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एक को हार्ट, तो दूसरे को पहले से ही थी किडनी की बीमारी
कोरबा : कोरबा जिले से कोरोना को लेकर एक दुखद खबर आ रही है। आज कोरबा के कटघोरा विकासखंड के दो कोरोना संक्रमितो की बिलासपुर के अपोलो अस्पताल मे इलाज के दौरान मौत हो गई। इन्हें मिलाकर जिले में अब तक 14 कोरोना संक्रमितो का निधन हो चुका है।
मिली जानकारी ले अनुसार कटघोरा ले ढेलवाडीह निवासी 45 वर्षीय पुरुष किडनी रोग से ग्रसित थे। उन्हें नियमित डायलाईंसिस के लिए बिलासपुर के अपोलो अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। अपोलो अस्पताल में इनका कोरोना टेस्ट किया गया था जो पाज़ीटिव आया। इसके बाद मरीज़ को अस्पताल में आईसोलेशन वार्ड में रख कर इलाज किया जा रहा था, जहाँ तबियत ज़्यादा ख़राब होने पर मरीज़ का असमय निधन हो गया।
इसी तरह एचटीपीएस जमनीपाली के 61 वर्षीय बुज़ुर्ग की भी बिलासपुर ले ही अपोलो अस्पताल मे मृत्यु हो गई है। यह CSEB कर्मी थे और उन्हें पहले भी दो बार हार्ट अटैक आ चुका था। इस बार भी बुजुर्ग को हार्ट की परेशानी होने पर तत्काल कोरबा ले निजी अस्पताल के ज़ाया गया था जहाँ से समुचित इलाज के लिए अपोलो अस्पताल रिफ़र किया गया था। अस्पताल में मरीज़ को कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पाज़ीटिव आई थी। अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज़ की मृत्यु हो गई।
अस्पताल प्रबंधन ने दोनो संक्रमितो की मौत की सूचना कोरबा के सीएमएचओ सहित एसडीएम और जिला प्रशासन को दी है। जिला प्रशासन की निगरानी में कोविड प्रोटोकोल का पालन करते हुए मरीज़ो के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा। - कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले अस्पताल के 4 कर्मियों, उरगा टीआई, शासकीय कर्मियों सहित आज मिले 92 नए संक्रमित
कोरबा : सोमवार को कोरबा जिले में एक बार फिर कोरोना का विस्फोट हुआ है। और अब तक के एक दिन मे सर्वाधिक कोरोना संक्रमित मिलने का नया रिकार्ड आज कोरबा जिले में बना है। देर रात तक मिली मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार कुल 92 नए संक्रमित मिले हैं। शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक मरीज पाए गए हैं जिनमें आम जनता से लेकर व्यापारी वर्ग, शासकीय सेवक और संयंत्रों के कर्मचारी भी शामिल हैं। देर रात जारी मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार ग्राम फ़रसवानी, प्रगति नगर, सुभाष ब्लाक मानिकपुर, तालापार, पाली, लालूराम कॉलोनी टीपी नगर, राजस्व कॉलोनी, सीएसईबी कॉलोनी कोरबा, वार्ड क्रमांक 4 पुरानी बस्ती कोरबा, सिंचाई कॉलोनी, बांगो बटालियन, ढोढ़ीपारा, ग्रामीण बैंक कटघोरा, कटाईनार, भिलाई बाजार वार्ड 15 , ग्राम जटगा, पौड़ीबहार खरमोरा, सीएसईबी पश्चिम, टीपी नगर, गुप्ता गली मेन रोड कोरबा, रानी रोड, एमपी नगर, शिवाजी नगर, काशी नगर वार्ड 20 , नगर निगम कॉलोनी, आदर्श नगर कुसमुंडा, बांकी मोंगरा, विकास नगर कुसमुंडा, रेलवे कॉलोनी, पीएचसी पटाढ़ी में महिला कर्मी सहित 92 संक्रमित मिले हैं। शहर के आरपी नगर कॉलोनी में एक ही परिवार के 6 सदस्य पॉजिटिव आए हैं । कोविड-19 के मरीजों का इलाज करने वाले विशेष अस्पताल कोरबा के 4 कर्मचारी पॉजिटिव मिले हैं। बालको सेक्टर 4 से 4 बालको कर्मी, बालको से 2 अन्य, ग्राम गोढ़ी और बेला से कुल 8 मरीज मिले हैं जिनमें गोढ़ी से एक ही परिवार के 3 सदस्य और बेला में एक ही परिवार के 4 सदस्य शामिल हैं। दर्री के नीलगिरी बस्ती से 3, ग्राम बोईदा ओढ़ालीडीह से 2, नवागांव कटघोरा वार्ड क्रमांक 5 से 2, आईटीआई कॉलोनी से 2, डींगापुर से 2 साडा कॉलोनी जमनी पाली से 2, ड्रिलिंग कैंप से 2 धर्मपुर गेवरा बस्ती से 2, चांपा मेन रोड से 2 व छुरीकला से भी संक्रमित मरीज मिले हैं। इस तरह सोमवार को कुल 92 मामले मिले हैं। आरटीपीसीआर व एंटीजन टेस्ट में इन सबकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पाली निवासी एक व्यक्ति की ट्रू नॉट टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। इन सभी की ट्रैवल हिस्ट्री पता करने के साथ ही इनके संपर्क में आए लोगों को भी तलाशा जा रहा है। संक्रमितों को उनके संक्रमण के अनुसार कोविड अस्पताल में भर्ती करने अथवा होम आइसोलेट करने की प्रक्रिया जारी है । - कोरबा : जिला कार्यक्रम अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के दिये निर्देश- कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश एडीएम को दिये। डीपीओ को कोविड-19 की रोकथाम के प्रयासों के लिये सौंपे गये दायित्वों के निर्वहन मे लापरवाही बरतने के कारण यह कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये हैं। कलेक्टर ने बैठक मे कोरोना काल में सभी अधिकारी-कर्मचारी को संक्रमण की रोकथाम के लिये स्वयं के स्तर पर भी सभी संभव प्रयास करने को कहा। कर्मचारियों को गंभीर और सर्तक होकर जिले में कोरोना की चैन तोड़कर संक्रमण को फैलने से बचाने में विशेष पहल करने के निर्देश दिये गये हैं।
हर विकासखण्ड में बनेगा एक-एक कोविड केयर सेंटर- कोरोना कोर समिति की बैठक में श्रीमती किरण कौशल ने सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को जिले के सभी ब्लाकांे में एक-एक कोविड केयर सेंटर तैयार करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को कोविड केयर सेंटर के लिये अपने-अपने ब्लाकों में भवन चिन्हित करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने हर ब्लाक में 100-100 बिस्तर का कोविड केयर सेंटर बनाने के लिये सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों के साथ जनपद पंचायत के सीईओ को जिम्मेदारियां सौंपी। नये बनने वाले सभी कोविड केयर सेंटर में स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ बिजली, पानी, सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। ब्लाॅक स्तरीय कोविड केयर सेंटर में पर्याप्त संख्या में मेडिकल टीम, पैरामेडिकल टीम, स्वास्थ्य उपकरण तथा दवाईयों का पर्याप्त भंडार सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने कहा कि डाॅक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के लिये रहने की व्यवस्था भी कोविड केयर सेंटर में सुनिश्चित होना चाहिये। कोरोना मरीजों को इलाज की पूर्ण सुविधा मिल सके यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
कोरोना संक्रमण रोकने सख्ती बरतने की जरूरत- जिला प्रशासन द्वारा बिना मास्क के घूमने वाले लोगों के खिलाफ सख्त और तेज कार्रवाई की जायेगी। कोविड वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे जिले में बिना मास्क के घरों से निकलना प्रतिबंधित किया गया है। बिना मास्क के पाये जाने पर प्रति व्यक्ति एक सौ रूपये का जुर्माना वसूला जायेगा। इसी तरह होम आईसोलेशन में रहकर अपना इलाज कराने वाले परिजनों को भी शासकीय दिशा-निर्देशो एवं कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करना अनिवार्य किया गया है। होम आईसोलेशन के नियमों की अनदेखी करने पर संबंधितों के विरूद्ध महामारी अधिनियम के तहत पुलिस कार्रवाई तक की जा सकेगी। दुकानदारों को अपनी दुकानों पर पंाच से अधिक लोगों को एक समय में इकट्ठा करने की मनाही होगी। भीड़ इकट्ठी होने पर लोगों तथा दुकानदार दोनों पर कार्रवाई होगी। दुकानों पर खरीददारी करने आने वाले लोगों को मास्क लगाये रहने पर ही सामान मिलेगा। इसके साथ ही दुकानदार को भी मास्क पहनना अनिवार्य होगा। बिना मास्क के सामान की खरीदी-बिक्री पर दुकानदार तथा ग्राहक दोनों पर कार्यवाही की जायेगी। दुकानों को प्रतिदिन खोलने के पूर्व सेनेटाईज किया जाना अनिवार्य होगा। खरीदी-बिक्री के दौरान सोशल फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। - गांवो में एक्टिव सर्वाइलेंस के साथ आईएलआई मरीजों की भी होगी जांचकिसी भी स्थिति में कोरोना से मृत्यु रोकना प्रशासन की पहली प्राथमिकताकलेक्टर श्रीमती कौशल ने कोरोना कोर समिति की ली बैठक दिये जरूरी निर्देश
कोरबा : जिले में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुये जिला प्रशासन सर्तक और गंभीर है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज बैठक लेकर सभी अधिकारी-कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये महत्वपूर्ण निर्देश दिये। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने वीडियो कांफे्रंसिंग के माध्यम से सभी, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी, राजस्व, स्वास्थ्य तथा पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिये विशेष प्रयास करने के निर्देश दिये। इस दौरान एडीएम संजय अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ कुंदन कुमार, एस.पी. श्री अभिषेक मीणा तथा सभी विभागों के प्रमुख अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने सभी कोरोना संक्रमित मरीजों के प्रायमरी और सेकेण्डरी काॅन्टेक्ट की जांच कराने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि संक्रमितों के संपर्क में आये सभी लोगों की ट्रेसिंग करके सभी लोगो के जांच सेम्पल भी लेना जरूरी है। कलेक्टर ने इस बात पर जोर देते हुये कहा कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग करके कोरोना सैम्पल लेकर ही नये मरीजों की पहचान हो सकती है। नये मिलने वाले मरीजो को लक्षण व बिना लक्षण वाले श्रेणी में बांटकर उन्हें जल्द से जल्द होम आईसोलेशन या गंभीर मरीजों को कोविड सेंटर में भर्ती कराने की प्रक्रिया समय सीमा में पूरा करना चाहिये।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने गांवो में एक्टिव सर्वाइलेंस के साथ घर-घर जाकर कोरोना संदिग्ध मरीजों की पहचान करने की पूरी व्यवस्था एवं तैयारियां सुनिश्चित करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। सभी कोरोना संदिग्ध मरीजों का कोरोना सैम्पल लेकर तत्काल जांच कराने के भी निर्देश दिये। कलेक्टर ने गांवो में इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण (आईएलआई) वाले लोगो की पहचान करके सभी की कोरोना जांच कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। कोरोना संक्रमितों के संपर्क मे आये गांव के सभी लोगो का भी टेस्ट कराने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने अधिकारियों को गांवो में मितानीन, सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम, एमपीडब्लयू आदि को एक्टिव सर्वाइलेंस टीम में रखकर गांवो में काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग और सैम्पलिंग प्रक्रिया को समय सीमा में पूर्ण करने के लिये निर्देशित किया।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बैठक मे कहा कि किसी भी स्थिति में कोरोना से होने वाली मृत्यु को रोकना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। उन्होने मृत्यु रोकने के लिये समय रहते कोरोना मरीजों की पहचान और उन्हें होम आईसोलेशन या कोविड हाॅस्पिटल में इलाज के लिये रखने को सबसे पहला और महत्वपूर्ण कदम बताया। कलेक्टर ने बिना लक्षण वाले सभी मरीजों को घर पर ही रखकर होम आईसोलेशन की सुविधा के अंतर्गत इलाज कराने पर जोर दिया। श्रीमती कौशल ने होम आईसोलेशन में रहने वाले सभी मरीजों को दवाई की किट और उनके परिवार के लिये प्रोफाइलेक्टिक दवाई किट उचित मात्रा में तथा निर्धारित डोज में उपलब्ध कराने के निर्देश स्वास्थ्य अधिकारियों को दिये। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि होम आईसोलेशन में रहने वाले परिवार की सतत निगरानी की जाये। परिवार द्वारा कोविड प्रोटोकाॅल और होम आईसोलेशन प्रोटोकाॅल के पालन की भी समुचित निगरानी भी सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। उन्होने होम आईसोलेशन प्रोटोकाॅल उल्लंघन करने वालो पर कड़ी कार्रवाई करना भी सुनिश्चित करने निर्देश सभी अधिकारियों को दिये।
सभी शासकीय कार्यालयों में कोरोना से बचाव के लिये दी जायेंगी दवायें, लिंक अधिकारियों की नियुक्ति के भी निर्देशकलेक्टर श्रीमती कौशल ने आज कोरोना कोर समिति की बैठक में शासकीय कार्यालयों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये विशेष पहल शुरू की। कलेक्टर ने सभी शासकीय कार्यालयों मे कोरोना के प्रोफाइलेक्टिक दवाई किट बांटने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने तीन दिनों के अंदर दवाईयों का एक लाख किट बनाने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होने सभी शासकीय कार्यालयों में सर्दी, खांसी एवं बुखार के लक्षण वाले अधिकारी-कर्मचारियों की पहचान कर कोरोना जांच कराने तथा सभी को प्रोफाइलेक्टिक दवाई का डोज वितरित करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। सभी कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तथा मास्क का उपयोग करते हुये काम करने तथा हैण्ड सेनेटाइजर का बार-बार उपयोग करने के निर्देश भी दिये गये हैं। कलेक्टर ने सभी कार्यालयों का प्रतिदिन सेनेटाइजेशन कराने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। बैठक मे कार्यालयों में दवाईयां का किट वितरण करने नोडल अधिकारियों की भी नियुक्ति के निर्देश भी कलेक्टर ने बैठक में दिये। -
कोरबा : कोरबा जिले में सोमवार को देर रात जारी मेडिकल रिपोर्ट में कुल 79 नए संक्रमित मिले हैं। इनमें वह 13 लोग भी शामिल हैं जिनकी रिपोर्ट शाम तक मिली थी। आरटीपीसीआर व रैपिड एंटीजन टेस्ट में 4 साल से लेकर 75 साल तक की उम्र के मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं।
आज मिले नए संक्रमितों में एसईसीएल मेन हॉस्पिटल से दो, ओमपुर राजगामार से दो, आरा मशीन मोहल्ला से एक, जेपी कॉलोनी, खरमोरा से एक-एक, फॉरेस्ट कॉलोनी सीतामढ़ी से एक, एनटीपीसी टाउनशिप, जमनिपाली, शिवाजी नगर, ओम फ्लैट रामपुर, सीएमएचओ कार्यालय से एक-एक, इंदिरा विहार आवासीय कॉलोनी टीपी नगर में एक ही परिवार से 3 सदस्य पॉजिटिव आए हैं।
एमपी नगर, नर्मदा बिहार, एनटीपीसी अन्नपूर्णा बिहार, एचटीपीएस कॉलोनी, पौड़ी बहार, पोड़ी उपरोड़ा से संक्रमित मिले हैं। नगर निगम दर्री से दो लोग पॉजिटिव आए हैं। नीलगिरी बस्ती, रानी धनराज कुंवर देवी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोरबा से एक महिला कर्मी, सीतामढ़ी रेलवे कॉलोनी से दो, कुसमुंडा, मानिकपुर, एसईसीएल कॉलोनी, सीएसईबी कॉलोनी, बजरंग चौक बुधवारी, एमपी नगर कोरबा, एमडी कॉलोनी दीपका, दीपका कॉलोनी में एक ही परिवार के 5 सदस्य पॉजिटिव आए हैं।
कटघोरा के वार्ड क्रमांक 5 से 5 लोग संक्रमित मिले हैं। वार्ड 10 कटघोरा, ग्राम लखनपुर, बांकी मोंगरा, कटाई नार, करतला, सीएसईबी कॉलोनी कोरबा, बाँधाखार वार्ड नंबर 7, अखरा पाली वार्ड नंबर 1, पौड़ीबहार में एक जनरल स्टोर का संचालक, ग्राम पहंदा, पथरीपारा कोरबा, शिवाजी नगर, 15 ब्लॉक टीपी नगर, ग्राम बेन्दरकोना वार्ड 14, बुधवारी वार्ड 21, बालको आवासीय कॉलोनी, आजाद नगर, रविशंकर शुक्ल नगर, पुरानी बस्ती कोरबा, ग्राम रतिजा, ग्राम नोन बिर्रा, कोरबी से संक्रमित मिले हैं। इन सभी की संपर्क हिस्ट्री पता करने के साथ ही कोविड हास्पिटल भेजने और होम आइसोलेट करने की प्रक्रिया जारी है।
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जैविक खाद से बिहान समूह की दो हजार से अधिक महिलाएं हो रही स्वावलंबी
कोरबा : राज्य शासन की महत्वपूर्ण एवं किसान हितैषी गोधन न्याय योजना जिले के गोबर विक्रेताओं के लिये बहुत ही लाभदायक साबित हो रही है। गोधन न्याय योजना के अंतर्गत जिले के गौठानो मे खरीदे गये गोबर से जैविक खाद बनना भी अब शुरू हो चुका है। राष्ट्रीय आजीविका मिशन बिहान के अंतर्गत स्वसहायता समूह की महिलायें गौठानो मे जैविक खाद बनाने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस कोरोना काल मे समूह की महिलाओें को जैविक खाद बनाने से आय का अतिरिक्त साधन मिल रहा है।गोधन न्याय योजना के अंतर्गत जिले मे अब तक 29 हजार क्विंटल से अधिक गोबर गौठानो मे खरीदा जा चुका है। खरीदे गये गोबर से दो हजार से अधिक वर्मी टैंको मे जैविक खाद बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। गौठानो मे बनाये गये वर्मी कम्पोस्ट टैंक मनरेगा के तहत बनाया गया है। वर्मी टैंक बनाने मे बिहान समूह की महिलाओं का योगदान रहा है इससे महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन की राह भी दिख रही है। विकासखण्ड पोड़ी उपरोड़ा के ग्राम पंचायत सिंघिया गौठान मे एकता समूह महिलाओं द्वारा एक हजार 400 किलो से अधिक गोबर को वर्मी टैंक मे भरकर जैविक खाद बनाना शुरू कर दिया गया है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार ने बताया कि गौठानो मे संग्रहित गोबर से गुणवत्ता पूर्ण वर्मी खाद बनाने के लिये महिला समूहों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। महिलाओं एवं गौठान समिति के सदस्यों को वर्मी खाद बनाने के लिये कृषि विभाग से प्रशिक्षित अधिकारियों द्वारा जनपद पंचायत स्तर पर प्रशिक्षित किया जा रहा है।
उन्होने बताया कि वर्मी खाद बनाने के लिये जिले की 200 स्वसहायता समूहो की दो हजार महिलायें काम कर रहीं हैं जिससे उन्हें आय का अतिरिक्त साधन भी मिल रहा है। श्री कुंदन कुमार ने बताया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के द्वारा जिले मे लगभग एक हजार 880 वर्मी कम्पोस्ट टैंक का निर्माण किया जा रहा है।
वर्मी कम्पोस्ट टैंक मे से अधिकांश पूर्ण हो चुके हैं इन टैंको मे बड़े पैमानो पर केंचुआ खाद बनायी जा रही है। उन्होने बताया कि एक वर्मी टैंक मे चार क्विंटल वर्मी खाद का उत्पादन हो सकेगा। गौठानो मे वर्मी खाद बनाकर दो हजार से अधिक महिलायें आजीविका संवर्धन से जुड़कर आर्थिक रूप से मजबूत हो रहीं हैं। महिलायें स्वरोजगार की दिशा मे आगे बढ़ते हुये ग्राम विकास और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने मे महत्वपूर्ण योगदान दे रहीं हैं। - श्रीमती कौशल ने हरदीबाजार और पाली के प्रस्तावित स्कूल स्थलों का किया निरीक्षण
कल तक विजन प्लान सहित पूरी कार्ययोजना प्रस्तुत करने दिये निर्देशकोरबा : कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज हरदीबाजार और पाली मे शुरू होने वाले इंग्लिश मीडियम स्कूलों के प्रस्तावित स्थलों का निरीक्षण किया। श्रीमती कौशल ने इन स्कूलों मे उपलब्ध आधारभूत संरचनाओं, शिक्षकों की भर्ती के साथ-साथ परिसर की साफ-सफाई और विद्यार्थियों तथा शिक्षकों के आवास संबंधी जानकारी अधिकारियों से ली।जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार और जिला शिक्षा अधिकारी श्री सतीश पाण्डेय भी इस दौरान मौजूद रहे। कलेक्टर ने दोनो स्कूलों को शुरू करने के लिए अब तक की गयी तैयारियों को नाकाफी बताया और अधिकारियों के प्रति गहरी नाराजगी व्यक्त की। श्रीमती कौशल ने स्कूलों को प्रारंभ करने के लिए सभी तैयारियां समय पर पूरा करने के निर्देश दिये।
उन्होने हाउसिंग बोर्ड के कार्यपालन अभियंता, खण्ड शिक्षा अधिकारियों, स्कूलों के प्राचार्यों और विकास खण्ड स्रोत समन्वयकों को स्कूलांे को विजन प्लान बनाकर पूरी कार्ययोजना कल तक प्रस्तुत करने के सख्त निर्देश दिये। इस दौरान कलेक्टर ने स्कूलों मे विद्यार्थियों के दाखिले से लेकर शिक्षकों की भर्ती तक की अद्यतन जानकारी भी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों से मांगी। श्रीमती कौशल ने दोनो स्कूलो को समय पर शुरू करने के लिए सभी जरूरी सहयोग करने का आश्वासन दिया और जिला शिक्षा अधिकारी को स्कूलों की स्थापना के काम मे तेजी लाने के निर्देश दिये।कलेक्टर आज दोपहर हरदीबाजार के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहुंची। इस विद्यालय के भवन एवं आधारभूत संरचनाओं का उपयोग इंग्लिश मीडियम स्कूल के संचालन के लिए किया जाना है। कलेक्टर ने विद्यालय परिसर मे फैले कचरे और उग गई बड़ी-बड़ी झाड़ियो को देखकर अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताई तथा कल तक परिसर की सफाई करने के निर्देश दिये। उन्होने भवन का रंगरोगन कराने और शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। श्रीमती कौशल ने पाली के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहुंचकर भी इंग्लिश मीडियम स्कूल के लिये अब तक की गई तैयारियों का जायजा लिया। यहां भी उन्होने परिसर की साफ-सफाई कराने और स्कूल परिसर मे खड़े दो खराब भारी वाहनो को तत्काल हटवाने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने आज भी सड़क मरम्मत को लेकर अधिकारियों के प्रति जमकर जताई नाराजगी- पाली प्रवास के दौरान कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज फिर सड़क मरम्मत को लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों के प्रति जमकर नाराजगी व्यक्त की। सड़क मरम्मत के अब तक हुये काम से असंतोष जताते हुये कलेक्टर ने यहां तक कहा कि आने वाली 17 तारीख के बाद पाली सड़क पर किसी भी दुर्घटना के लिये लोक निर्माण विभाग और ठेकेदार जिम्मेदार होंगे।
उन्होने यहां तक चेतावनी दी कि तीन दिन के बाद इस सड़क पर कोई भी दुर्घटना होने पर लोक निर्माण विभाग के संबंधित अधिकारी और मरम्मत करने वाले ठेकेदार के विरूद्ध भी वैधानिक कार्रवाई की जायेगी। कलेक्टर ने सड़क मरम्मत का काम आगामी तीन दिनों मे पूरा करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होने डुमर कछार क्षेत्र मे गड्ढों को सही ढंग से गुणवत्ता पूर्ण मटेरियल से नही भरे जाने पर भी नाराजगी जतायी और अगले तीन दिनो मे इस क्षेत्र के सड़क के गड्ढों को बोल्डरों और मैटल आदि से भरकर पर्याप्त कम्पैक्शन करने के निर्देश दिये।
रूक-रूक कर हो रही बरसात और तेज धूप के कारण सड़क मे भारी वाहन चलने से उड़ने वाली धूल से लोगो को बचाने के लिये कलेक्टर ने नियमित रूप से सड़क पर पानी छिड़काव करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। पाली शहर मे सड़क किनारे पानी निकालने के लिये बनायी जा रही नाली का काम भी जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। उन्होने मौके पर उपस्थित नायब तहसीलदार को सड़क मरम्मत के काम की प्रगति से अगले तीन दिन तक रोज अवगत कराने को भी कहा। - सिंचाई विभाग के ई॰ई॰ सहित आज कोरबा मे शाम तक 13 की रिपोर्ट आई पाजीटिवकोरबा : जिले में स्वास्थ्य विभाग के सबसे बड़े दफ़्तर तक कोरोना पहुँच गया है। आज मेडिकल कालेज रायगढ़ से मिली रिपोर्ट मे CMHO कार्यालय में पदस्थ एक दंत चिकित्सक और शहरी कार्यक्रम प्रबंधक कोरोना संक्रमित मिले है। जिले में आज 13 लोगों की आर॰टी॰पी॰सी॰आर॰ जाँच रिपोर्ट पाज़ीटिव आई है।सिंचाई विभाग के ई॰ई॰ सहित SECL मेन अस्पताल ले दो कर्मी, रजगामार ओम्पुर के दो लोग कोविड संक्रमित मिले है। अरमाचीन, एमपी नगर, खरमोरा,शिवाजी नगर, एन॰टी॰पी॰सी॰ टाउनशिप, बालको, और सीतामणि फ़ारेस्ट कालोनी से एक -एक संक्रमित की पहचान हुई है।अभी शाम तक आई रिपोर्ट में चार महिलायें नौ पुरुषों के कोविड संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।सभी संक्रमितो को उनकी संक्रमण स्थिति के आधार पर होम आईसोलेसन या कोविड अस्पताल में रखकर इलाज किया जाएगा। सभी की सम्पर्क हिस्ट्री निकाली जा रही है और सम्पर्क में आए लोगों को आईसोलेशन में रहने तथा कोविड ले लक्षण दिखने पर जाँच कराने की सलाह स्वास्थ्य विभाग ने दी है।
- कोरबा : कोरबा जिले में रविवार को कुल 16 नए कोरोना पॉजिटिव दर्ज हुए हैं। इनमें आरटीपीसीआर से 6 और रैपिड एंटीजन टेस्ट में 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संक्रमितों में 12 वर्षीय बालक सहित 65 वर्षीय वृद्ध महिला व पुरुष भी शामिल हैं। 12 पुरुष और 4 महिलाओं की देर रात जारी हुई मेडिकल रिपोर्ट में इन्हें पॉजिटिव बताया गया है।
नए संक्रमित लोगों में रामसागर पारा मिशन रोड कोरबा, लैंको पटाढ़ी, पावर इंपीरिया शारदा विहार, कोरबा टाउन, पावर सिटी कोरबा, आरएसएस नगर, पाली, सुतर्रा, नवागांव कटघोरा, दीपका कॉलोनी, आदर्श नगर कुसमुंडा, ग्राम खोद्दल लैंको पटाढ़ी से 1-1 बालको से 2 एवं ग्राम सरगबुंदिया से 12 वर्षीय बालक सहित तीन लोग पॉजिटिव दर्ज हुए हैं। इन सभी की ट्रैवल हिस्ट्री पता की जा रही है। संक्रमितों को उनकी संक्रमण की स्थिति के अनुसार होम आइसोलेसन या कोविड अस्पताल में इलाज के लिए रखा जाएगा। - कोरबा : कोरबा जिला प्रशासन द्वारा जिला शिक्षा कार्यालय की निगरानी में संचालित अग्रगमन अध्ययन सह विशेष कोचिंग के 15 छात्रों ने जेईई मेन की परीक्षा में सफलता हासिल करते हुए जेईई एडवांस के लिए क्वालीफाई किया है। अग्रगमन के 25 छात्र परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। चार छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक परसेंटाइल अर्जित किया है।
छात्र संजय कुमार ने 93.47 परसेंटाइल के साथ अग्रगमन में टाॅप किया। निखिल कुमार ने 91.47, अभय इंगले ने 90.23 एवं अखिलेश कुमार ने 90.21 परसेंटाइल प्राप्त कर अपना दमखम दिखाया। इनके अलावा सुमन कश्यप, तुषार कुमार, कल्पना तिवारी, अशोक सिंह, श्रद्धा, नेहा सिदार, खेलन सिंह, हर्ष अहिरवार, तेजूराम बिंझवार, आशुष कुमार, अजय कुमार ने भी जेईई एडवांस के लिए क्वालीफाई किया है। ये सभी छात्र जिले के सरकारी विद्यालयों से हैं। 2018-19 में 14 तथा 2017-18 में 6 छात्र सफल हुए थे। साल दर साल सफल होने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा हो रहा है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार ने सफल होने वाले छात्रों को बधाई देते हुए इनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। जिला शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार पांडेय ने बताया कि अग्रगमन में कॅरियर पाइंट के फैकल्टी द्वारा सेवाएं दी जाती हंै। अग्रगमन में छात्रों के लिए कोचिंग की व्यवस्था निशुल्क होती है।
छात्रों को निशुल्क आवास व भोजन भी उपलब्ध कराया जाता है। प्रत्येक वर्ष जिला स्तर पर अग्रगमन में प्रवेश के लिए परीक्षा ली जाती है। श्री पांडेय ने बताया कि कोचिंग कक्षाओं की निरंतर निगरानी की जाती है। प्रशासनिक अधिकारियों और विशेषज्ञों द्वारा समय- समय पर मार्गदर्शन किया जाता है। - कलेक्टर श्रीमती कौशल ने सभी सार्वजनिक उपक्रम को आईसोलेशन सेंटर बनाने दिये निर्देश
कोरबा : जिले मे कोरोना संक्रमित मरीजो की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन गंभीर हो गया है। कोरोना संक्रमितो की होने वाली मृत्यु को कम करने को जिला प्रशासन सजग है। कोरोना से होने वाली मौत को रोकने के लिए अतिरिक्त संसाधन जैसे हाॅस्पिटल में बिस्तरो की संख्या बढ़ाने, नये आईसोलेशन सेंटर बनाने तथा स्वास्थ्य कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन हर संभव प्रयास कर रही है।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष मे सभी सार्वजनिक उपक्रमों के प्रमुख अधिकारी-कर्मचारियों की बैठक लेकर उनके संस्थानो मे आईसोलेशन सेंटर बनाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने सभी सार्वजनिक उपक्रमो मे 100 बिस्तरो का आईसोलेशन सेंटर बनाने तथा उनमे अपने स्वास्थ्य अमला लगाकर कोरोना संक्रमितो की इलाज करने के निर्देश दिये।
बैठक मे कलेक्टर ने सार्वजनिक उपक्रम जैसे एसईसीएल, एनटीपीसी, बालको आदि को अपने क्षेत्र के स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने तथा कोरोना संक्रमितो की इलाज मे अपना योगदान देने की अपील भी की। बैठक मे सार्वजनिक उपक्रम के प्रमुखों ने कोरोना संक्रमितो के इलाज के लिए अपने संस्थान मे आईसोलेशन सेंटर बनाने के निर्णय मे अपनी सहमति भी जाहिर की। बैठक मे इस दौरान नगर निगम आयुक्त श्री एस. जयवर्धन, कोविड हाॅस्पिटल कोरबा के इंचार्ज डाॅ. प्रिंस जैन सहित सार्वजनिक उपक्रमो के प्रमुख अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान डाॅ. प्रिंस जैन ने सार्वजनिक उपक्रमो मे बनाये जाने वाले आईसोलेशन सेंटर के बारे मे विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान डाॅ. जैन ने आईसोलेशन सेंटर बनाने के प्रोटोकाॅल तथा उनके पालन करने के बारे मे भी जानकारी दिये। आईसोलेशन सेंटर बनाने की प्रक्रिया तथा उपलब्ध होने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ साफ-सफाई की व्यवस्थाओं पर भी उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को जानकारी दी।
बैठक मे श्रीमती कौशल ने एसईसीएल, बालको, एनटीपीसी, सीएसईबी से लेकर लैंको जैसे सार्वजनिक उपक्रमों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र मे कोविड आईसोलेशन सेंटर बनाने मे समन्वय के लिए संबंधित एसडीएम को जिम्मेदारी भी दी है। कलेक्टर ने इस महत्वपूर्ण बैठक मे राजस्व अधिकारियों को आने वाले दिनो मे कोविड मरीजो के इलाज और वायरस के फैलाव को रोकने के लिए तैयार की गई रणनीति पर विचार-विमर्श किया तथा अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। कोरबा के कोयला खदान क्षेत्रों के नगरीय और ग्रामीण इलाको से लेकर विद्युत उत्पादक इकाईयों एनटीपीसी, एसईसीएल तथा बालको क्षेत्र मे कोविड आईसोलेशन सेंटर बनाने के लिए उपयुक्त भवन तलाशने के निर्देश कलेक्टर ने दिये।
उन्होने सभी सार्वजनिक उपक्रम क्षेत्रो मे कम से कम 100 बिस्तर क्षमता का सेंटर बनाने के लिए जरूरी कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। इन आईसोलेशन सेंटरो मे सार्वजनिक उपक्रमों के कर्मचारियों और उस क्षेत्र मे रहने वाले कोविड संक्रमित लोगों का इलाज किया जा सकेगा। इन आईसोलेशन सेंटरो मे सार्वजनिक उपक्रमो के अस्पतालो और स्वास्थ्य केन्द्रो के डाॅक्टर तथा स्वास्थ्य कर्मी अपनी सेवायें देंगे। कलेक्टर ने सार्वजनिक उपक्रमो के प्रबंधनो से चर्चा कर तीनो अनुभागो के राजस्व अधिकारियों को भवन चिन्हांकित करने और भवन मे कोविड प्रोटोकाॅल के अनुसार सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के लिए आपसी समन्वय के निर्देश दिये हैं। - कलेक्टर की उपस्थिति में प्रशासनिक अधिकारियांे का महत्वपूर्ण प्रशिक्षण संपन्न
कोरबा : कोविड-19 संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के नेतृत्व में संक्रमण के नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन की तैयारियां जोरो पर है। टेस्ट, आईसोलेट एवं ट्रीट के फाॅमूर्ले पर आगे कोविड की रोकथाम के लिए जिले मे अलग-अलग प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है।
मरीजो की कोरोना जांच से लेकर उनके ईलाज तक तथा संपूर्ण हिस्ट्री खंगालने के कामों के लिए अलग-अलग दल बनाये गये हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की मौजूदगी मे आज वीडियो कांफे्रंसिंग के माध्यम से इन दलों का महत्वपूर्ण प्रशिक्षण हुआ। प्रशिक्षण में अधिकारियों-कर्मचारियों को आने वाले दिनों में कोविड की रोकथाम के लिए तय रणनीति तथा कार्ययोजना की जानकारी दी गई। इस प्रशिक्षण मेे जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार, एडीएम श्री संजय अग्रवाल, सीएमएचओ डाॅ. बी.बी. बोडे, सहित सभी अनुविभागीय अधिकारी एवं राजस्व, स्वास्थ्य तथा जनपद पंचायतों के मैदानी कर्मचारी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
प्रशिक्षण में कोरोना संक्रमितो की काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष जोर देते हुए प्राइमरी तथा सेकेण्डरी सम्पर्क मे आये हुये लोगो की पहचान करने के तरीके भी बताये गये। प्रशिक्षण मे सम्पर्क मे आये हुये लोगो की पहचान कर समय सीमा मे जल्द से जल्द कोरोना टेस्ट कराने संबंधी जानकारियां भी दी गयी। प्रशिक्षण मे आने वाले दिनो मे कोविड संक्रमित ए-सिम्प्टोमेटिक मरीजो को होम आईसोलेशन की सुविधा देकर ईलाज कराने मे प्रशासनिक दायित्वों की जानकारी विस्तार से दी गई।
प्रशिक्षण मे होम आईसोलेशन के प्राप्त निवेदनों पर कार्रवाई जिला स्तरीय समिति द्वारा विचार किए जाने वाले प्रकरणों का निराकरण करने की जानकारी दी गयी। अधिकारी-कर्मचारियों को मरीज के घरों मे जाकर अलग हवादार कमरा, पृथक शौचालय एवं अन्य पारिवारिक सदस्यों की स्वास्थ्य स्थिति का निरीक्षण करने के महत्वपूर्ण टिप्स भी दिये गये। कोविड अस्पतालों व कोविड केयर सेंटरो में मरीजों के इलाज की व्यवस्था के साथ-साथ उनके भोजन, पानी, साफ-सफाई की माॅनिटरिंग के भी गुर सिखाये गये।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में काॅल सेंटर में फोन से प्राप्त जानकारी, जानकारी का संधारण तथा उसे आगे कार्रवाई के लिए जिम्मेदार अधिकारियों भेजने का विधिवत् तरीका भी बताया गया। इस दौरान संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगो की पहचान के लिए उपयोग किये जाने वाले तरीके भी बताये गये। होम आईसोलेटेड मरीजों के घरो से निकलने वाले अवशिष्टो को इकट्ठा करने तथा उसके समुचित निपटान के तरीके भी सिखाये गये। प्रशिक्षण मे कोविड-19 के संक्रमण से होने वाली मौतो के शवो के कोविड प्रोटोकाॅल अनुसार अंतिम संस्कार के बारे मे भी विस्तार से जानकारी दी गयी है। - कोरबा : शुक्रवार को कोरबा जिले में कोरोना के 38 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। कोरबा के पुरानी बस्ती, लालूराम कालोनी सहित शहर से लेकर ग्रामीण अंचल में मरीज मिलने के बाद सभी को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।
शुक्रवार देर शाम मिली रिपोर्ट में ट्रू नॉट और रैपिड एंटीजन टेस्ट से पॉजिटिव मिले मरीजों में ग्राम खैराडुबान, दौरीकलारी, साईं कृष्णा डीडीएम रोड, बाकीमोगरा में महिला सफाई कर्मी, ग्राम कसरेंगा, आरएसएस नगर, बेला कछार बालको, बाल्को आवासीय कॉलोनी, शांति नगर बालको, सुतर्रा, नगर पालिका दीपका के वार्ड क्रमांक 4, मां समलाई वार्ड दीपका, मित्र नगर बतारी, कोहड़िया चारपारा, जिला अस्पताल की महिला स्टाफ, शिवाजी नगर, ग्राम अखरापाली उरगा वार्ड नंबर 1, कोरबा रामपुर चौक के निकट निवासी, 15 ब्लॉक टीपी नगर, दर्री रोड कोरबा, पीजी कॉलेज के निकट , आईटीआई रामपुर से एक ही परिवार के तीन सदस्य, ग्राम दूमरडीह राजगामार, पचपेड़ी सोहागपुर, करतला, दीपका कॉलोनी, बाकीमोगरा में कपड़ा व्यवसाई, टीपी नगर लालू राम कॉलोनी से एक महिला, बालको सेक्टर 4 से भी एक महिला सहित कुल 38 नए मरीज शामिल हैं। इन सभी ट्रैवल हिस्ट्री खंगाली जा रही है। -
कोरबा : जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या शुक्रवार को देर रात जारी एक और मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार बढ़कर 55 हो गई है। शासकीय मेडिकल कॉलेज रायगढ़ से जारी मेडिकल रिपोर्ट में जिले के विभिन्न ग्रामीण इलाकों से 17 और पॉजिटिव मरीज मिले हैं।
इससे कुछ देर पहले प्राप्त रिपोर्ट में 38 पॉजिटिव मामले आए थे। देर रात जारी दूसरी सूची के अनुसार पाली क्षेत्र के ग्राम नानबांका से 2, बड़ेबांका से 2, करतला क्षेत्र के ग्राम पचपेड़ी से 4, ग्राम महुआडीह करतला से 1, ग्राम बतारी दीपका से 1, दीपका पाली से 2, पाली से 1, कर्रा बेलतरा से 2, कोरबी हरदी बाजार से 2 नए पॉजिटिव मिले हैं। देर रात आए नए संक्रमितों में 4 महिला व 13 पुरुष शामिल हैं। इन सभी की संपर्क हिस्ट्री तलाशने के साथ ही कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री श्री बघेल इस बार ‘समावेशी विकास, आपकी आस‘ पर करेंगे बात
कोरबा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 10 वीं कड़ी का प्रसारण 13 सितंबर को होगा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार ‘समावेशी विकास, आपकी आस‘ विषय पर प्रदेशवासियों से बात करेंगे। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केंद्रों, एफएम रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक होगा। - ब्लाॅक स्तरीय निगरानी समिति द्वारा घरो के निरीक्षण के बाद दी जायेगी होम आईसोलेशन की अनुमति
कोरबा : कोरबा जिले मे होम आईसोलेशन मे रहकर कोविड का इलाज कराने वाले मरीज अपने घर पर ही रहकर अपनी पसंद के निजी चिकित्सको की सेवायें ले सकेंगे। मरीज स्वयं के व्यय पर किसी निजी अस्पताल मे भी इलाज करा सकेंगे।परंतु इसके लिए कोरोना संक्रमित होम आईसोलेटेड मरीजो को पहले से ही संबंधित अस्पताल या निजी चिकित्सक की सहमति लेकर जिला कंट्रोल रूम को सूचित करना होगा। कोविड संक्रमितो की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने राज्य शासन के निर्देश पर ए-सिम्प्टोमेटिक और कम लक्षण वाले संक्रमितो को अपने घरो मे रहकर ही इलाज की सुविधा दी है।
इस बारे मे जिला प्रशासन द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी किये गये हैं। घर मे हवादार कमरा और अलग शौचालय होने की शर्त पर ही कोरोना संक्रमित मरीज को होम आईसोलेशन मे रहकर इलाज कराने की अनुमति दी जायेगी। गंभीर रूप से बीमार, हृदय रोगी, कैंसर और किडनी के रोग से पीड़ित संक्रमितो को होम आईसोलेशन की अनुमति नहीं होगी। अकेले रह रहे संक्रमित मरीजो को भी होम आईसोलेशन की पात्रता नही रहेगी।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने होम आईसोलेशन से संबंधित संशोधित दिशा-निर्देश जारी किये हैं। होम आईसोलेटेड मरीज अपनी देखभाल के लिए स्वयं के व्यय पर परिचित किसी निजी चिकित्सक की सेवा भी ले सकते हैं। चिकित्सक को मरीज की प्रतिदिन स्वास्थ्य स्थिति का आंकलन करते हुए निर्धारित प्रपत्र में जानकारी भरना होगा। कोरोना मरीजों को होम आईसोलेशन की सुविधा जिला स्तरीय निरीक्षण समिति की अनुशंसा पर ही मिल सकेगी। लक्षण रहित कोरोना मरीजों को उनके घर मे ही 17 दिन तक रखकर कोरोना का इलाज किया जाएगा। होम आईसोलेशन की सुविधा लेने वाले मरीजों को कोविड-19 प्रोटोकाॅल तथा होम आईसोलेशन दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
दिशा-निर्देश के अनुसार ए-सिम्प्टोमेटिक कोरोना पाॅजिटिव पाए गए मरीजों को होम आईसोलेशन की अनुमति देने के पूर्व कोविड-19 के संक्रमण के प्रबंधन के लिए नियुक्त स्वास्थ्य अधिकारी संक्रमित मरीज को हाॅस्पिटल लाकर उनका काउंसिलिंग करेंगे तथा यह निर्धारित करेंगे कि मरीज लक्षण रहित व होम आईसोलेशन में रखने के लिए उपयुक्त है या नहीं।
होम आईसोलेशन किए जाने के लिए उपयुक्त पाए जाने पर ब्लाॅक स्तरीय स्वास्थ्य टीम द्वारा मरीज के घर का निरीक्षण किया जाएगा। टीम द्वारा संक्रमित मरीज के स्वास्थ्य की स्थिति और होम आईसोलेशन के लिए उनके घर की स्थिति की जांच की जाएगी। निरीक्षण टीम द्वारा मरीज से संबंधित होम आईसोलेशन की अनुशंसा रिपोर्ट जिला स्तरीय टीम को प्रस्तुत किया जाएगा। प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर लक्षण रहित संक्रमित मरीज को होम आईसोलेशन के लिए अनुमति जिला स्तरीय टीम द्वारा प्रदान की जाएगी।
होम आईसोलेशन की अनुमति मिलने पर मरीज को दिशा-निर्देशो की जानकारी फोन या वीडियो काॅलिंग के माध्यम से दी जाएगी। होम आईसोलेटेड मरीज को होम आईसोलेशन के दौरान इलाज के लिए दवाईयों का एक किट दिया जाएगा। मरीज की देखभाल करने वाले अटेंडेंट तथा परिवार के सदस्यों को चिकित्सीय सलाह के अनुसार हाइड्राॅक्सीक्लोरोक्वीन की प्रोफाइलेक्टिक डोज प्रोटोकाॅल के अनुसार दिया जाएगा। होम आईसोलेटेड मरीजों के स्वास्थ्य की अगले 17 दिनों तक विशेष रूप से नियुक्त स्वास्थ्यकर्मी द्वारा फोन के माध्यम से निगरानी की जाएगी।
होम आईसोलेशन के 17 दिनों में अगर मरीज को आखिरी 10 दिनों मे बुखार या अन्य लक्षण नहीं रहेगा तो, उसकी जानकारी स्वास्थ्य दल द्वारा चिकित्सक को दिया जाएगा। इसके पश्चात चिकित्सक द्वारा होम आईसोलेशन खत्म करने या नहीं करने के संबंध मे निर्णय लिया जाएगा। होम आईसोलेटेड मरीजों के घर से निकलने वाले घरेलू अपशिष्टों का नियमानुसार संग्रहण एवं प्रबंधन नगरीय क्षेत्र में नगर निगम, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जनपद पंचायत के द्वारा किया जाएगा।
होम आईसोलेशन में रह रहे मरीज के परिजन भी घर से बाहर नहीं जा सकेंगे तथा दैनिक वस्तुओं की उपलब्धता के लिए परिवार मोबाइल के माध्यम से दुकानों से सुविधा ले सकेंगे। दुकानदार या पड़ोस का कोई भी व्यक्ति इस संबंध में उन्हें सहयोग प्रदान कर सकेंगे। पीड़ित परिवार को वस्तुओं की खरीदी की गई राशि का भुगतान दुकानदारों को डिजिटल माध्यम से करना होगा। - जेंजरा मे किशोरी बालिकाओ को स्वच्छता और गर्भवती माताओं को टीकाकरण का बताया गया महत्व
सुपोषण का संदेश देने लगी चौपाल, स्वास्थ्य परीक्षण भी हुआ
कोरबा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर जारी पोषण माह के तहत जिले मे आज भी जनजागरूकता की कई गतिविधियां सम्पन्न हुई। कोरोना महामारी के इस दौर मे कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए आज ग्राम पंचायत जेंजरा मे जननी महिला संकुल संगठन और आंगनबाड़ी केन्द्र द्वारा किशोरी बालिकाओं को माहवारी के दौरान स्वच्छता रखने के तरीके और उसके फायदे बताये गये। गर्भवती माताओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनका टीकाकरण किया गया तथा गर्भ मे पल रहे बच्चे के शारीरिक-मानसिक विकास के लिए पोषण के महत्व को समझाया गया।
प्रदेश मे बच्चों, गर्भवती महिलाओ और शिशुवती महिलाओं को कुपोषण से निजात दिलाने के लिए राज्य शासन द्वारा विशेष पोषण माह सात सितंबर से शुरू हुआ हैं। इस दौरान सुपोषण के बारे में जागरूकता लाने के लिए चित्रकारी, स्लोगन तथा रंगोली द्वारा संदेश दिया जा रहा है। गांवो मे सुपोषण चौपाल का भी आयोजन किया जा रहा है।
जिले मे मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत गंभीर कुपोषित बच्चों का अलग से चिन्हांकन करके उन्हें पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर बच्चों के माता-पिता को पौष्टिक भोजन से होने वाले फायदो की जानकारी भी दे रहे हैं। गांव में सुपोषण चौपाल का भी आयोजन किया जा रहा है जिसमें सुपोषण से संबंधित सभी जानकारी अभिभावकों को दिया जा रहा है। सुपोषण चौपाल में विभिन्न पौष्टिक आहारों का महत्व के साथ-साथ उसके सेवन करने के तरीके को भी पोषण आहार प्रदर्शनी लगाकर बताया जा रहा है।
आंगनबाड़ी केन्द्रो में चित्रकारी, सुपोषण से संबंधित स्लोगन तथा रचनात्मक चित्रकारी को बच्चों के साथ बड़े भी रूचि लेकर सुपोषण का महत्व समझ रहे हैं। बच्चों तथा महिलाओं को कुपोषण से मुक्ति दिलाने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर पौष्टिक आहार का वितरण किया जा रहा है। जिले के विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रो मे कार्यकर्ताओ एवं समूहो की महिलाओं द्वारा केन्द्रो और अपने घरोे मे पोषण अभियान संबंधी आकर्षक रंगोली तथा चित्रकारी बनाई जा रही है। - कलेक्टर श्रीमती कौशल ने सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को सौंपी समन्वय की जिम्मेदारी
कोरबा : बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोरबा जिले मे कोविड पाॅजिटिव मरीजो के इलाज के लिए सुविधायें बढ़ाने जिला प्रशासन ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आने वाले दिनों में कोविड मरीजो के इलाज के लिए कोरबा के सभी सार्वजनिक उपक्रम प्रबंधनों से अपने-अपने कार्यक्षेत्र मे एक-एक कोविड आईसोलेशन सेंटर बनाने की योजना पर अमल शुरू कर दिया है। श्रीमती कौशल ने एसईसीएल, बालको, एनटीपीसी, सीएसईबी से लेकर लैंको जैसे सार्वजनिक उपक्रमों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र मे कोविड आईसोलेशन सेंटर बनाने मे समन्वय के लिए संबंधित एसडीएम को जिम्मेदारी भी दी है। कलेक्टर ने एक महत्वपूर्ण बैठक मे राजस्व अधिकारियों को आने वाले दिनो मे कोविड मरीजो के इलाज और वायरस के फैलाव को रोकने के लिए तैयार की गई रणनीति पर विचार-विमर्श किया तथा अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये।
कोरबा के कोयला खदान क्षेत्रों के नगरीय और ग्रामीण इलाको से लेकर विद्युत उत्पादक इकाईयों एनटीपीसी, एसईसीएल तथा बालको क्षेत्र मे कोविड आईसोलेशन सेंटर बनाने के लिए उपयुक्त भवन तलाशने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। उन्होने सभी सार्वजनिक उपक्रम क्षेत्रो मे कम से कम 100 बिस्तर क्षमता का सेंटर बनाने के लिए जरूरी कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। इन आईसोलेशन सेंटरो मे सार्वजनिक उपक्रमों के कर्मचारियों और उस क्षेत्र मे रहने वाले कोविड संक्रमित लोगों का इलाज किया जा सकेगा।
इन आईसोलेशन सेंटरो मे सार्वजनिक उपक्रमो के अस्पतालो और स्वास्थ्य केन्द्रो के डाॅक्टर तथा स्वास्थ्य कर्मी अपनी सेवायें देंगे। कलेक्टर ने सार्वजनिक उपक्रमो के प्रबंधनो से चर्चा कर तीनो अनुभागो के राजस्व अधिकारियों को भवन चिन्हांकित करने और भवन मे कोविड प्रोटोकाॅल के अनुसार सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के लिए आपसी समन्वय के निर्देश दिये हैं।
बैठक मे कलेक्टर ने कहा कि आने वाले दिनो मे जिस तरह से जिले मे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, ऐसे मे प्रशासन पहले से ही उनके बेहतर इलाज की व्यवस्थायें सुनिश्चित करने मे लग गया है। उन्होने ने कहा कि कोविड संक्रमण के इस चरण मे प्रशासन का मुख्य उद्देश्य जिले मे मृत्यु दर कम करना है। श्रीमती कौशल ने संक्रमण को बढ़ने से रोकने के उपायों के साथ-साथ संक्रमित मरीजो के आईसोलेशन और उनके इलाज के लिए जरूरी व्यवस्थायें समय रहते करने पर जोर दिया है। कलेक्टर ने कोरोना संक्रमित मरीजो कीे मृत्यु की दर को कम करने के लिए टेस्ट, आईसोलेट तथा ट्रीट के फार्मूले को अपनाने के निर्देश दिए।
इसके तहत ज्यादा से ज्यादा संख्या मे लोगो के कोरोना टेस्ट किए जाएंगे। पाॅजिटिव मरीजो के प्राथमिक संपर्क मे आये सभी लोगो की पहचान करके जल्द से जल्द सभी लोगो के कोरोना टेस्ट व्यापक संख्या मे किये जायेंगे। मरीजो को लक्षणो के आधार पर होम आईसोलेशन, आईसोलेशन सेंटर या विशेष कोविड अस्पताल मे रखकर इलाज किया जायेगा। - कोरबा : जिले में गुरुवार को कोरोना अब तक के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त करते हुए 113 नए संक्रमितों का नया रिकॉर्ड कायम किया है। पुराना कोरबा शहर के एक चिकित्सक की धर्मपत्नी, सीआईएसएफ दीपका के 20 जवानों सहित न्यू कोरबा हॉस्पिटल के 12 कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। शहर लेकर ग्रामीण अंचल और कॉलोनी क्षेत्रों में कोरोना ने पांव फैलाए हैं। देर शाम जारी मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार आरटीपीसीआर टेस्ट से 84, एंटीजन टेस्ट से 29 और ट्रू नॉट टेस्ट से 3 लोग संक्रमित मिले हैं।
सीआईएसएफ दीपका में ही अकेले 19 जवान संक्रमित पाए गए हैं जबकि सीआईएसएफ कुसमुंडा का एक जवान संक्रमित हुआ है। न्यू कोरबा हॉस्पिटल के 12 कर्मियों के अलावा, निहारिका स्थित जियो आफिस का कर्मी, ग्राम पोड़ी से 6, खरमोरा से 1, बालको, हाउसिंग बोर्ड बालको, एमपी नगर से 1, निजी चिकित्सक की पत्नी, पुराना बस स्टैंड कोरबा से 1, टीपी नगर से 1 सीएसईबी कॉलोनी जमनीपाली से 1, एसईसीएल कॉलोनी से 1, ग्राम अजगर बहार से 1, गेवरा बस्ती धर्मपुर से 1, ग्राम गिधौरी से 2, जेपी कॉलोनी व रामनगर से 1-1, अग्रोहा मार्ग संजय नगर, पथरीपारा, नकटीखार, पौड़ीबहार, कुसमुंडा, कटघोरा वार्ड 3, ऊर्जानगर दीपका, दीपका कॉलोनी, एसईसीएल आफिस बांकी, बालको, आरपी नगर, डिंगापुर, गायत्री मोहल्ला वार्ड 66,सीएसईबी कोरबा कालोनी से एक ही परिवार के 3, पानी टंकी कोरबा, ग्राम भथोरा भिलाइबाजार वार्ड 19, 15 ब्लाक टीपी नगर, ग्राम मादन पाली, पाली, एनटीपीसी, एसईसीएल में हास्पिटल, नवागांव कटघोरा,तहसील कार्यालय कोरबा, होटल ग्रीन पार्क से कुल मिलाकर 113 संक्रमित मिले हैं। इन सभी को सावधानी पूर्वक कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। - स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 की जांच के लिए जारी किए नए दिशा-निर्देश
कोरबा : राज्य शासन ने कोविड-19 की जांच के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्टेट कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की तकनीकी समिति की अनुशंसा पर प्रदेश में कोविड-19 की जांच की रणनीति संशोधित की गई है। स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्ले ने सभी संभागों के आयुक्तों और जिला कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए नए दिशा-निर्देशों के अनुसार जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
संशोधित दिशा-निर्देशों के अनुसार कोरोना संक्रमित व्यक्ति के प्राइमरी कांटैक्ट में आए ऐसे लोग जिनमें संक्रमण के लक्षण दिख रहे हैं, उनकी जांच की जाएगी। उच्च जोखिम वर्ग में आने वाले बिना लक्षण के प्राइमरी कांटैक्ट जैसे 65 वर्ष से अधिक आयु वर्ग, इम्युनो- काम्प्रोमाइज्ड (Immuno-compromised) एवं को-मोरबीडीटीज (Co-morbidities) ग्रस्त, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, किडनी रोग, सिकलसेल रोग इत्यादि से प्रभावित व्यक्तियों एवं गर्भवती महिलाओं की भी जांच की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग ने बुखार, सर्दी, खांसी या सांस में तकलीफ (ILI - Influenza Like Illness), श्वसन संबंधी गंभीर बीमारी से पीड़ितों (SARI – Severe Acute Respiratory Illness) और निमोनिया के भर्ती मरीजों के जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही कोविड-19 के लक्षणों जैसे मुंह में स्वाद न आना, सुगंध न आना, उल्टी या पतले दस्त होना एवं मांसपेशियों में दर्द से पीड़ितों की भी जांच सुनिश्चित करने कहा गया है।
कोरोना संक्रमण की पहचान के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार ज्यादा जोखिम वाले अन्य वर्गों जैसे 65 वर्ष से अधिक आयु वर्ग, इम्युनो-काम्प्रोमाइज्ड एवं को-मोरबीडाइटीज ग्रस्त जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, किडनी रोग, सिकलसेल इत्यादि से प्रभावित व्यक्तियों और गर्भवती महिलाओं की जांच के निर्देश दिए गए हैं। संक्रमण के लक्षण दिखने के बाद भी यदि रैपिड एंटीजन किट से ऐसे लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आती है तो सभी की आरटीपीसीआर या ट्रू-नाट विधि से जांच सुनिश्चित करने कहा गया है। - राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान चित्रकारी, स्लोगन एवं रंगोली के माध्यम से दिया जा रहा सुपोषण का संदेश
कोरबा : बच्चे, गर्भवती तथा शिशुवती महिलाओं को कुपोषण से निजात दिलाने के लिए राज्य शासन द्वारा नए-नए प्रयास किए जा रहे हैं। सात सितंबर से शुरू हुआ राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है। सुपोषण के बारे में जागरूकता लाने के लिए चित्रकारी, स्लोगन तथा रंगोली द्वारा संदेश दिया जा रहा है।
गांवो मे सुपोषण चैपाल का भी आयोजन किया जा रहा है। सुपोषण चैपाल मे पौष्टिक आहार से संबंधित जानकारियां भी दी जा रही है। सुपोषण से संबंधित इन रचनात्मक गतिविधियों के द्वारा महिलाओं तथा बच्चों मे सुपोषण के बारे मे जागरूकता आ रही है। कोरोना महामारी के इस दौर मे कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सभी गतिविधियां सम्पन्न की जा रही है। सुपोषण के बारे मे जागरूकता लाने तथा बच्चों, महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा विशेष निर्देश दिया गया है।
आंगनबाड़ी केन्द्रो में चित्रकारी, सुपोषण से संबंधित स्लोगन तथा रचनात्मक चित्रकारी को बच्चों के साथ बड़े भी रूचि लेकर सुपोषण का महत्व समझ रहे हैं। बच्चों तथा महिलाओं को कुपोषण से मुक्ति दिलाने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर पौष्टिक आहार का वितरण किया जा रहा है। आहार वितरण के साथ-साथ सुपोषण के प्रति जागरूकता लाने के लिए विविध गतिविधियां भी आयोजित की जा रही है। जिले के विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रो मे कार्यकर्ताओ एवं समूहो की महिलाओं द्वारा केन्द्रो और अपने घरोे मे पोषण अभियान संबंधी आकर्षक रंगोली तथा चित्रकारी बनाई जा रही है।
कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री ए.पी. किस्पोट्टा ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत गंभीर कुपोषित बच्चों का अलग से चिन्हांकन करके उन्हें पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर बच्चों के माता-पिता को पौष्टिक भोजन के संबंध में जानकारी भी दे रहे हैं। श्री किस्पोट्टा ने बताया कि गांव में सुपोषण चैपाल का भी आयोजन किया जा रहा है जिसमें सुपोषण से संबंधित सभी जानकारी अभिभावकों को दिया जा रहा है। सुपोषण चैपाल में विभिन्न पौष्टिक आहारों का महत्व के साथ-साथ उसके सेवन करने के तरीके को भी बताया जा रहा है। - मुख्यमंत्री श्री बघेल की अध्यक्षता मे ग्रामीण रोजगार गारंटी परिषद की बैठक सम्पन्न
शहरी मनरेगा, खेती को मनरेगा से जोड़ने के साथ मजदूरी दर बढ़ाने पर भी हुई चर्चा
कोरबा : छत्तीसगढ़ मे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत गांव मे 150 के स्थान पर 200 दिन का रोजगार उपलब्ध कराने के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजने की मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता मे आज वीडियो कांफे्रंसिंग के माध्यम से छत्तीसगढ़ ग्रामीण रोजगार गारंटी परिषद की महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक मे मुख्यमंत्री ने राज्य मे ग्रामीण क्षेत्रो के साथ-साथ शहरी इलाको मे भी मनरेगा का विस्तार करने, 150 की जगह 200 दिनो का रोजगार उपलब्ध कराने, मनरेगा मजदूरी बढ़ाने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र को भी इस महत्वकांक्षी योजना से जोड़ने के लिए विस्तृत कार्ययोजना सहित प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजने की सहमति दी।उन्होने इसके लिए कृषि, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के साथ-साथ वन विभाग को भी कार्ययोजना तैयार करने का जिम्मा सौंपा। इस महत्वपूर्ण बैठक मे श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य मे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत किए गए कार्यो की प्रगति की समीक्षा की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई।
मुख्यमंत्री निवास पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव उपस्थित थे। कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चैबे, वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया, गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए। बैठक में मुख्य सचिव श्री आर.पी. मण्डल, अपर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन और श्री सुब्रत साहू, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री गौरव द्विवेदी, खाद्य विभाग के सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह, आदिमजाति कल्याण विभाग के सचिव श्री डी. डी. सिंह, मनरेगा आयुक्त श्री मोहम्मद अब्दुल कैसर हक शामिल हुए। विभिन्न जिलों से छत्तीसगढ़ ग्रामीण रोजगार गारंटी परिषद के सदस्य और अधिकारी इस बैठक में वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े।
गौठानों में वर्मी टांकों और धान खरीदी केन्द्रांे में चबूतरों-शेड निर्माण को प्राथमिकता से मिलेगी स्वीकृति
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गौठानों में गोबर से वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के लिए मनरेगा से वर्मी टांका निर्माण के कार्यो को प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृति प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि गौठान समितियों से वर्मी टांका निर्माण के लिए जितनी मांग आती है, उन्हें तत्काल स्वीकृति प्रदान की जाए।
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि सभी धान खरीदी केन्द्रों में चबूतरों के निर्माण और चबूतरों पर शेड निर्माण के कार्यो को भी प्राथमिकता देते हुए शीघ्रता से पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य के हर धान संग्रहण केन्द्र में एक शेड का निर्माण अवश्य हो। बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में 4649 चबूतरों के निर्माण के लिए स्वीकृति दी गई है। जिनमें से 4630 चबूतरों का निर्माण हो चुका है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस वर्ष मनरेगा से राज्य में 5500 गौठानों के निर्माण की स्वीकृति देने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि राज्य में वर्तमान में लगभग 4500 गौठानों का निर्माण पूरा कर लिया गया है। ऐसे गौठानों में जहां स्व-सहायता समूह आर्थिक गतिविधियों में सक्रिय हैं, वहां आजीविका केन्द्र के निर्माण की स्वीकृति प्राथमिकता के आधार पर देने के निर्देश दिए।
कुंआ, नर्सरी, डबरी बनाने से ग्रामीणों को हुए लाभ का होगा सर्वे- मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि मनरेगा के तहत नर्सरी, कुंआ और डबरी निर्माण तथा नहर लाईनिंग के कराये गए कार्यो से लोगों को मिलने वाले लाभ के बारे में सर्वे कराया जाना चाहिए। इसी तरह जिले की उपयोगी डायवर्सन सिंचाई योजनाओं की नहर लाईनिंग का कार्य पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कराया जाए, जिससे क्षेत्र के किसानों को सिंचाई सुविधाओं का भरपूर लाभ मिल सके।श्री बघेल ने यह भी कहा कि जिन क्षेत्रों में पानी में हैवीमेटल्स, आरसेनिक, फ्लोराइड, आयरन की शिकायत है, वहां गांव वालों को सतही जल का उपयोग पेयजल के लिए करने हेतु जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि खेतों में डबरी और कूपों का निर्माण कराया जाना चाहिए, जिससे पानी की रिचार्जिंग हो सके और जरूरत के समय फसलों की सिंचाई में इसका उपयोग किया जा सके।मुख्यमंत्री ने वन अधिकार पट्टे प्राप्त हितग्राहियों को जमीन पर फलदार वृक्ष लगाने, बड़े वृक्षांे के बीच हल्दी, अदरक, तीखूर जैसी फसलों के लिए प्रोत्साहित किया जाए। मनरेगा से भूमि विकास और जमीन को घेरने के कार्य कराए जाएं। कृषि विभाग के माध्यम से हितग्राहियों की जमीन पर ट्यूबवेल खनन कराकर क्रेडा के माध्यम से सोलर पंप स्थापित किए जाएं, जिससे फसलों के लिए सिंचाई की सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए वन विभाग को नोडल एजेंसी बनाया जाए।
छत्तीसगढ़ में इस वर्ष मनरेगा में 15 करोड़ मानव दिवस रोजगार सृजन का लक्ष्य- बैठक में जानकारी दी गई कि 100 दिन का रोजगार देने में छत्तीसगढ़ का देश में तीसरा स्थान है। केन्द्र सरकार ने छत्तीसगढ़ सरकार के प्रस्ताव पर 15 करोड़ मानव दिवस रोजगार सृजन के लक्ष्य को मंजूरी दी है। प्रदेश में इस वर्ष अब तक 84 हजार 455 परिवारों को 100 दिनों का रोजगार दिया गया। मनरेगा में इस वर्ष रिकार्ड 26 लाख 5 हजार परिवारों को रोजगार दिया गया। प्रदेश में मनरेगा के तहत 39 लाख 79 हजार जॉब कार्ड धारी हैं। इस वर्ष छत्तीसगढ़ लौटे प्रवासी मजदूरों के क्वारेंटाइन के दौरान लगभग -
दोनो कोविड अस्पतालो मे इलाज के लिए एक हजार बेड की क्षमता विकसित
कोरबा : जिले के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल डिंगापुर और कोविड केयर सेंटर स्याहीमुड़ी मे भर्ती मरीजों को इलाज की बेहतर सुविधाएं लगातार मिल रहीं हैं। दोनो अस्पतालो मे कोरोना संक्रमित मरीजो की विशेष देखभाल के साथ इलाज भी किया जा रहा है। कोरबा का कोविड अस्पताल पूरे प्रदेश मंे स्थापित श्रेष्ठ कोविड अस्पतालों की सूची में शामिल है। यहां की आधारभूत सुविधाएं और इलाज की व्यवस्थाएं भी प्रदेश के अन्य जिलों से कहीं बेहतर है। डिंगापुर स्थित ईएसआईसी अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के रूप मे बनाया गया है।
142 बिस्तर की क्षमता वाले इस अस्पताल में अभी तक 599 कोरोना पाॅजिटिव मरीज इलाज के लिए भर्ती हो चुके हैं जिसमे से 521 मरीज पूरी तरह ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। नौ मरीजो की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रदेश के अन्य जिलो मे स्थित कोविड अस्पतालों मे रिफर किया जा चुका है। इसके साथ ही अभी तक मरीजों के इलाज में लगे डाॅक्टरांे और मेडिकल स्टाफ में से भी कोई भी संक्रमित नहीं हुआ है। समय पर भोजन, पानी, दवाईयां की सुविधा के साथ पर्याप्त निरीक्षण भी चिकित्सकों द्वारा लगातार किया जा रहा है। वर्तमान में अस्पताल में 66 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज जारी है। सक्रिय मरीजो मे 45 पुरूष मरीज तथा 21 महिला मरीज शामिल है।
सक्रिय मरीजों में कोरबा जिले के 60 मरीज, जांजगीर-चांपा जिले के चार और बिलासपुर जिले के एक और रायपुर जिले के एक मरीज शामिल हैं। इन मरीजो मे 11 मरीज कोरोना के अलावा अन्य बीमारियां जैसे हृदय रोग, डायबटिज तथा किडनी रोग से संबंधित अन्य बीमारियां से ग्रसित है। वर्तमान मे अस्पताल मे भर्ती सक्रिय मरीजो मे 35 मरीज लक्षण युक्त कोरोना वायरस से संक्रमित है। 77 मरीजो मे दो मरीजो को वेंटिलेटर पर रखा गया है तथा पांच मरीज को आॅक्सीजन सपोर्ट मे रखा गया है। अस्पताल में एक साल के छोटे बालक से लेकर 65 साल के बुजुर्ग तक का इलाज किया जा रहा है। अस्पताल की बेहतर व्यवस्थाओं और इलाज की सुविधा के कारण अभी तक केवल तीन कोरोना संक्रमित मरीजो की मौत हुई है।
अस्पताल प्रबंधन के लिए प्रभारी डाॅ. धु्रव और अस्पताल कंसल्टेंट डाॅ. देवेन्द्र गुर्जर तथा उनकी टीम लगातार इलाज के लिए जरूरी सुविधाओं और दवाईयों आदि के इंतजाम में लगी है। इस अस्पताल में कोरोना से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अलग-अलग कमरों वाले वार्डों के साथ-साथ गंभीर मरीजों के लिए आॅक्सीजन एवं वेंटिलेटर की सुविधायुक्त वार्डों की व्यवस्था भी है। इस अस्पताल मंे सभी जरूरी दवाईयां, पीपीई किट, मास्क, सेनेटाइजर आदि की पर्याप्त संख्या में पहले से ही व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। दवाओं के वितरण के लिए एक फार्मसिस्ट भी यहां उपलब्ध है।इलाज के दौरान निकलने वाले संवेदनशील संक्रमित मेडिकल वेस्ट के उचित निपटान के लिए अलग-अलग डस्टबिन भी पूरी सावधानी के साथ रखे गये हैं। प्रतिदिन मेडिकल वेस्ट को अस्पताल से हटाने के लिए विशेष वाहन की भी व्यवस्था की गई है।
विशेष कोविड अस्पताल मे कोरोना संक्रमितों के ईलाज के लिए एमडी मेडिसीन डाॅ. प्रिंस जैन की अगुवाई में क्रमबद्ध तरीके से डाक्टरों और मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी कोविड अस्पताल में लगाई गई है। कोविड प्रोटोकाल के अनुसार ही ईलाज के दौरान इंफेक्शन से बचने और ईलाज के बाद डाक्टरों और मेडिकल स्टाफ के डोफिंग के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई है। कोविड प्रोटोकाल के अनुसार 14 दिन ड्यूटी करने वाले डाक्टरों और मेडिकल स्टाफ को अगले 14 दिनों तक क्वारेंटाइन में रहना होता है। इस दौरान इन सभी की कोरोना जांच भी की जाती है। पूरी सावधानी और सुविधाओं के कारण ही कोरबा के इस अस्पताल में मरीजों के ईलाज में लगे किसी भी डाक्टर, नर्स, लैब टेक्निशियन या अस्पताल के सफाई कर्मी तक में कोई संक्रमण नहीं हुआ है। कोविड अस्पताल में काम करने वाले किसी भी मेडिकल स्टाफ की आज तक कोरोना की कोई रिपोर्ट पाजिटिव नहीं आई है। सभी मेडिकल स्टाफ कोरोना नेगेटिव पाये गये हैं।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मरीजो के बेहतर ईलाज के लिए स्याहीमुड़ी के एजुकेशन हब में एक हजार बिस्तरों वाला आईसोलेशन सेंटर तैयार किया गया है। अभी तक इस आईसोलेशन सेंटर मे 850 बिस्तरो के सर्वसुविधायुक्त वार्ड तैयार किए जा चुके है। इस संेटर में ऐ-सिम्टोमेटिक कोरोना संक्रमितो को कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए ईलाज के लिए रखा जा रहा है। यहां संक्रमितो के ईलाज के लिए डाॅक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, बायोवेस्ट मैनेजमेंट के साथ-साथ सुरक्षा की भी पूरी व्यवस्था प्रदान की जा रही है।
कोविड केयर सेंटर स्याहीमुड़ी मे अभी तक 382 मरीज भर्ती हो चुके हैं जिसमे से 154 मरीज पूरी तरह ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। कोविड केयर सेंटर से अभी तक 14 गंभीर मरीजो को इलाज के लिए प्रदेश के अन्य जिलो के कोविड अस्पतालो मे रिफर किया जा चुका है। वर्तमान मे इस सेंटर मे 214 एक्टिव मरीजो का इलाज जारी है जिसमे से 150 पुरूष मरीज तथा 64 महिला मरीज शामिल हैं।
कोविड केयर सेंटर मे बेहतर इलाज के कारण अभी तक किसी भी कोरोना संक्रमित की मृत्यु नही हुई है। इन दोनो विशेष कोविड अस्पताल में ईलाज के दौरान कोरोना की रोकथाम और ईलाज के लिए शासन द्वारा जारी किये गये प्रोटोकाल का सख्ती से पालन किया जा रहा है। -
सिकलिंग से पीड़ित युवती की कोरोना ने ली जान, कल आएगा शव, माँ पहले ही कोविड केयर सेंटर में भर्ती
कोरबा : कोरबा को आज शाम दो बुरी खबर मिली है। आज शाम बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में एक व्यक्ति की मौत की खबर के बाद रायपुर से भी बरपाली क्षेत्र की 24 वर्षीय युवती की मौत की सूचना मिल रही है। म्रतिका की माँ भी कोरोना संक्रमित होने के कारण स्याहमुड़ी के कोविड केयर केंद्र में भर्ती है।
स्वयं म्रतिका के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार 24 वर्षीय युवती को आज से लगभग 27 दिन पहले तबियत ख़राब होने पर बरपाली से कोरबा लाकर इलाज ke लिए ट्रामा सेंटर अस्पताल में भर्ती किया गया था। तबियत बिगड़ने पर डाक्टरों ने युवती को इलाज के लिए रायपुर रिफ़र किया था, जहां पहले उसे SCH अस्पताल और उसके बाद एमएमआई अस्पताल में भर्ती कर विशेषज्ञ डाक्टरों की देखभाल में इलाज किया जा रहा था। युवती पहले से ही सिकलिंग और खून की कमी से पीड़ित थी और ज़्यादा बीमार होने पर उसके दूसरे शारीरिक अंगो में भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा था। इलाज के दौरान ही युवती ने आज अस्पताल में दम तोड़ दिया। शव की कोरोना जाँच पर रिपोर्ट पाजीटिव मिली ।
म्रतिका युवती की माँ पहले ही कोरोना संक्रमित होने के कारण कोरबा के स्याहमुड़ी कोविड केयर सेंटर में इलाज करा रही है।जिला प्रशासन की निगरानी मे कल युवती का पार्थिव शरीर पुरे कोविड प्रोटोकोल के पालन और सुरक्षा में कोरबा लाया जाएगा और परिजनों की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
कोरबा जिले में इसे मिलाकर अब तक दस संक्रमितो की असमय मौत कोरोना से हो चुकी है। जिसमें चार महिलाएँ और छः पुरुष मरीज़ है। - कोरबा : कोरबा जिले में बुधवार को कोरोना के नए 52 संक्रमित मरीज दर्ज हुए हैं। आरटीपीसीआर ट्रूनॉट एवं रैपिड एंटीजन जांच में ये सभी संक्रमित पाए गए हैं।
कोरबा तहसीलदार का चपरासी सहित 52 संक्रमितों में ग्राम तरदा से 2, ग्राम कनकी से 2, ऊर्जानगर दीपका से एक ही परिवार के 2 बच्चियों सहित उनकी मां, पाली के वार्ड क्र. 3 से एक पुरूष सहित 3 लोग, बांगो बटालियन का एक जवान, ग्राम पाथा से 1, नगर पंचायत पाली का एक कर्मचारी, बालकोनगर आवासीय कालोनी से 3, आरएसएस नगर से 2, आरपी नगर से 1, रूमगरा बालको से 1, बिलासपुर से आया हुआ 6 वर्ष का बालक, ग्राम बिरतरई से एक ही परिवार के 2 सदस्य, इंदिरा चौक वार्ड 17 व मानसनगर से 1-1, रिस्दी चौक रिंग रोड से 1, कोसाबाड़ी से 1, एसईसीएल कोरबा कालोनी से 1, न्यू कांशीनगर वार्ड 20 से 1, वार्ड क्र. 2 कटघोरा से 1, साईं कृष्णा डीडीएम रोड से एक महिला, सीएसईबी कालोनी कोरबा में एक ही परिवार से 2, रेलवे स्टेशन कोरबा के सामने निवासरत 1 पुरूष, बुधवारी बस्ती से 13 वर्षीय बालक सहित 2, वार्ड 6 जैन गली कटघोरा से 1 महिला, ग्राम रंजना से एक ही परिवार के 70 वर्षीय महिला सहित 5 सदस्य, रानी रोड कोरबा से 27 वर्षीय एक युवक, ग्राम चैतमा-पाली से एक युवक, कटघोरा सांस्कृतिक भवन से 1 व सामुदायिक भवन के पते पर दर्ज 5 पुरूष पॉजीटिव आए हैं। इस तरह बुधवार को कोरबा जिले से 13 महिलाएं व 39 पुरूषों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। इन सभी की ट्रैव्हल हिस्ट्री पता करने के साथ ही कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी हो रही है।