- कोरबा : राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर 25 जनवरी को जिला स्तरीय कार्यक्रम शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय कोरबा में आयोजित किया जाएगा। भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय समारोह आयोजित किया जाएगा।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय समारोह में उत्कृष्ट निर्वाचकीय कार्य करने वाले शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों, संस्थाओं, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से चयनित बी.एल.ओ. तथा शासकीय-अशासकीय महाविद्यालयों के स्वीप कैम्पस एम्बेसडर छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया जावेगा।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी. आर. ठाकुर ने बताया कि कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती किरण कौशल की अध्यक्षता में शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय कोरबा में 25 जनवरी 2021 को सुबह 11 बजे से राष्ट्रीय मतदाता दिवस का जिला स्तरीय समारोह आयोजित किया जाएगा।कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक कोरबा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, आयुक्त नगर पालिक निगम, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी, तहसीलदार कोरबा एवं निर्वाचन से संबंधित समस्त अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। - ईएसआईसी अस्पताल के पास सरकारी जमीन घोटाला की खबरें निराधार एवं भ्रामक
कोरबा : ईएसआईसी अस्पताल के पास जमीन आबंटन की प्रक्रिया शासन के निर्देशों और निर्धारित नियमों के आधार पर ही की जा रही है। जमीन आबंटन के लिए ईश्तहार प्रकाशन से लेकर दावा-आपत्ति मंगाने और नीलामी की प्रक्रिया की सूचना प्रकाशन जैसे सभी चरणों को पूरा करके ही गहन जांच के बाद जमीन आबंटन का प्रकरण आगे बढ़ाया जा रहा है।
जिला प्रशासन ने कुछ न्यूज वेब पोर्टल में प्रकाशित सरकारी जमीन घोटाले की खबरों को निराधार एवं भ्रामक बताया है। प्रशासन की ओर से एसडीएम कोरबा ने बताया कि ईएसआईसी अस्पताल के पास ग्राम रिसदी के खसरा नंबर 48/13 के खाली छह एकड़ रकबे को तीन हिस्से में आबंटन के लिए जिले की वेबसाइट में प्रकाशन कर आवेदन आमंत्रित किए गए थे।
वेबसाइट में प्रकाशन के बाद तीन हिस्सों के लिए डाॅ. वंदना चंदानी, डाॅ प्रिंस जैन एवं अन्य और हसदेव विहार सहकारी समिति के आवेदन प्राप्त हुए थे। आवेदनों पर गौर करने के बाद दैनिक समाचार पत्रों दैनिक भास्कर, अमृत संदेश, छत्तीसगढ़ गौरव, कर्णप्रिय आदि में विभिन्न तिथियों को ईश्तहार प्रकाशन कराकर जमीन आबंटन के संबंध में सामान्य जनों से दावा आपत्तियां आमंत्रित की गई थी।
इस जमीन के आबंटन के लिए अन्य शासकीय विभागों से अनापत्ति भी प्राप्त की गईं हैं। जमीन की नीलामी के लिए दैनिक अमृत संदेश और दैनिक संवाद साधना समाचार पत्रों में विभिन्न तिथियों को नीलामी की सूचना प्रकाशित कर 15 दिनों के भीतर पुनः आवेदन आमंत्रित किए गए थे।
एसडीएम ने बताया कि ईएसआईसी अस्पताल के पास सरकारी जमीन आबंटन के लिए राजस्व विभाग द्वारा आमजनों को आवेदन करने का पूरा अवसर दिया गया है। उन्होंने बताया कि छह एकड़ जमीन का आबंटन नहीं किया गया है। अभी जमीन आबंटन की प्रक्रिया तहसीलदार न्यायालय में चल रही है।
शासकीय दिशा-निर्देेशो के अनुसार सात हजार 500 वर्गफीट से अधिक रकबे की भूमि का आबंटन का अधिकार राज्य शासन को है। इसलिए संपूर्ण प्रकरण तहसीलदार न्यायालय से एसडीएम न्यायालय, वहां से कलेक्टर न्यायालय और कलेक्टर से संभागायुक्त न्यायालय होकर राज्य शासन को प्रेषित होंगे।
राज्य शासन के निर्णयानुसार ही जमीन आबंटन होगा। एसडीएम ने यह भी बताया कि तीनों प्रकरणों में शासकीय नियमों और निर्देशों का पालन करते हुए विधिवत रूप से उप पंजीयक कोरबा से जमीन का बाजार मूल्य गणना प्रतिवेदन लिया गया है और शासकीय गाईड लाईन के मूल्य के 102 प्रतिशत राशि की गणना आबंटन के लिए की गई है। एसडीएम ने बताया है कि उक्त जमीन का आबंटन शासकीय नियमों एवं निर्देशों के अनुसार ही किया जाएगा। - सीएमएचओ डाॅ. बोडे और मेडिकल स्टाफ ने तालियों से की अगुवाई
16 जनवरी से शुरू होगा फ्रंट लाईन वर्कर्स को वैक्सीनेशन
कोरबा : आज का दिन कोरबा जिले के लिए कोरोना को लेकर ऐतिहासिक रहा। आज दोपहर रायपुर से कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड की पहली खेप कोरबा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय पहुंची।जिले के सीएमएचओ डाॅ. बी. बी. बोडे एवं जिला प्रबंधक श्री पद्माकर शिंदे की मौजूदगी में पूरे स्टाफ ने तालियों से वैक्सीन वाहन की अगुवाई की।
जैसे ही वाहन चालक श्री छत्रपाल पाण्डे तथा आरक्षक श्री दिलीप झा वैक्सीन वाहन को लेकर कोरबा पहुंचे, पूरे मेडिकल स्टाफ और मौजूद लोगों में उत्साह व खुशी की लहर दौड़ गई। सभी की मौजूदगी में वाहन के द्वार खोलकर सीएमएचओ डाॅ. बोडे ने वैक्सीन के कोल्ड चेन डब्बों का निरीक्षण किया।
इसके बाद वैक्सीन को 15 ब्लाॅक स्थित जिला टीकाकरण भण्डार गृह भेजा गया जहां डिस्ट्रिक्ट कोल्ड चेन हैण्डलर श्री सुरेश कोशले ने कोवीशील्ड वैक्सीन को भण्डार गृह में सुरक्षित रखवाया।कोरबा जिले को पहली खेप में आज 680 वाॅयल कोवीशील्ड वैक्सीन मिली है।
इससे पहले चरण में छह हजार 800 डोज टीके लगाए जाएंगे। वैक्सीन को दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान पर सुरक्षित रखने के पूरें इंतजाम स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहले ही कर लिए गए हैं। जिले में 10 हजार से अधिक फ्रंट लाईन वर्कर्स को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए टीकाकरण का काम 16 जनवरी से शुरू होगा। पहली खेप में मिली वैक्सीन लगने के बाद वैक्सीन की अगली खेप जिले को प्राप्त होगी।
इस संबंध में सीएमएचओ डाॅ. बोडे ने बताया कि राज्य शासन द्वारा जारी गाईड लाईन के अनुसार सबसे पहले फ्रंट लाईन वर्कर्स में महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग के अमले को कोवीशील्ड वैक्सीन के डोज लगाए जाएंगे। पहले चरण मंे जिले में तीन टीकाकरण केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र करतला, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कटघोरा और जिला अस्पताल में कोरोना वैक्सीनेशन का काम 16 जनवरी सुबह नौ बजे से शुरू होगा। डाॅ. बोडे ने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए सभी तैयारियां पहले से पूरी कर ली गईं हैं साथ ही तैयारियों का परीक्षण भी ड्राय रन द्वारा किया जा चुका है। एक व्यक्ति को कोवीशील्ड का आधा मिलीलीटर डोज टीके के रूप में लगाया जाएगा।
टीका लगने के बाद संबंधित व्यक्ति को टीकाकरण सेंटर पर बने काउंसिलिंग रूम में विशेषज्ञ चिकित्सक की निगरानी में आधा घंटा रूकना होगा। सीएमएचओ ने बताया कि इसके 28 दिन बाद व्यक्ति को टीके का दूसरा डोज लगेगा। पहले चरण में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं, सुपरवाईजरों सहित मितानिनों, डाॅक्टरों, नर्सों आदि फ्रंट लाईन वर्करों को कोवीशील्ड कोरोना टीका लगाया जाएगा।
कलेक्टर ने जाहिर की खुशी, कहा कोरोना से लड़ाई में बढ़ेगा आत्मविश्वास- कोविड महामारी की वैक्सीन की पहली खेप कोरबा जिला मुख्यालय पहुंचने पर कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने खुशी जाहिर की। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि कोरोना के टीकेे के जिले में पहुंचने से कोरोना से लड़ाई में आत्मविश्वास बढ़ेगा। फ्रंटलाईन वर्कर्स को संक्रमण का खतरा खत्म होगा और कोरोना की पहचान तथा ईलाज के लिए अब और तेजी से काम हो सकेगा। - कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अधिकारियों के साथ की बैठक, रूप रेखा तय
बिजली-पानी पहुंचाने होंगे काम प्राथमिकता में
कोरबा : सतरेंगा को पर्यटन की दृष्टि से सुविधा सम्पन्न बनाने के बाद कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अब पाली विकासखण्ड के चैतुरगढ़ को संवारने की तैयारी शुरू कर दी है।’’माँ महिसासुर मर्दनी’’ के ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक मंदिर परिसर तथा चैतुरगढ़ पहाड़ी को धार्मिक स्थल के साथ-साथ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की रूपरेखा भी कलेक्टर ने तय कर ली है।
श्रीमती कौशल ने इस संबंध में कलेक्टोरेट में प्रशासनिक अधिकारियों, निर्माण एजेंसी से जुड़े विभागों की बैठक में गहन विचार-विमर्श किया। उन्होंने चैतुरगढ़ को भी सतरेंगा की तर्ज पर स्थानीय लोगों को ’पर्यटन से रोजगार’ की थीम पर संवारने पर जोर दिया। श्रीमती कौशल ने बैठक में चैतुरगढ़ में अभी मौजूद आधारभूत संरचनाओं तथा सुविधाओं की जानकारी अधिकारियों से ली और इनमें व्यापक सुधार तथा जीर्णोद्धार की गंुजाईश पर भी चर्चा की। बैठक में डिप्टी कलेक्टर श्री आशीष देवांगन, सांसद प्रतिनिधि श्री प्रशांत मिश्रा सहित विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
बैठक में कलेक्टर ने चैतुरगढ़ पहाड़ पर पानी और बिजली जैसी आधारभूत आवश्यकता पहुंचाने के लिए तत्काल योजना बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने चैतुरगढ़ में तात्कालिक तौर पर उपलब्ध कराई जा सकने वाली सुविधाओं को विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने मंदिर परिसर में लगी खराब सोलर लाईट को तत्काल ठीक कराने के निर्देश के्रेडा विभाग के अधिकारियों को दिए।
सतरेंगा की तर्ज पर विकसित होगा चैतुरगढ़, स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार- बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सतरेंगा की तर्ज पर ही चैतुरगढ़ को भी विकसित किये जाने की योजना तैयार की जाए। यहां विकसित होने वाली सुविधाओं से सतरेंगा की तरह ही स्थानीय लोगों को जोड़ा जाए ताकि उन्हें अपने ही क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर आय का साधन मिल सके। श्रीमती कौशल ने पहाड़ के ऊपर पर्यटकों के रूकने के लिए काॅटेज एवं कमरा निर्माण पर भी विचार करने की बात कही। उन्होंने कहा कि बिजली व पानी का प्रबंध होने के बाद पर्यटकों को रूकने के लिए स्थान मिलने से क्षेत्र का धार्मिक महत्व भी बढ़ेगा।
विशेष पूजा-अर्चना के लिए भी लोग यहां रूक सकेंगे साथ ही पर्यटकों के लिए भी सुविधा होगी। कलेक्टर ने पहाड़ के ऊपर तक पहुंचने के लिए संकरी सड़क के चैड़ीकरण की संभावनाओं पर भी बात की। कलेक्टर ने बैठक में मंदिर परिसर में स्थित तालाब के पानी को साफ कर पीने लायक बनाने के लिए आरओ वाॅटर प्लांट स्थापित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने पहाड़ के नीचे से पानी को ऊपर पहुंचाने के लिए हाई प्रेशर पंप की व्यवस्था करने को भी कहा। बैठक में श्रीमती कौशल ने मड हाउस और पार्किंग स्थल के पास एक-एक सार्वजनिक शौचालय लगाने, दो बड़े डस्टबिन स्थापित करने के निर्देश भी जनपद पंचायत पाली के सीईओ को दिए।
कलेक्टर ने पार्किंग स्थल के समतलीकरण, तालाबों की सफाई और मंदिर परिसर के आसपास भूमि समतलीकरण के काम प्राथमिकता से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मंदिर परिसर में सुसज्जित उद्यान विकसित करने के लिए भी उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। -
राजस्व मंत्री ने जिला अस्पताल में आधुनिक सुविधाओं से लैस ऑपरेशन थियेटर, बर्न यूनिट, आईसीयू का किया लोकार्पण
कोरबा : राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने आज कोरबा शहर स्थित जिला अस्पताल में विभिन्न नई सुविधाओं का लोकार्पण किया।राजस्व मंत्री ने इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय में दो यूनिट माॅड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, 10 बिस्तरों का इमरजेंसी ट्राॅमा यूनिट, 10 बिस्तरों का आधुनिक आई.सी.यु. एवं आठ बिस्तरों का बर्न यूनिट का उद्घाटन किया।
श्री अग्रवाल ने जिले के लोगों की सेवा में स्वास्थ्य सुविधाओं की बढ़ोत्तरी करते हुए अत्याधुनिक, रिमोट कंट्रोल चलित सेंसर युक्त आॅपरेशन थियेटर को जिला अस्पताल में प्रारंभ किया। इस दौरान राजस्व मंत्री ने कहा कि जिला में इन सभी सुविधाओं के शुरू हो जाने से प्राइवेट अस्पताल से बेहतर सुविधाएं आज से उपलब्ध हो गईं हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार बढ़ोत्तरी कर रही है। मोहल्ला क्लीनिक भी शुरू किए जाएंगे जिसका परीक्षण चल रहा है। उन्होंने कहा कि जिला खनिज न्यास मद से सबकी सलाह से विचार-विमर्श करके जनसेवा में राशि खर्च की जाती है।डीएमएफ मद को ज्यादा से ज्यादा चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सदुपयोग किया जा रहा है। आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित स्वास्थ्य सुविधाओं के लोकार्पण समारोह में महापौर नगर निगम कोरबा श्री राजकिशोर प्रसाद, सभापति नगर निगम श्री श्याम सुंदर सोनी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी. बी. बोडे, सिविल सर्जन डाॅ. अरूण तिवारी सहित जिला अस्पताल के समस्त मेडिकल स्टाफ तथा गणमान्य नागरिकगण उपस्थित रहे।राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने समस्त जिलेवासियों को बधाई देते हुए कहा कि जिन स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए बड़े शहर जाना पड़ता था तथा लाखों रूपए खर्च करने पड़ते थे अब वह सुविधाएं जिला अस्पताल में उपलब्ध है। डायलिसिस की आवश्यकता वाले मरीजों की सुविधा के लिए पांच डायलिसिस मशीन युक्त सेंटर भी जिलेवासियों के लिए निःशुल्क उपलब्ध है। आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित आॅपरेशन थियेटर शुरू किए गए हैं। दुर्घटना में जलने वाले मरीजों को पहले पांच-सात घंटे रायपुर ले जाने में समय लगता था।
समय में देरी होने के कारण मरीज की जान बचाने में दिक्कत होती थी। अब जिला अस्पताल में स्थापित बर्न यूनिट के माध्यम से ऐसे मरीजों को तत्काल ईलाज की सुविधा मिल सकेगी जिससे मरीज की जान बच सकेगी। उन्हांेने कहा कि जिले में मेडिकल स्टाॅक की बढ़ोत्तरी के लिए 100 से अधिक डाॅक्टर, नर्सें, पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाएगी जिससे लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेगी। उन्होंने सभी मेडिकल स्टाॅक से अनुरोध करते हुए कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में काम करते हुए आप लोग का फर्ज और नैतिक जिम्मेदारी यह है कि मरीजों की ईमानदारी से सेवा करें।
आप लोग को यह जिम्मेदारी सेवा भाव के लिए दी गई है इसलिए मैं चाहूंगा कि आप लोग बेहतर तरीके से काम करें। आम आदमी, गरीब तथा दूरस्थ वनवासी ईलाज के लिए आते हैं उन्हें भटकना ना पड़े और सभी का उचित ईलाज किया जाए। राजस्व मंत्री ने डाॅक्टरों से कहा कि बिना वजह किसी भी मरीज को निजी अस्पताल में रिफर ना किया जाए।
राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल के द्वारा किये गये जिले के विकास कार्यों की घोषणा को त्वरित गति से आगे क्रियान्वयन करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। घोषणाओं को पूर्ण कराने तथा बजट में जुड़वाने और विकास की रणनिति बनाने बैठक में चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि जिले में बनने वाले सड़कों को सुगम तरीके से पूरा करने बैठक रणनीति बनाई गई है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि जो काम पिछले 20 वर्षों में नहीं हुआ है वह बीते दो वर्षों में हुआ है। आने वाले तीन सालों में और भी बेहतर काम होंगे। विकास कार्यों को पूरा करने में प्रभारी मंत्री श्री टेकाम, महापौर, सभापति, कलेक्टर तथा जिले के अधिकारी-कर्मचारी लगे हुए हैं। स्कूलों में टाॅयलेट, बाउंड्रीवाॅल, छत का जीर्णोद्धार करके जिले के स्कूलों को बेहतर बना रहे हैं। बच्चों को खेल की सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
लगातार लोगों को मिलती रहेंगी सुविधाएं- महापौर श्री प्रसाद - कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में कोरबा जिले के निवासियों को लगातार सुविधाएं मिलती रहेंगी। ईलाज से लेकर पढ़ाई तक और सड़कों से लेकर अन्य जरूरी आधारभूत सुविधाएं लोगों को उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। महापौर ने जिले के लोगों को बेहतर और विकसित ईलाज की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल का भी आभार व्यक्त किया।
जिले में लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं की हो रही बढ़ोत्तरी- कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कहा कि पहले ही जिला अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के कायाकल्प के लिए पुरस्कार मिल चुका है। औद्योगिक जिला होने के कारण कोरबा जिले में माॅड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, बर्न यूनिट, आधुनिक आई.सी.यू. यूनिट की बहुत जरूरत थी।
राजस्व मंत्री के निर्देशन में सबसे ज्यादा मद स्वास्थ्य क्षेत्र में उपयोग किया जा रहा है। जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं लगातार उपलब्ध कराई जा रही है। डीएमएफ के माध्यम से पैरामेडिकल स्टाफ, डाॅक्टरों सहित नवीन भर्ती की जा रही है। उन्होने कहा कि आगामी समय में जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं को और भी बेहतर किया जाएगा।
अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित ऑटोमेटिक ऑपरेशन थियेटर- जिला अस्पताल में स्थापित दो नवीन माॅड्यूलर ऑपरेशन थियेटर आधुनिक सुविधाओं से लैस है। ऑपरेशन थियेटर में हाईटेक सेंसर युक्त दरवाजा लगा हुआ है। ऑपरेशन थियेटर को बैक्टेरिया और इंफेक्शन से बचाने के लिए कमरे का फ्लोर और दीवार एंटीबैक्टेरियल तत्वों से बनाया गया है। ऑपरेश
- डाॅ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना एवं आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत ई-कार्ड से होगी ईलाज, मुफ्त में बनेगी ई-कार्डई-कार्ड बनवाने के लिए राशन कार्ड और आधार कार्ड की होगी जरूरत
कोरबा: राज्य शासन ने ईलाज के लिए लोगों को बड़ी सहूलियत देते हुए राशन कार्ड से ईलाज करवाने की सुविधा प्रदान की है। जिले के 46 शासकीय और 13 निजी अस्पतालों में डाॅ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत भर्ती होने वाले मरीजों का ईलाज राशन कार्ड के द्वारा मुफ्त में किया जाएगा। अंत्योदय और प्राथमिकता राशन कार्ड धारी परिवारों को पांच लाख रूपए एवं अन्य सभी राशन कार्डधारी परिवारांे को 50 हजार रूपए प्रतिवर्ष स्वास्थ्य सहायता निर्धारित चिकित्सा पैकेजों के माध्यम से निःशुल्क प्रदान किया जाएगा। डाॅ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना एवं आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना अंतर्गत अब अस्पताल आने वाले सभी मरीजों का मुफ्त में ई-कार्ड बनाया जाएगा। ई-कार्ड बनवाने के लिए ओपीडी में मरीज को राशन कार्ड एवं आधार कार्ड साथ लेकर आने की आवश्यकता होगी। योजनांतर्गत पेपर प्रिंट आउट वाला ई-कार्ड मुफ्त में बनाकर दिया जाएगा। परिवार के सदस्य को अस्पताल में भर्ती होने पर राशन कार्ड के साथ आधार कार्ड लेकर जाना होगा। आधार कार्ड नहीं होने पर अन्य शासकीय पहचान पत्र जैसे वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पेन कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र आदि राशन कार्ड के साथ लेकर जाना होगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी. बी. बोडे ने बताया कि राशन कार्ड के अलावा सामाजिक, आर्थिक जाति जनगणना 2011 के आधार पर केन्द्र सरकार द्वारा चयनित हितग्राहियों को ईलाज कराने के लिए पहले की तरह ही आयुष्मान भारत योजनांतर्गत पांच लाख रूपए तक प्रतिवर्ष की सुविधा मिलती रहेगी। उन्होंने बताया कि पहले से बने आयुष्मान भारत ई-कार्ड से भी ईलाज जारी रहेगा। डाॅ. बोडे ने बताया कि ई-कार्ड बनाने के लिए सभी विकासखण्ड मुख्यालयों के शासकीय चिकित्सालयों में कियोस्क सेंटर स्थापित किया गया है। सेंटर में कियोस्क आॅपरेटर द्वारा एवं सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध आॅपरेटर द्वारा ओपीडी के मरीजों को तत्काल ई-कार्ड मुफ्त में बनाकर दिया जाएगा। मरीजों की सहायता के लिए प्रत्येक पंजीकृत निजी अस्पतालों में टीपीए असिस्टेंट नियुक्त किया गया है। शासकीय अस्पतालों के लिए आरक्षित पैकेजों एवं योजना संबंधित अधिक जानकारी के लिए निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, टीपीए असिस्टेंट या टोल फ्री नंबर 104 में संपर्क किया जा सकता है।
डाॅ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना की सुविधा शासकीय जिला चिकित्सालय, रानी धनराज कुंवर देवी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ढोढ़ीपारा, गोपालपुर, कटईनार, समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपलब्ध है। योजनांतर्गत मिलने वाली सुविधा जिले के निजी चिकित्सालय एचटीटीपीएस हाॅस्पिटल पश्चिम, बालको हाॅस्पिटल, न्यू कोरबा, श्री बालाजी ट्राॅमा सेंटर, अन्नपूर्णा नर्सिंग होम, सर्वमंगला नर्सिंग होम, गीता देवी मेमोरियल, जीवन आशा, आयुष्मान नर्सिंग होम, सिंह नर्सिंग होम, कृष्णा हाॅस्पिटल एवं थवाईत नर्सिंग होम में भी उपलब्ध है। - कोरबा : कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिले के लिए कैलेण्डर वर्ष 2021 में तीन दिन स्थानीय अवकाश की घोषणा की है। 2021 में गणेश चतुर्थी के अवसर पर 10 सितंबर, दुर्गा महानवमी (दशहरा) 14 अक्टूबर तथा दीपावली के दूसरे दिन पांच नवंबर को सम्पूर्ण दिवस के लिए स्थानीय अवकाश रहेगा। यह अवकाश कोषालय, उपकोषालय एवं बैंको के लिए लागू नहीं होगा।
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अभी तक 18 हजार से अधिक किसानों ने 130 करोड़ से अधिक के धान बेचेकोरबा: कोरबा जिले के सभी 49 उपार्जन केन्द्रों में नियमित रूप से धान खरीदी हो रही है। जिला प्रशासन द्वारा सभी उपार्जन केन्द्रों में धान बेचने की सहुलियत के किसानों के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। उपार्जन केन्द्रों के क्षमता अनुसार किसानों को टोकन जारी किया जा रहा है। किसानों द्वारा टोकन अनुसार निर्धारित तिथि में आकर धान बेचा जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सभी उपार्जन केन्द्रों में व्यवस्थाओं को सुलभ रूप से संचालित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। अभी तक जिले के 18 हजार 66 किसानों ने एक अरब 30 करोड़ से अधिक का धान बेच चुके हैं। अभी तक सबसे अधिक उपार्जन केन्द्र नवापारा में 732 किसानों ने धान बेचे हैं। जिले में अभी तक छह लाख 98 हजार 339 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा चुकी है। जिले में अब तक छह लाख नौ हजार 990 क्विंटल मोटा, 14 हजार 575 क्विंटल पतला और 73 हजार 774 क्विंटल सरना धान खरीदा जा चुका है। जिले में उपार्जन केंद्र नवापारा में सबसे अधिक 37 हजार 152 क्विंटल की धान खरीदी हुई है।समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के बाद कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स द्वारा कोरबा जिले में धान का उठाव भी जारी है। अब तक खरीदे गये धान में से मिलर्स ने चार लाख 63 हजार 847 लाख क्विंटल धान का उठाव किया है। मिलर्स ने चार लाख आठ हजार 027 क्ंिवटल मोटा, दस हजार 220 क्विंटल पतला और 45 हजार 600 क्विंटल सरना धान मिलिंग के लिए उठा लिया है। जिले के उपार्जन केन्द्रों में अभी दो लाख 34 हजार 492 क्विंटल धान उठाव के लिए बचा है। खरीफ वर्ष 2020-21 के लिए एक दिसंबर 2020 से शुरू हुए धान खरीदी 31 जनवरी 2021 तक जारी रहेगा। खरीफ सीजन 2020-21 में जिले के 32 हजार 589 किसान 41 समितियों के माध्यम से अपना धान बेचेंगे। जिले के किसानों के लिए धान बेचने के लिए 49 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिये जिले में नये-पुराने मिलाकर 32 हजार 591 किसानों का पंजीयन किया गया है। - कोरबा : कोरबा जिले के दीपका नगर पालिका परिषद क्षेत्र के विकास की योजना नगर एवं ग्राम निवेश विभाग ने तैयार कर ली है। आज इसका प्रकाशन मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं कटघोरा विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर ने दीपका नगर पालिका कार्यालय में किया। योजना के संबंध में जन सामान्य से दावा आपित्तयां अगले 30 दिन की अवधि में चार फरवरी तक ली जाएंगी।योजना प्रकाशन सह प्रदर्शनी आयोजन कार्यालय में दीपका के विकास की अनवरत विकास से आमजनों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया गया। इसके साथ जन प्रतिनिधियों एवं आम जनता ने इस संबंध में आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। दीपका विकास योजना के मानचित्र तथा योजना के संबंध में दावा आपत्तियां एवं सुझाव चार फरवरी तक लिए जाएंगे। दावा आपत्ति कर्ता सीएमओ कार्यालय दीपका नगर पालिका, कलेक्टर कार्यालय कोरबा तथा उप संचालक नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय कोरबा में दावा आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, जनपद पंचायत कटघोरा की अध्यक्ष श्रीमती लता कंवर भी मौजूद रही।
- कोरबा : प्रयास आवासीय विद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए चयन परीक्षा उपरांत जिले के 34 बालक व 32 बालिका का चयन हुआ है। चयनित विद्यार्थियों से च्वाइस फिलिंग फाॅर्म भरवाकर प्रमाण पत्रों, जाति, निवास, आय प्रमाण पत्र सहित आठवीं की अंकसूची तथा फोटो को संलग्न कर वर्गवार सूची तैयार किया जाएगा। चयनित विद्यार्थियों से च्वाइस फिलिंग फाॅर्म, सहमति पत्रक व घोषणा पत्र भरवाने का कार्य प्रयास आवासीय विद्यालय स्याहीमुड़ी कोरबा 11 जनवरी से 14 जनवरी सुबह साढ़े दस से शाम साढ़े पांच बजे तक किया जाएगा।सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कोरबा एस. के. वाहने ने बताया कि चयनित विद्यार्थियों की सूची कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कोरबा, प्रयास आवासीय विद्यालय स्याहीमुड़ी एवं समस्त विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी के सूचना पटल पर देखा जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए जिला के वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डाॅट कोरबा डाॅट जीओवी डाॅट इन का अवलोकन किया जा सकता है।
- श्री बघेल को बताया - ‘‘गोबर बेचकर कमाए 32 हजार रूपए‘‘अभिभूत हुए मुख्यमंत्री ने स्नेह के साथ स्वीकारी भेंट‘‘आप मन के राज में गांव के मनखे हा राम राज म जियत हे, अइसे लागत हे‘‘
कोरबा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज कोरबा जिले के प्रवास के दौरान जब पाली तानाखार विधायक श्री मोहित राम केरकेट्टा के ग्राम पोलमी पहुंचे, तो वहां एक आदिवासी किसान ने उनसे भेंटकर कहा ‘‘मैं हा गोबर बेच के 32 हजार रूपया कमाए हावंव। उई मं के सौ रूपया आप ल भेंट करना चाहथ हंव‘‘। उनके आग्रह पर अभिभूत हुए मुख्यमंत्री ने किसान की भावनाओं का सम्मान करते हुए उनकी दी गई इस भेंट को बड़े ही स्नेह के साथ स्वीकारा और उन्हें धन्यवाद दिया।कोरबा जिले के पाली विकासखंड के सुदूर बीहड़ में बसे ग्राम पुटा के किसान श्री नारायण सिंह गोधन न्याय योजना के हितग्राही हैं। उन्होंने गोबर बेचकर अब तक 32 हजार रूपए कमाए हैं। श्री नारायण सिंह ने गोधन न्याय योजना लागू करने के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल के प्रति आभार जताते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ी भाषा में लिखी पाती भेंट की। इस आभार पत्र में कृषक श्री नारायण सिंह ने प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल को लिखा है कि ‘‘आप मन कईसे हा, आप मन के राज मं हम हन अच्छा हवन। आप मन के राज मं हमर असन गरीब मनखे मन बर, गोधन न्याय योजना चालू करेहा, जेन मं हमर असन गरीब मनखे मन गोबर बेच के कुछ कमा लेत हन। मैं हा गोबर बेच के 32 हजार रूपया कमाए हावंव। उई मं के सौ रूपया आप ल भेंट करना चाहथ हंव। आप मन के राज मं गांव के मनखे हा राम राज म जियत हे, अइसे लागत हे। गाड़ा-गाड़ा जोहार अउ राज मं खुशहाली करे बर शुभकामना‘‘।
कृषक श्री नारायण सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर बेचने के एवज में मिली राशि से परिवार की जरूरतें पूरी हो रही हैं। गोबर बेचने से होने वाली नियमित आमदनी का सबसे बड़ा फायदा यह हुआ है कि अब हमें अपनी दैनिक जरूरतों के लिए किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ती। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने उनसे कहा कि छत्तीसगढ़ ऐसा पहला राज्य है जिसने गोबर खरीद कर गरीब वर्ग को भी आय का साधन उपलब्ध कराया है। राज्य शासन का लक्ष्य है कि अंतिम व्यक्ति को समस्त योजनाओं का लाभ मिले और प्रत्येक नागरिक आर्थिक रूप से सशक्त हो। - स्व. श्रीमती जुगरीबाई केरकेट्टा जी के छायाचित्र पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धाजंलि किया अर्पित
कोरबा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज अपने दो दिवसीय कोरबा प्रवास के दौरान पाली-तानाखार विधायक श्री मोहितराम केरकेट्टा के ग्राम पोलमी पहुंचे। उन्होंने विधायक श्री केरकेट्टा की माताजी स्व. श्रीमती जुगरीबाई केरकेट्टा के छायाचित्र पर पुष्प चढ़ा कर श्रद्धाजंलि अर्पित किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने श्री केरकेट्टा एवं उनके परिजनों से मुलाकात कर शोक व्यक्त किया और शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री चरणदास महंत, जिले के प्रभारी मंत्री एवँ स्कूल शिक्षा मंत्री डॅा.प्रेमसाय सिंह टेकाम, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, लोकसभा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, कटघोरा विधायक श्री पुरुषोत्तम कंवर, मरवाही विधायक डॉ. के.के.धु्रव ग्राम पंचायत पोलमी की सरपंच श्रीमती सुनीता केरकेट्टा, उपसरपंच श्री बद्री नारायण कैवर्त सहित जनप्रतिनिधि एवँ गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। - कोरबा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज ओपन थियेटर सतरेंगा में कोरबा जिले के संस्कृति,पुरातत्व एवं पर्यटन स्थलों के संकलन पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया। इसका प्रकाशन जिल पुरातत्व संग्रहालय कोरबा द्वारा किया गया है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि कोरबा जिले के पुरातात्विक और प्राचीन स्थल प्रदेश ही नहीं देश भर में लोगों के पर्यटन का केंद्र बने।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान भविष्य में कोरबा जिले के पर्यटन स्थलों पर जाने की ईच्छा भी जताई। इस पुस्तिका में कोरबा जिले के विभिन्न पर्यटन स्थलों के साथ धार्मिक स्थल तथा नैसर्गिक सुंदरता वाले जगहों का संकलन है। पुस्तिका में जिले के अन्तर्गत आने वाले अनदेखे खूबसूरती से भरे प्राकृतिक जगहों के बारे में बताया गया है।पुस्तिका में उल्लेख है कि कोरबा जिले के दो स्थानों तुमान और चैतुरगढ़ को कलचुरी काल में प्राचीन छत्तीसगढ़ की राजधानी होनेे का गौरव प्राप्त है। पुस्तिका में जिले के पाली का शिवमंदिर, कनकी, बीरतराई, कुटेसर नगोई, भाटीकुड़ा, मौहारगढ़, सीतामणी गुफा मंदिर, आमाटिकरा कुदूरमाल, पहाड़गाँव, कर्रापाली, घुमानीडांड, कोसगाई, शंकरगढ़ (गढ़कटरा) गढ़उपरोड़ा, रजकम्मा, लाफा, उमरेली, नेवारडीह, देवपहरी आदि जगहों पर प्राचीन मूर्तियाँ और मंदिर का विवरण उपलब्ध है। पुस्तिका में भारत सरकार द्वारा तुमान और पाली के शिवमंदिर को तथा चैतुरगढ़ को संरक्षित करने की भी जानकारी मौजूद है।
एकमात्र संरक्षित स्मारक कुदुरमाल का कबीरपंथी साधना एवं समाधि स्थल का विवरण भी मौजूद है। जिले में सुअरलोट की सीताचैकी, दुलहा दुलही, रानी गुफा, रक्साद्वारी, छातीबहार, भुडूमाटी, बाबामंडिल, मछली माड़ा, हाथाजोड़ी माड़ा और धसकनटुकू सोनारी, अरेतरा आदि जगहों के गुफाओं में आदि मानवों द्वारा चित्रित प्राचीन धरोहर खोजे गये हंै जिसकी जानकारी पुस्तिका में बताया गया है।पुस्तिका में कोरबा जिले में बुका, सतरेंगा, टिहलीसराई, मड़वारानी, झोराघाट, नरसिंहगंगा, परसाखोल, रानीझरिया आदि खूबसूरत पर्यटन स्थल की भी जानकारी हैं। यहाँ शैव, शाक्त और वैष्णव धर्म के मानने वाले लोग प्राचीनकाल में निवास करते थे। शैव धर्म के प्रमाण पाली, तुमान, कनकी, देवपहरी, भाटीगृुड़ा और बीरतराई में शिवमंदिर या उनके अवशेष हंै, जबकि शाक्त धर्म के प्रमाण चैतुरगढ़, सर्वमंगला आदि है। यहाॅ इनके संरक्षण के लिये जिला प्रशासन के देखरेख में एक जिला पुरातत्व संघ संग्रहालय का भी निर्माण आदि की जानकारी संकलित है। - मुख्यमंत्री ने कू्ज बोट में बैठकर किया नौका विहार, बांध के बीच बने तैरते हुए रेस्टोरेंट में चाय की चुस्की का लिया आनंद
कोरबा : कोरबा जिले के मनोरम एवं खूबसूरत तथा नव विकसित पर्यटन स्थल सतरेंगा की खूबसूरती और हसदेव नदी का अथाह जल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को भा गया। एक रात सतरेंगा के रिसाॅर्ट में ठहरने के बाद सुबह जब आंख खुली तो यहां की प्राकृतिक छटा और शांत वातावरण ने मुख्यमंत्री श्री बघेल का मन मोह लिया। बाद में मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने देश-विदेश के पर्यटकों को सतरेंगा आकर वहां की खूबसूरती का आनंद लेने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्राकृतिक खूबसूरती से भरा राज्य है। बस्तर हो या सरगुजा, बिलासपुर हो या बारनवापारा और अब कोरबा का सतरेंगा यहां हर जगह प्राकृतिक सौंदर्य है, रमणीय स्थल है। लोग यहां ज्यादा से ज्यादा आयें और तनाव भरें व्यस्त जीवन में से कुछ आनंद के पल यहां बितायें।श्री बघेल ने सतरेंगा में पर्यटन की दृष्टि से हुए विकास कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने यहां विकसित सुविधाओं की जानकारी कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल से ली। मुख्यमंत्री ने सतरेंगा में बने रिसाॅर्ट, ओपन आडिटोरियम, बोटिंग की व्यवस्था के साथ-साथ आकर्षक गार्डन की तारीफ की। उन्होंने इस सभी विकास कार्यों और सतरेंगा विकास की भविष्य की तैयार योजना के लिए कलेक्टर श्रीमती कौशल की जमकर तारीफ की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 04 जनवरी को कोरबा प्रवास के दौरान पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण सतरेंगा पर्यटन स्थल के कॅाटेज में रात्रि विश्राम किया। मुख्यमंत्री ने बांगो जलाशय की अपार जलराशि में विकसित पर्यटल स्थल सतरेंगा में प्राकृतिक विहंगम दृश्यों के साथ प्रकृति की गोद में समय बिताने का आनंद लिया। श्री बघेल ने अगले दिन की सुबह प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण पर्यटन स्थल में कू्रज बोट में बैठकर नौका विहार भी किया। मुख्यमंत्री ने अपार जल राशि के बीच बने 25 सीटर फ्लोटिंग रेस्टोरेंट पहुंचकर चाय की चुस्की का आनंद लिया। मुख्यमंत्री के साथ विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरण दास महंत, स्कूल शिक्षा मंत्री एवं कोरबा जिले के प्रभारी मंत्री डाॅ. पे्रमसाय सिंह टेकाम, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, कोरबा नगर निगम के महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद, पूर्व विधायक श्री बोधराम कंवर भी बोट में बैठे थे।
पर्यटन स्थल सतरेंगा में प्राकृतिक विहंगम दृश्यों के साथ वाॅटर स्पोट्र्स, एडवेंचर स्पोट्र्स के साथ नौका विहार करने की सुविधा विकसित किया गया है। सतरेंगा स्थित नवनिर्मित रिसाॅर्ट मंे आकर्षक पार्क और ओपन जिम की सुविधा, पार्क में लाॅन ग्रास के साथ लगभग दस हजार रंग बिरंगे फूलों के पौधे, चिल्ड्रन गार्डन में झूले और फिसलपट्टियां की भी सुविधा उपलब्ध है। रिसाॅर्ट परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रमांे के लिए सुसज्जित ओपन थियेटर, थियेटर में सीढ़ीनुमा बैठक व्यवस्था है। हर शाम यहां पर्यटकों के लिए छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति से रूबरू होने स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा लोक नृत्य, लोक गीतों के साथ कैम्प फायर का आयोजन की भी सुविधा है। पास ही कू्रज स्पीड बोट, जेट बोट आदि के साथ वाॅटर स्पोट्र्स की सुविधा उपलब्ध है। सतरेंगा के प्राकृतिक सौंदर्य के साथ अपनी फोटो लेने के लिए सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। खाने-पीने की सुविधा के लिए स्थानीय महिला समूहों द्वारा ‘‘सतरेंगा कैफीटेरिया‘‘ का संचालन भी किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में स्थानीय पर्यटन स्थानों का विकास राज्य शासन की प्राथमिकता में शामिल है। प्रदेश के प्राकृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के पर्यटन स्थलों के विकास से जहां एक ओर छत्तीसगढ़ की पहचान राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है वहीं बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को आजीविका के अवसर भी मिल रहे हैं। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा वन विभाग के सहयोग से सतरेंगा में वर्ष 2019-20 में जिला खनिज न्यास मद से 20 लाख रूपये की लागत से विकास कार्य किये गये हैं। सतरेंगा में पर्यटकों के लिए शानदार काॅटेज, विश्रामगृह, ग्लास हाउस एवं अतिथि गृह का निर्माण किया गया है। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों का विकास किया जा रहा है। इसके साथ ही पर्यटकों की सुविधा के लिए होटल, मोटल, रिसाॅर्ट, कॅाटेज आदि का लगातार निर्माण किया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने मछली पालन के लिए 40 हितग्राहियों कोे दिये छह करोड़ रूपये - मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज सतरेंगा पर्यटन स्थल में केज कल्चर से हो रहे मछली पालन का अवलोकन किया। इस दोैरान मुख्यमंत्री ने केज कल्चर से मछली पालन के लिए 40 हितग्राहियों को 15-15 लाख कुल छह करोड़ रूपये का स्वीकृति पत्र और मछुआ सहकारी समिति को एक लाख रूपये का जाल भी प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने मछुआ समिति के सदस्यों को मछली पालन के लिए प्रोत्साहित किया। सतरेंगा में मछली पालन के लिए मछली पालन विभाग द्वारा वर्ष 2020-21 में 50 लाख रूपये की लागत से केज प्लेटफार्म की स्थापना की गई है। यहां केज कल्चर से तिलापिया और पंगेशियस मछली का पालन किया जा रहा है। मछली पालन से प्रत्यक्ष रूप से 40 और अप्रत्यक्ष रूप से 100 हितग्राहियों को तीन लाख से साढ़े तीन लाख रूपये तक की वार्षिक आय प्राप्त होगी। इस योजना के लिए छह करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। इसमें जिला खनिज न्यास निधि से तीन करोड़ 60 लाख रूपये और मछली पालन विभाग से दो करोड़ 40 लाख रूपये शामिल है।मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से मछलियों को खिलाया दाना- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पर्यटन स्थल सतरेंगा में केज कल्चर से हो रहे मछली पालन का अवलोकन किया। इसके बाद श्री बघेल ने पाले गये पंगेशियस मछलियों को भोजन का दाना अपने हाथों से खिलाया। मुख्यमंत्री ने मछली पालन करके लोगों को बीपीएल से एपीएल में लाने वाली योजना की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि मछली पालन करने से होने वाले लाभ गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को गरीबी से निकालकर सामान्य वर्ग में ला रहा है। उन्होंने मछुआ समिति द्वारा सतरेंगा में किये जा रहे मछली पालन की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने जिले के अधिकारियों से पारिवारिक माहौल में की बातचीत- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरबा प्रवास के दूसरे दिन आज ओपन थियेटर सतरेंगा में जिले के सभी विभागों के अधिकारियों से पारिवारिक माहौल में बातचीत की। उन्होंने अधिकारियों से उनका परिचय पूछा और उनके पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी भी ली। श्री बघेल ने जिले में अच्छा कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया तथा तत्पर होकर निष्ठा और ईमानदारी से लोगों की सेवा में लगे रहने की बात कही। मुख्यमंत्री ने जिले में चल रहे कार्यों की जानकारी ली और योजनाओं का क्रियान्वयन सही ढंग से करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अधिकारी जिस पद के लिए और जिस काम के लिए बैठे हैं उसके अनुरूप काम सही ढंग से हो ताकि हितग्राहियों को पूरा लाभ मिल सके। उन्होंने फसल चक्र परिवर्तन पर जोर देते हुए धान का फसल लेने के बाद गेहूं फिर साग-सब्जी उगाकर आय बढ़ाने के लिए किसानों को पे्ररित करने के भी सुझाव दिए। मुख्यमंत्री ने ब्लाक स्तर पर भी अच्छी गुणवत्ता के साथ इंग्लिश मिडियम स्कूल प्रारंभ करने तथा आईएएस, आईएफएस, आईपीएस जैसे सभी अधिकारियों को भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाने को कहा। जिससे आम लोगों के बच्चों में समानता और एकता का विकास होगा और गरीब बच्चे भी अंगे्रजी स्कूलो में पढ़ने के लिए प्रोत्साहित होंगे। - अजगरबहार और बरपाली बनेंगे तहसीलकोरबा मेडिकल काॅलेज का नामकरण पूर्व विधायक स्व. श्री बिसाहू दास महंत के नाम पर होगाअशोक वाटिका को आॅक्सीजोन बनाने 10 करोड़ राशि की घोषणाइंदिरा स्टेडियम में स्पोट्र्स एकेडमी की मंजूरीभैंसमा काॅलेज का नामकरण श्री प्यारेलाल कंवर के नाम पर होगा
कोरबा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरबा प्रवास के दौरान जिलेवासियों को विभिन्न सौगातें दी है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कोरबा जिले में 836 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने कोरबा जिला के लोगों के विकास और समृद्धि के लिए विभिन्न घोषणाएं भी की। मुख्यमंत्री ने कोरबा के घण्टाघर मैदान स्थित ओपन आॅडिटोरियम में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए क्षेत्र के लोगों और जनप्रतिनिधियों की मांग पर अजगरबहार और बरपाली को तहसील बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने उन्होंने राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल की मांग पर कोरबा स्थित मेडिकल काॅलेज का नामकरण पूर्व विधायक स्व. श्री बिसाहू दास महंत के नाम पर करने की घोषणा की। उन्होंने कोरबा शहर स्थित अशोक वाटिका उद्यान को आॅक्सीजोन के रूप में विकसित करने 10 करोड़ रूपए की राशि देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने भैंसमा स्थित महाविद्यालय का नामकरण श्री प्यारेलाल कंवर के नाम पर करने की घोषणा की। कोरबा शहर में स्थिति इंदिरा स्टेडियम में स्पोट्र्स एकेडमी बनाने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरबा के घण्टाघर मैदान स्थित ओपन थियेटर में आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुए कोरबा जिलेवासियों को विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने जिलेवासियों को 836 करोड़ रूपए से अधिक के 883 कार्यों का भूमिपूजन, लोकार्पण तथा सामग्री वितरण का सौगात दिया। उन्होंने विकास कार्यों की बधाई देते हुए जिलेवासियों को कहा कि जिले में बनने वाले विभिन्न नए सड़कों के बन जाने से लोगों को आने-जाने की सुविधा में बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा एफसीआई में चांवल जमा करने की अनुमति नहीं देने से धान खरीदी की व्यवस्था में व्यवधान आ गया था। मुख्यमंत्री ने बताया कि 03 जनवरी को केन्द्र सरकार द्वारा 26 लाख मीट्रिक टन चांवल जमा करने की अनुमति दी गई है। अनुमति मिलने से धान खरीदी बिना किसी परेशानी के किसानों से होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के हित के लिए किसानों को 10 हजार रूपए प्रति एकड़ देने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरू किया गया है। किसानों को तीन किश्त में राशि उनके खातों में दे दिया गया है। चैथी किश्त की राशि इस वित्तीय वर्ष के खत्म होने से पहले किसानों के खाते में पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना से प्रोत्साहित होकर सरकार से डेढ़ गुना धान बेचने वाले किसानों की संख्या में वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान राज्य शासन की योजनाओं से निश्चित रूप से लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांधी जी के सुराजी गांव परिकल्पना को सिद्ध करते हुए राज्य शासन किसानों के हित के लिए योजना बना रही है। गोधन न्याय योजना से किसान गोबर बेचकर मोटर साईकल की खरीदी कर रहे हैं। उन्होंने महोरा स्थित गौठान में संचालित आजीविका संवर्धन के कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गौठान में महिलाएं गोबर बेचकर लाभ कमाने के साथ वर्मी कम्पोस्ट बनाकर भी आर्थिक स्वावलंबी हो रही है। शासन द्वारा 7400 गौठान स्वीकृत किए गए हैं। 4700 गौठान निर्मित हो चुके हैं तथा 11 हजार पंचायतों में गौठान स्थापित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि गौठान में महिलाएं मुर्गी पालन, सब्जी की खेती, मशरूम उत्पादन, वर्मी खाद उत्पादन करके लाभ कमा रहीं हैं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने युवाओं को रोजगार देने की बात में भी शासन को सहयोगी बताया। उन्होंने कहा कि युवाओं को नौकरी देने के लिए शिक्षक भर्ती, पुलिस भर्ती, सहायक प्राध्यापक तथा विभिन्न विभागों में होने वाले रिक्त पदों में रोजगार देने की शासन की योजना है। उन्होंने बेरोजगार इंजीनियरिंग किए हुए विद्यार्थियों को 20 लाख तक के निर्माण कार्य में ई-क्लास पंजीकरण करके रोजगार देने की बात कही। -
कोरबा : विशेष आवश्यकता वाले दिव्यांग बच्चों को सामान्य बच्चों की तरह पढ़ाई करवाने तथा अन्य गतिविधियों में शामिल करवाने ऑनलाईन विकास कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में विशेष आवश्यकता वाले दिव्यांग बच्चों को गृह आधारित शिक्षा, कोविड-19 के रोकथाम एवं बचाव, बच्चों के दैनिक क्रियाकलाप, बच्चों की समस्या एवं कौशल शिक्षा, अनुकूल व्यवहार, शासकीय योजनाओं एवं सुविधाओं की जानकारी, थैरेपी एवं उपकरण व चिकित्सा संबंधी जानकारी पर चर्चा की गई। इस कार्यशाला में 27 दिव्यांग बच्चे, 19 पालक, 11 शिक्षक तथा छह बीआरपी समावेशी शिक्षा इस प्रकार कुल 63 प्रतिभागी शामिल हुए।
जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा कोरबा ने बताया कि समग्र शिक्षा अंतर्गत विशेष आवश्यकता वाले दिव्यांग बच्चों के लिए समावेशी शिक्षा योजना संचालित है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत विशेष आवश्यकता वाले दिव्यांग बच्चों और गंभीर दिव्यांगता से ग्रसित बच्चों को सामान्य बच्चों की तरह ही अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था के साथ विभिन्न क्रियाकलापों का अभ्यास कराया जाता है। ऑनलाईन वर्चुअल प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन डीएमसी कोरबा, एपीसी तथा जिले में कार्यरत समस्त बीआरपी, समावेशी शिक्षा के सहयोग से किया गया। - अभी तक 15239 मरीज हुए ठीक, कुल पाॅजिटिव 16182, कुल एक्टिव केस 778
कोरबा : जहां कोरोना के नये स्वरूप ने विश्व के लोगों में डर का माहौल पैदा कर दिया है, वहीं जिले के लोगों के लिए जिले में कोरोना संक्रमण की दर में कमी आना राहत भरी बात है। जिला प्रशासन के द्वारा मुहैया करवाई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवाओं के कारण जिले में कोरोना की रफ्तार कम हो रही है। जिले में रोजाना औसत कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आ रही है। अभी तक कुल पाॅजिटिव मरीजों में से 94 प्रतिशत मरीज कोरोना संक्रमण से पूरी तरह मुक्त हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सजगता और गंभीरता पूर्वक काम करने से नए मरीजों की संख्या में कमी आई है। जिले में कोरोना संक्रमित मरीज भी तेजी से और अधिक संख्या में ठीक हो रहे हैं। अभी तक कुल 15 हजार 239 मरीज पूरी तरह कोरोना से संक्रमण मुक्त होकर घर लौट चुके हैं। जिले में अभी तक कुल 16 हजार 182 कोरोना मरीज पाये गये हैं। वर्तमान में कुल 778 कोरोना संक्रमित मरीजों का ईलाज जारी है। अभी तक कोरोना संक्रमण के कारण 165 लोगों की मृत्यु हुई है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक मिले पाॅजिटिव मरीजों और अस्पतालों में इलाज के बाद ठीक हुये मरीजों के हिसाब से करतला विकासखण्ड में रिकवरी रेट जिले मंे सबसे अधिक है। करतला में अब तक एक हजार 425 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है जिनमें से एक हजार 374 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं तथा 41 सक्रिय मरीज है। पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में बीते दिन तक 488 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है जिनमें से अभी तक इलाज के बाद 450 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं तथा 34 सक्रिय मरीज है। कोरबा विकासखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक एक हजार 075 कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिले हैं जिनमें से 947 ठीक हो गये हैं तथा 117 सक्रिय मरीज हैं। कटघोरा विकासखण्ड में मिले चार हजार 942 कोरोना मरीजों में से अब तक चार हजार 575 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो गये हैं तथा 323 मरीजों का ईलाज जारी है। विकासखण्ड पाली में अब तक एक हजार 040 कोरोना मरीजों में से 948 मरीज इलाज के बाद ठीक हुये हैं और 87 मरीजों का ईलाज जारी है। कोरबा के शहरी क्षेत्रों में अब तक सात हजार 212 कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की पहचान हुई है जिनमें से छह हजार 945 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं तथा 176 सक्रिय मरीज हैं। जिले में कोरोना संक्रमण की दर को कम करने तथा पाॅजिटिव मरीजों की पहचान होने से जल्दी ईलाज शुरू करने प्रतिदिन अधिक संख्या में लोगों का कोरोना जांच किया जा रहा है। जिले में अभी तक कुल एक लाख 89 हजार 193 कोरोना जांच सैम्पल लिये जा चुके हैं जिनमें से एक लाख 71 हजार 467 सैम्पलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। लिए गए सैम्पलों में 16 हजार 182 सैम्पलों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है तथा 871 सैम्पलों की रिपोर्ट आना बाकी है एवं 673 सैम्पल विभिन्न तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुए हैं।
जिले में कोरोना संक्रमितों के लक्षणों और गंभीरता के अनुसार उन्हें कोविड अस्पतालों या होम आईसेालेशन में रखकर ईलाज किया जा रहा है। जिले के कोविड संस्थानों में कोरोना संक्रमित मरीजों के ईलाज के लिये कुल एक हजार 330 बेड की क्षमता विकसित की गई है। जिले के कोविड अस्पतालों में अब तक कुल तीन हजार 127 कोरोना संक्रमित मरीजों को ईलाज के लिये भर्ती किया जा चुका है। कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों में 518 मरीज अन्य जिलों के भी शामिल हैं। कुल भर्ती किये गये मरीजों में से दो हजार 800 मरीज कोरोना से स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। बिना या कम लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को घर पर ही होम आईसोलेशन में रखकर ईलाज कराने की सुविधा जिला प्रशासन द्वारा प्रदान की गई है। जिले में अब तक कुल 14 हजार 87 लोगों का ईलाज होम आईसोलेशन में रखकर किया जा चुका है जिनमें से 13 हजार 258 लोग होम आईसोलेशन में रहकर पूर्ण रूप से कोरोना से मुक्त हो चुके हैं। होम आईसोलेशन में रखे गये 527 मरीजों में गंभीर स्वास्थ्य की स्थिति आने पर उन्हें कोविड अस्पताल में भी रिफर किया जा चुका है। - कलेक्टर ने कार्यक्रम स्थल का किया निरीक्षण, दिए जरूरी निर्देश
कोरबा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल चार और पांच जनवरी को कोरबा जिले के प्रवास पर रहेंगे। जिला प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे तथा विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन करेंगे। मुख्यमंत्री के जिला प्रवास से संबंधित कार्यक्रमों के लिए जिला प्रशासन की तैयारियां जोरांे पर है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल आयोजित होने वाले कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियों के संबंध में किये जा रहे व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने कार्यक्रमों की तैयारियों के संबंध में अधिकारी-कर्मचारियों को जरूरी निर्देश भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम स्थल में जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री एस. जयवर्धन, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सूर्य किरण तिवारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।जिला प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल चार जनवरी को विकासखंड पोड़ी-उपरोड़ा के ग्राम महोरा स्थित गौठान का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री गौठान में आजीविका संवर्धन अंतर्गत संचालित गतिविधियों का अवलोकन करेंगे। श्री बघेल गौठान में आर्थिक गतिविधियों में शामिल स्वसहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात भी करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री द्वारा ओपन थियेटर घंटाघर मैदान कोरबा में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया जाएगा। इस दौरान श्री बघेल आमसभा में शामिल जनसभा को संबोधित करेंगे।आमसभा के बाद मुख्यमंत्री श्री बघेल सतरेंगा स्थित पर्यटन स्थल जाएंगे। सतरेंगा में पर्यटन के विकास के लिए किए गए कार्यों का अवलोकन करेंगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल ओपन थियेटर सतरेंगा में विभिन्न संगठन प्रमुख, समाज प्रमुखों, जनप्रतिनिधियों, युवा प्रतिनिधि मण्डल तथा अधिकारियों से भेंट एवं चर्चा करेंगे। तत्पश्चात सतरेंगा में ही रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन पांच जनवरी को मुख्यमंत्री श्री बघेल पाली-तानाखार क्षेत्र के ग्राम पोलमी पहुंचकर विधायक श्री मोहित राम केरकेट्टा की स्वर्गीय माताजी को श्रद्धांजलि अर्पित करंेगे। इसके बाद वे जांजगीर-चांपा जिले में अगले कार्यक्रम में शामिल होने रवाना होंगे। - अन्य किसान भी सब्जियों की खेती की ओर हो रहे आकर्षितजिला प्रशासन द्वारा उन्नत खेती तकनीक, बीज आदि मुहैया कराकर किया जा रहा सहयोग
कोरबा : जिले के किसान धान के अलावा सब्जियों की खेती करके भी मुनाफा कमा रहे हैं। धान की खेती से होने वाले फायदे ने किसानों को ज्यादा आर्थिक लाभ कमाने सब्जियों की खेती की ओर आकर्षित किया है। सब्जी उत्पादन से होने वाले लाभ ने अन्य किसानों को भी सब्जियों की खेती करने की ओर प्रोत्साहित किया है। किसानों को सब्जी उत्पादन के माध्यम से आर्थिक स्वावलंबी बनाने के लिए जिला प्रशासन भी सहायता कर रहा है। उद्यानिकी विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत सब्जी बीज, मल्चिंग, फैंसिंग तथा ड्रिप तकनीक किसानों को मुहैया करवाये जा रहे हैं। आधुनिक और उन्नत तकनीक से खेती करने के कारण किसानों की सब्जी उत्पादन अधिक हो रही है। अधिक उत्पादन से किसानों को अच्छी आवक हो रही है जिससे किसान तथा उनके परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही हैं।विकासखण्ड पाली के ग्राम रैंकी के किसान श्री हरेलूराम पटेल लगभग पांच हेक्टेयर जमीन में सब्जी उत्पादन कर रहे हैं। हरेलूराम ने बताया कि मैं परम्परागत धान की खेती करता था। औसत उपज होने के कारण मेरी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी जिससे मुझे कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था। हरेलूराम ने कहा कि उन्नत तकनीक से खेती करने और सब्जी उत्पादन बढ़ाने के लिए उद्यानिकी विभाग से संपर्क किया। उद्यानिकी विभाग से विभिन्न योजनाओं और तकनीकी मार्गदर्शन का लाभ प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि जिला खनिज न्यास संस्थान, राष्ट्रीय बागवानी मिशन तथा राज्य पोषित योजना अंतर्गत मुझे लौकी, करेला, भिण्डी, तरोई, बरबट्टी, टमाटर बीज की सहायता मिली। मैनें एक एकड़ में लौकी, करेला, बरबट्टी की खेती की जिससे मुझे अच्छी आमदनी प्राप्त हुई। शासन की योजनाओं से मुझे खेती करने में उत्साह मिला जिससे आज पांच एकड़ में टमाटर की खेती कर रहा हूं।
हरेलूराम ने आगे बताया कि सब्जी की खेती करने से पिछले साल लगभग एक लाख की आय प्राप्त हुई थी। इस वर्ष अभी तक दो लाख की आमदनी हो चुकी हैं तथा रबी मौसम समाप्त होते तक लगभग 50 हजार और अतिरिक्त आय होने की सम्भावना है। हरेलूराम ने सब्जी उत्पादन करके अच्छी मुनाफा कमा कर अपने परिवार के स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया है। खुद अच्छी आमदनी कमाकर वह दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत का काम कर रहे हैं।
इसी प्रकार विकासखंड करतला के ग्राम चैनपुर निवासी श्री भुनेश्वर सिंह भी लगभग चार हेक्टेयर जमीन पर सब्जी उत्पादन कर रहे हैं। सब्जी उत्पादन करके उन्होंने लाभ तो कमाया ही, उसके आगे सब्जी उत्पादन व्यवसाय बढ़ाने के लिए दो एकड़ से शुरू करके आज दस एकड़ जमीन में सब्जी की खेती कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुराने तकनीक से खेती करने से औसत आय होती थी। अधिक उत्पादन बढ़ाने के लिए उद्यानिकी विभाग से योजना का लाभ और तकनीकी मार्गदर्शन प्राप्त किया। भुनेश्वर सिंह बताते हैं कि उद्यानिकी विभाग से राष्ट्रीय बागवानी मिशन, राज्य पोषित योजना के अंतर्गत मुझे बरबट्टी, फूलगोभी, पत्तागोभी, टमाटर, करेला एवं भिण्डी बीज प्राप्त हुआ। विभाग ने फेंसिंग, मल्चिंग, पावर स्प्रेयर के साथ तकनीकी मार्गदर्शन भी दिया। उन्होंने बताया कि सब्जी की खेती से पिछले साल लगभग दो लाख रूपए की आय प्राप्त हुई थी। भुनेश्वर सिंह इस सीजन में अभी तक चार लाख रूपए की आय प्राप्त कर चुके हैं तथा सीजन खत्म होने तक साढ़े चार लाख और आय प्राप्त होने की सम्भावना जताई है। भुनेश्वर सिंह सब्जी उत्पादन से मुनाफा कमा कर आसपास के किसानों के साथ अपनी खेती से मुनाफा कमाने की तकनीक को साझा भी कर रहे हैं। -
सरमा-जलके-पिपरिया मार्ग पर पुल बनने से 11 गांवो के 16 हजार से अधिक लोग हो रहे लाभान्वित
कोरबा : जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों में लोगों के आने-जाने के लिए पहुंच मार्ग को जिला प्रशासन द्वारा गंभीरता से पूरा किया जा रहा है। ग्रामीण सड़कों को बारहमासी आवागमन लायक बनाने प्रशासन जुटा हुआ है। ग्रामीण रास्तों के बीच आने-जाने वाले नदी-नालों पर पक्के पुल का भी निर्माण किया जा रहा है। पाली-तानाखार क्षेत्र के ग्रामीण मार्ग सरमा-जलके-पिपरिया पर कटई नाला पर पक्के पुल बनने से क्षेत्र के आसपास रहने वाले ग्रामीणों को आने-जाने की सुविधा मिल रही है। बरसात के मौसम में आने-जाने में होने वाली परेशानी अब दूर हो गई है। कटई नाले को पार करके पहले स्कूली बच्चों, मरीजों और आमजनों को आने-जाने मे बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता था। कटई नाले पर पानी भर जाने से बारिश के मौसम में इस क्षेत्र का सम्पर्क जिला एवं विकासखण्ड मुख्यालय से टूट जाता था। दूरस्थ वनांचल होने के कारण पुल बनने से क्षेत्र के लोगों के आने-जाने की सुविधा में बढ़ोत्तरी हुई है।
सरमा-जलके-पिपरिया मार्ग पर बने पुल की लंबाई 96 मीटर है तथा चैड़ाई 8.4 मीटर है। पुल की चैड़ाई को दो वाहनों के एक साथ पार हो जाने लायक बनाया गया है। चार स्पान वाले इस पुल का निर्माण समय सीमा के अंदर पूरा किया गया है। अब स्कूली बच्चों के साथ मरीजों को भी समय में और बारहमासी पहुंच की सुविधा मिल रही है। आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि नाले पर पानी भर जाने से बहुत परेशानियां उठानी पड़ती थी। बच्चे नाले पार कर स्कूल तक नहीं पहुंच पाते थे, मरीजों को समय पर बड़े अस्पताल ले जाने की सुविधा नहीं मिल पाती थी। ग्रामीणों ने बताया कि पुल बनने से आवागमन में होने वाली परेशानियां अब दूर हो गई है। आसपास के ग्रामीण पुल के बनने से अब व्यवसाय करने और बड़े बाजार जाने के लिए आसानी से आवागमन कर पा रहे हैं। -
सिंचाई रकबा 18 हेक्टेयर बढ़ा, 503 ग्रामीणों को मिला रोजगार
कोरबा : छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी ग्राम सुराजी नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी योजना ग्रामीणों की आजीविका संवर्धन और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सफल एवं प्रभावी साबित हो रही है। कोरबा मुख्यालय से करीब 15 कि.मी. दूर ग्राम पंचायत कोरकोमा में रामनगर के तुर्री मंदिर से निकला कचांदी नाला है, जो कि करीब 30 कि.मी. लंबा एवं बहुत पुराना है। नाला एवं उसके आस पास के क्षेत्र का जलस्तर लगातर कम होता जा रहा था, जिसें छ.ग. शासन की महात्वांकाक्षी योजना नरवा गरूवा घुरूवा बाड़ी योजना के तहत कचांदी नाला का उपचार किया गया जिसमें जल व मिटटी संरक्षण की संरचनाएं मनरेगा के तहत बनाई गई है।
मनरेगा के तहत ब्रशवुड, लूजबेल्डर, गलीप्लग, डबरी तालाब का निर्माण करके नाला उपचार किया गया है। नाले पर जगह-जगह बनी विविध संरचनाओं का सीधा लाभ ग्रामीणों को नाले में पानी भराव, एवं सिचांई सुविधा के रूप में मिल रहा है। सिचांई सुविधा मिलने से 18 हेक्टेयर सिचांई रकबा बढ गया है। नाले से कोरकोमा, मुढुनरा, बुंदेली, करूमौहा आदि ग्राम पंचायतों के किसानों को लाभ मिला रहा है। वहीं दूसरी ओर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी से बनाई गई जल संवर्धन की संरचनओं में 500 से अधिक ग्रामीणों को रोजगार मिला है। नाला उपचार के कार्यो से करीब छह हजार से अधिक मानव दिवस सृजित किये गये है।
नाले में पानी की कमी से पहले खेत खाली रहते थे लेकिन नाला उपचार के बाद अब नाले में पर्याप्त पानी है जिससे खेतो को सिचाई सुविधा मिल गयी है, सिचाई सुविधा मिलने से किसानो ने खेतों में एक साल में दूसरी फसल लगाई है, अब खेतों में फसल लहलहा रही है। फसल उत्पादन बढ़ने से गा्रमीणों का आजीविका संवर्धन हो रहा है। किसान कृष्णा, नरम साय, खुलेश्वर सिंह राठिया, जोगीराम राठिया का कहना है कि नरवा गरूवा धुरूवा बाड़ी छ.ग. सरकार की महत्वकांक्षी योजना है, जिसमें नाला उपचार के तहत किये गये कार्यो से नदी नालों में पानी भरा रहेगा, भूमिगत जलस्तर में बढ़ोत्तरी होगी, इससे ग्रामीणों की अजीविका संवर्धन होने से ग्रामीण किसानों के जीवन में खुशियां आयेगी। - स्वसहायता समूहों को गौठान में संचालित आजीविका गतिविधियांे से हो रहा मुनाफा
कोरबा : विकासखंड पोड़ी-उपरोड़ा के ग्राम पंचायत भांवर के आश्रित ग्राम महोरा के गौठान में विभिन्न आर्थिक गतिविधियां संचालित हो रहीं हैं। आर्थिक गतिविधियों से गौठान में काम करने वालीं विभिन्न महिला स्वसहायता समूहांे को आर्थिक लाभ मिल रहा है। हरे कृष्णा स्वसहायता समूह के द्वारा वर्मी खाद उत्पादन किया जा रहा है जिसमें पांच महिला जुड़ी हैं जिनके द्वारा कुल 165 क्विंटल वर्मीखाद का विक्रय किया गया है जिससे समूह को एक लाख 62 हजार रूपए का मुनाफा हुआ है। गौठान में महिला समूहों द्वारा गोबर से गमला, दीया, लकड़ी बाती भी बनाया जा रहा है। अभी तक कुल 400 नग की बिक्री भी हो चुकी है जिससे समूह को लगभग 12 हजार रूपए का लाभ हुआ है। वर्तमान में समूह द्वारा मुर्गी पालन का काम भी किया जा रहा है। महोरा गौठान में धनलक्ष्मी स्वसहायता समूह द्वारा दोना-पत्तल बनाने का काम भी किया जा रहा है। समूह में दस महिलाएं हैं, अभी तक समूह की महिलाओं द्वारा बनाई गई चीजों को बेचने से 25 हजार रूपए की आमदनी भी प्राप्त हो चुकी है। इस समूह द्वारा अगरबत्ती, दीया, बाती का निर्माण भी किया जा रहा है।
महोरा गौठान में आर्थिक गतिविधियों में पूजा स्वसहायता समूह की दस महिलाएं भी लगी हुईं हैं। इस समूह द्वारा कोसा धागा निकालने का काम किया जा रहा है। समूह की महिलाओं को रेशम विभाग द्वारा कोसा धागा निकालने के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया है।गौठान में सरस्वती स्वसहायता समूह की दस महिलाआंे द्वारा मशरूम उत्पादन का काम भी किया जा रहा है। उत्पादित मशरूम को बेचने से महिलाओं को लाभ भी प्राप्त होना शुरू हो गया है। साईं स्वसहायता समूह की दस महिलाओं द्वारा जैविक खाद पैकिंग करने के लिए उपयोग में आने वाली बोरी में प्रिंटिंग का काम भी किया जा रहा है। इस समूह के द्वारा क्षेत्र के सभी गौठानों में बोरी की सप्लाई की जाएगी। महोरा गौठान में चारागाह क्षेत्र में सब्जी उत्पादन के काम में छहस्वसहायता समूह की महिलाएं काम कर रहीं हैं। छह समूहों की 60 महिलाआंे ने 36 हजार रूपए तक की सब्जी उत्पादन कर मुनाफा भी कमा चुके हैं। चारागाह क्षेत्र में लगी बाड़ी में पूरी तरह जैविक तरीके से खेती की जा रही है तथा किसी भी प्रकार के रसायन का उपयोग नहीं किया जा रहा है।महोरा में गौठान समिति के द्वारा कृषि यंत्र सेवा केन्द्र, मिनी राईस मिल का संचालन भी किया जा रहा है। इस कार्य से गौठान समिति को 18 हजार रूपए से अधिक की आमदनी अभी तक हो चुकी है। समिति द्वारा गौठान क्षेत्र में मुर्गी पालन, मछली पालन तथा चारागाह क्षेत्र में चारा उत्पादन एवं फलदार वृक्षों का रोपण भी किया गया है। - कोरबा : कोरोना के कारण सभी क्षेत्रों में बदलाव आया है। सभी क्षेत्र आंशिक रूप से या पूर्ण रूप से प्रभावित हुए हैं। कुछ क्षेत्र इस विपदा को झेल नहीं पाए जिसके कारण उनको काफी नुकसान झेलना पड़ा पर कुछ क्षेत्र ने इस बदलाव को स्वीकार करते हुए कार्य करने के ढंग में परिवर्तन किया और सफलता हासिल की। कोविड के कारण शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत प्रभाव पड़ा। बच्चे अध्ययन और अध्यापन से दूर होने लगे। परंतु शिक्षकों की तत्परता एवं लगन से इस प्रभाव को बहुत हद तक दूर किया गया और बच्चों को अध्यापन से जोड़ा गया।कोविड काल बना अवसर, निशा ने जगाई पढ़ाई की अलख - शहर के सुदूर वनांचल गांव करतला के हायर सेकंडरी स्कूल में पदस्थ व्याख्याता श्रीमती निशा चन्द्रा ने कोरोनावायरस के काल को अवसर में बदल दिया। छ.ग. शासन की योजना पढ़ाई तू हर दुआर इसमें वरदान साबित हुई । निशा चंद्रा ने कक्षाएं लेने का सिलसिला प्रारंभ किया और आज तक उन्होंने 250 से अधिक ऑनलाइन कक्षाएं ली है जिसमें पाठ्यक्रम पूर्ण कराकर अब पुनरावृत्ति कराया जा रहा है ।उनकी कक्षाओं में प्रदेश के विभिन्न जिले के विद्यार्थी भी जुड़ते हैं। अब तक 3500 से अधिक विद्यार्थीयो ने उनकी कक्षाओं के लिए पंजीयन कराया हैं। साथ ही आदिवासी बाहुल्य के वे विद्यार्थी जो नेटवर्क विहीन स्थानों पर रह रहे हैं या जिनके पास कक्षा के समय मोबाइल उप्लब्ध नही हो पाता है ऐसे विद्यार्थियों के लिए पाठ्यवस्तु का वीडियो बनाने का कार्य प्रारंभ किया। वह सरल शब्दों में बच्चों तक पाठ्यवस्तु पहुंचाने का कार्य करने लगी और अब तक 75ः पाठ्यक्रम का वीडियो निर्माण किया जा चुका है। यह वीडियो विद्यार्थियों के लिए अत्यंत ही लाभदायक सिद्ध हो रहे हैं।
मोहल्ला क्लास बना फिटनेस क्लास - गढ़ कटरा में मोहल्ला क्लास निरन्तर जारी है। बच्चों की उपस्थिति भी 75ः से अधिक है। गली के बीचोबीच क्लास लगने के कारण नन्हे मुन्ने भी उपस्थित होते हैं। बच्चों के लिए एक स्वस्थ दिनचर्या बनाने का प्रयास किया है। मोहल्ला क्लास की शुरुआत विद्यालय परिसर में रोपित पौधों को खाद पानी देने के साथ होती है। इसके लिए नन्हें वृक्षमित्रों की टोली बनी है। इस कार्य के लिए आधे घण्टे का समय निर्धारित है।
इसके बाद बच्चे मोहल्ला क्लास में आकर नियमित रूप से व्यायाम की कक्षा में शामिल होते हैं। कड़ाके की ठण्ड और कोरोनाकाल में नियमित शारीरिक अभ्यास की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। इसी को ध्यान में रखकर इसके लिए 45 मिनट का फिटनेस क्लास रखा गया है। इस क्लास में बच्चे ड्रम की धुन पर व्यायाम करते हैं। इसके बाद पठन पाठन के लिए 2.50 घण्टे का समय निर्धारित है।
प्राथमिक शाला गढ़कटरा में पिछले एक अप्रैल से ऑनलाइन क्लास की शुरुआत की गई थी। लेकिन नेटवर्क समस्या के कारण कुछ महीनों बाद इसे मुहल्ला क्लास में बदलना पड़ा। विगत तीन अगस्त से गली में स्थित मंच में नियमित रूप से क्लास लग रही है। शिक्षक श्रीकांत भरिया प्रतिदिन मोहल्ला क्लास के लिए प्रतिदिन 70 किलोमीटर सफर कर रहे हैं। गाँव के मंच को ही एक मिनी स्कूल में परिवर्तित किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पाण्डेय द्वारा मिले लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पालकों से भी मदद ली जा रही। सभी बच्चों के घरों में लक्ष्य चार्ट लगाया गया है और पालकों को भी अवगत कराया गया है।
मोहल्ला क्लासों में संवरता भविष्य - छत्तीसगढ़ शासन की महत्वपूर्ण योजना पढ़ाई तुहार द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम पंचायत रेकी में शासकीय माध्यमिक शाला के शिक्षकों द्वारा नियमित मोहल्ला क्लास का संचालन किया जा रहा है. मोहल्ला क्लास में छात्र-छात्राओं उत्साहपर्वक उपस्थित हो रहे हैं । शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा के व्याख्याता राकेश टंडन ने जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा के शैक्षणिक समर्थन संबंधित कार्यक्रम के तहत इस मोहल्ला क्लास में छात्र-छात्राओं तथा विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए प्रेरित किया तथा कोविड-19 से संबंधित सावधानियां बताई। उनके द्वारा अंग्रेजी शिक्षण तथा गणित शिक्षण में आने वाली समस्याएं छात्रों को बताई जाती हैं। मोहल्ला क्लास में लगभग 80 से 90 विद्यार्थी प्रतिदिन उपस्थिति रहते हैं। मोहल्ला क्लास में शिक्षक श्री सतानंद यादव तथा श्रीमती रामप्यारी पैकरा द्वारा छात्र-छात्राओं को सभी विषयों का अध्यापन कार्य कराया जाता है। मोहल्ला क्लास के आयोजन में शिक्षक श्री सतानंद यादव द्वारा छात्र छात्राओं को उनके घर-घर जाकर मोहल्ला क्लास में आने के लिए प्रेरित किया गया. मोहल्ला क्लास के आयोजन से अभिभावकों छात्र-छात्राओं तथा ग्रामीणों में शिक्षा के विकास के प्रति एक नई आशा की संचार हुआ है। - पोड़ी-उपरोड़ा के साप्ताहिक बाजार में लगाई गई योजनाओं की विकास फोटो प्रदर्शनी
कोरबा : छत्तीसगढ़ सरकार के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में जनसंपर्क विभाग द्वारा शासन के जन कल्याणकारी योजनाओं की उपलब्धियों की विकास फोटो प्रदर्शनी लगाई गई। आज विकासखण्ड पोड़ी-उपरोड़ा के साप्ताहिक हाट-बाजार में एक दिवसीय विकास फोटो प्रदर्शनी लगाई गई।
इस प्रदर्शनी के माध्यम से पोड़ी-उपरोड़ा सहित आसपास के गांव में रहने वाले लोगों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर विकास फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में पहुंचकर ग्रामीण जनों ने शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली तथा योजनाआंे से होने वाले लाभ के प्रति जागरूक हुए।
ग्राम पंचायत पोड़ी-उपरोड़ा के किसान श्री दिनेश कंवर ने विकास फोटो प्रदर्शनी में पहुंचकर सभी योजनाओं के फोटो युक्त पैनल को बारिकी से देखा।श्री दिनेश ने कहा कि विकास प्रदर्शनी के आयोजन से हमारे गांव के लोगों सहित आसपास के गांव के लोग भी योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं तथा योजनाओं का लाभ उठाने जागरूक भी हो रहे हैं।
प्रदर्शनी में आए पोड़ी-उपरोड़ा के रहने वाले ग्रामीण श्री जीवराखन ने किसानों को दो हजार 500 रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान की कीमत देने के लिए राज्य सरकार का धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि इस योजना से गरीब किसानों को धान का वाजिब दाम सरकार द्वारा दिया गया।
राज्य सरकार ने किसानों से संबंधित बहुत ही अच्छी योजनाओं को लागू किया है इससे सभी प्रदेशवासी निश्चित तौर पर लाभान्वित हो रहे हैं। साप्ताहिक बाजार में लगे विकास फोटो प्रदर्शनी में योजनाओं से संबंधित पाम्प्लेट, पुस्तकों आदि का वितरण भी किया गया। जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानने के लिए ग्रामीणों ने उत्सुकता और जिज्ञासा के साथ योजनाओं के पुस्तकों को अपने पास रखा।
प्रदर्शनी के माध्यम से शासन के दो वर्षों के कार्यो को फोटो के माध्यम से लोगों को बताया गया। इस विकास फोटो प्रदर्शनी का ग्रामीण और युवाओं ने अधिक संख्या में आकर अवलोकन किया।ग्राम पोड़ी-उपरोड़ा में लगाए गए विकास फोटो प्रदर्शनी में छत्तीगसढ़ शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, 23 नये तहसीलों का गठन, महिला उत्थान के लिए संचालित योजनाएं, लघु वनोपज की खरीदी, तेंदुपत्ता संग्रहण, गोधन न्याय योजना अंतर्गत गोबर की खरीदी, डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजनाएॅ, किसानों को न्याय योजना के माध्यम से धान का दो हजार पांच सौ रूपए प्रति क्विंटल भुगतान, लाॅकडाऊन में मनरेगा बना रोजगार का सबसे बड़ा साधन, नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजनाओं और उससे राज्य में लाभान्वित हितग्राहियों की जानकारी और लोगों को इन योजनाओं से मिलने वाले लाभों के बारे में बताया गया। - राष्ट्रीय युवा दिवस के परिप्रेक्ष्य में जनसम्पर्क विभाग का आयोजन
ऑनलाइन पंजीयन 01 जनवरी से 10 जनवरी तक
100 सर्वश्रेष्ठ स्लोगन को जनसम्पर्क विभाग द्वारा एक-एक हजार रूपए का पुरस्कार
सभी प्रतिभागियों को मिलेगा डिजिटल सर्टिफिकेट
कोरबा : स्वामी विवेकानंद जी की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ शासन के जनसम्पर्क विभाग द्वारा ‘‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़‘‘ और ‘‘छत्तीसगढ़ी युवा‘‘ विषय पर स्लोगन प्रतियागिता का आयोजन किया जा रहा है।इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए इच्छुक प्रतिभागी 01 जनवरी से 10 जनवरी 2021 तक जनसम्पर्क विभाग की वेबसाइट http://jansampark.cg.gov.in, http://dprcg.gov.in में ऑनलाइन पंजीयन करा सकते हैं।स्लोगन स्व-लिखित होना चाहिए। नकल या कही और से लिए गए स्लोगन में किसी भी विवाद के मामले में प्रतिभागी जिम्मेदार होंगे। स्लोगन की वर्ण संख्या 250 निर्धारित है।स्लोगन की भाषा छत्तीसगढ़ी, हिन्दी एवं इंग्लिश होगी। इस प्रतियोगिता के माध्यम से चयनित स्लोगन का उपयोग प्रचार-प्रसार हेतु किया जा सकेगा। सभी प्रतिभागियों को डिजिटल सर्टिफिकेट एवं 100 सर्वश्रेष्ठ स्लोगन को जनसम्पर्क विभाग द्वारा एक-एक हजार रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा।