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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : सरायपाली विकासखण्ड में एकीकृत बाल विकास परियोजना द्वारा ग्राम पंचायत तोरेसिंहा में 19 मार्च को परियोजना स्तरीय महिला जागृति शिविर सह पोषण पखवाड़ा अंतर्गत पोषण मेंला का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं विधायक सरायपाली श्री किस्मतलाल नंद द्वारा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उन्होंने कुमारी रूचिका, कुमारी भूमिका, जशोवंती को अन्नप्रासन्न कराया। साथ ही उन्होंने गर्भवती माताओं को आशीर्वाद प्रदान किया। साथ ही जनपद सदस्य श्रीमती सरिता प्रधान द्वारा 02 गर्भवती माताओं का गोदभराई सम्पन्न कराया गया।
विधायक श्री नंद ने कुपोषण रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया गया और इस दिशा मंे ंमहिला एवं बाल विकास विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहें कार्यों की प्रशंसाक की। उन्होंने लोगों से पोषण अभियान में जुड़ने व भाग लेने का अव्हान किया।
श्री नंद द्वारा लोगों को आंगनबाड़ी आकर विभागीय योजनाओं एवं मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, जागरूकता एवं उचित आहार द्वारा सुपोषण को प्राप्त किया जा सकता हैं।
इस अवसर पर परियोजना अधिकारी श्री जी.आर. नांरग ने पोषण पखवाड़ा मनाने का उद्देश्य तथा जिला प्रशासन व विभाग द्वारा इस दिशा में किए जा रहे प्रयास का उल्लेख किया।कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पोषण के पंचसूत्र पहला सुनहरे 1000 दिवस एनीमिया रोकथाम, डायरिया प्रबंधन, पौष्टिक आहार व स्वच्छता के बारे में बताया गया।साथ ही जिला प्रशासन के पहल से 6 माह से 3 वर्ष के कुपोषित बच्चों एवं 15 से 49 वर्ष के एनीमिक महिलाओं को आंगनबाड़ी केन्द्र में सप्ताह में 03 दिवस गर्भ भोजन प्रदाय करने की जानकारी दी।
अतिथियों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं महिला स्व सहायता समूह द्वारा तैयार किये गये व्यजनों का अवलोकन किया तथा अच्छे व्यंजन बनानंे वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की कार्यो की सराहना की गई।इस अवसर पर जनपद पंचायत सरायपाली के अध्यक्ष श्रीमती कुमारी भास्कर, जनपद सदस्य श्रीमती सरिता प्रधान, सरपंच तोरेसिंहा श्री विनय पटेल, सरपंच सेमलिया तथा ग्राम पंचायत तोरेसिंहा के पंच श्री योगराज एवं श्रीमती सरस्वती प्रधान तथा सेक्टर सुपरवाईजर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा महिलाएॅ बड़ी संख्या में उपस्थित रहें। -
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महासमुंद : राजधानी रायपुर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र के 11 मार्च 2021 एवं 12 मार्च 2021 प्रकाशित अंक में ‘‘पहले मालूम नही था इसलिए कार्रवाही नहीं कर रहे थे अफसर, अब जानकारी पर भी झांक तक नही रहे एवं 5500 की रेत बारिश में 15000 मे बिकेगी, जमाखोरी जारी‘‘ नामक शीर्षक से प्रकाशित समाचार के संबंध क्षेत्रीय खनि निरीक्षक से दिनांक 15 मार्च को स्थल जॉंच कराया गया।
ज़िला खनिज अधिकारी को सौंपे जॉंच प्रतिवेदन के अनुसार ग्राम बिरकोनी तहसील व जिला महासमुंद के खसरा नंबर 2370 एवं खसरा नंबर 2368 निजी भूमि मे श्री दामोदर चंद्राकर पिता श्री रामभरोसा चंद्राकर निवासी बिरकोनी जिला महासमुंद तथा श्री प्रकाश चंद्राकर पिता श्री विजय चंद्राकर द्वारा निवासी बिरकोनी द्वारा लगभग 6000 घ.मी. (संयुक्त रूप से), खसरा नंबर 2430 निजी भूमि मे श्री सौरभ चंद्राकर पिता अरूण कुमार चंद्राकर निवासी दुर्ग द्वारा लगभग 3300 घ.मी., खसरा नंबर 2394 निजी भूमि मे श्री चंदन चंद्राकर पिता स्व. श्री बलदाऊ चंद्राकर निवासी बिरकोनी जिला महासमुंद लगभग 1200 घ.मी. कुल 10500 घ0मी0 04 लोगो के द्वारा रेत खनिज का भंडारण किया गया है। भंडारित रेत खनिज को जप्त कर भंडारणकर्त्ता के सुपुर्दगी में दिया गया तथा भंडारण कर्त्ता को 07 दिवस के भीतर भंडारित रेत खनिज का वैध रायल्टी एवं वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया है।
रेत भंडारणकर्त्ताओ के द्वारा खनिज विभाग मे रेत भंडारण की अनुमति हेतु पूर्व से ही रेत खनिज अस्थाई अनुज्ञा पत्र भंडारण का आवेदन प्रस्तुत किया गया है।जिसमे कुछ आवेदनों में अस्थाई भंडारण आवेदन पर जॉंच कार्यवाही उपरांत अनुबंध निष्पादन की कार्यवाही पूर्ण कर लिया है, तथा कुछ प्रकरणों मे अस्थायी अनुज्ञा पत्र भंडारण स्वीकृति हेतु प्रक्रियाधीन है।
रेत भंडारणकर्त्ता जारी नोटिस के संबंध में जवाब प्राप्त होने उपरांत दस्तावेंजो की जॉंच/परीक्षण उपरांत अवैध भंडारण का प्रकरण दर्ज कर छ0ग0 खनिज ( खनन, परिवहन तथा भंडारण) नियम 2009 के तहत् कार्यवाही की जावेंगी। -
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दर्रीपाली गौठान में वर्मी खाद उत्पादन की धीमी गति पर नाराज़गी जताई
महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज तुमगाँव (तुमाडबरी) और दर्रीपाली गौठान का अवलोकन किया। उन्होंने जुलाई और सितंबर माह में ख़रीदें गए गोबर कि मिलान और टाँको में भराव के निर्देश दिए। मुख्य कार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल साथ थे।
उप संचालक कृषि श्री एस.आर.डोगरे ने बताया की तुमाडबरी में 80 टाँके है अभी 10 टाँके ख़ाली है। उन्होंने कलेक्टर को बताया की 30 भरे हुए टाँको में 10-12 दिन में केंचुआ खाद तैयार हो जाएगा।शेष में एक माह का समय लगेगा। कलेक्टर श्री सिंह ने शहरी गौठान में सिरपुर ब्रांडिंग वाला मोना 2 किलो, 5,और 30 किलों का आवश्यकतानुसार छोटे बोरे तैयार कराने कहा ।
कलेक्टर श्री सिंह ने सहकारी समिति तुमगाँव और पटेवा भी पहुँचे । समिति द्वारा किसानो को समिति के ज़रिए बिक्री हेतु ख़रीदें गए वर्मी कम्पोस्ट की जानकारी ली । उन्होंने तुमगाँव सहकारी समिति में वर्मी कम्पोस्ट ख़रीदने आए किसान श्री डोमन साहू को 80 किलो वर्मी कम्पोस्ट सौंपा । उन्होंने कहा कि केंचुआ खाद या वर्मी कम्पोस्ट पोषण पदार्थों से भरपूर एक उत्तम जैव उर्वरक है।
यह केंचुआ आदि कीड़ों के द्वारा वनस्पतियों एवं भोजन के कचरे आदि को विघटित करके बनाई जाती है। वर्मी कम्पोस्ट में बदबू नहीं होती है और मक्खी एवं मच्छर नहीं बढ़ते है तथा वातावरण प्रदूषित नहीं होता है।तापमान नियंत्रित रहने से जीवाणु क्रियाशील तथा सक्रिय रहते हैं। वर्मी कम्पोस्ट डेढ़ से दो माह के अंदर तैयार हो जाता है। उन्होंने कहा कि समितियों में 10 क्विंटल वर्मी खाद का स्टाक रहे यह सुनिश्चित किया जाए।
दर्रीपाली गौठान में जुलाई-सितम्बर में ख़रीदें गए गोबर से वर्मी खाद उत्पादन में गति नही आने पर नाराज़गी जताई । तत्काल इस संबंध मैं वस्तुस्थिति बताने कहा और सीईओ जनपद को करवाई के निर्देश दिए।कलेक्टर ने मणिकंचन केंद्र तुमगाँव भी गए वहाँ उन्होंने महिलाओं से बातचीत की उनके द्वारा कचरें से तैयार की जा रही जैविक खाद को देखा। उनकी तारीफ़ की । -
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वर्मीकम्पोस्ट में कार्बनिक कार्बन की मात्रा अधिक होने पर मृदा में फसलों के लिए पोषक तत्व की मात्रा में होती बढ़ोतरी
महासमुंद: महासमुन्द जिले के विभिन्न गौठानों में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना -गोधन न्याय योजना अंतर्गत केंचुआ खाद का उत्पादन किया जा रहा है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल ने बताया कि गौठानों में तैयार की जा रही कंेचुआ खाद बहुत अच्छी गुणवत्ता का है। महासमुंद की ग्राम पंचायत बम्हनी, स्थित गोठान में भी कंेचुआ खाद का उत्पादन हो रहा है, जिसमें केंचुआ खाद में कार्बनिक कार्बन की मात्रा 23.83 प्रतिशत तक पाई गई है, जो कि उच्च गुणवत्ता का केंचुआ खाद है। इसकी जानकारी कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर के मृदा वैज्ञानिक श्री कुणाल चन्द्राकर द्वारा भी दी गई है।डॉ. मित्तल ने कहा कि ग्राम बम्हनी स्थित गोठान में समूह की महिलाओं ने अभी तक 320 क्विटल कंेचुआ खाद का तैयार किए है। पूरे खाद की निजी संस्थाओं, स्थानीय किसानो और सरकारी कार्यालयों द्वारा ख़रीदी की गई है । समूह की महिलाओं को जिसका मूल्य 2 लाख 30 हज़ार रूपये है की आमदनी हुई है । प्रतिशत तक कार्बनिक कार्बन की मात्रा पाई जाती है।
ज़िला कृषि वैज्ञानिको ने बताया कि गौठानो में तैयार की जा रही वर्मी जैविक खाद में कार्बनिक कार्बन की मात्रा अधिक होने पर मृदा में फसलों के लिए आवश्यक मुख्य पोषक तत्व नत्रजन की मात्रा भी बढ़ती है। केंचुआ खाद में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व-नत्रजन, स्फुर, पोटाश, कैल्शियम, मैग्निशियम, कॉपर, आयरन, जिंक, सल्फर भी पाए जाते है, जो कि मृदा की उर्वरता को बढ़ाने के साथ-साथ फसल उत्पादन बढ़ाने में भी सहायक होते है। केंचुआ खाद को अनाज, दलहन, तिलहन, सब्जियॉ एवं फलदार पौधे सभी प्रकार की फसलों में उपयोग किया जा सकता है। वर्तमान समय में मृदा स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए समन्वित पोषक तत्व प्रबंधन तकनीक को अपनाने की आवश्यकता है जिसमें फसलों में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग के साथ जैविक खाद का भी उपयोग करना चाहिए, जिससे पौधों के पोषक आवश्यकता की पूर्ती हो एवं मृदा स्वास्थ्य में भी सुधार हो। कंेचुआ खाद का उपयोग करने से मृदा की जलधारण क्षमता में वृद्धि होती है। मृदा की भौतिक स्थिति में सुधार होता है, मृदा में पोषक तत्वों की मात्रा में वृद्धि होती हैं एवं मृदा उर्वरता तथा मृदा स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। वर्तमान समय में मृदा स्वास्थ्य के सुधार हेतु जैविक खाद के रूप में केंचुआ खाद का उपयोग कृषकों के लिए बहुत अच्छा विकल्प है। -
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सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्यों को पहले पूरा करें: कलेक्टर श्री डोमन सिंह
महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में जिला अधिकारियों को कहा कि सर्वोच्च प्राथमिकता वाले विभिन्न योजनाओं के कार्याें को पहले प्राथमिकता के आधार पर पूरा करें। उन्होंने लोक सेवा गारंटी अधिनियम, वनाधिकार मान्यता पत्र, जल संरक्षण के कार्य, पेयजल, वृक्षारोपण की योजना, जिला खनिज न्यास निधि, लोक सेवा केन्द्रों की प्रकरणांे की स्थिति, नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी सहित अन्य राजस्व प्रकरणों के साथ विभिन्न विभागों की योजनाओं एवं प्रकरण की विस्तार से समीक्षा की। कोरोना के बढ़ते मामलें को देखते हुए कोरोना टेस्टिंग में और तेजी लाने और पात्र लोगों को वैक्सीनेशन बढ़ाने पर जोर दिया। खासकर जिले के अन्दरूनी और ग्रामीण क्षेत्रों में खास ध्यान देना होगा। जिले में वैक्सीनेशन किए जा रह़े काम के लिए अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई दी और कहा कि अभी और काम करने की जरूरत है। कलेक्टर ने जिले के सभी एसडीएम से कहा कि वे अपने क्षेत्र के ऐसे स्वास्थ्य और आॅगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मीटिंग लें। जिन्होंने वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज नहीं लगवाई हैं और उन्हें लगवानें के लिए प्रेरित करें।
इसके साथ ही अधिकारी-कर्मचारी के पात्र सदस्यों को भी वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि आगामी त्यौहार होली, चैत्र नवरात्रि, सामाजिक समारोह आदि में कम से कम लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करें और कोरोना गाईड लाईन का पालन कराएं। उन्होंने कहा कि त्यौहारों पर मिठाई बेचनें वाले, गुपचुप ठेलें वालें आदि के कोरोना टेस्टिंग अवश्य कराएं।
कलेक्टर श्री सिंह ने लगातार बढ़ रही गर्मी को देखते हुए पहले से ही लू से बचाव और उसके प्रबंधन के इंतजाम व उपचार के व्यापक प्रबंधन करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। उन्होंने जिला अस्पताल सहित उप स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाईयों का पर्याप्त स्टाॅक रखने के साथ ही लू से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने कहा। कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी को जिले में स्थापित हैण्डपम्प और नल-जल योजनाओं की स्थिति की जानकारी लेते हुए अब तक पेयजल के निराकरण के लिए किए गए कार्यों की भी जानकारी ली। लोगों को पेयजल और निस्तारी जल की समस्या से निजात पहुंचाने के लिए नगर पालिका अधिकारी को आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूर्व अनुभवों को देखते हुए ऐसे इलाकों को पहले से ही चिन्हांकित कर दें। खासकर बसना और सरायपाली के कुछ इलाकों में जहां पेयजल का संकट गहराता हो। वहां समुचित व्यवस्था नलकूप खनन, निस्तारी के लिए तालाब भरना, ट्यूबवेल और हैण्डपम्प की मरम्मत इत्यादि कर ली जाए।
लोगों को माॅस्क पहननें, दो गज की दूरी और समय-समय पर हाथ धोते रहने की सलाह दी। उन्होंने एसडीएम और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद से कहा कि वे अपने कोरोना गाईड लाईन का पालन नहीं करने वालों पर सख्ती करें और माॅस्क नहीं लगाने वालों पर दो सौ रूपए की चालानी कार्यवाही करें। कलेक्टर ने बारी-बारी से विभिन्न विभागों जिला पंचायत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, कृषि, उद्यानिकी, पशु चिकित्सा आदि के लम्बित प्रकरणों और उनके निराकरण के संबंध में जानकारी ली और कहा कि प्राप्त प्रकरणों का समय-सीमा पर निराकरण करें। उन्होंने अनुकम्पा नियुक्ति संबंधी जानकारी भी ली। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र कुमार नायक, एसडीएम महासमुन्द श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन.के. मंडपे, डिप्टी कलेक्टर सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारीगण मौजूद थे। -
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महासमुन्द : शासकीय माता कर्मा महाविद्यालय महासमुन्द की छात्रा कुसुम साहू का चयन राष्ट्रीय एकता शिविर उज्जैन के लिए हुआ है। वह माता कर्मा कॉलेज से चयनित एकमात्र छात्रा हैं, जिन्हें राष्ट्रीय सेवा योजना के नेशनल कैम्प में सहभागिता का अवसर मिला है। कुसुम, वरिष्ठ पत्रकार व प्रेस क्लब महासमुन्द अध्यक्ष आनंदराम साहू की सुपुत्री हैं। गौरतलब है कि 21 से 27 मार्च तक विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन (मप्र) में राष्ट्रीय एकता शिविर आयोजित है। इसमें देशभर के युवा स्वयंसेवक जुटेंगे। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्विद्यालय से तीन बालक और तीन बालिकाओं को मिलाकर कुल 6 प्रतिभाशाली प्रतिभागियों को नेशनल कैम्प में भाग लेने का मौका मिल रहा है। कुसुम, उनमें से एक हैं।
छत्तीसगढ़ के इन विश्वविद्यालयों की भागीदारी
रविशंकर विश्वविद्यालय के अलावा अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी बिलासपुर, संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय सरगुजा (अम्बिकापुर), बस्तर यूनिवर्सिटी जगदलपुर, सीएसवीटीयू भिलाई, हेमचंद यादव यूनिवर्सिटी दुर्ग के प्रतिभाशाली बच्चे इस नेशनल कैम्प में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करेंगे।छत्तीसगढ़ राज्य के सभी स्वयंसेवक, दल प्रभारी कांति आंचल बिलासपुर के संयोजन में इस नेशनल कैम्प में भाग लेने के लिए बिलासपुर से उज्जैन के लिए रवाना होंगे।
कुसुम के चयन पर संस्था के प्राचार्य डॉ रमेश कुमार देवांगन, रासेयो के जिला संगठक डॉ मालती तिवारी, कार्यक्रम अधिकारी डॉ सरस्वती वर्मा, डॉ श्वेतलाना नागल, डॉ शीलभद्र कुमार, जनभागीदारी समिति अध्यक्ष प्रकाश राव साकरकर सहित शुभचिंतकों और परिजनों ने शुभकामनाएं दी है। -
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सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्यों को पहले पूरा करें: कलेक्टर श्री डोमन सिंह
महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में जिला अधिकारियों को कहा कि सर्वोच्च प्राथमिकता वाले विभिन्न योजनाओं के कार्याें को पहले प्राथमिकता के आधार पर पूरा करें।उन्होंने लोक सेवा गारंटी अधिनियम, वनाधिकार मान्यता पत्र, जल संरक्षण के कार्य, पेयजल, वृक्षारोपण की योजना, जिला खनिज न्यास निधि, लोक सेवा केन्द्रों की प्रकरणांे की स्थिति, नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी सहित अन्य राजस्व प्रकरणों के साथ विभिन्न विभागों की योजनाओं एवं प्रकरण की विस्तार से समीक्षा की।
कोरोना के बढ़ते मामलें को देखते हुए कोरोना टेस्टिंग में और तेजी लाने और पात्र लोगों को वैक्सीनेशन बढ़ाने पर जोर दिया। खासकर जिले के अन्दरूनी और ग्रामीण क्षेत्रों में खास ध्यान देना होगा। जिले में वैक्सीनेशन किए जा रह़े काम के लिए अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई दी और कहा कि अभी और काम करने की जरूरत है।
कलेक्टर ने जिले के सभी एसडीएम से कहा कि वे अपने क्षेत्र के ऐसे स्वास्थ्य और आॅगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मीटिंग लें। जिन्होंने वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज नहीं लगवाई हैं और उन्हें लगवानें के लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही अधिकारी-कर्मचारी के पात्र सदस्यों को भी वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने कहा कि आगामी त्यौहार होली, चैत्र नवरात्रि, सामाजिक समारोह आदि में कम से कम लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करें और कोरोना गाईड लाईन का पालन कराएं। उन्होंने कहा कि त्यौहारों पर मिठाई बेचनें वाले, गुपचुप ठेलें वालें आदि के कोरोना टेस्टिंग अवश्य कराएं।
कलेक्टर श्री सिंह ने लगातार बढ़ रही गर्मी को देखते हुए पहले से ही लू से बचाव और उसके प्रबंधन के इंतजाम व उपचार के व्यापक प्रबंधन करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। उन्होंने जिला अस्पताल सहित उप स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाईयों का पर्याप्त स्टाॅक रखने के साथ ही लू से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने कहा।
कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी को जिले में स्थापित हैण्डपम्प और नल-जल योजनाओं की स्थिति की जानकारी लेते हुए अब तक पेयजल के निराकरण के लिए किए गए कार्यों की भी जानकारी ली। लोगों को पेयजल और निस्तारी जल की समस्या से निजात पहुंचाने के लिए नगर पालिका अधिकारी को आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि पूर्व अनुभवों को देखते हुए ऐसे इलाकों को पहले से ही चिन्हांकित कर दें। खासकर बसना और सरायपाली के कुछ इलाकों में जहां पेयजल का संकट गहराता हो। वहां समुचित व्यवस्था नलकूप खनन, निस्तारी के लिए तालाब भरना, ट्यूबवेल और हैण्डपम्प की मरम्मत इत्यादि कर ली जाए।
लोगों को माॅस्क पहननें, दो गज की दूरी और समय-समय पर हाथ धोते रहने की सलाह दी। उन्होंने एसडीएम और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद से कहा कि वे अपने कोरोना गाईड लाईन का पालन नहीं करने वालों पर सख्ती करें और माॅस्क नहीं लगाने वालों पर दो सौ रूपए की चालानी कार्यवाही करें।
कलेक्टर ने बारी-बारी से विभिन्न विभागों जिला पंचायत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, कृषि, उद्यानिकी, पशु चिकित्सा आदि के लम्बित प्रकरणों और उनके निराकरण के संबंध में जानकारी ली और कहा कि प्राप्त प्रकरणों का समय-सीमा पर निराकरण करें। उन्होंने अनुकम्पा नियुक्ति संबंधी जानकारी भी ली।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र कुमार नायक, एसडीएम महासमुन्द श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन.के. मंडपे, डिप्टी कलेक्टर सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारीगण मौजूद थे। -
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महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक के बाद आगामी 22 से 27 मार्च 2021 तक जिले से फाइलेरिया जैसे बीमारी को जड़ से समाप्त करने के लिए की गई तैयारियों की स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्थानीय चिकित्सक ने फाइलेरिया संबंधित बीमारी की जानकारी दी।
उन्होंने यह बताया कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है। व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया (हाथी पांव) से संक्रमित हो सकता है। उन्होंने कहा कि घर-घर जाकर एक से दो वर्ष के बच्चों को कृमि मुक्ति हेतु दवा खिलाई जाएगी।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने फाइलेरिया के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करने और अपने आस-पास गंदा पानी इकट्ठा न होनें की सलाह दी। उन्होंने कहा कि डाॅक्टर की सलाह पर दवाई का सेवन करें।
उन्होंने कहा कि साल में एक बार दवा खाकर इस बीमारी का रोकथाम एवं नियंत्रण कर सकते हैं। गर्भवती महिला और गम्भीर रूप से पीड़ित व्यक्तियों के अलावा यह दवाई सभी को खानी चाहिए।उन्होंने कहा कि डाॅक्टरों की सलाह से तथा वह खाली पेट न खाएं और दवा स्वास्थ्य कर्मी के सामने ही खाएं। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र कुमार नायक, एसडीएम महासमुन्द श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन.के. मंडपे, डीपीएम श्री रोहित कुमार वर्मा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारीगण मौजूद थे। -
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महासमुन्द : महासमुंद विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों में हितग्राहियों को 38 बैकयार्ड कुक्कुट इकाई का वितरण किया गया। कृषि विभाग के उप संचालक डाॅ. डी.डी. झारिया ने बताया कि पशु औषधालय अचानकपुर के अंतर्गत ग्राम छपोराडीह के अनुसूचित जाति वर्ग के 08, फुसेराडीह केे 02, अचानकपुर के 05 एवं अनुसूचित जाति वर्ग के 02 व अन्य पिछड़ा वर्ग के 03 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है।
इसी प्रकार पशु औषधालय सिरपुर के अंतर्गत ग्राम रायकेरा के अनुसूचित जनजाति वर्ग के 01 अन्य वर्ग के 02 सुकुलबाय के अनुसूचित जाति वर्ग के 03 मुड़ियाडीह के 04 सिरपुर ग्राम के अनुसूचित जाति वर्ग के 02 अन्य वर्ग के 03 ग्राम पासिद के अनुसूचित जाति वर्ग के 01, अन्य पिछड़ा वर्ग के 02 एवं ग्राम मुड़ियाडीह के 01 हितग्राही को लाभान्वित किया गया है।
इस अवसर पर हितग्राहियों को जनपद सदस्य श्री अजय मंगल सिंह, अचानकपुर की सरपंच श्रीमती मीरा चैधरी, सिरपुर के सरपंच श्री ललित कुमार, छपोराडीह की सरपंच श्रीमती यादबाई ध्रुव, पासिद के सरपंच श्री लालाराम निषाद की उपस्थिति में हितग्राहियों को कुक्कुट इकाई वितरण किया गया। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक हितग्राही को 28 दिवसीय बिना लिंग भेद के 45 रंगीन चूजे एवं 18 किलोग्राम कुक्कुट आहार प्रदाय किया जाता है। -
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महासमुन्द : बड़ौदा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, महासमुंद में जो कि बैंक आॅफ बड़ौदा के द्वारा प्रायोजित है। बड़ौदा आरसेटी के निदेशक ने बताया कि इस संस्थान के माध्यम से जिले के युवाओं को आगामी सोमवार 22 मार्च 2021 से ग्रामीण व शहरी युवकों के लिए 30 दिवसीय दोपहिया वाहन मरम्मत का निःशुल्क आवासीय व भोजन सहित प्रशिक्षण की शुरूआत की जाएगी।
इसके अलावा 05 अप्रैल 2021 से महिलाओं के लिए निःशुल्क सिलाई प्रशिक्षण की शुरूआत की जाएगी। संबंधित व्यक्ति जो निःशुल्क प्रशिक्षण लेना चाहते है, वे निश्चित तिथि से पूर्व फोन के माध्यम सेे या संस्थान पहुॅंचकर अपना पंजीयन करवा कर प्रशिक्षण का लाभ ले सकते हैं।
प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षणार्थियांे की आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। उन्हें बी.पी. एल.राशन कार्ड, आधार कार्ड की फोटोकापी, पासपोर्ट साईज की 3 फोटों सहित दस्तावेज अपने साथ ले कर आना होगा।प्रशिक्षण से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए श्री कमलेश पटेल के मोबाईल नंबर 79997-00673 एवं श्री प्रतीक साहेब गुप्ता के मोबाईल नम्बर 93402-81974 पर संपर्क सकते हैं। -
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महासमुन्द : मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कोरोना के तीसरे लहर के रोकथाम के लिए किए जाने वाले उपाय, गर्मी के दौरान होने वाली पानी की किल्लत के समाधान, गोधन न्याय योजना, वृक्षारोपण की तैयारी, नए स्वीकृत स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के संचालन की तैयारी, नरवा योजनाओं की प्रगति, वर्षा जल संचयन और कस्टम मिलिंग हेतु धान के उठाव की समीक्षा की।
मुख्य सचिव श्री जैन ने कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखकर कोरोना प्रोटोकाॅल का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने और मास्क नहीं लगाने वालों पर दो-दो सौ रुपए जुर्माने की कार्यवाही के निर्देश दिए।उन्होंने स्वास्थ्य कर्मी, प्रथम पंक्ति के कोरोना वारियर्स, 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग और 45 वर्ष से अधिक के मरीजों के टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए।कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कोरोना पर रोकथाम के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने तथा अंतर्राज्यीय सीमाओं पर तथा अन्य राज्यों से आ रहें लोगों के कोरोना की जांच में तेजी लाने की बात कही।
मुख्य सचिव श्री जैन ने आगामी बोर्ड परीक्षाओं में शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए परीक्षार्थियों को पर्याप्त दूरी पर बिठाने, सामाजिक समारोहों में कम से कम लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और त्यौहारों के समय कोरोना प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चत करने के निर्देश दिए।
आगामी गर्मी के दौरान लोगों को पेयजल और निस्तारी जल की समस्याओं से निजात पहुंचाने के लिए आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्य सचिव श्री जैन ने दिए।उन्होंने सभी खराब हैण्डपंपों की तत्काल मरम्मत सुनिश्चित करने के साथ ही पेयजल स्त्रोतों की साफ-सफाई और शुद्धिकरण के लिए क्लोराईजेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने ग्रामवार जल उपलब्धता की जानकारी एकत्रित करने और जलस्त्रोतों के संरक्षण के संबंध में भी निर्देश दिए। नगरीय क्षेत्रों में भी पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने अप्रैल और मई में लू चलने की संभावनाओं को देखते हुए आवश्यक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
निर्माण क्षेत्र, यातायात पुलिस और वरिष्ठजनों के लू के चपेट में आने की संभावनाओं को देखते हुए सभी आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से लू से बचने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
मुख्य सचिव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, गृह विभाग, स्वास्थ्य, श्रम विभाग, पशुधन विकास विभाग, कृषि विभाग, खाद्य विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग, पर्यटन विभाग एवं शिक्षा विभाग सहित संबंधित विभागों के माध्यम से लू से बचने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने तथा ओआरएस घोल की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने गोधन न्याय योजना की समीक्षा के दौरान सभी गोठानों को स्वावलंबी बनाने के लिए तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट बनाने वाली स्वसहायता समूहों की सदस्यों के आर्थिक लाभ के लिए भुगतान तत्परतापूर्वक सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गोठानों में विभिन्न प्रकार के रोजगारमूलक गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए।
आगामी वर्षा ऋतु के प्रारंभ के साथ ही शुरु होने वाली वृक्षारोपण के लिए अभी से आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने वृक्षारोपण के लिए स्थान का चयन करने के साथ ही वृक्षारोपण के बाद पौधों की सुरक्षा के लिए भी सभी आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि वन भूमि, निजी भूमि, शिक्षा विभाग की भूमि सहित सड़क एवं नदी किनारे वृक्षारोपण किया जाना है। उन्होंने राम वन गमन पथ सहित सभी सड़कों के किनारे वृक्षारोपण को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने इन वृक्षों के लंबे समय तक सुरक्षा करने की बात भी कही।
इस दौरान महासमुन्द एनआईसी के वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ रवि मित्तल, वन मंडलाधिकारी श्री पंकज राजपूत, सहित संबंधित विभाग के जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
महासमुन्द : जिला महासमुन्द के पंचायती राज संस्थाओं के अधिकारियों एवं कर्मचरियों का कोविड टीकाकरण के प्रथम चरण में 91.61 प्रतिशत् रहा। जो कि प्रदेश में प्रथम स्थान पर है।जिला कलेक्टर श्री डोमन सिंह एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल के दिशा-निर्देशन में जिले के संबंधित कार्यालयों में कोविड वैक्सीनेशन के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है।
जिसमें पंचायत राज संस्थाओं के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को लगातार सम्पर्क कर प्रोत्साहित किया गया। जिससे कोविड-19 से लड़ने में मदद मिली।इसके अलावा प्रचार-प्रसार के माध्यम से भी प्रेरित किया गया। महासमुन्द जिले को प्राप्त लक्ष्य 1358 के विरूद्व 14 मार्च तक 1244 (91.61 प्रतिशत ) लोगों का सफल वैक्सीनेशन का कार्य किया जा चुका है। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
महासमुन्द : नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डाॅ. शिवकुमार डहरिया ने जिले के 15 हितग्राहियों के लिए स्वेच्छानुदान राशि स्वीकृत की हैं। इनमें महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम भोरिंग निवासी श्री बिसनु साहू, श्री कृष्ण कुमार साहू, श्री समीर कुमार चतुर्वेदी, श्री राकेश कुमार टण्डन, श्री प्रदीप आवड़े एवं रवीना आवड़े के लिए स्वेच्छानुदान राशि जारी किया गया है।
इसी तरह ग्राम बिरकोनी के श्री हरिशंकर साहू, ग्राम बिराजपाली के श्रीमती कार्तिका ठाकुर एवं ग्राम नयापारा (अछरीडीह) के हेमा सोनवानी शामिल हैं। बसना विकासखण्ड के ग्राम मुनगाडीह निवासी श्री दिनेश बंजारें, श्री नीतिश बंजारे एवं ग्राम रसोडा़ निवासी श्री रघुनंदन भोई और सरायपाली विकासखण्ड के ग्राम तोरेसिंहा निवासी श्री श्रीमती रोशनी प्रधान के लिए स्वेच्छानुदान मद से स्वेच्छानुदान राशि जारी किया गया है।
इन संबंधित हितग्राहियों को राशि प्राप्त करने के लिए मतदाता फोटो परिचय पत्र, बैंक पासबुक, आधार कार्ड, स्वयं की दो फोटो एवं अन्य दस्तावेज संस्था का पंजीयन प्रमाण पत्र एवं साक्ष्य के साथ संबंधित तहसील कार्यालय में प्रस्तुत करना होगा। ताकि स्वीकृत राशि का भुगतान आर. टी. जी. एस. के माध्यम से किया जा सकेेें। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
महासमुन्द : जिले के विकासखण्डों में स्थापित संसाधन स्त्रोत केन्द्र में हेल्पर, आया, अटेन्डेन्ट के 05 पद एवं थैरपिस्ट (फिजियो/स्पीच थैरेपिस्ट) के 02 पद पर अस्थायी रूप से रखे जाने के लिए 16 मार्च से 22 मार्च 2021 तक अपरान्ह 03ः00 बजे तक दावा-आपत्ति आमंत्रित किए गए है।
राजीव गांधी शिक्षा मिशन के समन्वयक ने बताया कि इन पदों की प्राविधिक मेरीट सूची एनआईसी के वेबसाईट www.mahasamund.gov.in में अपलोड कर दिया गया है।अभ्यर्थी प्राविधिक मेरिट सूची का अवलोकन कर अपना दावा-आपत्ति स्पीड पोस्ट के माध्यम से समग्र शिक्षा राजीव गांधी शिक्षा मिशन कायार्लय जिला शिक्षा अधिकारी परिसर, बी.टी.आई. रोड, महासमुन्द में भेज सकते हैं। निर्धारित तिथि एवं समय में प्राप्त आवेदन ही मान्य होंगे। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
कांकेर जिले का समूह दल ने गौठान में चल रही अच्छी गतिविधियों का किया अवलोकन
महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी एवं गौधन न्याय योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन और आर्थिक कल्याण की गुणवत्ता में सुधार करने की योजना, प्रक्रिया है, खासकर अपेक्षाकृत पृथक और कम आबादी वाले क्षेत्र।
राज्य शासन आर्थिक और बुनियादी स्थिति को लेकर गंभीर है। गौधन न्याय योजना ग्रामीण पशुपालकों, ग्रामीण समुदायों के सामाजिक और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है। उक्त बातें आज बरोण्डाबाजार के गौठान में कांकेर जिले से आयें समूह दल को संबोधित करते हुए कही।
जिले के गौठान में की जा रही गतिविधियां और कुछ बेहतर सुझाव के लिए छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के गौठान में अच्छें जीविकोपार्जन के काम एवं अच्छी गतिविधियाँ करने वाले समूह के 25 सदस्य एवं कृषकों का गौठान दर्शन योजनांतर्गत एक दल सोमवार 15 मार्च को महासमुंद जिले पहुँचे थे।
कलेक्टर सहित पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल ठाकुर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल एवं वनमंडलाधिकारी श्री पंकज राजपूत ने दल के सदस्यों का आत्मीय स्वागत किया। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का सपना था कि प्रत्येक गांव में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए कुटीर उद्योग की स्थापना किया जाए।
गांधी जी के हर सपने को साकार करने का प्रयास राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी योजना के माध्यम से किया जा रहा है। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने समूह दल को छत्तीसगढ़ी भाषा में संबोधित किया।
कलेक्टर ने भ्रमण दल पर आए लोगों को बताया कि पुलिस अधीक्षक कांकेर जिले के ही निवासी हैं। तो भ्रमण दल के सदस्य काफी प्रसन्न हुए। पुलिस अधीक्षक श्री ठाकुर ने बताया कि वे कांकेर जिले के ग्राम कोरर के निवासी है। मेरी पढ़ाई-लिखाई गांव के ही स्कूल में हुई है।
उन्हांेने अपने बड़े भाई का नाम लेकर बताया कि वे उनके छोटे भाई है, तो लोगों ने उन्हें पहचान लिया। श्री ठाकुर ने कहा कि आप लोग यहां से अच्छी चीजें सीखकर जाएं तथा कांकेर जिले के लोगों को भी इस बारें में अवगत कराएं।जहां गांव में एक ही छत के नीचे कम लागत पर स्व-सहायता समूह की महिलाएं आजीविका से संबंधित विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का संचालन कर रहीं हैं।
कांकेर से आए समूह दल ने सर्वप्रथम महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम बम्हनी के गौठान केन्द्र पहुंचकर वहां स्व-सहायता समूह द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया।उन्होंने गौठान में बनाए जा रहें वर्मी कम्पोस्ट खाद, फेंसिंग पोल, बटेर पालन, समूह बकरी पालन, बाड़ी में लगाए गए साग-सब्जियों तथा समूह द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादनों की जानकारी ली।
इसके अलावा उन्होंने उनके द्वारा कांकेर जिले में गौठान में किए जा रहें विभिन्न गतिविधियों के कार्यों के बारें मंे स्व-सहायता समूहों को जानकारी साझा की। इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें पाॅच-पाॅच किलो का वर्मी कम्पोस्ट खाद का वितरण किया।
मालूम हो कि प्रदेश के अन्य जिलों की तरह महासमुंद जिले में भी शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना अंतर्गत, नरवा, गरूवा, घुरवा अऊ बाड़ी का संरक्षण एवं संवर्धन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत संपूर्ण प्रदेश में गौठान स्थापित करते हुए गौठान के गतिविधियों में विस्तारण कर गोधन न्याय योजनान्तर्गत गौठान समिति के माध्यम से गोबर क्रय करते हुए संग्रहित गोबर से वर्मी कम्पोस्ट एवं अन्य उत्पाद तैयार किया जा रहा है।
भ्रमण दल ने बरोण्डाबाजार के गौठान बाजार का अवलोकन किया। जहां स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा टेराकोटा के माध्यम से बनाए गए जग, दोना-पत्तल, गिलास, कटोरी, मूर्तियां, दीयां, कलश, विभिन्न प्रकार की झूमर सहित अन्य सजावटी सामग्रियां बनाई जा रही हैं तथा गौठान बाजार में महिलाओं द्वारा मशीन के माध्यम से सिलाई का कार्य एवं कैंटिन का भी अवलोकन किया।
इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ मित्तल ने कहा कि यह हमारें लिए खुशी की बात है कि भ्रमण दल हमारें जिले में आए हैं। जो एक-दूसरें से अपने कार्य करने के तरीकें से यहां के लोगों को भी बताएंगे। जिससे यहां के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा।
इस दौरान भ्रमण दल के कुछ सदस्यों ने कांकेर में किए जा रहें कार्यों के बारें में जानकारी दी। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी, कृषि विभाग के उप संचालक श्री एस.आर. डोंगरे, जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी श्री डी.एल. नायक सहित संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, गौठान समिति के अध्यक्ष तथा पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
कांकेर जिले का समूह दल ने गौठान में चल रही अच्छी गतिविधियों का किया अवलोकन
महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी एवं गौधन न्याय योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन और आर्थिक कल्याण की गुणवत्ता में सुधार करने की योजना, प्रक्रिया है, खासकर अपेक्षाकृत पृथक और कम आबादी वाले क्षेत्र।
राज्य शासन आर्थिक और बुनियादी स्थिति को लेकर गंभीर है गौधन न्याय योजना ग्रामीण पशुपालकों ग्रामीण समुदायों के सामाजिक और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाना है। उक्त बातें आज बरोण्डाबाजार के गौठान में कांकेर ज़िले से आयें समूह दल को संबोधित करते हुए कही।
ज़िले के गौठान में की जा रही गतिविधियां और कुछ बेहतर सुझाव के लिए छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के गौठान में अच्छें जीविकोपार्जन के काम एवं अच्छी गतिविधियाँ करने वाले समूह के 25 सदस्य एवं कृषकों का गौठान दर्शन योजनांतर्गत एक दल आज महासमुंद पहुँचा।कलेक्टर सहित पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल ठाकुर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल एवं वनमंडलाधिकारी श्री पंकज राजपूत ने दल के सदस्यों का आत्मीय स्वागत किया। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का सपना था कि प्रत्येक गांव में स्वरोज़गार को बढ़ावा देने कुटीर उद्योग की स्थापना किया जाए।
गांधी जी के हर सपने को साकार करने का प्रयास राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी योजना के माध्यम से किया जा रहा है। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक छत्तीसगढ़ी भाषा में संबोधित किया।
कलेक्टर ने भ्रमण दल पर आए लोगों को बताया कि पुलिस अधीक्षक कांकेर जिले के ही निवासी हैं। तो भ्रमण दल के सदस्यों ने काफी प्रसन्न हुए। पुलिस अधीक्षक श्री ठाकुर ने बताया कि वे कांकेर जिले के ग्र्राम कोरर के निवासी है। मेरी पढ़ाई-लिखाई गांव के ही स्कूल में हुई है।
उन्हांेने अपने बड़े भाई का नाम लेकर बताया कि वे उनके छोटे भाई है, तो लोगों ने उन्हें पहचान लिया। श्री ठाकुर ने कहा कि आप लोग यहां से अच्छी चीजें सीखकर जाएं तथा अपने जिले के लोगों को भी इस बारें में अवगत कराएं।जहां गांव में एक ही छत के नीचे कम लागत पर स्व-सहायता समूह की महिलाएं आजीविका से संबंधित विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का संचालन कर रहीं हैं।
कांकेर से आए समूह दल ने सर्वप्रथम महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम बम्हनी के गौठान केन्द्र पहुंचकर वहां स्व-सहायता समूह द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया। उन्होंने गौठान में बनाए जा रहें वर्मी कम्पोस्ट खाद, फेंसिंग पोल, बटेर पालन, समूह बकरी पालन, बाड़ी में लगाए गए साग-सब्जियों तथा समूह द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादनों की जानकारी ली।
इसके अलावा उन्होंने उनके द्वारा कांकेर जिले में गौठान में किए जा रहें विभिन्न गतिविधियों के कार्यों के बारें मंे स्व-सहायता समूहों को जानकारी साझा की। इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें पाॅच-पाॅच किलो का वर्मी कम्पोस्ट खाद का वितरण किया।
प्रदेश के अन्य जिलों की तरह महासमुंद जिले में भी शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना अंतर्गत, नरवा, गरूवा, घुरवा अऊ बाड़ी का संरक्षण एवं संवर्धन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत संपूर्ण प्रदेश में गौठान स्थापित करते हुए गौठान के गतिविधियों में विस्तारण कर गोधन न्याय योजनान्तर्गत गौठान समिति के माध्यम से गोबर क्रय करते हुए संग्रहित गोबर से वर्मी कम्पोस्ट एवं अन्य उत्पाद तैयार किया जा रहा है।भ्रमण दल ने बरोण्डाबाजार के गौठान बाजार का अवलोकन किया। जहां स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा टेराकोटा के माध्यम से बनाए गए जग, पत्तल, दोना, गिलास, कटोरी, मूर्तियां, दीयां, कलश, विभिन्न प्रकार की झूमर सहित अन्य सजावटी सामग्रियां बनाई जा रही हैं तथा गौठान बाजार में महिलाओं द्वारा मशीन के माध्यम से सिलाई का कार्य एवं कैंटिन का भी अवलोकन किया।
इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ मित्तल ने कहा कि यह हमारें लिए खुशी की बात है कि भ्रमण दल हमारें जिले में आए हैं। जो एक-दूसरें से अपने कार्य करने के तरीकें से यहां के लोगों को भी बताएंगे। जिससे यहां के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा।
इस दौरान भ्रमण दल के कुछ सदस्यों ने कांकेर में किए जा रहें कार्यों के बारें में जानकारी दी। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी, कृषि विभाग के उप संचालक श्री एस.आर. डोंगरे, जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी श्री डी.एल. नायक सहित संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, गौठान समिति के अध्यक्ष तथा पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
महासमुन्द : छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशानुसार कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (स्थानीय निर्वाचन) श्री डोमन सिंह ने त्रिस्तरीय पंचायत उप निर्वाचन-2021 कराए जाने हेतु 01 जनवरी 2021 के तिथि की स्थिति में फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली तैयार किए जाने के लिए रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा अपील प्राधिकारी नियुक्त किया है।
इनमें अपील प्राधिकारी के कृत्यों के संपादन के लिए पदाभिहित अधिकारी अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र कुमार नायक को नियुक्त किया गया है। इसी तरह जनपद पंचायत महासमुन्द के लिए रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के कृत्यों के संपादन के लिए अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) महासमुन्द श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी तथा सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तहसीलदार महासमुन्द हांेगे।
जनपद पंचायत बागबाहरा के लिए रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के कृत्यों के संपादन के लिए अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बागबाहरा श्री भागवत जायसवाल तथा सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तहसीलदार बागबाहरा हांेगे।
इसी प्रकार जनपद पंचायत पिथौरा के लिए रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के कृत्यों के संपादन के लिए अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) पिथौरा श्री राकेश कुमार गोलछा तथा सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तहसीलदार पिथौरा हांेगे।जनपद पंचायत सरायपाली एवं बसना के लिए रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के कृत्यों के संपादन के लिए अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सरायपाली श्री बी.एस. मरकाम तथा सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार हांेगे। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
महासमुन्द : जिले में मादक द्रव्यों एवं पदार्थों के उपयोग की रोकथाम, पीड़ितों को नशामुक्ति करने तथा नशापान के दुष्परिणामों के प्रति जनचेतना विकसित करने के लिए नशा पीड़ितों हेतु 15 बिस्तरों का एकीकृत पुनर्वास केन्द्र (नशामुक्ति केन्द्र) की स्थापना समान्यतः शासकीय चिकित्सालयों एवं जिला मुख्यालय मंे की जाएगी।
समाज कल्याण के उप संचालक श्रीमती संगीता सिंह ने बताया कि इसके लिए समाज कल्याण विभाग से मान्यता प्राप्त स्वैच्छिक संस्था या धर्मार्थ चिकित्सालय या शासकीय चिकित्सालय अथवा समाज कल्याण विभाग द्वारा अनुमोदित अभिकरण से आवेदन पत्र आमंत्रित की गई है। ईच्छुक संस्था समाज कल्याण विभाग, पुराना कलेक्टेªेट परिसर जिला महासमुन्द के फोन नम्बर 07723-223544 पर सम्पर्क कर सकते है। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
सिरपुर, डोंगरगढ़ और मैनपाट को टूरिज्म सर्किट से जोड़ने की तैयारी: मुख्यमंत्री श्री बघेल
सिरपुर को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय के रूप में विकसित करने और पहचान दिलानें शासन कटिबद्ध
सिरपुर में होंगे दो करोड़ रूपए से ज्यादा के विकास निर्माण कार्य
महासमुन्द : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सिरपुर बौद्ध महोत्सव एवं शोध संगोष्ठी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सिरपुर को राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय हेरिटेज के रूप में विकसित करने और पहचान दिलानें की आवश्यकता है।
इसके लिए शासन कटिबद्ध है। जो भी कदम उठाने पड़े वो उठाएं जायेंगे। सिरपुर बहुत ही विस्तृत है। जो लगभग 10 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और इस तरह अन्य जगह विस्तारित बौद्ध केन्द्र नहीं हैं।उन्होंने कहा कि सिरपुर, डोंगरगढ़ और मैनपाट को टूरिज्म सर्किट से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। पर्यटन सर्किट से जुड़ जाने से इस ओर सैलानियों का रूझान बढ़ेगा। जल्दी ही सिरपुर विश्व मानचित्र पर अंकित होगा।
मुख्यमंत्री ने आर्टिस्टों द्वारा बनाई गई पेंटिंग एक्जिविशन का अवलोकन किया तथा पेंटिंग की सराहना की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस मौकें पर उन्होंने सिरपुर के विकास के लिए 211.52 लाख के कार्याें की घोषणा की।
इनमें 25 लाख रूपए से गेट का निर्माण, 73 लाख रूपए से सिरपुर मार्ग पर 04 तालाबों का सौंदर्यीकरण, 50 लाख रूपए से सिरपुर मार्ग पर 06 उपवन निर्माण, कोडार-पर्यटन (टैटिंग एवं बोटिंग) 38,052 रूपए से और सिरपुर के रायकेरा तालाब के लिए 25 लाख रूपए की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मंच पर तथागत संदेश मासिक पत्रिका सिरपुर बौद्ध विशेषांक का विमोचन किया। हैलीपेड स्थल पर मुख्यमंत्री की आगवानी कलेक्टर श्री डोमन सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने किया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी सरकार को अभी दो साल हुए है। पहले साल चुनाव में निकल गया। दूसरा साल कोरोना से निपटने में लगा। फिर भी उनकी सरकार ने छत्तीसगढ़ में कई विकास कार्य किए। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आते ही किसानों से 2500 रूपए समर्थन मूल्य पर धान खरीदा।
उन्होंने गोधन न्याय योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इस येाजना के तहत् गौ पशु पालकों से दो रूपए किलो की दर से गोबर की भी खरीदी की जा रही है। उन्होंने बताया कि लोकसभा की स्टैडिंग कमेटी द्वारा इस योजना को दूसरी राज्यों में लागू करने की बात कही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ का प्राचीनकाल से ही सभी क्षेत्रों में बढ़-चढ़कर योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ ही संस्कृति, इतिहास को देश में पहचान दिलाने के लिए अनेकों कार्य राज्य सरकार द्वारा कराए जा रहे हैं। प्रदेश के गरीब बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा दिलाने के लिए प्रत्येक ब्लाॅक एवं नगरीय मुख्यालयों में प्रथम चरण में 52 स्वामी आत्मानंद अंगे्रजी माध्यम स्कूल खोलें गए हैं।इस वर्ष 119 नए विद्यालय खोलंे जा रहें है। इस तरह कुल 171 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोलें जा रहें हैं। इसी तरह नवा रायपुर में गरीब बच्चों के लिए बोर्डिंग स्कूल खोला जा रहा हैं।
खाद्य एवं संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ हमेशा से देवभूमि रहा है। यहां शिव, वैष्णव, बौद्ध धर्मों के प्रमुख केन्द्र भी है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भदंत नागार्जुन सुरई ससई और आचार्य श्री विचार साहेब का चींवर भेंट कर सम्मानित किया। इस मौकंे पर खाद्य एवं संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, संसदीय सचिव एवं विधायक सर्वश्री विनोद चंद्राकर, श्री द्वारिकाधीश यादव एवं श्री किस्मत लाल नंद, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ऊषा पटेल, जनपद अध्यक्ष श्रीमती त्रिलोकी ध्रुव, सरपंच श्री ललित धु्रव सहित देश के अलग-अलग प्रांतों से आए धम्म, कला-स्थापत्य, संस्कृति, साहित्य, इतिहासकार के वक्ताओं ने बुद्धजीवी उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ हेरिटेज एंड कल्चरल फाॅउंडेशन के आयोजकों द्वारा मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को शोध संगोष्ठी पर आधारित स्मारिका का पुस्तक भेंट किया। -
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बिहान से जुड़ी महिलाएं दिन-रात हर्बल गुलाल तैयार करने में लगी
मोबाइल के ज़रिए भी मिलेगा गुलाल
महासमुंद : इस बार होली को लेकर बिहान समूह से जुड़े महिलाओं के द्वारा हर्बल गुलाल तैयार किया जा रहा है। स्व सहायता समूह कीस्वरोजगार से जुड़ी महिलाएं दिन-रात हर्बल गुलाल तैयार करने में लगी है। इस गुलाल को लगाने से जहां चेहरे पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।
महिला स्वयं सहायता समूह के जरिए में तैयार किए जा इन हर्बल गुलाल और हर्बल रंग की कई विशेषताएं हैं। इसमें फूलों के रंग का इस्तेमाल किया जाता है।इतना ही नहीं गुलाल और रंग में महक के लिए भी फूलों का ही इस्तेमाल किया जाता है। इसमें किसी भी तरह का केमिकल नहीं मिलाया जाता है, जो नुकसान करे।
यही वजह है कि इस गुलाल और रंग की डिमांड ज़िले सहित आसपास के ज़िलो में से भी आ रही है। वहीं, महिलाओं को घर बैठे स्वरोजगार भी उपलब्ध हो रहा है।महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बिरकोनी के माया महिला स्व सहायता समूह द्वारा इस वर्ष की होली के लिए जड़ी, बुटी व फूलों से हर्बल गुलाल बनाने का कार्य कर रही है।
संस्था से जुड़ी 10 ग्रामीण महिलाओं के द्वारा होली के लिए हर्बल गुलाल बनाया जा रहा है। समूह की डैडी इन्द्राणी कश्यप ने बताया कि सिर्फ़ एक दिवसीय प्रशिक्षण पाकर महिलाओं के द्वारा प्राकृतिक साग-भाजी, टेसू फूल आदि से हाथों से इस हर्बल गुलाल को तैयार किया जा रहा है।
उन्होंने दावा किया है कि इस गुलाल का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। महिलाएं घर बैठे इस अबीर को तैयार कर रही है ताकि उन्हें आर्थिक लाभ के साथ-साथ स्वरोजगार भी घर पर मिल रहा है।महिलाओं के लिए नई रोशनी बना ये मिशन एक समय आर्थिक रूप से दुर्बल इन महिलाओं के सामने भविष्य में अंधेरे के सिवा कुछ भी नहीं था। ऐसे में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन इन लोगों के लिए नई रोशनी बनकर आयाा।आज ये महिलाएं इस योजना का लाभ लेते हुए न सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूत हो चुकी हैं बल्कि अब दूसरों को भी आर्थिक रूप से मजबूत कर रही हैं।
माया समूह की महिलाओं ने बताया कि अभी हाल फ़िलहाल पीला, संतरा, लाल एवं चंदन रंग के गुलाल का निर्माण किया जा रहा है । जिसका विक्रय स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा गौठान परिसर बिरकोनी के दुकान के माध्यम से किया जा रहा है।
जल्दी ही आसपास के जंगलो-में जाकर टेसू फूल चुनकर उनका भी हर्बल गुलाल बनाया जाएगा। इंद्राणी ने बताया कि हर्बल गुलाल का आर्डर स्व-सहायता समूह के मोबाईल नम्बर 93400-00982 में काॅल करके भी ले सकते है।हर्बल गुलाल बनाने मंें हल्दी, ईत्र, पलास का फूल एवं खाने का चुना आदि का उपयोग किया गया है। 100 ग्राम हर्बल गुलाल की क़ीमत मात्र 10 रुपए है ।
वर्तमान में समूह द्वारा 06 किलोग्राम गुलाल निर्मित किया जा चुका है और हर्बल गुलाल बनाने का कार्य किया जा रहा है। समूह की महिलाओं को हर्बल गुलाल बनाने का प्रशिक्षण गत 25 फरवरी को बिरकोनी के गौठान में कृषि महाविद्यालय कांपा के प्रशिक्षकों के द्वारा दिया गया है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत डॉ. रवि मित्तल ने बताया कि समूह से जुड़ी महिलाओं को उनकी अभिरुचि और स्थानीय बाज़ार माँग और समय को देखते हुए विभिन्न कार्यों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है । इसके अलावा कई तरह के प्रशिक्षण दिया गया है ताकि महिलाएं घर बैठे ही स्वरोजगार से जुड़ सके हैं और उसका लाभ ले सकें।
कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण दिए जा रहे है। उन्होंने कहा कि गोधन योजना के तहत ज़िले की गौठानो में मल्टीएक्टिविटी भी की जा रही है । उन्होंने बताया की अभी होली आने वाला है इसलिए महिलाओं को हर्बल गुलाल बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
महिलाएं अपने गांव में घरों में एक साथ बैठकर आरारोट और नेचुरल रंग से हर्बल गुलाल तैयार कर रहे हैं। इस हर्बल गुलाल को बाजार में बिक्री के बाद महिलाओं को काफी फायदा होगा और उन्हें घर बैठे स्वारोजगार भी मिलेगा, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बनेगी।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित करके इस स्तर पर लाया जाता है कि उनके द्वारा तैयार किए गए माल को बाजार में एक अच्छी क्वालिटी के साथ बेचा जा सके।
इसके लिए विभाग की तरफ से पूरा सहयोग किया जाता है. माल के लिए बाजार उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी भी विभाग की तरफ से पूरी की जाती है. इस बार होली के त्यौहार पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तमाम प्रोडक्ट जिसमें हर्बल गुलाल-हर्बल रंग और इस त्योहार पर बनने वाले चिप्स ,पापड़ और नमकीन को भी तैयार किया जा रहा है । -
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महासमुन्द : छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2016 की नियमों के तहत कार्यालय कलेक्टर (खाद्य शाखा) महासमुंद के अंतर्गत विकासखण्ड बागबाहरा में शासकीय उचित मूल्य की दुकान के आबंटन के लिए ग्राम पंचायत नर्रा हेतु विधिवत् 4 बार आवेदन आमंत्रित किए गए थे।
जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि इस अवधि में प्राप्त आवेदन पत्रों की जांच कलेक्टर द्वारा गठित समिति के माध्यम से किया गया। जिनके द्वारा इस ग्राम पंचायत के लिए प्राप्त आवेदनों की जांच की जा चुकी है।समिति के द्वारा प्रस्तावित की गई संस्थाओ जिसमें स्माईल प्रतिभा महिला स्व-सहायता समूह बिराजपाली को शासकीय उचित मूल्य की दुकान का आबंटन किया जाना है।
इस शासकीय उचित मूल्य की दुकान के संबंध में यदि किसी संस्था, समूह को किसी प्रकार की दावा-आपत्ति हो तो 19 मार्च 2021 तक जिला खाद्य अधिकारी कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते है।निर्धारित तिथि के उपरांत प्राप्त दावा-आपत्ति पर विचार नहीं किया जाएगा और इस चयन को अंतिम माना जायेगा। समिति के द्वारा अनुशंसित, प्रस्तावित शासकीय उचित मूल्य की दुकानों की सूची कार्यालय के सूचना पटल और जनपद पंचायत बागबाहरा के सूचना पटल में चस्पा किया गया है। -
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महासमुन्द : ‘‘आपके द्वार आयुष्मान‘‘ अभियान का शुभांरभ संसदीय सचिव एवं महासमुन्द विधायक श्री विनोद चंद्राकर के द्वारा 06 मार्च को किया गया।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन.के. मंडपे ने बताया कि इस अभियान के तहत् 01 मार्च 2021 से 31 मार्च 2021 तक आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डाॅ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत पात्र परिवारों का लोक सुविधा केन्द्रों (च्वाइस सेंटरों) एवं ग्रामों में शिविर आयोजित कर निः शुल्क पंजीयन किया जा रहा है।
अभियान के दौरान लोक सुविधा केन्द्र (च्वाइस सेंटरों) एवं शिविर में पात्र हितग्राहियों का पंजीयन कर आयुष्मान कार्ड कागज में प्रिंट कर प्रदान किया जाएगा, कुछ दिनों उपरांत लोक सुविधा केन्द्र (च्वाइस सेंटरों) के केन्द्रीय कार्यालय से हितग्राहियों के प्लास्टिक कार्ड संबंधित च्वाइस सेंटरों को प्रेषित किया जाएगा।
च्वाइस सेंटर को प्लास्टिक कार्ड प्राप्त होने के बाद सूचना हितग्राहियों को दी जाएगी। हितग्राही जिस च्वाइस सेंटर में अपना पंजीयन कराएं है वहीं से पुनः बायोमेंट्रिक अथेंटीकेशन उपरांत प्लास्टिक आयुषमान कार्ड प्राप्त कर सकेगें।
केन्द्र सरकार से संचालित आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनांतर्गत समाजिक, आर्थिक एवं जातीय जनगणना 2011 की चयनित श्रेणियों में सूचीबध्द परिवारों को प्रति वर्ष 05 लाख रूपए तक की स्वास्थ्य सहायता प्रदान की जाती है। साथ ही राज्य शासन द्वारा संचालित डाॅ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का संचालन राज्य के खाद्य विभाग द्वारा जारी राशनकार्ड के आधार पर किया जा रहा है।
जिसमें अन्त्योदय एवं प्राथमिकता राशन कार्डधारी परिवारों को 05 लाख रूपए तक एवं शेष ए.पी.एल. परिवारों को 50 हजार रूपए तक की स्वास्थ्य सहायता प्रदान किए जाने का प्रावधान है।उन्होंने जिले के लोगों से अपील की है कि आयुष्मान कार्ड पंजीयन के लिए अपना राशन कार्ड के साथ आधार कार्ड, शासकीय फोटो पहचान पत्र लेकर नजदीक के लोक सुविधा केन्द्र (च्वाइस सेंटरों) एवं शिविर में जाए और पंजीयन कराकर अपना आयुषमान कार्ड अवश्य बनाएं। योजना के संबंध में अधिक जानकारी एवं किसी प्रकार की सहायता के लिये टोल-फ्री नम्बर 104 पर संपर्क करें। -
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महासमुन्द : आगामी शिक्षा सत्र में 15 जून 2021 से महासमुन्द के अतिरिक्त प्रत्येक विकासखण्ड के चयनित स्कूलों में इनमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बागबाहरा (लालपुर), शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बसना, शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरायपाली एवं शासकीय रणजीत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिथौरा में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारम्भ किया जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश स्कूल बागबाहरा, बसना, सरायपाली, पिथौरा, महासमुन्द संचालन प्रबंधन समिति जिला महासमुन्द को शिक्षकीय, गैर शिक्षकीय संवर्ग के प्रस्तावित पद, जिसमें जिलें मे कार्यरत शिक्षक संवर्ग, कार्यालयीन कर्मचारी अपने समकक्ष पदों पर प्रतिनियुक्ति के लिए आवेदन कर सकेगें।आवेदित पदों में अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के योग्य पात्र शिक्षक संवर्ग, कार्यालयीन कर्मचारी न मिलने पर शेष पद संविदा भर्ती के द्वारा पदपूर्ति की जाएगी।
इन नवीन स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम के प्रत्येक विद्यालयों में प्रस्तावित 38 पदों की स्वीकृति की प्रतिनियुक्ति के लिए प्राचार्य 1 पद, व्याख्याता हिन्दी 2 पद ,व्याख्याता अंग्रेजी 2 पद, व्याख्याता संस्कृत 2 पद, व्याख्याता गणित 1 पद, व्याख्याता जीव विज्ञान 1 पद, व्याख्याता सामाजिक अध्ययन (इतिहास/राजनीति) 1 पद, व्याख्याता रसायन 1 पद, व्याख्याता वाणिज्य 2 पद, व्याख्याता भौतिक 1 पद, प्रधान पाठक प्राथमिक 1 पद, प्रधान पाठक पूर्व माध्यमिक 1 पद, सहायक शिक्षक 5 पद, शिक्षक 4 पद, व्यायाम शिक्षक 1 पद, ग्रंथपाल 1 पद, शिक्षक कम्प्यूटर 1 पद, प्रयोगशाला सहायक 3 पद, सहायक ग्रेड-2 एक पद, सहायक ग्रेड-3 एक पद, भृत्य 4 पद एवं चैकीदार 1 पदों की भर्ती की जाएगी।
विभिन्न शालाओं में प्राचार्यो एवं शिक्षकों की पदस्थापना प्रतिनियुक्ति पर लिए जाने की सेवा शर्तो पर सहमति देने पर शासकीय सेवकों को प्रतिनियुक्ति में लिया जाएगा। प्रति विद्यालय 38 अंग्रेजी माध्यम के पदों की स्वीकृति की प्रत्याशा के आधार पर 04 विद्यालयों में कुल 152 पदों के लिए विद्यालयवार आवेदन पत्र आंमत्रित है। यह पद संख्या परिवर्तनीय है।
आवेदन पत्र प्रत्येक विद्यालय के वर्तमान प्राचार्य (हिन्दी माध्यम) के समक्ष निर्धारित प्रारूप में आवश्यक दस्तावेज के साथ 15 मार्च 2021 तक कार्यालयीन समय पर जमा करगें। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी व प्राचार्य द्वारा दस्तावेजों का सत्यापन कर दिनांक 18 मार्च 2021 तक कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी महासमुन्द में प्रस्तुत करेंगंे।
सत्यापन उपरांत दिनांक 25 मार्च 2021 से 27 मार्च 2021 तक डेमो क्लास व साक्षात्कार कार्यालय जिला पंचायत महासमुन्द में आयोजित किया जाएगा। अंतिम चयन सूची जारी करने की तिथि 31 मार्च 2021 प्रस्तावित है। राज्य शासन द्वारा प्राचार्य का पद प्रतिनियुक्ति का पद है।
जबकि शेष पदों पर प्रतिनियुक्ति के लिए योग्य नियमित शिक्षक प्राप्त न होने पर, उक्त पद संविदा से भर्ती किया जा सकता है। अतः प्राचार्य पद के लिये अंग्रेजी माध्यम के योग्य प्राचार्य न मिलने पर योग्य व्याख्याता या व्याख्याता (एल.बी.) को प्रभारी प्राचार्य के रूप में प्रतिनियुक्ति पर लिया जाएगा। अन्य शिक्षक संवर्ग/कार्यालयीन पदों पर समान पद पर ही प्रतिनियुक्ति के लिए आवेदन मान्य होंगें।
प्राचार्य, शिक्षक संवर्ग के पदों पर सभी उम्मीद्वार के विषय ज्ञान के साथ अंग्रेजी में संवादकला अपेक्षित है। जिसके आंकलन, चयन के लिये जिला स्तरीय कमेटी के द्वारा डेमो क्लास व साक्षात्कार लिया जाएगा। यदि एक से अधिक विद्यालय में कार्य करने का इच्छुक है, तो उसे निर्धारित प्रारूप में अलग-अलग दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होगा।
महासमुन्द जिलें में कार्यरत सभी शिक्षक संवर्ग, कार्यालयीन कर्मचारी प्रतिनियुक्ति के लिये आवेदन संबंधित विद्यालय के प्राचार्य के समक्ष अंतिम तिथि 15 मार्च 2021 के पूर्व आवेदन जमा करें। अंतिम तिथि के पश्चात् प्राप्त आवेदनों पर विचार नही किया जायेगा। -
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कलेक्टर ने लिया तैयारियों का जायजा
महासमुन्द : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज शनिवार आज दोपहर 2ः35 बजे सिरपुर, महासमुन्द आयेंगे। मुख्यमंत्री यहां अंतर्राष्ट्रीय सिरपुर बौद्ध महोत्सव एवं शोध संगोष्ठी कार्यक्रम में शामिल होंगे।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पुलिस ग्राउण्ड हैलीपेड, रायपुर से दोपहर 2ः00 बजे हेलीकाॅप्टर से प्रस्थान कर दोपहर 2ः35 बजे सिरपुर जिला महासमुन्द पहुचेंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 3ः15 बजे सिरपुर से हेलीकाॅप्टर द्वारा स्वामी विवेकानन्द एयरपोर्ट, रायपुर के लिए रवाना होंगे।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने आज अधिकारियों के साथ सिरपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियां को अंतिम रूप दिया।उन्होंने छत्तीसगढ़ हेरिटेज एंड कल्चरल फाॅउंडेशन के पदाधिकारियों से चर्चा की और अंतर्राष्ट्रीय सिरपुर बौद्ध महोत्सव एवं शोध संगोष्ठी व्यवस्थाओं की भी जानकारी ली। कलेक्टर ने हैलीपेड और मुख्य मंच तक रास्तें के साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक ने सुरक्षा व्यवस्था और बेरिकेटिंग तथा अन्य सुरक्षा संबंधी पुलिस अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। इस मौकें पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. रवि मित्तल, वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत, एसडीएम श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी, पीडब्ल्यूडी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, उद्यानिकी सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे। -
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बौद्ध विद्वान भदंत नागार्जुन सुरई ससाई ने किया शुभारंभ
12 से 14 मार्च तक चलने वाले इस समारोह में शोध संगोष्ठी का होगा आयोजन:
देश के जाने-माने बौद्ध विद्वान होंगे शामिल
महासमुन्द : अंतर्राष्ट्रीय सिरपुर बौद्ध महोत्सव एवं शोध संगोष्ठी का आज शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्री भदंत नागार्जुन सुरई ससाई ने किया। इसी के साथ सिरपुर में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव का आगाज हो गया।महासमुंद जिले के सिरपुर में आयोजित इस तीन दिवसीय समारोह में बौद्धधर्म से जुड़े देश के जाने माने विद्वान प्रो. रतन लाल, श्री चैथीराम यादव और श्री दिलीप मंडल, श्री अशोक दास व श्री मधुकर कठाने, सुश्री हेमलता महिश्वर आदि शामिल हुए। महोत्सव का आयोजन छत्तीसगढ हेरिटेज एंड कल्चरल फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। महोत्सव 12 मार्च से 14 मार्च तक आयोजित होगा।
सिरपुर महोत्सव में शोध संगोष्ठी में धम्म, कला-स्थापत्य, शिक्षा, संस्कृति, साहित्य, इतिहास केन्द्रित व्याख्यान होंगे। समारोह में देश और दुनिया के प्रख्यात विद्ववान भाषाविद, पुरातत्वविद, इतिहासकार, शोधकर्ताओं, लेखकों, यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों, साहित्यकारों व बुद्धजीवियों का प्रबोधन सत्र भी होगा।
इस दौरान छत्तीसगढ़ी कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी। महोत्सव में बौद्ध विरासत पर आधारित नाटक का मंचन किया जाएगा। महोत्सव में लघु फिल्मों का प्रदर्शन, महापुरुषों की जीवनी पर पोस्टर प्रदर्शनी और पुस्तकों का स्टॉल भी लगाया गया है।
महोत्सव में कला, संस्कृति, शिक्षा, साहित्यिक और सामाजिक सहित अन्य क्षेत्रों में प्रेरणादायक योगदान देने वाले को सम्मानित किया जाएगा। बौद्ध विरासत और संस्कृति पर आधारित प्रतियोगिता निबंध, गीत, कविता, रंगोली, रेत आर्ट, चित्रकला, पेंटिंग और प्रश्नोत्तरी स्पर्धा आयोजित कर विजेताओं को महोत्सव के समापन अवसर पर पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
कल शनिवार को धम्म, कला स्थापत्य, संस्कृति, साहित्य, समाज एवं इतिहास पर केन्द्रित एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक, सामाजिक के जानकार संबोधित करेंगे। तीन दिवसीय महोत्सव में छत्तीसगढ़ी कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तृति होगी।