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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पहले पॉच नगरीय क्षेत्रों में हो चुका शत्-प्रतिशत् टीकाकरण
अब तक 63 ग्राम पंचायत और 281 गॉव में हो चुका है शत्-प्रतिशत् टीकाकरण
जिले में अब तक पॉच लाख 38 हजार 500 से ज्यादा लोगों को किया जा चुका वैक्सीनेट
महासमुंद : आज की तारीख महासमुंद के लिए यादगार बन गई है। आज महासमुंद नगरीय क्षेत्र भी सौ फीसदी टीकाकरण की श्रेणी में आ चुका है। यानि महासमुंद शहर में भी शत्-प्रतिशत् टीकाकरण हो गया है। इससे पहले जिले के पांच नगरीय क्षेत्र सरायपाली, पिथौरा, बसना, तुमगॉव और बागबाहरा में सभी पात्र लोगों को कोविड का टीका का शत्-प्रतिशत् लक्ष्य पूरा हो गया था। सिर्फ महासमुंद नगरीय क्षेत्र ही बचा था। प्रशासन द्वारा बेहतर कार्ययोजना बनाकर महासमुंद नगर को भी शत्-प्रतिशत टीकाकरण की श्रेणी में ले आएं। अब जिले के सभी नगरीय क्षेत्र में शत्-प्रतिशत् टीकाकरण हो चुका है। इसके साथ ही गांवों में और 63 ग्राम पंचायतों में भी शत्-प्रतिशत् टीकाकरण हुआ है।
महासमुंद जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सभी पात्र उम्र के 5,38,590 लोगों को अब तक टीकाकरण किया जा चुका है। इनमें महासमुन्द ग्रामीण में 80,038 व्यक्तियों महासमुंद नगरीय में 45,775 लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। बागबाहरा ग्रामीण में 90,943, बागबाहरा शहर में 15,669, पिथौरा ग्रामीण क्षेत्र में 75,757, पिथौरा शहरी क्षेत्र में 9,600, बसना ग्रामीण क्षेत्र में 86,345, बसना शहरी क्षेत्र में 9,496 पात्र लोगों का टीकाकरण किया गया है। इसी प्रकार सरायपाली ग्रामीण में 1,03436 और सरायपाली शहरी क्षेत्र में 15,696 लोगों को कोरोना की डोज दी गयी है। वहीं तुमगॉव शहरी क्षेत्र में 5,835 लोगों को कोविड का टीका लगाया गया है।
कलेक्टर ने कहा कि यह सब टीम भावना का ही असर है, जिसमें हमें कामयाबी मिली। उन्होंने कहा कि अब काफी दिनों से एक्का-दुक्का कोरोना पॉजिटिव आ रहें हैं। तो वहीं कुछ दिनों से यह संख्या घटकर जीरो तक पहुंच गई है। जिले में संदिग्ध लोगों को रंेडमली कोरोना टेस्टिंग की जा रही है। वहीं सीमावर्ती इलाकों में भी आने-जाने वालों पर भी नजर रखी जा रही है और वहां पर भी कोरोना की टेस्टिंग जारी है। श्री सिंह ने कहा कि पहले नगरों को ही शत्-प्रतिशत् टीकाकरण की श्रेणी में रखकर काम किया उसके बाद बड़े गांव और देहातों में भी विभिन्न प्रचार माध्यमों, स्वास्थ्य कर्मियों, ऑगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, अधिकारी-कर्मचारियों, पंच-सरपंचों आदि के जरिए डोर-टू-डोर जाकर लोगों को जागरूक किया गया। जिसका परिणाम अब सकारात्मक दिखने लगा है। अभी भी मेहनत की जरूरत है।उन्होंने कहा कि जिस गांवों में या घरों में घर के लोगों को एक भी कोरोना टीका नहीं लगा है, उनको चिन्हांकित कर टीका लगाने के लिए प्रेरित किया जाना है। क्यों कि अब स्कूल खुल गए है और बच्चें भी स्कूल पढ़ने के बाद घर जाते है ऐसे स्थिति में घर के सदस्यों को एक भी टीका नहीं लगा है तो वह संक्रमित हो सकते है। इसे रोकने के लिए ऐसे लोगों को चिन्हांकित कर कोरोना की पहली डोज लगाने पर जोर दिया जाए। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने स्वास्थ्य अमले सहित नगर पालिका कर्मचारियों, पार्षदों जनप्रतिनिधियों और जनता को भी इसके लिए बहुत-बहुत बधाई दी और आभार व्यक्त की है।
अब तक जिले के 63 ग्राम पंचायतों और 281 गांवों में भी शत्-प्रतिशत् टीकाकरण हो चुका है। इनमें सर्वाधिक सरायपाली के 132 गांव और 34 ग्राम पंचायतें शामिल है। दूसरे नम्बर पर बसना के 59 गॉवों एवं 10 ग्राम पंचायतों में भी सौ फीसदी टीकाकरण हो गया है। वहीं पिथौरा विकासखण्ड के 12 ग्राम पंचायत और 30 गॉवों के पात्र लोगों को वैक्सीनेट किया गया। इसी प्रकार बागबाहरा के 4 ग्राम पंचायत सहित 41 गाँव पूर्ण टीकाकृत हो चुका है। इसी प्रकार महासमुन्द के 3 ग्राम पंचायत और 19 गांव के पात्र लोगों को कोविड का टीका लगा। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाबाल पोषण, शिक्षा तथा टीकाकरण में ऑगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका : कलेक्टर श्री सिंहमहासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीआ)े, सेक्टर सुपरवाईजर एवं ऑगनबाड़ी कार्यकताओं की वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सुपोषण योजना कोरोना काल के चलते बच्चों के स्वास्थ्य सुरक्षा कारणों से ऑगनबाड़ी केन्द्र बंद थे। इस कारण उक्त अवधि में गरम भोजन नहीं दिया जा रहा था। किंतु अब कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ी है। पूरी सावधानी के साथ जिले में 10 अगस्त से ऑगनबाड़ी केन्द्रों में पुनः गरम भोजन देना शुरू किया गया है। ऑगनबाड़ी कार्यकर्ताए दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता और साफ-सफाई का ध्यान रखें। उन्होंने ऑगनबाड़ी केन्द्रों को निर्धारित समय पर खोलने और माह के प्रत्येक दूसरे और तीसरे शनिवार को ऑगनबाड़ी केन्द्र एवं परिसर की साफ-सफाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जिले के सरकारी कार्यालय भी उक्त दिनों में साफ-सफाई एवं अभिलेखों को व्यवस्थित आदि का काम करते है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि ऑगनबाड़ी कार्यकर्ताएं, सहायिकाएं विशेष रूप से निर्धन और निम्न आय वर्ग के परिवारों के बच्चों के स्वास्थ्य और विकास के लिए अपने दायित्व का ईमानदारी से निर्वहन कर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
शिशुओं के प्रसव पूर्ण और प्रसवोत्तर स्वास्थ्य, बाल पोषण, विद्यालय शिक्षा तथा बच्चों के टीकाकरण में ऑगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है। उन्होंने विकासखण्डवार आ रही समस्या और सुझाव के बारें में जानकारी ली। कुछ ऑगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने केन्द्र में वजन मशीन न होना, ईंधन की महंगाई और सिंगल सिलेंडर आदि के बारें में बताया। कलेक्टर ने इसका समुचित निराकरण करने का भरोसा दिया। कलेक्टर ने व्यय की जानकारी सोशल ऑडिट के साथ भेजने कहा ताकि समय पर भुगतान में कोई परेशानी न आए। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता अपने इलाके के लोगों को आयुष्मान कार्ड के लिए पंजीयन कराने प्रेरित करें और इस योजना के लाभ के बारें में भी बताएं।
उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को 302 ऑगनबाड़ी केन्द्रों में डबल गैस सिलेंडर प्रदाय किए गए। गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने प्रतीकात्मक स्वरूप 10 ऑगनबाड़ी केन्द्रों को वितरित किए थे। उन्होंने संबंधित सीडीपीओ से कहा कि विधायक जनप्रतिनिधियों से समय लेकर संबंधित ऑगनबाड़ी केन्द्रों को सौंपे। कोविड गाईड लाईन का पालन करते हुए वितरित करें। ताकि ऑगनबाड़ी कार्यकताओं को भोजन बनाने में आसानी हो और बच्चों को भी समय पर बिना दिक्कत के शासन के मंशानुरूप गरम भोजन मिले। कार्यक्रम में टीकाकरण शिविर एवं जागृति शिविर भी लगाया जाए। कोविड गाईड लाईन एवं सोशल डिस्टंेसिंग का भी पालन करें।
बैठक में कलेक्टर ने बच्चों से जुड़े सभी जरूरी कार्याें को पूरी जिम्मेदारी और गम्भीरता से करने की बात कही। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री समीर पांडे और महासमुन्द के सुपरवाईजर, ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई बैठक में मौजूद थे। विकासखण्डों से सीडीपीओ, सुपरवाईजर, और ऑगनबाडी़ कार्यकर्ता वीडियों कांफ्रेंस के माध्यम से जुडे़। कलेक्टर ने जिले के सभी ऑगनबाड़ी केन्द्रों के परिसर में जहां खाली जमीन है वहां फलदार पौधें लगाने खासकर मुनगा के पौधें लगाने पर जोर दिया। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
योजना में अब तक 35 हजार 500 से ज्यादा मरीजों ने कराया अपना ईलाज
प्रशासन ने की लोगों से पंजीयन कराने की अपील
अंतिम तिथि 31 अगस्त
महासमुन्द : महासमुन्द जिले में ‘‘आपके द्वार आयुष्मान‘‘ अभियान का आयोजन 01 मार्च 2021 से 30 अप्रैल 2021 तक किया गया था। राज्य २ाासन के निर्देशानुसार यह अभियान अब पुनः लोक सुविधा केन्द्र (च्वॉइस सेंटरों) में पात्र हितग्राहियों के पंजीयन की तिथि में बढ़ोतरी की गयी है। अब हितग्राहियों का पंजीयन च्वॉइस सेंटरों में 31 अगस्त 2021 तक किया जा रहा है। इस अभियान के तहत् प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत पात्र परिवारों का लोक सुविधा केन्द्रों में निः शुल्क पंजीयन किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में इस योजना के तहत् जिले के कुल 12,65,124 हितग्राहियों में से अब तक 6,11,553 हितग्राहियों ने अपना पंजीयन कराया हैै। माह मार्च और अप्रैल में किए गए पंजीयन में प्राप्त 1,93,923 आयुष्मान कार्ड का वितरण २ाुरू हो गया है। इस योजना २ाुभारम्भ से अब तक जिले के पंजीकृत सरकारी/गैर सरकारी चिकित्सालयों में 35,588 विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त लोगों ने अपना ईलाज करवाया।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने लोगों से अपील की है कि इस योजना में अपना पंजीयन कराकर लाभ उठाएं। जिले के जनप्रतिनिधि, समाजसेवी लोगों ने भी जिले की जनता से अपील की है कि वे 31 अगस्त से पहले लोक सेवा केन्द्रों में जाकर आयुष्मान कार्ड के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा लें। इस योजना में अन्त्योदय एवं प्राथमिकता राशन कार्डधारी परिवारों को रू. 5 लाख तक एवं शेष ए.पी.एल. परिवारों को रू. 50 हजार तक की स्वास्थ्य सहायता प्रदान किए जाने का प्रावधान है। कलेक्टर ने कहा कि इस योजना के तहत् ईलाज कराए जाने पर यदि कोई सरकारी या गैर सरकारी अस्पताल अतिरिक्त राशि मांग करता है तो इसकी सूचना सहायता केन्द्र के टोल फ्री नम्बर 104 या मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में दे सकते है।
जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि पूर्व में जिस लोक सेवा केन्द्र में अपना पंजीयन कराया है, वहीं से पुनः बायोमेट्रिक ऑथेंटीकेशन उपरांत प्लास्टिक आयुष्मान कार्ड प्राप्त कर सकेगें। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनांतर्गत समाजिक, आर्थिक एवं जातीय जनगणना 2011 की चयनित श्रेणियों में सूचीबध्द परिवारों को प्रति वर्ष 05 लाख रूपए तक की स्वास्थ्य सहायता प्रदान की जाने का प्रावधान है। साथ ही राज्य शासन द्वारा संचालित डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का संचालन राज्य के खाद्य विभाग द्वारा जारी राशनकार्ड के आधार पर किया जा रहा है। -
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महासमुंद : वाणिज्य एवं उद्योग, आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने जिले के महासमुन्द विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम धनसुली निवासी श्री रेखराज पटेल एवं ग्राम बिरकोनी निवासी श्री चंदन चंद्राकर, ग्राम झालखम्हरिया निवासी श्री झलेन्द्र कुमार साहू, पुराना रावण भाठा वार्ड 16 निवासी श्री शुभम चंद्राकर एवं मिशन कम्पाउंड के पीछे वार्ड नम्बर 01 निवासी श्रीमती सावित्री साहू के लिए स्वेच्छानुदान राशि जारी किए है।
इसके अलावा पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम टेका निवासी श्री त्रिभुवन साहू, बसना विकासखण्ड के ग्राम टेमरी निवासी बसंती साय और सरायपाली विकासखण्ड के ग्राम किसड़ी निवासी सविता फलेत के लिए के लिए स्वेच्छानुदान राशि जारी किए है। इन संबंधित हितग्राहियों को राशि प्राप्त करने के लिए मतदाता फोटो परिचय पत्र, बैंक पासबुक, आधार कार्ड, स्वयं की दो फोटो एवं अन्य दस्तावेज संस्था का पंजीयन प्रमाण पत्र एवं साक्ष्य के साथ तहसील कार्यालय में प्रस्तुत करना होगा ताकि स्वीकृत राशि का भुगतान आर. टी. जी. एस. के माध्यम से किया जा सकेेें। -
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नेशनल लोक अदालत में चिन्हित मामलों की होगी सुनवाई
महासमुन्द : छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस श्री प्रशांत कुमार मिश्रा ने नेशलनल लोक अदालत के संबंध में वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक ली। वर्चुअल बैठक में महासमुन्द जिला सत्र न्यायाधीश श्री भीष्म प्रसाद पांडे, कलेक्टर श्री डोमन सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल सहित संबंधित उच्च अधिकारी उपस्थित थे। मुख्य न्यायाधीश द्वारा नेशनल लोक अदालत को सफल बनाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए तथा जनहित के विभिन्न न्यायालयीन प्रकरणों का निराकरण 11 सितम्बर 2021 को लोक अदालत में करने के निर्देश दिए। जिसमें जल कर, नगरपालिका से संबंधित प्रकरण, जमीन संबंधी विवाद, राजस्व से संबंधित प्रकरण, आपदा संबंधी प्रकरण, किराया संबंधी, श्रम से संबंधित मामलें, मोटरयान, ट्रैफिक चालान आदि मामलों को चिन्हित किया गया है। इन मामलों की नेशनल लोक अदालत में सुनवाई की जाएगी। -
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महासमुन्द : टॉप कैरियर सर्विस रायपुर द्वारा जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र-महासमुन्द में छत्तीसगढ़ राज्य के शिक्षित स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 31 अगस्त 2021 को रोजगार कार्यालय परिसर महासमुन्द में प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। यह कैम्प प्रातः 11.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक आयोजित किया जाएगा।
जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि टॉप कैरियर सर्विस रायपुऱ द्वारा सिक्योरिटी गार्ड, डिलीवरी बॉय, सेल्स एवं अकाउंटेंट के पद पर भर्ती की जाएगी। इच्छुक अभ्यर्थी अधिक जानकारी के लिए जिला रोजगार एवं स्व-रोजगार मार्गदर्शन केन्द महासमुन्द में सम्पर्क कर सकते है। -
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हितग्राहियों से गरम भोजन गुणवत्ता की जानकारी ली
महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज जिला मुख्यालय महासमुन्द के समीप ग्राम पंचायत बेमचा के मॉडल ऑगनबाड़ी केन्द्र और शहर केे नगरपालिका वार्ड 26 में स्थित ऑगनबाड़ी केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने ऑगनबाड़ी केन्द्रों में शासन द्वारा संचालित योजनाओं और पात्र हितग्राहियों से शुरू किए गए गरम भोजन गुणवत्ता की जानकारी ली। यहां उन्होंने बच्चों की उपस्थिति, बच्चों को मिलने वाला नास्ता, मध्याह्न भोजन, बच्चों का वजन, ऊॅचाई, कुपोषित बच्चों की स्थिति की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने गर्भवती महिला एवं शिशुवती को प्रदाय किए जाने वाले रेडी-टू-ईट और भोजन के गुणवत्ता के बारें में ऑगनबाड़ी कार्यकताओं और सहायिकाओं से बातचीत की।
कलेक्टर श्री सिंह ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् 15 वर्ष से 49 वर्ष तक की एनीमिक पीड़ित बालिकाओं और महिलाओं को दिए जाने वाले भोजन के बारें में मौके पर उपस्थित कार्यकर्ताओं से पूछताछ की। इस दौरान उन्होंने उपस्थित हितग्राहियों से बातचीत कर उनका हालचाल जाना। हितग्राहियों ने बताया कि उन्हें सप्ताह में तीन दिन गरम भोजन दिया जाता है। मंगलवार और शुक्रवार को स्वास्थ्य जॉच उपरांत ईलाज किया जाता है। एनीमिक महिलाओं को नियमित रूप से उपचार कराने पर उनके ब्लड में सुधार हो रहा है।
उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास को जिले की सभी ऑगनबाड़ी केन्द्रों में नियमित रूप से साफ-सफाई करने तथा प्रत्येक सप्ताह के शनिवार को ऑगनबाड़ी परिसर के साफ-सफाई कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिले की आदर्श ऑगनबाड़ी केन्द्रों में संसाधन उपलब्ध कराने के लिए डीएमएफ मद से राशि स्वीकृत की गई है। जिससे रंगाई-पोताई, पेंटिंग, टाईल्स, किचन में प्लेटफॉर्म, रनिंग वाटर, टॉयलेट सहित अन्य प्रकार की व्यवस्थाएॅ की जा सके। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री समीर पांडे, सीडीपीओ श्री विजय सरल, सहित संबंधित ऑगनबाड़ी के सुपरवाईजर, कार्यकर्ता एवं सहायिका उपस्थित थे। -
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महासमुन्द : जिले में लगातार अवर्षा की स्थिति में खरीफ फसल की सिंचाई हेतु कोडार जलाशय परियोजना एवं लघु जलाशयों से पिछले 13 तारीख से पानी छोड़ जा रहा है। कार्यपालन अभियंता जल संसाधन श्री जे.के. चन्द्राकर ने बताया कि जिले के सबसे बड़े कोडार जलाशय छोड़े गए पानी से 21 ग्रामों की 7000 हेक्टेयर में प्रथम सिंचाई पूर्णतः की ओर है। उन्होंने बताया कि 33 ग्रामों की 9000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई जारी है। जिले के 20 एनीकटों में से 5 एनीकटों में उपलब्ध जल भराव से कृषकों द्वारा स्वयं के साधन से अपने खेतों को सिंचित किया जा रहा है।
जिले में चालू मानसून के दौरान लगातार अवर्षा की स्थिति बनी हुई है। इसके कारण जिले के अधिकांश नालों में पानी शेष नहीं है। जिससे व्यपवर्तन एनीकट में जल भराव खत्म हो गया है। जिले के शेष 53 लघु जलाशयों मंे 5 से 20 प्रतिशत तक ही जल भराव हुआ है। जल संसाधन अधिकारी ने बताया कि वर्तमान स्थिति में सिंचाई हेतु पानी देना सम्भव नहीं हो पा रहा। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव द्वारा 19 अगस्त को वीडियों कांफ्रेंस के जरिए सिंचाई हेतु बॉधों, जलाशयोें में जल प्रदाय की समीक्षा की गई थी। उन्होंने बॉधों में 16 प्रतिशत जल भराव अथवा उससे कम स्थिति में सिंचाई हेतु जल प्रदाय नहीं किए जाने के निर्देश दिए गए थे।
जल संसाधन अधिकारी श्री चंद्राकर ने जानकारी देते हुए बताया कि कोडार जलाशय में 24 अगस्त की स्थिति में मात्र 23 प्रतिशत जल भराव ही शेष है। ऐसे स्थिति इस जलाशय से आगामी 6 दिवस तक ही खरीफ सिंचाई हेतु पानी दिया जाना सम्भव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार की स्थिति जिले के लघु जलाशयों की भी बनी हुई है। उन्होंने जिले के किसानों से पुनः अपील की है कि सिंचाई हेतु नहरों से छोड़े जा रहें पानी का विभागीय जल प्रबंधन में समन्वय करते हुए इसका सदुपयोग करें। खेतों की सिंचाई हो जाने के उपरांत कुलाबों को बंद करें एवं किसी भी स्थिति में पानी का अपव्यय न हो तथा खेतों से छलककर पानी नालों में ना जावें इसका विशेष ध्यान रखा जावे। -
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शासन की मंशानुरूप कार्य करने के दिए निर्देश
महासमुंद : जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पंकज शर्मा ने मंगलवार को शाखा प्रबंधकों एवं पर्यवेक्षकों की संयुक्त बैठक ली। बैठक से पहले उन्होंने बैंक आयी महिलाओं से बातचीत की। महिलाओं ने बताया कि वे सुबह से आयी है और दोपहर के ढाई बज गए और अभी तक हमें निकालें जानी वाली राशि का भुगतान नही हुआ। महिला बैंक खातेदारों ने बताया कि उन्होंने एटीएम कार्ड के लिए आवेदन दिया है पर कार्ड भी नहीं बना है। यह रोज़ का सिलसिला है। कामकाज छोड़ कर पूरा दिन बैंक से ज़रूरी कामकाज के लिए पैसा निकालने में पूरा दिन निकल जाता है। जानकारी मिलने पर अध्यक्ष श्री शर्मा नाराज़गी व्यक्त की। शाखा प्रबंधक को बैंक के कामकाज में सुधार करने के निर्देश दिए और समय पर भुगतान करने कहा। श्री शर्मा ने माँग अनुसार एटीएम कार्ड प्रदाय करने की कार्रवाई कर सौंपने कहा।
उन्होंने शासन की मंशानुरूप कार्य करने के साथ ही ऑनलाइन सुविधाओं का उपयोग के अलावा पारदर्शिता व तत्परता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। इस दौरान ऋण वितरण के लक्ष्य व पूर्ति की जानकारी लेने के साथ ही खाद, बीज भंडारण, वितरण, आपूर्ति के संबंध में जानकारी ली। समितियों के माध्यम से किसानों को ऋण वितरण करने बैंक अमानत में वृद्धि करने एवं प्रत्येक शाखा में एक शिकायत पेटी लगाने के लिए शाखा प्रबंधकों को निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने प्रत्येक शाखा में शत-प्रतिशत खाताधारको को एटीएम कार्ड वितरण करने बैंक मे एक सूचना पटल रखने जिसमें बैंक के समस्त कार्यों को की जाने वाली समयावधि दर्ज हो हेतु भी निर्देशित किया।
इस अवसर पर विधायक श्री विनोद चंद्राकर ने भी बैंक शाखा प्रबंधक एवं पर्यवेक्षकों को संबोधित किया और ज़रूरी सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं में किसान एवं अन्य हितग्राहियों के खाते में सीधे राशि जा रही है। जिसके कारण बैंक की लाभप्रदता में भी कुछ फर्क पड़ा है। बैंक का काम भी हल्का हुआ है। फिर भी बैंक खातेदरों की सुविधाओं और उन्हें कोई दिक़्क़त न हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए।बैंक के सीईओ श्री एस.के. जोशी ने बैंक के कार्यों की विस्तृत जानकारी देते हुये कहा कि शाखा प्रबंधक, पर्यवेक्षक अपना दायित्व समझे बैंक के कार्यों में सुधार करते हुये किसानों को बैंकिंग सुविधा उपलब्ध करावे। अंत में नोडल अधिकारी श्री डी.एल. नायक ने आभार प्रदर्शन किया एवं दिये गये आदेश निर्देश का अक्षरशः पालन करने हेतु आश्वस्त किया। इस मौके पर बैंक लेखापाल श्री चंद्रकांत चंद्राकर, बैंक सहायक प्रबंधक श्री एस.पी. चंद्राकर, बैंक के अमानत विकास अधिकारी श्री एस.आर. हरदेल, जिले के समस्त शाखा प्रबंधक एवं पर्यवेक्षक, जनप्रतिनिधि एवं संगठन पदाधिकारी श्रीमती रश्मि चंद्राकर उपस्थित थी। -
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25, 26 एवं 27 अगस्त को फोन करके करा सकते हैं रिकॉर्डिंग
महासमुन्द : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लोकवाणी में ‘‘जिला स्तर पर विशेष रणनीति से विकास की नई राह’’ विषय पर बातचीत करेंगे। इस संबंध में आकाशवाणी रायपुर के दूरभाष नंबर 0771-2430501, 2430502, 2430503 पर 25, 26 एवं 27 अगस्त को अपराह्न 3 से 4 बजे के बीच आम नागरिक फोन करके अपने सवाल रिकॉर्ड करा सकते हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 21वीं कड़ी का प्रसारण रविवार 12 सितम्बर 2021 को होगा। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केंद्रों, एफएम रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से सुबह 10.30 से 11ः00 बजे तक होगा। -
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कलेक्टर ने बतायी राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना क्रियान्वयन की बारीकियॉ
पात्र हितग्राही योजना के लाभ से वंचित न हो: कलेक्टर श्री सिंह
महासमुन्द : राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के क्रियान्वयन हेतु गठित अनुश्रवण समिति की बैठक कलेक्टर की अध्यक्षता में आज यहां कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित हुई। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में ‘‘राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना’’ वित्तीय वर्ष 2021-2022 प्रारम्भ किया जा रहा है। उन्होंने इस योजना का मुख्य उद्देश्य बतातें हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों की पहचान करना तथा भूमिहीन कृषि परिवारों को वार्षिक आधार पर आर्थिक अनुदान उपलब्ध कराना है। इससे भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों के शुद्ध आय में वृद्धि करना है। यह योजना राजस्व की देखरेख में क्रियान्वयन होगी। उन्होंने इस योजना के क्रियान्वयन की बारीकियॉ बतायी।
उन्होंने जिला अनुश्रवण समिति के दायित्व को बताते हुए कहा योजना के दिशा-निर्देशानुसार पात्र परिवारों का चिन्हांकन ग्राम पंचायत, ग्राम सभा से सत्यापन एवं विभिन्न गतिविधियों को समय-सीमा में संपादित करना है। इसके अलावा योजना क्रियान्वयन की समीक्षा एवं निगरानी का दायित्व भी है। योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ ही ग्राम सभाओं का आयोजन कराना है। पात्र हितग्राहियों को अनुदान सहायता राशि का भुगतान सुनिश्चित करना भी शामिल है। उन्होंने कहा कि समिति का यह भी दायित्व है कि योजना क्रियान्वयन में आने वाली बाधाओं को दूर करना तथा ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूरों से प्राप्त शिकायतों का निराकरण सुनिश्चित करना भी है।
उन्होंने पुनः दोहराया कि संबंधित अधिकारी विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को ढंग से पढ़ लें तद्ानुसार कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि दिशा-निर्देशों के तहत् योजनांतर्गत हितग्राही परिवारों के पंजीयन का काम आगामी 1 सितम्बर 2021 से 30 नवम्बर 2021 तक किया जाएगा। बैठक में समिति सदस्य मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री आकाश छिकारा, उप संचालक कृषि श्री एस.आर. डोंगरे, जिला सूचना अधिकारी (एनआईसी) श्री देवेन्द्र कुमार, श्रम अधिकारी श्री डी.के. राजपूत, लीड बैंक मैनेजर श्री अनुराग श्रीवास्तव और नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर डॉ. नेहा कपूर उपस्थित थी। समिति की यह बैठक समय-सीमा बैठक के बाद हुई।
कलेक्टर ने जिले के सभी तहसीलदार एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं पटवारियों को अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार खासकर ग्रामीण इलाकों में विभिन्न माध्यम के जरिए करने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद सीईओ को भी पात्र हितग्राहियों के लिए हेल्प लाईन नम्बर जारी करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर योजना के क्रियान्वयन एवं मॉनिटरिंग हेतु नोडल अधिकारी की नियुक्ति भी की गई है। आवेदन निर्धारित प्रारूप में संबंधित ग्राम सचिव के पास जमा करा सकते है। आवेदन में आधार नम्बर एवं बैंक खाता, मोबाईल नम्बर आदि की जानकारी भी भरकर देनी होगी। उन्होंने कहा कि आवेदक से प्राप्त आवेदन योजना हेतु बनाए पोर्टल तहहइाउदलण्बहण्दपबण्पद में पंजीयन अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी पात्र हितग्राही इस योजना के लाभ से वंचित नहीं होना चाहिए इसका ध्यान रखा जाए। श्री सिंह ने कहा कि सीईओ जनपद पंचायत द्वारा ग्राम पंचायतवार प्राप्त सभी आवेदनों का पंजीयन कर अनंतिम सूची बनाई जाएगी। जिसकी भू-भर्ता के संबंध मंें परीक्षण राजस्व अधिकारी द्वारा किया जावेगा। इस प्रकार तैयार की गई सूची को ग्राम सभा के समक्ष अनुमोदन के लिए रखा जाए। सूची अनुमोदन पश्चात् निर्धारित अवधि में जिले हेतु अंतिम पात्रता सूची जिला कार्यालय में तैयार की जाएगी। -
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फ्लैगशिप स्कीम एवं जलाशयों में जल भराव की स्थिति और खरीफ फसल सिंचाई की समीक्षा की
मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक जिले के 99 साप्ताहिक हाट बाजारों में लगायी जायेंगी
जरूरतमंदों को निःशुल्क चिकित्सकीय स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होगी : कलेक्टर श्री सिंह
महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज समय-सीमा की बैठक में राज्य शासन की फ्लैगशिप योजनाओं नरवा-गरवा-घुरूवा-बाड़ी, मुख्यमंत्री सुपोषण योजना, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना, वनाधिकार पट्टा, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, राजस्व प्रकरणों के निराकरण, जिले के जलाशयों में जल भराव की स्थिति और खरीफ फसल हेतु छोड़े जाने वाले सिंचाई पानी के साथ ही राम वन गमन पथ की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना के तहत् जिले में 99 हाट बाजारों को चिन्हांकित किया गया है। ताकि व्यक्तियों के स्वास्थ्य जॉच और मरीजों को हाट बाजार स्थल पर ही निःशुल्क चिकित्सकीय स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सकें। उन्होंने कहा कि हाट बाजार क्लिनिक में नामांकित चिकित्सा दल आवश्यक दवाईयॉ, उपचार उपकरण व आवश्यक लैब जॉच किट के साथ उपस्थित रहें। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही क्लिनिक स्थल पर बैठने की सभी जरूरी व्यवस्था और पेयजल की भी व्यवस्था हो यह सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने कहा कि जिले के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) एवं अन्य अधिकारी अपने भ्रमण के दौरान हाट बाजार में लगने वाले शिविरों का भी अवलोकरन किया करें। उन्होंने कहा कि लम्बित प्रकरणों का गुण-दोष के आधार पर जल्द निराकरण करें। बैठक आज यहां कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में हुई। कलेक्टर ने राजीव गांधी ग्रामीण कृषि मजदूर न्याय योजना में की गई तैयारियों के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। यह योजना आगामी 1 सितम्बर से 30 नवम्बर 2021 तक है। इच्छुक हितग्राही इस योजना का आवेदन निर्धारित प्रारूप में ग्राम सचिव के पास जमा करा सकते है। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री आकाश छिकारा, संयुक्त कलेक्टर श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी एवं डिप्टी कलेक्टर सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि जिले के जलाशयों में जल भराव की स्थिति को देखते हुए खरीफ सिंचाई के लिए पानी छोड़ने की जानकारी ली। जल संसाधन के अधिकारियों ने बताया कि जिले के सबसे बड़े कोडार जलाशय से खरीफ फसल की सिंचाई हेतु 13 अगस्त से पानी छोड़ा गया है। उन्होंने जिले के गौठानों को स्वावलंबी-आदर्श गौठान के रूप में स्थापित करने की बात कही। कलेक्टर श्री सिंह ने गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, चारागाह के लिए व्यवस्था, स्व-सहायता समूह की आर्थिक गतिविधियॉ सहित अन्य मापदंड जो स्वावलंबी गौठान के लिए निर्धारित किए गए है, उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित करने कहा। कलेक्टर ने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट खाद विक्रय की राशि नियमित रूप से वर्मी कम्पोस्ट बनाने वाली महिला स्व-सहायता समूह को समय पर मिलें यह ध्यान रखा जाए।उन्होंने राजस्व न्यायालय में लम्बित पुराने प्रकरणों को प्राथमिकता के साथ निपटाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि शासन की सभी महत्वाकांक्षी योजनाओं की समीक्षा उच्च अधिकारियों द्वारा की जाती है। अतः फ्लैगशिप योजनाओं को शत्-प्रतिशत् लक्ष्य अनुसार सफलता के साथ क्रियान्वित करें। उन्होंने राम वन गमन पथ की किए जा रहें कार्यों को तय समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् ऑगनबाड़ियांे में गर्म भोजन की भी जानकारी ली। -
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आगामी 28 सितम्बर तक प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार बच्चों को दी जाएगी विटामिन ‘ए’ और आयरन फॉलिक एसिड सिरप की खुराक
महासमुंद : जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल महासमुन्द में आज मंगलवार को संसदीय सचिव एवं विधायक श्री विनोद चंद्राकर ने बच्चे को विटामिन ‘ए’ की दवा पिलाकर शिशु संरक्षण माह का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में ग्राम पंचायत खरोरा की सरपंच श्रीमती सुनीता देवदत्त चन्द्राकर ने भी इस शुभारम्भ अवसर पर बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक दी। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. मंडपे, टीकाकरण अधिकारी डॉ. अरविन्द गुप्ता, आरएमएनसीएचए सलाहकार डॉ. मुकुन्द राव घोड़ेसवार उपस्थित थे।
संसदीय सचिव श्री विनोद चंद्राकर ने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में आज यानि 24 अगस्त से आगामी 28 सितम्बर तक शिशु संरक्षण माह चलाया जा रहा है। इस दौरान महासमुन्द जिले में 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ‘ए’ व 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को आयरन फॉलिक एसिड सिरप की खुराक निःशुल्क दी जाएगी। शिशु और मातृ सुरक्षा के लिए वैसे तो हर वर्ष जन जागरूकता और स्वास्थ्य सेवा आदि के कार्यक्रम शासन-प्रशासन द्वारा किए जाते है। लेकिन विशेष तौर पर अभियान चलाकर कुपोषण रोकने, मातृ और शिशु दर रोकने, गर्भवती, शिशुवती और शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के उद्देश्य से शिशु संरक्षण माह का आयोजन किया जाता है। इस शिशु संरक्षण माह में प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को सत्र का आयोजन कर बच्चों को विटामिन ‘ए’ और आयरन फॉलिक एसिड सिरप की खुराक दी जाएगी। इसके साथ ही सभी पात्र बच्चें एवं गर्भवती महिलाओं का भी टीकाकरण और स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। जिले में लगभग 1,44,242 बच्चों को विटामिन ‘ए’ एवं आयरन फॉलिक एसिड सिरप की खुराक दी जाएगी। -
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यूपीएचसी नयापारा मंे कोवैक्सीन एवं कोविशील्ड की केवल प्रथम डोज लगेगी
महासमुंद : महासमुन्द विकासखण्ड के 19 सत्र स्थलों पर 45 उम्र से अधिक आयु एवं 18 से 44 वर्ष के पात्र हितग्राहियों को मंगलवार 24 अगस्त को कोवैक्सीन की केवल प्रथम डोज लगायी जाएगी। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने टीकाकरण केन्द्रों के नाम जारी कर दिए है।
टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नयापारा में आज 24 अगस्त को 45 से अधिक उम्र एवं 18 से 44 वर्ष के पात्र हितग्राहियों को कोवैक्सीन एवं कोविशील्ड की केवल प्रथम डोज लगायी जाएगी। टीकाकरण प्रातः 10ः30 बजे से शाम 6ः30 बजे तक होगा।
कोवैक्सीन की केवल प्रथम डोज महामसुन्द विकासखण्ड के अंतर्गत सत्र स्थल जिला अस्पताल महासमुन्द, तहसील कार्यालय के पीछे टाऊन हॉल, शासकीय कलाबाई स्कूल शंकर नगर, सबिना ऑगनबाड़ी केन्द्र वार्ड 5 संजय नगर महासमुन्द, टाऊन हॉल गार्डन के पास नयापारा, स्वास्थ्य सुविधा केन्द्र कुम्हार पारा, ऑगनबाड़ी केन्द्र मौंहारी भाठा, सेन समाज भवन ईमली भाठा, शासकीय प्राथमिक शाला दलदली रोड नयापारा, महामाया मंदिर के पास ऑगनबाड़ी केन्द्र, पब्लिक कोठी कुर्मीपारा, सार्वजनिक भवन गुरूघासीदास वार्ड 21 महासमुन्द, पानी टंकी के नीचे मंदिर नया रावण भाठा, रंगमंच पीटियाझर, हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी महासमुन्द, शंकराचार्य सांस्कृतिक भवन बागबाहरा रोड, रंगमंच पुराना मलेरिया ऑफिस, ऑगनबाड़ी केन्द्र सेनकपाट एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द तुमगॉव में टीकाकरण होगा। -
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महासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जिले के महासमुन्द विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम कौंदकेरा निवासी श्री महेन्द्र कुमार चन्द्राकर एवं ग्राम पंचायत बनसिवनी निवासी श्रीमती रेणु चन्द्राकर तथा बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम बोईरगांव निवासी श्री उमेश कुमार सिन्हा के लिए स्वेच्छानुदान राशि जारी किए है।
इसी प्रकार स्कूल शिक्षा तथा सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम हिच्छा निवासी श्रीमती ईश्वरी साहू के लिए स्वेच्छानुदान राशि जारी किए है। इन संबंधित हितग्राहियों को राशि प्राप्त करने के लिए मतदाता फोटो परिचय पत्र, बैंक पासबुक, आधार कार्ड, स्वयं की दो फोटो एवं अन्य दस्तावेज संस्था का पंजीयन प्रमाण पत्र एवं साक्ष्य के साथ तहसील कार्यालय में प्रस्तुत करना होगा ताकि स्वीकृत राशि का भुगतान आर. टी. जी. एस. के माध्यम से किया जा सकेेें। -
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महासमुंद : राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के तहत महासमुंद सहित विकासखण्ड बागबाहरा, बसना, सरायपाली और पिथौरा में हर हफ्ते लगने वाले हाट बाजार में स्वास्थ्य शिविर में जांच और इलाज की सुविधा मरीजों को त्वरित रूप से आधारभूत स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही है। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना में माह जनवरी से अगस्त 2021 के द्वितीय सप्ताह (पौने आठ माह) तक जिले की 15 हाट बाजारों में अब तक 216 हाट में 9572 मरीजों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं जरूरतमंद बीमारों का ईलाज कर निःशुल्क दवाईयॉ दी गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इस दौरान माह अप्रैल-मई में कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन एवं लोगों के स्वास्थ्य सुरक्षा कारणों से हाट बाजार भी बंद होने के कारण मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक पर भी असर पड़ा। लेकिन फिर भी शुरू हुए हाट बाजारों में अब तक 610 एनीमिया, 564 मलेरिया का चेकअप इसके साथ ही 460 लोगों का नियमित टीकाकरण किया गया। इसके अलावा मानसून के चलते 202 डायरिया पीड़ितों को लाभ पहुंचाया। उन्हांेने बताया कि इसके साथ अब तक 5329 अन्य लोगों की विभिन्न प्रकार की जॉच किए। 8807 पीड़ित मरीजों को बीमारी से संबंधित निःशुल्क दवाईयॉ दी गयी। इस दौरान 83 लोगांे ने एचआईवी की जॉच कराई। वहीं 384 व्यक्तियों की क्षय रोग की जॉच की गई।
इसी प्रकार 54 लोगों को लेप्रोसी, वहीं 2521 पुरूष-महिलाओं की ब्लड प्रेसर की जॉच की गई इसमें से 212 लोग हाई ब्लड प्रेसर से पीड़ित पाए गए। वहीं 2351 मधुमेह (डायबिटीज) से ग्रस्त थे। इसमें से 85 डायबिटीजों को जिला अस्पताल के लिए रिफर किया गया। 284 गर्भवती महिलाओं की भी जॉच की गई। इसके अलावा 445 लोगों की ऑखों की जॉच की गई।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने हाल ही में बागबाहरा विकासखंड के ग्राम चुरकी साप्ताहिक हाट बाजार में लगाए गए मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक शिविर पहुंचकर मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक का निरीक्षण किया था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक नाम, गरिमा के अनुरूप होनी चाहिए। ताकि उपचार या स्वास्थ्य परीक्षण कराने आने वाले मरीजों को अच्छा वातावरण मिलंे। स्वास्थ्य जाँच हेतु अलग व्यवस्था हो, मरीजों और उनके साथ आने वाले लोगों के लिए पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके अलावा मौसमी बीमारी की सभी जरूरी दवाईयाँ उपलब्ध होनी चाहिए। -
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रूखमणी बनाती खजूर पत्ते के विभिन्न आकार की झाड़ू और चटाई
अपनी आमदनी में करती 5000 से 6000 का ईजाफा
महासमुंद : पूरे छत्तीसगढ़ के साथ महासमुंद ज़िले में प्राकृतिक झाड़ूओं का अपना ही एक खास महत्व एवं स्थान है। यहां विशेष प्रकार की झाड़ूओं का चलन है, जिसमें सबसे अधिक लोकप्रिय घास, खजूर के पत्ते, आदि से बनने वाले झाड़ू आते हैं।
झाड़ू उन उत्पादों की श्रेणी में आता है, जिसकी मांग वर्ष भर लगभग एक जैसी ही बनी रहती है। वैसे तो सबसे अधिक मांग सिंक झाड़ू (हार्ड ब्रूम) एवं फूल झाड़ू (सॉफ्ट ब्रूम ) के नगरीय क्षेत्रों में किंतु आज भी ग्रामीण अंचल में और बड़े गांवों में खजूर पत्ते की झाड़ू की बहुत मांग है।
इन झाड़ूओं का निर्माण अधिकतर हाथों से ही होता है। हालांकि बदलते हुए समय के साथ बिजली से चालित उपकरण भी चलन में आ गए हैं, जो साफ-सफाई को अधिक सरल बना देते हैं। लेकिन झाड़ू सस्ता एवं सुलभ संसाधन है।
ज़िले की ग्रामीण महिलायें अपने रोज़मर्रा कामकाज एवं खेती किसानी के साथ प्राकृतिक सामग्री खजूर के पत्ते का विभिन्न आकर का झाड़ू बनाती है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के अंतर्गत ज़िले की इच्छुक महिलाओं को प्रशिक्षण भी दिया गया है।
महासमुन्द जिले के विकासखण्ड की ग्राम पंचायत ओंकारबंद की जय माँ खल्लारी स्व-सहायता समूह से जुड़ी श्रीमती रुखमणी पारधी, शिवबती छोटी सी खेती किसानी के साथ-साथ खजूर के पत्ते से झाड़ू, चटाई एवं अन्य घरेलू सामग्री बनाने का काम करती है।
वे कहती है कि इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी हो जाती है। श्रीमती पारधी आगे बताते हुए कहा कि जंगल, खेतों की मेड़ या अन्य जगह पर लगे खजूर के पेड़ से पत्ते लाती है। लाने में कठिनाई होती है। तोड़े गए पत्तों को सिर पर ढोकर लाना पड़ता है।
पत्ते तोड़ने के लिए हँसिया आदि का उपयोग करती है। बारिश में दूरस्थ अंचल के जंगल से पत्ते लाने में कई बाधाएं आती है। इसके अलावा पत्ते सूखने में भी समस्या आती है। इसलिए खजूर पत्ते इकट्ठे करने और सुखाने का काम माह मई के अंत तक कर लेते है। वैसे झाड़ू बनाने का काम कुछ दिन बारिश को छोड़ बारह महीने होता है।
श्रीमती पारधी बताती है कि ज़िले के ग्रामीण घरों की अभी भी कमरें, आँगन दलान आदि कच्ची होती है। जिस पर खजूर के झाड़ू से सफ़ाई करने में आसानी और अच्छी होती है। इस कारण ग्रामीण हाट-बाज़ार में यह आसानी से बिक जाते है। एक झाड़ू की क़ीमत 25 रुपए से 50 रुपए तक है।
लेकिन मेहनत को देखते हुए कम है। खेती किसानी के साथ-साथ 5000 से 6000 की कमाई आसानी से हो सकती है। बस आपके झाड़ू की क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए। झाड़ू को कई तरह से बनाया जा सकता है। आपको तय करना है कि आप किस तरह का झाड़ू बनाना चाहते हैं। वे सड़क के किनारें और हाट-बाजारों में झाड़ू की ढेरी लगाकर अपने झाड़ूओं को विक्रय करती है।
झाड़ू बनाने से लेकर उसे बांधने तक सारा काम खजूर के पत्ते से ही किया जाता है। झाड़ू बांधने के लिए पत्तों से ही बारीक सुतली के तरह की डोरी बनाई जाती है। जिसका झाड़ू बांधने में इस्तेमाल किया जाता है। इस काम को करने के लिए आपको बहुत अधिक जगह की जरूरत नहीं है।
आप इस काम को थोड़ी सी जगह से भी कर सकते हैं सबसे खास बात तो यही है कि इसके लिए विशेष तरह की जगह की भी जरूरत नहीं है और न ही कोई ख़ास पूँजी की ज़रूरत होती है। प्राकृतिक सामग्री जंगल, खेतों आदि से मिल जाती है। -
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- अब तक 19 हज़ार से अधिक की चालानी कार्रवाई
- महासमुंद में 6 मिठाई दुकानों पर 9 हजार का जुर्माना
महासमुंद : रक्षाबंधन त्यौहार आता देख ज़िले के सभी एसडीएम सतर्क हो गए। उन्होंने इसके लिए राजस्व अधिकारियों, नगर पालिका और खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों की एक टीम गठित कर इलाक़े के ज़्यादातर मिठाई,होटल और रेस्टोरेंट का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। साफ़-सफ़ाई नहीं पाए जाने या दूषित खाद्य-पदार्थ पाए जाने वाले प्रतिष्ठानो-दुकानदारों पर चालानी कार्रवाई के अलावा नमूने जाँच हेतु लिए जा रहे है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले के सभी एसडीएम और खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों को ऐसे प्रतिष्ठानों जहां मिलावटी मिठाईयाॅ एवं अन्य खाद्य पदार्थ बनाए जाते है। उनकी जाॅच एवं उन पर सतत निगरानी करने के निर्देश दिए। सावन लगते ही त्यौहारों का सीजन शुरू हो जाता है। ऐसे में महासमुन्द जिले के मिठाई की दुकानों में मिलावटी मिठाईयाॅ व अन्य खाद्य पदार्थ बिकने के खतरें ज़्यादा बढ़ जाते है। इसी पर अंकुश लगाने लोगों की सेहत को सर्वोपरि रखते हुए कलेक्टर ने जिले के सभी एसडीएम और खाद्य एवं औषधि अधिकारियों को ऐसे मिलावटी मिठाईयाॅ एवं अन्य खाद्य पदार्थ बनाए जाते है उनकी जाॅच एवं निगरानी करने के निर्देश दिए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी, खाद्य एवं औषधि प्रशासन महासमुन्द श्रीमती ज्योति भानु ने बताया कि गठित टीम द्वारा हाल ही में ज़िले के नगरीय क्षेत्र में स्थित 25 खाद्य पदार्थ,मिठाई आदि दुकानों पर कार्रवाई की गयी। इनमें सरायपाली,बसना की 11 और पिथौरा की 5 इलाक़े की मिठाई आदि दुकानो का निरीक्षण कर 8000 रुपए की चालानी कार्रवाई की गयी। वही बीते दिन बागबाहरा में भी 9 होटल,चाय नाश्ते की दुकानो का निरीक्षण किया गया। खाद्य पदार्थ,मिठाई के नमूने लिए गए और 2800 रुपए की चालानी कार्रवाई की गयी ।
इसी प्रकार बीते सप्ताह महासमुंद जिला मुख्यालय में एसडीएम भागवत प्रसाद जायसवाल के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि विभाग, नगर पालिका तथा जिला खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने मिलावटी मिठाई की जांच में निकली खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग और नगर पालिका टीम ने सफाई व्यवस्था की कमी पाये जाने पर 6 मिठाई दुकानों पर 9 हजार रुपये का चालान किया था, साथ ही दर्जनों दुकानों में रैंडम चैकिंग भी की गई थी। कार्रवाई में खाद्य एवं औषधि प्रशासन से श्रीमती नीलम ठाकुर, खाद्य विभाग के श्री वर्मा, श्री साहू, नगर पालिका के राजस्व प्रभारी डी. के. निर्मलकर, स्वच्छता प्रभारी दिलीप चंद्राकर, गजेन्द्र यादव शामिल थे। - अब तक 19 हज़ार से अधिक की चालानी कार्रवाई
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
- नन्हें-मुन्ने बच्चें अपनी माताओं के साथ सजधज कर पहुंचे और राखी की परंपराओं का निवर्हन किया
- कलेक्टर ने सुरक्षित आयोजन के लिए महिला बाल विकास एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तारीफ़ की
- पर्व समाज को बहन के सम्मान व सुरक्षा का संदेश देता है :कलेक्टर श्री सिंह
महासमुंद : ज़िले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर भाई-बहन के मजबूत रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व आज शनिवार 21 अगस्त को एक दिन पहले हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया गया। चूंकि रक्षाबंधन कल रविवार 22 अगस्त को है। ज़िला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री समीर पांडे ने रक्षाबंधन पर्व के विशेष अवसर पर आंगनबाड़ी केंद्रों पर हुए आयोजन के लिए बच्चों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी ।
महासमुंद के वार्ड 26 के आंगनबाड़ी केंद्र पर नन्हें-मुन्ने बच्चों व उनकी माताओं ने रक्षाबंधन पर्व के विशेष अवसर पर हुए आयोजन में भागीदारी की। आयोजन में 12 माह की कुमारी वर्तिका सिदार ने सभी बच्चों को राखी बांधी। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत बच्चें अपनी माताओं के साथ सजधज कर पहुंचे और राखी की परंपराओं का निर्वहन किया। वैसे भी ज़िले की बेटियों का नाम आज गर्व से लिया जाता है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पर्व का आयोजन करना समाज में नारी के सम्मान के नए संस्कार पैदा करने के लिए एक शुरुआत है। बचपन में ही बच्चों के मन में सम्मान व सुरक्षा के संस्कार डाले जाए तो समाज में महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में कमी आएगी तथा बेटियों को खुलकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा। साथ ही कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराईयों पर अपने आप रोक लग जाएगी। जिला प्रशासन का भी यहीं प्रयास रहता है कि बेटियों को आगे बढ़ने के सभी अवसर मिले।आयोजन पर कोविड गाइड लाइन का पालन किया गया।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने इस सुरक्षित आयोजन के लिए ज़िला महिला एवं बाल विकास और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तारीफ़ करते हुए कहा कि भाई-बहन के मजबूत रिश्ते का प्रतीक राखी पर्व समाज को बहन के सम्मान व सुरक्षा का संदेश देता है। सम्मान व सुरक्षा की यह भावना महिला के सभी स्वरूपों के प्रति होनी चाहिए। भारतीय संस्कृति में नवरात्रों के दौरान होने वाले कन्या पूजन व भाई दूज पर बहनों द्वारा भाई की कलाई पर बांधा जाने वाला रक्षा सूत्र सहित अनेक ऐसे अवसर आते है जब महिला के विभिन्न स्वरूपों के प्रति हम अपना आदर भाव प्रदर्शित करते हैं। - नन्हें-मुन्ने बच्चें अपनी माताओं के साथ सजधज कर पहुंचे और राखी की परंपराओं का निवर्हन किया
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सरकारी कार्यालय साफ सुथरे रखना नियमित प्रक्रिया का हिस्सा:- कलेक्टर श्री सिंह
महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज माह के तीसरे शनिवार को घूम-घूम कर कलेक्ट्रेट श्रम,जिला पंजीयक, उद्योग विभाग सहित अन्य कार्यालयों की साफ़-सफ़ाई की रियालिटी चेक ( वास्तविकता की जाँच) की। समाज कल्याण कार्यालय की साफ़-सफ़ाई की तारीफ़ की। वही मत्स्य विभाग,उद्योग विभाग,आदिवासी विकास विभाग,परिवहन विभाग में आज सफ़ाई नही होने पर नाराज़गी जतायी। ज़िला पंजीयक कार्यालय के नए भवन का निर्माण कार्य शुरू नही होने पर नाखुश दिखे। जल्द शुरू करने लोकनिर्माण को निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर कबाड़,रद्दी पेपर आदि पाए जाने पर उन्होंने शीघ्र निराकरण करने कहा। जिला स्तर के कई कार्यालय आज सफाई के दौरान बंद पाए जाने पर असंतोष प्रकट किया। इस मौक़े पर उनके साथ संयुक्त कलेक्टर श्री सुनील चंद्रवंशी साथ थे।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि सरकारी कार्यालय साफ सुथरे रखना नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है, लेकिन विशेष सफाई अभियान के दौरान सरकारी कार्यालयों में सफाई के साथ -साथ पुराने रिकार्ड को भी व्यवस्थित तरीके से रखना भी सबका दायित्व है। उन्होंने कहा कि साफ.सफाई रहेगी तो संक्रामक बीमारी का खतरा भी नहीं रहेगा।
उन्होंने मौक़े पर उपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों से कहा कि आप गलियारों,कार्यालयों में जाए तो पान के दाग-धब्बे, कूड़ा-कबाड़ा और झूठे डिस्पोज़ल गिलास नजर आए तो संबंधित को सफ़ाई के लिए कहे। साफ-सफाई के नाम पर बंद कमरों में कूड़ा भरा है तो उसका नियमानुसार निराकरण करें। कार्यालय के शौचालयों भी साफ़-सुथरें रहे। उन्होंने बिजली के बेवजह इस्तेमाल और गंदगी को लेकर हकीकत का भी अवलोकन किया।
मालूम हो कि कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जनवरी में पद सम्भालते ही अधिकारियों की ली गयी पहली बैठक में दफ्तरों में स्वच्छता और अनुशासन बनाए रखने की हिदायत दी थी। माह के तीसरे शनिवार को कार्यालयों की विशेष साफ़-सफ़ाई के निर्देश दिए थे। काफ़ी हद तक ज़िले के सरकारी कार्यालय स्वच्छता की ओर बढ़ गए। -
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राखियाँ पूरी तरह सेनेटाइज कर बंदियों को उपलब्ध कराई जाएगीस्थानीय बंदियों की बहनें अपने भाइयों से खिड़की पर मुलाक़ात कर सकेंगी
महासमुंद : कोरोना महामारी के चलते ज़िले की जेलों में रक्षाबंधन पर कोई कार्यक्रम नही होगा। रक्षाबंधन में बंदियों को उनकी बहनें राखी नहीं बांध पाएंग।हालांकि कारागार विभाग द्वारा सभी जेलों के बाहर काउंटर लगाया गया है जहां पर बहनें जेल में बंद अपने भाइयों के लिए लिफाफे में राखी, टीका और चावल दे सकती हैं। उन्हें पूरी तरह सेनेटाइजर कर बंदियों को उपलब्ध कराई जाएगी।
सहायक जेल अधीक्षक श्री मुकेश कुशवाह ने रक्षाबंधन पर जारी व्यवस्था में बताया कि बंदियों को उनकी बहनों(प्रियजन कालिंग सिस्टम/वीडियो कालिंग) के माध्यम से बात कराने की व्यवस्था रहेगी।उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन पर स्थानीय बंदियों की बहनें अपने भाइयों से खिड़की पर मुलाक़ात कर सकेंगी एवं राखियों को निर्धारित स्थान पर जमा करा सकेंगी।
बता दें कि परंपरा रही है जेल में बंदियों को राखी बांधने के लिए उनकी बहनें जेल आती हैं. इस मौके पर जेल प्रशासन सारा इंतजाम करता है. हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के चलते जेल में रक्षाबंधन संभव नहीं हो पाएगा। -
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मिलावटी खाद्य पदार्थ बनाने -बेचने वालों पर 10000 से अधिक की चालानी कार्रवाई
महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले के सभी एसडीएम और खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों को ऐसे प्रतिष्ठानों जहां मिलावटी मिठाईयाॅ एवं अन्य खाद्य पदार्थ बनाए जाते है उनकी जाॅच एवं उन पर सतत निगरानी करने के निर्देश दिए। सावन लगते ही त्यौहारों का सीजन शुरू हो जाता है।
ऐसे में महासमुन्द जिले के मिठाई की दुकानों में मिलावटी मिठाईयाॅ व अन्य खाद्य पदार्थ बिकने के खतरें ज़्यादा बढ़ जाते है ।इसी पर अंकुश लगाने लोगों की सेहत को को सर्वोपरि रखते हुए कलेक्टर ने जिले के सभी एसडीएम और खाद्य एवं औषधि अधिकारियों को ऐसे मिलावटी मिठाईयाॅ एवं अन्य खाद्य पदार्थ बनाए जाते है उनकी जाॅच एवं निगरानी करने के निर्देश दिए।
रक्षाबंधन त्यौहार की तारीख़ नज़दीक आता देख ज़िले के सभी एसडीएम सतर्क हो गए उन्होंने इसके लिए राजस्व अधिकारियों, नगर पालिका और खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों की एक टीम गठित कर इलाक़े के ज़्यादातर मिठाई,होटल और रेस्टोरेंट का ओचक निरीक्षण किया जा रहा है ।साफ़-सफ़ाईनही पाए जाने या दूषित खाद्य-पदार्थ पाए जाने वाले प्रतिष्ठानो-दुकानदारों पर चालानी कार्रवाई के अलावा नमूने जाँच के लिए लिए जा रहे है ।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी, खाद्य एवं औषधि प्रशासन महासमुन्द श्रीमती ज्योति भानु ने बताया कि गठित टीम द्वारा हाल ही में ज़िले के चार नगरीय क्षेत्र में स्थित 25 खाद्य पदार्थ ,मिठाई आदि दुकानों पर कार्रवाई की गयी। इनमें सरायपाली,बसना की 11और पिथौरा की 5 इलाक़े की मिठाई आदि दुकानो का निरीक्षण कर 8000 रुपए की चालानी कार्रवाई की गयी। वही बीते दिन बागबाहरा में भी 9 होटल,चाय नाश्ते की दुकानो का निरीक्षण किया गया खाद्य पदार्थ ,मिठाई के नमूने लिए गए और 2800 रुपए की चालानी कार्रवाई की गयी । -
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रेलवे ओवरब्रिज की अंतिम दौर की सभी प्रक्रियाओं को एक माह के भीतर पूरा करें : कलेक्टर श्री सिंह
रेलवे ओवरब्रिज का 77 फीसदी काम पूरा
महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में राजस्व,और सेतु निगम के अधिकारीयों की बैठक लेकर रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण कार्यों की समीक्षा की । समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया गया कि रेलवे ओवर ब्रिज का तुमगांव की ओर और महासमुंद की ओर तक का लगभग 77 फीसदी काम पूरा हो गया है।
इसके साथ रेलवे ओवरब्रिज में गर्डर डालकर स्लैब निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। तुमगांव साईड की ओर होने वाला गर्डर स्लैब का निर्माण पूर्ण हो चुका है। इसी तरह महासमुंद शहर की ओर रिटर्न वॉल का निर्माण कार्य किया जा रहा है।बैठक में संयुक्त कलेक्टर श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी, एसडीएम श्री भागवत जायसवाल, सेतु निगम के एस.डी.ओ. श्री एल.डी. महाजन, तहसीलदार श्री प्रेमुलाल साहू तथा सम्बन्धित विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने अधिकारियों को रेलवे ओवरब्रिज की अंतिम दौर की सभी प्रक्रियाओं को तय नियमानुसार एक माह के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। ताकि जल्द से जल्द ज़िले की जनता ख़ासकर तुमगाँव की ओर से और महासमुंद की ओर से रोज़ आने-जाने वाली जनता को सरल,सुगम मार्ग मिले। वर्तमान में रेलवे फाटक बंद के कारण जाम की स्थित बन जाती है। रेलवे ओवरब्रिज बन जाने से उन्हें इससे निजात मिलेगी और समय की भी बचत होगी। इसलिए इस निर्माण संबंधी कार्य को जल्द निपटाए ।
उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन तुमगांव रेलवे ओवरब्रिज की सर्वप्रथम उन प्रकरणों को चिन्हांकित करें जिसमें कोई बाधा न हो। उसे समयबद्ध योजना बनाकर पहले हल कर आगे बढ़े।अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में भू अर्जन के कुछ प्रकरण प्रक्रियाधीन हैं। कुछ में भू अर्जन की प्रक्रिया की जा रही है। एक प्रकरण न्यायालय में लम्बित है। उसकी भी जवाबी कार्रवाई प्रचलन में है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने सभी संबंधित अधिकारियों को अपने अनुभव और मार्गदर्शन देते हुए सटीक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही एसडीएम एवं तहसीलदार को राजस्व संबंधी सभी कार्यों को नियमानुसार प्राथमिकता के जल्द पूरा करने कहा।
तुमगांव रेलवे ओवरब्रिज बन जाने से महासमुंद की क़रीबन 35 हजार आबादी को सुविधा मिलेगी। जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि 40 करोड़ की लागत से बन कर तैयार होगा। इसमें भू-अर्जन की राशि शामिल नही है। वह राशि अलग से है।
ओवरब्रिज कुल लंबाई 616 मीटर एवं चौड़ाई 15 मीटर है । जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि रेलवे क्रॉसिंग से महासमुंद की ओर 294 मीटर एवं तुमगांव की ओर 248 मीटर एवं रेलवे क्रॉसिंग की लंबाई 74 मीटर है । -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जल संसाधन विभाग की किसानों से अपील जल भराव की कमी को देखते हुए जल का समन्वय के साथ समुचित उपयोग करें
महासमुंद : जिले में लगातार अवर्षा की स्थिति को दृष्टिगत कर विगत सप्ताह जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें कोडार जलाशय परियोजना (वृहद परियोजना) में उपलब्ध 46.00 मि.घ.मी. जल भराव में से 25.00 मि.घ.मी. निस्तारी हेतु आरक्षित कर शेष को खरीफ फसल सिंचाई हेतु प्रदाय किया जाने का निर्णय लिया गया।
वहीं केशवा जलाशय में उपलब्ध 3.30 मि.घ.मी. जल को निस्तारी हेतु सुरक्षित रखा जावे। इसी तरह लघु जलाशयों में से जिनमें 25 प्रतिशत से अधिक जल भराव है उसे कृषकों की मांग अनुसार जल प्रदाय किया जाने पर सहमति बनी ।
कार्यपालन अभियंता जल संसाधन श्री जे.के.चंद्राकर ने बताया कि कोडार जलाशय परियोजना से बीते 13 अगस्त से तथा 49 लघु सिंचाई जलाशयों से भी किसानों की मांग अनुसार ख़रीफ़ फसल सिंचाई हेतु जल प्रदाय किया जा रहा है।जल संसाधन विभाग द्वारा कृषकों से अपील की गई है कि वर्तमान में जल भराव की कमी को दृष्टिगत कर प्रदाय की जा रही जल का समन्वय के साथ समुचित उपयोग करें। किसी भी प्रकार का अपव्यय न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जावे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : जिले के मिठाई की दुकानों में मिलावटी मिठाईयॉ व अन्य खाद्य पदार्थ बिकने की आशंका को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने सभी एसडीएम और खाद्य एवं औषधि प्रसाशन के अधिकारियों को ऐसे प्रतिष्ठानों जहां मिलावटी मिठाईयॉ एवं अन्य खाद्य पदार्थ बनाए जाते है उनकी जॉच एवं निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।इसके परिपालन में संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पूरी सक्रियता के साथ मिलावटी एवं दूषित खाद्य सामग्रियों के नमूने जॉच कर रहें हैं। शिकायत मिलने पर भी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी, खाद्य एवं औषधि प्रशासन महासमुन्द श्रीमती ज्योति भानु ने बताया कि अनुविभागीय अधिकारी पिथौरा के द्वारा गठित टीम ने विकासखण्ड पिथौरा स्थित होटल, मिठाई दुकान एवं रेस्टॉरेंट में खाद्य सामग्री गुणवत्ता की जॉच की।
इनमें खाद्य प्रतिष्ठानों मेसर्स प्रतीक स्वीट्स एवं रेस्टोरेंट से कलाकंद का नमूना एवं 500 रूपए का जुर्माना, पराग स्वीट्स से गाठिया का नमूना, तिवारी होटल से 500 रूपए का जुर्माना एवं 11 बॉटल एक्सपायरी किनले सोडा नष्ट कराया गया। छत्तीसगढ़ होटल से 200 रूपए का जुर्माना एवं उजाला होटल से 300 रूपए का जुर्माना किया गया।
अनुविभागीय अधिकारी पिथौरा द्वारा आगामी त्यौंहार को ध्यान में रखते हुए खाद्य प्रतिष्ठानों द्वारा बनाई जाने वाली खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जॉच हेतु टीम गठित की है।टीम में नायब तहसीलदार श्री उमेश कुमार लहरी को दल प्रभारी तथा सहायक के रूप में खाद्य निरीक्षक श्रीमती सुशीला गबेल एवं नगर पंचायत के राजस्व शाखा प्रभारी श्री चन्द्रशेखर शुक्ला एवं औषधि प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी शामिल है।