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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : महासमुंद ज़िले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ज़िला प्रशासन द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी अपने-अपने तरीक़े से ख़ास कर ग्रामीण इलाक़े के लोगों को कोविड टीका लगवाने के लिए गाँव-गाँव, घर-घर जाकर जागरुक कर रहे है।
महासमुंद के तहसीलदार श्री मूलचंद चोपड़ा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगो को कोरोना वैक्सीन लगवाने उन्हें प्रेरित क़र रहे है। ग्रामीणों में वैक्सीन को लेकर फैल रही ग़लत भ्रांतियों और अफ़वाह का समाधान करते तुमगाँव में महिला को समझाते हुए कहा कि आ रही खबर से तीसरी लहर ज़्यादा ख़तरनाक है। कोरोना से बचने के लिए टीका लगवाना ज़रूरी है। महिला व्हाट्सएप में आ रहे टीका के मैसेज का जिक्र कर रही। तहसीलदार ने महिला को समझाते हुए कहा कि उन्होंने स्वयं दोनों टीका लगवा लिया है साथ ही उनके साथ आये पटवारी भी दोनों टीका लगवा चुका है। किंतु वे अभी तक नही मरे है। ज़िले के अधिकारी-कर्मचारी भी टीका लगवा रहे है। वे लोगों को समझा रहे कि आपकी सेहत की चिंता केंद्र और राज्य सरकार दोनों को है। राज्य शासन लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए टीका लगा रही है। आप सब पात्र लोग आगे आगे टीका लगवाए और अपने और अपने परिवार को इस बीमारी से सुरक्षित रखे ।
तहसीलदार श्री चोपड़ा स्वयं को जिंदा होने का सबूत बार -बार दे रहे हैं। पात्र लोगों को वैक्सीन लगवाने कह रहे। किंतु ग्रामीण महिला टीका नही लगवाने पर अडिग दिख रही थी। महिला ने व्हाट्सएप (सोशल मीडिया) में आ रहे मैसेज का जिक्र कििया। उन्होंने महिला के इस भ्रम को दूर किया गया। आख़िरकार मेहनत सफल हुई महिला बाद में टीका लगवाने राज़ी हुई। तहसीलदार ने लोगों से सोशल मीडिया (व्हाट्सएप ) में टीका को लेकर फैल रही ग़लत अफ़वाह पर ध्यान न देने की सलाह दी और पात्र लोगों से कोविड टीका लगवाने का आग्रह किया। -
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महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देशानुसार सभी आवश्यक सामग्री की उपलब्धता अधिकतम खुदरा मूल्य पर आम जनता तक सुनिश्चित करने एवं अत्यावश्यक वस्तुओं के दैनिक बाजार भाव के निगरानी के लिए गठित दल ने ज़िले के बागबाहरा विकासखंड स्थित तीन किराना दुकान और सरायपाली की एक किराना दुकान सहित चार किराना स्टोर्स पर MRP (Maximum Retail Price) अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक दर पर किराना सामग्री विक्रय करने पर कार्रवाई की।
जिला खाद्य अधिकारी नीतिश त्रिवेदी ने बताया कि जांच में विकासखंड बागबाहरा मुख्यालय के तीन किराना स्टोर्स फुलवारी पारा, पोटरपारा और झलप रोड और सरायपाली की एक किराना स्टोर्स पर अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक दर पर सामग्री बेचने की गठित निगरानी दल ने जाँच की गई। जो सही पायी गई। इन चारों दुकानदरों द्वारा सामग्री का अधिक दर पर बिक्री किया जा रहा था। इनके विरुद्ध जांच दल के द्वारा एक-एक हजार रुपए कुल 4000 रुपए जुर्माना लिया गया तथा विधिक माप विज्ञान विभाग के द्वारा नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।
पहले भी ज़िले के सभी विकासखंडों में विभिन्न प्रचार माध्यमों के ज़रिए जांच दल के द्वारा लॉकडाउन अवधि में आवश्यक सामग्री वस्तुओं के उपलब्धता बनाये रखने एवं निर्धारित मूल्य में ही सामग्रियों के बिक्री किए जाने के लिए दुकानदारों को बताया गया तथा उन्हें हिदायत दी गई कि अनियमितता पाये जाने की स्थिति में नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। -
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महासमुंद : जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री डोमन सिंह ने बागबाहरा तहसील के ग्राम मोहबा तथा सरायपाली तहसील के ग्राम बेलमुण्डी एवं कोदोपाली के संदिग्ध मरीजों के सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए उक्त क्षेत्र के नीचे वर्णित चैहद्दी को माइक्रो कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया हैं।इनमें ग्राम मोहबा के उत्तर दिशा में इन्दल का मकान, दक्षिण दिशा में बाड़ी, पूर्व दिशा में गली एवं पश्चिम दिशा में ब्यारा-बाड़ी शामिल है। ग्राम बेलमुण्डी के उत्तर दिशा में जयदेव का मकान दक्षिण दिशा में हरिशंकर/लक्ष्मण का मकान, पूर्व दिशा में मंदिर, शाला भवन एवं पश्चिम दिशा में प्रमोद का मकान शामिल है। इसी प्रकार ग्राम कोदोपाली के उत्तर दिशा में खेत, दक्षिण दिशा में खेत, पूर्व दिशा में भोगीलाल का मकान एवं पश्चिम दिशा में गली को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
माइक्रो कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्यवाहीकटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।इन सभी माइक्रो कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए संबंधित विकासखण्ड के प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार अनुविभागीय दण्डाधिकारी को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन को प्रभार सौंपा गया हैं। इसी प्रकार पर्यवेक्षक अधिकारी तहसीलदार को बनाया गया है। प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा अधिकारी को सौंपा गया हैं। घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक को, खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी देखेंगी। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक को सौंपा गया हैं।
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महासमुन्द : जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए जिले के संबंधित अधिकारियों को गावों में कोटवार के माध्यम से मुनादी कराने को कहा हैं। उन्होंने कहा है कि होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमित व्यक्ति घर मंे ही स्नान करें। ग्रामीण निस्तारी तालाब में नहाने जाए तो बाल्टी, मग्गा लेकर जाएं, जिसमें तालाब से पानी भरकर स्नान घाट से थोड़ी दूर ले जाकर नहाएं। जिससे किसी भी संक्रमित व्यक्ति के नहाने के बाद भी पानी तालाब में जाकर न मिलंे और तालाब का पानी दूषित न हो एवं अन्य लोगों के संक्रमित होने की संभावना न रहे।
इसी तरह विवाह की अनुमति के आवेदन पत्र में ही वर और वधू पक्ष से विवाह में शामिल होने वाले परिजनों के नाम, पता तथा आधार नंबरों का विवरण लिया जाए और यह विवरण तहसीलदार द्वारा सम्बंधित खण्ड चिकित्सा अधिकारी को भेजी जाए। जिससे विवाह के दो दिवस पूर्व स्वास्थ्य विभाग का दल विवाह में शामिल होने वाले व्यक्तियों की जाँच करेंगे तथा जाॅच में नेगेटिव रिपोर्ट आने वाले व्यक्ति को ही विवाह में शामिल होने की अनुमति देंगे। इसके अलावा अनुमति पत्र तथा नेगेटिव रिपोर्ट वाले व्यक्तियों की सूची संबंधित थाना प्रभारी को भेजें। थाना प्रभारी यह सुनिश्चित करेंगे कि पात्र व्यक्ति ही विवाह समारोह में शामिल हो।
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निःशुल्क टीकाकरण कराने पर युवाओं ने राज्य शासन के बेहतर प्रबंधन को सराहा
महासमुन्द : राज्य शासन द्वारा प्रदेश में 18 से 44 वर्ष के व्यक्तियों को शासकीय संस्थाओं में कोविड-19 से बचाव के लिए निःशुल्क टीकाकरण किया जा रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा भी विभिन्न टीकाकरण केन्द्रों का चयन कर लाभार्थियों को कोविड-19 के गाईड लाईन का पालन करते हुए वैक्सीनेशन का कार्य किए जा रहें हैं।जिला मुख्यालय महामसुुन्द के 28 वर्षीय आकांक्षा नायक ने बताया कि वे काफी दिनों से चाह रही थी कि उन्हें भी कोविड-19 का वैक्सीन लगे। घर के सभी बड़े-बुजूर्ग कोविड-19 का वैक्सीन पूर्व में ही लगा चुके है। इस कारण उन्हें भी वैक्सीन लगाने की इच्छा हो रही थी। राज्य शासन द्वारा वैक्सीन की सीमित आपूर्ति के कारण विगत 01 मई से 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के अंत्योदय हितग्राहियों का टीकाकरण प्राथमिकता के अनुसार किया था। लेकिन आज से फिर 18 से 44 वर्ष के सभी वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण का कार्य शुरू किया गया है। यह जानकर मुझे बेहद खुशी हुई और मौके का इंतजार कर रही थी। इस कारण मैं आज टीका लगवाने आई हूॅ तथा अपने साथियों को भी शीघ्र टीका लगवाने के लिए प्रेरित करूंगी। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उनके निर्देश पर राज्य के सभी लोगों का शासकीय चिकित्सालयों में निःशुल्क टीकाकरण कराने का कार्य किया जा रहा है। यह बेहद सराहनीय कार्य है।
इसी प्रकार 37 वर्षीय सुमीत अग्रवाल कहते है कि राज्य शासन को कोविड-19 के सीमित वैक्सीन डोज मिलने पर भी उसका जिला प्रशासन द्वारा बेहतर प्रबंध कर लोगों का टीकाकरण करा रहें है। जिससे युवाओं को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि टीकाकरण डोज लगाने के बावजूद भी हमें कोविड-19 के निर्धारित गाईड-लाईन का पालन करना चाहिए। ताकि हम अपने साथ-साथ अपने परिवार एवं समाज को कोविड के संक्रमण से बचा सकें। इसके अलावा श्री आनंद कामदार ने बताया कि वे कोविड-19 का टीका लगाने के लिए काफी उत्सुक थे। इस कारण उन्होंने निर्धारित समय पर ही हाॅस्पिटल टीका लगाने के लिए पहुंचे थे। चिकित्सालय में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पर्याप्त रूप से कोविड-19 के गाईड लाईन का पालन करते हुए लाभार्थियों को टीका लगा रहें हैं। उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में राज्य शासन, जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा बेहतर कार्य कर रहें है। उन्होंने निःशुल्क टीका लगाने पर राज्य शासन का धन्यवाद ज्ञापित किया है। -
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वैक्सीनेशन से घबराएं नहीं, जिले में लगभग ढाई लाख लोग टीकाकरण के बाद भी है स्वस्थ
महासमुन्द : माननीय छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन में जिला प्रशासन द्वारा आज शनिवार 08 मई 2021 से 18 से 44 वर्ष के सभी वर्गों के लोगों का टीकाकरण निर्धारित केन्द्रों पर किया जा रहा है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए टीकाकरण केन्द्रों में अलग-अलग कक्ष बनाए गए है। जिसमंे 18 से 44 वर्ष आयु के लिए एवं 45 से अधिक उम्र के लिए अलग-अलग टीकाकरण केंद्र बनाएं गए है, जहां पात्र व्यक्तियों को टीका लगाया जा रहा है। कलेक्टर ने आज सुबह जिला मुख्यालय स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, नयापारा का आकस्मिक निरीक्षण करते हुए वहां टीकाकरण के लिए किए गए व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं का जायजा लिया तथा संबंधित अधिकारियों को टीकाकरण केन्द्र में कोराना प्रोटोकाॅल का पालन करने सहित आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने टीकाकरण कराने आए युवाओं तथा बुजूर्ग लोगों से चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में कोरोना महामारी के संक्रमण से समाज को बचाने के लिए शासन द्वारा टीकाकरण का कार्य कराया जा रहा है। कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण एक प्रमुख सुरक्षा कवच है। जिले में अब तक लगभग ढाई लाख लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है और इनमें से किसी भी व्यक्ति को कोई खतरा नहीं है और वे पूरी तरह से स्वस्थ है। अतः लोग वैक्सीनेशन से घबराएं नहीं। जिले में कई लोग टीकाकरण का दूसरा डोज नहीं करा पाए हैं, ऐसे अपने आस-पास के लोगों को भी टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित करने को कहा। जिससे कोरोना महामारी के संक्रमण से स्वयं को, पूरे जिले को और पूरे समाज को बचाया जा सकें।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण के लिए तैयारी पहले ही कर ली जाए। इसके लिए टीकाकरण सेंटर में पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जिन स्थानों में टीकाकरण होना है, वहां मेडिकल स्टाफ की टीम के साथ पेयजल तथा अन्य व्यवस्था की जाए। इन केन्द्रों में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस की टीम तैनात करें। टीकाकरण केन्द्र में कोरोना प्रोटोकाल का पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कोविड वैक्सीन का पहला डोज लगवा लिए हैं, उन्हें दूसरे डोज के लिए प्रेरित करें। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश छिकारा, तहसीलदार श्री मूलचंद चोपड़ा, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री ए.के. हालदार सहित अन्य अकिकारीगण उपस्थित थे। -
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महासमुंद : जिला कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने लोगों से कोरोना वैक्सीन को लेकर फैलाये जा रहे भ्रम पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि कोरोना का टीका बिल्कुल सुरक्षित है। उन्होंने स्वयं टीके के दो डोज लगवा लिये। किसी-किसी को एकाध दिन के लिये बुखार आ सकता है लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
कलेक्टर ने कहा कि हम देख रहे हैं कि वैश्विक कोरोना के संक्रमण का हमारे क्षेत्र में भी विस्तार हो रहा है। इससे बचाव के लिये 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीके लगाये जा रहे हैं। सभी पात्र लोग टीका जरूर लगवायें। कोरोना से सुरक्षित रहने का वर्तमान में यही एकमात्र उपाय है। टीका लगवाकर हम तो सुरक्षित रहेंगे ही, हमारा परिवार, साथ ही समाज व देश सुरक्षित रहेगा। उन्होंने यह भी अपील की है कि टीके लगवाने के साथ-साथ कोरोना के नियमों का भी पालन करें। लोगों से दो गज की दूरी बनाकर रखें और मास्क अवश्य लगाएं और हाथ को सैनेटाइज करते रहें। टीकाकरण केन्द्रों में लगातार टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है। अपने नजदीकी टीकाकरण सत्र स्थल पर जाकर टीका अवश्य लगवाएं। -
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महासमुंद : राज्य शासन के समाज कल्याण विभाग द्वारा कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक विशेष कर चिकित्सा जटिलताओं वाले वरिष्ठ नागरिकों को उच्य जोखिम स्वास्थ्य से सुरक्षित रहने के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है। जारी दिशा-निर्देश के अनुसार वरिष्ठ नागरिक हमेशा घर पर ही रहें, घर पर आने वाले आगंतुकों से मिलने से बचें, यदि मिलना आवश्यक हो तो 2 गज लगभग 2 मीटर का फासला रखें, यदि अकेले हों तो, आवश्यक घरेलू कार्य हेतु स्वस्थ पड़ोसी पर निर्भर रह सकते हैं, किसी भी स्थिति में छोटे-बड़े समारोहों से बचें, घर के अन्दर सक्रिय रूप से चलते-फिरते रहें, घर में हल्के व्यायाम एवं योग करें, नियमित ध्यान लगाएं, हाथ धोकर स्वच्छता बनाएं रखें, विशेषकर भोजन से पहले एवं वाशरूम जाने के बाद कम से कम 20 सेकण्ड तक साबुन या हैण्डवाश से हाथ धोएं, बार-बार स्पर्श किए जाने वाली वस्तुओं जैसे चश्मा आदि को कीटाणुनाशक से नियमित साफ करें, छींक या खांसी के समय कोहनी सामने रखें, टीशू पेपर या रूमाल का इस्तेमाल करें एवं उपयोग पश्चात् टीशू पेपर को डस्टबीन में डाले तथा रूमाल को साफ कर लें व हाथ धो लें, घर का बना ताजा गर्म भोजन ग्रहण कर उचित पोषण आहार सुनिश्चित करें, इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए ताजा जूस लें तथा बार-बार पानी पीयें, अपनी दैनिक निर्धारित दवाएं नियमित लें, अपनी स्वास्थ्य का नियमित निगरानी रखें यदि सर्दी, खांसी, बुखार या श्वसन संबंधी कोई समस्या आती है तो त्वरित समीपस्थ स्वास्थ्य केन्द्र से सम्पर्क करें, अपने पारिवारिक सदस्य जो आपके साथ नहीं है उनसे बात करें, दोस्तों, रिश्तेदारों के सम्पर्क में रहें एवं आवश्यकता पड़ने पर मदद लें, कोई वैकल्पिक शल्य चिकित्सा (सर्जरी) हो तो उसे यथासंभव स्थगित करें।
कोरोना वायरस के लक्षण (सर्दी, खांसी एवं बुखार) प्रदर्शित करने वाले व्यक्ति के समीप न जाएं, हाथ न मिलाएं एवं गले न मिलें, भीड़-भाड़ वाले स्थानों जैसे- पार्क, बाजार एवं धार्मिक स्थलों पर जाने से बचें, खुले हाथों में खासी या छींक न करें, आंखों, चेहरे, नाक एवं जीभ को बार-बार न छुएं, स्वयं इलाज न करें, अति आवश्यक न हो तो बाहर न जाएं, पारिवारिक सदस्यों एवं दोस्तों को आमंत्रित न करें, रूटीन चेकअप या फालोअप के लिए अस्पताल न जाएं, आवश्यक हो तो अपने चिकित्सक से टेलीफोनिक सहायता लें, गर्मियों के कारण निर्जलीकरण से बचें और पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें।
आश्रित वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल करने वालों के लिए सलाहवरिष्ठ नागरिकों की सहायता करने से पहले अपना हाथ धो लें, वरिष्ठ नागरिकों को सहायता करते समय अपना मुंह एवं नाक अच्छे से ढंक ले, प्रायः इस्तेमाल करने वाले सतहों को नियमित साफ करें, जैसे चश्मे, वाकर, व्हील चेयर, वाकिंग केन, शयनकक्ष आदि, वरिष्ठ नागरिकों की सहायता करें एवं उन्हें हाथ धोने में उनकी मदद करें, वरिष्ठ नागरिकों के लिए उचित भोजन एवं पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें, वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य पर नजर रखें, बुखार, बदन दर्द के साथ,सर्दी लगातार खांसी, सांस की तकलीफ, असामान्य भूख या खाने में असमर्थता के लक्षण परिलक्षित होने पर हेल्प लाईन से संपर्क करें, सर्दी खासी या बुखार हो तो वरिष्ठ नागरिक के समीप न जाएं, वरिष्ठ नागरिकों को पूरी तरह से बिस्तर पर ही न रखें, बिना हाथ साफ किये वरिष्ठ नागरिकों को न छूने की सलाह दी गई है।
मानसिक स्वास्थ्य हेतु वरिष्ठ नागरिकों के लिए सलाहघर में रिश्तेदारों से संवाद करें, सामाजिक दूरी का पालन करते हुए पड़ोसियों से संवाद करें, लोगों को इकट्ठा करने से बचें, शांतिपूर्ण वातावरण निर्मित करें, पुराने शौक संगीत सुनना, पेंटिंग या पढ़ने में समय व्यतीत करें, विश्वसनीय स्त्रोत से प्राप्त जानकारियों पर ही विश्वास करें एवं उपयोग करें, यदि मानसिक बीमारी परिलक्षित होती है तो हेल्प लाइन (08046110007) में काॅल करें, खुद को अलग न करें, अपने आपको को कमरे में कैद न करें, किसी सनसनीखेज खबर या सोशल मीडिया पोस्ट को फालो न करें, कोई असत्यापित जानकारी को साझा न करें, अकेलेपन दूर करने के लिए तंबाकू या अन्य मादक पदार्थों का सेवन न करें।मासिक स्थिति में परिवर्तन जैसे दिन में अत्याधिक सुस्ती जवाब न देना या अनुचित तारिके से जवाब देना रिश्तेदारों को पहचानने में असमर्थता की नई शुरूवात जो पहले कर सकता था, कि स्थिति में हेल्फ लाईन से संपर्क करने की सलाह दी गई है। मास्क, फेस शील्ड के सही उपयोग हेतु मार्गदर्शन, मास्क लगाने से पहले हाथ की सफाई करें, क्षतिग्रस्त मास्क का उपयोग न करें, मास्क पहनने की स्थिति में मास्क को छूने से बचें, यदि गलती से छू भी लें तो हाथ की सफाई करें, मास्क नाक के ऊपर से ठोढ़ी तक तथा मुंह के दोनों तरफ के गालों को ढकना चाहिए, मास्क को उपयुक्त तकनीक से हटाएं, मास्क के सामने वाले भाग को स्पर्श न करें बल्कि पीछे से निकालें, मास्क के नमी होते ही नये साफ एवं सूखे मास्क से बदल लें, मास्क हटाते ही तुरंत हाथ की सफाई करें, बात करने के लिए मास्क न हटाएं, अपने मास्क को दूसरे के साथ साझा न करें, कपड़े के मास्क को दिन में कम से कम एक बार गर्म पानी से धोएं, फेस शील्ड (चेहरे की ढाल) को सिर्फ आंखों की सुरक्षा के लिए ही मानक समझें, उसे मास्क के समकक्ष मानते हुए श्वसन बूंद के सुरक्षा के लिए नियंत्रण तंत्र न समझें, फेस शील्ड (चेहरे की ढाल) को मेडिकल मास्क या रेस्पिरेटर के साथ आंखों की सुरक्षा के लिए उपयोग किया जाना है। अतः सफाई, दवाई एवं कड़ाई के नियमों का पालन करते हुए सुरक्षात्मक उपायों का पालन सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवालोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने में मितानिनों की अहम भूमिका है: कलेक्टर श्री डी. सिंह
महासमुंद : कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए सम्पूर्ण जिले में कंटेनमेंट जोन प्रभावशील है। क्वारेंटाईन संेटर में रह रहें लोगों के लिए किए जा रहे समुचित व्यवस्था एवं कंटेनमेंट जोन के नियमों का पालन हो रहा है या नहीं तथा कोरोना संक्रमण का विस्तार ग्रामीण अंचलों में न हो इसका जायजा लेने आज शाम कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम नरतोरा, मुनगासेर एवं ढांक क्षेत्र पहुंचे।
उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें समझाईश दी कि वे अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें। इसके अलावा उन्होंने ग्राम स्तर पर निगरानी समिति के गठन, कोटवारों को लगातार ग्रामों में निगरानी रखने की जिम्मेदारी, ग्राम स्तर पर सूचना तंत्र के बारें में जानकारी ली।
इसके अलावा उन्होंने नरतोरा एवं मुनगासेर के क्वारेंटाईन संेटर में रहने वाले लोगों से मुलाकात कर उनके भोजन प्रबंध, स्वास्थ्य के बारें में जानकारी ली। इस दौरान नरतोरा के क्वारेंटाईन सेंटर में रह रहें लोगों ने बताया कि वे काम के सिलसिले से ओड़िशा प्रांत गए थे। इसके उपरांत वापस आकर 09 लोग यहां ठहरे हुए है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कोविड-19 का टेस्ट कराया गया था। जिसमें सभी लोगों का टेस्ट निगेटिव आया है और यहां सभी व्यक्ति स्वस्थ्य है। उन्हें घरों से चावल उपलब्ध कराया जा रहा है एवं अन्य व्यवस्थाएं पंचायत के माध्यम से किया जा रहा है।
इसी तरह मुनगासेर के क्वारेंटाईन संेटर में रह रहें लोगों ने बताया कि यहां 16 लोग झारखण्ड एवं ओड़िशा मेें ईंट भट्ठें एवं अन्य कार्य करने के लिए गए हुए थे। उनके साथ छोटे 02 बच्चें साथ है। सभी लोगों की तबियत ठीक है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन के माध्यम से उनका आॅक्सीमीटर, थर्मल गन के माध्यम से प्रतिदिन टेस्ट किया जा रहा है। इस दौरान कलेक्टर ने अपने समक्ष क्वारेंटाईन संेटर में निवासरत् लोगों का थर्मल स्कैनिंग एवं आॅक्सीमीटर के माध्यम से जाॅच कराया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का क्वारेंटाईन सेंटर में निर्धारित दिवस पूर्ण हो चुका है तथा उनमें किसी भी प्रकार का लक्षण नहीं है और पूर्ण रूप से स्वस्थ्य है। ऐसे लोगों को अपने घर जाने की अनुमति दें। कलेक्टर ने नरतोरा एवं मुनगासेर के सरपंचों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य शासन के निर्देश पर पंचायत में पल्स आॅक्सीमीटर और थर्मल गन लोगों के लिए उपलब्ध कराया गया है। जिससे कि लोग आसानी से जाॅच कराकर अपने स्वास्थ्य के बारें में जानकारी प्राप्त कर सकते है। इसी तरह मितानिनों को कहा कि उनके द्वारा इस संकट की घड़ी में भी सावधानी पूर्वक लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है। यह सराहनीय कार्य है। मितानिनों की भूमिका सबसे अहम् है। कलेक्टर ने मितानिनों से शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई पाॅच प्रकार की दवाईयों के बारें में भी जानकारी ली। इस दौरान मितानिनों ने बताया कि पैरासिटामाॅल, मल्टी विटामिन, जिंक, आइवर मेक्टिन एवं ओमेप्राॅजोल की दवा उपलब्ध कराई गई है। लक्षण के अनुसार मरीजों को दवाईयां दी जा रही है।
इसी तरह ग्राम ढांक के माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र का अवलोकन किया। ग्राम सरपंच ने बताया कि यहां की जनसंख्या लगभग 1500 है। कोविड-19 टेस्ट के उपरांत 10 परिवार में से 22 लोग पाॅजिटीव मिले थे। इस दौरान इस क्षेत्र को बेरिकेटिंग किया गया है। वर्तमान में इन सभी की तबियत में सुधार हो चुका है। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्धारित अवधि पूर्ण होने पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन को खोलने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने कहा कि कोविड-19 का संक्रमण गांव की ओर तेजी से फैल रहा है। जो कोई भी व्यक्ति बाहर से आ रहें है एवं जिनके माध्यम से किसी भी प्रकार की सामग्री ली जा रही है। उन्हें टेस्ट कराने के लिए प्रेरित करें। कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए ग्रामीणों को अपने-अपने घरों पर ही स्नान करने की सलाह दी और पंचायतों के माध्यम से भी तालाबों में उन व्यक्तियों का निस्तारी प्रतिबंधित किया जाए। जिनमें कोविड-19 के लक्षण जैसे सर्दी, खाॅसी, बुखार, सिर दर्द सहित अन्य लक्षण परिलक्षित होते है। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश छिकारा, तहसीलदार श्री मूलचंद चोपड़ा, अतिरिक्त तहसीलदार श्री प्रमूलाल साहू सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। -
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महासमुंद : जिला अब कोरोना वायरस से संक्रमण से मुक्त होने की कगार की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन ने कोई भी ढील नहीं देने का फैसला करते हुए रैंडम टेस्ट करवाने का फैसला किया है। जिला प्रशासन अब हर उस कोशिश में जुटा है ताकि जिला फिर से कोरोना मुक्त की और बढ़ सकें । जिला प्रशासन ने नया प्लान तैयार किया है। अब सब्जी, दूध, किराना सहित आवश्यक सेवा देने वाले सर्विस प्रोवाइडरों और सामान बैचने वालों का भी कोरोना टेस्ट किया जाना शुरू हो गया है । इसी कड़ी में आज शुक्रवार को ज़िले में 249 उपरोक्त लोगों की कोरोना टेस्ट किया गया । जिसमें 6 पॉज़िटिव मिले ।जिन्हें ज़रूरी दवाइयों के साथ होम आइसोलेशन किया गया ।
सर्वाधिक कोरोना टेस्ट सरायपाली में हुए ।यहाँ 75 फल- सब्जी, दूध विक्रेताओं और स्थानीय व्यवसायिक वाहन चालकों की टेस्टिंग की गई । वही पिथौरा विकासखंड में 42,महासमुंद में 39,बागबाहरा में 17,बसना में 34 सब्जी, दूध विक्रेताओं और दवा विक्रेताओं की कोविड टेस्टिंग की गई । अधिकारियों ने बताया कि सरायपाली और पिथौरा से तीन-तीन लोगों की जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है । इन सभी को होम आइसोलेशन किया गया है ।उनको और उनके परिवार को फल-सब्ज़ी,दूध,आदि नही बेचने की समझाईस दी गई है ।कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने गुरुवार रात्रि को ज़िले के सभी अनुविभागीय अधिकारियों राजस्व को निर्देशित किया कि सब्जी बेचने वाले, दूध बेचने वाले और जिन्हें अनुमति दिया गया है ऐसे दुकानदार जो दुकान खोल रहे हैं, इन लोगों का एंटीजन टेस्ट करवाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए । यह अत्यंत ही महत्वपूर्ण कार्य है। एसडीएम, टीम में एक राजस्व का कर्मचारी, नगरी निकाय का कर्मचारी ,हेल्थ की टीका लगाने वाली टीम और पुलिस का एक कर्मचारी को साथ रहने कहा है ।कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि टेस्टिंग नगरी क्षेत्र में संपादित होगा । उन्होंने कहा कि उपरोक्त अनुसार जांच शहरी क्षेत्र के साथ-साथ अगर आपकी टीम ग्रामीण क्षेत्र में गई होगी तो वहां भी उपरोक्त दुकानदारों विक्रेताओं का टेस्ट कराना सुनिश्चित करें। गांव के दूध विक्रेता फल विक्रेता सब्जी विक्रेता किराना विक्रेता दवा विक्रेता लोकल वाहन चालक आदि का टेस्टिंग सुनिश्चित कराएं।
उन्होंने कहा कि अपर कलेक्टर श्री जोगेंद्र नायक एक प्रपत्र बनाकर सभी को भेजेंगे । सभी एसडीएम शाम को प्रगति की रिपोर्ट । इस कार्य को लगातार तीन दिवस तक करने कहा है। सभी नगरीय क्षेत्र में टीम द्वारा कार्य आरंभ करें । कर दिया गया है ।
कलेक्टर सिंह ने बताया कि वास्तव में ऐसे लोग सराहनीय कार्य कर रहे हैं, लोगों के घर-घर पहुंचकर सामग्री पहुंचा रहे हैं। जिससे प्रशासन को लॉकडाउन का सही से पालन करवाने में बड़ा सहयोग मिल रहा है। इन सभी के कोरोना टेस्ट करवाने के लिए ज़िले के सभी एस.डी.एम.और ज़िला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कोरोना टेस्टिंग करने की व्यवस्था करने कहा है । यह कार्य आज शुक्रवार से शुरू कर दिया गया है । जिले में लॉकडाउन के दौरान काम करने वाले दूध विक्रेता, सब्जी, फल विक्रेता, दुकानदार, आदि का कोरोना टेस्ट करवाया जा रहा है । सैम्पलिंग का काम प्राथमिक रूप से शुरू कर दिया गया है। सभी एसडीएम उपरोक्त अनुसार जांच शहरी क्षेत्र के साथ-साथ अगर आपकी टीम ग्रामीण क्षेत्र में गई होगी तो वहां भी उपरोक्त दुकानदारों विक्रेताओं का टेस्ट कराना सुनिश्चित करें। -
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महासमुंद 07 मई 2021/ जिला प्रशासन द्वारा नागरिकों को कोविड-19 के संक्रमण, रोकथाम, उपाय एवं बचाव के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहें हैं। इसके लिए सम्पूर्ण जिले को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है, इस वजह से कोविड-19 पाॅजिटीव प्रकरणों की संख्या में कमी आई है। जिसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहा है। जिले के नागरिकों तथा सीमावर्ती क्षेत्रों से आने वाले नागरिकों का कोविड-19 का टेस्ट भी लगातार किए जा रहें हैं। ताकि कोविड-19 के धनात्मक प्रकरण मिलने पर उन्हें चिकित्सालय में समुचित उपचार एवं होम आईसोेलेशन में ही रहकर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री डोमन सिंह ने जिले में कंटेनमेंट जोन घोषित करने के उपरांत भी उन्होंने आवश्यक गतिविधियों एवं मूलभूत सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए छूट एवं अनुमति प्रदान की है। इस दौरान भी किसी भी व्यक्ति को कोविड-19 संक्रमण का खतरा न हो इसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार सहित संबंधित अधिकारियों को नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सब्जी, फल, दूध, दवाई, किराना सामग्री विक्रेता, वाहन चालक और जिन दुकानों को दुकान खोलने की अनुमति दी गई है। उन सभी दुकानदारों एवं उनके स्टाॅफ के सभी लोगों का एंटीजन टेस्ट करवाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा है कि एंटीजन टेस्ट नगरीय क्षेत्रों में कराएं। इस दौरान टीम में एक राजस्व विभाग के कर्मचारी, नगरीय निकाय के कर्मचारी, स्वास्थ्य विभाग के टीम और पुलिस विभाग के कर्मचारी रहेंगे। यह कार्य लगातार तीन-चार दिवस तक कराएं और इसकी जानकारी एसडीएम निर्धारित प्रपत्र में जिला कार्यालय को प्रतिदिन शाम को भेजें। इसी के परिपालन में आज जिले के सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों में संबंधितों का एंटीजन टेस्ट किया गया।कलेक्टर ने कहा है कि अनावश्यक रूप से घर से बाहर घूमने वाले लोगों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही कर जुर्माना करें। उन्होंने कहा कि गांव के तालाब में एक साथ अधिक संख्या में नहाते है तो उसे बंद कराएं। कंटेनमेंट जोन मे टेस्टिंग एवं अन्य अत्यावश्यक सेवाएं उपलब्ध कराएं तथा क्षेत्र बैरिकेटेड रहे। गांव के प्रवेश मार्ग में बैरिकेटिंग प्रभावी रूप से सुनिश्चित कराएं। क्वॉरेंटाइन सेंटर में ठहरें हुए व्यक्तियों के लिए टेस्टिंग एवं भोजन पानी की व्यवस्था सुचारू रूप से जारी रखें। अनुविभागीय अधिकारी द्वारा दिए गए विवाह कार्यक्रम के लिए अनुमति देते समय आवेदक को यह जानकारी भी उपलब्ध कराएं कि विवाह कार्यक्रम में निर्धारित संख्या से अधिक भीड़ एकत्रित न हो। इसके अलावा राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी कार्यक्रम दिवस के अवसर पर जाकर यह जांच करें कि वहां निर्धारित संख्या से अधिक भीड़ तो नहीं है। यदि कोई नियमों का उल्लंघन करते पाया जाता है तो उस पर जुर्माना की कार्यवाही की जाए। इसी तरह अन्य किसी भी कार्यक्रम की अनुमति देते हैं उस पर भी यह नियम लागू होगा। जिले में एलोपैथी दवाई दुकानों के साथ-साथ होम्योपैथी, आयुर्वेदिक दवा दुकान खोलने की अनुमति दी गई है। -
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टेमरी ग्रामीणजनो से की बातचीत, गांव में खाद्य,किराना सब्जी दवाइयों की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली
महासमुंद राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ से लगे सीमावर्ती जिलों के बॉर्डर में प्रवेश करने वाले लोगो की कोविड जांच संबंधी निर्देशों के अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए आज कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने उड़ीसा की सीमा पर बनाई गई टेमरी चेक पोस्ट का निरीक्षण किया। इस मौक़े पर पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल ठाकुर और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री आकाश छिकारा साथ थे।कलेक्टर श्री सिंह ने अन्य राज्यों से वापस आने वाले छत्तीसगढ़ वासियों को रुकने की कि गई व्यवस्था क्वारंटीन सेंटर का निरीक्षण किया। यहां मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया गया। साथ ही निर्देश भी दिया गया कि किसी को यहां प्रवेश करने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो बशर्ते उनका कोई जांच पूर्ण हो चुका हो ।अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री भागवत जायसवाल ने बताया कि सीमा में प्रवेश करने वालों की बक़ायदा कोविड जाँच और उनका ताप भी जांचा जा रहा हैैं। जिन्होंने 72 घंटे पूर्व कोविड-19 जांच कराई है उनकी रिपोर्ट चेक की जा रही है । साथ ही यदि वह आकस्मिक स्थिति में प्रवेश करना चाहते हैं तो जारी पास या संबंधित दस्तावेज की जांच उपरांत उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है।लोगों को वाहनों में तीन प्रकार के मार्गदर्शी सूचक स्टीकर लगाए जाते हैं जोकि छत्तीसगढ़ से बाहर राज्यों के लिए ,अन्य जिलों के लिए तथा महासमुंद के अन्य ब्लॉक के लिए जाने वाले होते हैं ताकि रास्ते में इनकी वाहनों की पहचान संबंधी दिक्कत ना हो। यहां प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों का कोविड-19 टेस्ट अनिवार्यता किया जाता है उनके रिपोर्ट नेगेटिव आने की स्थिति में उन्हें संबंधित स्थानों के लिए गंतव्य पास दिया जाता है।कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि आने वाले श्रमिकों के लिए छायादार जगह पानी की व्यवस्था रुकने की व्यवस्था एवं उनके खाने की व्यवस्था करने कहा । साथ ही उन्होंने एंबुलेंस या किसी आकस्मिक वाहन को बिना देर किए उनके अस्पतालों के लिए रवानगी सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया ।कलेक्टर श्री सिंह ने इसके साथ उनकी टीम के द्वारा टेमरी ग्राम में ग्रामीणजनो से बातचीत की और लॉकडाउन के दौरान उन को होने वाली दिक्कतों के संबंध में जानकारी ली । कलेक्टर ने गांव में खाद्य,किराना सब्जी दवाइयों की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली । साथ ही मनरेगा कार्य संचालन के संबंध में पूछताछ की और लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक करने का समझाइस दी गयी। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामहासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले में कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखकर उसके बचाव एवं नियंत्रण के लिए 07 मई को 133 स्थलों पर वैक्सीनेशन लक्ष्य के अनुरूप शत्-प्रतिशत् करने एवं स्थानीय स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देेश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इन कोविड-19 सत्र स्थल पर वैक्सीनेशन का कार्य प्रातः 10.30 बजे से प्रारम्भ किया जाएगा। जिसमें 45 वर्ष से अधिक आयु वर्गांे के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाना है। ऐसे ही पात्र व्यक्तियों को टीकाकरण के लिए संबंधित स्थलों पर आना होगा।प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमें बागबाहरा विकासखण्ड के अंतर्गत एच.डब्ल्यू.सी. कमरौद, एच.डब्ल्यू.सी. बाहरा, एच.डब्ल्यू.सी. बोड़राबांधा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खम्हरिया, उप स्वास्थ्य केन्द्र खुटेरी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खल्लारी, उप स्वास्थ्य केन्द्र बीके बाहरा, एच.डब्ल्यू.सी सुखरीडबरी, उप स्वास्थ्य केन्द्र कोल्दा, उप स्वास्थ्य केन्द्र गबौद, एच.डब्ल्यू.सी मोहंदी, उप स्वास्थ्य केन्द्र भालुचुंवा, उप स्वास्थ्य केन्द्र गांजर, एच.डब्ल्यू.सी कौंसरा, उप स्वास्थ्य केन्द्र डोकरपाली, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तेंदुकोना, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हाथीबाहरा, उप स्वास्थ्य केन्द्र बकमा, एच.डब्ल्यू.सी. खैरटकला, उप स्वास्थ्य केंद्र कसेकेरा, उप स्वास्थ्य केंद्र बिंद्रावन, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कोमाखान, एच.डब्ल्यू.सी. परसुली, उप स्वास्थ्य केंद्र नर्रा, उप स्वास्थ्य केंद्र बोइरगांव, उप स्वास्थ्य केंद्र करहीडीह, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मुनगासेर, उप स्वास्थ्य केन्द्र देवरी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागबाहरा, उप स्वास्थ्य केंद्र बिहाझर में टीकाकरण किया जाएगा।इसी तरह बसना विकासखण्ड के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बसना, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लम्बर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बडे साजापाली, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भंवरपुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बरोली, एच.एच.सी. चनाट, एच.डब्ल्यू.सी. बड़ेढाबा, उप स्वास्थ्य केंद्र बाराडोली, एच.डब्ल्यू.सी रसोड़ा, बरगांव, एच.डब्ल्यू.सी. सिंघनपुर, एच.एच.सी हबेकांटा, उप स्वास्थ्य केन्द्र खरोरा, उप स्वास्थ्य केन्द्र दुर्गापाली, उप स्वास्थ्य केन्द्र सागरपाली, एच.डब्ल्यू.सी. जमदरहा, एच.डब्ल्यू.सी धानापाली, एच.डब्ल्यू.सी सन्तपाली, एच.डब्ल्यू.सी मेदनीपुर, एच.डब्ल्यू.सी गढ़फुलझर, एच.डब्ल्यू.सी चिमरकेल, एच.डब्ल्यू.सी सरकंडा, एच.डब्ल्यू.सी भूकेल, एच.डब्ल्यू.सी नवगेढ़ी, एच.डब्ल्यू.सी खोग्सा, एच.डब्ल्यू.सी कोलिहादेवरी, एच.डब्ल्यू कुदारीबाहरा, एच.डब्ल्यू, दुलारपाली, एच.डब्ल्यू अंकोरी, एच.डब्ल्यू बिछिया में टीकाकरण किया जाएगा।महासमुन्द विकासखण्ड के अंतर्गत जिला चिकित्सालय महासमुन्द, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तुमगांव, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र झारा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बिरकोनी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र झलप, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खट्टी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिरपुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गढ़सिवनी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पटेवा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र छिंदौली, उप स्वास्थ्य केन्द्र नरतोरा, उप स्वास्थ्य केन्द्र तुरेंगा, उप स्वास्थ्य केन्द्र लभराकला, उप स्वास्थ्य केन्द्र कनेकेरा, उप स्वास्थ्य केन्द्र लाफिनखुर्द, उप स्वास्थ्य केन्द्र अचानकपुर, उप स्वास्थ्य केन्द्र लहंगर, उप स्वास्थ्य केन्द्र पासिद, उप स्वास्थ्य केन्द्र भोरिंग, उप स्वास्थ्य केन्द्र चिरको में टीकाकरण किया जाएगा।पिथौरा विकासखण्ड के अंतर्गत उप स्वास्थ्य केन्द्र भगतदेवरी, उप स्वास्थ्य केन्द्र जगदीशपुर, उप स्वास्थ्य केन्द्र भीखापाली, उप स्वास्थ्य केन्द्र बुंदेली, उप स्वास्थ्य केन्द्र ठाकुरदिया खुर्द, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भुरकोनी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पिरदा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बम्हनी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सल्डीह, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भिथीडीह, एच.डब्ल्यू.सी. छोटेलोरम, एच.डब्ल्यू.सी. गोपालपुर, एच.डब्ल्यू.सी. लारीपुर, एच.डब्ल्यू.सी. लिलेसर, एच.डब्ल्यू.सी. मुढ़ीपार, एच.डब्ल्यू.सी. कोटगढ़, एच.डब्ल्यू.सी. दुरूगपाली, उप स्वास्थ्य केन्द्र ठाकुरदिया कला, एच.डब्ल्यू.सी. कहवाकुड़ा, एच.डब्ल्यू.सी. बढ़ईपाली, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सांकरा, उप स्वास्थ्य केन्द्र अनसुला में टीकाकरण किया जाएगा।इसी तरह सरायपाली विकासखण्ड के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरायपाली, झिलमिला, उप स्वास्थ्य केन्द्र अमरकोट, उप स्वास्थ्य केन्द्र केंदुढार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिंघोडा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोहेरापाली, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बलोदा, एच.डब्ल्यू.सी केंदुवा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पाटसेन्द्री, एच.डब्ल्यू.सी रूढ़ा, उप स्वास्थ्य केंद्र केना, एच.डब्ल्यू.सी टेमरी, उप स्वास्थ्य केन्द्र नवागढ़, उप स्वास्थ्य केन्द्र सेमलिया, उप स्वास्थ्य केंद्र चाराभाठा, उप स्वास्थ्य केंद्र किसड़ी, उप स्वास्थ्य केंद्र जलगढ़, उप स्वास्थ्य केंद्र डुडुमचुंवा, उप स्वास्थ्य केंद्र जम्हारी, उप स्वास्थ्य केंद्र कुटेला, उप स्वास्थ्य केंद्र बालसी, उप स्वास्थ्य केंद्र चट्टीगिरोला, उप स्वास्थ्य केंद्र तोरसिंहा, उप स्वास्थ्य केंद्र बानीगिरोला, उप स्वास्थ्य केंद्र बिरकोल में पात्र लोगों का टीकाकरण किया जाएगा।
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महासमुंद : भारत सरकार द्वारा राज्यों को 18-44 वर्ष आयु वर्ग हेतु वैक्सीन डोसेज राज्य कोष से क्रय करने व इस आयु वर्ग के नागरिकों का टीकाकरण करने की अनुमति दी गई है। भारत सरकार की अनुमति के आधार पर छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा वैक्सीन के दोनों उत्पादकों को 75 लाख वैक्सीन की खुराक की मांग प्रेषित की गयी, परन्तु राज्य को इस मांग के विरुद्ध 30 अप्रैल 2021 तक कोई वैक्सीन नहीं मिली। 30 अप्रैल की देर शाम को राज्य को सूचित किया गया कि 1 मई 2021 को 1.5 लाख डोसेज रायपुर पहुंचेगी। इसलिए इस हेतु विस्तृत कार्ययोजना बनाने के लिए समय नहीं बचा था। इस बात के मद्देनजर कि 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग में अनुमानित जनसंख्या कुल 1.34 करोड़ है और राज्य के पास उपलब्ध वैक्सीन डोसेज केवल 1.5 लाख थी, यह निर्धारित किया गया कि यदि टीकाकरण को इस आयु वर्ग के समस्त लोगों के लिए खोला जाता है तो इससे अराजकता तथा कानून और व्यवस्था संबंधी समस्याएं हो सकती है। भारी भीड़ रहने से कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन भी समय नहीं हो पाता, इसलिए, इस आयु वर्ग में एक समूह विशेष को प्राथमिकता देना आवश्यक हो गया था।भारत सरकार का कोविन पोर्टल केवल मोबाइल फोन नंबर और ओटीपी के आधार पर पंजीकरण की अनुमति देता है। अधिकांश अत्यंत गरीब लोगों के पास मोबाइल नहीं है और उनके पास कनेक्टिविटी और इंटरनेट तक पहुंच भी नहीं है। इसलिए उनके लिए कोविन पोर्टल पर पंजीकरण कराना लगभग असंभव है। हालांकि इससे पहले कोविन पोर्टल पर ऑनसाइट पंजीकरण की अनुमति थी, लेकिन भारत सरकार ने 18-44 वर्ष के आयु वर्ग के लिये ऑन-साइट पंजीकरण की सुविधा वापस ले ली। जो गरीब लोगों के साथ बहुत बड़ा भेदभाव है। इसलिए, छत्तीसगढ़ राज्य सरकार को अत्यंत गरीब व्यक्ति के प्रति सुरक्षा की नीति अपनाने के लिए विवश होना पड़ा। इसलिए यह निर्णय लिया गया कि टीकाकरण हेतु अंत्योदय श्रेणी के लोगों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए जो सबसे गरीब है। इस हेतु राज्य सरकार द्वारा ऑनसाइट पंजीकरण की सुविधा भी प्रदान की गई है।राज्य सरकार इस बात के प्रति पूर्णतः जागरूक है कि वर्तमान परिस्थितियों में प्रत्येक व्यक्ति का कोविड के विरुद्ध टीकाकरण किया जाना चाहिए और इस तारतम्य में राज्य सरकार ने सार्वजनिक घोषणा भी की है कि छत्तीसगढ़ के सभी नागरिकों का निःशुल्क टीकाकरण किया जाएगा, परंतु राज्य को उपलब्ध करायी गयी वैक्सीन की सीमित आपूर्ति के कारण गरीबी के अनुसार प्राथमिकता दिया जाना आवश्यक हो गया। इसलिए टीकाकरण में अंत्योदय लाभार्थियों का सर्वप्रथम इसके बाद बीपीएल लाभार्थियों का तथा इसके बाद एपीएल लाभार्थियों का टीकाकरण करने का निर्णय लिया गया ।माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में राज्य सरकार ने तत्काल आदेश दिनांक 05 मई 2021 द्वारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सचिवों की एक समिति गठित कर दी है। चूंकि समिति को माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार विभिन्न पहलुओं जैसे भेद्यता, संक्रमण फैलने की सम्भावना और समूह में पात्र व्यक्तियों की संख्या पर विचार करना है, इसलिए समिति को अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करने में कुछ समय लगने की संभावना है। माननीय उच्च न्यायालय द्वारा अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी आदेश दिनांक 30 अप्रैल 2021 को संशोधित करने का आदेश दिया है और यह कहा है कि अंत्योदय, बीपीएल एवं एपीएल श्रेणियों के लिये टीकाकरण के अनुपात का निर्धारण राज्य शासन द्वारा किया जाये। राज्य शासन द्वारा अनुपात का निर्धारण करने में कुछ समय लगने की संभावना है। इस बीच यदि केवल अंत्योदय हितग्राहियों का टीकाकरण किया गया तो इसे माननीय उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना माना जा सकता है। इसलिए इस प्रकार संशोधन किये जाने तक माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन में 18-44 वर्ष आयुवर्ग के टीकाकरण को स्थगित किया जाता है। -
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प्रतिवेदन एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराएं: कलेक्टर श्री डोमन सिंह
महासमुंद : कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमित मरीजों के ईलाज के लिए जिला मुख्यालय एवं विकासखण्ड मुख्यालय में कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने अस्पतालों में आग लगने की बढती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए इन पर रोक लगाने के लिए एक कार्य योजना तैयार करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि देश के अन्य राज्यों एवं जिले में अस्पतालों में आग लगने की बढ़ती घटनाओं और गर्मियों के मौसम को देखते हुए जिले के शासकीय चिकित्सालयों में भी यह सुनिश्चित किये जाने की जरूरत है कि इन घटनाओं को रोकने के लिए कार्य योजना तैयार की जाए। ताकि महासमुन्द जिले के चिकित्सालयों में आग लगने की घटना न हो।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने अग्नि दुर्घटना सहित अन्य अप्रिय घटना से बचने के लिए सभी कोविड केयर संेटरों में फायर सेफ्टी की व्यवस्था का निरीक्षण करने के निर्देश दिए है। इसके लिए संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय दण्डाधिकारी, नगरीय निकाय के मुख्य नगर पालिका अधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी (विद्युत यांत्रिकी) एवं जिला सेनानी, नगर सेना महामसुन्द को अपने-अपने क्षेत्र का निरीक्षण कर प्रतिवेदन एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है।
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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के द्वारा घर-घर जाकर कोरोना वैक्सीन लगाने ग्रामीणों को किया जा रहा प्रेरित
गर्भवती महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों के घर गृह भेंट कर परामर्श सेवा भी दे रही हैं आॅगनबाड़ी के कार्यकर्ता एवं सहायिका
महासमुंद : कोरोना के बढ़ते संक्रमण के नियंत्रण के लिए राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशानुसार कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित 1780 आंगनबाड़ी केन्द्रों के कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के माध्यम से 06 माह से 03 वर्ष के बच्चों तथा 03 वर्ष से 06 वर्ष के बच्चों, गर्भवती महिलाएं, शिशुवती महिलाओं एवं गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए उनके घर-घर जाकर रेडी-टू-ईट का वितरण किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि 06 माह से 03 वर्ष के बच्चों एवं 03 वर्ष से 06 वर्ष के बच्चों को 750-750 ग्राम, गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को 100 ग्राम तथा गंभीर कुपोषित बच्चों को 1200 ग्राम का रेडी-टू-ईट पैकेट का वितरण पहले एवं तीसरें मंगलवार को किया जा रहा है। ताकि पूरक पोषण आहार का लाभ लाॅकडाउन के दौरान भी हितग्राहियों को मिलंे। इसके अलावा सभी गर्भवती महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों के घर गृह भेंट कर परामर्श सेवा भी प्रदाय किया जा रहा है।
इसके अलावा कोरोना काल में प्रतिदिन आंगनबाड़ी केन्द्रों की साफ-सफाई, टीकाकरण कार्य, वजन यंत्र, यूएचएसएनडी, कंटेमनमेंट जोन में एक्टिव सर्विलांस तथा कांटेक्ट ट्रेसिंग मंे भी सहयोग प्रदाय किया जा रहा है। सजग अभियान अंतर्गत पालकों को आॅडियों के माध्यम से आवश्यक जानकारी भी प्रदान किया जा रहा है। कोरोना महामारी के संकट काल में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं द्वारा अपने कर्तव्य का बेहतर क्रियान्वयन करते हुए ग्रामीणों एवं नगरीय क्षेत्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं के द्वारा कोरोना टीका लगाने तथा लोगों को कोरोना से बचाव के लिए मास्क के उपयोग करने, सामाजिक दूरी बनाए रखने, नियमित हाथ साबुन से धोने एवं अनावश्यक भीड़-भाड़ से बचने की सलाह भी दिया जा रहा है।
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होम आइसोलेशन के प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वालों पर करें कार्रवाई
महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना जरूरी है। कोरोना से सुरक्षा के लिए जारी दिशा-निर्देशों एवं प्रोटोकॉल का सभी स्तरों में पालन होना चाहिए। शासन के निर्देशानुसार सीमावर्ती क्षेत्र को सील किया गया है। अन्य राज्य से आने वाले सभी यात्रियों का निगेटिव रिपोर्ट एवं सैम्पलिंग लिया जा रहा है। इन यात्रियों की जानकारी पंजी में संधारित करें। जिससे प्रतिदिन आने वाले लोगों की संख्या की जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के वैक्सीनेशन लगाने वालों की संख्या में लगातार प्रगति लाएं। नागरिकों को यह समझाईश दें कि स्वास्थ्य विभाग, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वैक्सीन लगाएं हैं, वे सुरक्षित होकर लगातार कार्य कर रहे हैं।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि गांवों में सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर वैक्सीनेशन के बारे में लोगों को जागरूक करें। जिन स्थानों पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है इसकी सूचना पहले दी जाए। साथ ही सभी सामुदायिक केन्द्रों में वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है। 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्ति जिन्होंने टीका का पहला डोज लगाया है उन्हें भी दूसरे डोज के लिए प्रेरित करें। कोरोना की गंभीर स्थिति से बचने का सबसे अच्छा उपाय वैक्सीनेशन है। जिन लोगों को वैक्सीन लगाया जा रहा है उनसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन लगातार संपर्क कर स्वास्थ्य की जानकारी लें। सर्दी, खांसी, बुखार लक्षण वाले मरीज, गर्भवती माताओं को वैक्सीन नहीं लगाना है। कुछ व्यक्तियों द्वारा टीकाकरण का दुष्प्रचार किया जा रहा है तथा इसके प्रति भ्रांति फैलाई जा रही हैं, उन पर विशेष निगरानी रखें। वैक्सीनेशन कराने वाले सभी व्यक्तियों का रिकार्ड सुरक्षित रखें।
उन्होंने कहा कि जिन गांवों में कोविड-19 के केस अधिक आ रहे हैं उन गांवों में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। गांव में होम आइसोलेशन में रहने वाले नागरिक प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं तथा पॉजिटिव होने पर भी बाहर घूम रहे हैं, ऐसे लोगों पर कार्रवाई करें तथा इसका कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। इसके लिए पुलिस तथा अन्य अधिकारियों की मदद लेकर कार्य करें। पॉजिटिव आने वाले मरीजों के घरों के सामने मार्किंग करें। जिन घरों में पॉजिटिव मरीज आ रहे हैं और होम आइसोलेशन के मापदण्ड के अनुसार सुविधा नहीं है ऐसे मरीजों को कोविड केयर सेंटर में रखना सुनिश्चित करें। जिन गांवों में एक-दो केस है वहां मरीजों को कोविड केयर सेंटर में रखें साथ ही अधिक केस आने वाले गांवों में कोविड केयर सेंटर बनाकर सभी मरीजों को रखा जाए। जिससे पूरे गांव को संक्रमित होने से बचाया जा सके। ऐसे गांव जहां कोविड-19 के केस नहीं है उन गांवों में मनरेगा के कार्य सुनिश्चित करें। वन क्षेत्रों में तेन्दूपत्ता संग्रहण तथा विक्रय का कार्य किया जाएगा। उन स्थानों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य है। इन जगहों में भीड़ नहीं होनी चाहिए। -
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होम आइसोलेशन के प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वालों पर करें कार्रवाई
महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना जरूरी है। कोरोना से सुरक्षा के लिए जारी दिशा-निर्देशों एवं प्रोटोकॉल का सभी स्तरों में पालन होना चाहिए। शासन के निर्देशानुसार सीमावर्ती क्षेत्र को सील किया गया है। अन्य राज्य से आने वाले सभी यात्रियों का निगेटिव रिपोर्ट एवं सैम्पलिंग लिया जा रहा है। इन यात्रियों की जानकारी पंजी में संधारित करें। जिससे प्रतिदिन आने वाले लोगों की संख्या की जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के वैक्सीनेशन लगाने वालों की संख्या में लगातार प्रगति लाएं। नागरिकों को यह समझाईश दें कि स्वास्थ्य विभाग, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वैक्सीन लगाएं हैं, वे सुरक्षित होकर लगातार कार्य कर रहे हैं।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि गांवों में सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर वैक्सीनेशन के बारे में लोगों को जागरूक करें। जिन स्थानों पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है इसकी सूचना पहले दी जाए। साथ ही सभी सामुदायिक केन्द्रों में वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है। 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्ति जिन्होंने टीका का पहला डोज लगाया है उन्हें भी दूसरे डोज के लिए प्रेरित करें। कोरोना की गंभीर स्थिति से बचने का सबसे अच्छा उपाय वैक्सीनेशन है। जिन लोगों को वैक्सीन लगाया जा रहा है उनसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन लगातार संपर्क कर स्वास्थ्य की जानकारी लें। सर्दी, खांसी, बुखार लक्षण वाले मरीज, गर्भवती माताओं को वैक्सीन नहीं लगाना है। कुछ व्यक्तियों द्वारा टीकाकरण का दुष्प्रचार किया जा रहा है तथा इसके प्रति भ्रांति फैलाई जा रही हैं, उन पर एफआईआर की कार्रवाई होनी चाहिए। वैक्सीनेशन कराने वाले सभी व्यक्तियों का रिकार्ड सुरक्षित रखें।
उन्होंने कहा कि जिन गांवों में कोविड-19 के केस अधिक आ रहे हैं उन गांवों में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। गांव में होम आइसोलेशन में रहने वाले नागरिक प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं तथा पॉजिटिव होने पर भी बाहर घूम रहे हैं, ऐसे लोगों पर कार्रवाई करें तथा इसका कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। इसके लिए पुलिस तथा अन्य अधिकारियों की मदद लेकर कार्य करें। पॉजिटिव आने वाले मरीजों के घरों के सामने मार्किंग करें। जिन घरों में पॉजिटिव मरीज आ रहे हैं और होम आइसोलेशन के मापदण्ड के अनुसार सुविधा नहीं है ऐसे मरीजों को कोविड केयर सेंटर में रखना सुनिश्चित करें। जिन गांवों में एक-दो केस है वहां मरीजों को कोविड केयर सेंटर में रखें साथ ही अधिक केस आने वाले गांवों में कोविड केयर सेंटर बनाकर सभी मरीजों को रखा जाए। जिससे पूरे गांव को संक्रमित होने से बचाया जा सके। ऐसे गांव जहां कोविड-19 के केस नहीं है उन गांवों में मनरेगा के कार्य सुनिश्चित करें। वन क्षेत्रों में तेन्दूपत्ता संग्रहण तथा विक्रय का कार्य किया जाएगा। उन स्थानों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य है। इन जगहों में भीड़ नहीं होनी चाहिए। -
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आज 460 क़ोरोना पॉज़िटिव पूरी तरह ठीक होकर अपने घर पहुँचें
517 व्यक्तियों की जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी
महासमुंद : महासमुंद जिले में आज बुधवार को 517 व्यक्तियों की जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है ।वहीं आज 460 क़ोरोना पॉज़िटिव पूरी तरह ठीक हो कर अपने घर गए । ज़िले में अब तक कुल 25310 कोरोना पॉज़िटिव पाए गए जिनमें से अब तक 20026 क़ोरोना पॉज़िटिव पूरी तरह ठीक होकर अपने घर सुरक्षित पहुँच गए है । आज की तारीख़ में जिले में एक्टिव मरीज़ों की संख्या 5022 है ।
ज़िला स्वास्थ्य से मिली आज की मेडिकल बुलेटिन में बताया की 1929 कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों की जाँच की गई। जिसमें 517 लोगों की कोरोना जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है । सर्वाधिक महासमुंद विकासखंड में 193 कोरोना पॉज़िटिव मिले । वहीं बसना विकासखंड में 105 लोगों की जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी । सरायपाली में 102और बागबहरा ब्लॉक से 68 लोगों की रिपोर्टों पॉज़िटिव आयी । पिथौरा ब्लॉक से सबसे कम 49 व्यक्ति कोरोना पॉज़िटिव पाए गए । आज की जाँच आरटीपीसीआर से 356, ट्रू नाट से 116 और एंटीजन से सबसे ज़्यादा 1457 टेस्ट किए गए । इस प्रकार कुल 1929 टेस्ट किए गए । -
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पात्र नागरिकों को सत्र स्थल पर आकर टीकाकरण कराने की अपील की
अंत्योदय राशन कार्डधारी परिवार के 18 से 45 वर्ष एवं 45 वर्ष से अधिक आयु वर्गांे केसभी लोगों का किया जाएगा टीकाकरण
टीकाकरण केन्द्रों पर अलग-अलग कक्ष निर्धारित
महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले में कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखकर उसके बचाव एवं नियंत्रण के लिए आज 06 मई को संयुक्त रूप से 124 स्थलों पर वैक्सीनेशन लक्ष्य के अनुरूप शत्-प्रतिशत् करने एवं स्थानीय स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देेश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इन कोविड-19 सत्र स्थल पर वैक्सीनेशन का कार्य प्रातः 10.30 बजे से प्रारम्भ किया जाएगा। जिसमें अंत्योदय राशन कार्डधारी परिवार के 18 से 44 वर्ष एवं 45 वर्ष से अधिक आयु वर्गांे के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाना है। ऐसे ही पात्र व्यक्तियों को टीकाकरण के लिए संबंधित स्थलों पर आना होगा। इसके लिए प्रत्येक सत्र में 02 केन्द्र बनाए जायेंगे। जिनके लिए अलग-अलग कक्ष निर्धारित किया गया हैं। इनमें कक्ष क्रमांक 01 में अंत्योदय राशन कार्डधारी परिवार के 18 से 44 वर्ष एवं कक्ष क्रमांक 02 में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्गांे के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाएगा।प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमें बागबाहरा विकासखण्ड के अंतर्गत एच.डब्ल्यू.सी. कमरौद, एच.डब्ल्यू.सी. बाहरा, एच.डब्ल्यू.सी. बोड़राबांधा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खम्हरिया, उप स्वास्थ्य केन्द्र कुटेरी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खल्लारी, उप स्वास्थ्य केन्द्र बीके बाहरा, एच.डब्ल्यू.सी सुखरीडबरी, उप स्वास्थ्य केन्द्र कोल्दा, उप स्वास्थ्य केन्द्र गबौद, एच.डब्ल्यू.सी मोहंदी, उप स्वास्थ्य केन्द्र भालुचुंवा, उप स्वास्थ्य केन्द्र गांजर, एच.डब्ल्यू.सी कोसरा, उप स्वास्थ्य केन्द्र डोकरपाली, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तेंदुकोना, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हाथीबाहरा, उप स्वास्थ्य केन्द्र बकमा, एच.डब्ल्यू.सी. खैरटकला, उप स्वास्थ्य केंद्र कसेकेरा, उप स्वास्थ्य केंद्र बिंद्रावन, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कोमाखान, एच.डब्ल्यू.सी. परसुली, उप स्वास्थ्य केंद्र नर्रा, उप स्वास्थ्य केंद्र बोइरगांव, उप स्वास्थ्य केंद्र करहीडीह, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मुनगासेर, उप स्वास्थ्य केन्द्र देवरी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागबाहरा, उप स्वास्थ्य केंद्र बिहाझर में टीकाकरण किया जाएगा।इसी तरह बसना विकासखण्ड के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बसना, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लम्बर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बडे़ साजापाली, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भंवरपुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बरोली, एच.एच.सी. चनाट, एच.डब्ल्यू.सी. बड़ेढाबा, उप स्वास्थ्य केंद्र बाराडोली, एच.डब्ल्यू.सी रसोड़ा, बरगांव, एच.डब्ल्यू.सी. बिछिया, एच.डब्ल्यू.सी. सिंघनपरु, एच.एच.सी हबेकांटा, उप स्वास्थ्य केन्द्र खरोरा, उप स्वास्थ्य केन्द्र दुर्गापाली, उप स्वास्थ्य केन्द्र सागरपाली, एच.डब्ल्यू.सी. जमदरहा, एच.डब्ल्यू.सी धानापाली, एच.डब्ल्यू, एच.डब्ल्यू.सी सन्तपाली, एच.डब्ल्यू.सी मेदनीपुर, एच.डब्ल्यू.सी गढ़फुलझर, एच.डब्ल्यू.सी चिमरकेल, एच.डब्ल्यू.सी सरकंडा, एच.डब्ल्यू.सी भूकेल, एच.डब्ल्यू.सी नवगेढ़ी, एच.डब्ल्यू.सी खोग्सा, एच.डब्ल्यू.सी कोलिहादेवरी, बरोली में टीकाकरण किया जाएगा।महासमुन्द विकासखण्ड के अंतर्गत जिला चिकित्सालय महासमुन्द, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तुमगांव, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र झारा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बिरकोनी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र झलप, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खट्टी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिरपुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गढ़सिवनी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पटेवा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिनोधा, उप स्वास्थ्य केन्द्र बरोंडाबाजार, उप स्वास्थ्य केन्द्र लभराखुर्द, उप स्वास्थ्य केन्द्र उमरदा, उप स्वास्थ्य केन्द्र डुमरपाली, उप स्वास्थ्य केन्द्र मुनगासेर, उप स्वास्थ्य केन्द्र पचरी, उप स्वास्थ्य केन्द्र जलकी, उप स्वास्थ्य केन्द्र बेमचा, उप स्वास्थ्य केन्द्र जोबा, उप स्वास्थ्य केन्द्र कौंआझर, उप स्वास्थ्य केन्द्र बावनकेरा, उप स्वास्थ्य केन्द्र तुमसा, उप स्वास्थ्य केन्द्र सिंघी में टीकाकरण किया जाएगा।पिथौरा विकासखण्ड के अंतर्गत उप स्वास्थ्य केन्द्र सल्डीह, उप स्वास्थ्य केन्द्र जगदीशपुर, उप स्वास्थ्य केन्द्र भाखापाली, उप स्वास्थ्य केन्द्र बुंदेली, उप स्वास्थ्य केन्द्र ठाकुरदियाखुर्द, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भुरकोनी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पिरदा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बम्हनी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सल्डीह, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भिथीडीह, एच.डब्ल्यू.सी. सावित्रीपुर, एच.डब्ल्यू.सी. छोटेलोरम, एच.डब्ल्यू.सी. गोपालपुर, एच.डब्ल्यू.सी. लारीपुर, एच.डब्ल्यू.सी. लिलेसर, एच.डब्ल्यू.सी. मुढ़ीपार, एच.डब्ल्यू.सी. कोटगढ़ में टीकाकरण किया जाएगा। इसी तरह सरायपाली विकासखण्ड के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरायपाली, झिलमिला, उप स्वास्थ्य केन्द्र बालसी, उप स्वास्थ्य केन्द्र अमरकोट, उप स्वास्थ्य केन्द्र केंदुढार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिंघोडा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तोषगांव, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बलोदा, एच.डब्ल्यू.सी केंदुवा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पाटसेन्द्री, एच.डब्ल्यू.सी रूढ़ा, उप स्वास्थ्य केंद्र केना, एच.डब्ल्यू.सी टेमरी, उप स्वास्थ्य केन्द्र नवागढ़, उप स्वास्थ्य केन्द्र सेमलिया, उप स्वास्थ्य केंद्र चाराभाठा, उप स्वास्थ्य केंद्र किसड़ी, उप स्वास्थ्य केंद्र जलगढ़, उप स्वास्थ्य केंद्र डुडुमचुंवा, उप स्वास्थ्य केंद्र जम्हारी, उप स्वास्थ्य केंद्र जम्हारी कुटेला, उप स्वास्थ्य केंद्र बालसी, उप स्वास्थ्य केंद्र कनकेवा, उप स्वास्थ्य केंद्र पझरापाली, उप स्वास्थ्य केंद्र बानीगिरोला, उप स्वास्थ्य केंद्र बिरकोल में पात्र लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। -
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महासमुंद : स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में 18 से 44 वर्ष के अंत्योदय राशन कार्डधारी हितग्राहियों का टीकाकरण का कार्य विगत 01 मई 2021 से किया जा रहा है। जिले में 04 मई 2021 तक 835 लोगों ने टीकाकरण कराया है। इनमें विकासखण्ड बागबाहरा में 142, बसना में 192, महासमुन्द में 75, पिथौरा में 204 एवं सरायपाली में 222 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।स्वास्थ्य अधिकारियों ने आमजनों से अपील करते हुए कहा है कि कोरोना टीका से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। इससे हम जानलेवा कोराना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित हो जाते है। उन्होेंने 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों तथा अंत्योदय राशन कार्डधारी परिवार के 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को शीघ्र टीका लगवाने की अपील की है। -
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महासमुंद : जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिकों द्वारा भी इससे बचाव एवं टीकाकरण कराने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहें है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम घोड़ारी के उप स्वास्थ्य केन्द्र, कंटेनमेंट जोन तथा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बिरकोनी पहुंचकर टीकाकरण की स्थिति के बारें में वहां उपस्थित चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं मितानिनों से जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए वर्तमान में एकमात्र विकल्प टीकाकरण ही है। इसके अलावा लोगों को सामाजिक दूरी, साबुन से बार-बार हाथ धोनें, माॅस्क का उपयोग करना भी आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि पात्र व्यक्तियों का अधिक से अधिक टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित करें तथा उन्हंे समझाईश दें कि टीकाकरण कराने से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। लोग टीकाकरण के लिए स्व-प्रेरित होकर आगे आए और आस-पास के लोगों को प्रेरित करें। टीकाकरण कराने से इम्यूनिटी पाॅवर बढ़ती है। इस दौरान उन्होंने घोड़ारी कंटेनमेंट जोन का भी अवलोकन किया। सरपंच श्रीमती मीना जोगीराम निषाद ने बताया कि कुछ दिन पूर्व कोविड-19 के संक्रमण से एक व्यक्ति की मृत्यु होने पर इस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। श्रीमती निषाद ने कहा कि जागरूकता के अभाव में सही समय में लोग कोविड-19 का टेस्ट एवं उपचार नहीं कराने की वजह से संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ रहा है। जिसका दुष्परिणाम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश छिकारा, तहसीलदार श्री मूलचंद चोपड़ा, अतिरिक्त तहसीलदार श्री प्रेमूलाल साहू उपस्थित थे। -
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महासमुंद : जिला कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज तुमगांव रेल्वे फाटक पर निर्माणाधीन रेल्वे ओव्हब्रिज में ट्रेक वाले हिस्से में गर्डर चढ़ाने के कार्यों का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि तुमगाॅव रेलवे फाटक पर निर्माणाधीन ओव्हर ब्रिज पर गर्डर चढ़ाने की तैयारियां कुछ दिनों से चल रही थी। गर्डर के गुणवत्ता परीक्षण होने के बाद आज गर्डर चढ़ाने के लिए अनुमति प्रदान की गई है।
इस पर 36-36 मीटर के लम्बे तीन गर्डर आज चढ़ाए गए है। कलेक्टर ने कहा कि अब ओव्हर ब्रिज के निर्माण में तेजी से प्रगति आएगी। इसके पूर्ण हो जाने पर आवागमन में लोगों को सुविधा होगी। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश छिकारा भी उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामहासमुन्द : कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु नमूना परीक्षण के लिए जिले में नवीन माॅलिक्यूलर वायरोलाॅजी लैब में रिक्त विभिन्न पदों पर नियुक्ति की जाएगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इनमें मेडिकल माईक्रोबायोलाॅजिस्ट अथवा सीनियर साईंटिस्ट एवं साईंटिस्ट के 01-01 पद, मेडिकल लैब टेक्नोलाॅजिस्ट के -09 पद, डाटा एंट्री आॅपरेटर के -02 पद, लैब असिस्टेंट एवं स्वीपर के 02-02 पद पर आगामी तीन माह के लिए अस्थायी नियुक्ति हेतु भर्ती प्रक्रिया वाॅक-इन-इंटरव्यू के माध्यम से आयोजित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि साक्षात्कार के लिए वांछित योग्यताधारी इच्छुक अभ्यर्थी माईक्रोबायोलाॅजिस्ट अथवा सीनियर साईंटिस्ट एवं साईंटिस्ट पद के लिए 08 मई 2021, मेडिकल लैब टेक्नोलाॅजिस्ट पद के लिए 10 मई 2021, डाटा एंट्री आॅपरेटर पद के लिए 11 मई 2021, लैब असिस्टेंट पद के लिए 12 मई 2021 एवं स्वीपर पद के लिए 13 मई 2021 को प्रातः 10ः30 बजे से कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला-महासमुन्द में उपस्थित होकर निर्धारित प्रारूप अथवा आवेदन पत्र का पिं्रट प्राप्त नहीं होने की स्थिति में हस्तलिखित प्रारूप में आवेदन पत्र व वांछित दस्तावेजों के साथ आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। भर्ती के संबंध में विस्तृत विज्ञापन, सामान्य शर्तें, दिशा-निर्देश, आवेदन का प्रारूप आदि का विस्तृत विवरण महासमुन्द जिले की वेबसाईट www.mahasamund.gov.in में देखी जा सकती है। -
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महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में वीडियों कांन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के रोकथाम के लिए सभी विभागों को समन्वय के साथ और अधिक मुस्तैदी से काम करना होगा। तभी हम इस महामारी की लड़ाई से जीत पायेंगे। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश छिकारा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।बैठक में उन्होंने अधिकारियों से जिले में कोविड-19 के धनात्मक प्रकरण, एक्टिव केस, टीकाकरण की जानकारी, टीकाकर्मियों के संबंध में, होम आइसोलेशन, डिस्चार्ज, रिक्त बिस्तरों की जानकारी, चिकित्सालय में आॅक्सीजन बेड एवं उसके बैकअप प्लान, दवाईयों, प्लाज्मा, इंजेक्शन के उपयोग में मेडिकल आॅडिट, फायर आॅडिट, नगरीय निकायों द्वारा दी गई सामग्री की जानकारी, सीमावर्ती क्षेत्रों की व्यवस्था, क्वारेंटाईन संेटर, रेलवे स्टेशन में टेस्टिंग की जानकारी, कंटेनमेंट जोन की व्यवस्था, कोविड टेस्ट, कांटेक्ट ट्रेसिंग, रेमडेसिविर इंजेक्शन की जानकारी, क्वारेंटाईन सेंटर में रूके हुए लोगों की जानकारी, सामग्री वितरण, दान में प्राप्त सामग्री, थर्मल, आॅक्सीमीटर एवं मितानिनों की दवा पेटी में दवाईयों की उपलब्धता आदि की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
अधिकारियों ने बताया कि जिले के शासकीय चिकित्सालयों में कोविड-19 के मरीजों के उपचार के लिए कुल 501 बेड की व्यवस्था की गई है। इनमें 132 आॅक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था 369 बिना आॅक्सीजनयुक्त बेड शामिल है। इसी तरह 04 मई 2021 तक जिले में दो लाख 46 हजार 733 व्यक्तियों का कोविड-19 का टेस्ट किया गया है। इनमें आरटीपीसीआर के माध्यम से 58,370, ट्रू नाॅट ट्रू से 24,020 एवं रैपिड एंटीजन टेस्ट के माध्यम से 01,64,343 व्यक्तियों का टेस्ट किया गया है। जिले में 4968 कोविड-19 के सक्रिय प्रकरण है। चिकित्सालयों से अब तक 19 हजार 566 लोग स्वस्थ्य होकर अपने-अपने घर लौट चुके है। कोविड-19 से जिले में 259 लोगों की मृत्यु हुई है। अन्य स्थलों से आने वाले लोगों के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में क्वारेंटाईन सेंटर बनाए गए है। जिसमंे अब तक ग्रामीण क्षेत्र में 1292 लोगों को क्वारंेटाईन संेटर में ठहराया जा चुका है और निर्धारित सात दिवस पूर्ण होने पर 370 लोग अपने-अपने घर लौट चुके है। वर्तमान में 922 लोग क्वारेंटाईन संेटर पर रूके हुए है। इसी तरह शहरी क्षेत्र में 55 लोगों को क्वारेंटाईन सेंटर पर ठहराया गया था तथा सात दिवस पूर्ण होने पर 46 लोग अपने निवास स्थल जा चुके है।
इसके अलावा जिले में छत्तीसगढ़ से बाहर जाने के लिए 2659 व्यक्तियों ने आवेदन किया था। जिसमें से 1064 लोगों को अनुमति प्रदान की गई है। जिले के सभी विकासखण्डों के ग्रामीण अंचलों में जरूरतमंद लोगों को सूखा राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। अब तक 5432 फूड पैकेट का वितरण किया जा चुका है। इनमें महासमुन्द विकासखण्ड में 312, बागबाहरा में 604, पिथौरा में 482, बसना में 544 एवं सरायपाली विकासखण्ड में 3490 फूड पैकेट का वितरण किया गया है। इसी तरह जिले के शहरी क्षेत्र में जरूरतमंद लोगों को सूखा राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। अब तक 3525 फूड पैकेट का वितरण किया जा चुका है। इनमें महासमुन्द विकासखण्ड में 2410, बागबाहरा में 280, पिथौरा में 370, बसना में 280 एवं सरायपाली विकासखण्ड में 185 फूड पैकेट का वितरण किया गया है। इसी प्रकार जिले के सभी विकासखण्ड के दान-दाताआंे के द्वारा कोविड-19 के इस महामारी से निपटने एवं मरीजों के बेहतर उपचार के लिए आगे आकर आॅक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन, आॅक्सीजन सिलेण्डर एवं जेम्बो सिलेण्डर दान कर रहें है। इनमें अब तक 27 आॅक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन एवं 55 आॅक्सीजन सिलेण्डर संबंधित क्षेत्रों के शासकीय चिकित्सालयों को उपलब्ध कराई गई है।
उन्होंने बताया कि जिले के अंतर्राज्यीय सीमावर्ती क्षेत्रों से आए 3358 व्यक्तिों में से 2040 संदेहास्पद व्यक्तियों का कोविड-19 का टेस्ट किया गया। उनमें से 24 व्यक्ति पाॅजिटीव पाए गए है। उनके समुचित उपचार के लिए उन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। इसी तरह रेल्वे स्टेशन में बाहर से आ रहें लोगों का भी कोविड-19 का परीक्षण किया जा रहा है। अब तक महासमुन्द, बागबाहरा, कोमाखान एवं भीमखोज के रेलवे स्टेशन पर 483 व्यक्ति बाहर से आए थे। इनमें 46 व्यक्तियों ने 72 घंटे की निगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत किया तथा 215 संदेहास्पद लोगों की कोविड-19 की जाॅच की गई। जिसमें से 19 पाॅजिटीव मिलें। जिले के शहरी एवं बड़े ग्रामीण क्षेत्रों पर भी माॅस्क नहीं पहननें वालों पर कार्यवाही करते हुए समझाईश दी जा रही है। अब तक कुल 8446 लोगों पर कार्यवाही की गई है। इनमें शहरी क्षेत्र में 7032 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 1414 व्यक्ति शामिल है। इसके अलावा सभी विकासखण्डों के ग्रामीण क्षेत्रों में 560 जन जागरूकता दल का गठन किया गया है तथा जिसके माध्यम से सामाजिक दूरी का पालन करते हुए कोविड-19 के संक्रमण के बचाव के उपाय एवं रोकथाम के बारें में अभियान चलाया जा रहा है। इसी तरह जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 6118 एवं शहरी क्षेत्रों में 635 दीवार लेखन का कार्य किया गया है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में कोविड-19 के प्रारम्भिक संक्रमण, लक्षण से बचाव के उपाय के लिए 2225 मितानिनों की दवा पेटी में आवश्यतानुरूप 6151 दवा पैकेट उपलब्ध कराई गई है। कोविड-19 के जाॅच के लिए थर्मल स्कैनर एवं आॅक्सीमीटर भी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में उपलब्ध कराए गए है। इनमें ग्रामीण क्षेत्र में थर्मल स्कैनर 388 एवं आॅक्सीमीटर 402 उपलब्ध कराए गए है। इसी तरह शहरी क्षेत्रों में थर्मल स्कैनर 105 एवं आॅक्सीमीटर 105 उपलब्ध कराए गए है।