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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
54 लाख मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य
जिले की बड़ी उपलब्धि 45 लाख से अधिक मानव दिवस सृजित, 95 हजार परिवारों को रोजगार
कोरबा : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-2021 में अब तक 45.60 लाख से अधिक मानव दिवस सृजित किये गये है जो कि योजना प्रारंभ से अब तक जिले की सबसे बड़ी उपलब्धि है। 21 मार्च 2021 को जिले में 101294 लाख श्रमिक रोजगार के लिए मनरेगा के विभिन्न कार्यो में नियोजित थे।
जिले में मनरेगा के तहत इस वर्ष 54 लाख मानव दिवस सृजित करने का निर्धारित किया गया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन में अब तक जिले में 45 लाख 60 हजार 880 लाख रोजगार दिवस का सृजन किया जा चुका है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 84 प्रतिशत है।
मानव दिवस सृजन लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अभी एक सप्ताह शेष है जिसमें कोरबा जिला 100 प्रतिशत लक्ष्य की ओर अग्रसर है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार ने सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, कार्यक्रम अधिकारियों, तकनीकी सहायको को निर्देशित किया है कि निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति हेतु ज्यादा से ज्यादा श्रम मूलक कार्य संचालित किये जायेे तथा मांग अनुसार अधिक से अधिक श्रमिको को रोजगार प्रदाय किया जाये।जिले में मनरेगा के तहत कुल एक लाख 49 हजार 699 पंजीकृत परिवार है जिसमें से एक लाख 28 हजार 371 सक्रिय परिवार है अब तक 95 हजार 459 परिवारो को रोजगार प्रदाय किया जा चुका है।
कोरबा जिले में कुल 45लाख 60 हजार 860 मानव दिवस रोजगार सृजित किए जा चुके हैं। जनपद पंचायत कोरबा में सात लाख 30 हजार 990 मानव दिवस, जनपद पंचायत करतला में पांच लाख 62 हजार 032 मानव दिवस, जनपद पंचायत कटघोरा में तीन लाख 15 हजार 299 मानव दिवस, जनपद पंचायत पाली में 13 लाख 93 हजार 637 मानव दिवस तथा जनपद पंचायत पोडी उपरोडा में 15 लाख 58 हजार 902 मानव दिवस सृजित किए जा चुके है।
महात्मा गांधी नरेगा के तहत हितग्राही मूलक एवं सामुदायिक कार्यो में ग्रामीणों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। वर्तमान में जल संरक्षण एवं संवर्धन कार्य - नरवा उपचार के तहत विभिन्न संरचनाओ का निर्माण, गौठान निर्माण, नया तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, डबरी निर्माण, सिंचाई कूप निर्माण, भूमि सुधार, आदि कार्य किए जा रहे हैं। -
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54 लाख मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य
जिले की बड़ी उपलब्धि 45 लाख से अधिक मानव दिवस सृजित, 95 हजार परिवारों को रोजगार
कोरबा : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-2021 में अब तक 45.60 लाख से अधिक मानव दिवस सृजित किये गये है जो कि योजना प्रारंभ से अब तक जिले की सबसे बड़ी उपलब्धि है। 21 मार्च 2021 को जिले में 101294 लाख श्रमिक रोजगार के लिए मनरेगा के विभिन्न कार्यो में नियोजित थे।
जिले में मनरेगा के तहत इस वर्ष 54 लाख मानव दिवस सृजित करने का निर्धारित किया गया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन में अब तक जिले में 45 लाख 60 हजार 880 लाख रोजगार दिवस का सृजन किया जा चुका है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 84 प्रतिशत है। मानव दिवस सृजन लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अभी एक सप्ताह शेष है जिसमें कोरबा जिला 100 प्रतिशत लक्ष्य की ओर अग्रसर है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार ने सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, कार्यक्रम अधिकारियों, तकनीकी सहायको को निर्देशित किया है कि निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति हेतु ज्यादा से ज्यादा श्रम मूलक कार्य संचालित किये जायेे तथा मांग अनुसार अधिक से अधिक श्रमिको को रोजगार प्रदाय किया जाये। जिले में मनरेगा के तहत कुल एक लाख 49 हजार 699 पंजीकृत परिवार है जिसमें से एक लाख 28 हजार 371 सक्रिय परिवार है अब तक 95 हजार 459 परिवारो को रोजगार प्रदाय किया जा चुका है।
कोरबा जिले में कुल 45लाख 60 हजार 860 मानव दिवस रोजगार सृजित किए जा चुके हैं। जनपद पंचायत कोरबा में सात लाख 30 हजार 990 मानव दिवस, जनपद पंचायत करतला में पांच लाख 62 हजार 032 मानव दिवस, जनपद पंचायत कटघोरा में तीन लाख 15 हजार 299 मानव दिवस, जनपद पंचायत पाली में 13 लाख 93 हजार 637 मानव दिवस तथा जनपद पंचायत पोडी उपरोडा में 15 लाख 58 हजार 902 मानव दिवस सृजित किए जा चुके है। महात्मा गांधी नरेगा के तहत हितग्राही मूलक एवं सामुदायिक कार्यो में ग्रामीणों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। वर्तमान में जल संरक्षण एवं संवर्धन कार्य - नरवा उपचार के तहत विभिन्न संरचनाओ का निर्माण, गौठान निर्माण, नया तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, डबरी निर्माण, सिंचाई कूप निर्माण, भूमि सुधार, आदि कार्य किए जा रहे हैं। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'बाला गांव के किसानों ने की थी सिंचाई सुविधा की मांग, 50 से अधिक किसानों को होगा फायदानदी के दोनो तरफ लगभग 100 एकड़ रकबे की फसलों में हो सकेगी सिंचाई
कोरबा : कोरबा जिले में जनसमस्याओं को गांव-गांव में जाकर सुलझाने के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की पहल पर आयोजित निदान शिविर से बाला गांव के 50 से अधिक किसानों को पूरे साल खेतों में सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा। पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड के सलिहाभाठा गांव में लगे निदान शिविर में पंचायत के आश्रित गांव बाला में तान नदी के स्टाॅप डैम से सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने की गुहार ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई थी। इस संबंध में सलिहाभाठा के सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों ने भी स्टाॅप डैम के पानी को नदी किनारे लगी फसलों में सिंचाई के लिए उपयोग करने जरूरी व्यवस्था का आग्रह प्रशासन से किया था।
निदान शिविर मंे आवेदन प्राप्त होेते ही कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने तत्परता से इस पर कार्रवाई करते हुए स्टाॅप डैम स्थल का तकनीकी निरीक्षण करने के निर्देश सिंचाई विभाग, कृषि विभाग और क्रेडा विभाग के अधिकारियों को दिए थे। अधिकारियों द्वारा स्थल जांच कर सिंचाई के लिए सौर उर्जा चलित सामुदायिक सिंचाई योजना की स्थापना का विस्तृत प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था।
योजना के संबंध में क्रेडा के जिला प्रभारी सहायक अभियंता श्री एन. के. राय ने बताया कि निदान शिविर में आवेदन प्राप्त होने के बाद अधिकारियों के दल द्वारा तान नदी पर बाला गांव के निकट सिंचाई परियोजना के लिए निरीक्षण किया गया था। सिंचाई के लिए चयनित स्थल पर तान नदी में जल संसाधन विभाग द्वारा बनाया हुआ एनीकट है। इस एनीकट से नदी में बारह महीने पानी उपलब्ध होेता है। श्री राय ने बताया कि गांव से दूर होने के कारण यहां बिजली की व्यवस्था नहीं है। नदी के किनारे के खेतों में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी होने के कारण इस स्थान पर सौर उर्जा चलित सामुदायिक सिंचाई योजना का प्रस्ताव कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया गया था जिसे मंजूरी मिल गई है।
सहायक अभियंता ने बताया कि जिला खनिज न्यास मद से इस योजना के लिए एक करोड़ रूपए से अधिक की राशि मंजूर की गई है। योजना से आसपास के 50 से अधिक किसानों को लगभग एक सौ एकड़ रकबे में सिंचाई के लिए बारह मासी पानी मिल सकेगा। इस योजना के लिए तान नदी पर काम भी शुरू हो गया है। खेतों में सिंचाई के पानी पहुंचाने के लिए नदी से पाईप लाइन बिछाकर तीन सौर उर्जा चलित पंप लगाए जाएंगे। 10-10 हाॅर्सपावर के सौर उर्जा चलित इन पंपो से पाईप के माध्यम से तान नदी एनीकट से पानी खींचकर किसानों के खेतों तक पहुंचाया जाएगा। इस योजना के कार्यशील हो जाने से किसान रबी-खरीफ के साथ-साथ गर्मियों में भी सब्जी आदि की फसल लगा सकेंगे। इसके साथ ही इसी पानी से गांव के मुख्य तालाब को भी समय-समय पर भरा जा सकेगा, जिससे ग्रामीणों को निस्तारी के लिए भी भरपूर पानी मिल सकेगा। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
बिलासपुर जिले के लगभग 50 हजार मीट्रिक टन धान की मिलिंग कोरबा में होगी
कलेक्टर ने जिले के मिलर्स के साथ की बैठक, पहले चरण में लगभग 78 हजार क्विंटल धान का उठाव होगा
कोरबा : छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ द्वारा कोरबा जिले को वर्ष 2019-20 में और 2020-21 के दौरान खरीदे गए धान की कस्टम मिलिंग के लिए अंतर्जिला कस्टम मिलिंग अनुमति दी गई है।इस अनुमति के आधार पर कोरबा जिले के राईस मिलर दोनों वर्षाें को मिलाकर बिलासपुर में खरीदे गए 49 हजार 875 मीट्रिक टन धान की कस्टम मिलिंग करेंगे।
इस बारे में आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिले के राईस मिलरों के साथ बैठक कर बिलासपुर के धान की कस्टम मिलिंग की कार्य योजना पर विस्तृत चर्चा की। बैठक में राईस मिलरों ने पहले चरण में लगभग 78 हजार क्विंटल धान का अगले दो-तीन उठाव कर मिलिंग शुरू करने पर सहमति जताई और बैठक में ही इसके लिए लगभग 30 राईस मिलरों ने आवेदन भी दिए।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने तत्काल सभी को अनुमति देने के निर्देश जिला खाद्य अधिकारी को दिए। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से धान उठाकर लगातार मिलिंग करने की सहमति भी बैठक में मिलर्स ने दी। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया, जिला खाद्य अधिकारी श्री जितेन्द्र सिंह और जिला विपणन अधिकारी श्रीमती जाह्नवी जिल्हारे भी मौजूद रहे।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बताया कि वर्ष 2019-20 में बिलासपुर जिले में खरीदे गए धान में से 17 हजार 500 मीट्रिक टन और वर्ष 2020-21 में खरीदे गए धान में से 22 हजार 375 मीट्रिक टन अरवा धान की मिलिंग के लिए कोरबा जिले के राईस मिलरों को अंतर्जिला कस्टम मिलिंग अनुमति मिली है।
कलेक्टर ने यह भी बताया कि वर्ष 2019-20 के धान की अरवा मिलिंग के लिए राईस मिलरों द्वारा जितनी मात्रा का डिमांड ऑर्डर आवेदन किया जाएगा, उन्हें वर्ष 2020-21 के लिए उस मात्रा का दोगुना डिमांड ऑर्डर दिया जाएगा। बैठक में यह भी बताया गया कि कोरबा जिले के अरवा कस्टम मिलर्स को बिलासपुर से धान का उठाव करने के बाद बिलासपुर जिले में ही सीएमआर जमा करना होगा।
बैठक में कलेक्टर ने सभी राईस मिलर्स से वर्ष 2019-20 के 17 हजार 500 मीट्रिक टन धान का बिलासपुर से जल्द से जल्द उठाव करने को कहा ताकि उठाई गई मात्रा के आधार पर वर्ष 2020-21 के धान का भी डीओ जारी किया जा सके। श्रीमती कौशल ने जिला खाद्य अधिकारी और जिला विपणन अधिकारी को इसकी सतत माॅनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
दुर्गम दूरस्थ वनांचलों में ढोंढ़ियों को पक्का किया जाएगा, पानी का क्लोरीनेशन भी होगा
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने बैठक में दिए निर्देश
कोरबा : जिले में भीषण गर्मी एवं लू से होने वाली समस्याओं से निजात दिलाने तथा सभी क्षेत्रों में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने की कवायद शुरू हो गई है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज इस मुद्दे पर वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी राजस्व अधिकारियों, जनपद सीईओ, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली।
कलेक्टर श्रीमती कौशल के बैठक में भीषण गर्मी एवं लू से होने वाली बीमारियों से बचाव संबंधी कार्य योजना तैयार करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी. बी. बोडे को दिए। उन्होंने कहा कि अप्रैल से जून माह के दौरान भीषण गर्मी पड़ने एवं लू चलने से जन-जीवन प्रभावित होता है जिससे जन-साधारण को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
कलेक्टर ने कहा कि लू से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए तहसील स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गठित की जाएगी। अत्याधिक प्रभावित स्थलों के लिए मोबाइल चिकित्सा दल की व्यवस्था भी की जाएगी। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने सीएमएचओ को सभी सरकारी अस्पतालों में लू से प्रभावित मरीजों के ईलाज के लिए आईसोलेशन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि अत्याधिक गर्मी से पीड़ित बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखा जाए। आवश्यकतानुसार सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पेयजल एवं जीवन रक्षक घोल ओ. आर. एस. की समुचित व्यवस्था की जाए। कलेक्टर ने लू से प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल उपचार के लिए दवाईयों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश बैठक में दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया भी मौजूद रहीं।
कलेक्टर ने कहा कि गर्मी के मौसम में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संबंधी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए जरूरी इंतजाम और व्यवस्थाएं समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने सभी नल-जल योजनाओं, स्पाॅट सोर्स योजनाओं और हैण्डपंपों को आवश्यकतानुसार मरम्मत और मैन्टेनेंस कराने के लिए भी निर्देशित किया।
बैठक में पाली के तहसीलदार द्वारा कई दुर्गम पहाड़ी इलाकों में ग्रामीणों द्वारा ढोंढ़ियों से पानी लाने की जानकारी दी गई। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री गौड़ ने बताया कि ऐसे दुर्गम स्थानों पर बसाहटों तक हैण्डपंप बनाने या पेयजल की किसी भी प्रकार की व्यवस्था के लिए मशीनें-गाड़ियां आदि भी नहीं पहुंच पातीं हैं। ऐसी जगहों पर ढोंढ़ियां ही पानी के मुख्य स्रोत हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे सभी दुर्गम स्थानों पर ढोंढ़ियो के पानी के शुद्धीकरण और ढोंढियों को पक्का करने के निर्देश भी शासन द्वारा दिए गए हैं।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बैठक में जिले के दुर्गम-दूरस्थ वनांचलों में पीने के पानी के लिए उपयोग होने वाले ऐसी ढोंढ़ियों को पक्का करने एवं उनके पानी का क्लोरीनेशन करने के निर्देश दिए। विकासखण्ड पाली के ग्राम पंचायतों कोड़ार, मानिकापुर, कांजीपानी, राहा, रामाकछार, तेलसरा, उड़ान, झाझ एवं पड़ाड़ गांव के अंतर्गत आने वाले विभिन्न मजरों-टोलों सहित जिले के अन्य सुदुर-दुर्गम जगहों की ढोढ़ियों का पक्काकरण किया जाएगा। ढोंढ़ियों का पक्काकरण ग्राम पंचायत में उपलब्ध 15वें वित्त की राशि से किया जाएगा।
ढोंढ़ियों में क्लोरीन डालकर पानी को नियमित रूप से साफ करने के भी निर्देश कलेक्टर श्रीमती कौशल ने अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को हैण्डपंप स्पेयर्स सामाग्री एवं राइजर पाइप का पर्याप्त भण्डारण, भण्डार गृह में करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि 31 मार्च तक प्रत्येक विकासखण्ड में विशेष हैण्डपंप संधारण अभियान चलाकर सभी बिगड़े हैण्डपंपों को सुधारा जाए। आवश्यकतानुसार किराये पर मोबाइल यूनिट का उपयोग भी किया जा सकता है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने विभिन्न तकनीकी समस्याओं जैसे पावर पंप, पैनल किट खराबी, पाइप लाइन लिकेज आदि के कारण बंद नलजल योजनाओं को तत्काल चालू करवाने के निर्देश दिए। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
कोरबा : कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा सर्व कार्यालय प्रमुख व आहरण संवितरण अधिकारियों को वित्तीय वर्ष 2020-21 से संबंधित देयक कोषालय, उप कोषालय में स्वीकार करने संबंधी निर्देश जारी किये गये हैं।जारी निर्देशानुसार वर्ष 2020-21 से संबंधित समस्त देयक कोषालय, उप कोषालय में प्राप्त होने की अंतिम तिथि 25 मार्च 2021 निर्धारित की गइ्र्र है।
अंतिम तिथि के पश्चात् वित्त विभाग की अनुमति से 30 मार्च तक ही देयक (नवीन एवं कोषालय द्वारा आपत्ति सहित वापस किए गए देयक) कोषालय, उप कोषालय में जमा किए जा सकेंगे। 25 मार्च तक कोषालय द्वारा स्वीकार किए गए देयकों पर ली गई आपत्तियों के नियमानुसार निराकरण कर प्रस्तुत किए जाने वाले देयकों पर भी यह प्रतिबंध लागू होगा।
जारी निर्देशानुसार वित विभाग द्वारा 25 मार्च 2021 के पश्चात् यदि कोई सहमति-स्वीकृति जारी की गई है तो उन प्रकरणों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। 25 मार्च 2021 के पश्चात् भारत सरकार से प्राप्त राशि से संबंधित देयकों एवं विधायकों के स्वत्वों से संबंधित देयकों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा।
राजभवन सचिवालय, विधानसभा सचिवालय एवं मुख्यमंत्री सचिवालय के अधीन गठित प्रकोष्ठ प्राधिकरण से प्राप्त देयकों पर उक्त प्रतिबंध लागू नहीं होगा। जिला कोषालय अधिकारी जी.एस.जागृति ने आहरण एवं संवितरण अधिकारियों से अपील कर कहा है कि वे कोषालय, उप कोषालय में निर्धारित तिथि तक देयक प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'जिले में दस दिन सूचना शिविरो का किया गया आयोजन
शासकीय योजनाओं को जानने लोगों में रहा खासा उत्साह
कोरबा : जनसंपर्क विभाग द्वारा जिले के ग्रामीण अंचलों में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन में विकास फोटो प्रदर्शनी एवं सूचना शिविर का आयोजन किया गया।दस दिन तक सूचना शिविरो के माध्यम से जनहितकारी योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाई गई। शासकीय योजनाओं को जानने ग्रामीणजनों में खासा उत्साह रहा।
शिविर में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बारी के क्रियान्वयन, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, आदर्श गौठान, बिजली बिल हाफ योजना, मनरेगा, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, राम वन गमन पथ, अल्पकालीन कृषि ऋण माफ, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, पीडीएस, कृषि विभाग के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को छायाचित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। आज विकासखण्ड कोरबा के ग्राम पंचायत रजगामार में विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर का आयोजन किया गया।
सूचना शिविर में रजगामार सहित आसपास के ग्राम छुईढोंड़ा ओमपुर एवं आमाढोंड़ा के निवासी भी शासकीय योजनाओं की जानकारी लेने पहुंचे। ग्राम पंचायत रजगामार की सरपंच श्रीमती रामूला राठिया ने बताया कि सूचना शिविर के माध्यम से सभी शासकीय योजनाओ की जानकारी ग्रामीणों तक पहुंच रही है। शासकीय योजनाओं की जानकारी होने से ग्रामीणजन निश्चित तौर पर योजनाओं का लाभ ले सकेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। इन योजनाओं से आमजन लाभन्वित हो रहे हैं। उन्होंने शासन द्वारा गांवों में बनाए जा रहे गौठानों की प्रशंसा की और कहा कि गौठान महिलाओं के लिए स्वावलंबन की दिशा महत्वपूर्ण जरिया है।
विकास फोटो प्रदर्शनी में आसपास गांव के लोगों एवं महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों ने भी आकर अवलोकन किया एवं शासकीय जनहितकारी योजनाओं की जानकारी ली। सूचना शिविर में भारी संख्या में आए लोग योजनाओं की जानकारी लेने काफी उत्साहित रहे। सूचना शिविर में जनहितकारी योजनाओं की जानकारी लेने तथा शासन की उपलब्धियों को जानने लोगों लोगों में अच्छा रूझान रहा।
ग्राम रजगामार की जय मां लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह की सदस्य श्रीमती कुसुम बाई, श्रीमती मोंगरा बाई एवं श्रीमती फूल बाई ने भी शिविर में आकर शासन की उपलब्धियों को छायाचित्र के माध्यम से देखा। समूह की महिलाओं ने कहा कि राज्य शासन द्वारा नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी के अंतर्गत महिलाओं को स्वावलंबित विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को गांव में ही रोजगार देने के उद्देश्य से मनरेगा योजना का भी संचालन बेहतर तरीके से किया जा रहा है। मनरेगा से ग्रामीणों को अपने गांव मंे ही काम मिल जा रहा है जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण भी आसानी से हो पा रही है। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
रात्रि विश्राम न कर उसी दिन घर लौट जाने गुरुओं ने की अपील
मेले में इस बार नहीं होंगे कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम
कोविड संक्रमण से बचाव नियमों का पालन करने का आग्रह
कोरबा : सतनाम पंथ के प्रवर्तक बाबा गुरु घासीदास की जन्मभूमि और तपोभूमि गिरौदपुरी धाम में तीन दिवसीय गुरुदर्शन मेला इस साल 18 से 20 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस दौरान यहां मेले में जुटते हैं।
राज्य के विभिन्न जिलों के अलावा देश-विदेश के श्रद्धालुओं और दर्शकों का सतनाम पंथ के इस प्रमुख आस्था केंद्र में समागम होता है। मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं गुरु गद्दीनशीन श्री विजय कुमार गुरु और छत्तीसढ़ शासन के केबिनेट मंत्री श्री रूद्रकुमार गुरु ने कोरोना संक्रमण के साये में आयोजित हो रहे गिरौदपुरी मेले में विशेष सावधानी बरतने की अपील श्रद्धालुओं से की है।
केबिनेट मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने कहा कि कोरोना का संकट अभी टला नहीं है। प्रतिदिन नये-नये मरीज़ सामने आ रहे हैं। फिर भी श्रद्धालुओं की भावनाओं को सम्मान करते हुए इस साल मेला आयोजित किया जा रहा है। लेकिन इसके स्वरूप में कुछ जरूरी बदलाव किये गये है।
उन्होंने कहा कि इस बार मेले में किसी तरह का सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे। इसलिए दर्शकों के रात्रि विश्राम न करने की सलाह दी जाती है। लिहाजा दिन में ही दर्शन एवं पूजा कर श्रद्धालु उसी दिन अपने घर लौट जाएं । इससे न केवल आप सुरक्षित रहेंगे बल्कि आपका परिवार और पूरा समाज सुरक्षित रहेगा।
गौरतलब है कि अन्य सालों में दर्शक कार्यक्रमों का आनन्द उठाने के लिए सम्पूर्ण मेला अवधि में रात्रि में विश्राम करते रहे हैं। मेले के भीड़-भाड़ में ज्यादा समय तक रुकना कोरोना महामारी को एक तरह से बुलावा देना है।
यदि हम सभी स्वस्थ रहें तो अगले साल परंपरागत उत्साह और गरिमा के साथ गुरु पर्व मनायेंगे। मुझे पूरी उम्मीद है कि बाबा के आशीर्वाद और आप सब के सहयोग से गिरौदपुरी मेला शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से सम्पन्न होगा।
मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री विजय गुरु ने मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को मास्क पहनकर आने और दो ग़ज़ की दूरी बनाए रखने के नियम का पालन करने भी कहा है। उन्होंने कहा है कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की बुनियादी सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है। मेला स्थल, छाता पहाड़ आदि महत्वपूर्ण जगहों पर जिला प्रशासन द्वारा स्वच्छ पेयजल, दाल-भात केंद्र, चिकित्सा सुविधा, शौचालय आदि के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। -
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कोरबा : आज पाली महोत्सव के दूसरे दिवस यानी समापन अवसर पर एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देखने को मिली. नृत्य, गायन से लेकर हास्य नाटकों ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. पाली महोत्सव के समापन का आनन्द लेने पहुंचे लोगो ने देर रात तक पूरे कार्यक्रम के लुत्फ़ उठाया. कार्यक्रमो की प्रस्तुति की शुरुआत सर्वप्रथम बालको नगर के द्वारा किया गया. संस्कृति मण्डल की तरफ से स्कूली बालिकाओं ने छत्तीसगढ़ी गानों में अपनी रंगारंग प्रस्तुति पेश की और जमकर तालियां भी बटोरी. इसी क्रम में पाली शासकीय स्कूल की बालिकाओं के प्रस्तुति ने सभी के मन मोह लिया. इन्होंने भी छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परम्पराओं पर आधारित गीतों में मनमोहक सामूहिक नृत्य पेश किया. साथ ही सुरीले गायन से भी उन्होंने खूब वाहवाही बटोरी.
इसके पश्चात लोककला मंच के कलाकार थिरमन दास महंत के समूह ने हास्य नाटक की जोरदार प्रस्तुति दी. नाट्य कलाकारों ने दर्शकों को अपने हास्य नाचा से खूब हंसाया. इसके साथ ही विभिन्न पारम्परिक लोकगीतों में स्कूली बच्चों और युवतियों की प्रस्तुति को खूब सराहा गया.
स्थानीय कलाकारों के इन प्रस्तुतिकरण के बाद प्रदेश की सबसे प्रमुख लोकगायिका पद्मश्री सम्मानित ममता चंद्राकर व प्रेम चंद्राकर के टीम ने आज इस पूरे समापन को यादगार बनाया. शुरुआत मातृभक्ति से ओतप्रोत जसगीत "हम आएन तोरे शरण मे हो" से हुई. मांदर की मधुरतम थाप पर इस गीत और प्रस्तुति ने मानो पूरे वातावरण को भक्ति-शक्तिमय कर दिया.
ततपश्चात लोकगायन के इस कड़ी में ममता चंद्राकर ने कर्मा, ददरिया जैसी प्रस्तुतियों में लोग खुद को झूमने से रोक नही पाए. राज्यगीत अरपा पैरी के धार के बाद ममता चन्द्राकर ने भड़ौनी गीत के रूप में "नरवा तीर के पटवा कइसे पटपट-पटपट करथे रे.. आएन हे बरतियन कइसे मटमट-मटमट करथे रे" की जानदार प्रस्तुति से लोग मंत्रमुग्ध नजर आए. उन्होंने "डारा लोर गे हे" गीत के ठीक पश्चात "गोल गोल बोहा गए मोर आँखी के कजरा" को लोगो ने खूब भाया. ममता चंद्राकर का बखूबी साथ देने के लिए उनकी युवा गायिकाएं मौजूद थी. सभी ने उनके प्रस्तुतिकरण की जमकर सराहना की.
ममता चंद्राकर और उनकी टीम के इस रंगारंग परफॉर्मेंस के बाद प्रदेश के सबसे लोकप्रिय जसगीत गायन दिलीप षड़ंगी के शानदार प्रस्तुति को निहारने दर्शकों की नजर मंच पर टिकी रही. उन्होंने भी एक से बढ़कर सेवा गीत, जसगीत और अन्य छत्तीसगढ़ी गीतों से शमां बांधा. दिलीप षड़ंगी ने इस दौरान पाली और समूचे प्रदेश के साझा संस्कृति का भी बखान किया. उन्होंने बताया कि हमारी छत्तीसगढ़ी विरासत और परम्परा से समृद्ध शायद कुछ और नही. उन्होंने प्रदेश के मुखिया श्री भुपेश बघेल का आभार व्यक्त करते हुए राज्य के पहचान को वापिस राष्ट्रीय पटल पर चमत्कृत करने, युवा कलाकारो को सशक्त मंच उपलब्ध कराने और ऐतिहासिक पहचान को संजोने के लिए धन्यवाद भी प्रेषित किया. -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
पाली महोत्सव के समापन समारोह में वीडियो काॅंफ्रेंसिग के माध्यम से शामिल हुए मुख्यमंत्री
प्रत्यक्ष तौर पर विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत और प्रभारी मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम मंच पर रहे मौजूद
पाली के बस स्टैंड को बनाया जाएगा हाईटेक, मुख्यमंत्री ने की घोषणा
कोरबा : महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित पाली महोत्सव के समापन समारोह में मुख्यमंत्री श्री भूपेष बघेल भिलाई से सीधे वीडियो काॅंफेसिंग के माध्यम से जुड़े।मंच पर प्रत्यक्ष रूप से छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत और स्कूल षिक्षा मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम मौजूद रहे।इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि राज्य में पुरातात्वि महत्व की जगहों और पर्यटन स्थलों पर सुविधाओं का जितना विकास होगा, उतने ही रोजगार के नये अवसर बनेंगे। देश और दुनिया के लोग हमारी संस्कृति के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की क्षमताओं के बारे में भी जान सकेंगे।
इससे राज्य को एक नयी पहचान मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पाली-महोत्सव न सिर्फ कोरबा की, बल्कि छत्तीसगढ़ की भी पहचान बन चुका है। इस महोत्सव की प्रसिद्धि और बढ़े, इसे और भी वृहद स्तर पर आयोजित किया जाए, इस दिशा में सरकार लगातार काम कर रही हैं।
पाली-महोत्सव के माध्यम से कोरबा जिले के पुरातत्व, वहां की प्राकृतिक सुंदरता और सुंदर-संस्कृति के बारे में देश-दुनिया के लोगों को जानकारी मिलती है। श्री बघेल ने पाली वासियों को महाशिवरात्रि के अवसर पर सौगात देते हुए पाली के बस स्टैंड को हाईटेक बनाने की घोषणा की। बस स्टैंड के हाईटेक बन जाने से पाली तक आवागमन की सुविधाओं का विस्तार होगा और दूसरे लोगो के साथ-साथ इस क्षेत्र में पर्यटकों का आना-जाना भी बढ़ेगा।
कोरबा सहित प्रदेष के कई पर्यटन स्थल पर विकसित हो रही सुविधाएं - पाली महोत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि कोरबा जिले में चैतुरगढ़, बुका-जलाशल, सतरेंगा, बांगो-बांध और पाली सहित बहुत सी ऐसी जगहें हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित कर सकती हैं।
इन सभी जगहों पर सरकार द्वारा कई पर्यटन सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरबा जिले के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ में नये पर्यटन स्थलों को चिन्हित करके उनका विकास किया जा रहा है। राम-वन-गमन पर्यटन परिपथ ऐसी ही एक परियोजना है, जिसमें कोरिया से लेकर सुकमा जिले तक पहले चरण में 9 स्थानों को चिन्हित कर उनके सौंदर्यीकरण और विकास का कार्य शुरु किया जा चुका है।
ये सभी वे स्थान हैं, जहां वनवास के दौरान भगवान राम ठहरे थे। श्री बघेल ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से अब डोंगरगढ़ भी भारत के पर्यटन-नक्शे में शामिल हो गया है। वहां भी सौंदर्यीकरण और नयी पर्यटन सुविधाएं विकसित करने का काम शुरु कर दिया गया है। सिरपुर और मैनपाट को देश के बौद्ध सर्किट में स्थान दिलाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।पीढ़ियों को पीढ़ियों से जोडने का काम माध्यम है महोत्सव - मुख्यमंत्री ने कहा कि पाली सहित प्रदेष में आयोजित होने वाले महोत्सवों से युवा पीढ़ी को अपने पुरखों की गौरवषाली गतिविधियों, धरोहरों और उनकी परंपराओं की जानकारी मिलती है।
पीढ़ियों को पीढ़ियों से जोडने का काम महोत्सवों के माध्यम से होता है। श्री बघेल ने कहा कि इस बार पाली-महोत्सव कोरबा के पुरातात्विक-वैभव पर केंद्रित किया गया था। अपने पुरातत्व को सहेजना और उससे अपनी पीढ़ी को परिचित करना बहुत जरूरी है। तभी वर्तमान पीढ़ी अपने गौरवशाली इतिहास को जान पाएगी।
संस्कृति विभाग से अलग बनाया पुरात्तव संचालनालय - मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के पुरातात्विक धरोहरों के बारे में ज्यादा से ज्यादा अध्ययन हो, खोज हो और हम अपने धरोहरों को अच्छी तरह सहेज सकें, इसके लिए छत्तीसगढ़ में अब पुरातत्व विभाग के लिए अलग से संचालनालय का गठन किया जा रहा है। अब तक संस्कृति विभाग और पुरातत्व विभाग का एक ही संचालनालय रहा। श्री बघेल ने बताया कि दोनों विभागों के अलग-अलग संचालनालय होने से संस्कृति और पुरातत्व दोनों ही क्षेत्र में ज्यादा व्यवस्थित ढंग से काम हो सकेगा।
भारत भवन की तर्ज पर बनेगा नया रायपुर में परिक्षेत्र, एक करोड़ रूपए बजट प्रावधान - मुख्यमंत्री श्री बघेेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ की विभिन्न कलाओं और विधाओं के संरक्षण के लिए, उन्हें और बढ़ावा देने के लिए हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ संस्कृति परिशद का गठन किया है।
नवा रायपुर में भोपाल के भारत-भवन की तर्ज पर छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक परिक्षेत्र का भी निर्माण किया जाएगा। उन्होने कहा कि अपने तीज-त्योहारों, प्राचीन कलाओं, परंपराओं और अपने विकास के क्रम को प्रदर्शित करने के लिए मानव संग्रहालय के निर्माण के लिए इस साल के बजट में एक करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
संस्कृति और स्वाभिमान का संरक्षण के साथ विकास ही प्राथमिकता -मुख्यमंत्री श्री बघेल ने पाली महोत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ी संस्कृति रीति रिवाज और स्वाभिमान कर संरक्षण करते हुए प्रदेष का विकास ही सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होने कहा कि सरकार खेत से लेकर जंगलों तक, और उद्योगों से लेकर शहरी विकास तक, हर क्षेत्र में उतनी ही गंभीरता के साथ काम कर रही है। सिर्फ दो साल में छत्तीसगढ़ ने ऐसी बहुत सारी महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जिनकी सराहना राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है।
नरवा-गरवा-घुरवा-बारी, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, हाट-बाजार क्लीनिक योजना, शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना समेत बहुत सारी ऐसी योजनाएं हैं, जो लोगों के जीवनस्तर को ऊंचा उठाने के लिए संचालित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ
कार्यक्रम में महामाया महिला स्व सहायता समूह को काजू से तेल निकलने की यूनिट प्रतीकात्मक रूप से प्रदान की गई। पाली महोत्सव के मंच से शिवराजी महिला समूह, लक्ष्मी स्व सहायता समूह, तुलसी स्व सहायता समूह और सरस्वती महिला समूह की सदस्यों को भी प्रतीकात्मक रूप से मक्का प्रोसेसिंग यूनिट प्रदान की गई।
इस दौरान सबसे अधिक जैविक खाद ख़रीदने वाले तीन गौ घन मित्रों श्री अरुण राठौर, श्री अरविंद प्रताप सिंह और श्री कार्तिक राम को भी सम्मानित किया गया। - 'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'पाली महोत्सव में दो दिवसीय विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर का हुआ आयोजन
कोरबा : महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित होने वाले पाली महोत्सव में दो दिवसीय विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर का आयोजन किया गया। जनसंपर्क विभाग द्वारा 11 एवं 12 मार्च को शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल पाली के प्रांगण में आयोजित पाली महोत्सव में सूचना शिविर का आयोजन किया गया।
पाली महोत्सव में मेला देखने आए लोगों का सूचना शिविर में खासा रूझान रहा। दूर-दराज से आए लोगों ने सूचना शिविर पर आकर विकास फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया एवं शासकीय जनहितकारी योजनाओं की जानकारी ली। सूचना शिविर में भारी संख्या में आए लोग योजनाओं की जानकारी लेने काफी उत्साहित रहे।
सूचना शिविर में जनहितकारी योजनाओं की जानकारी लेने तथा शासन की उपलब्धियों को जानने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। विकास फोटो प्रदर्शनी में शासन की योजनाआंे को फोटो के माध्यम से प्रदर्शित किया गया।शिविर स्थल में पाली सहित आसपास के गांव केराझरिया, डुगुपखना, पोड़ी, पुलाली, शैला, मादन, सरईपाली, रंगोले, मुनगाडीह, माखनपुर एवं डुमरकछार के लोग भारी संख्या में आए।
पाली महोत्सव में आयोजित सूचना शिविर में आसपास गांव के स्व सहायता समूह की महिलाएं भी योजनाओं की जानकारी लेने पहुंची। आदर्श गौठान महोरा में कार्यरत हरे कृष्णा स्व सहायता, समूह बेबी स्व सहायता समूह, पूजा स्व सहायता समूह, धन लक्ष्मी स्व सहायता समूह एवं साईं महिला स्व सहायता समूह की श्रीमती कौशल्या कंवर, श्रीमती चांदनी, श्रीमती सीमा, श्रीमती पुष्पलता एवं श्रीमती सुधनी ने आकर शासकीय योजनाओं की जानकारी ली।
गौठान में काम करने वाली महिलाओं ने कहा कि राज्य शासन द्वारा नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी के अंतर्गत महिलाओं को स्वावलंबित करने अहम प्रयास किया जा रहा है। महिलाओं ने कहा कि गौठान में हम महिलाओं को विभिन्न आजीविका संवर्धन के कार्य करने के अवसर प्रदान किये जा रहे हैं।
इन कार्याें से हमारे परिवार एवं समाज की आर्थिक स्थिति भी सुधर रही है। गौठान में सब्जी उत्पादन, वर्मी कम्पोस्ट एवं विभिन्न आर्थिक गतिविधियों से हम महिलाओं को आर्थिक लाभ कमाने के अवसर प्रदान हुए हैं। शासन द्वारा गौठान की महिलाओं को रोजगार के विभिन्न स्त्रोंतों से जोड़ने से महिलाएं आर्थिक उन्नति की दिशा में अग्रसर हो रहीं हैं।
सूचना शिविर में ग्राम केराझरिया से आए किसान श्री ओम प्रकाश यादव ने शासन द्वारा योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए आयोजित किए जा रहे विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सूचना शिविर के माध्यम से लोगों को जनहितकारी योजनाओं की जानकारी एक ही जगह पर आसानी से मिल पा रही है।
योजनाओं की जानकारी मिलने से ग्रामीणों द्वारा सुलभ तरीके से जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाया जा सकेगा। श्री ओम प्रकाश ने कहा कि सूचना शिविर के माध्यम से योजनाओं से संबंधित पुस्तिका संबल, किसान गाईड एवं जनमन का वितरण किया गया है। इन पुस्तिकाओं में शासकीय योजनाओं से संबंधित सभी जानकारी आसानी से मिल रही है।
शिविर में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बारी के क्रियान्वयन, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, आदर्श गौठान, बिजली बिल हाफ योजना, मनरेगा, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, राम वन गमन पथ, अल्पकालीन कृषि ऋण माफ, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, पीडीएस, कृषि विभाग के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को छायाचित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
प्रशासन के प्रस्ताव पर महोत्सव को संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित करने की भी मंजूरी मिलेगी
खाद्य मंत्री ने किया पाली महोत्सव का शुभांरभ, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्षकों का मन मोहा
कोरबा : खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने आज पाली में महाषिवरात्रि के अवसर पर आयोजित महोत्सव का शुभांरभ किया। इस दौरान उन्होने कहा कि आने वाले समय में पाली महोत्सव और भव्य रूप लेगा तथा कोरबा और छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देष में अपनी अलग पहचान बनायेगा।
श्री भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार मुख्यमंत्री श्री भूपेष बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ी परंपरा और लोक संस्कृति को बचाने और बढ़ाने का काम तेजी से कर रही है।छत्तीसढ़िया सबले बढ़िया को मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ही चरित्रार्थ किया है। षिवरात्रि हो या पोला, दीवाली हो या हरेली छत्तीसगढ के तीज-त्यौहारों को आज पूरा देश जान रहा है।
उन्होने छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोककला के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल तथा सरकार के प्रयासों की सराहना की। पाली महोत्सव के शुभांरभ अवसर पर कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत वीडियो कांफेंसिग के माध्यम से शामिल हुई।
कार्यक्रम में मध्यक्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री पुरूषोत्तम कंवर, पाली-तानाखार के विधायक श्री मोहित केरकेट्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती षिवकला कंवर, नगर पंचायत पाली अध्यक्ष श्री उमेष चंद्रा, कटघोरा के पूर्व विधायक श्री बोधराम कंवर, सांसद प्रतिनिधि श्री प्रषांत मिश्रा, कटघोरा नगर पालिका के अध्यक्ष श्री रतन मिततल, पाली जनपद पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती दुलेष्वरी सिदार, कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल, जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदर कुमार, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी भी शामिल हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री अमरजीत भगत ने कहा कि ऐसे आयोजनों से भक्तिपूर्ण माहौल में अपनेपन का अहसास होता है। छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसढिया स्वाभिमान को बढ़ाया है।ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक प्रभाव डालते है। इन आयोजनों से स्थानीय कलाकारों को भी अपनी कला का प्रदर्षन करने का मौका मिलता है।
सांसद प्रतिनिधि श्री प्रशांत मिश्रा ने पाली महोत्सव को आगामी वर्ष से संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित करने की मांग मंत्री श्री भगत से की। जिस पर संस्कृति मंत्री श्री भगत ने जिला प्रशसन द्वारा आयोजन के लिए विधिवत प्रस्ताव तैयार कर विभाग को भेजने पर मंजूरी का आश्रवासन भी दिया।उन्होने पाली विधायक श्री मोहितराम केरकेट्टा की मांग पर सतौरा, बक्षाही, तुमान, चोटिया और नुनेरा में आगामी धान खरीदी शुरू होने से पहले खरीदी केन्द्र प्रारंभ करने की भी घोषणा की।
एक ही मंच पर स्थानीय कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्षन करने का मौका - सांसद श्रीमती ज्योत्सना मंहत ने पाली महोत्सव के शुभारंभ मौके पर वीडियो काॅफेंसिंग के माध्यम से जुडी लोकसभा सांसद श्रीमती महंत ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि पाली महोत्सव के मंच पर स्थानीय कलाकारों को भी अपनी कला का प्रदर्षन करने का मौका मिल रहा है।
उन्होने उपस्थित लोगो को पाली महोत्सव की सफलता के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। श्रीमती महंत ने पाली के एतिहासिक मंदिर में विराजमान भगवान षिव की भी स्तुति की और क्षेत्र तथा राज्य पर अपनी कृपा बनाए रखने की प्रार्थना की।
श्रीमती महंत ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी लोगो से मास्क लगाए रखने और सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करने की भी अपील वीडियो काॅंफेसिंग के माध्यम से की। कार्यक्रम को कटघोरा के विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर और पाली तानाखार विधायक श्री मोहितराम केरकेट्टा ने भी संबोधित किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समा - पाली महोत्सव के पहले दिन आज सुरमयी आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्षकों को बांधे रखा। भिलाई के रजी मोहम्मद ने पियानो पर अरपा पैरी के धार गीत बजाकर छत्तीसगढ़ी राजगीत पर लोगो को झुमने पर मजबूर किया। तो वहीं भिलाई के ही मनीषा चैधरी के मैलोडी दल ने भजनों और सुगम संगीत से दर्षकों के कानों में रस घोल दिया।
मैलोडी दल द्वारा राष्ट्र भक्तिगीतों की प्रस्तृति ने भी खूब तालियां बटोरी। इंदिरा कला संगीत विष्वविद्यालय खैरागढ़ के दल ने षिव आराधना लघु नृत्य नाटिका से माहौल भक्तिमय बना दिया।महशिवरात्रि के पर्व पर भगवान शिव की आराधना की प्रस्तुति पर दर्शक दीर्घा से हर-हर महादेव के स्वर गुंजायमान हो। दिवाकर बहनों गरीमा और स्वर्णा ने छत्तीसगढ़ी गीतों से ऐसे सुरलहरी चलाई की। दर्षक देर रात तक महोत्सव स्थल पर जमंे रहे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
कोरबा : जिले के पाली विकासखण्ड मुख्यालय में महाशिवरात्रि के अवसर पर भव्य पाली महोत्सव का आगाज कल 11 मार्च को होगा। मुख्य अतिथि प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री अमरजीत भगत हांेगे। शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल करेंगे।
समारोह के शुभारंभ कार्यक्रम में मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री पुरूषोत्तम कंवर, सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, रामपुर विधायक श्री ननकी राम कंवर, पाली-तानाखार विधायक श्री मोहित राम केरकेट्टा, जिला पंचायत की अध्यक्षा श्रीमती शिवकला कंवर, पाली नगर पंचायत के अध्यक्ष श्री उमेश चंद्रा, जनपद पंचायत पाली के अध्यक्ष श्रीमती दुलेश्वरी सिदार भी शामिल होंगी।
शुभारंभ समोराह शाम चार बजे से शुरू होगा। महोत्सव के आयोजन के लिए जिला प्रशासन द्वारा जरूरी सभी तैयारियां तेजी से पूरी की जा रहीं हैं। जिलाधीश श्रीमती किरण कौशल ने पिछले दिन विभिन्न विभाग के अधिकारियों के साथ पाली पहुंचकर भी कार्यक्रम स्थल पर स्थानीय अधिकारी कर्मचारियों की भी बैठक लेकर तैयारियों को अंतिम रूप देने आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे।
पाली विकासखण्ड मुख्यालय में आयोजित होने वाले महाशिवरात्रि मेला को वृहत रूप देने के उद्देश्य से विगत 6 वर्षों से पाली महोत्सव का आयोजन हो रहा है। यह क्षेत्र का साल भर का सबसे बड़ा लोक महोत्सव कार्यक्रम है। कोरोना महामारी के बाद अब 11 एवं 12 मार्च को आयोजन की तिथि घोषित होने के साथ ही हाईस्कूल खेल मैदान में युद्ध स्तर पर तैयारियां आरंभ हो गई हैं।
मनोरंजक कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस बार महोत्सव में छत्तीसगढ़ी भजन सम्राट दिलीप षडंगी, ममता चंद्राकर और गरिमा दिवाकर-स्वर्णा दिवाकर के कार्यक्रम होंगे। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर स्कूली और लोक कलाकारों के भी सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
कार्यक्रम स्थल पर भव्य मंच निर्माण, दर्शक दीर्घा, बैठक व्यवस्था, अतिथि सत्कार, आतिशबाजी,विद्युत लाइटिंग, रंगरोगन, बैरिकेड़, विविध विभागों के स्टाल आदि को अंतिम रूप दिया जा रहा है। महोत्सव में इस बार विभागीय योजनाओं और उपलब्धियों को प्रदर्शित करते हुए विभागीय स्टाॅल भी लगाए जाएंगे।
जिला पंचायत, उद्यान विभाग, कृषि विभाग, मछली पालन विभाग, पशुधन विकास विभाग, रेशम पालन, वन विभाग, जनसंपर्क विभाग, पुरातत्व एवं पर्यटन विभाग, महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग और स्कूल शिक्षा तथा आदिम जाति विभाग द्वारा महोत्सव स्थल पर आकर्षक स्टाॅल लगेंगे।
ममता चंद्राकर के छत्तीसगढ़ी गीतों और दिलीप षडंगी के लोकगीतों से सुरमय बनेंगी महोत्सव की शामें - पाली महोत्सव में इस वर्ष सांस्कृतिक आयोजन विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। दोनो दिन मुख्य मंच पर गीत-संगीत की सुरमई शामें सजेंगी। हर दिन शाम चार बजे से सांस्कृतिक आयोजन शुरू होंगे। पहले दिन रजी मोहम्मद द्वारा पियानो वादन से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत होगी। श्रीमती मनीषा चैधरी द्वारा भजन और छत्तीसगढ़ी तथा हिन्दी गीतों की सुगम संध्या भी पहले दिन ही अपने रंग बिखेरेगी।
महाशिवरात्रि के दौरान आयोजित होने वाले इस महोत्सव में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के कलाकारों द्वारा भगवान शिव की आराधना पर आधारित लघु नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत की जाएगी। पहले दिन देर शाम छत्तीसगढ़ी गायिकाओं सुश्री गरिमा दिवाकर और स्वर्णा दिवाकर द्वारा भी गीत-संगीत का मोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। महोत्सव के दूसरे दिन 12 मार्च को लोक कलाकार श्री थिरमन दास मानिकपुरी द्वारा छत्तीसगढ़ी लोकगीतों की छटा बिखेरी जाएगी। इसके बाद प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गायिका ममता चंद्राकर के गीतों से महोत्सव की शाम सरोबोर रहेगी। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध भजन और गजल गायक श्री दिलीप षडंगी के सुरों-तालों से 12 मार्च की शाम को संगीतमय करेंगे।
महोत्सव का 12 मार्च को होगा समापन, मुख्यमंत्री श्री बघेल राजधानी से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ेंगे - ऐतिहासिक पाली महोत्सव का समापन समारोह 12 मार्च को शाम चार बजे आयोजित होगा। समापन समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ेंगे। मुख्यमंत्री इस दौरान उपस्थित जनसमुदाय को भी वर्चुअली संबोधित करेंगे। समापन समारोह की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरण दास महंत करेंगें। विशिष्ट अतिथि के रूप में जिले के प्रभारी मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल भी मौजूद रहेंगे।
समापन समारोह में मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री पुरूषोत्तम कंवर, सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, रामपुर विधायक श्री ननकी राम कंवर, पाली-तानाखार विधायक श्री मोहित राम केरकेट्टा, जिला पंचायत की अध्यक्षा श्रीमती शिवकला कंवर, पाली नगर पंचायत के अध्यक्ष श्री उमेश चंद्रा, जनपद पंचायत पाली के अध्यक्ष श्रीमती दुलेश्वरी सिदार भी शामिल होंगी। -
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कोरबा : आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विद्यार्थी उत्कर्ष योजना अंतर्गत कक्षा छठवीं में प्रवेश के लिए सात मार्च को लिखित प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया था।परीक्षा में शामिल विद्यार्थियों के प्राप्तांक जारी कर दिए गए हैं। परीक्षार्थी प्राप्तांक के संबंध में जानकारी संबंधित विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कोरबा श्री एस. के. वाहने ने बताया कि परीक्षा में शामिल परीक्षार्थीयों से उनके प्राप्तांको में किसी भी प्रकार की दावा-आपत्ति 16 मार्च तक आमंत्रित की गई है।दावा-आपत्ति का निराकरण 17 मार्च तक किया जाएगा। परीक्षा में दर्ज 52 विद्यार्थियों में से 51 विद्यार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए एवं एक विद्यार्थी अनुपस्थित पाया गया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शिक्षा विभाग द्वारा जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन
उत्कृष्ठ कार्य करने वाली 300 महिला शिक्षकों का हुआ सम्मान
कोरबा : सोमवार को कोरबा जिले में शिक्षा विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। इस अवसर पर शिक्षा और इसके विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली तीन सौ से ज्यादा शासकीय विद्यालयों की महिला शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनका सम्मान किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने कहा कि परिवार का पर्याय महिला है और महिला के बगैर घर नहीं बसता। सांसद ने शिक्षा विभाग के इस आयोजन की जमकर सराहना की।शहर के रविशंकर नगर स्थित श्री मल्लिक मंगलम में आयोजित कार्यक्रम में जिले के पांचो विकासखंड से महिला शिक्षकों और प्राचार्यों की उपस्थिति हुई।
सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने कहा कि महिला शिक्षकों को दोहरी जवाबदारी का निर्वहन करना होता है। उन पर घर के साथ समाज की जिम्मेदारी होती है। महिला वो व्यक्तितत्व है जिसके भीतर पुरुषों की अपेक्षा कहीं अधिक आमविश्वास, ईमानदारी और संयम होता है।सांसद ने कहा कि महिला को खुला आसमान दिया जाए तो वो बहुत कुछ कर सकती है। जिन महिलाओं को अवसर मिला उन्होंने अपनी काबिलियत साबित की है और आज हर क्षेत्र में महिला वर्ग का दखल है। सांसद ने उपस्थित शिक्षकों से शिक्षा के प्रसार और बेटियों को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बड़ी संख्या में महिला शिक्षकों को एकत्र करने और उनका सम्मान करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति जीवन के हर मोड़ पर शिक्षकों की सीख को याद करता है।
कलेक्टर ने कहा कि पुरुष यह सोचते हैं कि उसके बगैर महिला नहीं चल सकती तो पुरुषों को यह भी सोचना होगा कि महिला के बगैर वे भी नहीं चल सकते। महिला को हर क्षेत्र और हर कदम पर स्वीकार्य करना होगा। जिला शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार पांडेय ने स्वागत उद्बोधन दिया और आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
मंच पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्री श्यामसुंदर सोनी, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती गोदावरी राठौर, एमआईसी मेम्बर श्रीमती सपना चैहान, एल्डरमेन श्रीमती रूपा मिश्रा, डीएफओ कोरबा श्रीमती प्रियंका पांडेय, श्री सूरज मंहत, बाल कल्याण समिति की सदस्य श्रीमती बीता चक्रवर्ती, समाज सेविका श्रीमती रीना मल्लिक, बीबीसी न्यूज की मैनेजिंग एडिटर श्रीमती निशिता झा, डाॅ. अन्नपूर्णा बोडे, डाॅ. श्वेता कुजूर, अक्षय अलंकरण समिति की उपाध्यक्ष श्रीमती संध्या पांडेय, पूर्व पार्षद श्रीमती अर्चना उपाध्याय, जिला चिकित्सालय की काउंसलर सुश्री वीणा मिस्त्री उपस्थित थीं। अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त रूप से मीनल शर्मा, नीलम शर्मा, निशा चंद्रा ने किया।इस क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए हुए सम्मानित - कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि प्राप्त करने वाली महिला शिक्षकों को सम्मानित किया गया।इसी तरह उत्कृष्ट नेतृत्वकर्ता, महिला भृत्य, क्लर्क, लेखापाल, पीटीआई, आईसीटी, सफाई कर्मी, नवाचारी शिक्षक, गाइड केप्टिन, एनएनएस प्रभारी, समावेशी शिक्षा, क्वारेंटाइन सेंटर प्रभारी, कला, दिव्यांग शिक्षक, शत प्रतिशत बोर्ड परीक्षा परिणाम, सोन चिरई, वीआईपी मंच व्यवस्था में सहयोग प्रदान करने वालीं रेंजर्स एवं अन्य क्षेत्र की भी महिलाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का उठाया लुत्फ, व्यंजनों का चखा स्वाद - महिला शिक्षकों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। अनेकता में एकता सेे परिपूर्ण समूह नृत्य, गरबा, शक्तिगीत, प्रेरणा गीत एवं अन्य कार्यक्रम पेश किए गए।कार्यक्रम स्थल पर पारंपरिक व्यंजनों गुलगुला, खुरमी, ठेठरी, गुजिया, देहरौरी, मुर्रा व तील लड्डु आदि स्टाल भी लगाए गए थे। अतिथियों सहित शिक्षकों ने व्यंजनों का स्वाद चखा। शिक्षकों के लिए आरती, सलाद एवं पुष्प सजाओ सहित मेंहदी, रंगोली प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। -
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कलेक्टर किरण कौशल को प्रशासनिक सेवा क्षेत्र में मिला नारी रत्न सम्मान 2021निशानेबाज़ी की खिलाड़ी श्रुति यादव और चिर्रा गौठान की समिति सदस्य ललिता राठीया को भी मिला सम्मान
कोरबा : आज राजधानी रायपुर में कोरबा कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल सहित ज़िले की दो और महिला विभूतियों को राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने नारी रत्न सम्मान 2021 प्रदान किया। श्रीमती कौशल को प्रशासनिक सेवा के क्षेत्र में किए गए बेहतर कार्य के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया।
राज्यपाल ने इस दौरान श्रीमती कौशल के कार्यो की सराहना भी की। निशानेबाज़ी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए श्रुति यादव व दिव्यांग होने के बावजूद महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनी ललिता राठिया को भी राज्यपाल ने नारी रत्न सम्मान 2021 प्रदान किया गया।
महिला दिवस की पूर्व संध्या निजी न्यूज़ चैनल आईबीसी 24 के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में अलग-अलग विधाओं में अपना लोहा मनवा चुकी 19 प्रतिभाशाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।इस दौरान सर्वाधिक कोरबा जिले की 3 महिलाओं माननीय राज्यपाल के हाथों सम्मानित होने का गौरव प्राप्त हुआ। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती कौशल ने संबोधित करते कहा कि इस तरह के आयोजन से विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही महिलाओं को एक पहचान मिलती है जिससे हजारो महिलाओं को प्रेरणा मिलती है।
इसके बाद राज्यपाल अनुसुइया उइके ने गोयल ग्रुप के चेयरमैन सुरेश गोयल को विशेष तौर पर बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप इस तरह का कार्यक्रम करते रहते हैं।पिछले साल भी आपने जो सेफ्टी पिन का जो कार्यक्रम आयोजित किया था ..उस कार्यक्रम मैं उपस्थित थी। आपने विभिन्न क्षेत्रों में जो महिलाएं काम करती हैं..उन सभी को आपने नारी रत्न से सम्मानित किया है।
आप केवल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ही महिलाओं को सम्मानित करते हैं, ऐसा नहीं है, आप लगातार महिलाओं की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं, साथ ही छात्राओं को छात्रवृत्ति और भी अनेक ऐसे काम करते हैं जो महिलाओं के लिए बेहतरी के लिए होते हैं, इसके लिए आपको बहुत बधाई और शुभकामनाएं, इसके साथ ही राज्यपाल उइके ने कहा कि आपके चैनल IBC 24 के जरिए लाखों लोगों तक ये कार्यक्ररम पहुंच रहा है...उससे संदेश जाएगा कि सामाजिक क्षेत्र में जो महिलाएं काम कर रही हैं, इससे दूसरी बहनों को भी प्रेरणा मिलेगी.. कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, महिला आयोग अध्यक्ष किरणमयी नायक, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू, गोयल ग्रुप के चेयरमेन सुरेश गोयल सहित कई राजनीतिक व सामाजिक शख्सियत मौजूद थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'कोरबा : छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश में बिजली उत्पादन के लिए जाने जाने वाले कोरबा जिले को पर्यटन के मानचित्र पर भी अब सशक्त पहचान मिल गई है, परंतु जिले की यह पहचान किसी और के कारण नहीं बल्कि यहां की मातृ शक्ति से है।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के नेतृत्व में टीम कोरबा में शामिल प्रशासनिक अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ-साथ जिले के महिला स्व सहायता समूहों की सदस्यों का भी इसमें बड़ा योगदान है। ग्रामीण हो या शहरी, हर क्षेत्र में जिले की महिलाओं ने अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज कराई है।
राज्य सरकार ने भी जिले में महिलाओं को मजबूत और अधिकार सम्पन्न बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। महिला स्वास्थ्य या पोषण का मामला हो, रोजगार और आजीविका से जुड़ने की गतिविधियां, खेल-कूद हो या खेती-किसानी और पशुपालन... हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी ने शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों की सफलता तय की है।
राज्य सरकार ने नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी विकास कार्यक्रम शुरू किया तो कोरबा जिले में इसके क्रियान्वयन की मैदानी स्तर पर जिम्मेदारी महिलाओं के हिस्से आई। गौठान समितियों के माध्यम से गौठानों के संचालन से लेकर गौठानों को आजीविका के बहुआयामी केन्द्र के रूप में विकसित करने में महिलाओं का बड़ा योगदान रहा।
कोरबा जिले में संचालित लगभग 250 गौठानों का पूरा प्रबंधन महिलाओं के हाथ में है। इन गौठानों में डे-केयर के रूप में पशुओं की देखभाल के साथ-साथ वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन, गोबर खरीदी, गोबर से विभिन्न उत्पादों का निर्माण जैसी सभी गतिविधियां महिला स्व सहायता समूहों की सदस्यो द्वारा संचालित हैं।
गौठानों में चारागाह के प्रबंधन से लेकर सब्जी उत्पादन का काम भी महिला समूह ही कर रहे हैं। कोरबा जिले में नौ हजार 906 महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से लगभग एक लाख 15 हजार महिलाओं का एक बड़ा और मजबूत संगठन है।
हरे कृष्णा स्व सहायता समूह, धन लक्ष्मी स्व सहायता समूह, पूजा स्व सहायता समूह, सरस्वती स्व सहायता समूह, साईं स्व सहायता समूह, बेबी स्व सहायता समूह, जय संतोषी मां स्व सहायता समूह और ऐसे मातृ शक्ति प्रेरित नामों के कई समूह कोरबा जिले को महिला सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ाने में लगे हैं। साढ़े छह हजार से अधिक महिला समूहों की लगभग 25 हजार महिलाएं खेती-किसानी, बागवानी, पशुपालन से जुड़ी रोजगार मूलक गतिविधियों में संलग्न है। 262 महिला समूहों द्वारा जैविक खाद का निर्माण, गोबर के गमले, मूर्तियां और अन्य आकर्षक कलाकृतियां बनाने का काम किया जा रहा है।
कोरबा जिले में सतरेंगा पर्यटन स्थल के संवर्धन और उसे अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने में महिलाओं की विशेष भूमिका रही है। जिले की कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की योजना को मूर्तरूप देने में महिलाओं ने पुरूषों के साथ बराबरी से हिस्सेदारी की।
महिला समूहों द्वारा यहां आने वाले पर्यटकों के खाने-पीने के लिए सर्वसुविधा युक्त सतरेंगा कैफेटेरिया का संचालन किया जा रहा है। इडली, दोसा, चाउमीन के साथ छत्तीसगढ़ के पारंपरिक फरा, चीला, ठेठरी-खुर्मी व्यंजनों से पर्यटकों का पेट ही नहीं बल्कि मन भी संतृप्त हो रहा है। सतरेंगा में संचालित होने वाले रिसाॅर्ट में भी स्थानीय युवतियों को ही काम पर रखा गया है।
कैफेटेरिया से लेकर साफ-सफाई तक की समितियों मे महिलाओं को शामिल कर पर्यटन से रोजगार की अवधारणा को सतरेंगा मंे ही मूर्तरूप मिला है। सतरेंगा को पर्यटको के लिए विकसित कर देने से लगभग 30 स्थानीय महिला स्व सहायता समूहों की 250 से अधिक महिलाओं को आजीविका के अलग-अलग साधन मिले हैं और वे हर महीने पांच हजार से लेकर 10 हजार रूपए तक की आय प्राप्त कर रहीं हैं।छत्तीसगढ़ सरकार की महिला कोष ऋण योजना ने भी महिला समूहों को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न पोषण योजनाओं के लिए 89 समूहों की लगभग 900 महिलाएं रेडी टु इट बनाने का काम कर रहीं हैं।
एक हजार 600 से अधिक समूहों की 17 हजार से अधिक महिलाएं गर्म पका भोजन तैयार कर कुपोषित बच्चों और गर्भवती माताओं को रोज खिला रहे हैं। महिलाओं से जुड़े कामों के साथ-साथ पुरूषों के एकाधिकार वाले कई जीविकोपार्जन के काम कोरबा जिले में महिला समूहों द्वारा किए जा रहे हैं।
ईंट निर्माण, चांवल व्यवसाय, आंटा चक्की संचालन, कोशा धागाकरण, सिलाई व्यवसाय, किराना-कपड़ा मनिहारी व्यवसाय, मसाला व्यवसाय, पापड़ निर्माण, बांस-शिल्प व्यवसाय से लेकर वनोपज संग्रह, साबुन, रंग, गुलाल निर्माण जैसे कामों में महिला समूहों की सदस्यों ने अपनी क्षमता और कार्य कुशलता का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। महिला कोष के माध्यम से जिले के दो हजार 114 समूहों को अभी तक अपना व्यवसाय करने के लिए 25 से 30 हजार रूपए के हिसाब से चार करोड़ 41 लाख रूपए से ज्यादा का ऋण दिया गया है।
इसमें खास बात यह है कि ऋण लेने के बाद समूहों ने अपनी कर्मठता और मेहनत से व्यवसाय को आगे बढ़ाया, अच्छी आमदनी प्राप्त की और लगभग 95 प्रतिशत से अधिक समूहों ने ऋण की अदायगी भी कर दी है। ग्रामीण क्षेत्रो में बैंकिंग सुविधाओं के विस्तार के लिए 149 बैंक सखियां भी काम कर रहीं हैं। पेंशन या स्काॅलरशीप का भुगतान हो या मनरेगा की मजूदरी देना हो, बैंक खाते से राशि निकालना हो या बचत के लिए जमा करना हो ऐसे सभी काम लोगों के घर जाकर बैंक सखियों के माध्यम से आसानी से हो रहे हैं।
वैश्विक महामारी कोरोना के काल में भी जिले की महिलाओं ने जनजागरूकता से लेकर कोरोना मरीजों के ईलाज तक की गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है। महिला डाॅक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, प्रशासनिक अधिकारी-कर्मचारी सभी महिलाओं ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अपने अनुभव का अच्छी तरह उपयोग किया। महिला होने के नाते पारिवारिक ही नहीं सामाजिक और प्रशासनिक स्तर पर भी बारिकियांे का ध्यान रख कोरोना संक्रमण से बचाव की रणनीति तैयार की गई। जिले की कलेक्टर श्रीमती किरण कौ -
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विकास खण्ड करतला के ग्राम पठिया पाली में आयोजित शिविर में लोगों का रहा उत्साहकोरबा : शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रत्येक व्यक्ति तक पहुँचाने के उद्देश्य से गांवो में विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर का आयोजन किया जा रहा है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन में जनसम्पर्क विभाग द्वारा सरकार की उपलब्धियों और हितकारी योजनाओ को फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से सूचना शिविर में बताया जा रहा है।
विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रचार-प्रसार पुस्तिका जनमन, संबल और किसान गाइड में दिया गया है। इन पुस्तिकाओं का निःशुल्क वितरण ग्रामीणों को शिविर के माध्यम से किया जा रहा हैं।आज विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर का आयोजन विकासखण्ड करतला के ग्राम पठियापाली के साप्ताहिक हाट बाजार में आयोजित किया गया। शिविर में पठियापाली सहित आसपास के गांव करईनारा, दमखाँचा, छातापाट, मौहार, धमनागुड़ी, जामपानी, साजा पानी एवं गांडापाली के ग्रामीण बड़ी संख्या में आयें। ग्रामीणों ने शिविर में आकर फोटो के माध्यम से प्रदर्शित शासन की विभिन्न योजनाओं का अवलोकन किया।विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर में योजनाओं की जानकारी लेने आये ग्राम कराईनारा के किसान श्री तिहारु राम पटेल ने प्रचार पुस्तिका जनमन का अवलोकन किया।उन्होंने जनमन पुस्तिका में दिए गए विभिन्न योजनाओं की जानकारी सहित राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गोधन न्याय योजना को पढ़ा। श्री तिहारु राम ने कहा कि गोधन न्याय योजना गोबर संग्राहक किसानों के लिये बहुत ही लाभकारी है।
सरकार ने गोबर को दो रुपये प्रति किलो में खरीदकर आमदनी का नया जरिया ग्रामीणों को प्रदान किया हैं। शासन द्वारा गांवो में स्थापित किये गए गौठानों से ग्रामीण महिलाएं विभिन्न आजीविका संवर्धन के कामों में लगे हुए हैं।उन्होंने कहा कि राज्य शासन ने राजीव गांधी न्याय योजना के तहत धान का दो हजार 500 रुपये प्रति क्विन्टल कीमत देकर किसानों को खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया हैं।
शिविर में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बारी के क्रियान्वयन, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, आदर्श गौठान, बिजली बिल हाफ योजना, मनरेगा, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, राम वन गमन पथ, अल्पकालीन कृषि ऋण माफ, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, पीडीएस, कृषि विभाग के विभिन्न जनकल्याकारी योजनाओं को छायाचित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। पांच मार्च को विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर का आयोजन विकासखण्ड कोरबा के ग्राम पंचायत भैंसमा में किया जाएगा। -
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केवल दो ब्लाॅकों में ही लगभग एक हजार लोगों को पेंशन स्वीकृत हुई
ग्रामीणों की मांग पर एक हजार से अधिक रोजगार मूलक काम मनरेगा में मंजूर
कहीं पीने के पानी के लिए हैण्डपंप लगेंगे तो कहीं सिंचाई के लिए बनी कार्ययोजना
कोरबा : कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की पहल पर कोरबा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आठ फरवरी से 13 फरवरी तक लगाए गए निदान शिविरों में लोगों की समस्याओं और मांगो का बड़े पैमाने पर निराकरण हुआ है।निदान शिविरों में शासकीय योजनाओं को लोगों को लाभ दिलाकर कई लोगों की जिंदगी में सकरात्मक परिवर्तन ला दिया है। निदान शिविरों में मिले आवेदनों में से केवल दो विकासखण्डों करतला और कोरबा में ही लगभग एक हजार पात्र हितग्राहियों को एक साथ सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृत हो गई है।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने शिविरों के आयोजन से पहले ही अधिकारियों को निर्देशित किया था कि छोटे-छोटे दस्तावेजों या कार्रवाईयों को शिविर स्थल पर ही शिविर के दिन ही पूरा किया जाए और लोगों को यथासंभव उसी दिन शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाया जाए।
इसी निर्देश पर पंचायत सचिवों, पटवारियों सहित सभी विभागों के मैदानी अमले ने अपने-अपने विभागों से संबंधित योजनाओं से पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने का काम किया।निदान शिविरों से करतला विकासखण्ड में 395 पात्र हितग्राहियों को तो कोरबा विकासखण्ड में 541 हितग्राहियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन, दिव्यांगता पेंशन, विधवा या परित्यक्ता पेंशन स्वीकृत कर दी गई है। इस महीने से इन सभी हितग्राहियों को पेंशन का लाभ मिलने लगेगा।
इसके साथ ही निदान शिविरों में बड़ी संख्या में लोगों ने ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत रोजगार मूलक काम की भी मांग की थी जिस पर परीक्षण के बाद जिला पंचायत द्वारा एक साथ एक हजार 010 कामों की स्वीकृति दे दी गई है।
कोरोना काल के बाद प्रदेश में सबसे पहले कोरबा जिले में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की पहल पर लोगों की समस्याओं और मांगो को जानने प्रशासन गांवो तक पहुंचा था। इसका माध्यम निदान 36 शिविर बने थे। जिले में आठ फरवरी से 13 फरवरी तक निदान शिविरों का आयोजन हुआ था।
आठ फरवरी से 12 फरवरी तक सभी विकासखण्डों में एक-एक क्लस्टर स्तरीय शिविर लगाया गया था और 13 फरवरी को एक साथ सभी विकासखण्डों में एक-एक विकासखण्ड स्तरीय शिविर लगा था। इन शिविरों में जनसामान्य की राजस्व संबंधी समस्याओं से लेकर बिजली, पानी, शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य आदि समस्याओं का निराकरण यथा संभव मौके पर ही किया गया। नए राशन कार्ड बनाने से लेकर नाम जोड़ने, नाम काटने के काम भी इन शिविरांे में तत्परता से हुए।
सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के पात्र हितग्राहियों का चिन्हांकन, पेंशन प्रकरण तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजने के काम भी इन शिविरों में उसी दिन पूरे किए गए। अब निदान शिविरों में मिले आवेदनों पर की गई कार्रवाई और किए गए समाधान की जानकारी देने निराकरण शिविरों का आयोजन जल्द ही शुरू होगा।
निदान शिविर में जानकारी मिलने के बाद पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड के सलिहाभाठा ग्राम पंचायत के बालागांव में किसानों को सिंचाई के लिए सौर उर्जा आधारित सिंचाई योजना की भी स्वीकृति दे दी गई है। इस योजना का काम भी प्रारंभिक स्तर शुरू हो गया है। तान नदी पर बनने वाली इस सौर उर्जा आधारित सिंचाई योजना से नदी से लगे लगभग 30 हेक्टेयर क्षेत्र में खेती-किसानी के लिए 50 से अधिक किसानों को सिंचाई की सुविधा आने वाले दिनों में मिलने लगेगी। निदान शिविरों में ही बीमारों की जांच के साथ स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
लंबे समय से छोटे-छोटे कारणों से नहीं बन पा रहे जरूरी दस्तावेजों और प्रमाण पत्रों के लिए भी मौके पर ही औपचारिकताएं पूरी करके लोगों को लाभान्वित किया गया। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार छह दिव्यांगों के दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनने के साथ ही चार दिव्यांगों को तत्काल ट्राइसाईकिल भी उपलब्ध कराई गई है।
पाली विकासखण्ड में मिले आवेदनों में से अभी तक 35 पात्र हितग्राहियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृत की गई है। कोरबा तहसील में निदान शिविरों के दौरान राजस्व विभाग द्वारा 147 किसान किताब जारी करने के साथ-साथ 19 फौती नामांतरण, पांच अविवादित नामांतरण के प्रकरण मौके पर ही निपटा दिए गए हैं।
कोरबा तहसील में ही 22 छात्र-छात्राओं को जाति प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया है। निदान शिविरों में पीने के पानी की समस्या को लेकर भी कई गांवो से आवेदन मिले थे। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जांच कर 60 जगहों पर नए हैण्डपंप स्थापित करने के लिए बोर खनन की मंजूरी दे दी गई है और 27 बिगड़े हैण्डपंपों को सुधार कर पीने का साफ पानी उपलब्ध कराने लायक बना दिया गया है।
पशुधन विकास विभाग द्वारा निदान शिविर से अब 38 हितग्राहियों को मुर्गी पालन, बकरी पालन, सुकर पालन जैसी स्थानीय रोजगार मूलक गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। हितग्राहियों को इन गतिविधियों के लिए विभागीय योजनाओं के तहत शासकीय अनुदान की मंजूरी कर दी गई है। पोड़ी-उपरोडा़ विकासखण्ड में कपड़ा व्यवसाय करने के इच्छुक हितग्राही द्वारा आवेदन प्रस्तुत करने पर तत्काल ऋण भी निदान शिविर के माध्यम से स्वीकृत कर दिया गया है।
निदान शिविरों में लोगों ने राशन कार्डों से नाम हटाने, जोड़ने और नए कार्ड बनाने की मांग भी प्राथमिकता से की थी। शिविरों में मिले आवेदनों की जांच के बाद 93 लोगों के नाम राशन कार्डों से काट दिए गए हैं। राशन कार्डों में 27 लोगों के नाम जोड़े गए हैं और 21 हितग्राहियों के नए राशनकार्ड भी बना दिए गए हैं। अब इन सभी को इस महीने से राशन भी मिलने लगेगा। -
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बरगद की छांव में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने तय की रूपरेखा
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने पाली के शासकीय हाई स्कूल मैदान पर जिला स्तरीय अधिकारियों से किया विचार-विमर्श, समय पर सभी तैयारियाॅं पूरी करने दिये निर्देश
कोरबा : कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज पाली के हाई स्कूल मैदान पर बरगद पेड़ की छांव में बैठकर जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ चर्चा कर पाली महोत्सव की रूपरेखा तय की।जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार की मौजूदगी में कलेक्टर ने इस आयोजन के लिये सभी जरूरी तैयारियाॅं समय पर पूरी करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
जिला प्रशासन द्वारा महाशिवरात्रि के अवसर पर जिले के ऐतिहासिक स्थल पाली में दो दिवसीय पाली महोत्सव 11 एवं 12 मार्च को शासकीय हाई स्कूल मैदान में आयोजित होगा। इस अवसर पर आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। जिसमें स्थानीय प्रतिभाओं, और कलाकारों को आमंंित्रत किया जायेगा।
अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्रीमती प्रिंयका महोबिया ने जिला स्तरीय अधिकारियों को विभिन्न जिम्मेदारियाॅं सौंपी। सम्पूर्ण आयोजन के लिये पाली एसडीएम अरूण खलखो को नोडल अधिकारी मनोनित किया गया।कलेक्टर ने इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद स्थल भ्रमण किया और अधिकारियों को अपने-अपने विभागों की शासकीय योजनाओं से संबंधित विकासपरक प्रदर्शनी लगाने के भी निर्देश दिये।
पर्यटन और जिले का पुरातात्विक वैभव होगी थीम - इस बार का पाली महोत्सव जिले के पुरातात्विक वैभव और पर्यटन की थीम पर आयोजित होगा। महोत्सव में शामिल होने वाले लोगों को इस बार कोरबा की ऐतिहासिक और धरोहरों के बारे में जानकारी मिलेगी।
उर्जाधानी के रूप में विश्व विख्यात कोरबा के प्राकृतिक पर्यटन स्थलों के आकर्षण से चित्रों और विभिन्न प्रकार के प्रचार माध्यमों से भी लोगों को अवगत कराया जाएगा। चैतुरगढ़, तुमान, सीतामणि, नगोईअकुटेशर, लाफा, सीताचैकी, देवपहरी, सतरेंगा, परसाखोल, बुका से लेकर चामा, केंदई, नकिया जलप्रपात, मड़वारानी, झोराघाट जैसे पुरातात्विक एवं पर्यटन स्थलों की जानकारी इस महोत्सव में लोगों को विस्तार से मिलेगी।
गोबर के गमलों में लगे हर्बल पौधों से होगा अतिथियों का स्वागत - पाली महोत्सव में शामिल होने वाले अतिथियों और कलाकारों का स्वागत इस बार अनुठे तरीके से होगा। फूल-माला या बुके के स्थान पर इस बार जिले के गौठानों में बने गोबर के छोटे-छोटे गमलों में लगे हर्बल पौधों से पाली महोत्सव में शामिल होने वाले अतिथियों का स्वागत किया जाएगा।
इसके साथ ही महोत्सव में अपनी आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देने वाले कलाकारों को भी शाॅल-श्रीफल के साथ-साथ गोबर के गमले में लगे हर्बल पौधे भेंट किए जाएंगे। कोरोना के संक्रमण से सीख लेते हुए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और कोरोना से बचने के उपायों को लोगों के ध्यान में लाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा महोत्सव में इस बार यह पहल की जा रही है।
गोबर के गमलों में लगे हर्बल औषधीय पौधों को अतिथि एवं कलाकार अपने घरों के बगीचे या गमलों में भी लगाकर रख सकेंगे। महोत्सव के दौरान जिले में जैविक खेती के लिए प्रेरित और आने वाले एक सप्ताह में गौठानों से सर्वाधिक वर्मी कम्पोस्ट लेने वाले किसानों का भी सम्मान किया जाएगा।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने संबंधित विभागों को सौंपी गई जिम्मेदारी को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने मंच निर्माण, लाईट एवं साउंड व्यवस्था, सांस्कृतिक कार्यक्रम, डेªसिंग रूम व्यवस्था, स्वागत व्यवस्था, आमंत्रण पत्र व्यवस्था, कलाकारों का आमंत्रण, उनके ठहरने एवं भोजन व्यवस्था, कार्यक्रम स्थल पर बिजली, पानी की व्यवस्था, पाली के षिव मंदिर की साज-सज्जा, वाहन व्यवस्था, विभागीय योजनाओं का स्टाल, कार्यक्रम का प्रचार प्रसार, नियंत्रण कक्ष एवं चिकित्सा सुविधा, कानून एवं यातायात व्यवस्था, बांस बल्ली की व्यवस्था, वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी, संदेशिका, मानदेय, पेयजल, विद्युत, पार्किंग व्यवस्था के संबंध में अधिकारियों द्वारा अब तक किए गये कार्यों की समीक्षा की।
कार्यक्रम स्थल पर आयोजित बैठक में श्रीमती कौशल ने निर्देशित किया कि पाली महोत्सव प्रारंभ होने से पूर्व सभी प्रकार की व्यवस्थायें सुनिश्चित कर ली जाये। बैठक में कार्यक्रम स्थल में प्रवेश हेतु प्रवेश पास, व्हीआईपी पार्किंग, मुख्य मार्ग में यातायात व्यवस्था सुगम बनाने इस मार्ग में चलने वाले भारी वाहनों का रूट डायवर्ट करने के संबंध आवश्यक निर्देश पुलिस विभाग के उपस्थित अधिकारी को दिये। कलेक्टर ने बैठक में निर्देशित किया कि मंच को वाटरपु्रफ एवं दर्शकों के बैठने की व्यवस्था में चांदनी के उपर तारपोलिन लगाई जाये।
कलेक्टर ने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विकास योजनाओं से संबंधित माॅडल तथा विभागीय योजनाओं से संबंधित जानकारी प्रदान करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने निर्धारित समय के पहले आयोजन स्थल पर मंच निर्माण सहित अन्य तैयारियां भी पूरी करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने निर्देशित किया कि मौसम को ध्यान में रखते हुए मंच तथा विभागीय स्टालों को वाटरपु्रफ तरीके से बनाया जाये। श्रीमती कौशल ने कार्यक्रम स्थल पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना करने अधिकारियों को निर्देशित किया। अतिविशिष्ट अतिथियों के पाली महोत्सव में शामिल होने की संभावना को देखते हुए कलेक्टर ने जिला पंचायत के सीईओ के साथ संभावित हैलीपैड स्थल का भी निरीक्षण किया और यहां सुरक्षा संबंधी समस्त तैयारियां भी साथ-साथ पूरी करने के निर्देश दिए। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
कलेक्टर ने जिले के प्रगतिशील किसानों से जैविक खेती प्रोत्साहन के लिए की चर्चा
गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ी गांव की संस्कृति को सहेजने की पहल : कलेक्टर श्रीमती कौशल
कोरबा : कोरबा जिले मेें जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने विशेष पहल की है। जिले के गौठानों में बनने वाले जैविक खाद और वर्मी कम्पोस्ट का अधिक से अधिक उपयोग करने वाले किसानों को जिले में गोधन मित्र के रूप में नई पहचान दी जाएगी।
इसके साथ ही गोधन मित्र अपने गांव और आसपास के गांवो में भी दूसरे किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करेंगे। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज इस संबंध में जिला पंचायत के सभाकक्ष में सभी विकासखण्डों से आए चिन्हांकित प्रगतिशील किसानों के साथ विशेष चर्चा की।
जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार की मौजूदगी मंे हुई इस चर्चा में कलेक्टर ने किसानों को जैविक खेती के फायदे बताये साथ ही अधिक से अधिक जैविक खाद का उपयोग खेती किसानी मे करने से गांव के लोगों को रोजगार मिलने और गौठानों को आत्मनिर्भर बनाने की भी बात कही।
इस दौरान कृषि एवं सहकारिता विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे साथ ही विकासखण्ड मुख्यालयों से सहकारी समितियों के प्रबंधक, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, कृषि एवं सहकारिता तथा उद्यानिकी विभाग के मैदानी अधिकारी-कर्मचारी भी चर्चा में शामिल हुए।
चर्चा में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कहा कि शासन की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना से छत्तीसगढ़ी ग्राम्य संस्कृति और गोधन के संरक्षण-संवर्धन की शुरूआत की गई है। इसके तहत ग्रामीणों द्वारा गोबर से गुणवत्तापूर्ण वर्मी कम्पोस्ट तैयार की जा रही हैं जो कि विशुद्ध जैविक खाद है।
कलेक्टर ने कहा कि किसान भाई आने वाले खरीफ और वर्तमान गर्मी की फसल में इस खाद का शत प्रतिशत उपयोग करें। कलेक्टर ने कहा कि खेतों में रासायनिक खादो के उपयोग से कई गंभीर बीमारियां होती है। कोरबा जिला औद्योगिक होने से रासायनिक खादों का प्रभाव और भी बढ़ जाता है।
उन्होंने कहा कि गौठानों में बनने वाली जैविक खाद का उपयोग करने वाले किसानों को कृषि एवं उद्यान विभाग से मिलने वाली सब्सिडी आदि का लाभ दिया जाएगा।कलेक्टर श्रीमती कौशल ने जैविक खेती को बढ़ावा देने और गौठानों में बने वर्मी कम्पोस्ट खाद का अधिक से अधिक उपयोग सुनिश्चित करने के लिए कृषि और उससे जुड़े अन्य विभागों तथा सहकारिता विभाग के मैदानी अमले को नियमित रूप से गांवो का दौरा करने और किसानों को जैविक खाद उपयोग के फायदे तथा शासकीय योजनाओं की जानकारी देने के भी निर्देश दिए।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत खरीदे गए गोबर से बने वर्मी खाद बनाकर किसानों को जैविक खेती की ओर प्रेरित किया जा रहा है।श्री कुमार ने कहा कि गोधन न्याय योजना में ग्रामीणों की आय में वृद्धि, ग्रामीण महिलाओं के लिए आजीविका संवर्धन एवं जैविक खाद के उपयोग से जनस्वास्थ्य के सुधार का उद्देश्य निहित है।
उन्होंने कहा कि किसान खेती में कैमिकल फर्टीलाइजर से मुक्त होकर पूर्णतः जैविक खाद को अपनाएं जिससे अपने साथ ही आने वाली पीढ़ियों का स्वास्थ्य सुरक्षित किया जा सके। उप संचालक कृषि श्री जे.डी. शुक्ला ने रासायनिक खाद एवं जैविक खाद के अंतर, जैविक खाद की विशेषताओं की जानकारी दी।
वरिष्ठ उद्यान अधीक्षक श्री टी. आर. दिनकर ने जैविक खाद से किसानों एवं जनसामान्य को होने वाली लाभों के विषय में बताया। बैठक में जिले के सभी विकासखण्डों से आए किसानों ने जैविक खाद के विषय में कई प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासा शांत की। -
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अभी तक की धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी, आजीविका मिशन के मैदानी कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने दिए निर्देश
समय सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती कौशल हुईं सख्त
कोरबा : जिले के पांचो विकासखण्डों में पांच-पांच गौठानों को मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप में स्थापित कर स्वावलंबी बनाने की धीमी प्रगति पर आज समय सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने सख्त रूख दिखाया।कलेक्टर ने इस पर गहरी नाराजगी व्यक्त की और राष्ट्रीय आजीविका मिशन के मैदानी कर्मचारियों को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश जिला पंचायत के सीईओ को दिए।
श्रीमती कौशल ने अगले 15 दिनों में हर विकासखण्ड में पांच-पांच गौठानों को मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप में अपडेट करने के निर्देश दिए। उन्होंने ऐसे चिन्हांकित गौठानों में महोरा गौठान की तर्ज पर मल्टी एक्टिविटी डोम स्थापित कर महिलाओं को आजीविका की अलग-अलग गतिविधियों से जोड़ने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने चयनित 25 गौठानों में स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होने वाले कच्चे माल के आधार पर ही आजीविका गतिविधियों का संचालन करने, बने उत्पादों के विक्रय की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने इन गौठानों में आजीविका संबंधी गतिविधियों का संचालन शासन के विभिन्न विभागों की विभिन्न योजनाओं के समन्वय से करने के निर्देश दिए।
बैठक में श्रीमती कौशल ने गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन और बिक्री की धीमी गति पर भी नाराजगी जताई तथा अगले 15 दिनों में सभी वर्मी टांको को भरने और बनी खाद की बिक्री शत प्रतिशत सुनिश्चित करने के निर्देश जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिए।
श्रीमती कौशल ने कौशल विकास मिशन के तहत भी चिन्हांकित गौठानों में महिला समूहों को आजीविका से जुड़ी ट्रेनिंग देने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी चिन्हांकित गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत तैयार वर्मी कम्पोस्ट के शत-प्रतिशत विक्रय से जैविक खाद को बढ़ावा देने का अभियान प्रारंभ करने, गौठानों में स्थापित (मल्टी एक्टिविटी सेंटर) बहुउद्देशीय आजीविका केन्द्र में विभिन्न विभागों की योजनाओं का समन्वय करने, किसानों को धान के स्थान पर अन्य फसल लेने के लिए प्रोत्साहित करने को भी कहा।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने किसानों को जैविक खेती के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए गर्मी की फसल के दौरान जैविक खाद और रासायनिक खाद के उपयोग से फसल उत्पादन की गुणात्मक तुलना कर किसानों को फर्क दिखाने के लिए कृषि विभाग द्वारा दो प्रकार के प्रदर्शन क्षेत्र लगाने के भी निर्देश दिए। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
नवीन तहसील अजगरबहार में आयोजित हुआ विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर
कोरबा : जनसंपर्क विभाग के द्वारा जिले के विभिन्न गांवो में आयोजित किये जा रहे विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर के माध्यम से शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंच रही है। आज विकासखण्ड कोरबा के नवीन तहसील अजगरबहार के साप्ताहिक हाट-बाजार में शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं उपलब्धियों पर आधारित फोेेटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। शिविर में ग्राम अजगरबहार एवं आसपास के ग्राम सरईसिंगार, नर्बदा, कछार, सतरेंगा एवं माखुरपानी के ग्रामीणों ने आकर विकास फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
ग्रामीणों ने विभिन्न योजनाओं की जानकारी तथा शासन की उपलब्धियों के बारे में भी जाना। शिविर में आए लोगों ने जनहित के लिए लागू किए गए शासकीय योजनाओं की जानकारी ली एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ के बारे में जानकर उसकी सराहना भी की।
ग्राम अजगरबहार में आयोजित किए जा रहे जिला स्तरीय मितानिन प्रशिक्षण कार्यक्रम में आए हुए विभिन्न गांवो उरगा, श्यांग, भैंसमा, लेमरू, बहेरा, करतला एवं कोरबा के मितानिनों ने शिविर में बड़ी संख्या में आकर शासकीय योजनाओं के बारे में जानकारी ली।मितानिनों ने शासकीय योजनाओं के फायदे को अपने गांव के लोगों के साथ साझा करने की भी बात कही। शिविर में आए हुए सभी लोगों और प्रशिक्षण कार्यक्रम में आए सभी मितानिनों को शासकीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार पुस्तिका जन-मन, संबल एवं किसान गाईड का वितरण भी किया गया।
ग्राम अजगरबहार में आयोजित विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर में आए हुए ग्राम सरई सिंगार के किसान श्री अमर सिंह ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने योजना के तहत किसानों को 25 सौ रूपए प्रति क्विंटल धान की कीमत देने सरकार की योजना को बहुत ही फायदेमंद और किसान हितकारी बताया।
ग्राम श्यांग की मितानिन श्रीमती जयबुन ने शिविर में आकर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत विवाह किए जाने वाले जोड़े को 25 हजार रूपए की सहायता मिलने की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि यह योजना गरीब और कमजोर वर्ग के लिए बहुत ही लाभदायक है।
उन्होंने सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत दिए जा रहे सहायता की जानकारी प्राप्त करके अपने गांव के लोगों को योजना के बारे में बताने की बात कही। ग्राम अजगरबहार में आयोजित विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर में शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं को विभिन्न छायाचित्र के माध्यम से प्रदर्शित की गई।
इसी प्रकार शिविर में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बारी के क्रियान्वयन, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, आदर्श गौठान, बिजली बिल हाफ योजना, मनरेगा, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, राम वन गमन पथ, अल्पकालीन कृषि ऋण माफ, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, पीडीएस, कृषि विभाग के विभिन्न जनकल्याकारी योजनाओं को छायाचित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया गया।
साप्ताहिक बाजार अजगरबहार में आए विभिन्न ग्रामों के लोगो ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर राज्य सरकार की जनकल्याण कारी योजनाओं की सराहना की। ग्राम पंचायत अजगरबहार की सरपंच श्रीमती रीता कंवर ने जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर की सराहना करते हुए कहा कि इस शिविर के माध्यम से समस्त ग्रामीणों को शासन के द्वारा क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिल रही है।
इस शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को शिक्षा, पेयजल, स्वास्थ्य और कृषि से संबंधित विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान की जा रही है जो कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को योजनाओं की जानकारी आसानी से मिल रही है। चार मार्च को विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर का आयोजन विकासखण्ड करतला के ग्राम पंचायत पठियापाली में किया जाएगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
दुर्घटनाओं में हानि पर आरवीसी 6-4 के मुआवजा प्रकरण तत्काल मंगाये गये
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने समय सीमा की बैठक में शासकीय कामकाज की समीक्षा की, दिये जरूरी निर्देश
कोरबा : आने वाले कुछ दिनों में गर्मी बढ़ने के बाद ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में पीने के पानी की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने अभी से प्रयास शुरू कर दिया है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में ऐसे इलाकों की पहचान कर तत्काल बंद या खराब नल जल योजनाओं के सर्वे और खराब हैण्डपंपों का चिन्हांकन करने के निर्देश पीएचई विभाग के अधिकारियों को दिए हैं।
श्रीमती कौशल ने यह पूरा सर्वे अगले एक सप्ताह में पूरा कर ठीक हो सकने वाली नल जल योजनाओं की मरम्मत का काम शुरू करने को कहा है। इसके साथ ही श्रीमती कौशल ने खराब हैण्डपंपों को सुधारने और ग्रामीणों की मांग पर नए हैण्डपंपों की स्थापना का काम भी आवश्यकतानुसार प्राथमिकता से करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
उन्होंने सरपंचों तथा सचिवों की मौजूदगी में ग्राम पंचायत स्तर पर बैठक कर पीने के पानी की समस्या के बारे में पूरी जानकारी लेकर समाधान के लिए तत्काल यथोचित काम शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। श्रीमती कौशल ने पीने के पानी की समस्या के लिए जिला तथा अनुभाग स्तर पर एक-एक कंट्रोल रूम भी स्थापित करने को कहा ताकि लोग गर्मी में पीने के पानी की समस्या संबंधी सूचना प्रशासन तक पहुंचा सकें।
कलेक्टर ने सभी नगरीय निकायों को भी इसके लिए जरूरी तैयारियां अपने स्तर पर ही समय रहते करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने आज समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में विभिन्न शासकीय विभागों के कामकाज की समीक्षा की और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री एस. जयवर्धन, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी प्रत्यक्षतः मौजूद रहे। चारों अनुविभागों के एसडीएम और पांचो विकासखण्डों के विभागीय अधिकारी-कर्मचारी वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में शामिल हुए।
आरबीसी 6-4 के प्रकरण भेजने में ना करें देरी - बैठक मे कलेक्टर श्रीमती कौशल ने तहसील कार्यालयों द्वारा आरबीसी 6-4 के मुआवजा संबंधी प्रकरणों को स्वीकृति के लिए देरी से कलेक्टर कार्यालय भेजने पर नाराजगी जताई और सभी अधीनस्थ कार्यालयों को ऐसे प्रकरण जल्द से जल्द भेजने के सख्त निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना के कारण लोगों को होने वाले जान-माल के नुकसान के लिए क्षतिपूर्ति या मुआवजा समय पर मिल जाना चाहिए।
प्रभावित लोगों को समय पर क्षतिपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए प्रकरणों का यथा समय कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचना जरूरी है। श्रीमती कौशल ने भविष्य में घटना के 15 दिनों के भीतर मुआवजा संबंधी प्रकरण पूरी तरह तैयार कर कलेक्टोरेट भेजने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने लंबित प्रकरणों को भी सभी दस्तावेज तैयार कर अगले एक सप्ताह में कलेक्टोरेट भेजने को कहा।
उच्चाहन क्षेत्रों में धान के बदले दूसरी लाभकारी फसल लेने एक सप्ताह में गांववार-किसानवार बने कार्ययोजना- समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने जिले की उच्चाहन कृषि भूमियों में धान के बदले दलहन-तिलहन जैसी दूसरी लाभकारी फसले लेने के लिए भी विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश कृषि से उससे संबंधित विभागो के अधिकारियों को दिए।
श्रीमती कौशल ने उच्चाहन भूमि में धान की खेती से होने वाली आमदनी और अन्य फसलों से होने वाले लाभ की तुलना के लिए पास-पास ही प्रदर्शन भी आयोजित करने के निर्देश दिए ताकि किसानों को उच्चाहन भूमि में धान के बदले अन्य फसलों की खेती के लिए सीधे-सीधे प्रोत्साहित किया जा सके।
कलेक्टर ने धान के बदले उच्चाहन खेतों में दलहन-तिलहन आदि की खेती के लिए गांववार-किसानवार कार्ययोजना अगले एक सप्ताह में बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश कृषि विभाग के उप संचालक को दिए। उन्होंने उच्चाहन क्षेत्रों में मक्का, अरहर, उड़द, मूंग, तिल, सोयाबिन आदि फसलों की खेती को प्रोत्साहित करन के लिए भी कृषि विभाग के मैदानी अमले को निर्देशित किया।
श्रीमती कौशल ने धान की बोनी शुरू होने से पहले ही उच्चाहन क्षेत्रों में अन्य फसलों की खेती के लिए तैयारी करने किसानों का चयन कर उन्हें सभी जरूरी सहायता और मागदर्शन भी देने के निर्देश अधिकारियों को दिए। -
कोरबा : भारत स्काउट्स एवं गाइड्स, जिला कोरबा ने राज्य (राज्यपाल) पुरस्कार के क्षेत्र में एक नया रिकार्ड कायम किया है। राज्य मुख्यालय द्वारा वर्ष 2020 के परीणाम जारी किए गए। जिले से कुल 130 स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स ने राज्य पुरस्कार जांच परीक्षा उत्तीर्ण की है।
राज्य मुख्यालय, रायपुर द्वारा राज्य पुरस्कार जांच शिविर का आयोजन किया गया था। इसमें कोरबा जिले से सम्मिलित हुए स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स में 130 ने सफलता हासिल की। जिले से पहली बार 34 संस्थानों से 130 की संख्या में स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स को राज्य पुरस्कार मिलेगा।
राज्य पुरस्कार जांच परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों में सर्वाधिक 54 की संख्या गाइड्स की है। इसी तरह 47 स्काउट्स, 14 रोवर्स एवं 15 रेंजर्स ने प्रतिष्ठित पुरस्कार की पात्रता प्राप्त की है।
गौरतलब है कि कोरबा जिला स्काउट आंदोलन के प्रत्येक प्रारूप की गतिविधियोें में पूरे प्रदेश में अग्रणी है। स्काउटिंग के साथ ही सामाजिक एवं रचनात्मक कार्यों में जिले के स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स की सक्रिय भागीदारी होती है।
हाल ही में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स, जिला कोरबा को कोरोना संकटकाल में सराहनीय कार्य के लिए राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार भी मिला है।
राज्य पुरस्कार की पात्रता प्राप्त करने वाले स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स को कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, जिला शिक्षा अधिकारी व जिला आयुक्त (स्काउट) सतीश कुमार पांडेय एवं जिला मुख्य आयुक्त मोहम्मद सादिक शेख ने बधाई देते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।
इन संस्थानों से हैं सफल होने वाले छात्र व युवा :
शाउमावि दादरगिधौरी, शाउमावि तुमान (करतला), शाउमावि तिलकेजा, शाउमावि नवापारा, शाउमावि पीडब्ल्यूडी रामपुर, आदर्श उमावि बालकोनगर, निर्मला उमावि कोसाबाड़ी, सरस्वती उमावि सीएसईबी बुधवारी, शामाउमावि बालकोनगरए, निर्मला उमावि सीबीएसई रिसदी, उमावि मानिकपुर, आदर्श विद्यालय कटघोरा, शाबाउमावि कटघोरा, शाउमावि अरदा, शाउमावि छुरीकला, बीएनजी हरदीबाजार, बीकन उमावि कुसमुंडा, शापूमावि कनबेरी, शाउमावि कोरबी धतूरा, सनराइज हाई स्कूल कृष्णानगर, शा. हाई स्कूल बुंदेली, शाकउमावि साडा टीपी नगर, शाउमावि तुमान (पोड़ी उपरोड़ा), एकलव्य आवासीय विद्यालय छुरीकला, शाउमावि सिंघिया, शाउमावि जवाली, स्वामी विवेकानंद ओपन रोवर क्रू, अटल बिहारी ओपन रोवर क्रू, अब्दूल कलाम ओपन रोवर क्रू, रानी लक्ष्मीबाई ओपन रेंजर टीम, इंदिरा गांधी ओपन रेंजर टीम, रानी दुर्गावती ओपन रेंजर टीम, शाकउमावि कटघोरा, कस्तुरबा आवासीय विद्यालय कोरबा।