-
कोरबा से कोल इंडिया के अधिकारी ने काल किया भिलाई में रह रहे माता-पिता को लेकर काफी चिंतित हूँ, शाम को फोन कर कहा कि मैंने सोचा नहीं था, इतनी जल्दी मदद मिलेगी, जिला प्रशासन को धन्यवाद देने फोन किया है
सुबह दस बजे फोन किया और होम आइसोलेशन मानिटरिंग की पूरी टीम ने दो घंटे के भीतर दूर कर दी उनकी पूरी चिंता
कोरबा : सुबह-सुबह कोरबा में कोल इंडिया में कार्यरत अधिकारी श्री संतोष कुमार के मोबाइल पर भाई का मैसेज आया। भाई मम्मी-पापा को भी कोरोना के लक्षण नजर आने लगे हैं मैं काफी घबरा गया हूँ। कोरोना पाजिटिव होने की वजह से घर से निकल नहीं पा रहा। संतोष दुर्ग आने के लिए घर से निकले, इस बीच लगा कि आते-आते पांच छह घंटे बीत जाएंगे। दुर्ग जिला प्रशासन से कुछ मदद मिले, इस उम्मीद से उन्होंने जिला प्रशासन दुर्ग की हेल्पलाइन नंबर को सर्च किया। इसमें डिप्टी कलेक्टर सुश्री दिव्या वैष्णव का नंबर मिला।
वे अवकाश में थीं लेकिन उन्होंने कहा कि आप कोरबा में रहिये, मम्मी पापा की चिंता हम पर छोड़ दीजिए। उन्होंने इसके लिए बने होम आइसोलेशन ग्रूप में श्री संतोष का मैसेज और उनकी चिंताएं जाहिर कर दीं। होम आइसोलेशन की मेडिकल काउंसिलंग टीम ने घर पर तुरंत फोन किया। पता चला कि माता-पिता को कार्डिएक ईशू भी हैं। होम आइसोलेशन कंट्रोल टीम से मिनटों में ट्रैसिंग टीम को मेडिसीन के साथ और चिकित्सक के साथ रवाना किया गया। बारह बजे तक एंटीजन टेस्ट हो गया था। पाजिटिव पाये जाने पर उनकी कार्डिएक स्थिति को देखते हुए दवा दी गई।
धीरे-धीरे मम्मी-पापा को आराम आने लगा। शाम पांच बजे भावुक संतोष ने फोन किया। उन्होंने कहा कि मैं बहुत खुश हूँ। आप लोगों ने इतने जल्दी से कार्रवाई की, मुझे यकीन नहीं था कि मेरे नहीं होने पर भी आप लोगों ने इतने जतन से और बुजुर्ग लोगों की तबियत की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई की। इससे सिस्टम पर मेरा भरोसा मजबूत हुआ है। केवल एक काल पर इतनी जल्दी कार्रवाई की बात सोचना बहुत कठिन है लेकिन यहां ऐसा हो गया है।
इतने कठिन समय में जब इतने सारे लोग इस आपदा से ग्रस्त हैं प्रशासन के लिए काम बहुत ही कठिन होगा, इसके बावजूद एक काल पर इतने जल्दी संवेदनशीलता से कार्य करना सिस्टम के प्रति बहुत उम्मीद जताता है। उल्लेखनीय है कि होम आइसोलेशन कंट्रोल सेंटर में हर मरीज की जरूरत के मुताबिक मेडिकल टीम निर्णय लेती है। आवश्यकता पड़ने पर रिफर संबंधी कार्रवाई भी की जाती है।
इसके साथ ही मरीजों को भी कहा जाता है कि किसी भी वक्त तबियत बिगड़ने पर काल कर सूचित करें। सहायता उपलब्ध की जाएगी। हर मरीज की जरूरत के मुताबिक दवा देने एवं इस संबंध में विशेषज्ञों द्वारा लिये जाने वाले त्वरित निर्णय से दुर्ग जिले में होम आइसोलेशन का माॅडल सफल हो रहा है। - मेडिकल टीम ने कोरोना संक्रमित महिला का कराया सुरक्षित प्रसव, महिला ने स्वस्थ बालक को जन्म दिया
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने मेडिकल स्टाफ की तारीफ कर बढ़ाया हौसला
कोरबा : एक अक्टूबर सुबह की पहली किरण जिले में लाॅकडाउन खुलने के साथ ही रजगामार निवासी 24 वर्षीय कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला की जिंदगी में नई खुशियां लेकर आई।जिले के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में महिला ने स्वस्थ बालक को जन्म दिया है। कोरोना महामारी के दौर में जिले के ईएसआईसी कोविड अस्पताल में मेडिकल टीम ने बडी उपलब्धि हासिल की है। कोविड अस्पताल के डाक्टरों ने कोरोना संक्रमित महिला का सुरक्षित प्रसव कराया है। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। कोरोना संक्रमित महिला ने प्रसव के दौरान लड़का को जन्म दिया जोकि पूर्ण रूप से स्वस्थ्य है।
मेडिकल टीम द्वारा नवजात शिशु की देखभाल की जा रही है तथा महिला का कोरोना ईलाज जारी है। इएसआईसी कोविड अस्पताल कोरबा में किसी कोरोना संक्रमित महिला का प्रसव का पहला मामला है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने शिशुवती माता को बधाई दी और कोविड अस्पताल के पूरे मेडिकल स्टाफ की तारीफ कर होैसला बढ़ाया है।
कलेक्टर ने कहा कि गर्भवती महिला के कोविड-19 संक्रमित होने के कारण सुरक्षित प्रसव कराना चुनौतीपूर्ण कार्य था जिसे डाक्टरों की टीम ने अच्छे ढंग से पूर्ण किया। कलेक्टर ने कहा कि जिले में बनाए गये कोविड अस्पताल में ईलाज कराने वाले मरीज लगातार ठीक हो रहे हैं। कोविड अस्पताल में कुशल डाक्टरों और नर्सों की मेडिकल टीम की ड्यूटी लगाई गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बी.बी.बोर्डे ने बताया कि 24 वर्षीय रजगामार निवासी गर्भवती महिला ऐ- सिम्प्टोमेटिक कोरोना पाजिटिव है। महिला का ईलाज होम आइसोलेशन में रखकर किया जा रहा था। प्रसव पीड़ा शुरू होने पर एक अक्टूबर को ईएसआईसी कोरबा में भर्ती कराया गया। आज एक अक्टूबर को सुबह सात बजकर 38 मिनट पर उनका सफलतापूर्वक प्रसव कराया जिसके बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। नर्सों द्वारा जच्चा-बच्चा की लगातार देखभाल की जा रही है। - 45 हजार 528 कुल सैम्पल में से 41 हजार 453 नेगेटिव, केवल तीन हजार 367 ही पाॅजिटिव आयेहर दिन का लक्ष्य 795, पर लगभग एक हजार लोगों की हो रही कोरोना जांच
कोरबा : कोरबा जिले मंे कोरोना की जांच के लिये भेजे गये सैम्पलों में से 91 प्रतिशत सैम्पलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। कोरबा जिले से अब तक 45 हजार 528 सैम्पल कोरोना जांच के लिये रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़ की जांच प्रयोगशालाओं में भेजे गये हैं। जिनमें से 41 हजार 453 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।अभी तक केवल तीन हजार 367 सैम्पल ही कोरोना पाॅजिटिव निकले हैं। आज की स्थिति में जिले से भेजे गये 400 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है जबकि विभिन्न तकनीकी कारणों से 308 सैम्पल रिजेक्ट भी हुये हैं। कोरबा जिले में राज्य शासन द्वारा कोरोना संक्रमितों की जांच के लिये 795 सैम्पल प्रतिदिन भेजे जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है,जिसके ऐवज में जिले में प्रतिदिन लगभग एक हजार सैम्पल लेकर जांच की जा रही है या जांच के लिये प्रयोगशाला में भेजे जा रहे हैं।स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले मंे कोरोना की जांच आरटीपीसीआर, रैपिड एंटीजन टेस्ट और ट्रु-नाॅट तीन पद्धतियों से की जा रही है।अभी तक आरटीपीसीआर पद्धति से जांच के लिये जिले से कुल 26 हजार 086 सैम्पल प्रयोगशालाओं में भेजे जा चुके हैं जिनमें से 24 हजार 195 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। केवल एक हजार 335 सैम्पल कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। आरटीपीसीआर टेस्ट के लिये भेजे गये सैम्पलों में से अभी 280 की रिपोर्ट आनी बाकी है और अभी तक 276 सैम्पल विभिन्न तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुये हैं।जिले से अब तक 17 हजार 315 सैम्पलों की जांच रैपिड एंटीजन विधि से की जा चुकी है। 15 हजार 393 की जांच नेगेटिव और एक हजार 920 सैम्पलों की जांच पाॅजिटिव आई है। ट्रु-नाॅट पद्धति से जिला अस्पताल में अभी तक दो हजार 127 सैम्पल जांचे गये हैं। इनमें से एक हजार 865 कोरोना नेगेटिव और केवल 112 कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं। ट्रु-नाॅट पद्धति से जांच के लिये भेजे गये 120 सैम्पलों की रिपोर्ट प्रतिक्षारत है। 30 सैम्पल ट्रु-नाॅट जांच के लिये तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुये हैं।स्वास्थ्य विभाग ने आज यहां बताया कि सबसे अधिक कोरबा विकासखण्ड में 19 हजार 428 सैम्पलों की जांच की गयी है जिनमें से 17 हजार 065 नेगेटिव, दो हजार 109 पाॅजिटिव मिले हैं। कोरबा विकासखण्ड से जांच के लिये भेजे गये 167 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है जबकि 87 सैम्पल तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुये हैं। इसी प्रकार कटघोरा विकासखण्ड से अभी तक 9 हजार 526 सैम्पल भेजे जा चुके हैं।कटघोरा विकासखण्ड के आठ हजार 800 सैम्पल नेगेटिव, 568 सैम्पल पाॅजिटिव आये हैं। 43 सैम्पलों की रिपोर्ट प्रतिक्षारत है और 115 सैम्पल तकनीकी कारण से रिजेक्ट हुये हैं। पाली विकासखण्ड से कोरोना जांच के लिये भेजे गये छह हजार 375 सैम्पलों में से 263 पाॅजिटिव, छह हजार 006 नेगेटिव आये हैं। 75 की रिपोर्ट आना बाकी हैऔर तकनीकी कारणों से 31 सैम्पल रिजेक्ट हुये हैं। करतला विकासखण्ड से अभी तक कोरोना की जांच के लिये पांच हजार 386 सैम्पल भेजे जा चुके हैं। करतला विकासखण्ड के भेजे गये सैम्पलों में से जांच के बाद चार हजार 965 की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है। केवल 286 सैम्पल पाॅजिटिव मिले हैं। तकनीकी कारणों से 20 सैम्पल रिजेक्ट हुये हैंजबकि 115 सैम्पलों की रिपोर्ट आना बाकी है। पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड से अभी तक चार हजार 813 सैम्पल जांच के लिये भेजे गये हैं, सभी की रिपोर्ट मिल चुकी है। पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड से भेजे गये सैम्पलों में से चार हजार 617 की रिपोर्ट नेगेटिव और 141 की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। विकासखण्ड से भेजे गये 55 सैम्पल तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुये हैं। - कलेक्टर श्रीमती कौशल ने जारी किये निर्देश, रात आठ बजे तक खुली रहेंगी सभी दुकानेंमास्क नहीं लगाने, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने, सोशल डिस्टेेंसिंग का पालन नहीं करने पर लगेगा जुर्माना
कोरबा : कोरबा के पांच नगरीय निकाय क्षेत्रों और 33 चिन्हांकित ग्राम पंचायत क्षेत्रों में पिछले एक हफ्ते से जारी लाॅकडाउन कल एक अक्टूबर सुबह से खत्म हो जायेगा। परंतु आमजनों को घरों से बाहर निकलने पर कोविड प्रोटोकाॅल का सख्ती से पालन करना होगा। लाॅकडाउन खत्म होते ही एक अक्टूबर सुबह से ही जिले में व्यावसायिक गतिविधियों पर लगी रोक खत्म हो जायेगीऔर दुकानें तथा व्यावसायिक संस्थान रात्रि आठ बजे तक खुलें रहेंगे। पेट्रोल पंप तथा मेडिकल की दुकानें अपने निर्धारित समय तक खुलेंगी। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज इस आशय के आदेश कलेक्टोरेट से जारी कर दिये हैं।शासकीय कार्यालय निर्धारित समयावधि में होंगे संचालित- जिले में लाॅकडाउन खत्म होने के बाद सभी शासकीय कार्यालय निर्धारित समयावधि में संचालित होंगे। व्यावसायिक गतिविधियों के संचालन पर कोई प्रतिबन्ध नहीं होगा किन्तु कोई भी दुकान या व्यावसायिक संस्थान रात 8 बजे के बाद संचालित नहीं होंगे।रेस्टोरेंट, होटल संचालन एवं टेक-अवे और होम डिलिवरी की अनुमति रात 10 बजे तक ही होगी। कार्यालय प्रमुख अपने कार्यालय परिसर में सोशल डिस्टेसिंग, मास्क का उपयोग एवं समय-समय पर हाथ धोने, सेनिटाईज करने हेतु आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। यदि किसी कार्यालय में इस निर्देश की अवहेलना पाई जाती हैतो संबंधित कार्यालय प्रमुख को इसके लिए उत्तरदायी माना जाएगा। कार्यालयांे के निरीक्षण के लिये फ्लाइंग स्क्वाड तथा संबंधित इंसिडेंट कमांडर या उनके द्वारा अधिकृत अधिकारी नियुक्त किये गये हैं जो निर्देशों की अवहेलना पर अर्थदण्ड अधिरोपित कर सकेंगे। अर्थदण्ड की कटौती वेतन से भी की जा सकेगी।निर्देशों का पालन नही करने वाले होंगे दंडित- लाॅकडाउन खत्म होने के बाद भी जिले वासियों को कोविड प्रोटोकाॅल का पूरी तरह पालन करना होगा। प्रोटोकाॅल के उल्लंघन पर सख्त दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोविड-19 के संक्रमण के रोकथाम के लिये जारी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किए जाने की दशा में महामारी रोग अधिनियम, 1897 के तहत जुर्माना लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।सार्वजनिक स्थलों में मास्क या फेस कवर नहीं पहनने पर एक सौ रुपये, होम क्वारेंटाइन के दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने पर एक हजार रुपये, सार्वजनिक स्थलों पर थूकते हुये पाये जाने पर एक सौ रुपये, दुकानों या व्यावसायिक संस्थानों के मालिकों द्वारा सोशल और फिजिकल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर दो सौ रुपये जुर्माना किया जाएगा।किसी व्यक्ति द्वारा जुर्माना देने से इंकार करने पर संबंधित के विरूद्ध एपिडेमिक डिसीजेज एक्ट, 1897 यथासंशोधित 2020 सहपठित छत्तीसगढ़ एपिडेमिक डिसीजेज कोविड-19 रेगुलेशन 2020 के रेगुलेशन 14 एवं भारतीय दण्ड सहिता, 1860 की धारा 188 के अधीन संबंधित पुलिस थाना में एफ.आई.आर. दर्ज कराई जाएगी।यदि किसी दुकान या व्यावसायिक संस्थान में दूसरी बार उल्लंघन पाया जाता है तो उक्त दुकान या व्यावसायिक संस्थान को आगामी सात दिन के लिए सील किया जायेगा।जुर्माने के लिये अधिकृत किये गये अधिकारी- कोविड प्रोटोकाॅल का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगाने के लिये कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सभी इंसीडेंट कमांडर, नायब तहसीलदार एवं उससे उच्च पद के राजस्व अधिकारियों, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, जोन कमीश्नर, नामित सहायक राजस्व निरीक्षकों और पुलिस के उपनिरीक्षक तथा उससे उच्च पदधारित अधिकारियों को अधिकृत किया है। - कोरबा : कोरबा जिले में बुधवार को 155 नए कोरोना मरीजों की पहचान की गई है। देर शाम तक जारी मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक आज मिले संक्रमितों मरीजों में निजी चिकित्सक सहित एक, दो व तीन वर्ष के बच्चे भी शामिल हैं। आज कृष्णाविहार एनटीपीसी से 4, यमुना विहार, नर्मदा विहार, पाली, मेन रोड कोरबा, दादरखुर्द, सीएसईबी कालोनी, बुधवारी बाजार, एसबीएस कालोनी, पंपहाउस, बरमपुर सर्वमंगला, बालकोनगरपोड़ीबहार, दुरपा सर्वमंगला नगर, खरमोरा, पोड़ीबहार, पोड़ीउपरोड़ा, सीएसईबी कालोनी कोरबा ईस्ट, ग्राम उमरेली, परसाभाठा बालको, जमनीपाली जैलगांव, बलगी कालोनी जमनीपाली, हाउसिंग बोर्ड कालोनी रामपुर, सीएसईबी वेस्ट, ऊर्जा नगर दीपका, ग्राम बतारी कटघोरा, ग्राम तिवरता पाली, जनपद पाली, पाली थाना, ग्राम परसदा पाली, एमपी नगर, सुभाष ब्लॉक, एसईसीएल हॉस्पिटल, नेहरू नगर कुसमुण्डा,एनटीपीसी कालोनी, कोरबा पीएचसी के पीछे, एनटीपीसी टाउनशिप, ढोढ़ीपारा, बजरंग गली कोरबा, इंदिरा नगर कोरबा, पुलिस लाइन कोरबा, वीएसपी रोड कोरबा, डी-वन बंगला कोरबा, आजाद चौक, सक्ती नगर, बांकीमोंगरा, प्रगति नगर, ऊर्जा नगर, अमरैयापारा, आरएसएस नगर, डिंगापुर बस्ती, कांशीनगर, आदर्श नगर कुसमुण्डा, ग्राम संडैल करतला,ग्राम गनियारी करतला, पुराना बस स्टैंड, ग्राम पहंदा, बेलगिरी बालको, ग्राम रामपुर करतला, कोसाबाड़ी, ढेलवाडीह, 15-ब्लॉक झरनापारा, तुलसीनगर, टीपी नगर, पंप हाउस, रानी रोड पुरानी बस्ती, शिवाजी नगर, विकास नगर कुसमुण्डा,एसईसीएल मेन हॉस्पिटल एवं जिला अस्पताल से 5 संक्रमितों की पहचान हुई है। इन संक्रमितों को उनमें कोरोना लक्षण के आधार पर होम आइसोलेशन पर रखने अथवा कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी जारी है।
- जिले के कोविड अस्पतालों में 190 लोगों एवं होम आईसोलेशन में 754 लोगों का चल रहा इलाज
कोरोना के अब तक कुल 3181 पाॅजिटिव केस, 1304 सक्रिय मरीज तथा 25 लोगों की हो चुकी है मृत्यु
कोरबा : कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन में जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों का उचित इलाज तथा देखरेख हो रहा है। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिये जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये सभी उचित कदम उठाये जा रहे हैं, साथ ही संक्रमितों के इलाज के लिये बेहतर सुविधायें भी उपलब्ध करायी जा रही है। लक्षण तथा बिना लक्षण वाले मरीजों को घर पर ही रखकर होम आईसोलेशन की सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
कम लक्षण वाले मरीजांे को होम आईसोलेशन में रखकर कोरोना का इलाज किया जा रहा है। मरीज तथा उनके परिवार के लिये कोरोना से बचाव तथा इलाज वाली दवाईयों का किट बनाकर दिया जा रहा है। काॅल सेंटर के माध्यम से 24 घंटे होम आईसोलेटेड मरीजों की स्वास्थ्य की निगरानी भी रखी जा रही है। होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों की गंभीरता को देखते हुये उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती भी कराया जा रहा है।
जिले में कोरोना मरीजो के इलाज के लिये कोविड अस्पतालों में कुल 1362 बिस्तरों की क्षमता विकसित की जा चुकी है। जिनमें से वर्तमान में 1172 बिस्तर रिक्त है और 190 मरीजों का इलाज जारी है। जिले के चार कोविड अस्पतालों में अब तक 1702 कोरोना मरीजों की भर्ती की जा चुकी है। चार कोविड अस्पतालों से अब तक 1443 मरीज डिस्चार्ज किये गये हैं। ईएसआईसी कोविड अस्पताल में इलाज के लिये 142 बेड स्वीकृत हैं, जिनमें अब तक 766 मरीज भर्ती किये जा चुके हैं तथा 667 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किये जा चुके हैं।
वर्तमान में ईएसआईसी में 77 मरीजों का इलाज जारी है तथा 65 बेड रिक्त है। सीपेट कोविड केयर सेंटर में 900 बेड स्वीकृत हैं, जिनमें अब तक 635 मरीज भर्ती किये जा चुके हैं तथा 546 मरीज डिस्चार्ज किये जा चुके हैं। सीपेट में वर्तमान में 839 बेड रिक्त है तथा 61 मरीजों का इलाज चल रहा है। कृष्णा हाॅस्पिटल में 50 बेड स्वीकृत है, अब तक 16 मरीज भर्ती किये जा चुके हैं। तीन मरीज डिस्चार्ज किये जा चुके हैं तथा 12 मरीजों का इलाज जारी है। जैनम एनजीओ(महाराजा हाॅटल) में 50 बेड स्वीकृत है जिनमें अब तक 25 मरीज भर्ती किये जा चुके हैं तथा नौ मरीज डिस्चार्ज किये जा चुके हैं। वर्तमान में 16 मरीजों का इलाज चल रहा है।
कम लक्षण तथा बिना लक्षण वाले मरीजों का इलाज होम आईसोलेशन में रखकर किया जा रहा है। अब तक जिले में कुल 1176 लोगों को होम आईसोलेट किया गया है। अब तक 413 होम आईसोलेट मरीज स्वस्थ होकर होम आईसोलेशन से मुक्त किये जा चुके हैं। वर्तमान में कुल 754 मरीजों का इलाज होम आईसोलेशन में रखकर किया जा रहा है। जिले के अब तक कुल 3181 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है जिनमें से 1856 मरीज ठीक हो चुके हैं तथा 1304 मरीजों का इलाज जिले के तथा राज्य के अन्य कोविड अस्पतालों में जारी है।
जिले के कुल 25 लोगों की मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण हो चुकी है। अब तक कोरबा शहरी में 1703, कोरबा ग्रामीण में 263, पाली तहसील में 239, तहसील कटघोरा में 556, तहसील करतला में 279 एवं तहसील पोड़ी-उपरोड़ा में कुल 141 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। सक्रिय कोरोना संक्रमितों में तहसील कोरबा शहरी के 749, कोरबा ग्रामीण के 78, पाली के 115, कटघोरा के 227, करतला के 113 एवं तहसील पोड़ी-उपरोड़ा के 22 मरीज शामिल हैं। अब तक तहसील कोरबा शहरी के 946, कोरबा ग्रामीण के 182, पाली के 122, कटघोरा के 321, कीतलर के 166 तथा पोड़ी-उपरोड़ा के 119 मरीज डिस्चार्ज किये जा चुके हैं। जिले में अब तक 44 हजार 563 कोरोना जांच सैम्पल लिये जा चुके हैं। आरटीपीसीआर 25 हजार 955, एंटीजन सैम्पल 16 हजार 528 तथा ट्रु-नाॅट के माध्यम से दो हजार 80 टेस्ट सैम्पल लिये जा चुके हैं। - ग्राम पंचायत पहंदा, खोद्दल, सिटी कोतवाली कालोनी, सिंचाई कॉलोनी, डीडीएम रोड का इलाक़ा नए संक्रमण स्पाट
कोरबा : कोरबा जिले में सोमवार को कोविड-19 कोरोना के कुल 160 नए संक्रमित दर्ज हुए हैं। ग्राम पंचायत पहंदा में एक साथ 9 और ग्राम पंचायत खोडल में 5, उज्जवला होम बालको से 5, सिंचाई कॉलोनी कोरबा में एक ही परिवार से 5 सदस्यों के अलावा दूसरे परिवार के अन्य लोग भी संक्रमित हुए हैं। सिटी कोतवाली पुलिस कॉलोनी में भी संक्रमित दर्ज हुए हैं।
आज मिले संक्रमितों में भद्रापारा बाल्को, आईटीआई रामपुर, अग्रोहा मार्ग कोरबा, अंबेडकरनगर बाकी मोगरा, रविशंकर शुक्ल नगर, बालको आवासीय कॉलोनी, ग्राम दादर खुर्द कोरबा, विकासनगर, भैरोताल, न्यू शांति नगर बाल्को, ग्राम लखनपुर कटघोरा, नेहरू नगर बालको, चुनचुनी कॉलोनी कुसमुंडा, ओमपुर कॉलोनी रजगामार, ढोंढा तराई करतला, सतनाम नगर , कोहड़िया, नवागांव कटघोरा, ग्राम पौसरा बाकी मोगरा, हाउसिंग बोर्ड कोरबा, डीडीएम स्कूल रोड, प्रगति नगर, खरमोरा, जेपी कॉलोनी कोरबा, कुसमुंडा, भैंसमा चौक, ग्राम भैंसमा, पुलिस चौकी निहारिका, एचटीपीएस कॉलोनी, चिमनीभट्ठा, दर्री रोड, बुधवारी, सीएसईबी कॉलोनी, सिंचाई कॉलोनी पुल के नीचे दर्री, बलगी कॉलोनी, 15 ब्लाक टीपी नगर, मुड़ापार, पंप हाउस, कोरबा काशीनगर, रामपुर, एसबीएस कॉलोनी, गेवरा बस्ती वार्ड, एसईसीएल मुड़ापार, जीएम कार्यालय कोरबा, प्रगति नगर दीपका, नागिन झोरकी बस्ती, परम मित्र नगर ग्राम बतारी, हाउसिंग बोर्ड रामपुर, जिला चिकित्सालय कोरबा, ओबी मेस दीपका, ऊर्जा नगर, भद्रापारा अंबेडकर चौक बालको, करतला, ग्राम रामपुर, टीपी नगर एवं पाली के वार्ड 5 से संक्रमित मिले हैं। इन संक्रमितों को उनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण के अनुसार होम आइसोलेशन पर रखने अथवा कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी की जा रही है। - कलेक्टर ने जनमानस से की अपील, कोरोना नियंत्रण के लिये सहयोग की अपेक्षा
कोरबा : कोरोना संक्रमण के जांच की रिपोर्ट पाॅजिटिव मिलते ही यदि मरीज को तत्काल बेहतर इलाज की सुविधा चाहिये तो उन्हें जांच के दौरान अपना सही पता और मोबाईल नम्बर दर्ज कराना चाहिये। सही पता और मोबाइल नम्बर से कोरोना संक्रमित की पहचान करना स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के लिये आसान होता है और इससे संक्रमित मरीज के घर तत्काल पहंुच कर उसे जरूरी इलाज की सुविधा समय पर उपलब्ध करायी जा सकती है।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोरोना संक्रमण की जांच रिपोर्ट में कई मरीजों के पते सही या पूरे नहीं होने और मोबाइल नम्बर गलत होने से बनी विपरीत परिस्थितियों को स्वमेव ही संज्ञान में लिया है। कलेक्टर ने कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज, उनके परिजनों की सुरक्षा के साथ-साथ अन्य दूसरे लोगों को संक्रमण से बचाने के लिये प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों में सहयोग करने की अपील लोगों से की है।श्रीमती कौशल ने लोगों से यह भी अपील की है कि कोरोना जांच के लिये अपना सैम्पल देने के दौरान उपस्थित स्वास्थ्य कर्मी को स्वयं के बारें में पूरी जानकारी सही-सही दें। अपना नाम, पूरा पता, घर के आसपास का कोई पहचान चिन्ह या माइलस्टोन, खुद का सही मोबाइल नम्बर ही जांच रजिस्टर में दर्ज करायें ताकि पाॅजिटिव रिपोर्ट आने पर मरीज को इलाज के लिये समय पर सम्पर्क कर बेहतर सुविधा उपलब्ध करायी जा सके।
जिले में कोरोना जांच की पाॅजिटिव मिली रिपोर्टाें में से कुछ संक्रमितों के पते पूरे नहीं होने या सही नहीं होने के कारण उन तक स्वास्थ्य कर्मी को पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। साथ ही मरीजों के मोबाइल नम्बर गलत होने के कारण उनसे सम्पर्क नहीं हो पाता है। ऐसी परिस्थितियों में कोरोना संक्रमित मरीज को समय पर अनुशंसित इलाज नहीं मिल पाता है जो स्वयं उसकी जान के लिये खतरनाक है।
इसके साथ ही गलत या अधूरे पते या गलत मोबाइल नम्बर के कारण संक्रमित से सम्पर्क नहीं होने से उसे कोविड अस्पताल तक लाने में भी असुविधा और देरी होती है जिससे मरीज के खुद के परिजन, बच्चों और आसपास के लोगों के भी संक्रमित होने का डर भी बना रहता है।
देर से इलाज मिलने पर मरीज खुद भी गंभीर अवस्था में पहुंच सकता है और बीमारी के कारण उसकी जान भी जा सकती है। स्वयं को जल्द से जल्द बेहतर इलाज से कोरोना से मुक्त करने, अपने और अपने आसपास के लोगों को संक्रमित होने से बचाने के लिये जांच कराने के समय लोगों को अपने सही और पूरे पते तथा सही मोबाइल नम्बर स्वास्थ्य कर्मियों को नोट कराना चाहिये ताकि उन्हें पाॅजिटिव रिपोर्ट मिलने पर समय रहते इलाज की बेहतर सुविधा मिल सके और अन्य लोगों को भी संक्रमित होने से बचाया जा सके। - कोरबा : जिले के दो और कोरोना संक्रमितो का इलाज के दौरान कल देर रात आकस्मिक निधन हो गया। सिकिल सेल एनिमिया से पीड़ित एक कोरोना संक्रमित ने इलाज के दौरान ई॰एस॰आई॰सी॰ कोविड अस्पताल में अंतिम साँस ली जबकि दूसरे संक्रमित की मृत्यु जिला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में हुईं।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पाहंदा निवासी 40 वर्षीय मरीज़ को कोरोना जाँच रिपोर्ट पाजीटिव आने पर 14 सितम्बर को कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया था। मरीज़ पहले ही सिकिल सेल एनिमिया से पीड़ित था और तबियत बिगड़ने पर उसे आईसीयू वार्ड में रख कर इलाज किया जा रहा था। परंतु डाक्टरों के भरकस प्रयास के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका और कल रात उसका निधन हो गया।इसी प्रकार सी॰एस॰ई॰बी॰ कालोनी दर्री के 62 वर्षीय बुज़ुर्ग को कल दोपहर साँस लेने में कठिनाई पर गम्भीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया था। डाक्टरों द्वारा उन्हें अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा था । इलाज के दौरान ही मरीज़ का कोरोना टेस्ट किया गया था जिसकी रिपोर्ट पाजीटिव आने पर उन्हें विशेष कोविड अस्पताल शिफ़्ट करने की तैयारी अस्पताल प्रबंधन द्वारा की जा रही थी। इस बीच ही मरीज़ की मृत्यु हो गई।
दोनो मरीज़ों के पार्थिव शरीरों का अंतिम संस्कार जिला प्रशासन की निगरानी में कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए किया जाएगा। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी तैयारियाँ की जा रही है। - स्वास्थ्य विभाग की साइट www.cghealth.nic.in पर दी कोरोना जांच रिपोर्ट की सुविधा
कोरबा : कोरोना जांच कराने के बाद अपनी रिपोर्ट लेने के लिये अब अस्पताल जाने की जररूत नही पड़ रही है। राज्य प्रशासन द्वारा लोगों की सहूलियत के लिए सभी कोरोना जांच रिपोर्ट को ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति अपनी कोरोना जांच कराने के बाद अब अपनी रिपोर्ट को एक क्लिक पर देख सकते है।
5 सितंबर के बाद से कराए जाने वाले सभी कोरोना जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट www.cghealth.nic.in पर अपलोड किया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति जिसने इस माह की 5 तारीख के बाद कोरोना टेस्ट कराया हो वह अपनी रिपोर्ट देख सकता है और उसका प्रिंट भी ले सकता है।
कोरोना रिपोर्ट जानने के लिए मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से पोर्टल में जाना होगा उसके बाद साइट के बाएं तरफ उपर की ओर ’चेक योर कोविड टेस्ट रिजल्ट’ लिखा आएगा। उसमें क्लिक करने पर मोबाइल नंबर पूछा जाएगा जो उसने कोरोना जांच कराते समय दिया हो। मोबाइल नंबर डालने के बाद उस नंबर पर ओ टी पी आएगा ,जिसे पोर्टल में डालने पर आपकी कोविड रिपोर्ट दिख जाएगी।
व्यू योर रिपोर्ट में क्लिक करने पर कोरोना जांच रिपोर्ट दिख जायेगी जिसे सेव या प्रिंट भी कर सकते है। - कोरबा : कोरबा जिले में रविवार देर शाम जारी मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार 5 बच्चों सहित 100 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों में कोरबा बीएमओ, एसईसीएल कोरबा हॉस्पिटल की चिकित्सक, सीएचसी कटघोरा का एक कर्मचारी और सिटी कोतवाली स्थित पुलिस कालोनी से एक युवक भी शामिल है।
रविवार को मिले संक्रमितों में ग्राम उमरेली, उमरेली-करतला, कांशीनगर, वार्ड-1 छुरी, ग्राम अमगांव पाली, इमलीडुग्गू, शिवाजी नगर, मानिकपुर, पोड़ीबहार, रविशंकर शुक्ल नगर, एसईसीएल, कुसमुण्डा, पथर्रीपारा, ऊर्जानगर गेवरा परियोजना कालोनी, एमपी नगर, बांकीमोंगरा, सीएसईबी कालोनी कोरबा, एसईसीएल कुसमुण्डा, एनटीपीसी, शिवाजी नगर, बालको आवासीय कालोनी, ग्राम फरसवानी, उमरेली, ग्राम मुनगाडीह व मुढ़ाली पाली, ग्राम बेलाकछार, 15-ब्लॉक, ग्राम नानबांका पाली, कोरबी पाली, सीएसईबी कालोनी बुधवारी बाजार, जेपी कालोनी, शांतिनगर बालको, आजाद नगर, प्रगति नगर दीपका, पुराना बस स्टैंड, दीपका, शक्ति नगर दीपका, ग्राम रजगामार के निवासी शामिल हैं। इन सभी को उनमें कोरोना संक्रमण के अनुसार होम आइसोलेशन पर रखने अथवा कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की प्रक्रिया जारी है। - कोरबा : कोविड ड्यूटी पर उपस्थित नहीं होने के कारण छह डाटा एंट्री आॅपरेटरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सभी छः कर्मचारियों की अनुपस्थिति को गम्भीरता से लेते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए थे।
जिला प्रशासन ने सभी छः डाटा एंट्री आॅपरेटरों को कारण बताओे नोटिस जारी किया है। सभी छह कर्मचारियों की ड्यूटी कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरबा में डाटा एंट्री कार्य के लिये लगाई गई थी।सभी ने अपने कर्तव्य स्थल में उपस्थिति नहीं दी है इसलिये सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। ड्यूटी में उपस्थित न होना सिविल सेवा आचरण नियम 1965 का उल्लंघन है।
कलेक्टर कार्यालय द्वारा नोटिस जारी किये गये छह आॅपरेटरों में कार्यालय राजीव गांधी शिक्षा मिशन में पदस्थ प्रणिता दुबे, अर्चना सिंह एवं मोनिका भतवे हैं। वाणिज्य कर विभाग कोरबा में पदस्थ रूपेश कंवर तथा कार्यालय जनपद पंचायत पोड़ी-उपरोड़ा में पदस्थ कलाराम चैहान तथा प्रहलाद कंवर हैं।
सभी आॅपरेटरों को तत्काल अपनी उपस्थिति कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरबा में देने के निर्देश दिये गये हैं तथा तीन दिवस के भीतर कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के निर्देश दिये गये हैं। निर्धारित समयावधि में नोटिस का जवाब प्रस्तुत नहीं करने या संतोष प्रद जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर कर्मचारियों के विरूद्ध छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1966 तथा आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत दाण्डिक, विभागीय या निलंबन की कार्रवाई की जा सकेगी। - 10 हजार रूपये तक का अनुदान का भी मिलेगा लाभ
कोरबा : कोरोना महामारी के इस दौर में छोटे व्यापारियों को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। छोटे दुकानदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।कोविड-19 के कारण निर्मित विपरीत परिस्थिति में शासन द्वारा आर्थिक सहायता देकर आर्थिक स्थिति सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। अनुसूचित जाति वर्ग के छोटे दुकानदारों को शासन की ओर से 20 हजार रूपये तक का ऋण प्रदान किया जायेगा। शासन की ओर से अधिकतम 10 हजार रूपये का अनुदान का लाभ भी दिया जायेगा।
सीईओ जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित कोरबा ने बताया कि बैंक प्रवर्तित अंत्योदय स्वरोजगार योजना अंतर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के ठेले, खोमचे, फेरी वाले, फल-सब्जी वाले, सड़क किनारे सामान बेचने वाले, रिक्शा चलाकर गुजारा करने वाले, टेलर, छोटे होटल, पान ठेला, मोची दुकान, मोटर साइकल मरम्मत एवं सायकल मरम्मत आदि विभिन्न छोटे व्यावसायियांे को चिन्हांकित कर ऋण दिया जायेगा।सीईओ ने बताया कि कोविड-19 के कारण छोटे व्यावसायियों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिये 20 हजार रूपये का ऋण दिया जा रहा है। ऋण के साथ ही अनुदान का भी लाभ छोटे व्यावसायियों को मिलेगा। - नायब तहसीलदारों ने ढेंगुर नाला में दबिश दे पकड़े चार ट्रेक्टर
कलेक्टर किरण कौशल के निर्देश पर नायब तहसीलदारों ने की कार्रवाई
कोरबा : बीती रात कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासन के दो नायब तहसीलदारों ने अकेले ही ढेंगुरनाला में दबिश देकर रेत माफियाओं के चार ट्रेक्टर जप्त किए। जिले में अवैध रेत उत्खनन व परिवहन पर लगाम कसने में प्रशासन की इस कार्यवाही से रेत माफियाओं में हड़कंप मच गया हैं।
कल देर रात लगभग पौने 12 बजे सूचना मिली कि ढेंगुरनाला में रेत माफियाओं द्वारा ट्रेक्टर ट्राॅली लगाकर रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को कार्यवाही के तत्काल निर्देश दिए।कलेक्टर के निर्देश मिलते ही कोरबा तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार पवन कोसमा के नेतृत्व में प्रशासनिक अधिकारियों के दल ने ढेंगुरनाला में दबिश दी। ढेंगुरनाला पुल के नीचे घाट पर अवैध रूप से रेत का उत्खनन कर रहे मजदूर अधिकारियों को देखकर भाग खड़े हुए परन्तु फिर भी चार ट्रेक्टरों सहित दो ट्रॅाली और पांच मजदूर-ड्रायवरों को अधिकारियों ने पकड़ा।
पूछताछ पर मजदूरों ने बताया कि रेत निकालने का यह अवैध कार्य रामपुर निवासी बंटी श्रीवास के लिए किया जा रहा है। पकड़े गए चार ट्रेक्टरों में से एक ट्रेक्टर का स्टेरिंग राॅड खराब होने के कारण उसे घटना स्थल पर ही छोड़ दिया गया और तीन ट्रेक्टर तथा दो ट्राली को रामपुर चौकी लाया गया। यहां जप्ती नामा तैयार कर पुलिस अभिरक्षा में रात 2.30 बजे सौपा गया है। पकड़े गए एक ट्रेक्टर सीजी 12 बीए 9367 में ब्लेड लगाकर नाले में घाट पर उतारकर रेत निकालकर किनारे पर इकट्ठी की जा रही थी जहां से मजदूरों द्वारा ट्रॅाली में लोड किया जा रहा था।
पकड़ी गई दो ट्रेक्टर-ट्रालियों में से एक रेत से भरी तथा एक खाली थी। तीन ट्रेक्टरों को रामपुर पुलिस चौकी की अभिरक्षा में रखा गया है। प्रकरण के संबंध में पूरी जानकारी अनुविभागीय राजस्व अधिकारी कोरबा सहित खनिज विभाग के अधिकारियों को आगे कार्रवाई के लिए दी गई है। - कोरबा : कटघोरा में पांच नए कोरोना संक्रमितों की हुई पहचान, एंटीजन टेस्ट में रिपोर्ट आई पाजीटिवतीन मरीज वार्ड क्रमांक 05 से, दो अन्य मरीज पुराने मरीज के प्राइमरी कांटेक्ट.
नगरपालिका कटघोरा परिक्षेत्र में पांच नए कोविड मरीजो की पहचान की गई है. इनमे दो मरीज पुराने संक्रमित की पत्नी व बेटा है. इसी तरह कटघोरा क्षेत्र के हॉटस्पॉट नवागांव वार्ड क्रमांक 05 में भी तीन मरीजो की ट्रेसिंग हुई है. इस तरह पांच मरीजो में दो महिला व तीन पुरुष शामिल है. सभी संक्रमितों से स्वास्थ्य अमला सतत सम्पर्क बनाये हुए है. विभाग के निर्देशानुसार सभी मरीजो को होम आइसोलेशन अथवा सीपेट भेजने की तैयारी की जा रही है. - कोरबा : कोरबा जिले में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के 64 नए मरीज मिले हैं। आरटीपीसीआर व रैपिड एंटीजन टेस्ट में 63 लोगों की और ट्रूनॉट पद्धति से हुई जांच में 60 वर्षीय महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोरबा शहर के पुराना बस स्टैंड से ही 8 पॉजिटिव मिले हैं।गांधी चौक से भी एक ही परिवार के 3 सदस्य पॉजिटिव आए हैं।
शुक्रवार को मिले संक्रमितों में आजाद चौक दीपका, विकास नगर कोरबा, दीपका, विकास नगर कुसमुण्डा, सीएसईबी कालोनी कोरबा, दीपका कालोनी, कैलाश विहार, कांशीनगर कोरबा, वार्ड 4 व वार्ड 9 कटघोरा, ऊर्जानगर, वार्ड-1 व वार्ड-8 छुरीकला, दीपका बस्ती वार्ड-4, बालकोनगर शक्ति नगर दीपका, आजाद नगर बालको, दर्री, ग्राम दादर, पाली पड़निया, ग्राम मुढ़ाली थालहेपारा, रानी रोड पुरानी बस्ती, इमेजिन कालोनी पुराना बस स्टैंड, पॉवर इंम्पिरिया शारदा विहार, ढेलवाडीह बस्ती, रजगामार एसईसीएल, एमपी नगर, गायत्री मंदिर बालको, सीएसईबी कालोनी कोरबा पूर्व, पताढ़ी लैंको के सामने व लैंको गेट के पास, ग्राम देवगांव से एक वर्ष का बालक, ग्राम बरपाली करतला, ज्योति नगर दीपका, एसईसीएल मुड़ापार, साडा कालोनी बालको, कृष्णा विहार एनटीपीसी जमनीपाली से शामिल हैं। इस संक्रमितों को उनमें कोरोना लक्षण के अनुसार होम आइसोलेशन पर रखने अथवा कोविड अस्पताल में भर्ती करने की तैयारी जारी है। - कोरबा : कोरबा जिले में गुरुवार को एक बार फिर कोरोना विस्फोट हुआ और 160 नए संक्रमित रैपिड एंटीजेन व आरटीपीसीआर पद्धति से कराई गई जांच में मिले है। पाली विकासखंड के ग्राम खैराडूबान से एक साथ 17 संक्रमित मिले है और पूरे पाली विकासखंड से 31 संक्रमित दर्ज हुए हैं।
गुरुवार को दर्री रोड, बलगी, शिवनगर, हाउसिंग बोर्ड रामपुर, छुरीकला ऊपरपारा, फॉरेस्ट कालोनी कोरबा, प्रगतिनगर भैसमा, पोड़ी उपरोड़ा, नर्सरी मोहल्ला व लैंको पताढ़ी, आईटीआई रामपुर, वैष्णो नगर सीतामणी, सीएसईबी कालोनी कोरबा, आदर्शनगर और विकास नगर कुसमुंडा, ऊर्जानगर दीपका, सर्वमंगला नगर, 100 बेड, पुरानी बस्ती कोरबा, दीपका, शिवाजी नगर, पंप हाऊस, ग्राम देवगांव, चेकपोस्ट बालको, बेलगरी नाला, लालघाट, जेलगांव कालोनी, छुरीकला डांडापारा, बनवारी साइड बांकीमोंगरा, एमपी नगर, पुराना रेलवे कालोनी, बांकी कालोनी, बरबसपुर कोरबा, एसबीआई बैंक गली कटघोरा वार्ड 6, अग्रोहा मार्ग कोरबा, प्रगति नगर, एसबीआई गेवरा, रामबाड़ा वार्ड 29, पोड़ीबहार, बुधवारी बाजार, रविशंकर शुक्ल नगर, सुगंधा विहार रामपुर से 1 वर्ष की बालिका, कैलाश विहार सीएसईबी कालोनी दर्री रोड, पंप हाऊस, खरमोरा हाउसिंग बोर्ड, तुलसीनगर, साडा कालोनी निहारिका, वार्ड 6 कटघोरा, सिंचाई कालोनी कोरबा, जैलगांव चौक, राताखार, कांशीनगर, लालूराम कालोनी, रानी रोड, नया हाउसिंग बोर्ड खरमोरा, ग्राम खरमोरा, साडा कालोनी बालको, पाली सर्वोदय नगर, रामसागरपारा मिशन रोड, मानिकपुर, ग्राम नानबांका पाली, ग्राम उड़ता नुनेरा, पाली और वार्ड 11, करतला, सुभाष ब्लाक, मुड़ापार व हरदीबाजार से ये संक्रमित दर्ज हुए हैं। इनमें संक्रमण के लक्षण अनुसार होम आइसोलेशन पर रखने अथवा कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी जारी है। - कोरबा : कोरबा के शहरी क्षेत्रों में रिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के कुल 13 रिक्त पदों में भर्ती के लिये आवेदन आमंत्रित किया गया है। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर निर्धारित किया गया था। वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिये जिले भर में 23 सितंबर से दो अक्टूबर तक लाॅकडाउन जारी है इसीलिये आवेदन करने की अंतिम तिथि 12 अक्टूबर निर्धारित किया गया है।
परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना कोरबा (शहरी) ने बताया कि वर्तमान में लागू लाॅकडाउन के कारण आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ाई गयी है। अभ्यर्थी लाॅकडाउन खत्म होने के बाद पांच अक्टूबर से 12 अक्टूबर शाम पांच बजे तक आवेदन जमा कर सकते हैं।
एकीकृत बाल विकास परियोजना कोरबा (शहरी) के अंतर्गत जिले के विभिन्न वार्डो के आंगनबाड़ी केन्द्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के छह पद और सहायिका के सात पदों के लिये भर्ती प्रक्रिया शुरू की गयी है। उन्होने बताया कि आवेदन की शर्तें तथा प्रारूप परियोजना कार्यालय कोरबा (शहरी) एवं नगर निगम के सूचना पटल एवं सभी संबंधित वार्डो के आंगनबाड़ी केन्द्रों के सूचना पटल पर उपलब्ध है। नियुक्ति के संबंध में अन्य आवश्यक जानकारी परियोजना कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। - कोरबा : कोरबा के ईएसआईसी कोविड अस्पताल में कल शाम एक और बुजुर्ग का निधन हो गया। 63 वर्षीय शिवाजी नगर निवासी बुजुर्ग को कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आने पर इलाज के लिये 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था। बुजुर्ग पहले से ही हाई ब्लडप्रेशर और डायबिटीज के मरीज थे। उन्हें अस्पताल में भर्ती होने से पहले सर्दी, खांसी व तेज बुखार था तथा सांस लेने भी तकलीफ हो रही थी। अस्पताल मंे भर्ती होने के बाद डाॅक्टरों की देखरेख में आईसीयु वार्ड में रखकर आॅक्सीजन सपोर्ट पर बुजुर्ग का इलाज किया जा रहा था। कल दोपहर उनकी तबियत बिगड़ गयी। आॅक्सीजन लेवल कम हो गया और देर शाम बुजुर्ग ने कोविड अस्पताल में अंतिम सांस ली। कोरोना संक्रमित होने के कारण बुजुर्ग के निधन की सूचना परिजनों के साथ-साथ जिला प्रशासन और सीएमएचओ कार्यालय को दी गयी है। जिला प्रशासन की निगरानी में कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुये शव का अंतिम संस्कार आज कर दिया गया है।
- कोरबा : जिले के प्रभारी मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरबा जिले में कोरोना संक्रमितों के इलाज की व्यवस्थाओं और माॅनिटरिंग सिस्टम की समीक्षा की। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिले में कोरोना संक्रमितों कोे विशेष कोविड अस्पताल, स्याहीमुड़ी स्थित कोविड केयर सेंटर के साथ-साथ होम आईसोलेशन में रहकर भी इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने की जानकारी बैठक में दी। प्रभारी मंत्री ने होम आईसोलेशन में रहकर इलाज कराने वाले मरीजों की लगातार माॅनिटरिंग करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। प्रभारी मंत्री ने कहा कि शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप कोरोना संक्रमित मरीजों के घर में परिवार के अन्य सदस्यो से अलग रखने की पर्याप्त सुविधा होने पर ही होम आईसोलेशन की इजाजत दी जाये। व्यवस्था नहीं होने पर तत्काल संक्रमित को कोविड अस्पताल या केयर सेंटर में भर्ती कराया जाये। उन्होंने होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों की लगातार निगरानी और उनके स्वास्थ्य की लगातार जानकारी लेते रहने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। डाॅ. टेकाम ने होम आईसोलेशन में रहकर इलाज कराने वाले मरीजों को दी जाने वाली दवाओं की किट के उपयोग की भी पूरी जानकारी लेने के निर्देश अधिकारियों को दिये। प्रभारी मंत्री ने होम आईसोलेशन मंे रहने वाले मरीजों के घरों से निकलने वाले कचरे और अपशिष्टों का वैज्ञानिक तरीके से निपटान सुनिश्चित करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बताया कि कोरबा जिले में अभी तक 746 कोरोना संक्रमितों को होम आईसोलेशन में रहकर इलाज की सुविधा दी गयी है। इन सभी की नियमित माॅनिटरिंग की जा रही है। डाॅक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा समय-समय पर वीडियो काॅल के माध्यम से मरीजों का हालचाल पूछा जा रहा है। मरीजों का आॅक्सीजन लेबल, टैम्परेचर और स्वास्थ्यगत जानकारियां लगातार ली जा रहीं है। आवश्यकता पड़ने पर पूरी सुरक्षा के साथ मरीज के घर जाकर भी जांच की जा रही है। कलेक्टर ने यह भी बताया कि अभी तक होम आईसोलेशन में रहने वाले 12 कोरोना संक्रमितो को तबियत बिगड़ने पर तत्काल कोविड अस्पताल शिफ्ट किया गया है। कलेक्टर ने बताया कि होम आईसोलेशन मेे रह रहे मरीजों की माॅनिटरिंग के लिये जिला स्तर पर कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। 24 घंटे कार्यशील इस कंट्रोल रूम से लगातार फोन कर मरीजों की पूरी जानकारी ली जा रही है साथ ही किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर मरीजों द्वारा भी कंट्रोल रूम फोन कर बताया जाता है।
बैठक में प्रभारी मंत्री ने जिले में लागू लाॅकडाउन के बारें में भी विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कलेक्टर एवं एसपी सहित सभी अधिकारियों को लाॅकडाउन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिये ताकि कोरोना संक्रमण की बढ़ती चेन को तोड़ा जा सके। डाॅ. टेकाम ने जिलावासियों से लाॅकडाउन का पालन कर कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में शासन-प्रशासन को सहयोग करने की अपील भी की। उन्होंने लाॅकडाउन के प्रावधानों और कोविड प्रोटोकाॅल का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा ने बैठक में बताया कि कल से शुरू हुआ लाॅकडाउन अभी तक सफल एवं शांतिपूर्ण रहा है। लाॅकडाउन का पालन कराने के लिये कोरबा शहर में 250 पुलिस जवान तैनात किये गये हैं। जिले की सीमाओं पर बैरियर स्थापित कर आने-जाने वालों की जानकारी ली जा रही है। शहरी क्षेत्रों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिना कारण, बिना काम के घरों से निकलने वाले लोगों के विरूद्ध चालानी कार्रवाई के साथ-साथ सख्ती भी बरती जा रही है। - प्रभारी मंत्री डाॅ. टेकाम ने वीडियो कांफ्रंेसिंग से की कोविड नियंत्रण के प्रयासों की समीक्षाकोरबा जिले में व्यवस्थाओं, तैयारियों और आगामी कार्ययोजना पर जताई संतुष्ठि
कोरबा : प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री और कोरबा जिले के प्रभारी मंत्री डाॅ. प्रेम साय सिंह टेकाम ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिले में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण और मरीजों के इलाज के लिये किये गये इंतजामों तथा गतिविधियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विशेष कोविड अस्पताल और कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों का पूरा ध्यान रखने और उनका बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये।डाॅ. टेकाम ने अस्पतालों में भर्ती मरीजों की नियमित जांच के लिये डाॅक्टरों का पूरी सुरक्षा के साथ वार्डों मे नियमित राउंड सुनिश्चित कराने, मरीजों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के साथ-साथ अस्पताल की साफ-सफाई और पर्याप्त मात्रा में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने प्रभारी मंत्री को जिले में कोविड नियंत्रण के लिये अब तक किये गये इंतजामों, कोविड जांच और मरीजांे के इलाज की व्यवस्थाओं के साथ-साथ आने वाले दिनों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुये आगामी कार्ययोजना के बारे में भी बताया। प्रभारी मंत्री डाॅ. टेकाम ने कोरबा जिले में कोविड नियंत्रण और संक्रमित मरीजों के इलाज के लिये की गयी व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई और कलेक्टर श्रीमती कौशल सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों- डाॅक्टरों तथा इस काम लगे सभी अधिकारी-कर्मचारियों की तारीफ भी की। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में पुलिस कप्तान श्री अभिषेक मीणा, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री संजय अग्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री एस. जयवर्धन, सीएमएचओ डाॅ. बी. बी. बोडे सहित कोविड अस्पताल के प्रभारी डाॅ. प्रिंस जैन एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुये।
अस्पतालो में आॅक्सीजन युक्त बिस्तर बढ़ाने और विकासखण्डों में कोविड केयर सेंटर शुरू करने के निर्देश - प्रभारी मंत्री डाॅ. टेकाम ने बैठक में कलेक्टर श्रीमती कौशल से जिले में वर्तमान में कोविड अस्पतालों में उपलब्ध कुल बिस्तरों सहित आॅक्सीजन, वेंटिलेटर, आईसीयु और एचडीयु जैसी सुविधाओं की पूरी जानकारी ली। उन्होंने आगामी दिनों में संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के देखते हुये अस्पतालों में मरीजों के बेहतर इलाज के लिये आॅक्सीजन युक्त बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। डाॅ. टेकाम ने ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण बढ़ने पर उसके नियंत्रण और मरीजों के इलाज की व्यवस्थाओं पर भी जानकारी ली। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने प्रभारी मंत्री को बताया कि आने वाले दिनों में ईएसआईसी कोविड अस्पताल और सीपेट स्थित कोविड केयर सेंटर में आॅक्सीजन युक्त बिस्तरों की संख्या बढ़ाने का प्रयास तेजी से चल रहा है। आने वाले एक सप्ताह में इन दोनों अस्पतालों के मिलाकर जिले में लगभग 150 आॅक्सीजन युक्त बेड की सुविधा मरीजों को मिल जायेगी। कलेक्टर ने यह भी बताया कि जिले मंे कार्यरत सार्वजनिक उपक्रमों को भी अपने-अपने क्षेत्रों मे एक-एक कोविड केयर सेंटर बनाने के निर्देश दिये गये हैं। निजी क्षेत्र के अस्पताल भी आॅक्सीजन युक्त बिस्तरों वाले कोविड केयर सेंटर विकसित करने में लगे हैं।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने यह भी बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण बढ़ने की स्थिति में जिला प्रशासन ने सभी विकासखण्डों में एक-एक कोविड केयर सेंटर शुरू करने की योजना पर अमल प्रारंभ कर दिया है। कोरबा और करतला विकासखण्ड में इसके लिये भवन चिन्हांकित कर लिया गया है। आने वाले दो-तीन दिनों मे शेष विकासखण्डों में भवनों का चिन्हांकन कर जरूरी व्यवस्थायें जुटाने का काम शुरू हो जायेगा। उन्होंने बताया कि इन केयर सेंटरों में संक्रमित बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों को रखकर इलाज किया जायेगा। ज्यादा तबियत खराब होने पर मरीजों को तत्काल कोविड अस्पताल में शिफ्ट कर दिया जायेगा। प्रभारी मंत्री ने विकासखण्डों में कोविड केयर सेंटर शुरू करने के लिये सभी जरूरी तैयारियां और इंतजाम जल्द पूरे के निर्देश बैठक में दिये। - वीडियो कांफ्रंेसिंग से मरीजों से की बात, तबियत और इलाज के बारे में पूछासभी के जल्द स्वस्थ होने की कामना कीअच्छा अस्पताल बनाने पर मरीजों ने कलेक्टर श्रीमती कौशल और मेडिकल टीम का भी आभार माना
कोरबा: जिले के प्रभारी मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड अस्पताल कोरबा में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों से बात की और अस्पताल में इलाज के साथ-साथ मरीजों की तबियत और हाल-चाल पूछा। उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से सीधे बात कर इलाज की व्यवस्थाओं, डाॅक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ द्वारा देखरेख का सीधा फीडबैक लिया। डाॅ. टेकाम ने आज जिले में कोविड नियंत्रण के लिये किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा के लिये महत्वपूर्ण बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा आयोजित की थी और इसी समीक्षा बैठक के दौरान उन्हांेने अस्पताल में भर्ती मरीजों से बात की। प्रभारी मंत्री ने आत्मीय रूप से सहज बोलचाल में मरीजों की तबियत पूछी तथा अस्पताल में दी जा रही सुविधाआंे और नर्सिंग स्टाफ द्वारा मरीजों की देखभाल की जानकारी भी ली। उन्होंने कोविड अस्पताल के मरीजों से उनकी स्वास्थ्य जानकारी, इलाज की सुविधा, डाॅक्टरों द्वारा किये जा रहे देखभाल, नाश्ता, भोजन, पानी सहित दवाओं एवं अन्य जरूरी चीजों की आपूर्ति के बारे में भी पूछा। डाॅ. टेकाम ने मरीजों के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की। डाॅ. टेकाम ने इस दौरान आॅक्सीजन सपोर्ट में इलाज करा रहे मरीज से भी उनके स्वास्थ्य का हाल-चाल जाना।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मरीजों से जुड़े डाॅ. टेकाम ने मरीज अहिल्या जायसवाल से पूछा कि कब से वे भर्ती है ? इलाज की क्या-क्या सुविधायें अस्पताल में मिल रही है ? भोजन की क्वालिटी कैसी है ? कैसा डाॅक्टरों द्वारा निरंतर देखभाल किया जा रहा है या नहीं ? श्रीमती जायसवाल ने प्रभारी मंत्री को बताया कि वे पिछले आठ दिनों से कोविड अस्पताल में भर्ती हैं। कोविड अस्पताल के नर्स-डाॅक्टर दिन में दो-तीन बार देखने, मिलने तथा हालचाल पूछने आते हैं। श्रीमती जायसवाल ने कोविड अस्पताल में मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं और डाॅक्टरों द्वारा किये जा रहे देखभाल से संतुष्टि जताई। डाॅ. टेकाम ने कोविड अस्पताल में भर्ती मरीज श्री लल्लू सिंह से उनकी तबियत तथा अस्पताल में साफ-सफाई की व्यवस्था के बारें में भी जानकारी ली। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से श्री लल्लू सिंह ने बताया कि सांप काटने के कारण इलाज के लिये जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के लिये डाॅक्टरों द्वारा कोरोना जांच कराने पर रिपोर्ट पाॅजिटिव आई थी और उन्हें कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। श्री लल्लू सिंह ने बताया कि कोविड अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज की बेहतर सुविधा है तथा पर्याप्त मात्रा में दवाई दी जा रही है। डाॅक्टर-नर्स समय-समय आकर पर स्वास्थ्य की जांच करते रहते हैं तथा कोई भी समस्या होने पर तुरंत मदद की जाती है। श्री लल्लू सिंह ने बताया कि कोविड अस्पताल में साफ-सफाई घर से भी बेहतर है।
डाॅ. टेकाम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से कोविड अस्पताल में आईसीयु वार्ड में आॅक्सीजन सपोर्ट में इलाज करा रहे मरीज से भी बात की। मरीज रमाकांत थवाईत ने बताया कि अस्पताल में भर्ती के पहले डिहाइड्रेशन के कारण शरीर में पानी की कमी हो गयी थी, शरीर में बहुत ज्यादा बुखार आ रहा था जो कि कंट्रोल ही नहीं हो पा रहा था। उन्होंने बताया कि कोविड अस्पताल आने के बाद डाॅक्टरों द्वारा दिये गये बेहतर इलाज से बुखार और डिहाइड्रेशन की समस्या दूर हो गयी है जिसके कारण अब मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। श्री रमाकांत ने बेहतर इलाज और देखभाल के लिये सभी भर्ती मरीजों की ओर से अस्पताल के डाॅक्टरों और नर्सों को धन्यवाद भी दिया। मरीजों ने जिले में ही कोरोना के इलाज के लिये सुसज्जित और प्राणरक्षक उपकरणों से लैस अस्पताल स्थापित करने के लिये कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल और स्वास्थ्य विभाग के प्रति भी आभार जताया।वीडियो कांफ्रंेसिंग के माध्यम से मरीजों ने प्रभारी मंत्री को कोविड अस्पताल में दिये जा रहे इलाज की सुविधाओं, खानपान एवं साफ-सफाई की व्यवस्था को बेहतर बताया। मरीजों ने डाॅक्टरों सहित सभी मेडिकल टीम द्वारा किये जा रहे सेवाओं को बेहतर माना तथा कोविड अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं से संतुष्टि जताई। जिले के कोविड अस्पताल में बेहतर इलाज किये जाने के कारण कोरोना संक्रमित मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं। कोरबा के कोविड अस्पताल में आज तक 717 संक्रमितों को भर्ती किया जा चुका है जिसमें से 628 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। अस्पताल में मरीजों की रिकवरी कुल भर्ती मरीजों के हिसाब से साढ़े 87 प्रतिशत से अधिक है। अभी तक अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार केवल 10 मरीजों की ही मौत हुई है। आज अस्पताल में 69 मरीज भर्ती हैं जिनका इलाज तेजी से चल रहा है। प्रभारी मंत्री डाॅ. टेकाम ने कोविड अस्पताल में दिये जा रहे उत्कृष्ट योगदान के लिये सभी डाॅक्टरों-नर्साें और मेडिकल टीम का आभार माना तथा सभी मरीजों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की। -
ग्राम गुरमा में 8 तो कर्रानारा में 7 संक्रमित
कोरबा : बुधवार को कोरबा जिले में कोरोना के 104 नए पॉजिटिव मरीज दर्ज हुए हैं। इनमें 2, 3, 5, 8 व 9 वर्ष के बच्चे भी शामिल हैं। कोहड़िया फिल्टर प्लांट का एक कर्मचारी भी पॉजिटिव आया है। दूरस्थ ग्राम गुरमा, नवाडीह से एक साथ 8 संक्रमित मिले हैं जबकि कर्रानारा कोरबा से 7 संक्रमित दर्ज हुए हैं।इनके अलावा जंगल साइड बांकीमोंगरा, घुड़देवा बस्ती, बांकीमोंगरा, साडा कालोनी जमनीपाली, कबीर भवन साडा कालोनी, पोड़ी बहार कोसाबाड़ी, बलगी कालोनी, शांति मोहल्ला तिलकेजा, रवि डेयरी के पीछे नया कांशीनगर, बालको आवासीय कालोनी, शांति नगर, चेकपोस्ट, बालको चेकपोस्ट एकता नगर, आरपी नगर, एमपी नगर, रविशंकर शुक्ल नगर, शिवाजी नगर, कोसाबाड़ी, सिंचाई कालोनी रामपुर, ग्राम भलपहरी, पोड़ीबहार व शिव नगर, मेन रोड कोरबा, पुराना बस स्टैंड, डॉ. जायसवाल गली गांधी चौक, पुरानी बस्ती कोरबा, एलआईसी कालोनी कोरबा, आनंद नगर कुसमुण्डा, ग्राम छुरी, ग्राम बरपाली, एसएस ग्रीन कोरबा, ग्राम बिंझरी, एसजीपी कालोनी बरमपुर, जमनीपाली, दीपका कालोनी, ग्राम खैराडुबान व नानबांका पाली, पाली, टीपी नगर कोरबा, प्रगति नगर दीपका, सुभाष ब्लाक कोरबा, मुड़ापार एसईसीएल कालोनी, सीएसईबी कालोनी, मानिकपुर, सिंघाली बस्ती, 100 बेड कोरबा, आईटीआई रामपुर, आरा मशीन आजाद चौक वार्ड-20, खरमोरा वार्ड-31, पॉवर सिटी जमनीपाली, सीएसईबी कालोनी कोरबा पूर्व, सतनाम नगर, सड़कपारा पताढ़ी एवं लैंको कालोनी पताढ़ी से ये सभी संक्रमित मिले हैं। इन सभी नए पॉजिटिव लोगों को उनके संक्रमण के अनुसार होम आइसोलेशन पर रखने अथवा कोविड अस्पताल मेें भर्ती कराने की तैयारी की जा रही है।---- -
पहले ही पेट और हर्निया की गम्भीर बीमारी से पीड़ित था मृतक
कोरबा : कोरबा विकासखंड में बांकीमोंगरा के शांति नगर के रहने वाले एक 52 वर्षीय एसईसीएल कर्मी जो कि ढेलवाडीह भूमिगत खदान में कार्यरत था बीते दिनों बीमारी की वजह से राजधानी रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल में दाखिल कराया गया था. कल दोपहर तीन बजे उसने दम तोड़ दिया. मृतक पिछले कई महीनों से हर्निया और पेट संबंधी अन्य बीमारियों से ग्रसित था. कुछ दिनों पहले उसका कोरोना टेस्ट कराया गया था
जिसमें उसका रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया था. रायपुर जिला स्वास्थ्य विभाग ने मृतक के शव को कोरबा भेजने की तैयारी पूरी कर ली है. मृतक एसईसीएल कर्मी के अंतिम संस्कार प्रशासन को निगरानी और स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में, कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बांकीमोंगरा क्षेत्र में किया जाएगा. -
सड़कों पर निकले इक्का-दुक्का लोगों को दी हिदायत
पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करने दिये निर्देश
कोरबा : जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए आज से नगरीय निकाय क्षेत्रों सहित चिन्हांकित 33 ग्राम पंचायतों में सख्त लाॅकडाउन लागू हो गया है। लाॅकडाउन का सख्ती से पालन कराने की जिम्मेदारी जिला दण्डाधिकारी श्रीमती किरण कौशल ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सौंपी है।
आज सुबह लाॅकडाउन के पहले दिन कलेक्टर श्रीमती कौशल जिले के पुलिस कप्तान श्री अभिषेक मीणा के साथ स्वयं शहर की सड़कों पर निकलीं। दोनों अधिकारियों ने कोविड वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए जिले में लागू धारा 144 का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर और एसपी ने शहर की सड़कों पर निकले इक्का-दुक्का लोगों को अपने घरों में रहने की हिदायत दी। दोनों अधिकारियों ने लोगों को रोककर घरों से बाहर निकलने का कारण पूछा और कोरोना से बचाव के लिए घर में ही सुरक्षित रहने की सलाह दी।
इस दौरान कुछ जगहों पर पुलिस और प्रशासन के कार्यपालिक दण्डाधिकारियों ने बेवजह बिना काम के बाईकों पर सवार होकर सड़कों पर घूम रहे लोगों के विरूद्ध चालानी कार्यवाही भी की। सीतामणी चैक पर बार-बार समझाईस के बाद भी कुछ युवाओं के सड़कों पर बाईक लेकर बेकारण घूमने पर पुलिस प्रशासन ने सख्त कार्यवाही की। बाइक सवार युवकों को धारा 144 का उल्लंघन तथा लाॅकडाउन के निर्देशों का पालन नहीं करने पर महामारी अधिनियम के तहत थाने में एफआईआर दर्ज कराने की भी चेतावनी दी। इस दौरान अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री संजय अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कीर्तन राठौर, एसडीएम कोरबा श्री सुनील नायक, सीएसपी श्री राहूल देव सहित अन्य अधिकारी भी लाॅकडाउन का सख्ती से पालन कराने में जुटे रहे।
कलेक्टर और एसपी ने कोसाबाड़ी चैक से होते हुए निहारिका, सुभाष चैक, घंटाघर, सीएसईबी चैक से टीपी नगर होकर सुनालिया चैक तक लाॅकडाउन के पालन का जायजा लिया। उन्होंने सुभाष चैक में सिर पर आटे का पैकेट रखकर जा रही बुजुर्ग महिला को जल्द घर पहुंचने की हिदायत दी। कलेक्टर ने इस महिला को अपने पास रखा एन-95 मास्क भी दिया और उसे मास्क लगाये रखने, बार-बार हाथों को साबुन पानी से धोने तथा घर पर रहने की सलाह दी। दोनों अधिकारियों ने सड़कों पर आने-जाने वाले इक्का-दुक्का लोगों को रोक-रोककर घरों से बाहर निकलने का कारण पूछा। किसी ने दवाई लेने तो किसी ने बैंक जाकर लौटने की बात कही। अधिकारियों ने सभी को बिना काम के बेवजह घरों से नहीं निकलने की समझाईस दी और लाॅकडाउन के प्रावधानों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्यवाही की चेतावनी देकर सीधे घर जाने को कहा। इसके बाद दोनों अधिकारियों ने सुनालिया चैक से रेलवे फाटक, पुराना बस स्टैंड, कोतवाली थाना से सीतामणी होकर रेलवे स्टेशन परिसर तक स्थिति का मुआयना किया।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने दिए लाॅकडाउन के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश - कलेक्टर श्रीमती कौशल ने किसी भी परिस्थिति में लाॅकडाउन का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश सभी एसडीएम एवं तहसीलदारों को दिए। श्रीमती कौशल ने बिना मास्क लगाए और बेवजह सड़को पर घुमने वाले लोगो पर सख्त कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाने के साथ-साथ गंभीर मामलों में एफआईआर दर्ज कराने को भी कहा है। उन्होने कंटेनमेंट जोन घोषित सभी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रो में निरीक्षण दल बनाकर नियमित निरीक्षण करने को भी कहा है।
कलेक्टर ने लोगों से कोविड संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लागू किये गये लाॅकडाउन का पालन करने और शासन-प्रशासन को सहयोग करने की अपील भी की है। श्रीमती कौशल ने यह भी चेताया है कि लाॅकडाउन लोगों की कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए लागू किया गया है। भारत सरकार और राज्य शासन के द्वारा जारी कोविड प्रोटोकाॅल संबंधी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने पर भारतीय दण्ड विधान की विभिन्न धाराओं के साथ-साथ महामारी अधिनियम के तहत भी कानूनी कार्रवाई की जा सकेगी। जिसके तहत एफआईआर दर्ज किया जायेगा और उल्लंघन करने वाले व्यक्ति को जुर्माना या कारावास की सजा भी हो सकेगी।