- महासमुंद : राज्य शासन द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन का कार्य 01 दिसम्बर 2020 से निरंतर चल रहा है। जिले के सभी उपार्जन केन्द्रों में धान उपार्जन का कार्य सुचारू रूप से शुरू किया गया है।
जिला मुख्यालय से लगे हुए उपार्जन केन्द्र बेमचा में लगातार टोकन काटने में लापरवाही बरतने एवं किसानों से बारदाना लेकर धान खरीदी करने तथा धान उपार्जन कार्य में लापरवाही बरतने के कारण उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं के निर्देश पर उपार्जन केन्द्र के प्रभारी अधिकारी श्री सेवकराम चंद्राकर द्वारा श्री रमेश सिन्हा को धान खरीदी के प्रभार तत्काल पृथक कर उनके स्थान पर श्री पुरानिक लाल साहू को धान खरीदी का प्रभार सौंपा गया। - महासमुंद : जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित रायपुर का 104 वां वार्षिक आम सभा 14 दिसम्बर को नोडल कार्यालय महासमुंद में वर्चुअल माध्यम बैठक आयोजित किया गया।जिसमें जिले के सहकारी समितियों के बैंक प्रतिनिधि उपस्थित रहे बैंक के प्राधिकृत अधिकारियों को बैंक की विभिन्न गतिविधियों के बारें में विस्तार से जानकारी दी गई।
इसके उपरांत् बैंक प्रतिनिधियों द्वारा विभिन्न बिन्दुओं पर प्राधिकृत अधिकारी से चर्चा की गई। चर्चा में उपार्जन केन्द्रों से धान का शीघ्र उठाव गत वर्ष के धान खरीदी की कमीशन की राशि भुगतान एवं नए बैंक भवन निर्माण सहित समिति के कर्मचारियों के वेतन भुगतान संबंधी जिसका स्पष्ट जानकारी बैंक के प्राधिकृत द्वारा दिया गया। - महासमुंद : वाणिज्यकर (आबकारी), उद्योग एवं जिला प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा कल मंगलवार 15 दिसम्बर को महासमुंद आयेंगे। मंत्री श्री लखमा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राजधानी रायपुर से दोपहर 12ः00 बजे कार द्वारा प्रस्थान कर 01ः00 बजे सर्किट हाऊस महसमुंद पहुॅचेंगे।फिर सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर प्रेस वार्ता लेंगे। वे अपरान्ह 03ः00 बजे कार्यकर्ताओं से भी बातचीत करेंगे। जिला के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा 04ः30 बजे महासमुंद से रायपुर के लिए रवाना होंगे।
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महासमुंद : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल सरकार के दो साल पूरे होने पर महासमुंद ज़िले में आज सुबह 6 बजे से 11 बजे तक वर्चुअल मैराथन में ज़िला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों से लेकर जनप्रतिनिधि. गणमान्य नागरिक, खिलाड़ी, के साथ नन्ने-मुन्ने बच्चों, बागबाहरा और पिथौरा की श्रवण बाधित दिव्यांग बालिका
ईश्वरी निषाद- संभर, बागबाहराश्रृति प्रधान - बोईरडीही, पिथौरा आदि ने हिस्सा लिया और दौड़ लगाई । पूरे प्रदेश में पहली बार आयोजित हुई इस अनोखी वर्चुअल मैराथन को लेकर ज़िले में लोगों में जबरदस्त उत्साह दिख है।महासमुंद ज़िले में दौड़ की शुरुआत ( सुबह 6 बजे से) लेकर 10 बजे तक लगभग 1000 से हज़ार से ज्यादा लोग अपनी फोटो वेबसाइट में अपलोड कर चुके हैं। बाकी लोग भी बहुत तेज़ी से अपनी फोटो और वीडियो अपलोड कर रहे है।ज़िले में 2208 लोगों ने वर्चुअल मैराथन के लिए आन लाइन पंजीयन किया था।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल,पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर,अपर कलेक्टर श्री जोगेंद्र कुमार नायक,एसडीएम श्री सुनील चंद्रवंशी वर्चुअल मैराथन में दौड़ लगाई । वही जनप्रतिनिधि सहित ज़िला अफसर भी इस खास आयोजन में शामिल हुए।आपको बता दें कि इस तरह का वर्चुअल मैराथन पहली बार छत्तीसगढ़ में आयोजित हो रहा है। इससे पहले कई बार छत्तीसगढ़ में राज्य और ज़िला स्तर पर मैराथन आयोजित की जाती रही है ।जिसमें राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय धावक शिरकत करते थे। लेकिन इस बार कोरोना संकट को देखते गुए वर्चुअल मैराथन छत्तीसगढ़ जनसंपर्क और खेल एवं युवा कल्याण विभाग की तरफ से आयोजित किया जा रहा है। जिसमें पूरे प्रदेश में करीब 70 हजार से अधिक प्रतिभागियों ने आॅनलाईन पंजीयन कराया है। - साढ़े चौवालीस हज़ार से ज़्यादा किसानों से ख़रीदा गया 13 लाख इकसठ हज़ार क्विटल धान110 उपार्जन केंद्रो से 266230 क्विटल धान का डीओ जारी
महासमुंद : खरीफ विपणन वर्ष 2020-.21 हेतु समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन का कार्य अपनी पूर्ण गति से चल रहा है । जिलें में वर्तमान में 138 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 44600 किसानों से 1361304 क्विटल की ख़रीदी की जा चुकी है ।यानी ककि अब तक 254.37 करोड़ रुपए की धान ख़रीदी की गई है . इस वर्ष किसानों द्वारा बेची गई फसल का भुगतान सीधे PUBLIC FINANCIAL MANAGEMENT SERVICE (सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन सेवा) (पीएफएमएस )के माध्यम से किया जा रहा है । इसके अतिरिक्त तकनीकी कारणों से किसानों के रकबा में जो त्रुटि हुई थी उसका सुधार भी आनलाईन माध्यम से किया जा रहा है ।
अधिकारियों ने बताया कि कोविड -19 के कारण जहां सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है ।सभी औद्योगिक कार्य बंद रहे है ।ऐसी स्थिति में भी ज़िले में धान सुचारू रूप से उपार्जन हेतु पर्याप्त मात्रा में बारदाना की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न माध्यम से की गई है ।
अधिकारियों ने बताया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध है । वहीं धान मिलर्स द्वारा भी उपार्जन केंद्रो में बारदाना की नियमित रूप से आपूर्ति की जा रही है । मिलर्स द्वारा प्रदाय किये जा रहे बारदानों को पहले सत्यापन किये जाने के बाद ही उपार्जन केंद्रो में भेजा रहा है । उपार्जन केंद्रो द्वारा उपार्जित धान का परिवहन का कार्य भी जिले में मिलर के माध्यम से प्रारंभ हो गया है । जिले में 110 उपार्जन केंद्रो से 266230 क्विटल धान का डीओ जारी किया जा चुका है ।
अपर कलेक्टर श्री जोगेंद्र कुमार नायक ने हाल ही में धान उपार्जन केंद्र भोरिंग,,महासमुंद का निरीक्षण किया । उन्होंने धान की तौल भी देखी । तौल-काँटे,बाँट आदि को भी देखा । उन्होंने समिति द्वारा आवक पंजी अपूर्ण,स्टाक रजिस्टर,अहस्ताक्षरित पत्रक,स्टेक आदि देखें । आवश्यक व्यवस्था को ठीक करने निर्देश दिए । - महासमुंद : महासमुंद जिले में आज शनिवार को 93 व्यक्तियों की जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है ।वहीं आज 12 क़ोरोना पॉज़िटिव पूरी तरह ठीक हो कर अपने घर गए । अब तक कुल 6301क़ोरोना पॉज़िटिव पूरी तरह ठीक होकर अपने घर सुरक्षित पहुँच गए है ।
ज़िला स्वास्थ्य से मिली आज की मेडिकल बुलेटिन में बताया की 1165 कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों की जाँच की गई। जिसमें 93 लोगों की कोरोना जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है सरायपाली विकासखंड मैं सबसे अधिक 24 केस मिले है ।वही पिथौरा से 23,बसना ब्लॉक से 18, बागबाहरा से 15 और महासमुंद ब्लॉक से 13 ,लोगों की जाँच रिपोर्ट कोरोना पॉज़िटिव पायी गई है । आज की जाँच आरटीपीसीआर से 406 ,ट्रू नाट से 61 और एंटीजन से सबसे ज़्यादा 698 टेस्ट किए गए । इस प्रकार कुल 1165 टेस्ट किए गए ।ज़िला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि जिले में अब तक कुल 7289 कोरोना पॉज़िटिव आए जिनमें से 6301 स्वस्थ्य होकर अपने घर सुरक्षित पहुँचें । आज 12 क़ोरोना पॉज़िटिव पूरी तरह ठीक हो कर अपने घर गए । आज की तारीख़ में जिले में एक्टिव मरीज़ों की संख्या 887है ।एक कोरोना पॉज़िटिव की मृत्यु हुई है । - वर्चुअल मैराथन दौड़ के प्रतिभागी आज सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दौड़ेंगेमहासमुंद : छत्तीसगढ़ में नई सरकार के दो साल पूरा होने पर छत्तीसगढ़ शासन की प्रथम वर्चुअल मैराथन कल रविवार 13 दिसम्बर को सुबह 06ः00 बजे से सुबह 10ः00 बजे तक होगी। पहली बार होेने वाली वर्चुअल मैराथन दौड़ के लिए महासमुंद जिले में अब तक 2187 प्रतिभागियों ने आॅनलाईन पंजीयन कराया है।
जिला खेल अधिकारी श्री मनोज धृतलहरें ने जानकारी देते हुए बताया कि पंजीयन की प्रक्रिया पहले 10 दिसम्बर तक थी जिसे बढ़ाकर अब 12 दिसम्बर तक कर दिया गया है।उन्होंने कहा वर्चुअल मैराथन दौड़ के प्रतिभागी कही भी समूह में एकत्रित नहीं होंगे। प्रतिभागी उद्यान, मैदान, सड़क या अन्य किसी सुरक्षित स्थान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दौडेंगे और दौड़ते हुए कुछ सेंकण्ड का वीडियों अथवा फोटों रविवार 13 दिसम्बर की सुबह 06ः00 से 11ः00 बजे तक हैशटैग रनविथ छत्तीसगढ़ के साथ फेसबुक या ट्विटर पर अपलोड कर सकंेगे। जिले में 500 पंजीयन कराने वाले प्रतिभागियों को पारितोषित के रूप में टी-शर्ट उपलब्ध कराई गई है । - महासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की 13 वीं कड़ी का प्रसारण कल रविवार 13 दिसम्बर को सुबह 10.30 बजे से 11.00 बजे तक होगा।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार छत्तीसगढ़ सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल’ विषय पर प्रदेशवासियों से बात करेंगे। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केन्द्रों, एफ.एम. रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से किया जाएगा।
- महासमुंद: महासमुंद जिले में 17 दिसम्बर को सुबह 11ः00 बजे जिले की सीमा औराई चैंक पर राम वनगमन परिपथ पर्यटन पथयात्रा एवं विराट बाईक रैली का स्वागत होगा। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयलन ने इसकी तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। राम वनगमन पथ बाईक रैली के लिए प्रतिभागी आॅनलाईन पंजीयन करा सकते हैं। आॅनलाईन आवेदन पंजीयन वेबसाईट https://www.chhattisgarhtourism.in (डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डाॅट छत्तीसगढ़ डाॅट इन) पर सकते है।
- महासमुंद: राज्य शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजनांतर्गत नरवा, गरवा, घुरूवा एवं बाड़ी का क्रियान्वयन जिले के चयनित गौठान ग्रामों में किया जा रहा है। महासमुन्द विकासखण्ड के कृषि विभाग के अधिकारियों एवं मैदानी अमले द्वारा गौठान ग्रामों और आस-पास के गांवों में प्रचार-प्रसार कर किसानों के खेतांे से हार्वेस्टर से धान फसल कटाई करने के पश्चात् खेत में पड़े पैरा को गौठानों में पशुओं के लिए चारा हेतु पैरादान कर, संग्रहण करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।कृषि विभाग के उप संचालक श्री एस.आर. डोंगरें ने बताया कि जिले में अब तक 46 गौठानों में 78 टन से अधिक पशुओं के लिए चारा पैरादान के माध्यम से संग्रहित कर गौठानों में रखाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रति सप्ताह विकासखण्डों के विभागीय मैदानी अमलों से कृषकों के खेतों में पड़े हुए पैरा को संग्रहित कराने तथा गौठानों में दान करने हेतु लोगों से अपील कर कराया जा रहा है। वर्तमान में विकासखण्ड महासमुन्द के 13 गौठानों में 38 ट्राली मात्रा 19 टन पैरा दान कराकर संग्रहित किया गया है तथा बेलर मशीन के माध्यम से 3009 बंडल मात्रा 36.10 टन पैरा का एकत्रीकरण चारे के लिए कराया जा चुका है। बागबाहरा के 02 गौठानों में 16 ट्राली द्वारा पैरा मात्रा 8.00 टन, पिथौरा के 14 गौठानों में 83 ट्राली पैरा मात्रा 8.30 टन संग्रहण कराया गया है। बसना के 14 गौठानों में 111 ट्राली पैरा मात्रा 11.10 टन हुआ है। इसी तरह सरायपाली के 03 गौठानों में 29 ट्राली पैरा मात्रा 2.90 टन पशुओं के लिए चारा संग्रहित हो चुका है। उन्होंने किसानों से अधिक से अधिक पैरा गौठानों में दान कर संग्रहण कराने की अपील की है।
- महासमुंद : छत्तीसगढ़ में नई सरकार के दो साल पूरा होने पर छत्तीसगढ़ शासन की प्रथम वर्चुअल मैराथन रविवार 13 दिसम्बर 2020 को सुबह 06ः00 बजे से सुबह 10ः00 बजे तक होगी। पहली बार होेने वाली वर्चुअल मैराथन दौड़ के लिए महासमुंद जिले में अब तक 500 प्रतिभागियों ने आॅनलाईन पंजीयन कराया है।जिला खेल अधिकारी श्री मनोज धृतलहरें ने जानकारी देते हुए बताया कि महासमुंद तहसील से 254, बागबाहरा से 114, सरायपाली से 59, बसना तहसील से 46 और पिथौरा से 27 प्रतिभागियों ने पंजीयन कराया है।उन्होंने बताया कि पंजीयन की प्रक्रिया पहले 10 दिसम्बर तक थी जिसे बढ़ाकर अब 12 दिसम्बर तक कर दिया गया है। उन्होंने कहा वर्चुअल मैराथन दौड़ के प्रतिभागी कही भी समूह में एकत्रित नहीं होंगे। प्रतिभागी उद्यान, मैदान, सड़क या अन्य किसी सुरक्षित स्थान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दौडेंगे और दौड़ते हुए कुछ सेंकण्ड का वीडियों अथवा फोटों रविवार 13 दिसम्बर की सुबह 06ः00 से 11ः00 बजे तक हैशटैग रनविथ छत्तीसगढ़ के साथ फेसबुक या ट्वीट्र पर अपलोड कर सकंेगे। जिले में प्रथम 300 से 500 पंजीयन कराने वाले प्रतिभागियों को पारितोषित के रूप में टी-शर्ट उपलब्ध कराई जाएगी। टी-शर्ट के लिए महासमुंद में जिला खेल अधिकारी और तहसील में मुख्य कार्यपालन जनपद पंचायत से सम्पर्क किया जा सकता है।
- जिले की सीमा में 17 दिसम्बर को आएगी पर्यटन रथयात्रा
जिले के 23 गाॅवों से निकलेगी, पुष्प वर्षा से होगा स्वागत
महासमुंद: छत्तीसगढ़ प्रदेश में भगवान श्री राम जिस-जिस क्षेत्रों से गुजरें उन पथों को चिन्हांकित कर राम वनगमन परिपथ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। यह काम टूरिज्म सर्किट विकास योजना के तहत् किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश में 14 दिसम्बर से 17 दिसम्बर तक राम वनगमन पथ पर बाईक रैली और पर्यटन रथयात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा 19 जिलों से होकर 1575 किलोमीटर की यात्रा करते हुए रायपुर जिले के चंदखुरी में समाप्त होगी। इस बाईक रैली और पर्यटन रथयात्रा को महासमुंद जिले की सीमा पर स्वागत एवं सफल बनाने के लिए कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज यहां कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में बैठक लेकर तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र कुमार नायक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेम्भुलकर, अनुविभागीय अधिकारी श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सीमा ठाकुर, जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन.के. मंडपे सहित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, वन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग एवं अन्य जिला अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।कलेक्टर श्री 0गोयल ने कहा कि राम वनगमन पर्यटन परिपथ पर्यटन रथयात्रा और विराट बाईक रैली छत्तीसगढ़ के उत्तर दिशा से कोरिया जिले के सीतामढ़ी, हरचैंका और दक्षिण दिशा में जिला सुकमा के रामाराम से बाईक रैली और पर्यटन रथयात्रा सोमवार 14 दिसम्बर को शुरू होगी। महासमुंद जिले में समाप्ति के अंतिम उत्तर दिशा कोरिया जिले के सीतामढ़ी, हरचैंका से शुरू हुई बाईक रैली और पर्यटन यात्रा बलौदाबाजार जिला से आ रही 17 दिसम्बर को महासमुंद जिले की सीमा औराई चैक पहुचेगी, जहां आमजन और प्रतिनिधि पुष्प वर्षा के साथ स्वागत करेंगे। स्वागत के बाद राम वनगमन परिपथ पर्यटन रथयात्रा यहां से जिले के 23 गाॅव ग्राम पंचायत चुहरी, अमलोई, मरौद, खमतराई और सिरपुर से पहुचेगी।सिरपुर से फुसेराडीह, अचानकपुर मोड़, छपोराडीह, जलकी, बांसकुड़ा मोड़, कुहरी मोड़, कोडार, मालीडीह, कौआझर आदि से होकर तुमगाॅव मोड़, अमावश मोड़, कांपा मोड़, बिरकोनी मंदिर परिसर रोड, घोड़ारी मुढ़ैना रोड आदि से गुजरते हुए जिले की सीमा निसदा मोड़ पर जिला रायपुर को बाईकर्स को सौंपी जाएगी। जिले में यह रैली 23 गाॅव के लगभग 55 किलोमीटर का सफर तय करेगी। रैली में जिले में स्वागत स्थल से 100 बाईकर्स शुरू से आखिरी निसदा मोड़ तक चलेंगे। इसमें कुछ स्वयं सेवी, एन.सी.सी, बाईकर्स के अलावा वन और शिक्षा विभाग के कर्मचारी भी रहेंगे। चिन्हांकित 10 स्थानों पर रामपाठ किया जाएगा। गाॅव की मिट्टी भी साथ में रखी जाएगी। यह मिट्टी जिला रायपुर चंदखुरी में बन रहें कौशिल्या मंदिर के बगीचें में डाली जाएगी। राम वनगमन पथ के व्यवस्था के लिए विभिन्न अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। -
धान उपार्जन केन्द्र घुंचापाली कला में खुलने से किसानों के चेहरे में मुस्कान
महासमुंद : राज्य सरकार द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 की धान खरीदी का कार्य सहकारी समितियों के माध्यम से किया जा रहा है। किसानों के सहुलियत को देखते हुए राज्य शासन ने जिले में खरीफ विपणन 2020-21 में 10 नवीन उपार्जन केन्द्र शुरू किए हैं। इस प्रकार जिले में अब कुल 130 धान उपार्जन केन्द्र हो चुके हैं। इन सभी उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी की शुरूआत हो चुकी है। जहां पंजीकृत कृषक उत्साहपूर्वक धान विक्रय के लिए पहुंच रहे हैं। बागबाहरा विकासखण्ड के नवीन उपार्जन केन्द्र घंुचापाली कला में पहुंचे किसानों ने चर्चा के दौरान बताया कि धान उपार्जन केन्द्र घंुचापाली कला में खुलने से घुंचापाली, नवागांव, पड़कीपाली एवं जुनवानी के किसानों को खुशी हुई हैं।
जुनवानी कला के किसान श्री अनुप कुमार सेन एवं श्री कामता प्रसाद सेन ने बताया कि राज्य शासन के द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने से हजारों किसानांे को इसका सीधा लाभ प्राप्त हो रहा है। उन्होंने बताया कि समर्थन मूल्य से प्राप्त राशि से वे खेती-किसानीं को और अधिक मजबूत करने, घर बनानें, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई करानें, पुत्री की शादी का कर्ज छूटनें एवं खेत में टूयूब वेल उत्खनन करानें में लगाएंगे। इसी प्रकार श्री कुंज लाल चन्द्रकार एवं श्री संतराम ने बताया कि पिछले वर्ष से समर्थन मूल्य पर फसल की सही कीमत प्राप्त होने से वे खेती किसानी में अधिक ध्यान दे रहें हैं और अपने घरों का निर्माण कार्य कर रहें हैं। किसानों ने कहा कि राज्य शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजना के साथ-साथ किसानों के लिए लागू की गई समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य काफी सराहनीय हैं। इसके लिए उन्होंने राज्य शासन के प्रति आभार व्यक्त किया है।
धान बेचनें पहुंचे ग्राम जुनवानी के सरपंच श्री राधेलाल साहू सहित अन्य किसानों ने बताया कि राज्य शासन के सुव्यवस्थित प्रणाली से एवं जिले में 10 नवीन धान उपार्जन केन्द्र खुलने से वहां के आस-पास के हजारों किसानों को इसका लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में यहां धान उपार्जन केन्द्र नहीं होने पर आस-पास के किसानों को धान उपार्जन केन्द्र खोपली राष्ट्रीय राजमार्ग-353 बागबाहरा से पार कर जाना पड़ता था, जो यहां से 15 किलोमीटर दूर था। जिससे किसानों को बहुत समय लगता था। इसके अलावा धान ले जाने के लिए गाड़ी भाड़ा का किराया अधिक लगता था। धान उपार्जन केन्द्र घंुचापाली कला में खुलने से किसानों के समय एवं किराए की बचत हुई है। धान उपार्जन केन्द्र के प्रभारी ने बताया कि घंुचापाली कला धान उपार्जन केन्द्र में 614 किसानों ने पंजीयन कराया है। अब तक यहां 149 किसानों द्वारा धान बिक्री किया जा चुका हैं। आज गुरूवार को जुनवानी कला के 14 किसानों ने लगभग 613 क्विंटल धान बिक्री किए हैं। -
महासमुंद : आईये, आपको आज एक ऐसे स्थान पर ले चलते हैं, जहाँ वन विभाग और पंचायत विभाग के परस्पर तालमेल और मनरेगा श्रमिकों की मेहनत ने पथरीली व चट्टानी भूमि की तस्वीर ही बदल दी है। एक दशक पहले तक तो यह कल्पना करना ही असम्भव था कि एक ऐसी पठारी भूमि, जो पूरी तरह से पत्थर-चट्टानयुक्त और वृक्षविहीन हो, वह कभी पेड़-पौधों से हरी-भरी भी होगी।लेकिन श्रमिकों की मेहनत रंग लाई ।
जोश, जुनून और जज्बा हो तो पत्थरों का सीना चीरकर भी पौधों की कोपलें उगाई जा सकती हैं...लक्ष्य के प्रति समर्पण और बदलाव की चाह से जिला मुख्यालय महासमुन्द से 08 किलोमीटर दूरी पर स्थित कौंदकेरा गाँव में वन विभाग ने पंचायत के सहयोग से और मनरेगा श्रमिकों की कड़ी मेहनत के बल-बूते इस तरह के असम्भव से दिखने वाले कार्य को अंजाम देकर एक उदाहरण सबके सामने रख दिया है।दरअसल महासमुन्द से तुमगाँव मुख्य मार्ग पर विकासखण्ड महासमुन्द के कौंदकेरा गाँव में 15 एकड़ की भूमि पत्थर और चट्टानयुक्त, वीरान व बंजर थी।
पहले यहाँ वन विभाग ने पीपल, बरगद व गूलर प्रजाति के पौधों का रोपण किया था। इसके लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (महात्मा गांधी नरेगा) से 14 लाख 50 हजार रुपए स्वीकृत किए गए थे। दो साल तक वन विभाग के मार्गदर्शन में यहाँ 44 महिला और 93 पुरुष मनरेगा श्रमिकों की कड़ी मेहनत और देख-रेख के फलस्वरुप इन चट्टानों और पत्थरों के सीने पर रोपे गए पौधों ने अपनी हरियाली की छठा बिखेरनी शुरु कर दी थी। हरियाली मुरझाए नहीं, इसके लिए पौधरोपण के बाद इनकी सिंचाई मटका के माध्यम से टपक पद्धति से की गई। पौधे बेहतर तरीके से बढं़े, इसके लिए उनके बीच लगभग 8 मीटर की दूरी रखी गई और समय-समय पर गोबर खाद, डी.ए.पी., यूरिया और सुपर फॉस्फेट भी डाला गया।विभागों के परस्पर तालमेल और मनरेगा श्रमिकों के श्रम से यह प्रयास अब फलता-फूलता नजर आने लगा है। आज जहाँ यह पथरीली बंजर भूमि हरी-भरी हो गई है, वहीं इस कार्य से गाँव के 54 मनरेगा जॉब कार्डधारी परिवारों को 07 हजार 741 मानव दिवस का रोजगार भी प्राप्त हुआ। इसके लिए उन्हें 09 लाख 44 हजार 410 रुपए का मजदूरी भुगतान किया गया था। यहाँ रोपे गए पौधे अब 10-15 फीट के हरे-भरे पेड़ बन गए हैं, जिन्हें देखकर आज पूरा गाँव खुश है। वन विभाग, पंचायत और ग्रामीणों को शायद इसी दिन का इंतजार था। सामूहिक प्रयास से यह परिक्षेत्र हरा-भरा होकर ऑक्सीजोन में बदल गया है। अब इसे देखने और यहाँ घूमने-फिरने आस-पास के लोग आने लगे हैं। यहाँ की हरियाली इस बात का सबूत दे रही है कि परस्पर तालमेल से असम्भव को सम्भव बनाया जा सकता है। -
नरसैयापल्ल्म धान ख़रीदी केंद्र में टोकन कटे किसानों ने बेचा धान
महासमुंद : पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम जाड़ामुड़ा मंे उपार्जन केन्द्र खोलने की मांग को लेकर आस-पास के कुछ किसान विगत 06-07 दिनों से आंदोलनरत् थे तथा आंदोलित किसानों ने बसना-बिलाईगढ़ मार्ग को चक्काजाम कर रहे थे। आज सुबह पिथौरा के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री कुणाल दुदावत, अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री पुपलेश कुमार पात्रे तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा किसानों से चर्चा कर उन्हें समझाईश दी गई तथा मार्ग को खुलवाया गया।किसानों ने माँग को लेके एसडीएम को ज्ञापन सौंपा । जिस पर ज़रूरी कार्रवाई की ज़िला प्रशासन ने बात कही ।ज्ञात हो कि ग्राम जाड़ामुड़ा में उपार्जन केन्द्र को खोलने की मांग को लेकर जाड़ामुड़ा, बैतारी, जबलपुर, ताला और कुदारीदादर, झाड़मुड़ा और रजपालपुर के किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन कर चक्काजाम कर रहें थे। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) ने बताया कि व्यवस्था के तहत् नरसैयापल्ल्म को धान खरीदी केन्द्र बनाया गया है। उन्होंने बताया कि किसानों ने धान उपार्जन केन्द्र में धान बेचनें के लिए मंगलवार 08 दिसम्बर को 35 किसानों ने टोकन कटाए थे, उन्होंने आज अपने धान बिक्री किए। इसी तरह बुधवार 09 दिसम्बर को 35 किसानों द्वारा धान बिक्री के लिए टोकन कटाया गया है। - महासमुंद : घरों की चारदीवारी और मजदूरी करने तक सीमित रहने वाली महिलाएं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान, अंतर्गत स्व-सहायता समूह से जुड़कर बदलाव की कहानियां गढ़ रही है। महासमुन्द विकासखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को समूह से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए सी.आर.पी. चक्र चलाया जा रहा है तथा आमसभा का आयोजन भी किया जा रहा है। ग्राम पंचायत बावनकेरा में समूह के गठन के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर संसदीय सचिव एवं महासमुन्द के विधायक श्री विनोद चन्द्राकर द्वारा महिलाओं को बिहान योजना से जुड़कर आजीविका गतिविधि कर आत्मनिर्भर बनने एवं अतिरिक्त आय उपार्जन करने पर जोर दिया। समूह से जुड़ी महिलाओं ने भीे अपने-अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समूह से जुड़ने से हमारी जैसी महिलाओं में आत्मविश्वास एवं आत्मनिर्भरता बढ़ती है। इससे हम जैसी महिलाओं को अपने-अपने हुनर के अनुरूप प्रशिक्षण प्राप्त कर हम अपनी आजीविका अच्छी तरह से चला सकते है। इसके अलावा समूह में रहते हुए भी घर के कार्याें एवं पारिवारिक दायित्वों का भलीभाॅति निर्वहन कर रहें हैं। जिससे ग्रामीण अंचल की महिलाएं समूह की महिलाओं कोे अपना रोल माॅडल मानने लगी है।
- महासमुंद: छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी अंतर्गत जिले के गौठान में पशुओं के चारे की व्यवस्था करने के लिए जिले के कृषकों द्वारा पैरादान किया जा रहा है। कृषि विभाग के उप संचालक श्री एस.आर. डोंगरे एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री बी.आर. घोड़ेसवार द्वारा बुधवार 09 दिसम्बर को ग्राम बम्हनी के गौठान का निरीक्षण किया गया।इस दौरान गौठान में कृषकों द्वारा 17 ट्राली पैरादान किया गया है। अब तक 4 गौठानों में 35 ट्राली पैरादान कृषकों द्वारा किया गया है तथा कृषकों द्वारा स्वयं आगे आकर पशुओं की चारा की व्यवस्था के लिए पैरादान किया जा रहा है।इस तारतम्य में गौठानों में लोकास्ट तकनीकी से वर्मी खाद निर्माण के लिए ग्राम बरोण्डाबजार में 25 टांका निर्माण किया गया है। साथ ही 03 गौठानों में भी 10-10 टांके लोकास्ट तकनीकी से वर्मी टांका तैयार किया गया है, जिसमें वर्मीखाद निर्माण की प्रक्रिया अपनायी जा रही है। गौठान में लोकास्ट तकनीकी के माध्यम से वर्मी खाद उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए विभागीय अमलों द्वारा गौठान समूहों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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नरसैयापल्ल्म धान ख़रीदी केंद्र में टोकन कटे किसानों ने बेचा धान
महासमुंद : पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम जाड़ामुड़ा मंे उपार्जन केन्द्र खोलने की मांग को लेकर आस-पास के कुछ किसान विगत 06-07 दिनों से आंदोलनरत् थे तथा आंदोलित किसानों ने बसना-बिलाईगढ़ मार्ग को चक्काजाम कर रहे थे। आज सुबह पिथौरा के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री कुणाल दुदावत, अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री पुपलेश कुमार पात्रे तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा किसानों से चर्चा कर उन्हें समझाईश दी गई तथा मार्ग को खुलवाया गया। किसानों ने माँग को लेके एसडीएम को ज्ञापन सौंपा । जिस पर ज़रूरी कार्रवाई की ज़िला प्रशासन ने बात कही ।
ज्ञात हो कि ग्राम जाड़ामुड़ा में उपार्जन केन्द्र को खोलने की मांग को लेकर जाड़ामुड़ा, बैतारी, जबलपुर, ताला और कुदारीदादर, झाड़मुड़ा और रजपालपुर के किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन कर चक्काजाम कर रहें थे। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) ने बताया कि व्यवस्था के तहत् नरसैयापल्ल्म को धान खरीदी केन्द्र बनाया गया है। उन्होंने बताया कि किसानों ने धान उपार्जन केन्द्र में धान बेचनें के लिए मंगलवार 08 दिसम्बर को 35 किसानों ने टोकन कटाए थे, उन्होंने आज अपने धान बिक्री किए। इसी तरह बुधवार 09 दिसम्बर को 35 किसानों द्वारा धान बिक्री के लिए टोकन कटाया गया है। - महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की उपस्थिति में 11 दिसम्बर 2020 को प्रातः 11ः00 बजे जिला कार्यालय के सभाकक्ष में राम वनगमन परिपथ पर बाईक रैली महासमुंद के संबंध में आवश्यक बैठक आयोजित की गई है। जिसमें संबंधित विभाग के अधिकारियों को नियत समय पर उपस्थित होने को कहा गया है।
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जिला चिकित्सालय को प्रतिमाह लगभग 17 हजार यूनिट बिजलीएवं एक लाख रूपए की हुई बचत
महासमुंद : ब्यूरो आॅफ एनर्जी इफिसीयेंशी (ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार) द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा (क्रेडा) के सहयोग से देश में ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने एवं ऊर्जा बचत किए जाने के लिए संदेश के उद्देश्य से शासकीय भवनों में पूर्व में स्थापित विद्युत उपकरण को बदल कर ऊर्जा दक्ष उपकरण की स्थापना का कार्य किया जा रहा है, जिसकी विद्युत खपत क्षमता बहुत कम होती है।छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा (क्रेडा) महासमुंद के जिला प्रभारी अधिकारी श्री नंदकुमार गायकवाड़ ने बताया कि जिला चिकित्सालय महासमुंद में पूर्व में स्थापित विद्युत उपकरण जैसे ट्यूब लाईट, स्ट्रीट लाईट एवं पंखा को बदल कर नया ऊर्जा दक्ष ट्यूब लाईट 524 नग, स्ट्रीट लाईट 14 नग एवं पंखा 300 नग का स्थापना कार्य क्रेडा द्वारा जिला चिकित्सालय के तकनीकी अमलांे के साथ किया गया है। जिससे जिला चिकित्सालय के विभिन्न कमरों में विद्युत की समस्या नहीं होती। उन्होंने बताया कि पूर्व में स्थापित ट्यूब लाईट क्षमता 40 से 55 वाॅट, स्ट्रीट लाईट 60 वाॅट एवं पंखा 60 से 80 वाॅट के स्थान पर नया ऊर्जा दक्ष उपकरण ट्यूब लाईट क्षमता 18 वाॅट, स्ट्रीट लाईट 25 वाॅट एवं पंखा 28 वाॅट का स्थापना कार्य किया गया है। जिससे जिला चिकित्सालय का प्रतिमाह लगभग 17 हजार यूनिट बिजली एवं 95 हजार से एक लाख रूपए की बचत हो रही है। -
लोकवाणी की 13 वीं कड़ी का प्रसारण 13 दिसम्बर को
महासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की 13 वीं कड़ी का प्रसारण 13 दिसम्बर रविवार को सुबह 10ः30 बजे से 11ः00 बजे तक होगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार ‘छत्तीसगढ़ सरकार दो वर्ष का कार्यकाल’ विषय पर प्रदेशवासियों से बात करेंगे। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केन्द्रों, एफ.एम. रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से किया जाएगा। - महासमुंद : ग्रामीण एवं शहरी अंचलों में व्यायाम शाला, जिम उपकरण प्रदाय करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मार्गदर्शिका जारी की गई है। इस योजना का उद्देश्य राज्य के नागरिकों को विशेषकर ग्रामीण एवं अनुसूचित क्षेत्र के नागरिकों को शारीरिक स्वास्थ्य एवं नियमित व्यायाम की सुविधा उपलब्ध कराना है। ताकि वे शारीरिक स्वास्थ्य की ओर आकर्षित होकर अपने क्षेत्र में खेल का विकास करें एवं देश के स्वस्थ्य नागरिक बन सके। समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागृति उत्पन्न हो सके। जन सामान्य, विशेषकर युवाओं में जिम्नेजियम में व्यायाम की मांग बढ़ती जा रही है। युवाओं की इस अपेक्षा को प्रोत्साहित करने की आवश्यता है।
आवेदन की प्रक्रिया एवं अहर्ताएइसके लिए शासकीय एवं अशासकीय संस्था जो व्यायामशाला प्रारंभ करने के ईच्छुक है तो वे खेल एवं युवा कल्याण विभाग महासमुन्द से आवेदन प्रारूप के साथ 50 रूपए के गैर न्यायायिक स्टाॅम्प पेपर पर अनुबंध सहित आवेदन कार्यालयीन समय में जमा कर सकते हैं।
व्यायामशाला स्थापित करने की प्रक्रियाव्यायामशाला के स्थापना के लिए संस्था का चयन कलेक्टर की अध्यक्षता में ‘‘जिला स्तरीय व्यायाम शाला समिति’’ द्वारा की जाएगी। व्यायाम सामग्री उन संस्थाओं को दी जाएगी, जिनके पास पहले से ही भवन उपलब्ध हो। व्यायाम शाला में योग एवं शारीरिक गतिविधियों के लिए पृथक से कक्ष होना चाहिए ।साथ ही महिलाओं के लिय चंेजिंग रूम एवं प्रसाधन कक्ष का होना आवश्यक है। व्यायाम शाला संचालन के लिए शासकीय, पंजीकृत संस्थाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। शासकीय भवनों जैसे सामुदायिक भवन, पंचायत भवन एवं अन्य शासकीय संस्था, निकाय के भवन जो खेल मैदान के समीप हो और जिनका सामुदायिक उपयोग किया जा सके ऐसे भवनों को व्यायाम शाला स्थापित करने हेतु प्राथमिकता दी जाएगी।
संस्था के दायित्वसंस्था को प्रदाय की जाने वाली व्यायाम, जिम सामग्री शासकीय संपत्ति रहेगी। जिसका स्थानीय स्तर पर संस्था के माध्यम से सामुदायिक उपयोग किया जाएगा। व्यायाम शाला के रख-रखाव के लिए प्रवेश शुल्क निर्धारित किया जाएगा। जिसका निर्धारण जिला स्तरीय व्यायामशाला समिति द्वारा किया जाएगा। व्यायामशाला में प्रशिक्षक, अन्य कर्मचारी हेतु अलग से आर्थिक सहायता स्वीकृत नहीं की जाएगी। व्यायामशाला भवन परिसर में ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया जाएगा जो कानून की दृष्टि से प्रतिबंधित हो। संस्था व्यायामशाला भवन, परिसर में महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देगी। व्यायामशाला, जिम सामग्री स्थापित करने के लिए इच्छुक संस्था आवेदन प्रारूप एवं अनुबंध प्रारूप प्राप्त कर कार्यालय मंे आवेदन जमा कर सकते है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए कार्यालय खेल एवं युवा कल्याण महासमुन्द में कार्यालयीन समय में स्वयं उपस्थित होकर या दूरभाष क्रमांक 96175-00748, 9770-752697 संपर्क कर सकते हैं। - महासमुंद : जिले में संचालित होने वाले पढ़ना-लिखना अभियान के तहत् 09 दिसम्बर 2020 को सभी विकासखण्डों में चिन्हांकित सर्वेक्षण दल को सर्वे के लिए कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए जिले में चिन्हांकित नगरीय निकाय के 20 वार्डों तथा 31 ग्राम पंचायतों में दस हजार असाक्षरों का चिन्हांकन किया जाएगा जिसमें 14 से 19 दिसम्बर 2020 तक सर्वे करेंगे।
इसके लिए अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के द्वारा ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय के वार्डों के लिए प्रभारी नियुक्त किया जा रहा है। जिसमें प्रत्येक 10 असाक्षरों पर एक अनुदेशक का चिन्हांकन किया जाएगा। अनुदेशकों का प्रशिक्षण उपरांत असाक्षरांे के सुविधानुसार 120 घण्टे की पढ़ाई पूर्ण कराए जाएंगे।
इस कार्य के लिए विकासखण्ड स्तर पर विकासखण्ड साक्षरता मिशन अभियान समिति तथा जिला स्तर पर जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के माध्यम से माॅनिटरिंग की जाएगी वहीं अकादमिक सहयोग के लिए जिला स्तर पर डाईट महासमुन्द में जिला साक्षरता केन्द्र की स्थापना की गई है। -
महासमुंद : आईये, आपको आज एक ऐसे स्थान पर ले चलते हैं, जहाँ वन विभाग और पंचायत विभाग के परस्पर तालमेल और मनरेगा श्रमिकों की मेहनत ने पथरीली व चट्टानी भूमि की तस्वीर ही बदल दी है।
एक दशक पहले तक तो यह कल्पना करना ही असम्भव था कि एक ऐसी पठारी भूमि, जो पूरी तरह से पत्थर-चट्टानयुक्त और वृक्षविहीन हो, वह कभी पेड़-पौधों से हरी-भरी भी होगी।लेकिन श्रमिकों की मेहनत रंग लाई।
जोश, जुनून और जज्बा हो तो पत्थरों का सीना चीरकर भी पौधों की कोपलें उगाई जा सकती हैं...लक्ष्य के प्रति समर्पण और बदलाव की चाह से जिला मुख्यालय महासमुन्द से 08 किलोमीटर दूरी पर स्थित कौंदकेरा गाँव में वन विभाग ने पंचायत के सहयोग से और मनरेगा श्रमिकों की कड़ी मेहनत के बल-बूते इस तरह के असम्भव से दिखने वाले कार्य को अंजाम देकर एक उदाहरण सबके सामने रख दिया है।दरअसल महासमुन्द से तुमगाँव मुख्य मार्ग पर विकासखण्ड महासमुन्द के कौंदकेरा गाँव में 15 एकड़ की भूमि पत्थर और चट्टानयुक्त, वीरान व बंजर थी।
पहले यहाँ वन विभाग ने पीपल, बरगद व गूलर प्रजाति के पौधों का रोपण किया था। इसके लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (महात्मा गांधी नरेगा) से 14 लाख 50 हजार रुपए स्वीकृत किए गए थे। दो साल तक वन विभाग के मार्गदर्शन में यहाँ 44 महिला और 93 पुरुष मनरेगा श्रमिकों की कड़ी मेहनत और देख-रेख के फलस्वरुप इन चट्टानों और पत्थरों के सीने पर रोपे गए पौधों ने अपनी हरियाली की छठा बिखेरनी शुरु कर दी थी।
हरियाली मुरझाए नहीं, इसके लिए पौधरोपण के बाद इनकी सिंचाई मटका के माध्यम से टपक पद्धति से की गई। पौधे बेहतर तरीके से बढ़े, इसके लिए उनके बीच लगभग 8 मीटर की दूरी रखी गई और समय-समय पर गोबर खाद, डी.ए.पी., यूरिया और सुपर फॉस्फेट भी डाला गया।
विभागों के परस्पर तालमेल और मनरेगा श्रमिकों के श्रम से यह प्रयास अब फलता-फूलता नजर आने लगा है। आज जहाँ यह पथरीली बंजर भूमि हरी-भरी हो गई है, वहीं इस कार्य से गाँव के 54 मनरेगा जॉब कार्डधारी परिवारों को 07 हजार 741 मानव दिवस का रोजगार भी प्राप्त हुआ। इसके लिए उन्हें 09 लाख 44 हजार 410 रुपए का मजदूरी भुगतान किया गया था।
यहाँ रोपे गए पौधे अब 10-15 फीट के हरे-भरे पेड़ बन गए हैं, जिन्हें देखकर आज पूरा गाँव खुश है। वन विभाग, पंचायत और ग्रामीणों को शायद इसी दिन का इंतजार था। सामूहिक प्रयास से यह परिक्षेत्र हरा-भरा होकर ऑक्सीजोन में बदल गया है। अब इसे देखने और यहाँ घूमने-फिरने आस-पास के लोग आने लगे हैं। यहाँ की हरियाली इस बात का सबूत दे रही है कि परस्पर तालमेल से असम्भव को सम्भव बनाया जा सकता है। -
महासमुंद : पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत जगदीशपुर में शौचालय निर्माण की हितग्राहियों की प्रोत्साहन राशि का अनुचित ढंग से शासकीय राशि का दुरूपयोग करने वालों पर कार्यवाही की गई। शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि भुगतान नहीं किए जाने भूतपूर्व सरपंच को गिरफ्तार किया गया।
इस संबंध में संबंधित शिकायत पत्र अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री कुणाल दुदावत पिथौरा से प्राप्त हुआ था। शिकायत पत्र की त्वरित जांच करने के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रदीप कुमार प्रधान ने तीन सदस्यीय टीम गठित की।
इनमें वरिष्ठ आंतरिक लेखा एवं करारोपण अधिकारी श्री सुशील कुमार चैधरी, सहायक करारोपण अधिकारी श्री ईश्वर सिंह ठाकुर, कलस्टर समन्वयक श्री अशोक साहू शामिल थे। जांच समिति द्वारा 07 नवम्बर एवं 10 नवम्बर 2020 को ग्राम पंचायत भवन जगदीशपुर में शिकायतकर्ता एवं शौचालय हितग्राहियों की उपस्थिति में बयान दर्ज एवं अभिलेखों का परीक्षण कर जांच किया गया।
जांच प्रतिवेदन अनुसार ग्राम पंचायत जगदीशपुर में स्वच्छ भारत मिशन के तहत् वर्ष 2016-17 में स्वीकृत 210 व्यक्तिगत शौचालय में से 158 शौचालय हितग्राहियों द्वारा जांच के दौरान अपने स्वयं की राशि से शौचालय निर्माण कराए जाने हेतु बयान एवं शपथ पत्र दिया गया है।
लेकिन ग्राम पंचायत जगदीशपुर के भूतपूर्व सरपंच श्री असीम सोना एवं पूर्व सचिवों द्वारा व्यक्तिगत शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि आज पर्यन्त तक भुगतान नहीं किया जाना पाया गया। जिसमें ग्राम पंचायत जगदीशपुर के भूतपूर्व सरपंच श्री असीम सोना एवं तत्कालीन सचिव श्री उत्तर कुमार प्रधान द्वारा 06 लाख 99 हजार 850 रूपए एवं भूतपूर्व सरपंच श्री असीम सोना एवं पूर्व सचिव श्री महेश नाग द्वारा 12 लाख 46 हजार 100 रूपए का अनुचित ढंग से शासकीय राशि का दुरूपयोग किया जाना पाया गया।
इस संबंध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पिथौरा श्री प्रधान द्वारा भूतपूर्व सरपंच एवं तत्कालीन सचिवों से उक्त राशि वूसली की कार्रवाई किए जाने के लिए जांच प्रतिवेदन जिला पंचायत महासमुन्द को भेजा गया। जिसके आधार पर जिला पंचायत महासमुन्द के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल ने जनपद पंचायत पिथौरा को भूतपूर्व सरपंच श्री असीम सोना एवं तत्कालीन सचिवों के विरूद्ध आरक्षी केन्द्र बसना में प्राथमिक सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए थे।
इस संबंध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पिथौरा द्वारा ग्राम पंचायत श्री जगदीशपुर भूतपूर्व सरपंच श्री असीम सोना एवं तत्कालीन सचिव उत्तर कुमार प्रधान से राशि 06 लाख 99 हजार 850 रूपए एवं भूतपूर्व सरपंच श्री असीम सोना एवं पूर्व सचिव श्री महेश कुमार नाग से राशि 12 लाख 46 हजार 100 रूपए का शौचालय निर्माण की हितग्राहियों की प्रोत्साहन राशि का अनुचित ढंग से शासकीय राशि का दुरूपयोग करने के संबंध में उक्त दोषियों के विरुद्ध 07 दिसम्बर 2020 को आरक्षी केन्द्र बसना में प्राथमिक सूचना दर्ज कराया गया।जिसमें भूतपूर्व सरपंच एवं तत्कालीन सचिव के विरूद्ध भारतीय दण्ड संहिता की धारा 409 एवं 38 के तहत् प्रकरण पंजीबद्ध कराया गया है। जिसके तहत् भूतपूर्व सरपंच श्री असीम सोना को गिरफ्तार कर जेल में निरुद्ध किया गया।