- समर्थन मूल्य पर धान खरीदी होने से किसानों में आया जबरदस्त उत्साह
महासमुंद : राज्य सरकार की योजना के मंशानुरूप खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 की धान खरीदी का कार्य सहकारी समितियों के माध्यम से 01 दिसम्बर 2020 से प्रारंभ हो गई है।जिले के किसानों में समर्थन मूल्य पर धान बेचनें और राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ मिलने से किसानों में काफी उत्साह देखा जा रहा है।
नवपदस्थ जिला खाद्य अधिकारी श्री नितीश त्रिवेदी ने बताया कि जिले के 130 धान उपार्जन केन्द्रों में धान की खरीदी की शुरूआत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि जिले के एक लाख 40 हजार 35 किसानों ने धान विक्रय हेतु सहकारी समितियों में पंजीयन कराया हैं। जिनका कुल रकबा 02 लाख 13 हजार हेक्टेयर से अधिक हैं।
इनमें से अब तक 24 हजार पंजीकृत किसानों ने लगभग 06 लाख 79 हजार क्विंटल से भी अधिक धान बेच चुकें हैं। जिसमंे 12 लाख रूपए से अधिक आॅनलाईन पेमेंट भुगतान किया गया है।राज्य शासन द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरूआत करने और पंजीकृत सभी किसानों के लिए धान उपार्जन केन्द्रों मंे धान बेचनें के लिए बनाई गई सुव्यवस्थित प्रणाली से किसान काफी उत्साहित है।
महासमुंद विकासखण्ड के धान उपार्जन केन्द्र बड़गाॅव में धान बेचने आए नयापारा के किसान श्री रघुवीर निषाद, श्रीमती नन्दन निषाद तथा ग्राम बड़गाॅव के श्रीमती दशोदा चक्रधारी, श्री चैनू राम निषाद, श्री मोहन यादव, श्री शिव कुमार यादव एवं श्रीमती उर्मिला यादव ने बताया कि उनका 05 एकड़ से कम कृषि योग्य भूमि का धान बेच रहें हैं।
विगत वर्ष किसान न्याय योजना के तहत् मिलंे तीन किस्तों से खेती- किसानी को बेहतर बनाने में उपयोग किए हैं। इसके अलावा घरेलू उपयोग के सामग्री की खरीदी भी किए गए। वहीं बड़गाॅव के सरपंच श्री संतोष कुमार का कहना है कि गाॅव में धान उपार्जन केन्द्र खुल जाने से आस-पास के लगभग 700 किसानों को धान बेचनें के लिए आने में सहुलियत हुई है।
उन्होंने राज्य सरकार द्वारा धान खरीदी के लिए की गई टोकन व्यवस्था की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार ने किसानों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा है। राज्य सरकार की किसान हितैषी योजनाओं से खेती किसानी को प्रोत्साहन मिला है। धान बेचने में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
उपार्जन केन्द्रों में क्षमता के अनुसार ही टोकन जारी किया जा रहा है। वहां उपस्थित सरपंच एवं किसानों ने राज्य सरकार को किसान हितैषी बताते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है।(फोटो संलग्न) - बड़गाॅव में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति खुलनें से किसानों को मिली सहुलियत
महासमुंद : शुक्रवार 04 दिसम्बर को धान बेचनें आई महिला किसान श्रीमती रामकुमारी चक्रधारी ने बताया कि उनके पास लगभग 03 एकड़ कृषि योग्य भूमि है, जिसमें वे कृषि कार्य करती हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष उनके खेतों की धान की उपज अन्य वर्षों की अपेक्षा काफी अच्छा हुआ है। वे 122 कट्टा धान बिक्री किए हैं।
उन्होंने बताया कि इसके पूर्व गाॅव में सहकारी समिति नहीं होने पर वे बिरकोनी सहकारी समिति में धान बेचनें जाती थी। इस वर्ष धान बिक्री की राशि मिलनें पर वे अपना ऋण पटाएँगी और बचत राशि से घर बनाना चाहती है। इसके अलावा वे घर पर मिट्टी की बर्तन, दीया, मटकी जैसे अन्य सामग्रियाॅ परिवार के साथ मिलकर बनाती है।
राज्य शासन द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरूआत करने और पंजीकृत सभी किसानों के लिए धान उपार्जन केन्द्रों मंे धान बेचने के लिए बनाई गई सुव्यवस्थित प्रणाली से हजारों किसानों के चेहरें पर मुस्कान आ गई है। शुरुआत में जिले की 130 खरीदी केन्द्रों में धान की खरीदी की गई।
इसमें कुछ नए खरीदी केन्द्र भी शामिल हैं। धान बेचने के लिए किसानों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। किसान सवेरे से अपनी अपने-अपने साधनांे छोटी वाहन अथवा ट्रैक्टर में धान लादकर खरीदी केन्द्र पहुंच रहे है। किसानों के गाॅवों के आस-पास प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति खुलने से किसानों को सहुलियत हो रही हैं।
खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में महासमुंद विकासखण्ड के बड़गाॅव में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति खुलने से बड़गाॅव, नयापारा एवं अछरीडीह के सैकड़ों किसानों को इसका सीधा लाभ मिल रहा है। शुक्रवार 04 दिसम्बर को धान बेचनें आए महिला किसान श्रीमती रामकुमारी चक्रधारी ने बताया कि उनके पास लगभग 03 एकड़ कृषि योग्य भूमि है, जिसमें वे कृषि कार्य करती हैं।उन्होंने बताया कि इसके पूर्व गाॅव में सहकारी समिति नहीं होने पर वे बिरकोनी सहकारी समिति में धान बेचनें जाती थी। गाॅव में सहकारी समिति खुलने से उनके जैसे आस-पास के सैकड़ों किसानों को सुविधाएं मिल रही हैं तथा उनके समय का भी बचत हो रहा है।
श्रीमती चक्रधारी ने बताया कि राज्य शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी करना बेहतर निर्णायक कार्य है। इसके अलावा उन्हें अंतर की राशि चार का भी समय-समय पर भुगतान मिला था । उन्होंने बताया कि इस वर्ष उनके खेतों की धान की उपज अन्य वर्षों की अपेक्षा काफी अच्छा हुआ है। वे 122 कट्टा धान बिक्री किए हैं।
उन्होंने बताया कि शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करना राज्य शासन की सराहनीय पहल हैं। अब उन्हें अपने उपज और मेहनत का सही कीमत मिल रही है। इस वर्ष धान बिक्री की राशि मिलनें पर वे जमीन खरीदनें और घर बनाना चाहती है। इसके अलावा वे घर पर मिट्टी की बर्तन, दीया, मटकी जैसे अन्य सामग्रियाॅ परिवार के साथ मिलकर बनाती है। - बड़गाॅव में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति खुलनें सेकिसानों को मिली सहुलियत
महासमुंद : शुक्रवार 04 दिसम्बर को धान बेचनें आई महिला किसान श्रीमती रामकुमारी चक्रधारी ने बताया कि उनके पास लगभग 03 एकड़ कृषि योग्य भूमि है, जिसमें वे कृषि कार्य करती हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष उनके खेतों की धान की उपज अन्य वर्षों की अपेक्षा काफी अच्छा हुआ है। वे 122 कट्टा धान बिक्री किए हैं।
उन्होंने बताया कि इसके पूर्व गाॅव में सहकारी समिति नहीं होने पर वे बिरकोनी सहकारी समिति में धान बेचनें जाती थी। इस वर्ष धान बिक्री की राशि मिलनें पर वे अपना ऋण पटाएँगी और बचत राशि से घर बनाना चाहती है। इसके अलावा वे घर पर मिट्टी की बर्तन, दीया, मटकी जैसे अन्य सामग्रियाॅ परिवार के साथ मिलकर बनाती है।
राज्य शासन द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरूआत करने और पंजीकृत सभी किसानों के लिए धान उपार्जन केन्द्रों मंे धान बेचने के लिए बनाई गई सुव्यवस्थित प्रणाली से हजारों किसानों के चेहरें पर मुस्कान आ गई है। शुरुआत में जिले की 130 खरीदी केन्द्रों में धान की खरीदी की गई।
इसमें कुछ नए खरीदी केन्द्र भी शामिल हैं। धान बेचने के लिए किसानों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। किसान सवेरे से अपनी अपने-अपने साधनांे छोटी वाहन अथवा ट्रैक्टर में धान लादकर खरीदी केन्द्र पहुंच रहे है। किसानों के गाॅवों के आस-पास प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति खुलने से किसानों को सहुलियत हो रही हैं।
खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में महासमुंद विकासखण्ड के बड़गाॅव में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति खुलने से बड़गाॅव, नयापारा एवं अछरीडीह के सैकड़ों किसानों को इसका सीधा लाभ मिल रहा है। शुक्रवार 04 दिसम्बर को धान बेचनें आए महिला किसान श्रीमती रामकुमारी चक्रधारी ने बताया कि उनके पास लगभग 03 एकड़ कृषि योग्य भूमि है, जिसमें वे कृषि कार्य करती हैं।
उन्होंने बताया कि इसके पूर्व गाॅव में सहकारी समिति नहीं होने पर वे बिरकोनी सहकारी समिति में धान बेचनें जाती थी। गाॅव में सहकारी समिति खुलने से उनके जैसे आस-पास के सैकड़ों किसानों को सुविधाएं मिल रही हैं तथा उनके समय का भी बचत हो रहा है।
श्रीमती चक्रधारी ने बताया कि राज्य शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी करना बेहतर निर्णायक कार्य है। इसके अलावा उन्हें अंतर की राशि चार का भी समय-समय पर भुगतान मिला था । उन्होंने बताया कि इस वर्ष उनके खेतों की धान की उपज अन्य वर्षों की अपेक्षा काफी अच्छा हुआ है। वे 122 कट्टा धान बिक्री किए हैं।
उन्होंने बताया कि शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करना राज्य शासन की सराहनीय पहल हैं। अब उन्हें अपने उपज और मेहनत का सही कीमत मिल रही है। इस वर्ष धान बिक्री की राशि मिलनें पर वे जमीन खरीदनें और घर बनाना चाहती है। इसके अलावा वे घर पर मिट्टी की बर्तन, दीया, मटकी जैसे अन्य सामग्रियाॅ परिवार के साथ मिलकर बनाती है। - 7 दिसंबर से लगेंगी क्लास नए-पुराने परीक्षार्थी अकादमी में कर सकते है सम्पर्क
महासमुंद : अगर आप प्रशासनिक अफसर बनना चाहते हैं, महासमुंद जिला प्रशासन आपके सपने को साकार करने जा रही है। दरअसल, जिला प्रशासन पुनः पीएससी प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए निःशुल्क कोचिंग क्लास शुरू करने जा रही है। ये क्लास 07 दिसंबर से शुरू होगी।
पुराने विद्यार्थी शीघ्र क्लास में उपस्थिति हेतु कोचिंग के समन्वयक को सूचित करंेगे साथ ही नए विद्यार्थी निःशुल्क कोचिंग नवकिरण अकादमी के कार्यालय जिला ग्रंथालय भवन मिनी स्टेडिम परिसर महासमुन्द में आकर अपना पंजीयन करा सकते है।पंजीयन 6 दिसंबर से शुरू है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए समन्वयक श्री ईश्वर चंद्राकर केे मोबाईल नम्बर 99774-62314 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
मालूम हो कि जिला प्रशासन महासमुंद द्वारा जिला खनिज न्यास मद से 01 नवम्बर 2019 को संचालित निःशुल्क कोचिंग नवकिरण अकादमी के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले प्रतिभागियों को पीएससी प्री की कोचिंग देना प्रारंभ किया गया। तब यह दो पालियों प्रथम पाली मॉर्निंग प्रातः 07ः00 बजे से 10ः00 बजे और शाम 04ः00 बजेे से 07ः00 बजे तक में 292 विद्यार्थियों को पीएससी प्री की कोचिंग प्रथम चरण में दी गई। निःशुल्क कोचिंग नवकिरण अकादमी में पीएससी प्री के 275 एवं पीएससी मैंस के 42 कुल 317 विद्यार्थियों को कोचिंग दिया जा रहा था।
किन्तु कोरोना महामारी कोविड-19 के कारण मार्च से कोचिंग को सरकारी गाईड लाइन के कारण अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया था। जिसे 26 नवम्बर 2020 को छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग 2020 की नोटिफिकेशन आने के बाद तैयारी में जुटे विद्यार्थियों के मांग एवं हित को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार और नोडल अधिकारी श्री भागवत जायसवाल के मार्गदर्शन में 07 दिसम्बर से पुनः खोला जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि इस कोचिंग में पीएससी प्री की कक्षा को प्रारंभ किया जा रहा है। पीएससी प्री की तैयारी में जुटे नवकिरण के पुराने अध्ययनरत परीक्षार्थी सहित नए परीक्षार्थियों को कोविड-19 के दिशा - निर्देशों का पालन कर इस कक्षा में शामिल किया जाएगा। - महासमुंद : प्रदेश के वाणिज्यिक कर (आबकारी) एवं उद्योग मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा रविवार 06 दिसम्बर 2020 को जिले के भ्रमण पर रहेंगे।प्रोटोकाॅल अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार श्री लखमा दोपहर 01ः00 बजे सर्किट हाऊस (लभरा) महासमुन्द में विधानसभा महासमुन्द क्षेत्र स्तरीय दीपावली मिलन समारोह में शामिल होंगे। इसके पश्चात् वे दोपहर 03ः00 बजे महासमुन्द से रायपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।
- महासमुन्द : छत्तीसगढ़ स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन लिमिटेड जिला महासमुंद द्वारा जिले के महासमुंद विकासखंड के पिटियाझर एवं झलप, विकासखंड बागबाहरा के कोमाखान एवं खल्लारी, विकासखंड मुख्यालय पिथौरा, विकासखण्ड मुख्यालय बसना एवं भगतदेवरी और विकासखंड मुख्यालय सरायपाली के प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति एवं लैम्पस के माध्यम से भारत सरकार, राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देश अनुसार किसानों से समर्थन मूल्य पर मक्का खरीदी की जाएगी।
छत्तीसगढ़ स्टेट सिविल सप्लाईज काॅर्पोरेशन लिमिटेड के जिला प्रबंधक ने बताया कि मक्का खरीदी एक हजार 850 रूपए प्रति क्विंटल की दर से 01 दिसम्बर 2020 से 31 मई 2021 तक खरीदी की जाएगी। मक्का खरीदी की अधिकतम सीमा 10 क्विंटल प्रति एकड़ निर्धारित है। मक्का में नमी का निर्धारित मापदण्ड 14 प्रतिशत है। समर्थन मूल्य में खरीदे गए मक्का की राशि का भुगतान जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित महासमुंद के माध्यम से कृषकों के खातों में राशि अंतरण कर किया जाएगा। मक्का उपार्जन से संबंधित समस्याओं एवं कठिनाइयों को खाद्य विभाग के काल सेंटर नंबर 1800-233-3663 में दर्ज कराया जा सकता है। - महासमुंद: पिथौरा तहसील के अन्तर्गत सरकड़ा ग्राम के किसानो के द्वारा अपनी मांगो को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्कजाम करने का प्रयास किया गया किन्तु मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन की टीम के द्वारा कुछ ही देर मे भीड से मार्ग को मुक्त करा लिया गया। भीड को अन्यत्र शिफ्ट करते हुए प्रत्येक व्यक्ति का कोरोना का टेस्ट कराया गया। इसके परिणाम से यह स्पष्ट है कि ग्रामीणो के द्वारा बड़ी लापरवाही बरती गई है। भीड के रूप मे चक्काजाम का प्रयास करने वाले लोगो मे से समाचार लिखे जाने तक 4 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं।
स्पष्ट है कि बिना किसी सुरक्षा मानको के और जनस्वास्थ्य को ध्यान मे रखे सरकडा ग्राम के किसान चंद स्वार्थी तत्वो के बहकावे मे आकर प्रदर्शन करने पहुचे हुए थे जिसका खमियाजा गरीब किसानो को उठाना पड़ा है। 4 पॉजिटिव प्रकरण मिलने के बाद भी अभी और प्रकरण पॉजिटिव पाये जाने की सम्भावना बनी हुई है। ग्रामीणो को उकसाने वालो के विरुद्ध कोरोना संक्रमण के फैलाव का प्रयास करने के आधार पर कड़ी कार्यवाही की मांग उठी है।इन अनैतिक तत्वों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होना जरूरी है जो अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिये कोविड 19 के इस संवेदनशील समय में जन स्वास्थ्य को अनदेखा करते हुए भोले किसानों को बर्गलाते हैं और महत्वपूर्ण मार्गों पर चक्काजाम जैसी गतिविधियों को अपनाकर आम राहगीरों के लिये समस्या पैदा करते हैं। प्रशासन से यही उम्मीद है कि जिन स्वार्थी तत्वो के द्वारा इस तरह बिना सुरक्षा के भीड जुटा के और किसानो को बरगला कर आम जन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किये जाने का प्रयास किये जाने की पुष्टि हुई है और जिन्के कारण कोरोना का संक्रमण फैला है उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिये। साथ ही इस तरह के अनशन और धरना प्रदर्शनो को अविलंब नियन्त्रित किया जाना चाहिये जिससे जनस्वास्थ्य की सुरक्षा पर इस तरह का गंभीर संकट उत्पन्न होता है। - महासमुंद : पिथौरा तहसील के अंतर्गत 6 ग्रामों की सरकड़ा सहकारी समिति शुरू से विवादित रही है। आज वंहा 5 ग्रामो मे सुचारू रूप से धान खरीदी हो रही है बजाय सरकड़ा ग्राम के। कुछ मुट्ठी भर तत्वों के बहकावे और अनैतिक प्रयासों के कारण सरकड़ा ग्राम के किसान धान नही बेच पा रहे हैं। विदित हो कि पूर्व मे अनेक वर्ष तक सरकड़ा समिति का धान खरीदी स्थल विद्या मंदिर ट्रस्ट की भूमि रहा है जो कि निजी भूमि है। इस वर्ष शासन प्रशासन के द्वारा शासकीय भूमि पर खरीदी स्थल बनाने की मुहिम शुरू की गई जिसे सर्वत्र सराहना भी मिली है। इसी कड़ी में सरकड़ा समिति मे भी पटपरपाली की शासकीय भूमि का चयन कर खरीदी स्थल चयनित किया गया है। जंहा सभी जगहो पर शासकीय भूमि के चयन के सिद्धांत को सराहना मिली है वंहा सरकड़ा समिति के अंतर्गत विवाद की दशा का विद्यमान होना और उसी पुराने निजी स्थल के लिये अड़ा रहना आश्चर्य ही कहा जायेगा। समिति के अंतर्गत पटपरपाली, भिथीडीह अमलीडीह के किसान राजीखुशी अपना धान पटपरपाली मे बेच रहे वंही सरकड़ा,नयापारा,लहरौद के किसानो के द्वारा उसी पुराने निजी स्थल के लिये अड़े रहने की वजह से अनेक किसान धान खरीदी के शुरू होने के शुरूआती 3 दिनो तक धान ही नही बेच सके। कंही न कंही प्रशासनिक अधिकारियों और जागरूक जनप्रतिनिधियों के द्वारा प्रयास करने पर लहरौद और नयापारा के किसानो ने अपनी समझदारी दिखाते हुए किसानो को बर्गलाने वाले अनैतिक तत्वों से दूरी कायम कर ली और पूरे उत्साह के साथ शुक्रवार को ही टोकन कटा लिये।
बात सरकड़ा की की जाये तो कोई तुक नही कि ग्राम के कुछ स्थानीय निवासियों के द्वारा अपने निजी हित को साधने की दृष्टि से लगातार ग्राम सरकड़ा के किसानो को दिग्भ्रमित किया गया है और विगत एक सप्ताह से धान बेचने से वंचित रखा गया है। हर रोज एक नई मांग लेकर कथित नेतृत्वकर्ता सामने आ रहे। इस वजह से समिति के 6 मे से 5 ग्राम जंहा धान बेच रहे वंही केवल ग्राम सरकड़ा में किसान चंद लोगों के बहकावे में आकर एक सप्ताह से धान बेचने से वंचित हैं। आश्चर्य का विषय है कि जिस सरकड़ा ग्राम में आज तक इतने वर्षों में एक इंच भी शासकीय जमीन धान खरीदी के लिये नहीं मिली थी और वर्षो से एक ट्रस्ट की जमीन को किराये मे लेकर, किराये के नाम पर वारा न्यारा किया जाता रहा, वंहा 2 माह पूर्व तक खरीदी स्थल को लेकर न तो कोई चिंता थी और न ही कोई शासकीय भूमि के चिन्हांकन का प्रयास हुआ। अब जब पटपरपाली मे धान खरीदी शुरू हो चुकी तो रातोंरात सरकड़ा मे भी शासकीय जमीन निकालकर ग्राम दावेदारी ऐसे समय मे पेश की जा रही जबकि धान खरीदी शुरू किये हुए एक सप्ताह बीतने को है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की समझाईश के बाद भी केवल कुछ व्यक्तियो के द्वारा निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिये किसानो को बर्गलाया गया और कोविड संक्रमण को अनदेखा करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम करने का प्रयास किया गया। .
भीड दिखाने के नाम पर बच्चो को भी बिना किसी सुरक्षा और एहतियात के लाया गया। हालांकि प्रशासन और पुलिस के द्वारा मुस्तैदी के साथ भीड़ को राष्ट्रीय राजमार्ग से हटाकर अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया ताकि आम राहगीरो को कोई समस्या न हो किंतु उन अनैतिक तत्वोंपर कार्यवाही होना भी उतना ही जरूरी है जो अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिये कोविड 19 के इस संवेदनशील समय में जन स्वास्थ्य को अनदेखा करते हुए भोले किसानों को बर्गलाते हैं और महत्वपूर्ण मार्गों पर चक्काजाम जैसी गतिविधियों को अपनाकर आम राहगीरों के लिये समस्या पैदा करते हैं। उम्मीद है कि इस घटनाक्रम के बाद सरकड़ा ग्राम के किसान किसी भी तरह के स्वार्थी तत्वों के बहकावे मे न आते हुए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का लाभ लेने को तैयार हो जाएं। -
महासमुंद : कृषि उपज मंडी पिथौरा के कर्मचारियों के द्वारा अवैध रूप से धान का भंडारण करने वाले दो लोगों पर कार्यवाही की गई है। इनके पास से लगभग 62 क्विंटल अवैध धान बरामद हुआ। मण्डी निरीक्षक ने दोनों के विरुद्ध मामला दर्ज कर कार्यवाही की गई है।
मंडी के कर्मचारियों को सूचना मिली कि कुछ मंझले धान लायसेंसधारी सीमा से अधिक धान का भंडारण क़र रहे है। पुख़्ता जानकारी के आधार पर मुढीपार चौक पिथौरा एवं ग्राम लारीपुर जो कि ओड़िशा राज्य की सीमा के पास है। सीमा से अधिक अवैध रूप से धान का भंडारण कर रहे श्री अरुण कुमार अग्रवाल मुढीपार चौक और श्री सुशांत पितालखपति प्रधान के यहाँ छापा मारा। छापे में श्री अग्रवाल के गोदाम से 75 कट्टा (30 क्विंटल ) और सुशंत के गोदाम से 80 पैकेट (32 क्विंटल ) अवैध रूप से भंडारण किया जाना पाया गया।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में धान खरीदी 1 दिसम्बर से शुरू होनी है। महासमुंद जिला राज्य की सीमावर्ती जिला होने के कारण अन्य राज्यों से अवैध धान परिवहन की आशंका बराबर बनी रहती है। जिससे कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन में ज़िले में तहसीलदार,थाना प्रभारी,खाद्य निरक्षक की संयुक्त उड़नदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन पर सतत निगरानी रखी जा रही है। ओड़िशा सीमा पर बसे गांव आदि पर अवैध धान परिवहन को रोकने के लिए जांच नाका भी बनाए गए है। नाकों पर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक सहित संबंधित अधिकारी बराबर नज़र और निरीक्षण कर रहे है। - ओड़िसा प्रांत की जेब्रा छाप मदिरा कुल मात्रा 30 लीटर बरामदमहासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार तथा जिला आबकारी अधिकारी श्री दिनकर वासनिक के मार्गदशन में आज 04 दिसंबर 2020 को सायं 6.00 बजे गश्त के दौरान प्राप्त सूचना के आधार पर जोंक नदी के पास ग्राम खुडमुड़ी घाट के पास आरोपी तुलसराम पांडे आ0 धनीराम पांडे, उम्र 38 वर्ष, साकिन बरपरमाल, थाना बेलटुकरी, जिला-नुआपाड़ा (ओड़िसा) को संदेह के आधार पर विधिवत गवाहों के समक्ष तलाशी लिया गया, तलाशी में एक सफेद रंग की प्लास्टिक बोरी में 150 नग पाउच ओड़िसा प्रांत की जेब्रा छाप मदिरा कुल मात्रा 30 लीटर बरामद हुआ। आरोपी को आबकारी अधिनियम की धारा 34(2), 36, 59(क) केे तहत गिरफ्तार कर कार्यवाही की गई।
उक्त कार्यवाही में आबकारी उपनिरीक्षक श्रीमती सवितारानी मेश्राम, आबकारी आरक्षक श्री इरफान अली एवं वाहन चालक श्री गांधी राम ठाकुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही। - महासमुंद : जिला पंचायत के सभाकक्ष में गुरूवार 03 दिसम्बर को कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की उपस्थिति में जिला अंत्यावसायी सहकारी समिति द्वारा राष्ट्रीय निगमों द्वारा संचालित योजनाओं में प्राप्त आवेदन पत्रों की जाॅचकर एवं साक्षात्कार लेकर हितग्राहियों का चयन की कार्रवाई की गई। योजना के तहत् अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक के बेरोजगार युवक, युवतियों को विभिन्न योजनाआंें हेतु स्व-रोजगार के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर उन्हें स्वावलंबी बनाया जाता है। जिले में 42 लक्ष्य के विरूद्ध 127 लोगों ने आवेदन दाखिल किए थे। चयन समिति द्वारा जरूरी दस्तावेजों का परीक्षण किया गया। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल, कृषि विभाग के उप संचालक श्री एस.आर. डोंगरे, आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त एन.आर. देवांगन, जिला परिवहन अधिकारी श्री मोहन साहू, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक श्री अवधेश कुमार सिंह सहित विधायक प्रतिनिधि गण उपस्थित थे।जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि विभिन्न योजनाओं के तहत् हितग्राहियों का चयन किया गया। इनमें अनुसूचित जाति ट्रैक्टर-ट्राॅली योजना में - 01 ईकाई लागत 08 लाख 71 हजार, अनुसूचित जाति गुड्स कैरियर योजना में - 01 ईकाई लागत 07 लाख एवं अनुसूचित जाति पैसेंजर व्हीकल में - 01 ईकाई लागत 06 लाख, अनुसूचित जाति लघु व्यवसाय में - 02 ईकाई लागत 03 लाख, अनुसूचित जाति लघु व्यवसाय में - 02 ईकाई लागत 02 लाख, अनुसूचित जाति लघु व्यवसाय में - 02 ईकाई लागत एक लाख, अनुसूचित जनजाति ट्रैक्टर-ट्राॅली योजना में - 01 ईकाई लागत 09 लाख 08 हजार, अनुसूचित जनजाति गुड्स कैरियर योजना में - 01 ईकाई लागत 06 लाख 25 हजार, अनुसूचित जनजाति स्माल बिजनेस में - 02 ईकाई लागत 03 लाख, अनुसूचित जनजाति स्माल बिजनेस में - 01 ईकाई लागत 02 लाख, अनुसूचित जनजाति स्माल बिजनेस में - 01 ईकाई लागत एक लाख, आदिवासी महिला सशक्तीकरण में - 01 ईकाई लागत एक लाख, पिछड़ा वर्ग टर्म लोन में - 01 ईकाई लागत एक लाख, पिछड़ा वर्ग टर्म लोन में - 01 ईकाई लागत 03 लाख, अल्पसंख्यक टर्म लोन योजना में - 06 ईकाई लागत एक लाख, सफाई कामगार स्कीम अप टू में - 02 ईकाई लागत एक लाख, सफाई कामगार महिला अधिकारिता मंे - 01 ईकाई लागत एक लाख, सफाई कामगार महिला समृद्धि में - 02 ईकाई लागत 50 हजार, अनुसूचित जाति महिला स्व-सहायता समूह में - 03 ईकाई लागत 05 लाख, अनुसूचित जनजाति महिला स्व-सहायता समूह मंें - 02 ईकाई लागत 03 लाख एवं पिछड़ा वर्ग स्व-सहायता समूह में - 01 ईकाई लागत 03 लाख रूपए है।
- महासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने स्वेच्छानुदान मद से महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम परसकोल निवासी श्री मंगलू कुर्रे के लिए स्वेच्छानुदान राशि स्वीकृत किया हैं। उन्हें राशि प्राप्त करने के लिए मतदाता फोटो परिचय पत्र, बैंक पासबुक, आधार कार्ड, स्वयं की दो फोटो एवं अन्य दस्तावेज संस्था का पंजीयन प्रमाण पत्र एवं साक्ष्य के साथ तहसील कार्यालय में प्रस्तुत करना होगा ताकि स्वीकृत राशि का भुगतान आर. टी. जी. एस. के माध्यम से किया जा सकेेें।
- महासमुंद: जिले में रेडी-टू-ईट खाद्य सामग्री के प्रदाय हेतु कुल 34 सेक्टरों के लिए महिला स्व-सहायता समूहों से आवेदन प्राप्त करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो रही है। महिला स्व-सहायता समूह के अध्यक्ष या सचिव जिला कार्यालय में 200 रूपए का चालान शीर्ष- 0235 महिला एवं बाल विकास विभाग से संबंधित अन्य प्राप्तियां में जमा करते हुए, चलान की मूल प्रति जिला कार्यालय में जमा कर आवेदन पत्र प्रारूप प्राप्त कर सकेंगे तथा रजिस्टर्ड डॉक अथवा कोरियर के द्वारा 31 दिसम्बर 2020 को शाम 04ः00 बजे तक जमा कर सकेंगे जारी आवेदन पत्रों को पंजीकृत कर वितरण किया जाएगा।महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि किसी भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका को आवेदन पत्र जारी नहीं किया जाएगा अध्यक्ष सचिव के अलावा समूह की अन्य महिला सदस्य को इसी शर्त पर आवेदन वितरण होगा जबकि वह समूह के अध्यक्ष, सचिव द्वारा जारी संयुक्त हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र के साथ उपस्थित हो। निर्धारित तिथि के बाद के आवेदन पर कोई विचार नहीं किया जाएगा। उन्होंने आवेदन पत्रों के साथ आवश्यक प्रमाणित दस्तावेज, अभिलेख अनिवार्यतः संलग्न करने के लिए परियोजना अधिकारियों को निर्देशित किया है वे आवेदन विज्ञप्ति सेक्टर के क्षेत्रों में पर्याप्त रूप से मुनादी एवं प्रचार प्रसार कराएं। उल्लेखनीय है कि संबंधित सेक्टर में जो समूह अभी कार्यरत है उन्हें भी नए सिरे से आवेदन करना होगा। स्थानीय महिला स्व-सहायता समूहों को ही कार्य दिया जाएगा। आवेदन से संबंधित विस्तृत जानकारी जिले की वेबसाईड www-mahasamund-gov-in में उपलब्ध है। इसके अलावा जिला कार्यालय महिला एवं बाल विकास विभाग तथा संबंधित परियोजना कार्यालयों के सूचना पटल पर भी उपलब्ध रहेगी।
- महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की उपस्थिति में गत दिवस कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में पल्स पोलियो अभियान हेतु टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिला स्वास्थ्य व महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग सहित अन्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर श्री गोयल ने बताया कि इस बार पल्स पोलियो अभियान 17 जनवरी से 19 जनवरी 2021 के बीच आयोजित किया जाना है। इसके अंर्तगत शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को दो बूंद जिंदगी की यानी पोलियो ड्राॅप्स पिलाई जाएगी। इसके लिए माइक्रो प्लान तैयार किया जा रहा है। जिसके तहत टीकाकरण केंद्रों में 17 जनवरी को बूथ में एवं 18 तथा 19 जनवरी को घर-घर जाकर छूटे हुए बच्चो को पोलियो की खुराक दी जाए। ताकि कोई भी बच्चा दवा पीने से वंचित न रहे।बैठक में कलेक्टर श्री गोयल ने पल्स पोलियो अभियान के बारें में अभी से प्रचार-प्रसार की गतिविधियों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए आमजन को एस.एम.एस. के माध्यम आपेक्षित जानकारी उपलब्ध कराई जाए। साथ ही पहले की तरह दीवार लेखन, बैनर, पोस्टर्स आदि का प्रयोग भी पूर्व की भांति यथावत जारी रखें। इस अभियान को सुचारू रूप से संचालित कर अधिकाधिक बच्चों को लाभान्वित करने की बात कहते हुए शिक्षण संस्थानों को रविवार के दिन खुले रखने के निर्देश दिए हैं। यहां ऐसे बूथ संचालित होंगे, जहां दो पृथक कक्ष एवं शौचालय इस कार्य के लिए आरक्षित रखे जाएं। इसी प्रकार उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी केन्द्रों को भी संचालित किए जाने के लिए भी कहा है।जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. अरविंद गुप्ता ने पल्स पोलियो कार्यक्रम के पूर्व वर्षो की उपलब्धि की जानकारी दी एवं इस वर्ष के लिए तैयारी के संबंध में अवगत कराया गया। इस बार जिले में लगभग एक लाख से अधिक बच्चों को लाभान्वित किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन.के. मंडपे के मार्गदर्शन में हाई रिस्क एरिया, रेल्वे बस्ती, घुमन्तु परिवार, ईंट भट्ठा, अर्बन स्लम आदि का चिन्हांकन एवं पल्स पोलियो के हितग्राही 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों का चिन्हांकन किया जाएगा एवं सभी चिन्हांकित पोलियो बूथ पर पोलियों की दवा निर्धारित समय पर पिलाई जाएगी। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री राॅबर्ट मिंज, महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री सुधाकर बोदले, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री रोहित कुमार वर्मा, जिला स्वास्थ्य शिशु स्वास्थ्य डाॅ. मुकुन्द राव घोड़ेसवार सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
चिकित्सा पर्चियों में लगेगी दो बूंदों वाली स्टैम्पइस बार के अभियान में आमजन को जागरूक करने के लिए एक विशेष किस्म की स्टैम्प का उपयोग किया जाएगा। इन दिनों तब मरीज स्वास्थ्य संबंधित उपचार के लिए चिकित्सा केन्द्रों में आएंगे तो उन्हें प्रदाय किए जाने वाले दस्तावेज जैसे ओ.पी.डी. एवं आई.पी.डी. पर्ची स्लीप आदि में पल्स पोलियो अभियान संबंधित आवश्यक सूचनाओं की सील लगी होगी। जिससे मरीजों को इसके बारे में जानकारी मिल सकें। - महासमुंद : ज़िला खाद्य अधिकारी महासमुंद श्री अजय यादव आज भारमुक्त क़र दिए गए हैं। श्री यादव का स्थानांतरण महासमुंद से ज़िला जगदलपुर हुआ है। अपर कलेक्टर श्री जोगेंद्र नायक ने बताया कि श्री यादव का प्रभार सहायक खाद्य अधिकारी श्री संजय शर्मा देखेंगे ।
- जमीनी स्तर तक ली जा रही है जानकारी, जिला स्वास्थ्य व महिला एवं बाल विकास विभाग के लगभग 08 हजार 700 अधिकारी-कर्मचारियों को टीके लगाने के लिए जिले में कोरोना वैक्सीनेशन की कवायद तेज
महासमुंद : कोविड-19 की वैश्विक महामारी अब बहुत जल्द जिला स्तर पर भी हमारे पास भी इस बीमारी का काट उपलब्ध होगा। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी पर काबू में करने की तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू कर दी है।
जिला स्वास्थ्य से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार 02 नवम्बर को कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की अध्यक्षता में देर तक चली मैराथन बैठक में यह निष्कर्ष निकल कर सामने आया कि हाल ही में राज्य शासन से मिले निर्देशानुसार जिले में भी कोरोना वायरस का टीकाकारण करने के लिए प्रेषित की जाने वाली आपेक्षित जानकारी का संकलन लगभग पूर्ण कर लिया गया है।
जिसके मुताबिक जल्द ही जिले में सबसे पहले उन कोरोना योद्धाओं से टीकाकरण की शुरुआत की जाएगी जो अपनी जान हथेली पर लेकर हमेशा से जनहित और जन स्वास्थ्य में कठिन से कठिन परिस्थिति में भी आमजन को कोविड-19 की माहामारी से सुरक्षित रखने का कर्तव्य निभाते रहे हैं।
बताया जा रहा है कि इनमें जिला स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग के आला अधिकारियों से लेकर चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों सहित गैर शासकीय चिकित्सा संस्थानों के स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई जाएगी। फिर चाहे वे नियमित सेवा में हों, संविदा कर्मचारी हों या किसी मानदेय योजना के तहत जमीनी स्तर पर सेवाएं दे रहे हो।
इस ओर अब तक किए गए क्रियान्वयन में लगभग 8 हजार 7 सौ अधिकारी-कर्मचारियों का डाटा एकत्र भी किया जा चुका है। जिसमें जिला स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास विभाग सहित गैर शासकीय चिकित्सालयों, पायथोलाॅजी लैब, डेन्टल क्लीनिक आदि से चिकित्सक, अधिकारीगण, नर्सिंग स्टाफ, वार्ड ब्वाय, लैब तकनीशियन, मितानिन, सफाई कर्मचारी, लिपिकीय कर्मचारी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित इस दौरान ग्राउंड लेबल पर ड्यूटीरत संबंधित कर्मचारी शामिल हैं।
इस संबंध में बुधवार को कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में हुई बैठक में कलेक्टर श्री गोयल ने संबंधित अधिकारियों को डाटा अंकन में विशेष सावधानी रखने के निर्देश देते हुए कहा है कि कोरोना टीकाकरण सूची में नामित अधिकारी-कर्मचारियों के नामों की पुनरावृत्ति न हो साथ ही उन्होंने इसमें अपात्र व्यक्तियों को नामित नहीं करने के स्पष्ट निर्देश दिए है।
उल्लेखनीय है कि इसके लिए शासन स्तर से एक विशेष एक्सेल शीट में जानकारी अंकित की जा रही है और निर्धारित मानदण्डों के अनुसार पुनः इसका मूल्यांकन भी किया जा रहा है। मतलब साफ है कि कोरोना वैक्सिनेशन में कोई भी गलत जानकारी साझा कर अनाधिकृत रूप से जान-पहचान के उन लोगों को लाभान्वित नहीं कर पाएगा जो इस निर्देशिका के दायरे में नहीं आते।
बता दें कि बैठक के बाद से ही जिले में जल्द होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत के आसार देख कर कोरोना ड्यूटीरत अधिकारी-कर्मचारी इसे बड़ी उपलब्धि बता रहे हैं। वहीं, आमजन में भी इस सकारात्मक समाचार को लेकर खुशी की लहर साफ दिखाई दे रही है।
बैठक में डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन. के. मंडपे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता, विश्व स्वास्थ्य संघ की ओर से प्रतिनिधि श्री नितिन पाटिल, कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम जिला दल से डिस्ट्रिक्ट सर्विलेन्स अधिकारी डाॅ. छत्रपाल चन्द्राकर, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री रोहित कुमार वर्मा, जिला सलाहकार (शिशु स्वास्थ्य) डाॅ. मुकुन्द राव घोड़ेसवार, इंडियन मेडिकल एसोशिएसन जिला इकाई से प्रतिनिधि डाॅ. विमल चोपड़ा और डाॅ. एच. एस. गुरूदत्ता, जिला शिक्षा अधिकारी श्री राॅबर्ट मिंज, महिला एवं बाल विकास विभाग से सहायक कार्यक्रम अधिकारी श्री सुधाकर बोदले, नगर पालिका अधिकारी श्री हलधर सहित विद्युत एवं अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।20 कोल्ड चेन प्वाइंट्स एक्टिव 03 नए मिलने के भी आसारजिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता ने बताया कि कोरोना वैक्सीन्स को सुरक्षित रूप से भण्डारित करने के लिए वर्तमान में जिला मुख्यालय से विकासखण्ड स्तर तक कुल 20 कोल्ड चेन प्वाइंट्स सक्रिय हैं। कलेक्टर श्री गोयल ने 03 नवीन कोल्ड चेन प्वाइंट संचालित करने के लिए भी जल्द स्वीकृति प्रदान करने के लिए भी आश्वस्थ किया है। इसके साथ ही उन्होंने बैठक के दौरान अपने कार्य स्थल से आॅनलाइन पद्धति से जुडे़ खण्ड चिकित्सा अधिकारियों और विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधकों को इन कोल्ड चेन प्वाइंट्स का नियमित रूप से निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया है।रिटायर्ड हेल्थ वर्कर्स भी प्रशिक्षित होकर बंटाएंगे हाथइस वैक्सिनेशन के कार्य को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सक्रिय स्वास्थ्य कर्मचारियों सहित सेवानिवृत्त स्वास्थ्यकर्मी, जिन्हें रिटायर हुए 03 साल से अधिक का समय नही हुआ हो, वे भी सहयोग कर सकेंगे। इसके लिए सभी को अनुभवी प्रशिक्षकों से बकायदा टेंªड किए जाना भी प्रस्तावित है।प्रचार-प्रसार पर भी रहेगा ध्यानकलेक्टर श्री गोयल के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण और इस महामारी के बारे में पहले से लोगों को आपेक्षित जानकारी उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिसमें प्रिंटिंग मटेरियल से लेकर आॅडियो-वीडियों, बैनर, पोस्टर, पाॅम्प्लेट, दीवार लेखन जैसे संदेशों का उपयोग किया जाता रहा। आगे भी जन सामान्य तक जरूरी आई.ई.सी जानकारी उपलब्ध कराते रहने के लिए निर्देशित किया गया है। - महासमुंद : जिला पंचायत के सभाकक्ष में आज कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की उपस्थिति में जिला अंत्यावसायी सहकारी समिति द्वारा राष्ट्रीय निगमों द्वारा संचालित योजनाओं में प्राप्त आवेदन पत्रों की जाॅचकर एवं साक्षात्कार लेकर हितग्राहियों का चयन की कार्रवाई की गई।योजना के तहत् अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक के बेरोजगार युवक, युवतियों को विभिन्न योजनाआंें हेतु स्व-रोजगार के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर उन्हें स्वावलंबी बनाया जाता है। जिले में 42 लक्ष्य के विरूद्ध 127 लोगों ने आवेदन दाखिल किए थे।
चयन समिति द्वारा जरूरी दस्तावेजों का परीक्षण किया। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल, कृषि विभाग के उप संचालक श्री एस.आर. डोंगरे, आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त एन.आर. देवांगन, जिला परिवहन अधिकारी श्री मोहन साहू, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक श्री अवधेश कुमार सिंह सहित विधायक प्रतिनिधि गण उपस्थित थे। - एसडीएम ने खरीदी केन्द्र जंगलबेड़ा में गलत तरीके से धान बिक्री करते एक व्यक्ति को पकड़ा, ट्रैक्टर एवं धान किया जब्त
महासमुंद : महासमुंद जिले में दो महीने की धान खरीदी मंगलवार 01 दिसंबर से शुरूआत हुई। इन दो दिनो में 10 हजार 507 किसानों से 29 हजार 449 मेट्रिक टन धान की खरीदी हुई। जिले में अभियान के पहले दिन चार हजार 971 किसानों से मोटा, पतला तथा सरना 13 हजार 762 मेट्रिक टन धान खरीदी की गई।
बुधवार 02 दिसम्बर को पाॅच हजार 676 किसानों से 15 हजार 687 मेट्रिक टन धान खरीदी केन्द्रों पर की गई। खरीदी केन्द्रों पर जिला प्रशासन की ओर से किसानों के लिए समुचित व्यवस्था की गई थी। जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने खरीदी केन्द्रों का दौरा कर व्यवस्था का जायजा भी लिया जा रहा है।
अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सरायपाली श्री कुणाल दूदावत ने आज गुरुवार को धान खरीदी केन्द्र जंगलबेड़ा में गलत तरीके से दूसरे के पट्टे पर धान बिक्री करते हुए एक किसान को पकड़ा। ट्रैक्टर एवं लोडेड धान जब्त किया गया।
वहीं एसडीएम महासमुंद श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी ने धान खरीदी केन्द्र बम्हनी और पिटियाझर का निरीक्षण किया और किसानों से बातचीत की। जिले के नए और पुराने कुल 137 खरीफ विपणन धान उपार्जन केन्द्र है। इन केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 01 दिसम्बर से 31 जनवरी 2021 तक और मक्का की खरीदी 01 दिसम्बर से 31 मई 2021 तक की जाएगी।
जिले के एक लाख 40 हजार 35 किसानों ने धान विक्रय हेतु सहकारी समितियों में पंजीयन कराया हैं। जिनका कुल रकबा 02 लाख 13 हजार हेक्टेयर से अधिक हैं। - महासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश के परिपालन में खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा ‘‘नवा छत्तीसगढ़’’ के 02 वर्ष पूर्ण होने पर आगामी 13 दिसम्बर 2020 को राज्य भर में एक साथ वर्चुअल मैराथन का आयोजन कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए कराया जाएगा।
वर्चुअल मैराथन मंे भाग लेने के लिए प्रतिभागी किसी भी स्थान पर समूह में एकत्र नहीं हांेगे। प्रतिभागी घर, पार्क, मैदान, रोड़ या अन्य सुरक्षित स्थान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर दौड़ते हुए अपने कुछ सेकेंड का वीडियो, फोटो हैशटैग #runwithchhattisgarh के साथ फेसबुक या ट्विटर पर अपलोड कर सकते है। अपलोड करने का समय 13 दिसम्बर 2020 को प्रातः 06ः00 बजे से 11ः00 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है।
वर्चुअल मैराथन में भाग लेने हेतु जिला महासमुन्द के इच्छुक प्रतिभागी http://jansampark.cg.gov.in, http://dprcg.gov.in, www.sportsyw.cg.gov.in पर 04 से 10 दिसम्बर 2020 तक अपना आॅनलाईन पंजीयन करवा सकते हैं। प्रथम 300 से 500 पंजीयन करवाने वाले प्रतिभागियों को प्रोत्साहन स्वरूप टी-शर्ट उपलब्ध कराया जाएगा।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के आदेशानुसार वर्चुअल मैराथन के सफल आयोजन के लिए जिला महासमुन्द में आॅनलाईन पंजीयन कराने वाले प्रतिभागियों को टी-शर्ट उपलब्ध कराने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर साहू को नोडल अधिकारी एवं खेल अधिकारी श्री मनोज कुमार धृतलहरे को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए कार्यालय खेल एवं युवा कल्याण जिला महासमुन्द में कार्यालयीन समय में सम्पर्क कर सकते हैं इसके अलावा उनके मोबाईल नम्बर 96175-00748 पर भी सम्पर्क कर सकते है। - महासमुंद : हौसलें बुलंद हो तो फिर जिंदगी में कुछ भी मुश्किल नहीं रह जाता। शरीर की कोई भी कमी सफलता के आड़े नहीं आती। केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा दिव्यांगजनों के लिए अनेक प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की गई है।इनमें से राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई योजना में से एक सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 40 प्रतिशत् या उससे अधिक दिव्यांग व्यक्ति जो छत्तीसगढ़ का मूल निवासी हो और वे संघ लोक सेवा आयोग अथवा छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की प्रतियोगी परीक्षा प्रारम्भिक और मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर उन्हें सहायता राशि प्रदान की जाती है।
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर पिथौरा निवासी अस्थिबाधित दिव्यांग श्री केशवराम निषाद अपनी दिव्यांगता को अपने ऊपर हावी नहीं होने देते और वे अपने हौसलें पर बुलंद रहते हुए लोेक सेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा उत्तीर्ण की है।
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर उन्हें संसदीय सचिव एवं महासमुंद विधायक श्री विनोद चन्द्राकर ने 20 हजार रूपए का प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया। श्री केशवराम निषाद बतातें है कि वे एम.एस.सी. (गणित) विषय के साथ उत्तीर्ण है और वे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिथौरा में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं। उनके घर की आर्थिक स्थिति कमजोर हैं, लेकिन उनके मन में हमेशा आगे बढ़नें की ईच्छा रहती थी। इस कारण वे बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग परीक्षा की तैयारी भी कर रहे थे।
उनकी मंशा है कि वे डिप्टी कलेक्टर बनकर समाज सेवा करें। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा सभी वर्गों के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित किए है। इनमें से दिव्यांगजन लोगों के लिए संचालित की जा रही हैं, जो काफी सराहनीय हैं। इन मिले हुए प्रोत्साहन राशि से वे विभिन्न विषयों के बेहतर प्रतियोगी किताब खरीदकर मुख्य परीक्षा की तैयारी करना चाहतें है। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाएं सभी वर्गों के लिए बेहतर होती है। दिव्यांगों को जीवन में प्रोत्साहन की जरूरत है ताकि वे और आगे बढ़ सकें। -
महासमुंद : अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर आज गुरूवार को जिला मुख्यालय कलेक्टोरेट स्थित स्वान कक्ष में संक्षिप्त ई-कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिले की सभी जनपदों के अधिकारियों के साथ वीडियो कांन्फ्रेन्सिंग के जरिए दिव्यांग हितग्राही शामिल हुए।
कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए बड़ा कार्यक्रम नहीं हुआ। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने दिव्यांग राधिका साहू और श्रीमती सीता दीवान के हाथों से माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित करा कर कार्यक्रम का शुभारंभ कराया।
कार्यक्रम में संसदीय सचिव एवं विधायक श्री विनोद चंद्राकर के हाथों दिव्यांग बच्चे उमेश और रोशन व्हील चेयर पाकर बहुत खुश हुए। वहीं दिव्यांग राधिका साहू को ट्राई साइकिल मिली। संसदीय सचिव ने निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजनान्तर्गत तीन लोगों को 50-50 हजार रूपए के चेक प्रदान किए।
इसके साथ सिविल प्रोत्साहन योजना के तहत श्री केशव राम निषाद को 40 हजार का चेक सौंपा गया। जिले की जनपद पंचायतों बागबाहरा, पिथौरा, बसना और सरायपाली में कुल 18 दिव्यांग को निःशुल्क ट्राई साइकिल, व्हील चेयर, 4 बैसाखी एवं 6 श्रवण यंत्र दिए गए।इसके साथ ही 409 दिव्यांगों को यूडीआईडी कार्ड भी प्रदान की गई। जनपद महासमुंद में 126 दिव्यांगो को, सरायपाली में 167, जनपद पिथौरा में 71, बसना में 33 और जनपद बागबाहरा में 17 दिव्यांगो को यूडीआईडी कार्ड दिया गया।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य और केन्द्र सरकार द्वारा दिव्यांगों की मदद के लिए कई सरकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। शासन द्वारा दिव्यांगों को दिव्यांग प्रमाण पत्र भी मुहैया कराया जाता है। जिन्हें सरकारी सुविधाओं का लाभ मिलता है। उनके लिए नीतियां भी बनाई गई है।
उन्हें सरकारी नौकरियों, अस्पताल, रेल, बस सभी जगह आरक्षण की भी सुविधा दी गई है। उन्होंने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण व अन्य विभाग भी दिव्यांगों को शासन की उनके लिए संचालित योजनाओं का लाभ दिलाए। कलेक्टर ने दिव्यांगजनो से भी अपील की कि वे भी शासन की योजनाओं का लाभ उठाकर अपना भविष्य सुरक्षित करें।
कार्यक्रम में संसदीय सचिव श्री विनोद चंद्राकर ने कहा कि दिव्यांग भी समाज का अभिन्न अंग है। समाज को आगे बढ़ाने में उनकी बराबर की हिस्सेदारी है। दिव्यांग सरकार की हर जनहितैषी योजनाओं का लाभ उठाए। कार्यक्रम में विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री मोहम्मद जहांगीर तिगाला ने लीगल पहलुओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की शुरुआत में उप संचालक समाज कल्याण श्रीमती संगीता सिंह ने दिव्यांग की विभागीय जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन उप संचालक श्री संजय पाण्डे ने किया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री जोगेंद्र कुमार नायक उपस्थित थे।
मालूम हो कि हर साल 3 दिसंबर को दुनिया भर में विश्व विकलांगता दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मुख्य रूप से दिव्यांगों के प्रति लोगों के व्यवहार में बदलाव लाने और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करने के लिए मनाया जाता है। 1992 के बाद से ही दुनियाभर में विश्व विकलांग दिवस मनाया जा रहा है। - महासमुंद : महासमुंद ज़िले में पुराने धान ख़रीदी केंद्र और इस वर्ष किसानों की सुविधा के लिए बनाए गए धान नए ख़रीदी केंद्र सहित 137 केंद्रों में दो महीने की धान खरीदी मंगलवार एक दिसंबर से शानदार शुरूआत हुई। ज़िले में अभियान के पहले दिन 4971 किसानों से मोटा, पतला तथा सरना 13762 मेट्रिक टन धान खरीदी की गई। धान खरीदी केंद्रों में जिला प्रशासन की ओर से किसानों के लिए समुचित व्यवस्था की गई थी। सुगमता से अपने मेहनत की कमाई का वाजिब दाम पाकर किसानों में खासा उत्साह देखा गया। जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने खरीदी केंद्रों का दौरा कर व्यवस्था का जायजा भी लिया।
शुरुआत में जिले की 130 खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी की गई। इसमें 10 नए खरीदी केंद्र भी शामिल हैं। धान बेचने के लिए किसानों में खासा उत्साह देखा गया। किसान सवेरे से अपनी अपने-अपने साधनो छोटी वाहन अथवा ट्रैक्टर में धान लादकर खरीदी केंद्र पहुंच गए। शुरुआत दिन फिलहाल मझले किसानों को प्राथमिकता से धान बेचने का मौका दिया गया है। बरोंडाबाज़ार केंद्र पर डेढ़ एकड़ भूमि स्वामी श्री विदेसी का सबसे पहले धान तुला उन्होंने 22 किवंटल धान बेचा।
पहले कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल एवं पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने काँटा-बाँट की पूजा की। बाद में किसान परिवार समेत धान बेचने आए थे। महासमुंद के बढ़गाव, बागबाहरा घोचापाली, पिथौरा के किशनपुर ल, सिरका सहित सरायपाली में नए बनाए गए ख़रीदी केंद्रों टेमरी, जगदीशपुर, रोहिना, चिमरकेल और सलखण्ड सहित अन्य केंद्र में पहली दफा खरीदी केंद्र बनने से किसान काफ़ी खुश दिखाई दिए। उनकी धान बेचने की दिक़्क़त को सरकार ने समझा और उसे पूरा किया । आखिरकार उन्हें अपने गांव में ही धान बेचने का मौका मिला।
आज अपर कलेक्टर श्री जोगेंद्र कुमार नायक ने खट्टी धान ख़रीदी केंद्र पहुँचे। उन्होंने धान ख़रीदी व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया और ज़रूरी निर्देश दिए। एसडीएम श्री सुनील चंद्रवंशी साथ थे। धान खरीदी केंद्र बिरकोनी, महासमुंद में धान में नमी की मात्रा 17% से अधिक होने पर, 265 क्विंटल धान का टोकन निरस्त कर वापस भेजा गया। ज़िले के अंदरूनी क्षेत्र में स्थित धान खरीदी केंद्र गढ़फुलझर एवं कुरचुन्दी में अधिकारी भ्रमण कर सुविधाओं का जायज़ा ले रहे हैं। -
महासमुन्द: कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की अध्यक्षता में आज जिला कार्यलय के सभाकक्ष में जिला टॉस्क फ़ोर्स कोविड -19 वैक्सिनेशन के संबंध में बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एन के मंडपे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता, विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ नितिन पाटिल, डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री राबर्ट मिंज, महिला एवं बाल विकासाधिकारी श्री सुधाकर बोदले, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एकेडमी ऑफ पिड्याट्रिक के जिला प्रतिनिधि डॉ विमल चोपडा, डॉ एच एस गुरूदत्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि भारत मे अब तक कोविड-19 के लिए टीकाकरण प्रारम्भ नही हुआ है। निकट भविष्य में टीकाकरण प्रारम्भ किया जाना प्रस्तावित है। कोविड-19 वैश्विक महामारी है, इसका बचाव ही ईलाज है। इसके लिए नागरिकों को सामाजिक दूरी बनाए रखना, समय-समय पर साबुन से हाथ धोना, सेनेटाइजर का उपयोग करना और मास्क लगाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए स्टेंडर्ड एक्सेल बेस्ड टेम्पलेट में सभी हितग्राहियों की जानकारी एकत्र की जाएगी। इस टेम्पलेट में सभी सभी शासकीय एवं निजी स्वास्थ संस्था में कार्यरत समस्त कार्यकर्ताओ की जानकारी अपलोड की जाएगी। इस पोर्टल में महिला एवं बाल विकास विभाग तथा आयुष विभासग के समस्त अधिकारी कर्मचारियों एवं मितानिन कार्यकर्ताओ की जानकारियां अपलोड करें। जानकारी अपलोड करते समय शासन के गाइड लाईन का अनिवार्य रूप से ध्यान रखे तथा इस कार्य पर किसी तरह के लापरवाही ना करे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए शासकीय अमले, निजी अमले और सेवानिवृत्त वैक्सिनेटर को अच्छी तरह से प्रशिक्षण उप्लब्ध कराया जाए।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में लगभग 8700 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाएगा। जिले में 20 कोल्ड चैन पॉइंट बनाया गया है तथा 03 नए कोल्ड चैन बनाया जाना प्रस्तावित है। - जाँच चैकियों पर रहेंगी कड़ी व्यवस्था
महासमुंद : पूरे छत्तीसगढ़ सहित महासमुंद जिले के सभी 137 धान उपार्जन केंद्रों में आज मंगलवार से धान खरीदी की शुरुआत हो गई। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के साथ सवेरे महासमुंद से सटे ग्राम बरोंडाबाजार केन्द्र पहुँच कर कांटा-बांट की विधिवत् पूजा-अर्चना कर धान तौल कर शुभारम्भ किया।
कलेक्टर ने बरोंडाबाजार के किसान श्री विदेशी की धान का प्रथम कांटा किया गया। धान तौल कर खरीदी की शुरुआत की। इस केंद्र में आसपास के किसान 1200 की क्विंटल से ज्यादा धान विक्रय हेतु लाए है। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री सुनील चंद्रवंशी, जिला खाद्य अधिकारी श्री अजय कुमार यादव, सहायक खाद्य अधिकारी श्री अनिल जोशी केंद्र प्रबंधक सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी और धान बेचने आए कृषकगण मौजूद थे।
कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि आज से धान बेचने और खरीदने की शुरुआत हो गई है। उन्होंने कहा कि जिले के अभी धान खरीदी केन्द्रों पर किसानों को किसी तरह की कोई दिक्कत या परेशानी न हो इसका पूरा ध्यान रखा गया है। जिले के इन केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 01 दिसम्बर से 31 जनवरी 2021 तक और मक्का की खरीदी 01 दिसम्बर से 31 मई 2021 तक की जाएगी। जिले के एक लाख 40 हजार किसानों ने धान विक्रय हेतु सहकारी समितियों में पंजीयन कराया हैं। जिनका कुल रकबा 02 लाख 11 हजार हेक्टेयर से अधिक हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि सीमा प्रदेशों के धान जिले में न पहुँच सके इसके लिए जिले में स्थापित जाँच चैकियों, सीमाओं पर चाक-चैबंध व्यवस्था की गई है। प्रशासन और पुलिस की टीम तैनात है। अधिकारियों का दल भी खरीदी केंद्रों में पहुँच कर व्यवस्थाओं काजायजा लेंगे। वे स्वयं भी खरीदी केंद्रों का जायजा लेते रहेंगे। - महासमुंद : महासमुंद ज़िले की तहसील बागबाहरा उड़ीसा अन्तर्राज्यीय सीमा बेरियर टेमरी पर 275 कट्टा धान को बिना सक्षम अनुमति के परिवहन पर जब्ती की कार्यवाही की गई । टेमरी आरटीओ बेरियर पर आज मंगलवार 1 दिसंबर को धान खरीदी के शुरूआत दिन दोपहर लगभग 12 बजे अवैध धान से भरे एक ट्रक क्रमांक OD 17 Q 0652 को जब्त किया।
ट्रक से 275 कट्टा धान बरामद किया गया। अवैध धान पड़ौसी राज्य ओड़िशा से परिवहन किया जा रहा था। खाद्य निरीक्षक भारती यादव ने बताया कि जरूरी दस्तावेज नहीं होने के चलते कार्रवाई की गई। मौक़े पर प्रभारी तहसीलदार श्री बलराम तमोली, नायब तहसीलदार श्री राममूर्ति,और मंडी निरीक्षक श्री शत्रुघन यादव उपस्थित थे।
खरीफ फसल की धान खरीदी शुरू होने के पहले ही कोचिया और धान दलाल सक्रिय हो गए हैं, ताकि औने पौने में धान की खरीदी कर उसे समर्थन मूल्य में बेच कर मुनाफा कमा सके। इधर ज़िला प्रशासन ने भी उनके मंसुबों को जानते हुए अवैध धान परिवहन पर कड़ी रणनीति बनाई है। ज़िले की सभी 17 जाँच नाकों पर निगरानी कड़ी की गई है। पुलिस के साथ संबंधित अधिकारी-कर्मचारी नज़र बनाए हुए है।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने पिछले साल की सभी 17 चौकियों पर चौकसी बढ़ा दी है। इस कारण धान खरीदी शुरू होने के पहले ही प्रशासन ने धरपकड़ कार्रवाई शुरू कर दी है।विगत शनिवार को एक ट्रैक्टर 130 कट्टा रायगढ़ ज़िले से और रविवार रात को 670 बोरी धान व 400 बोरी धान अवैध धान का परिवहन किया जा रहा था। इसकी सूचना मिलने पर ट्रैक्टर एवं ट्रकों को रोककर जांच की गई। वाहन में 1070 बोरी धान भरा हुआ था, परंतु धान संबंधी दस्तावेज नहीं होने के चलते धान व वाहन को जब्त कर लिया गया।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने ज़िले में अवैध धान परिवहन पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ दिलाना सरकार की प्राथमिकता है। ज़िले के सीमावर्ती राज्यों से आने वाले अवैध धान की परिवहन रोकने के लिए विशेष चेकिंग दल गठित किए गए है।
चेकिंग दल में राजस्व, खाद्य, मंडी बोर्ड, सहकारिता, वन, परिवहन सहित अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया है। विशेष चेकिंग दल द्वारा नियमित निगरानी की जाए और अनियमिता पाए जाने पर प्रकरण दर्ज कर धान एवं वाहन की जब्ती कर कड़ी कार्यवाही करने को कहा गया है। कलेक्टर ने ज़िले में अवैध धान की आवक को रोकने के लिए ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है। ज़िले में पिछले साल की तरह नियमित निगरानी के लिए चेक पोस्ट स्थापित किए गए है । कलेक्टर ने कहा कि कोचियों व बिचौलियों द्वारा अवैध धान के भण्डारण, परिवहन व बिक्री करते पाए जाने पर भी सख्त कार्यवाही की जाएगी।