- कोरबा : नगर पालिका निगम, जिला पंचायत कार्यालय एवं कलेक्टोरेट में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद जिला प्रशासन अधिकारी-कर्मचारियों को लेकर सजग है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने ऐहतियातन जिला पंचायत कार्यालय के सभी अधिकारी-कर्मचारियों की कोरोना जांच कराने के निर्देश दिए थे।कलेक्टर के निर्देश पर जिला पंचायत कार्यालय में भी स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों और सेम्पल कलेक्टिंग टीम ने दो दिनों तक शिविर लगाया। दो दिवसीय शिविर में जिला पंचायत के 90 अधिकारी-कर्मचारियों के नाक और गले के स्वाब सेम्पल लिए गये। जिला पंचायत के कार्यालय में लगाए गए शिविर में 24 अगस्त को 50 कर्मचारियों का सैम्पल और 25 अगस्त को 40 कर्मचारियों का सैम्पल लिया गया।
जिला पंचायत कार्यालय में कार्यरत इन 70 पुरूष और 20 महिला अधिकारी-कर्मचारियों के कोरोना जांच सेम्पलों को रायगढ़ के मेडिकल काॅलेज स्थित जांच प्रयोगशाला में भेजा जायेगा। जिसकी रिपोर्ट आगामी दो दिनों में मिलने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्रीमती कौशल के निर्देश पर कलेक्टोरेट में तीन दिनों तक शिविर लगाकर कार्यरत् अधिकारी-कर्मचारियों के कोरोना जांच सैम्पल लिए गए थे। जिनमें से छह अधिकारी-कर्मचारी की कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आई, जिन्हंे उपचार के लिए कोरबा के कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया है। -
कोरबा : छत्तीसगढ़ राज्य की न्यूज वेबसाइट एवं पोर्टल को विज्ञापन देने के लिए इम्पैनलमेंट किया जाएगा। जनसंपर्क विभाग के द्वारा इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस संबंध में बताया गया है कि राज्य की ऐसी न्यूज वेबसाइट एवं पोर्टल जिनका डीएव्हीपी में इम्पैनलमेंट नहीं है उन्हें छत्तीसगढ़ में इम्पैनल किया जाएगा। इंम्पेनलमेंट के लिए निर्धारित प्रारूप में 26 अगस्त से 10 सितम्बर 2020 तक ऑनलाईन आवेदन जमा किये जा सकते हैं। आवेदन प्रारूप और इस संबंध में नियम शर्तें जनसम्पर्क विभाग की वेबसाईट www.jansampark.cg.gov.in पर उपलब्ध रहेगी। डीएव्हीपी में इंपैनल न्यूज वेबसाइटों को डीएव्हीपी की दर और मापदंड के आधार पर विज्ञापन दिए जा सकेंगे।
डिजिटल माध्यम की उपयोगिता एवं आवश्यकता के परिप्रेक्ष्य में राज्य के भीतर व राज्य के बाहर से संचालित न्यूज वेबसाइट व वेबपोर्टल के लिए प्रदर्शन विज्ञापन आवश्यकता, उपयोगिता, अवसर और बजट उपलब्धता के आधार पर स्वीकृत किये जाएंगे। नियमों में अन्तर्विष्ट किसी बात के होते हुए भी किसी न्यूज वेबसाइट को शासकीय विज्ञापन प्राप्त करने का कोई अधिकार नहीं होगा। डीएव्हीपी में सूचीबद्ध या पंजीकृत इम्पैनल पोर्टल व वेबसाईट को डीएव्हीपी द्वारा निर्धारित दर गाइडलाईन नियमों के अनुसार विज्ञापन दिया जायेगा। ऐसे वेबसाईट पोर्टल जिनका डीएव्हीपी में पंजीयन नहीं है, उनको जनसपंर्क विभाग द्वारा इम्पैनल किया जायेगा। इम्पैनलमंेट की अवधि एक वर्ष की होगी, जिसके नियमित अंतराल पर पुनः समीक्षा का अधिकार समिति को होगा। समीक्षा में उचित न पाए जाने पर संबंधित पोर्टल वेबसाईट का इम्पैनलमंेट समाप्त करने का अधिकार भी समिति को होगा।सामान्यतः निम्नलिखित शर्ते पूर्ण करने वाले पोर्टल वेबसाईट को समिति द्वारा इम्पैनलमेंट हेतु अनुशंसा की जायेगी-छत्तीसगढ़ राज्य के न्यूज वेबसाइटों का इम्पैनलमेंट 01 वर्ष की अवधि के लिए होगा। इम्पैनल्ड हेतु विगत 06 माह के दौरान न्यूज वेबसाईट की औसत यूनिक यूजर संख्या 50 हजार होनी चाहिए। इस दौरान एवरेज सेशन डयूरेशन न्यूनतम 30 सेकेण्ड होना चाहिए। प्रत्येक वेबसाइट पोर्टल के अपने होम पेज पर वेबसाइट पोर्टल के स्वामी, संचालक, संपादक का नाम मोबाईल नंबर, ई मेल, संपादकीय कार्यालय का पता प्रदर्शित होना चाहिए। उन्हें प्रतिदिन अपनी वेबसाइट्स पोर्टल को अपडेट भी करना होगा। न्यूज वेबसाइट कम से कम एक वर्ष से ऑन लाइन हो। इस अवधि के दौरान वेबसाइट का नाम और इंटरनेट का पता नहीं बदला गया हो। राज्य की गतिविधियों को प्राथमिकता से अपलोड करने वाले वेबसाइट वेबपोर्टल को विज्ञापन देने में प्राथमिकता दी जायेगी।पत्रकारिता के स्थापित मूल्यों के विरूद्ध समाचार प्रकाशित करने वाले अश्लील, झूठे और मनगढ़ंत किसी संस्था या व्यक्ति को झूठे आधार पर बदनाम करने वाले समाचारों को प्रकाशित करने वाले पोर्टल वेबसाइट को समिति की अनुशंसा पर इम्पैनलमेंट सूची से बाहर किया जा सकेगा। इसके साथ-साथ समिति उपलब्ध तकनीकी साधनों यथा-विश्वसनीय टैरिफ एनालिसिस टूल अथवा अन्य किसी माध्यम से मासिक दृश्य संख्या यूजर संबंधी रिपोर्ट की पुष्टि कर सकेगी। - कोरबा : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्रीमती किरण कौशल ने 30 अगस्त को मोहर्रम के अवसर पर शुष्क दिवस घोषित किया गया है। 30 अगस्त को जिले की समस्त देशी एवं विदेशी मदिरा दुकानंे, असैनिक विनोदगृह एवं मद्यभाण्डागार पूर्णतः बंद रखे जाने का आदेश जारी किया गया है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने अवैध शराब बेचने, परिवहन पर मनाही करते हुए इसका कड़ाई से पालन कराने के निर्देश आबकारी अधिकारियों को दिए हैं।
- पिचिंग का काम शुरू होने में देरी पर जताई नाराज़गीकल ही अधिकारियों की बैठक में सड़क बनाने और मरम्मत के काम तेज करने दिए थे निर्देश
कोरबा: कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज दोपहर बरसते पानी में राताखार-गेरवाघाट सड़क के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। कल ही कलेक्टर ने जिले में नई सड़कें बनाने और खराब सड़कों की मरम्मत के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की थी और काम में तेजी लाकर हर दिन किए गए काम की फोटो और जानकारी व्हाॅट्सएप्प पर भेजने के निर्देश दिए थे। इसके बाद आज श्रीमती कौशल एडीएम श्री संजय अग्रवाल के साथ राताखार चैक से गेरवाघाट होकर दर्री निकलने वाली निर्माणाधीन सड़क का निरीक्षण करने पहुंची। तेज बारिश के बीच हाथों में छाता लेकर उन्होने बन रही सड़क पर काम की गुणवत्ता परखी।निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने हसदेव नदी की तरफ के सड़क के किनारे पर पिचिंग का काम शुरू होने में देरी पर अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताई।अधिकारियों ने कलेक्टर को बताया कि बरसात के कारण पिचिंग का काम शुरू नहीं हुआ है। बरसात खत्म होते ही पिचिंग का काम तेजी से किया जाएगा। कलेक्टर ने इस दौरान सड़क पर डाले जा रहे मैटल की गुणवत्ता भी जांची। उन्होने नगर निगम के अधिकारियों और इंजीनियरों से काम शुरू होने से लेकर अब तक हुुई प्रगति की जानकारी भी ली। कलेक्टर ने निर्माणाधीन सड़क पर आम दिनों में दोपहिया और छोटे चारपहिया वाहनों की आवाजाही को देखते हुए सुरक्षा संबंधी साइन बोर्ड और मार्कर आदि भी लगाने के निर्देश दिए। उन्होने सड़क निर्माण के काम में तेजी लाने को कहा और प्रतिदिन हुए कामों की प्रगति तथा फोटो आदि व्हाॅट्सएप्प पर भेजने के निर्देश दिए। - राताखार चौक पर बैठे लोगों पर लगाया जुर्माना, कोविड नियंत्रण के लिए आम जनों से मांगा सहयोगबेवजह घूमने और कोविड प्रोटोकाॅल के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी दिए
कोरबा: कलेक्टर श्रीमती कौशल ने आज शाम पुलिस कप्तान श्री अभिषेक मीणा के साथ शहर में कोविड नियंत्रण के इंतजामों का जायजा लिया। उन्होने शहर में निर्धारित समय के बाद दुकानों के बंद होने, सड़कों पर बेवजह लोगों की आवाजाही के साथ-साथ जगह-जगह भीड़ लगाकर बैठने वाले लोगों के विरूद्ध कार्रवाई भी की। कलेक्टर ने आज अपने शहर निरीक्षण के दौरान राताखार चैक पर नहर किनारे भीड़ लगाकर बैठे सात-आठ युवाओं के विरूद्ध जुर्माना लगाने की कार्रवाई की। उन्होने सड़को पर घूम रहे लोगों को भी अपने घरों पर ही रहने की समझाइश दी। आज शाम कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल एवं एसपी श्री अभिषेक मीणा ने कोसाबाड़ी चैक से होते हुए सुभाष चैक, बुधवारी चैक, सीएसईबी चैक, टीपी नगर से सुनालिया होते हुए दर्री रोड पुराना बस स्टैंड, सीतामणी से रेलवे स्टेषन तक निरीक्षण किया।
इस दौरान कलेक्टर-एसपी ने किसी भी परिस्थिति में निर्धारित समय के बाद कोविड नियंत्रण के प्रशासन के निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने बिना मास्क लगाए और बेवजह सड़को पर घुमने वाले लोगो पर सख्त कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाने के साथ-साथ गंभीर मामलों में एफआईआर दर्ज कराने को भी कहा था। कलेक्टर ने बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर ग्राहको और दुकानदारों पर भी कार्रवाई के निर्देश अधिकारियो को दिए है। उन्होने सभी नगरीय क्षेत्रो में जोनवार निरीक्षण दल बनाकर छुट वाली निर्धारित समयावधि में दुकानो एवं बाजारो का नियमित निरीक्षण करने को भी कहा है। शहर निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी संजय अग्रवाल, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी सुनील नायक सहित नगर निगम एवं पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे।
कलेक्टर की अपील: कोरोना को बढ़ने से रोकने प्रशासन का करेें सहयोग- शहर निरीक्षण के दौरान ही श्रीमती कौशल और एसपी श्री मीणा ने आज फिर लोगो से अपील की है कि कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासो में सहयोग करे। बिना मास्क लगाए या मुंह को अच्छे से ढके बिना घरो से बाहर ना निकले। कलेक्टर-एसपी ने अपील की है कि जिला प्रशासन द्वारा घोषित प्रतिबंधात्मक अवधि में जहां तक हो सके अपने घरो में ही रहे। फल-सब्जी, दूध आदि जरूरत की चीजें खरीदने निर्धारित समय पर ही घरों से निकले। घरों से निकलने वाले सभी लोग का मुंह मास्क या अन्य किसी कपड़े से अच्छी तरह ढंका हों। - रोज की प्रगति का फोटो, जानकारी व्हाॅट्सएप्प पर भेजने के दिए निर्देशकाम करने वाले ठेकेदारों पर भी कड़ाई करने कहा, समीक्षा बैठक में जिलाधीश का सख्त रूखकोरबा : कटघोरा-पतरापाली, चांपा-उरगा, कटघोरा-कोरबा और जिले की अन्य महत्वपूर्ण सड़कों के मरम्मत के कामों की धीमी प्रगति पर आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के प्रति गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होने अधिकारियों को अब रोज मरम्मत के कामों की प्रगति के फोटो और जानकारी व्हाॅट्सएप्प पर सीधे भेज कर अवगत् कराने के निर्देश भी दिए है।श्रीमती कौशल ने आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में सड़को की मरम्मत और निर्माण तथा लंबित भू-अर्जन के प्रकरणों की समीक्षा की। कलेक्टर ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों को सड़क निर्माण एवं मरम्मत के कामों का प्रतिदिन निरीक्षण करने और वास्तविकता से अवगत् कराने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने बैठक में यहां तक चेतावनी दे डाली कि सड़क निर्माण और मरम्मत के कामों में तेजी के साथ अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर संबंधित विभागों के अधिकारियों के प्रति नकारात्मक टीप के साथ वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा। श्रीमती कौशल ने सड़को का काम करने वाले ठेकेदारों से समयावधि में गुणवत्ता पूर्ण काम करने के लिए सख्त रूख अपनाने को कहा। बैठक में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री संजय अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया, तीनों अनुभागो के एसडीएम सहित नगर निगम के अपर आयुक्त श्री अशोक शर्मा और लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, छत्तीसगढ़ सड़क विकास निगम और सेतु निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।बैठक में कलेक्टर ने बरसात के कारण सड़कों पर बने बड़े-बड़े गड्ढों को मैटल आदि से भरकर आवागमन योग्य बनाने के निर्देश दिए। उन्होने उरगा-चांपा मार्ग पर रिटर्निंग वाॅल निर्माण का काम बंद रहने पर भी नाराजगी जताई और जल्द काम शुरू करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने दीपका-जवाली-चाकाबुड़ा की 14 किलोमीटर की सीमेंट कांक्रीट सड़क का काम भी जल्द शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने कटघोरा-पाली मार्ग पर ढेलवाडीह-पतरापाली के बीच अहिरन नदी पर बने पुल के भारी वाहनों के आवागमन से क्षतिग्रस्त होने पर भी चिंता जताई और पुल की तत्काल मरम्मत करने के निर्देश सेतु निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिए। बैठक में हरदीबाजार से सरईश्रृंगार तक सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। बैठक में उरगा-सीपत मार्ग पर कनकी में नहर पर पुल निर्माण, टुकुपथरा-पर्रापखना मार्ग पर गाजर नदी पर पुल निर्माण, चाकाबुड़ा के पास सलिहानाला पुल, जवाली-कटघोरा मार्ग पर खोलार नाला पुल निर्माण सहित चांपा-गेवरा रेलमार्ग पर उरगा हाटी राजमार्ग पर ओवर ब्रिज बनाने पर भी चर्चा हुई। कलेक्टर ने इन सभी कामों की प्रगति की जानकारी ली और इन्हें जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।समीक्षा बैठक में सड़क निर्माण से जुड़े भू-अर्जन के लंबित प्रकरणों की भी जानकारी कलेक्टर ने अधिकारियों से ली। उन्होने निर्धारित समय सीमा में भू-अर्जन प्रकरणों पर प्रकाशन आदि की कार्रवाई के साथ अवार्ड पारित करने और प्रभावितों को भू-अर्जन राशि का भुगतान करने के निर्देश अधिकारियो को दिए। श्रीमती कौशल ने लोक निर्माण विभाग के नौ प्रकरणों, सेतु निर्माण के आठ प्रकरणों, छत्तीसगढ़ ग्राम सड़क विकास अभिकरण के पांच प्रकरणों सहित पथरापाली-कटघोरा सड़क, चांपा-कटघोरा-छुरी सड़क, बिलासपुर-उरगा एवं उरगा-पत्थलगांव भारतमाला परियोजना की सड़कों के भू-अर्जन प्रकरणों को निरीक्षण-परीक्षण कर जल्द से जल्द निपटाने के भी निर्देश दिए।
- कलेक्टोरेट से आदेश जारी, दोपहर तीन बजे तक होटल-रेस्टोरंेट पहले की तरह ही संचालित होंगे
कोरबा : कोरोना संक्रमण को थामने के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिले में व्यवसायिक प्रतिष्ठानांे और दुकानों को सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक संचालित करने के निर्देश पहले जारी किए हैं।
इस निर्देश में होटल-रेस्टोरेंटो के संचालन का समय भी सुबह आठ बजे से दोपहर तीन बजे तक निर्धारित किया गया है। प्रशासन ने अब अलग से आदेश जारी कर तीन बजे के बाद होटल-रेस्टोरेंटो से आॅनलाइन डिलीवरी की अतिरिक्त छूट रात दस बजे तक दे दी है।
होटल-रेस्टोरेंटो को केवल आॅनलाइन माध्यम से मिले आॅर्डरों पर ही होम डिलीवरी की यह छुट लागू रहेगी। इसके अतिरिक्त पहले की तरह ही सुबह आठ से दोपहर तीन बजे तक होटल-रेस्टोरेंटो से पार्सल सुविधा, डाइनिंग और होम डिलीवरी भी यथावत चालू रहेगी। सभी संस्थानोे को कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए ही संचालन की अनुमति होगी। प्रोटोकाॅल का उल्लंघन करने पर संबंधित संस्थान होटल-रेस्टोरेंट के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। -
तीनो कर्मचारी राजस्व शाखा में कार्यरत
SECL के मुख्य अस्पताल की एक कर्मी भी संक्रमितकोरबा : पाली के फ़ॉरेस्ट कालोनी और पौड़ी से एक -एक कोविड संक्रमित लोगों की पहचान हुईसंक्रमितो में एक महिला और पाँच पुरुष शामिल... सभी को कोविड अस्पताल में भर्ती किया जाएगा,स्वास्थ्य विभाग का अमला सक्रिय खंगाली जा रही सम्पर्क हिस्ट्री -
कोरबा : सीआईएसएफ़ तक पहुँचा क़ोरोना, दर्री सीआईएसएफ़ में मिला एक कोविड संक्रमित
रजगामार में फूटा क़ोरोना बम, मिले 11 संक्रमित
रजगामार में तीन और नौ साल की मासूम बच्चियाँ भी संक्रमित मिली
जयप्रकाश कालोनी में 42वर्षीय महिला कोविड संक्रमित
पाली की सात साल की बालिका भी संक्रमित में शामिल
पाली से दो, सेमिपाली से एक, कोरबा शहर से चार और करतला से दो, रजगामार में कुल 11, आरपी नगर, दादरखुर्द,कोसाबाडी, एसईसीएल अस्पताल में एक -एक कोविड संक्रमितो की जाँच रिपोर्ट आई पाजीटिव
संक्रमितो में 12 पुरुष एवं 13 महिलायें
आज कोरबा कोविड अस्पताल से 9 मरीज़ों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया
कोरबा जिले में अब तक
क़ोरोना पाजीटिव मरीज़-603
ईलाज के बाद ठीक हुए - 444
एक्टिव केस- 159
आज मिले सभी संक्रमितो को इलाज के लिए विशेष कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी में स्वास्थ्य अमला..... -
जिला कार्यालय के दो अधिकारियों सहित अब कोविड संक्रमितो की संख्या पहुँची 22...
गेवरा NCH की नर्स के दो बेटे भी पाए गए पाजीटिव...
पूर्व संक्रमित की 85 वर्षीय माता सहित जिला अस्पताल के फ़ीमेल वार्ड की स्टाफ़ नर्स भी संक्रमित मिली....
कोरोना पाजीटिव मिले मरीज़ों में सलिहाभाटा का एक, हरदीबाज़ार के दो, रेंकी,जेंजरा, जमनीपाली और कटघोरा वार्ड नंबर -8 का एक-एक मरीज़ शामिल...
कटघोरा शहर ले पाँच और नगर निगम कोरबा का 54 साल का वाहन चालक भी संक्रमित निकला...
दिपका और गेवरा मेन रेंडम सेम्पलिंग से दो संक्रमितो की भी आज हुई पहचान...
सभी को कोविड अस्पताल भेजने को तैयारी..... -
जिला प्रशासन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की कोरबा शाखा के पदाधिकारियों और निजी तथा सरकारी अस्पतालों के प्रतिनिधियों की बैठक मे हुआ निर्णय
कोरबा, 21 अगस्त 2020/ कोरबा जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले सर्दी खांसी बुखार और सांस लेने की तकलीफ के मरीजों का मुफ्त में एंटीजन टेस्ट कराया जाएगा। प्रशासन ने जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कॉविड संक्रमितो की समय रहते पहचान करने के लिए यह निर्णय लिया है।कोविड संक्रमितों की समय पर पहचान हो जाने से उन्हें बेहतर ईलाज उपलब्ध कराया जा सकेगा साथ ही उन्हें आइसोलेट कर अन्य लोगो को संक्रमण से बचाया जा सकेगा।जिला प्रशासन ने अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी संजय अग्रवाल की अध्यक्षता में इंडियन मेडिकल एसोसिएसन की कोरबा इकाई के प्रतिनिधियों और निजी तथा शासकीय डॉक्टरों के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया है। बैठक जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित हुई जिसमे एसोशिएशन के अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र साहू,सचिव डॉ नीतीश भट्ट सहित सी एम एच् ओ डॉ बी बी बोडे, जिला कार्यक्रम प्रबंधक पद्माकर शिंदे सहित सार्वजनिक उपक्रमो के अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी और निजी अस्पतालों के संचालक शामिल हुए।बैठक के बाद अब ए डी एम संजय अग्रवाल में बताया कि कोविड संक्रमण को रोकने के लिए समय पर उसकी पहचान करने की रणनीति पर काम करते हुए जिला प्रशासन सभी सर्दी,खांसी,बुखार और सांस की तकलीफ वाले मरीजों का कोविड एन्टीजन परीक्षण करवाएगा। सरकारी या निजी हॉस्पिटलों में इलाज के लिए जाने वाले ऐसे सभी मरीजों की यह जांच डॉक्टर के लिखित प्रिस्क्रिप्शन पर ही होगी। उन्होंने बताया कि ऐसी जांच के लिए जिला प्रशासन ने पांच मुख्य अस्पतालों में सुविधा विकसित की है।डॉक्टरों के लिखित प्रिस्क्रिप्शन पर कोविड एन्टी जन टेस्ट जिला अस्पताल, एसईसीएल मूढापार अस्पताल, बालको हॉस्पिटल,एसईसीएल गेवरा अस्पताल और एन टी पी सी हॉस्पिटल में निःशुल्क की जाएगी।इस सभी पांच अस्पतालों में ऐसी जांच के लिए दो शिफ्ट में सैंपल लिए जाएंगे और ये जांच केंद्र छुट्टी के दिन भी चालू रहेंगे। -
कोरबा : अंबेडकर नगर कटघोरा में पूर्व में एक व्यापारी पॉजिटिव पाया गया था आज उसकी पत्नी व पुत्र की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
सीतामढ़ी, एसबीएस कॉलोनी, चिमनीभट्टा, सुभाष ब्लॉक, मे भी आज मिले कोरोना संक्रमितडीएवी स्कूल एसईसीएल हॉस्पिटल में भी मिले पाजीटिव मरीजदरी भिलाई बाजार के 60 वर्षीय वृद्ध को विगत 10 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ व कफ की वजह से रायपुर में भर्ती कराया गया था ।बाद में वृद्ध की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी ।कल हुई वृद्ध की मौत - कोरबा : कोरबा जिले के सात ग्राम पंचायतों में 13 नई शासकीय उचित मूल्य की दुकानें खुलेंगी। नई राशन दुकानें विकासखण्ड कोरबा और करतला के सात ग्राम पंचायतों में खुलेंगी। शासकीय उचित मूल्य की दुकान विकासखण्ड कोरबा के ग्राम पंचायत डोकरमना और माखुरपानी मे खुलेंगी। इसी प्रकार विकासखण्ड करतला के ग्राम पंचायत जोगीपाली, ढनढनी, रोगदा(नवापारा), दमखांचा और ग्राम पंचायत बरकोन्हा नई दुकान खुलेंगी। नयी दुकानो के आबंटन के लिए कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व कोरबा द्वारा चार सितम्बर 2020 शाम पाॅच बजे तक आवेदन मंगाए गए है।अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व कोरबा ने बताया कि नयी खुलने वाली 13 उचित मूल्य की दुकानो का आबंटन शासन द्वारा निर्धारित एजेंसियों को ही किया जाएगा। यह दुकाने वृहदाकार आदिमजाति बहुद्देशीय सहकारी समिति लेम्पस, ग्राम पंचायत या स्थानीय नगरीय निकाय, शासन द्वारा पंजीकृत महिला स्वसहायता समूह, वन सुरक्षा समितियां, अन्य सहकारी समितियां जिसका कार्य क्षेत्र ग्राम पंचायत क्षेत्र मे अनिवार्य हो तथा राज्य शासन द्वारा विनिर्दिष्ट उपक्रम को ही आबंटित की जाएंगी। नयी उचित मूल्य दुकानो के आबंटन के लिए संस्था को निर्धारित प्रारूप में आवेदन के साथ जीवित पंजीयन प्रमाण पत्र, बायलास की प्रति, समिति के पदाधिकारियों की सूची, समिति के बैंक पासबुक की सत्य प्रतिलिपि, वर्तमान में बैंक में उपलब्ध धनराशि का विवरण।अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व कोरबा ने बताया कि ग्राम पंचायतो में उचित मूल्य दुकानों का आबंटन सहकारी समितियों या एजेंसियों को किया जाएगा। जिनके गठन का उद्देश्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण अथवा विक्रय अपने सदस्यों अथवा क्षेत्र के अन्य लोगों को करना है। उन्होने बताया कि संबंधित संस्था या समिति का कार्यक्षेत्र वही क्षेत्र होना चाहिए जहां के उचित मूल्य दुकान उसे आबंटित की जानी है। किसी भी एजेंसी को उसके कार्यक्षेत्र की एक उचित मूल्य की दुकान आबंटित की जाएगी। राशनकार्ड धारी उपभोक्ताओं को आवश्यक वस्तुओं की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु स्थिति को ध्यान में रखते हुए एक से अधिक उचित मूल्य की दुकान आबंटित की जा सकेगी। किसी भी स्थिति में उक्त संख्या तीन उचित मूल्य दुकान से अधिक नही होगी। राजस्व अधिकारी ने बताया कि आवेदनकर्ता संस्था या समिति के द्वारा पूर्व कार्य का मूल्यांकन में अनियमितता पाए जाने के स्थिति मंे उन्हें दुकान आबंटन के लिए पात्र नहीं माना जाएगा।अनुविभागीय अधिकारी ने बताया कि उचित मूल्य दुकान आबंटन ऐसे सहकारी समितियों एवं महिला स्वसहायता समूह को किया जाएगा जो आवेदन पत्र प्राप्त होने की तारीख के कम से कम तीन माह पूर्व पंजीकृत एवं कार्यरत् हो तथा जिसे सामाजिक आर्थिक क्षेत्र में कार्य करने का अनुभव हो। राजस्व अधिकारी ने बताया कि उचित मूल्य दुकान आबंटन के पश्चात् दुकान भवन में शासन द्वारा निर्धारित रंग से रंगरोगन करना एवं दुकान में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाना अनिवार्य होगा। दुकान संचालन के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग से खाद्य कारोबार एवं भण्डारण संबंधी अनुज्ञप्ति प्राप्त करना अनिवार्य होगा। दुकान आबंटन के संबंध में अधिक जानकारी के लिए कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व कोरबा में सम्पर्क किया जा सकता है।
- राजीव गांधी किसान न्याय योजना की दूसरी किश्त के तहत 17 करोड़ 87 लाख रूपयेगोधन न्याय योजना के तहत 14 लाख 93 हजार रूपए औरतेंदूपत्ता प्रोत्साहन पारिश्रमिक के तहत 34 करोड़ 42 लाख से अधिक की राशि आॅनलाइन की गई अंतरितकोरबा : राज्य शासन की तीन महत्वपूर्ण योजनाओं के तहत जिले के किसानो के खातो में 52 करोड़ 44 लाख रूपए से अधिक की राशि सीधे पहुंचाई गई। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी के जयंती पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के किसानों के बैंक खातों में राजीव गांधी किसान न्याय योजना की दूसरी किश्त, गोधन न्याय योजना तथा तेंदूपत्ता प्रोत्साहन की राशि का आॅनलाइन अंतरण किया। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने डीएफओ कोरबा श्री एन. गुरूनाथन और एडीएम श्री संजय अग्रवाल की मौजूदगी में जिले के चिन्हित दस तेंदूपत्ता संग्राहकोें को तेंदुपत्ता बोनस वितरण प्रमाण पत्र वितरित किया। तीनों योजनाओे के तहत जिले के किसानों को 52 करोड़ 44 लाख 56 हजार रूपए की राशि आॅनलाइन ट्रांसफर की गई।राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत दूसरी किश्त के रूप में जिले के 23 हजार 832 किसानों के खाते में 17 करोड़ 87 लाख 73 हजार रूपये की राशि सीधे पहंुचाई गई। गोधन न्याय योजना के तहत गोबर विक्रेताओं को भी राशि उनके बैंक खातों में अंतरित की गई। कोरबा जिले में दो अगस्त से 15 अगस्त तक तीन हजार 524 गोबर संग्राहको से सात लाख 46 हजार 844 किलो गोबर की खरीदी की गई है। इस अवधि में खरीदे गए गोबर की राशि 14 लाख 93 हजार 688 रूपए संग्राहको के खाते में हस्तांतरित की गई। वर्ष 2018 सीजन के तेंदूपत्ता संग्राहकों को प्रोत्साहन राशि भी उनके बैंक खाते में पहुंचाई गई।जिले के 88 हजार 619 तेंदूपत्ता संग्राहको को भी उनके खातों में 34 करोड़ 42 लाख 63 हजार की राशि पहुंचाई गई। तेंदूपत्ता प्रोत्साहन पारिश्रमिक वितरण के तहत कटघोरा वनमण्डल के अंतर्गत पंजीकृत 54 हजार 901 तेंदूपत्ता संग्राहकों को 18 करोड़ 13 लाख 76 हजार 515 रूपए उनके खातों मे ट्रांसफर की गई। इसी प्रकार कोरबा वनमण्डल के अंतर्गत आने वाले पंजीकृत 33 हजार 718 तेंदूपत्ता संग्राहको को 16 करोड़ 28 लाख 87 हजार 480 रूपए की राशि उनके बैंक खातों में सीधी अंतरित की गई।
- कलेक्टर श्रीमती कौशल ने सक्रिय निगरानी दल को मुस्तैदी से कार्य करने के दिये निर्देशकोरबा : जिले में कोरोना वायरस की संक्रमण की रोकथाम के लिए होम क्वारेंटाइन के नियम का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए बनाए गए सक्रिय निगरानी दल मुस्तैदी से काम कर रहेे हैं। निगरानी दल के सदस्यों द्वारा घर-घर जाकर कोविड-19 से संबंधित लक्षणों की जानकारी लोगो से लिया जा रहा है। कोरोना संदिग्ध लक्षणों वाले लोगो की जानकारी तत्काल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दी जा रही है। लाॅकडाउन में दी गई छुट के कारण राज्य के भीतर तथा अन्य राज्यों से भी लोगो का आवागमन शुरू हो गया है। जिसके कारण कोरोना वायरस के संक्रमण में वृद्धि के हालात् बने हुए हैं। संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा पहले से ही नगरीय क्षेत्रों में जोन स्तरीय व ग्रामीण क्षेत्रों मे वार्ड स्तरीय सक्रिय निगरानी दलों का गठन किया जा चुका है। सक्रिय निगरानी दल के सदस्य अन्य राज्यो से वापस लौटे या क्वारेंटाइन सेंटर में 14 दिन की अवधि पूरा कर घर आए हुए लोगो की जानकारी नियमित रूप से ले रहें हैं। निगरानी दल के सदस्यों द्वारा सक्रिय रूप से बाहर से आए हुए या क्वारेंटाइन अवधि पूरा किए हुए लोगों को होम क्वारेंटाइन के नियम का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जोन स्तरीय एवं वार्ड स्तरीय सक्रिय निगरानी दल को मुस्तैदी से काम करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने निगरानी दल के सदस्यों को बाहर से आए हुए लोगों को होम क्वारेंटाइन के प्रोटोकाॅल का सख्ती से पालन करवाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कोरोना पाॅजिटिव लोगों के घर के सदस्यों व प्रथम सम्पर्क में आए हुए व्यक्तियों, क्वारेंटाइन सेंटर में 14 दिवस रहने के बाद घर लौटे तथा कोविड-19 के इलाज के बाद अपने घर पहुंचे लोगो को भी 14 दिनों का होम क्वारेंटाइन के नियम का पालन कराने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने होम क्वारेंटाइन किए लोगों की डेली माॅनिटरिंग और किसी क्षेत्र में कोरोना पाॅजिटिव प्रकरण पाए जाने पर घोषित कंटेनमेंट जोन का एक्टिव सर्विलेंस का काम सक्रिय रूप से करने के निर्देश नोडल, सहायक नोडल व दल प्रभारी को दिए हैं। निगरानी दल के सदस्यों द्वारा होम क्वारेंटाइन किए गए व्यक्ति के घर के बाहर होम क्वारेंटाइन का स्टीकर चस्पा किया जा रहा है। ऐसे संबंधित लोगों की नियमित स्वास्थ्य की जानकारी भी निगरानी दल के सदस्यों द्वारा ली जा रही है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने अन्य राज्यों से जिले में आए लोगों की जानकारी संबंधित जोन कार्यालय में संधारित करने तथा उक्त बाहर से आए लोगों को 14 दिवस का होम क्वारेंटाइन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए है
- अधिकतम चार फीट ऊंची गणेश प्रतिमा ही स्थापित हो सकेगी, कोविड प्रोटोकाॅल का करना होगा पालनकलेक्टर ने गणेशोत्सव के संबंध मे जारी किए निर्देश , घरांे पर प्रतिमा स्थापना के लिए नहीं लगेगी अनुमतिकोरबा : कोविड संक्रमण को देखते हुए गणेशोत्सव के दौरान इस बार सार्वजनिक रूप से या घरों से बाहर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना और विर्सजन के लिए एसडीएम से अनुमति लेनी पड़ेगी। इस बार चार फीट ऊंचाई और चार फीट चैड़ाई से अधिक आकार की गणेश मूर्तियां पंडालो में स्थापित नही की जा सकंेगी। मूर्ति स्थापना के लिए एसडीएम संबंधित क्षेत्र के पुलिस थाने से विस्तृत रिपोर्ट लेंगे और रिपोर्ट के आधार पर ही अनुमति जारी करेंगे। गणेश उत्सव के दौरान कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए है। मूर्ति स्थापना वाले पंडाल का आकार 15*15 फिट से अधिक नही होगा।गणेश पंडालो के सामने कम से कम 5000 वर्ग फिट की खुली जगह भी रखनी होगी। घरो पर गणेश प्रतिमाओ की स्थापना के लिए जिला प्रशासन द्वारा अनुमति की आवश्यकता नही होगी। परंतु भजन-पूजन के दौरान कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अनिवार्य होगा। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने गणेशउत्सव के दौरान लगने वाले पण्डालों में भीड़ और श्रद्धालुओं की ज्यादा संख्या में मौजूदगी को रोकने के लिए दिशा निर्देश जारी किए है, ताकि गणेश उत्सव जैसे पवित्र पर्व के दौरान कोरोना संक्रमण के फैलाव की संभावना को कम किया जा सके। गणेश उत्सव के दौरान जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशो के साथ-साथ भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी एस.ओ.पी का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना होगा। निर्देश के उल्लंघन करने पर ऐपीडेमिक डिसीज एक्ट एवं विधि अनुकूल नियमानुसार अन्य धाराओं के तहत् कठोर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।*समितियां रखेंगी रजिस्टर, नोट होगा नाम, पता, मोबाइल नम्बर*- जारी किए गए निर्देशो के अनुसार पंडाल के सामने पंडाल एवं सामने 5000 वर्ग फिट की खुली जगह में कोई भी सड़क अथवा गली का हिस्सा प्रभावित नही होना चाहिए। पंडाल के सामने दर्शकों के बैठने हेतु पृथक से पंडाल नही लगाया जाएगा। दर्शकों एवं आयोजकों के बैठने हेतु कुर्सी नहीं लगेंगी। किसी भी स्थिति में एक समय में मंडप एवं सामने मिलाकर 20 व्यक्ति से अधिक मौजूद नही होंगे। मूर्ति स्थापित करने वाले व्यक्ति अथवा समिति को रजिस्टर संधारित करना होगा, जिसमें दर्शन हेतु आने वाले सभी व्यक्तियों का नाम पता एवं मोबाईल नम्बर दर्ज किया जाएगा। ताकि उनमें से कोई भी कोरोना संक्रमित होने पर काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग किया जा सके। मूर्ति दर्शन अथवा पूजा में शामिल होने वाला कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के नहीं जाएगा। ऐसा पाये जाने पर संबंधित एवं समिति के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। मूर्ति स्थापित करने वाले व्यक्ति अथवा समिति द्वारा सेनेटाईजर, थर्मल स्क्रीनिंग, आॅक्सीमीटर, हैण्डवाश एवं क्यू मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था करनी होगी। थर्मल स्क्रीनिंग में बुखार पाये जाने अथवा कोरोना से संक्रमित सामान्य या विशेष लक्षण पाये जाने पर पंडाल में प्रवेश से रोकने की जिम्मेदारी समिति की होगी। व्यक्ति अथवा समिति द्वारा फिजिकल डिस्टेंसिंग आगमन एवं प्रस्थान की पृथक से व्यवस्था बास-बल्ली से बेरिकेटिंग कराया जाएगा।*संक्रमित होने पर समिति को देना होगा इलाज का पूरा खर्च*- यदि कोई व्यक्ति जो मूर्ति स्थापना स्थल पर जाने के कारण संक्रमित हो जाता है तो ईलाज का संपूर्ण खर्च मूर्ति स्थापना करने वाला व्यक्ति अथवा समिति द्वारा किया जाएगा। कंटेन्मेंट जोन में मूर्ति स्थापना की अनुमति नहीं होगी, यदि पूजा की अवधि के दौरान भी उपरोक्त क्षेत्र कंटेन्मेंट क्षेत्र घोषित हो जाता है तो तत्काल पूजा समाप्त करनी होगी।मूर्ति स्थापना के दौरान, विसर्जन के समय अथवा विसर्जन के पश्चात् किसी भी प्रकार के भोज, भंडारा, जगराता अथवा सांस्कृतिक कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं होगी।मूर्ति स्थापना के समय, स्थापना के दौरान , विसर्जन के समय अथवा विसर्जन के पश्चात किसी भी प्रकार के वाद्ययंत्र, ध्वनि विस्तारक यंत्र, डी.जे. बजाने की अनुमति नहीं होगी। मूर्ति स्थापना एवं विसर्जन के दौरान प्रसाद, चरणामृत या कोई भी खाद्य एवं पेय पदार्थ वितरण की अनुमति नहीं होगी।विसर्जन के लिए केवल एक वाहन की अनुमति मिलेगी, 4 व्यक्ति से अधिक नहीं जा सकेंगेमूर्ति विसर्जन के लिए एक से अधिक वाहन की अनुमति नहीं होगी। मूर्ति विसर्जन के लिए पिकअप, टाटा-एस (छोटा हाथी ) से बडे़ वाहन का उपयोग प्रतिबंधित होगा। मूर्ति विसर्जन के वाहन में किसी भी प्रकार के अतिरिक्त साज-सज्जा, झांकी की अनुमति नहीं होगी। मूर्ति विसर्जन के लिए 4 से अधिक व्यक्ति नहीं जा सकेंगे एवं सभी मूर्ति के वाहन में ही बैठेंगे। अलग से वाहन ले जाने की अनुमति नहीं होगी। मूर्ति विसर्जन के लिए प्रयुक्त वाहन पंडाल से लेकर विसर्जन स्थल तक रास्ते में कहीं रोकने की अनुमति नहीं होगी। विसर्जन के लिए नगर निगम द्वारा निर्धारित रूट मार्ग, तिथि एवं समय का पालन करना होगा। शहर के व्यस्त मार्गो से मूर्ति विसर्जन वाहन ले जाने की अनुमति नहीं होगी। सामान्य रूप से सभी वाहन रिंग रोड के माध्यम से ही गुजरेंगे। सूर्यास्त के पश्चात एवं सूर्योदय के पहले मूर्ति विसर्जन के किसी भी प्रक्रिया की अनुमति नहीं होगी। विसर्जन के मार्ग में कहीं भी स्वागत, भंडारा, प्रसाद वितरण पंडाल लगाने की अनुमति नहीं होगी।
- कोरबा : इस वर्ष धान खरीदी के लिए नए किसानों का पंजीयन 17 अगस्त से शुरू हो गया है । धान ख़रीदी के लिए पिछले साल पंजीकृत किसानों का डेटा अद्यतन भी किया जा रहा है, जो 31 अक्टूबर 2020 तक चलेगा। गत खरीफ वर्ष में पंजीकृत किसानों को फिर से पंजीयन के लिए समिति में आने की आवश्यकता नहीं है। यदि पूर्व में पंजीकृत किसान किसी कारण से अपने पंजीयन में संशोधन कराना चाहते हैं तो समिति मॉडयूल के माध्यम से संशोधन की जाएगी। पिछले साल 2019-20 में जिले में धान खरीदी के लिए 27 हज़ार 695 किसानों ने पंजीयन कराया था।
गत खरीफ वर्ष 2019-20 में जिन किसानों ने पंजीयन नहीं कराया है, किन्तु इस वर्ष पंजीयन कराना चाहते हैं, ऐसे नवीन किसानों का पंजीयन तहसील मॉडयूल के माध्यम से तहसीलदार द्वारा 17 अगस्त से किया जा रहा है। नए किसानों का पंजीयन 31 अक्टूबर 2020 तक किया जाएगा। नए पंजीयन के लिए किसानों को संबंधित दस्तावेजों के साथ आवेदन तहसील कार्यालय में जमा करना जरूरी है। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस साल धान और मक्का खरीदी के लिए पिछले साल पंजीकृत किसानों को भी मान्य करने का निर्णय लिया गया है। परन्तु गत खरीफ वर्ष 2019-20 मे पंजीकृत किसानों की दर्ज भूमि एवं धान और मक्का के रकबे और खसरे को राजस्व विभाग के माध्यम से अद्यतन कराया जा रहा है।प्रदेश के उद्यानिकी तथा धान से पृथक अन्य फसलों के रकबों को किसी भी स्थिति में धान के रकबे के रूप में पंजीयन नहीं होगा। छत्तीसगढ़ में गन्ना, सोयाबीन, मक्का, सब्जियां, फल-फूल आदि अन्य फसलें खरीफ सीजन के दौरान उगाई जाती हैं। इसके अलावा अतिरिक्त खसरे में अंकित रकबे से अनुपयोगी बंजर भूमि, पड़त भूमि, निकटवर्ती नदी-नालों की भूमि, निजी तालाब, डबरी की भूमि, कृषि उपयोग हेतु बनाए गए कच्चे-पक्के शेड आदि की भूमि को पंजीयन में से कम किया जाएगा। किसान पंजीयन का कार्य राजस्व दस्तावेज के अनुसार किया जाता है। अतः गिरदावरी का काम राजस्व विभाग द्वारा समय पर कर पंजीयन के लिए डेटा उपलब्ध कराया जाएगा। गिरदावरी कार्य के समय प्रत्येक कृषक से आधार एवं मोबाइल नंबर प्राप्त किया जाएगा। - कलेक्टर ने जारी किया आदेश, बढ़ते कोरोना संक्रमण को थामने जिला प्रशासन की कवायदकोरबा : कोरबा जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को थामने के लिए जिला प्रशासन ने कोविड प्रोटोकाॅल का सख्ती से पालन कराने की कवायद शुरू कर दी है। बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के घरों से बाहर निकलने पर कार्रवाई के साथ-साथ होम क्वारेंटाइन के नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए प्रशासन मुस्तैद हो गया है। इसी कड़ी मे आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिले में दुकानों के खुलने-बंद होने के समय में भी संशोधन कर दिया है। अब सभी प्रकार की दुकानें सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक ही खुलेंगी। नए संशोधित समयानुसार अब दुकानें दूसरे पहर में चार घंटे पहले बंद हो जाएंगी। तीन बजे के बाद बिना किसी अतिआवश्यक काम के लोगों का घरों से निकलना भी प्रतिबंधित होगा। इस संबंध में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने जरूरी आदेश भी जारी कर दिया है। आदेशानुसार दुकानों के संचालन का नया संशोधित समय पूरे कोरबा जिले की सीमा में स्थापित प्रतिष्ठानों और व्यावसायिक संस्थानों तथा दुकानों पर लागू होगा।जारी किए आदेशानुसार सभी प्रकार के जरूरी सामान बेचने वाली दुकानें, एकल दुकानें, काॅलोनियों में स्थित दुकानें और आवासीय परिसरों में सामग्री बेचने वाले प्रतिष्ठान तथा दुकानें सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक संचालित होंगे। रेस्टोरेंट तथा होटलें सुबह आठ बजे से तीन बजे तक खुलेंगे। इनमें पार्सल, डाइनिंग और होम डिलीवरी की सुविधा भी इसी समयावधि में होगी। जिले के योग संस्थान तथा व्यायाम शालाएं और जिम सुबह छह बजे से दोपहर तीन बजे तक खुलेंगे।कोविड प्रोटोकाॅल का पालन सुनिश्चित करना दुकानदारों की जिम्मेदारी, उल्लंघन पर होगी कार्रवाई- दुकानों पर ग्राहकी के दौरान दुकानदार तथा ग्राहकों को कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करना होगा। मास्क पहनकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने पर ही दुकानों से खरीददारी की अनुमति होगी। कोविड प्रोटोकाॅल का उल्लंघन होने पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई करते हुए दुकानों को बंद करा दिया जाएगा। इस दौरान भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार बंद रहने वाली संस्थाएं जैसे- सिनेमाघर,मल्टीप्लैक्स, स्कूल-काॅलेज आदि पूर्वानुसार ही नए निर्देश आने तक बंद रहेंगे। व्यवसायिक संस्थानो और दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने की पूरी जिम्मेदारी विक्रेताओं की होगी।राशन दुकानों, मेडिकल स्टोर्स से लेकर सब्जी मार्केट तक में दुकानों के सामने दो-दो मीटर की दूरी के लिए गोल घेरे या चिन्ह बनाए जाए। इसके साथ ही सब्जी मार्केट में दो दुकानों के बीच भी कम से कम दो मीटर की दूरी सुनिश्चित की जाएगी। सब्जी दुकानों में सब्जियों को छांटने या छुकर देखने की प्रवृत्ति पर रोक रहेगी। व्यापारी अच्छी और ताजी सब्जियां ही बेचे, ताकि लोगो को सब्जियों को छुने या छांटने की जरूरत ना पड़े।मेडिकल स्टोरों और राशन दुकानों के सामने भी सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रखने के इंतजाम भी दुकानदारों को ही करने होंगे। इसके साथ ही दुकानो के बाहर सेनेटाइजर और मास्क की भी व्यवस्था भी दुकानदारों को रखनी होगी। कोविड को फैलने से रोकने के लिए प्रोटोकाॅल के उल्लंघन और शासकीय निर्देशों के पालन में लापरवाही पर दुकानदारों के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए दुकानें पहली बार में तीन दिनों के लिए बंद करा दी जाएगी। दूसरी बार भी कोविड प्रोटोकाॅल का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई सहित दुकानों को लम्बे समय के बंद कराया जाएगा।
- कोरबा : आज कलेक्टोरेट परिसर में कोविड प्रोटोकोल का पालन करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गाँधी के जन्मदिन को सद्भावना दिवस के रूप मे मनाया गया।इस अवसर पर प्रातः 11 बजे कलेक्टोरेट प्रांगण में इकट्ठे हुए अधिकारी-कर्मचारियों ने कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए भारतवासियों की भावनात्मक एकता और सद्भावना के लिए कार्य करने के लिए शपथ ली। ए॰डी॰एम॰ श्री संजय अग्रवाल ने सभी को शपथ दिलाई और स्व. श्री राजीव गांधी के आदर्शों और विकासपरक सोच से अवगत कराया।अधिकारी-कर्मचारियों ने शपथ ली कि वे जाति, सम्प्रदाय, क्षेत्र, धर्म या भाषा का भेदभाव किए बिना देश की सभी नागरिकों में भावनात्मक एकता और सद्भावना के लिए काम करेंगे। सभी ने हिंसा का सहारा लिए बिना हर मतभेद को बातचीत और संवैधानिक माध्यमों से सुलझाने की भी प्रतिज्ञा की।
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कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए शासकीय कामकाज करने कलेक्टर के निर्देश
जिला पंचायत में कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर तल्ख हुईं कलेक्टर, नोटिस जारी करने दिये निर्देशकोरबा : कोरोना संक्रमण की आड़ में शासकीय कामकाज के प्रति लापरवाही बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के प्रति कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने तल्ख रूख अपना लिया है। वीवेक्स मीटिंग टूल के माध्यम से आज आयोजित समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने जिला पंचायत कार्यालय में कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर गहरी नाराजगी जताई और कोरोना संक्रमित होने की संभावना या संदेह को लेकर शासकीय काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने इस बैठक में एडीएम संजय अग्रवाल की मौजूदगी में गौठान निर्माण, चारागाह निर्माण, गोधन न्याय योजना, वृक्षारोपण कार्यक्रम के साथ-साथ जिला पंचायत की अन्य योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया कि सभी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बार-बार हाथों को सेनेटाईज करते हुए शासकीय कामकाज का नियमित निष्पादन करें। उन्होने किसी भी परिस्थिति में कोरोना संक्रमण की शंका या संक्रमित होने की संभावना का बहाना लेकर शासकीय कामकाज प्रभावित नहीं होने की हिदायत भी दी।कलेक्टर ने बैठक में जिला पंचायत की मनरेगा शाखा, आजीविका मिशन शाखा, एनजीजीबी सेल, पंचायत शाखा आदि में कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। श्रीमती कौशल ने निर्देशित किया कि जिन कर्मचारी और अधिकारियों को कोरोना संक्रमण की शंका हो वे तत्काल अपनी जांच करायें। ऐसे सभी कर्मचारी-अधिकारी अवकाश लेकर आइसोलेशन में रहें। उन्होंने जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी बी पी भारद्वाज को निर्देशित किया कि अवकाश लेने वाले अधिकारी-कर्मचारियों का शासकीय दायित्व अन्य योग्य अधिकारी-कर्मचारियों को सौंपें ताकि शासकीय कार्य निरंतर चलता रहे और विकास कार्यों की रफ्तार धीमी न पड़े। बैठक में कलेक्टर ने नये गौठान बनाने के लिए अगले 15 दिनों में सभी औपचारिकताएं पूरी कर काम शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।उन्होंने चारागाहों में लगी चारे की फसलों की स्थिति की जानकारी भी मौजूद अधिकारियों से ली और गौठानों का निरंतर निरीक्षण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्रीमती कौशल ने गोधन न्याय योजना के तहत खरीदे गये गोबर को सुरक्षित रखने के लिए गौठानों में किये गये इंतजामों की भी समीक्षा की। उन्होंने सभी गौठानों में गोबर को सुरक्षित ढंग से रखने के लिए पक्के शेड बनाने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने गोबर खरीदी के दूसरे भुगतान के लिए की गई तैयारियों के बारे में भी अधिकारियों से पूछा। -
श्रीमती कौशल ने वीवैक्स मीटिंग टुल से की समय सीमा की साप्ताहिक बैठक, विभागीय काम काज की
समीक्षा हुईकोरबा : जिले में पिछले तीन-चार दिनों से रूक-रूक हो रही तेज बारिश से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में हुई क्षति का आंकलन करने के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने राजस्व अमले को सघन सर्वे करने के निर्देश दिए हैं। श्रीमती कौशल ने अतिवृष्टि के कारण फसल क्षति, पशु क्षति या मकान टुटने जैसे प्रकरणों में तत्काल प्रभावितों को मुआवजा देने के निर्देश भी दिए हैं। श्रीमती कौशल ने आज वीवैक्स मीटिंग टुल के माध्यम से जिले के अधिकारियों से जुड़कर समय सीमा की साप्ताहिक बैठक वर्चुअल तरीके से की। इस बैठक में उन्होनें सभी विभागों के कामकाज की समीक्षा की और जरूरी निर्देश दिए। कलेक्टर ने मौसमी बीमारियों के फैलाव आदि की भी जानकारी स्वास्थ्य विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों से ली। उन्होने जिले में सांप काटने से होने वाली मौतों पर चिंता जताते हुए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के सभी स्वास्थ्य केंद्रो में एंटीस्नेक वीनम दवाईयांे आदि की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी संजय अग्रवाल, अपर कलेक्टर प्रियंका महोबिया भी मौजूद रहीं। सभी विभागों के जिला स्तरीय एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी वीवैक्स के माध्यम से मीटिंग में शामिल हुए।कलेक्टर ने बैठक में चालू मानसून के दौरान जिले में विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा बड़ी संख्या में किए गए पौधरोपण की भी विकासखण्डवार जानकारी ली। उन्होने पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं करा पाने पर जिला पंचायत के प्रभारी अधिकारी के प्रति नाराजगी जताई और अगले दो दिनों में फोटोग्राफ सहित पूरी जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले को अपने कार्यक्षेत्र में लगातार दौरा करते हुए डायरिया, मलेरिया या अन्य जलजनित बीमारियों की निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होने बारिश के मौसम में किसी क्षेत्र विशेष में हर बार होने वाली बीमारियों के इलाज के लिए पहले से ही दवाईयां और अन्य इंतजाम भी सुनिश्चित करने के निर्देश जिले के सीएमएचओ डाॅ. बीबी बोर्डे को दिए। श्रीमती कौशल ने गौठानों में वृक्षारोपण और गोबर के रखरखाव के इंतजामो की भी समीक्षा बैठक में की। उन्होने अगले दो दिनो में सभी गौठानो में लक्ष्य अनुसार वृक्षारोपण पूरा कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने गौठानो में गोबर के समुचित रखरखाव के लिए पक्के शेड बनाने के लिए भी दो दिनों में प्रस्ताव जिला पंचायत में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होने गौठानों की स्थापना के लिए राजस्व या वन विभाग के भूमि संबंधी सभी प्रकरणों का निराकरण एक सप्ताह के भीतर सुनिश्चित कर गौठानों का काम सुनिश्चित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। उन्होंने दूरस्थ इलाकों में टीकाकरण, स्वास्थ्य सेवा की पहुंच, महिला बाल विकास विभाग द्वारा पोषण आहार वितरण, हाट-बाजार क्लीनिक में डाक्टरों-मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता, मितानीन पेटी में जरूरी दवाई, मलेरिया जांच कीट की उपलब्धता आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।बैठक में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने राजस्व अमले को 20 सितम्बर तक किसी भी स्थिति में गिरदावरी का काम पूरा करने के सख्त निर्देश दिए। कलेक्टर ने गिरदावरी के काम में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करने की हिदायत राजस्व अमले को दी। उन्होने पटवारियों द्वारा किए गए गिरदावरी रिकाॅर्ड का रेंडम वैरिफिकेशन भी करने के निर्देश आरआई, नायब तहसीलदारों, तहसीलदारों और अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि गिरदावरी के दौरान अन्य फसलों का रकबा किसी भी परिस्थिति में धान और मक्के के रकबे में शामिल न होने पाए। गिरदावरी के दौरान पटवारी और किसान सहित लगाई गई फसल वाले खेत का खसरावार फोटोग्राफ मोबाइल पर अनिवार्य रूप से लिए जाने तथा इसको डिजिटली संबंधित राजस्व अधिकारी को अभिलेख के लिए भेजने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर सभी अनुभागीय राजस्व अधिकारियो को गिरदावरी के कार्य को पूरी सतर्कता और पारदर्शिता के साथ पूरा कराने के निर्देश दिए गए है।कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बैठक में गांवों में लगने वाले हाट-बाजार को पुनः शुरू करवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि लाॅक डाउन के दौरान बंद हुए साप्ताहिक बाजारों को फिर से शुरू किया जायेगा। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने तथा लोगों को जरूरत का सामान उपलबध कराने के उद्देश्य से सभी बाजारों को नियमित खोला जाये। कलेक्टर ने साप्ताहिक हाट-बाजार में हाट बाजार क्लिनिक भी नियमित रूप से संचालित करने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। जिससे ग्रामीण अंचल में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच बनी रहे और लोग ईलाज करा पाएं। - आज भी छूट गये कर्मचारियों के सेम्पल लिए जायेंगे
कोरबा : नगर पालिका निगम एवं जिला पंचायत कार्यालय में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद जिला प्रशासन अधिकारी-कर्मचारियों को लेकर सजग हो गया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने ऐहतियातन कलेक्टोरेट के सभी अधिकारी-कर्मचारियों की कोरोना जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर के निर्देश पर आज कलेक्टोरेट में स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों और सेम्पल कलेक्टिंग टीम ने शिविर लगाया। इस शिविर में कलेक्टोरेट की विभिन्न शाखाओं के 114 अधिकारी-कर्मचारियों के नाक और गले के स्वाब सेम्पल लिए गये। कलेक्टोरेट में कार्यरत इन 85 पुरूष और 29 महिला अधिकारी-कर्मचारियों के कोरोना जांच सेम्पलों को रायगढ़ के मेडिकल काॅलेज स्थित जांच प्रयोगशाला में भेजा जायेगा। जिसकी रिपोर्ट आगामी दो दिनों में मिलने की संभावना है। कलेक्टोरेट के आज छूट गये कर्मचारियों का सेम्पल कल भी लिया जायेगा। -
कलेक्टर श्रीमती कौशल को सौंपा ज्ञापन
कोरबा : कटघोरा तहसील में नायब तहसीलदार रविशंकर राठौर अधिवक्ता गोपाल यादव के बीच विवाद का मामला कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल तक पहुंच गया है। आज छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल से मिलकर अधिवक्ता के विरुद्ध कड़ी वैधानिक कार्रवाई की मांग की। संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा और अधिवक्ता के आचरण को न्यायालयीन प्रकरणों की सुनवाई के दौरान न्यायालय की गरिमा के विपरीत बताया।
संघ ने अपने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि कटघोरा तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार रवि शंकर राठौर पीठासीन अधिकारी की हैसियत से न्यायालय में प्रकरण की सुनवाई कर रहे थे। प्रकरण की सुनवाई के दौरान गोपाल यादव अनावेदक के पक्ष में न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में उपस्थित थे। सुनवाई के दौरान अधिवक्ता गोपाल यादव ने पीठासीन अधिकारी से अभद्रता पूर्वक ऊंची आवाज में बात करते हुए गाली गलौज की और अनुचित व्यवहार किया। गोपाल यादव ने पीठासीन अधिकारी को पहले भी तहसीलदार को पटक पटक कर मारा हूं, कहते हुए पीटने की धमकी दी और न्यायालयीन कक्ष में भय का माहौल बनाने प्रयास किया। पीठासीन अधिकारी द्वारा बार-बार बोलने देने के बाद भी गोपाल यादव शांत नहीं हुए। गोपाल यादव के इस क्रत्य से पूरे तहसील कार्यालय में भय का माहौल बन गया।घटना के दौरान गोपाल यादव ने न्यायालयीन काम में बाधा उत्पन्न करते हुए न्यायालय परिसर में ही तहसीलदार कटघोरा, वाचक, तहसील न्यायालय के कर्मचारी शिवचरण यादव और नारायण दास कोटवार को जान से मारने की धमकी दी। गोपाल यादव साथी अधिवक्ता गणों द्वारा समझाइश दिए जाने के बाद भी शांत नहीं हुए। अधिवक्ता गोपाल यादव की यह हरकत न्यायालयीन गरिमा के विपरीत रही। उनके इस कृत्य से न्यायालय के काम में बाधा उत्पन्न हुई और लोगों के बीच भय का माहौल बन गया। इस पूरे घटनाक्रम की लिखित सूचना कल ही पीठासीन अधिकारी रवि शंकर राठौर ने कटघोरा पुलिस थाना प्रभारी को दी थी। आज छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ की कोरबा इकाई ने नायब तहसीलदार पवन कोसमा, पंचराम सलामे, सोनू अग्रवाल के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपकर कलेक्टर से अधिवक्ता गोपाल यादव के विरुद्ध कड़ी वैधानिक कार्रवाई की मांग की है।संघ ने अपने ज्ञापन में यह भी बताया है कि अधिवक्ता गोपाल यादव पहले भी विभिन्न न्यायालयों में पीठासीन अधिकारियों से अभद्रता पूर्वक व्यवहार करते हुए न्यायालय की गरिमा के विपरीत आचरण कर चुके हैं। वे न्यायालयीन गरिमा की अवहेलना करने के आदतन आरोपी है। संघ ने अधिवक्ता के रूप में गोपाल यादव के इस आचरण को व्यक्तिगत तौर पर भी अशोभनीय करार दिया है और न्यायालय की गरिमा को ठेस पहुंचाने की इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए गोपाल यादव के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।अन्य कर्मचारी संगठन भी नायब तहसीलदार के समर्थन में उतरेकटघोरा तहसील में पीठासीन अधिकारी के साथ अधिवक्ता द्वारा की गई बदसलूकी और न्यायालय के काम में बाधा पहुंचाने की कोशिश की दूसरे कर्मचारी संगठनों ने भी कड़ी निंदा की है।जिले के तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, राजस्व पटवारी संघ,राजस्व निरीक्षक संघ और तहसील के कर्मचारी घटना की निंदा करते हुए नायब तहसीलदार के समर्थन में उतर गए हैं। तीनों संघों के पदाधिकारियो ने आज कटघोरा एस डी एम सूर्यकिरण तिवारी को ज्ञापन सौंपकर शासकीय दफ्तर के भीतर सारी कर्मचारियों के साथ हुई इस बदसलूकी की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि यदि किसी भी दबाव के बीच पीठासीन अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई का प्रयास किया जाता है तो कर्मचारी संघ राजस्व अधिकारियों के समर्थन में खड़े रहेंगे। - कोरबा : प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 20 अगस्त को सद्भावना दिवस मनाया जाएगा। इस अवसर पर प्रातः 11 बजे कलेक्टोरेट प्रांगण कोरबा में कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए अधिकारी-कर्मचारी भारतवासियों की भावनात्मक एकता और सद्भावना के लिए कार्य करने के लिए शपथ लेंगे।कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार समूह में एकत्रित होने की मनाही होगी तथा सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए मास्क पहनकर सद्भावना दिवस संबंधी शपथ कार्यालय कक्ष में ली जाएगी।
- कोरबा : जिला पंचायत की महिला अधिकारी और दो कर्मचारियों सहित जिले में 12 नए कोरोना संक्रमितो की पहचान।छह नगर निगम कर्मचारी भी शामिल।दीपका के प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास क्वारेंटाइन सेंटर से एक और करतला से दो संक्रमित भी मिले।संक्रमितो में 11 पुरूष एवं एक महिला शामिल।सभी की जंाच रिपोर्ट रायगढ़ मेडिकल काॅलेज लैब से मिली पाॅजिटिव।सभी को इलाज के लिए कोरबा के विशेष कोविड अस्पताल में दाखिल कराने की तैयारी।