक्तदान लिए जाने की क्रिया भी जारी है। वहीं, मंगलवार को विशेष आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। जिसमें महामाया सेवा समिति सहित स्थानीय आमजन ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इसी तरह, आगामी 08 अक्टूबर को भी मेगा रक्तदान शिविर आयोजित किया जाएगा। जिसमें, जिले की मां चंडी रक्तदान सेवा समिति एवं लाइफ लाइन सेवा समिति के सदस्यों ने अपनी भूमिका सुनिश्चित की है।इस ओर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर. के. परदल ने आमजन की ओर अपील जारी की है कि इन दिनों जिले में स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं अधिक हैं, इसलिए हमें रक्तदान के लिए भी अधिक जोर लगाना होगा। बता दें कि कोविड-19 महामारी के संक्रामक खतरे को देखते हुए जिला चिकित्सायल में आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।
इस रक्तदान पखवाडे में सोशल दानदाताओं का विशेष खयाल रखा जा रहा है। जिससे संक्रमण फैलाव का खतरा नहीं होगा। वही, रक्तदान पश्चात संग्रहित किए गए रक्त को चार नग फ्रीजर्स में सुरक्षित तौर पर भंडारित किया जाएगा। जिसे आवश्यकता होने पर जरूरतमंद मरीजों को निशुल्क उपलब्ध कराए जाने के प्रावधान हैं। -
3500 से ज्यादा सरकारी अमला कोरोना संक्रमण की बढ़ते प्रसार की कड़ी को तोड़ने में जुटा
लगभग 1200 गाॅवों व वार्डों में घर-घर जाकर कर रहें लक्षण वाले मरीजों की पहचान
महासमुन्द : महासमुंद जिले के नगरीय एवं ग्रामीण इलाकों में घर-घर जाकर कोरोना सघन समुदायिक सर्वे काम सोमवार 05 अक्टूबर से शुरू हुआ है। जो 12 अक्टूबर तक चलेगा। जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी अनुसार इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिले के विभिन्न विभागों के 3572 अधिकारी-कर्मचारियों कोरोना सघन समुदायिक सर्वे अभियान में जुटे हुए हैं।
इनमें 2168 मितानिन और 1704 आॅगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हैं। ये कर्मचारी जिले के 1191 गाॅवों और वार्डों के घर-घर जाकर कोरोना सर्वे अभियान कर कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार की कड़ी को तोड़ने में लगे है। ये लोग 1095 गाॅवों और 96़ वार्डों के लोगों के स्वास्थ्य जानकारी लेंगे। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान पर नजर बनाए हुए हैं।
जानकारी में बताया गया कि जिस गाॅव में मितानिन नहीं है वहां आंगनबाडी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही बहुउददेश्यीय स्वास्थ्य कार्यकताओं, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मैदानी अमले की डयूटी लगायी गई है।
वे लोगों के घर-घर जाकर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ले रहे है। संदिग्ध मिलने पर उनका कोराना टेस्ट भी किया जाएगा। क्षेत्र के स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में घर-घर जाकर सर्विलांस का कार्य भी किया जा रहा है। इसके तहत कार्यकर्ताएं लोगांे से सर्दी खाॅसी, बुखार, गले में खराश, मुंह में खाना का स्वाद न आना व गंध का न आना ऐसे अनेक लक्षणों की जानकारी भी ले रहे है। जिले के सभी सामुदायिक व उप स्वास्थ्य केन्द्रों में कोरोना की निःशुल्क जांच भी की जा रही है।
डाॅ. परदल ने बताया सर्वे के दौरान कोरोना के संदिग्ध मरीजों की पहचान संख्या ज्यादा होने पर अधिक उम्र के 60 वर्ष से अधिक उम्र के मरीजो, गर्भवती मलिाओं, पांच से कम आयु के बच्चों, मधुमेह, उच्च रक्चात, किडनी आदि रोगी जोखिम समूह के लक्षण वाले व्यक्तियों की कोरोना की जांच पहले की जायेगी तथा उनका तुरंत उपचार किया जायेगा। - जन-चैपाल भेंट मुलाकात वाले प्राप्त प्रकरणों पर तत्काल कार्यवाही करें: कलेक्टर श्री गोयल
महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की अध्यक्षता में आज यहां कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक आयोजित हुई। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में जनता की समस्या का समक्ष में बैठकर उसके निराकरण के लिए संबंधित कार्यालयों को प्राप्त आवेदनों का उपयुक्त निराकरण के लिए भेजा जाता है। कुछ कार्यालय द्वारा पत्रों का तत्काल कार्यवाही कर उसकी निराकरण के संबंध में गंभीरता नहीं बरती जा रही हैं।
ऐसे प्राप्त प्रकरणों पर तत्काल कार्यवाही की जाकर जन-चैपाल पोर्टल में की गई कार्यवाही करने के बाद अपलोड करें। कलेक्टर श्री गोयल ने बारी-बारी से विभागों के निलंबित प्रकरणों पर की गई कार्यवाही की जानकारी ली। जिले में कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान 12 अक्टूबर तक जारी हैं। जिसमें मितानिन व आॅगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मैदानी अमलो द्वारा घर-घर जाकर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दे रहें हैैं।
संदिग्ध मिलने पर उनका कोरोना टेस्ट भी किया जा रहा है। संबंधित अधिकारी इस अभियान की सतत् माॅनिटरिंग करते रहें। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को काम के दौरान और बाद में भी कोविड-19 गाईडलाईन का पालन करने का आग्रह किया।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने कहा कि खरीफ सीजन 2020 राजस्व विभाग के अमले ने गाॅव-गाॅव पहुॅचकर गिरदावरी रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट के माध्यम से किसानों की आॅनलाईन रकबा को दुरूस्त (मिलान) किया जा रहा है। इस कार्य को सावधानी के साथ 10 अक्टूबर तक पूरा कर लें। उन्होंने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निर्देशित किया कि पटवारी, सचिव, आरआई अपने गाॅव मुख्यालय में रहें। यह सभी मुख्य कार्यपालन जनपद सुनिश्चित करें।इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न हो इसका ध्यान नियंत्रण अधिकारी रखें। बैठक में अनुविभीय अधिकारी राजस्व श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी, प्रभारी जिला चिकित्सक स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.के. परदल, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सीमा ठाकुर, ऋतु हेमनानी, सुश्री पूजा बंसल सहित अनुविभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
श्री गोयल ने कहा कि गिरदावरी संबंधी दिक्कतों को मेरे मोबाईल व्हाट्सअप नम्बर पर कह सकते है। उन्होंने जिले के सभी एसडीएम से कहा कि अपने क्षेत्र के स्वास्य यांत्रिकी अधिकारियों से चर्चा कर फ्लोराईड युक्त पानी वाले ईलाकों की सूची प्राप्त कर लें और अधिकारियों से बात कर उसका निराकरण करें।
जल-जीवन मिशन के तहत् छत्तीसगढ़ के ग्रामीण ईलाकों में हर घर नल के जरिए स्वच्छ पेयजल पहुॅचाने के लिए राज्य सरकार कार्य कर रही हैं। इस मिशन को राज्य एवं केन्द्र सरकार मिलकर समय-सीमा के भीतर पूरा करना है।
श्री गोयल ने कहा कि बिजली कर्मी विद्युत पोल या ट्रांसॅफाॅर्मर सुधार कार्य करते समय उनके साथ दुर्घटना या मृत्यु हो जाती है तो वह मुआवजा विद्युत विभाग से दिए जाने का प्रावधान है। ऐसे प्रकरण ध्यान मेें आए उस पर तत्काल कार्यवाही करंे। यह ध्यान रखें कि यह मुआवजा राशि आर.बी.सी. 6-4 में नहीं आएगी।(फोटो संलग्न) -
महासमुंद : महासमुंद जिले में आज 68 लोगों की कोरोना जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है । सर्वाधिक बसना विकासखण्ड से 27 लोग की जाँच रिपोर्ट में कोरोना पॉज़िटिव पाए गए।
महासमुंद विकासखण्ड से 25, सरायपाली विकासखण्ड से 9 बागबाहरा से 2 और पिथौरा से 5 लोग कोरोना पॉज़िटिव आए। - महासमुंद : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने महासमुंद तहसील के ग्राम सोरिद सरायपाली के ग्राम बैतारी और पिथौरा तहसील भोकलुडीह को कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया है। इस प्रकार जिले के 03 क्षेत्र कंटेनमेंट ज़ोन से मुक्त हुए है ।
इन क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19) पाॅजिटिव पाये जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था। अब इन्हें कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया गया है। इस आशय के आदेश आज कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने जारी कर दिए है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा आज सोमवार 5 अक्टूबर 2020 को प्रतिवेदित किया गया कि छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के द्वारा कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु कंटेनमेंट संबंधी दिशा-निर्देश के तहत इन कंटेनमेंट जोन क्षेत्र में 14 दिनों की अवधि पूर्ण हो चुकी है एवं उपरोक्त कंटेनमेंट जोन में विगत 14 दिनों से कोई भी धनात्मक मरीजों की पुष्टि नहीं हुई है।
साथ ही धनात्मक मरीजों के सम्पर्क में आने वाले कुल 8 व्यक्तियों का सैम्पल जांच नकारात्मक (निगेटिव) प्राप्त हुआ है एवं सक्रिय सर्विलेंस सर्वे प्रपत्र के अनुसार किसी भी प्रकार के कोविड-19 से संबंधित धनात्मक प्रकरण प्राप्त नहीं हुआ। इस कारण कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने उक्त वार्ड और ग्राम को कंटेनमेंट जोन से मुक्त किया गया है। - महासमुंद : गुरू घासीदास महिला स्व-सहायता समूह का गठन वर्ष 2019 में गांव के 15 गरीब महिलाओं के द्वारा किया गया है। समूह के सभी सदस्य साप्ताहिक प्रति सदस्य 20 रूपए के हिसाब से बैंक आॅफ बड़ौदा गढ़फूलझर में बचत खाता के माध्यम से जमा करते है। स्व-सहायता समूह की बैठक सप्ताह मे एक बार होता है। बैठक में समूह के सभी सदस्य आते है। बचत खाता में जमा राशि को घर की छोटी-छोटी आवश्यकताओं के लिए सदस्यों को 21 रूपए प्रति माह ब्याज के दर से दिया जाता है। वर्तमान में स्व-सहायता समूह द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद का निर्माण किया जा रहा है साथ ही वाशिंग पाउडर एवं साबुन निर्माण का भी प्रशिक्षण प्राप्त कर निर्माण कर रही है । वाशिंग पाउडर एवं साबुन निर्माण से उन्हें लगभग सात हजार रूपए की आमदनी हुई है। विश्वव्यापी कोरोना संकट कोविड-19 के कारण देश सहित विभिन्न स्थलों पर लाकडाउन होने के कारण कच्चा माल नहीं मिलने से वर्तमान में निर्माण कार्य में कमी आई है। इसी तरह वर्मी कम्पोस्ट खाद निर्माण से वर्तमान में स्व-सहायता समूह के पास दो क्ंिवटल खाद बिक्री के लिए उपलब्ध है। स्थानीय स्तर पर कृषकों को 80 किलो वर्मी खाद समूह के द्वारा किया गया है।महिला स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती देवकी बारिक एवं सचिव श्रीमती किरण रात्रे ने बताया कि समूह मे जुड़ने से सदस्यों को बहुत आर्थिक लाभ हो रहा है। जिसके कारण अपने बच्चों को पढ़ाने एवं परिवार का भरण-पोषण करने मंे आसान हुई है। वर्तमान में हमारे स्व-सहायता समूह के पास बचत बैंक खाता में 21 हजार 600 रूपए हैं साथ ही आर.एफ. फण्ड की राशि 15 हजार रूपए हैं। अब हमें पैसे की कमी महसूस नहीं होती क्योंकि हमारे बचत खाता में पर्याप्त रूपए होने के कारण जब किसी को आवश्यकता होती है तो समूह सेे प्रस्ताव पास करके राशि बैंक के माध्यम से आहरण कर समूह के सदस्यों को उपलब्ध कराया जाता है।उन्होंने बताया कि सी.आई.एफ. की राशि भी स्वीकृत है। जिसमें 60 हजार रूपए जमा हो गया है फिर बैंक लिंकेज के लिए तीन लाख का ऋण प्रकरण बैेेंक मे जमा हो कर स्वीकृत हो गया है। भविष्य में हमारे स्व-सहायता समूह द्वारा वाशिंग पाउडर एवं साबुन निर्माण का कार्य और वृहद रूप से किया जाएगा। साथ ही गौठान स्थल पर सब्जी उत्पादन करने की भी योजना है। वर्तमान में हमारे एसएचजी के सभी सदस्यों के पास स्वरोजगार हो गया है। जैसे गौ पालन, बकरी पालन, सिलाई मशीन आदि। शासन की योजना बिहान से हमारे गांव छोटेपटनी की महिला एसएचजी को विशेष फायदा हुआ हंै। पहले हमारे पास आर्थिक गतिविधियाॅ कुछ नहीं थी। केवल खेती मजदूरी किया करते थे। अब हमें मजदूरी के साथ-साथ स्वयं का व्यवसाय कर आर्थिक आमदनी प्राप्त कर रहे है। इसी तरह गाॅव कीे अन्य महिलाओं केा भी स्व-सहायता समूह का गठन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
- महासमुंद : महासमुंद जिले के नगरीय एवं ग्रामीण इलाकों में घर-घर जाकर कोरोना सघन समुदायिक सर्वे काम सोमवार से शुरू हो गया है। कोरोना सघन समुदायिक सर्वे अभियान में जहां मितानिन नहीं है वह आंगनबाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं, बहुउददेश्यीय स्वास्थ्य कार्यकताओं, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मैदानी अमले की डयूटी लगायी गई है। वे लोगों के घर-घर जाकर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ले रहे है। संदिग्ध मिलने पर उनका कोराना टेस्ट भी किया जाएगा। जिले में यह अभियान 12 अक्टूबर 2020 तक चलेगा। क्षेत्र के स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में घर-घर जाकर सर्विलांस का कार्य भी किया जा रहा है। इसके तहत कार्यकर्ताएं लोगांे से सर्दी खासी, बुखार, गले में खराश, मुंह में खाना का स्वाद न आना व गंध का न आना ऐसे अनेक लक्षणों की जानकारी भी ले रहे है। जिले के सभी समुदायिक व उप स्वास्थ्य केन्द्रों में कोराना की निःशुल्क जांच भी की जा रही है।
प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.के. परदल ने सभी सर्वे दलों को इस अभियान के दौरान कोराना वायरस संक्रमण से बचने के सभी जरूरी उपायों और कोविड-19 की गाईलड लाइन का पालन करने को कहा है। अभियान के दौरान घर-घर कोविड-19 के सभी मरीजों की जल्द से जल्द पहचान कर त्वरित उपचार सुनिश्चिित किया जा रहा है। साथ ही आईसोलोशन के जरिए कोराना वायरस संक्रमण की श्रृंखला भी तौड़ी जा रही है।डाॅ. परदल ने बताया सर्वे के दौरान कोरोना के संदिग्ध मरीजों की पहचान संख्या ज्यादा होने अधिक उम्र के 60 वर्ष से अधिक उम्र के मरीजो,गर्भवती मलिाओं, पांच से कम आयु के बच्चों, मधुमेह, उच्च रक्चात, किडनी आदि रोगी जोखिम समूह के लक्षण वाले व्यक्तियों की कोरोना की जांच पहले की जायेगी। उनका तुरंत उपचार किया जायेगा। - महासमुंद : छत्तीसगढ़ के सभी जिलो के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कल सोमवार 05 से 12 अक्टूबर तक घर-घर भ्रमण कर कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे किया जाएगा, छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा दिये गये निर्देशानुसार दिए गए है। महासमुंद जिले में भी कोरोना वायरस संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए कल सोमवार से 12 तारीख़ तक कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभिया चलेगा। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने कहा कि यह अभियान में स्थानीय नागरिकों का सहयोग बेहद जरूरी है। हमें तेजी से बढ़ रही कोविड-19 की वैश्विक महामारी से समाज, अपने आपको और अपने परिजनो को सुरक्षित रखने में कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान में हम सबकी भूमिका अहम हो सकती है। इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा ।कलेक्टर ने कहा कि इस अभियान में सोमवार 05 अक्टूबर से दिनांक 12 अक्टूबर 2020 के दौरान घर-घर भ्रमण कर ”सघन सामुदायिक सर्वे” कोविड-19 के लक्षण वाले मरीजों की पहचान की जाएगी। हरेक परिवार को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से क्षेत्र की मितानिन दीदियाँ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका, बहुउद्देशीय कार्यकर्ता बहनो और सी.एच.ओ. सहित पंचायत एवं ग्रामीण/नगरीय विकास विभाग के प्रशिक्षित मैदानी अमले को पर्याप्त संसाधन उपलब्ध करा कर शत-प्रतिशित लक्ष्य पूर्ण करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि जिनके घर/परिवार में सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण वाले परिजन हों वे सर्वे के दौरान सर्वेकर्ता अमले को इसकी जानकारी अवश्य प्रदान करें। जिससे कि उन्हें निशुल्क कोविड जांच एवं उपचार की बेहतर से बेहतर सेवा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके।मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. रवि मित्तल ने अपने चिकित्सकीय अनुभव के तौर पर कहा कि कोविड-19 महामारी क्रम में आमतौर पर लोगांे के मन में आने वाले सवाल जैसे जांच कराना जरूरी है क्या या पॉज़िटिव आ गए तो हमारा और परिवार का क्या होगा, उपचार मिलेगा या नहीं, कहीं संचय किया गया सारा धन समाप्त न हो जाए वाली भ्रांतियों को दूर करते हुए संक्रमण के प्रकरणों में इजाफा हुआ है, सम्भावना है कि वर्तमान में कुछ लोगों की लापरवाही -कोविड के नियमो का पालन में कोताही बरतने पर इसके बढ़ने की संभावना हो सकती है।ऐसे में उन्होंने स्थानीय निवासियों से अनुरोध किया है कि कोविड-19 की महामारी को बिलकुल भी हल्के में न लें, जानकारी छिपाने व उपचार न कराने की स्थिति में रोग के बढ़ जाने पर यह मरीज के लिए अधिक नुकसानदेह साबित हो सकता है। उन्होंने कहा आपके घरों में ख़ासकर ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे करने आने वाले मैदानी अमले को भरपूर सहयोग प्रदान करें। कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान के बारे में बताते हुए वे कहते हैं कि यह अभियान इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि ऐसे नागरिक जो वाहन का न होना या पुरानी बीमारी से पीड़ित होना, परिजनों पर आश्रित बुजुर्ग व्यक्ति जैसे निजी कारणों से संक्रमण संबंधित जांच या स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या सरकारी चिकित्सालयों तक नहीं आ पा रहे हैं। इसमें उन्हें भी घर पहुंच चिकित्सकीय सेवा-सुविधाएं मिल सकेंगी।ऐसे में, उन्होंने बच्चों, बुजुर्गों, पहले से ही पुराने रोगों से पीड़ित मरीजों सहित कोविड-19 से संबंधित लक्षणों या लक्षणों की सम्भावना वाले मरीजों को सर्वे में सही-सही जानकारी देकर इस अभियान का लाभ लेने का निवेदन किया है।प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.के. परदल ने भी इस अभियान की विशेषता बताते हुए कहा कि कोविड-19 से बचाव और रोकथाम दोनों के लिए यह एक पूर्ण सर्वेक्षण अभियान है। सर्वे उपरांत, ऐसे सम्भावित मरीज जिन्हंें संक्रमण होने की सम्भावना होगी उनकी निशुल्क जांच की जाएगी। वही, धनात्मक आने की स्थिति में उनकी उम्र और शारीरिक क्षमता एवं उनके स्वास्थ्य संबंधी अद्यतन स्थिति के अनुसार उन्हें कोविड केयर सेन्टर्स, डेडिकेटेड कोविड अस्पताल या होम आइसोलेशन में रह कर स्वास्थ्य लाभ लेने की सेवा-सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन की जानकारी मिनट-टू-मिनट अपडेट की जाती है और संबंधित मरीज़ की निजता का पूरा ध्यान रखा जाता है। जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इस अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता दिया जाना बहुत जरूरी है।
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महासमुंद : अनुविभागीय अधिकारी (रा.) महासमुंद श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी के निर्देशन में राजस्व विभाग, खाद्य विभाग और नापतौल विभाग की संयुक्त टीम द्वारा महासमुंद शहर की मुख्य सड़क किनारे लगाए जाने वाले छोटे मंझोले ठेला में घरेलू गैस सिलेंडर का व्यावसायिक उपयोग करते पाया गया ।
जिसकी पर उक्त टीम द्वारा द्रवीकृत पेट्रोलियम अधिनियम (प्रदाय, वितरण एवं विनियमन) आदेश 2000 का उल्लघंन पाए जाने के कारण 5 घरेलू गैस सिलेंडर की जब्ती की कार्यवाही की गई।
सरकार द्वारा उपभोक्ताओं के हित में बनाए गए नियमों को दरकिनार कर शहर में घरेलू गैस का व्यवसायिक उपयोग बगैर किसी भय के लोगो द्वारा व्यवसायिक उपयोग किए जाने संबंधित जानकारी मिलने पर तुरंत एसडीएम श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी के मार्गदर्शन में संबंधित अधिकारियों ने कार्रवाई क़र पाँच घरेलू गैस सिलेंडर जप्त कर कार्रवाई की गई । - महासमुंद : जिले में आबकारी विभाग के कार्यपालिक संयुक्त टीम द्वारा सघन एवं पतासाजी करते हुए आबकारी अपराधियों के विरूद्ध निरंतर प्रकरण कायम किए जा रहे है तथा आबकारी अधिनियम 1915 के तहत आरोपियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि अवैध शराब विक्रय, धारण, परिवहन एवं मदिरा तस्करी आदि अपराधों को रोकने में सहयोग प्रदान करने के लिए तत्काल इसकी सूचना नजदीकी आबकारी नियंत्रण कक्ष, आबकारी अधिकारी कार्यालय, जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय तथा अवैध शराब विक्रय की सूचना देने के लिए आबकारी अधिकारियों के दूरभाष नम्बर सार्वजनिक किया गया है।
इनमें आबकारी नियंत्रण कक्ष महासमुन्द के टेलीफोन नम्बर 07723-223317, जिला आबकारी अधिकारी महासमुन्द 87675-00010, आबकारी उपनिरीक्षक, वृत्त महासमुंद शहर 82259-17273, आबकारी उपनिरीक्षक, वृत्त महासमुन्द आंतरिक 97520-16786, आबकारी उपनिरीक्षक, वृत्त बागबाहरा 96173-27999, आबकारी उपनिरीक्षक, वृत्त पिथौरा 98936-15162, आबकारी उपनिरीक्षक, वृत्त बसना 90091-99557 एवं आबकारी उपनिरीक्षक, वृत्त सरायपाली के दूरभाष नम्बर 78798-51575 शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्राप्त सूचना या शिकायत पर आबकारी विभाग, महासमुन्द द्वारा तत्काल कार्रवाई की जाएगी तथा सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गोपनीय रखा जाएगा। -
महासमुंद : 02 अक्टूबर को शुष्क दिवस के दौरान जिला आबकारी विभाग की संयुक्त टीम द्वारा अवैध मदिरा विक्रय पर कार्यवाही करते हुए ग्राम चिवराकुटा थाना सिंघोड़ा निवासी श्री मोहन गुप्ता के मकान में दबिश देकर 27 लीटर हाथभट्टी महुआ मदिरा जब्त किया गया।
इसी प्रकार ग्राम कुटेला सरायपाली में ग्रहण भोई के कब्जे से 10 लीटर हाथभट्टी मदिरा जब्त किया गया। दोनों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्यवाही की गयी।
जिला आबकारी अधिकारी श्री दिनकर वासनिक ने बताया कि कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देश पर महात्मा गाॅधी जयंती 02 अक्टूबर को महासमुन्द जिले में शुष्क दिवस घोषित किया गया था। उन्होंने बताया कि मुखबीर से शुष्क दिवस के दौरान अवैध मदिरा विक्रय की जानकारी मिली थी।उक्त कार्यवाही में आबकारी उप निरीक्षक श्रीमती सवितारानी मेश्राम, श्री मधुकर श्याम हरित, श्री धीरज कुमार नायक एवं श्री कुलदीप शर्मा के साथ आबकारी मुख्य आरक्षक श्री यज्ञ शरण शुक्ला, घनश्याम साव तथा आबकारी आरक्षक मोहम्मद ईरफान अली की महत्वपूर्ण भूमिका रहीं। - महासमुंद : छत्तीसगढ़ राज्य में किसानों की आय बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा पशुपालन के साथ-साथ मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा हैं। महासमुन्द जिले में मछली पालन करना काफी लाभदायक सिद्ध हो रहा है। इस कारोबार को शुरू करने के लिए खेती किसानी करने वालें किसान भी करने लगे हैं।
इसका सबसे अच्छा उदाहरण बसना ब्लाॅक के ग्राम पंचायत चिर्राचुवा के किसान श्री राजकुमार ने खेती किसानी के साथ-साथ अपनी 25 डिस्मिल जमीन पर मनरेगा योजनान्तर्गत डबरी निर्माण कराकर मछली पालन का व्यवसाय शुरू किया है। अपनी डबरी के पानी से वे लगभग ढाई एकड़ की खेती को भी सिंचित कर लेते हैं।
उन्होंने इस साल अपने डबरी में मछली बीज डाला है। उनके डबरी की मछली का वजन कुछ ही महीनों में तकरीबरन एक किलोग्राम हो गया हैं। जिसकी बाजार में कीमत लगभग 80 हजार रूपए हैं। श्री राजकुमार ने बताया कि लगभग एक से डेढ़ माह बाद इन मछलियों का वजन एक से डेढ़ किलोग्राम और बढ़ जाएगा। जिसकी बाजार में अच्छी कीमत मिलेगी।
मछली पालनकर्ता श्री राजकुमार ने अपनी मछलियों की निगरानी के लिए आधुनिक यंत्रों का सहारा लिया हैं। उन्होंने मछली तालाब निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों लगाए हैं और मोबाईल एप के जरिए घर बैठें निगरानी कर रहे हैं। उनके इस कार्य में मनरेगा के बेयरफुट तकनीशियन (बीएफटी) श्री शिव कुमार ने मदद की हैं। किसान श्री राजकुमार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास भी मिला हुआ है।
श्री राजकुमार राज्य और केन्द्र सरकार की हितकारी योजनाओं का बेहतर उपयोग कर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करने के साथ-साथ अपने परिवार और बच्चों का बेहतर भविष्य बनानें में भी लगे हैं। - महासमुंद : भारत सरकार अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लिए प्री. मैट्रिक छात्रवृत्ति, पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति एवं मेरिट कम मीन्स छात्रवृत्ति योजनांतर्गत ऐसी शैक्षणिक संस्थाएॅ जिनके के वैद्य एआईएसएचई/डीआईएसई/एनसीवीटी कोड नहीं हैं।
उनका पंजीकरण निष्क्रिय करते हुए तथा सभी शैक्षणिक संस्थाओं के मोबाईल नम्बर एवं ई-मेल आईडी को भी निष्क्रिय करते हुए शैक्षणिक संस्थाओं के लिए प्रमाणीकरण तथा पुर्नपंजीकरण हेतु नए निर्देश जारी किए गए हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी विभागीय वेबसाईट ूूू.जतपइंस.बह.हवअ.पद पर तथा कार्यालय कलेक्टर आदिवासी विकास शाखा महासमुन्द से प्राप्त की जा सकती हैं।
आदिवासी विकास के सहायक आयुक्त ने जानकारी में बताया कि भारत सरकार अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा वर्ष 2020-21 के अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति (प्री मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक एवं मेरिट सह साधन) का लाभ देने के लिए अधिसूचित 06 अल्पसंख्यक समुदायों (जैन, बौद्ध, सिक्ख, पारसी, मुस्लिम एवं ईसाई) से संबंधित छात्रों को अवसर प्रदान करता हैं।
अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए निम्न तिथियों पर आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इनमें प्री. मैट्रिक छात्रवृत्ति, पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति एवं मेरिट कम मीन्स छात्रवृत्ति के लिए आॅनलाईन आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2020 एवं संस्था द्वारा वेरिफिकेशन की अंतिम तिथि 15 नवम्बर 2020 निर्धारित की गई है। छात्रों द्वारा आॅनलाईन की गई हार्डकाॅपी के साथ निम्न दस्तावेज, इनमें मूल निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, समुदाय द्वारा जाति प्रमाण-पत्र, विद्यार्थी का स्वयं के नाम से आधार सीडिंग बैंक खाता की सत्यापित प्रति, विद्यार्थी का आधार कार्ड की सत्यापित प्रति संलग्न करें।
इसके अलावा संबंधित जानकारी अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की वेबसाईट ूूू.उपदवतपजलंििंपते.हवअ.पद पर प्राप्त कर सकते हैं। - आॅनलाइन शामिल हुए स्कूल के विद्यार्थी
महासमुन्द : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर शुक्रवार 02 अक्टूबर को सरायपाली के मा.स.गो. शासकीय उच्चतर प्राथमिक शाला (अंग्रेजी माध्यम) में चित्रकला, रंगोली, निबंध व सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आॅनलाईन आयोजन कराया गया।उक्त प्रतियोगिता के बारे में शिक्षिका श्रीमती संगीता पंडा ने बताया कि इस प्रतियोगिता में स्कूल के कक्षा छठवीं, सातवीं और कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों को शामिल की गई थी।
प्रतियोगिता के विषय स्वच्छ भारत, महात्मा गांधी से जुड़े घटनाक्रम व खादी के साथ स्वदेशी अवधारणा आदि थे। प्रतियोगिता में स्कूल के 32 विद्यार्थी आॅनलाईन शामिल हुए। चित्रकला और सामान्य ज्ञान के लिए बच्चें आॅनलाइन जुडे़ रंगोली और महात्मा गंाधी के जीवन पर निबंध आॅफ लाईन रखा गया।
बच्चों ने रंगोली बनाकर और निबंध मे शामिल बच्चों ने फोटो खींच कर उनके मोबाईल नम्बर पर व्हाट्सअप किए। शिक्षिका श्रीमती पंडा ने बताया कि स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षिकाओं से मूल्यांकन कर स्कूल के तीन विद्यार्थियों को चयनित किया जाएगा।चयनित विद्यार्थियों की चित्रकला को प्रदर्शनीय हेतु अगले कक्षाओं की दूसरे बच्चों के लिए प्रदर्शन हेतु रखा जाएगा। इनमें तीन सर्वश्रेष्ठ चित्रकला का चयन कर चयनित छात्रों को स्कूल में सम्मानित किया जाएगा। - महासमुंद : छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने आज अपने प्रवास के दौरान महासमुंद जिले में बाल विकास अधिकारी, पर्यवेक्षक अधिकारी एवं समस्त परियोजना अधिकारियो का एक संयुक्त बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए।बैठक में उन्होंने बच्चों और महिलाओ को नियमित रूप से पोषाहार वितरण करने कहा।बच्चो को दिए जाने वाले रेडी टू इट की गुणवत्ता में कोई कमी नही होना चाहिए। बच्चो और महिलाओ की स्वास्थ्य सुरक्षा हम सबकी की नैतिक जवाबदारी है।
इसी तरह सरायपाली में भी महिला बाल विकास विभाग, अनुविभागीय अधिकारी सहित संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की बैठक लेकर विभिन्न निर्देश दिए। सरायपाली में महिलाओं ने महिला महाविद्यालय और महिला पुलिस थाना प्रारम्भ करने का निवेदन प्रस्तुत किया। जिस पर आयोग के अध्यक्ष ने प्रमुखता से कार्य को पूरा करने की बात कही।
बैठक के पश्चात सखी सेंटर का अवलोकन भी किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सेन्टर में साफ-सफाई के साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। उपस्थित महिलाओं ने जिले में महिला थाना बनाये जाने के संबंध में ज्ञापन दिए। इस दौरान उन्होंने आज महात्मा गांधी की जयंती पर गांधी प्रतिमा में माल्यार्पण भी किया । - महासमुंद : छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक ने आज महासमुंद पहुँच कर महिला बाल विकास द्वारा संचालित सखी वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया । अधिकारियों-कर्मचारियों से बातचीत की । श्रीमती नायक ने ज़रूरी सुविधाओं की जानकारी ली । श्रीमती किरणमयी नायक ने कहा कि समृद्ध व सशक्त समाज की परिकल्पना महिला के उत्थान के बिना नही की जा सकतीप्रदेश सरकार ने महिलाओं के हित में अनेक फैसले लिए है। प्रदेश में महिलाओं को सशक्त बनाने महिलाओं के हितों की देखभाल व उनका संरक्षण करने महिलाओं के प्रति भेदभाव व्यवस्था को समाप्त करने, हर क्षेत्र में उन्हें विकास के सामान अवसर दिलाने एवं महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों, अपराधों पर त्वरित कार्यवाही करने के लिए प्रदेश में राज्य महिला आयोेग की स्थापना की गई है ।
महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री मनोज सिन्हा ने बताया कि इस सेंटर में सभी वर्ग की महिलाओं जिसमें 18 वर्ष आयु से कम उम्र की बालिकाएं भी शामिल हैं ,सलाह, सहायता, संरक्षण और छत मिल जाती है। सखी वन स्टॉप सेंटर ने घरेलू हिंसा, दैहिक शोषण, बाल यौन शोषण, देहज प्रताड़ना, व्यक्तिगत विवाद, छेड़छाड़, लापता महिलाओं की तलाश जैसी समस्या के 457 प्रकरण दर्ज किए और लगभग सभी का निपटारा कर दिया। वर्तमान में सिर्फ 21 प्रकरण ही प्रक्रियाधीन है। सेंटर में पीड़ित महिलाओं को सभी जरूरी सुविधाएं एक स्थान पर उपलब्ध करायी जा रही है। सखी सेंटर में शिकायत करने वाली पीड़िताओं को एफआईआर, चिकित्सा, लीगल परामर्श की सुविधा के साथ ही अस्थायी आश्रम की सुविधा भी दी जा रही है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की महिला संरक्षण अधिकारी सुश्री पूनम कोसरिया ने बताया कि महासमुंद में 1 अक्टूबर 2017 से शुरू हुए इस सेंटर में आज 2 अक्तूबर तक 457 पीड़ितों के प्रकरण दर्ज हुए। महिलाओं को इस सेंटर में भरपूर मदद मिल जाती है। सेंटर में नोडल अधिकारी, केंद्र प्रशासक परामर्शदाता, आईटी केसवर्क वर्कर, बहुउद्देश्यीय कर्मचारी सहित 12 महिलाओं का स्टॉप कार्यरत है। यहां स्टॉफ में सभी महिलाएं हैं। शिकायतों को गंभीरता से लिया जाता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास के मार्गदर्शन में समुचित कार्रवाई की जाती है।श्रीमती नायक ने इस काम की उनकी सराहना की । आगे भी महिलाओं के उत्थान में काम करने की बात कही । श्रीमती नायक ने निरीक्षण से पहले महिलाबाल विकास के कामकाज और गतिविधियों की समीक्षा की । समीक्षा के दौरान ज़रूरी बात कही । बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए गर्मपोस्टिक भोजन कराने पर ज़ोर दिया।