- कोरबा जिले को मिली दो नई तहसीलें
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने किया दर्री और हरदीबाजार तहसील का शुभारंभ
कोरबा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा अपने निवास कार्यालय से प्रदेश के 23 नवीन तहसीलों का शुभारंभ किया गया। कोरबा जिले को भी दो नई तहसीलों का सौगात मिल गया है।दर्री और हरदीबाजार को नया तहसील का दर्जा मिल गया है। ग्रामीणों तथा किसानों को अपने राजस्व संबंधी मामलों के निराकरण में अब दूरवर्ती शहर कटघोरा नही जाना पड़ेगा। राजस्व संबंधी मामलों का निराकरण दर्री और हरदीबाजार तहसीलों में हो जाएगा। दर्री और हरदीबाजार तहसीलों में कुल 96 गांव तथा कुल 44 पटवारी हल्का शामिल है।
तहसील दर्री में 48 गांव, 25 पटवारी हल्का के अंतर्गत शामिल हैं। तहसील हरदीबाजार में 48 गांव शामिल है जो 19 पटवारी हल्का के अंतर्गत शामिल हंै। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि नई तहसीलों के बनने से जिलों में राजस्व प्रशासन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी, विकास कार्यों को गति मिलेगी और आम जनता को प्रशासनिक सुविधाएं बेहतर ढंग से मिल सकेंगी।इसके साथ ही किसानों और जनहितकारी योजनाओं के हितग्राहियों को बेहतर सेवा और जतन का लाभ भी मिलेगा। मुख्यमंत्री ने शुभारंभ समारोह में ही 23 नवीन तहसीलों के लिए कार्यालय भवन निर्माण और एक-एक वाहन की मंजूरी की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने 23 नवीन और 4 पुरानी तहसीलों के लिए कार्यालय भवन निर्माण के लिए कुल 19 करोड़ 20 लाख रूपए और सभी तहसील कार्यालयों में एक-एक वाहन की व्यवस्था के लिए कुल 1 करोड़ 75 लाख रूपए की मंजूरी की घोषणा की। प्रत्येक तहसील कार्यालय भवन का निर्माण 71.12 लाख रूपए की लागत से किया जाएगा। इसी तरह वाहन क्रय के लिए 6 लाख 50 हजार रूपए के मान से राशि स्वीकृत की गई है।
इन 23 नवीन तहसीलों का गठन राज्य के 15 जिलों में जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया है। नवीन तहसीलों के गठन की अधिसूचना के आज 11 नवम्बर को राजपत्र में प्रकाशित होने के साथ ही ये तहसीलें प्रभावशील हो गई हैं।
नवीन तहसीलों के शुभारंभ कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, विधायक श्री मोहन मरकाम, श्री धनेन्द्र साहू, श्री पुरूषोत्तम कंवर, श्रीमती रश्मी सिंह, श्रीमती अनिता शर्मा, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वय श्री राजेश तिवारी और श्री विनोद वर्मा मौजूद रहे। राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि इन नई तहसीलों के अलावा 12 से 13 नई तहसीलों के गठन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। - कोरोना लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार वाले व्यक्ति को सिनेमा घर में नहीं मिलेगा प्रवेश
छह फिट दूरी का पालन करना होगा अनिवार्य, केवल पैकेज्ड फूड और पेय पदार्थों की होगी बिक्री
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सिनेमाघर संचालन की दी अनुमति
कोरबा : कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सिनेमाघर संचालन करने की अनुमति दे दी है। कलेक्टर ने सिनेमाघर संचालन से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी कर दिये हैं।जारी दिशा-निर्देशानुसार सिनेमाघर संचालकों को कोविड प्रोटोकाॅल का सख्त पालन करना होगा। सिनेमाघरों में अधिकतम 50 प्रतिशत सीटों में ही बैठने की अनुमति रहेगी। सिनेमाघरों में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए छह फिट की दूरी का मार्कर बनाकर बैठक व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।
सिनेमाघर के बंद स्थल में एयर कंडीशनिंग उपकरणों की उपलब्धता की स्थिति में उनकी तापमान 24 से 30 डिग्री सेल्सियस की सीमा में होना चाहिए। सिनेमाघरों में एंट्री-एक्जिट प्वाइंट और काॅमन एरिया में टच फ्री सेनेटाइजर रखना अनिवार्य होगा। सिनेमाघर में प्रवेश के समय प्रत्येक का हाथ सेनेटाइजर से सेनेटाइज कर अथवा साबुन से धोने तथा थर्मल स्क्रिनिंग किया जाना अनिवार्य होगा।प्रत्येक व्यक्ति के लिये मास्क पहनकर फिजिकल तथा सोशल डिस्टंेसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। काॅमन एरिया में छह फिट की दूरी का मार्क बनाया जाना अनिवार्य होगा। सिनेमाघरों में कोरोना के लक्षण रहित व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी।कोरोना के प्रारंभिक लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार वाले व्यक्ति को सिनेमा घर में प्रवेश नहीं दिया जायेगा। कंटेनमेंट जोन या बफर जोन में सिनेमाघर संचालन की अनुमति नहीं रहेगी।
सिनेमाघर संचालन से संबंधित जारी निर्देशानुसार सिनेमाघर संचालकों को श्वसन शिष्टाचार का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाना जरूरी होगा। कक्ष में अथवा कार्यक्रम में उपस्थित सभी व्यक्ति खांसते, छींकते समय टिश्यु पेपर, रूमाल, मुड़ी हुई कोहनी का प्रयोग करेंगे।सिनेमाघरों में आगंतुकों द्वारा छोड़े गये मास्क, फेस कवर, दस्तानों को मेडिकल वेस्ट मानते हुए उसका समुचित डिस्पोजल की व्यवस्था सिनेमाघर संचालकों द्वारा सुनिश्चित की जायेगी। सिनेमाघर में पान, गुटका खाकर एवं अन्यथा थुकना प्रतिबंधित रहेगा।
सिनेमाघर में स्पर्श की जाने वाली सतहों जैसे- दरवाजे का हैंडल, माइक, कुर्सी, टेबल, रेलिंग-बैरिकेटिंग आदि को समय-समय पर एक प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइड के घोल से साफ किया जाएगा तथा प्रभावी कीटाणुनाशक से विसंक्रमित किया जाएगा। सिनेमाघर के पार्किंग स्थलांे एवं परिसर के बाहर समुचित भीड़ प्रबंधन में सोशल एण्ड फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।सिनेमाघर संचालकों को कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिये समय-समय पर शासन द्वारा जारी कोरोना प्रोटोकाॅल का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा। सिनेमाघर के भीतर बैठने की व्यवस्था सामाजिक दूरी बनाते हुए करना होगा। मल्टीप्लैक्स में भीड़ से बचने के लिये कई स्क्रिन के लिये अलग-अलग शो समय का पालन किया जाना जरूरी होगा।
मल्टीप्लैक्स संचालकों को यह ध्यान रखना जरूरी होगा कि किसी भी स्क्रीन पर शो का प्रारंभ समय, मध्यान्तर अवधि या शो के समापन के समय के साथ ओवर लेप ना करें। सिनेमाघरों, मल्टीप्लैक्सों में टिकिट की खरीदी पूरे दिन के लिये खुली रहेगी और बिक्री काउंटरों पर भीड़ से बचने के लिये एडवांस बुकिंग की अनुमति होगी।टिकिट काउंटरों में पर्याप्त सामाजिक दूरी का पालन किया जाना जरूरी है। सिनेमाघर संचालकों द्वारा आॅनलाइन बुकिंग, ई-वाॅलेट का उपयोग क्यूआर कोड स्कैनर आदि का उपयोग टिकिट, भोजन, पेय पदार्थ के लिये डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित किया जाएगा। काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग की सुविधा के लिये टिकिटों की बुकिंग के समय काॅन्टेक्ट नंबर लिया जाएगा।
सिनेमाघर, मल्टीप्लैक्स संचालन से संबंधित जारी दिशा-निर्देशानुसार सिनेमाघरों में प्रत्येक स्क्रिनिंग के बाद साफ-सफाई एवं सेनेटाइजेशन की जाएगी। बाॅक्स आॅफिस, खाने-पीने का क्षेत्र, कर्मचारी और कर्मचारियों के लाॅकर, शौचालय, सार्वजनिक क्षेत्र, आॅफिस क्षेत्र एवं पार्किंग क्षेत्रों की नियमित सफाई एवं सेनेटाइजेशन किया जाना जरूरी होगा।यदि किसी व्यक्ति को कोरोना पाॅजिटिव पाया जाता है तो परिसर का सेनेटाइजेशन किया जाना अनिवार्य होगा। सभी सिनेमाघर कर्मचारियों के लिये फेस कवर पहनना अनिवार्य होगा।
सभी सिनेमाघर संचालकों को अपने कर्मचारियों के मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु एप्प सक्रिय रखना जरूरी होगा। सिनेमाघर में केवल पैकेज्ड फूड और पेय पदार्थों की अनुमति होगी। संचालकों द्वारा ग्राहकों को भोजन आॅर्डर करने के लिये सिनेमा एप्प या क्यूआर कोड आदि का उपयोग करने के लिये प्रोत्साहित करना होगा। जारी आदेश का उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम, एपिडेमिक डीसीज एक्ट, भारतीय दण्ड संहिता तथा विधि अनुकुल कड़ी कार्रवाई की जाएगी। - पिछले पंजीकृत सभी 26 हजार 857 किसानों का रकबा सत्यापन पूर्ण
धान-मक्का खरीदी के लिए किसानों का पंजीयन अब 17 नवंबर तक जारी रहेगा, शासन ने सात दिन बढ़ाई अवधि
धान खरीदने नये-पुराने 31 हजार 746 किसानों का पंजीयन पूरा
इस वर्ष चार हजार 889 नये किसानों ने कराये पंजीयन
कोरबा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर किसानों की सुविधाओं को देखते हुए खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में धान खरीदी के लिए किसानों का पंजीयन अवधि एक सप्ताह बढ़ा दिया गया है।अब 17 नवंबर तक किसानों का पंजीयन होगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल के निर्देश पर किसान हित में दूसरी बार पंजीयन अवधि बढ़ाया गया है। पूर्व में पंजीयन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर निर्धारित थी जिसे बढ़ाकर 10 नवम्बर किया गया था।अब किसान पंजीयन की तिथि पुनः एक सप्ताह बढ़ाकर 17 नवम्बर किया गया है। कोरबा जिला राज्य में शत प्रतिशत किसान पंजीयन पूरा करने वाले तीन जिलों की सूची में शामिल हो गया हैं।जिले में पिछले पंजीकृत किसानों में से सभी 26 हजार 857 का रकबा सत्यापन पूर्ण हो चुका है। प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिये किसानों के पंजीयन की अवधि 17 नवंबर तक बढ़ानेे के बाद जिले में अभी तक नये-पुराने मिलाकर 31 हजार 746 किसानों का पंजीयन पूरा कर लिया गया है। इन पंजीकृत किसानों का धान फसल का रकबा 46 हजार 598 हेक्टेयर है।जिले में इस वर्ष अभी तक समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिये चार हजार 889 नये किसानों ने सहकारी समितियों में अपना पंजीयन करा लिया है। पिछले वर्ष धान खरीदी के लिये जिले में 27 हजार 694 किसानों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से इस वर्ष रकबा सत्यापन के बाद 837 किसानों का पंजीयन निरस्त हुआ है।अभी तक पिछले वर्ष के पंजीयन अनुसार 26 हजार 857 किसानों के धान के रकबे के सत्यापन के बाद 41 हजार 561 हेक्टेयर रकबे की सोसायटी माॅड्युल में खसरा प्रवृष्टि किया गया है। इसी प्रकार चार हजार 889 नये पंजीकृत किसानों के पाॅंच हजार 037 हेक्टेयर धान के रकबे की इंट्री सोसायटी माॅड्युल में हो चुकी है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने शेष बचे नये किसानों के धान-मक्के के पंजीयन के काम में तेजी लाकर समय सीमा में काम पूरा करने के निर्देश सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों, तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों सहित पटवारियों को दिये हैं।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्णय के बाद राज्य में धान और मक्का खरीदी के लिये किसानों के पंजीयन की अवधि एक सप्ताह बढ़ा दी गयी है। अब खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के दौरान समर्थन मूल्य पर धान एवं मक्का बेचने वाले नये किसानों का पंजीयन 17 नवम्बर तक किया जा रहा है। पहले किसानों के पंजीयन की तिथि 10 नवम्बर निर्धारित थी। नये किसानो को पंजीयन के लिए क्षेत्र की सहकारी समिति से आवेदन प्राप्त कर निर्धारित प्रारूप में आवेदन भरकर संबंधित दस्तावेजों के साथ तहसील कार्यालय में जमा करना होगा।आवेदन में उल्लेखित भूमि, धान-मक्का के रकबे एवं खसरे का पटवारी द्वारा राजस्व रिकाॅर्ड के अनुसार सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन के लिए राजस्व विभाग के भुईयां डाटा बेस का भी उपयोग किया जाएगा।संबंधित रिकाॅर्ड को तहसीलदार के द्वारा परीक्षण करने के बाद नये किसान का पंजीयन किया जाएगा। पंजीयन के दौरान सभी किसानों का आधार नंबर उनकी सहमति से दर्ज किया जाएगा। आधार नंबर नहीं होने के कारण किसी भी किसान को पंजीयन से वंचित नहीं किया जाएगा।धान एवं मक्का खरीदी के लिये जिन किसानों ने खरीफ वर्ष 2019-20 में पंजीयन करा लिया था, उन्हें नए पंजीयन की जरूरत नहीं पड़ी।पिछले सीजन में पंजीकृत किसानों की दर्ज भूमि, धान और मक्के के रकबे और खसरे को राजस्व विभाग द्वारा अद्यतन किया किया गया है। खरीफ वर्ष 2020-21 में किसान पंजीयन के लिए पिछले वर्ष 2019-20 में पंजीकृत किसानों का डाटा कैरी-फाॅरवर्ड किया गया है। धान और मक्का बेचने के इच्छुक नए किसान 17 नवम्बर तक पंजीयन के लिए आवेदन कर सकते हैं।धान-मक्का बेचने वाले नए किसान पंजीयन के लिए संबंधित दस्तावेजों के साथ तहसील कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। पुराने पंजीकृत किसान अपने पंजीयन में संशोधन कराना चाहते हैं तो समिति माॅड्युल के माध्यम से संशोधन करने की सुविधा दी जा रही है। -
कोरबा : कोरबा जिले में मंगलवार को 157 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं।
देर शाम जारी मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक जिले के करतला ब्लॉक के तुमान, खरवानी ठाकुरदिया पारा, करतला एमईसीएल, लबेद भाटापारा, रींवाबहार, बरपाली, सोहागपुर, कटघोरा ब्लाक के एचटीपीएस कालोनी वेस्ट, सीएसईबी दर्री वेस्ट, सिंघाली, केतु विहार दर्री, जमनीपाली दर्री, दीपका कोरबा, मुलैन भाटा जेल रोड कटघोरा, विकास नगर कुसमुण्डा, प्रेमनगर सुराकछार, आदर्श नगर कुसमुण्डा, भिलाई बाजार, ऊर्जा नगर, बेलटिकरी, दीपका कालोनी, कटघोरा रोड, गुरुमुडा, दर्री, घुरदेवा एसईसीएल कालोनी, सीएसईबी वेस्ट कोरबा, एचटीपीएस कोरबा, बाता बिरदा, यमुना विहार एनटीपीसी, कोरबा ब्लाक के कोरबा , गांधी वार्ड, बालको , आरपी नगर, पुराना कांशी नगर, तुलसी नगर, नेहरू नगर कोरबा, आरएसएस नगर, एमपी नगर, ढोढ़ीपारा, कोसाबाड़ी, सर्वमंगला रोड , पुराना बस स्टैंड, शिवाजी नगर, टीपी नगर, दुरपा रोड, पुलिस लाईन, शारदाविहार पावर इम्पिरिया, खरमोरा हाउसिंग बोर्ड कालोनी, ऑफिसर कालोनी एसईसीएल, सुभाष ब्लाक, मुड़ापार, सीतामणी रोड, एसबीएस कालोनी, एसईसीएल कालोनी मानिकपुर, एमपी नगर, रामनगर एसईसीएल मुड़ापार, सीएसईबी कालोनी, एसबीआई उरगा एमआईजी आरपी नगर, दुरपा रोड वार्ड-4, अंजोरीपाली भैंसमा, शिवमंदिर खोड्डल, रिसदी चौक वार्ड 32, मेन रोड कोरबा, दोंदरो बालको नगर, चारपारा कोहड़िया, परसाभाठा बालको, दादरखुर्द, आरएसएस नगर, हाउसिंग बोर्ड दादरखुर्द कोरबा, आईटीआई रामपुर, बालको पुलिस लाईन, आईटीआई डिंगापुर, खरमोरा, शारदा विहार, बेलाकछार बालको, निहारिका रोड, पाली ब्लाक के ग्राम पुलालीकला, केराझरिया, मादन, पोड़ीउपरोड़ा ब्लाक के पोड़ी उपरोड़ा से ये सभी संक्रमित मिले हैं। इन सभी को उनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण के अनुसार होम आइसोलेशन पर रखने अथवा कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी की जा रही है।
- कोरोना संक्रमण के तेजी से फेलने की आशंका पर प्रशासन और पूर्वांचल सर्व समाज समिति की बैठक में बनी सहमति
घर में रहकर निभाई जायेगी छठ पर्व की रस्में
कोरबा : कोरोना महामारी के चलते इस बार छठ पर्व सामूहिक रूप से नहीं मनाई जायेगी। घर पर ही रहकर छठ पर्व की सभी रस्में पूरी की जायेगी। इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में निर्देश भी जारी कर दिया गया है।केवल व्रतधारी महिला-पुरूष के साथ एक सहयोगी को सूर्य को अर्द्ध देने छठ घाट, नदी, तालाब जाने की अनुमति देने संबंधी मांग को लेकर आज कोरबा पूर्वांचल सर्व समाज विकास समिति के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन के साथ बैठक की।
बैठक में सामूहिक रूप से छठ मनाने से भीड़ के कारण कोरोना संक्रमण बढ़ने की व्यापक संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने समिति के मांग पर पदाधिकारियों को घर पर ही छठ पूजा करने की समझाईस दी।इस संबंध में चर्चा करने आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में बैठक में प्रशासन और समिति सदस्यो के बीच घर पर ही छठ पूजा की रस्में पूरी करने पर सहमति बनी । अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कोरबा पूर्वांचल सर्व समाज विकास समिति के संरक्षक एवं महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद, समिति के अध्यक्ष अवधेश सिंह तथा समिति के सदस्य गण शामिल हुए। इस दौरान एसडीएम श्री सुनील नायक तथा पुलिस विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।
बैठक में समिति के सदस्यों ने बताया कि व्रतधारी लम्बे समय से सूर्य में अर्द्ध देने मन्नतें मांगे रहते हैं। सभी के घरों में कृत्रिम तालाब या जल भराव की व्यवस्था नहीं है इसलिये ऐसे व्रतधारी को एक सहयोगी के साथ नदी, तालाब सूर्य को अर्द्ध देने जाने की अनुमति देने की अनुमति दी जाये। समिति के सदस्यों ने यह भी कहा कि यह पूर्वांचल का महान पर्व है, व्रतधारी को आत्म संतुष्टि के लिये घाटों में अर्द्ध देना जरूरी होता है।
बैठक में लम्बी चर्चा के उपरांत अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया ने कहा कि जिले में रोजाना 150 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो रही है। कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है और सावधानी बरतते हुए अपने घर में ही छठ पर्व मनाने की जरूरत है। अपर कलेक्टर ने कहा कि सामूहिक रूप से छठ पर्व मनाने से छठ घाटों, नदी, तालाबों में बड़ी संख्या में भीड़ रहने की संभावना होगी।
जिससे सामुदायिक रूप से कोरोना संक्रमण फैलना भी संभावित है। कोविड महामारी के दौरान संक्रमण के खतरे को देखते हुए कि इस तरह से अनुमति देना कोविड काल में उचित नहीं होगा। श्रीमती महोबिया ने बैठक में कहा कि कोेरोना से बचाव के लिये प्रशासन शुरू से ही प्रयास कर रहा है।
त्यौहार घर-परिवार, समुदाय-समाज में खुशियां लाने के लिये है। ऐसे में कोरोना संक्रमण से इन पर भी चमक फिकी पड़ सकती है। प्रशासन लोगों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए सामुदायिक रूप से संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिये ही घरो पर छठ पर्व मनाने की अपील कर रहा है। साथ ही ऐसे निर्देश भी जारी किये जा चुके हैं। - दर्री और हरदीबाजार होंगे नये तहसील
कोरबा : राज्य शासन ने राज्य मे 23 नये तहसीलों के गठन को मंजूरी दे दी है। कोरबा जिले को भी दो नई तहसीलों की सौगात मिल गई है। जिले में दर्री और हरदीबाजार को नया तहसील के रूप में दर्जा दिया गया है। 11 नवम्बर से 23 तहसीलों का गठन संबंधी अधिसूचना राजपत्र में प्रकाशित कर दी जायेगी।
23 तहसीलों में कोरबा जिले के भी दो तहसील शामिल हैं। विकासखण्ड कोरबा के दर्री और हरदीबाजार को नये तहसील के रूप में गठन को स्वीकृति दी गयी है। दोनो नये तहसीलों में कुल 96 गांव शामिल होंगे तथा कुल 44 पटवारी हल्का भी सम्मिलित रहेंगे। तहसील दर्री में 48 गांव, 25 पटवारी हल्का के अंतर्गत रहेंगे। तहसील हरदीबाजार में 48 गांव शामिल होेंगे जो 19 पटवारी हल्का के अंतर्गत आयेंगे। - कोरबा : कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत विभिन्न संविदा पदों में भर्ती के चयन एवं प्रतिक्षा सूची जारी किये गये थे। विकासखण्ड लेखा प्रबंधक एवं स्टाफ नर्स एनएचएम के अंतिम चयन एवं प्रतिक्षारत की संशोधित सूची जारी कर दी गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सह सचिव चयन समिति ने बताया कि उक्त सूची कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरबा के सूचना पटल पर देखा जा सकता है। उक्त सूची कोरबा जिले के वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डाॅट कोरबा डाॅट जीओवी डाॅट इन में उपलब्ध है जिसका अवलोकन किया जा सकता है। - कोरबा : कोरबा जिले में रविवार को 130 कोरोना संक्रमित नए मरीज दर्ज हुए हैं। देर शाम जारी मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक जिले के करतला ब्लॉक के बरपाली लैंको से 1, कटघोरा ब्लॉक के आदर्श नगर कुसमुण्डा, सीआईएसएफ दीपका, ऊर्जा नगर, प्रगति नगर, परम मित्र नगर बतारी, चैनपुर, कटघोरा, ग्राम बतारी, कसईपाली, लोतलोता, दीपका मेस, दीपका कालोनी, विजय नगर, जवाली बस्ती, रंजना बस्ती, कुसमुण्डा, डांड़पारा स्याहीमुड़ी, सीपेट स्याहीमुड़ी, न्यू सी टाइप एचटीपीएस कालोनी, छुरी पोड़ीउपरोड़ा, कावेरी विहार एनटीपीसी, नर्मदा विहार, सरस्वती विहार, कृष्णा विहार, यमुना विहार से कुल 46 संक्रमित मिले हैं। कोरबा ब्लाक के मेन रोड, एसबीएस कालोनी, जैतखाम के पास खोड्डल, शिवाजी नगर, बालको आवासीय कालोनी, सीएसईबी पूर्व, ग्राम जिलगा, अखरापाली उरगा, पंडरीपानी भैंसमा, बेंदरकोना, ईएसआईसी कोविड अस्पताल, पुरानी बस्ती कोरबा, तुलसी नगर, एमपी नगर, सर्वमंगला नगर पटेल पारा, पोड़ीबहार टीपी नगर, नेहरू नगर बालको, ग्राम गोढ़ी, तिलकेजा, आमापाली, सरईडीह, अग्रसेन चौक, बरपाली, राताखार टीनादफाई, दादरखुर्द, सिविक सेंटर बालको, नगर निगम कालोनी, इंदिरा नगर बालको, आजाद नगर, आरएसएस नगर, साडा कालोनी बालको, शांति पारा, जीईटी हॉस्टल बालको, छुईडोढ़ा, पाली ब्लाक के पटपरा बस्ती, कोरबी पाली, सरईसिंगार, चैतमा, पोड़ीउपरोड़ा ब्लाक के पोड़ीउपरोड़ा, गुडरूमुड़ा व अमलडीहा से ये सभी संक्रमित मिले हैं। इन सभी को उनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण के अनुसार होम आइसोलेशन पर रखने अथवा कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी की जा रही है।
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रेत चोरी के नए-नए तरीके आ रहे हैं सामने, देर शाम एक ट्रेक्टर ट्राली जप्त, उरगा थाना को सुपुर्दगी की कार्यवाही प्रक्रियाधीन
कोरबा : प्रशासन की सख्ती के बाद भी रेत चोर नए-नए तरीके से रेत चोरी के काम को अंजाम दे रहे हैं। आज शाम फिर संदेहास्पदरूप से रेत परिवहन करते एक ट्रेक्टर-ट्राली को कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देशन तथा अनुविभागीय दंडाधिकारी कोरबा श्री सुनील नायक एवं जिला स्तरीय खनिज उड़नदस्ता टीम के अध्यक्ष श्री आशीष देवांगन के मार्गदर्शन में बरपाली नायब तहसीलदार एवं जिला स्तरीय खनिज उड़नदस्ता टीम के सदस्य श्री पंचराम सलामे ने ग्राम बरपाली में जप्त किया।
बरपाली उपतहसील कार्यालय के सामने से ही जा रहे रेत से भरे ट्रेक्टर-ट्राली की जाँच के बाद मामला एक ही रॉयल्टी पर्ची रेत घाट से प्राप्त कर उससे दिन भर और बार-बार रेत का अवैध परिवहन करने का प्रतीत हो रहा है। नायब तहसीलदार ने बताया कि आज शाम लगभग छः बजे ग्राम बरपाली के उपतहसील कार्यालय के पास रेत से भरे वाहन ट्रेक्टर क्रमांक CG 12 U 1070 को रोक कर उनके द्वारा सामान्य जाँच की गई। रेत को तिरपाल से भी नहीं ढंका गया था।
जाँच के दौरान ट्रेक्टर चालक से ज़रूरी दस्तावेज परीक्षण के लिए माँगे गए। वाहन चालक रामावतार द्वारा पेश रॉयल्टी पर्ची की जाँच करने पर उसे सुबह 10 बजे ग्राम भैंसामुड़ा के हसदेव नदी स्थित लाइसेंसी रेत घाट से जारी होना पाया गया। किन्तु सुबह 10 बजे जारी इस रॉयलटी पर्ची से शाम 6 बजे रेत का परिवहन करते पाए जाने पर रॉयलटी पर्ची की और बारीकी से जांच में यह भी पाया गया कि रॉयलटी पर्ची में अंकित अनुसार वाहन को भैंसामुड़ा खदान से रेत लेकर गंतव्य स्थान ग्राम भैंसामुड़ा के ही पारा क़ुरैहीया पारा जाना था, परंतु जांच के दौरान वाहन चालक के बताए अनुसार वह रेत को ग्राम बरपाली से तुमान रोड स्थित ग्राम पकरिया लेकर जा रहा था।
जाँच के दौरान चालक द्वारा वाहन ट्रेक्टर से सम्बंधित पंजीयन दस्तावेज, बीमा, लाइसेंस आदि भी पेश नहीं किया गया।इस प्रकार सुबह दस बजे जारी की गई रॉयल्टी पर्ची से शाम छः बजे रेत का परिवहन और रॉयलटी पर्ची में दर्शित गंतव्य स्थान से भिन्न स्थान की ओर रेत का परिवहन करते पाए जाने पर वाहन ट्रेक्टर को संदेहास्पद पाए जाने पर वाहन चालक रामावतार यादव, निवासी ग्राम सरईडीह से वाहन जप्त कर थाना उरगा के सुपुर्द दिये जाने की कार्यवाही की जा रही है। जप्तशुदा वाहन ट्रेक्टर का स्वामी ग्राम सलिहाभांठा निवासी प्रमोद झा होना बताया जा रहा है।
एक ही रॉयलटी पर्ची से दिनभर रेत ढोने की है प्रशासन को सूचना
प्रशासन को पहले भी एक रॉयल्टी पर्ची से दिन भर एवं कई बार रेत के अवैध परिवहन की सूचनाएँ भी मिली थी। ऐसी भी सूचनाएं हैं कि लाइसेंसी रेत घाटों से दिन में एक रॉयलटी पर्ची प्राप्त कर अन्यत्र स्थलों से भी अवैध रूप से रेत का उत्खन्नन कर परिवहन किया जा रहा है। पकड़े जाने पर ट्रेक्टर चालकों के द्वारा तरह-तरह के बहाने बनाये जाते हैं। इससे शासन को मिलने वाली रॉयल्टी राशि का नुकसान हो रहा है और इन कार्यों में संलिप्त व्यक्ति अवैध लाभ अर्जन में लगे हैं।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल भी रेत के अवैध खनन और परिवहन को लेकर बेहद सख़्त है। उन्होंने सभी एसडीएम और कार्यपालिक दंडाधिकारियों को रेत के अवैध उत्खन्नन और परिवहन पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश पहले ही दे रखें है।
अवैध उत्खन्नन और परिवहन पर कार्यवाही के संबंध में प्रति सप्ताह के मंगलवार को आयोजित होने वाली समयसीमा की बैठक में नियमित समीक्षा किया जाता है। - वायु प्रदूषण रोकने वायु गुणवत्ता नौ से 14 नवम्बर तक मापी जायेगी
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने जारी किये आदेश
कोरबा : आगामी त्यौहारों के दौरान पटाखे उपयोग होने से वायु प्रदूषण बढ़ने के कारण कोविड-19 वायरस का संक्रमण बढ़ना संभावित है। त्यौहारों के समय वायु प्रदूषण को रोकने तथा कोरोना वायरस संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिय राज्य शासन ने पटाखे फोड़ने का समय तय कर दिया है। अब दीपावली, छठ गुरूपर्व, नया वर्ष तथा क्रिसमस में पटाखे फोडने के लिये समयावधि दो घंटे निर्धारित की गई है।
राज्य के मुख्य सचिव के निर्देश के बाद जिला कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने भी सभी दण्डाधिकारियों सहित पुलिस एवं पर्यावरण विभाग तथा नगर निगम के अधिकारियों को पत्र जारी किया है। आगामी त्यौहारों के दौरान वायु प्रदूषण को रोकने तथा वायु गुणवत्ता सुधारने केवल हरित पटाखे ही बेचने और उपयोग करने की अनुमति दी गई है।
जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशानुसार हरित पटाखे फोड़ने की अवधि दीपावली में रात आठ बजे से दस बजे तक, छठ पूजा के दौरान सुबह छह बजे से सुबह आठ बजे तक, गुरूपर्व में रात आठ बजे से रात दस बजे तक एवं नया वर्ष और क्रिसमस के दौरान रात 11 बजकर 55 मिनट से रात साढ़े 12 बजे तक निर्धारित की गई है।
पर्यावरण संरक्षण मण्डल द्वारा जिले में नौ नवंबर से 14 नवंबर तक वायु गुणवत्ता मापी जायेगी तथा नियमित माॅनिटरिंग भी की जायेगी। वायु गुणवत्ता के अंतर्गत पीएम 10 में भारी धातु लेड, निकिल, आर्सेनिक एवं पीएम 2.5 में भारी धातु एल्युमिनियम, बेरियम एवं आयरन तथा सल्फर डाय आॅक्साइड, नाइट्रिक आॅक्साइड के स्तर की माॅनिटरिंग की जायेगी।
त्यौहार के समय पटाखे उपयोग करने के संबंध में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल तथा माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा। कम प्रदूषण करने वाले ही एवं हरित पटाखों की बिक्री लाइसेंस्ड ट्रेडर्स द्वारा ही की जा सकेगी। केवल उन्हीं पटाखों को उपयोग के लिये बाजार में बेचा जा सकेगा जिनसे उत्पन्न ध्वनि का स्तर निर्धारित सीमा के भीतर हो। माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार सीरीज पटाखे अथवा लड़ियों की बिक्री, उपयोग एवं निर्माण पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। पटाखों में लिथियम, आर्सेनिक, एंटीमनी, लेड एवं मर्करी का उपयोग करने वाले पटाखा निर्माताओं का लाइसेंस भी रद्द करने के भी निर्देश दिये गये हैं। आॅनलाइन या ई-काॅमर्स वेबसाइटों से पटाखों की बिक्री पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। - दावा आपत्तियां ई-मेल से 16 नवंबर तक ली जायेगी
कोरबा : कोरबा जिले में स्थापित हो रहे तीन इंग्लिश मीडियम स्कूलों में शिक्षकीय और गैर शिक्षकीय पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तेजी से जारी है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने शासकीय नियमानुसार तीनों स्कूलों पंप हाउस (कोरबा) हरदीबाजार(कटघोरा) एवं पाली में सभी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया 30 नवंबर तक पूरा करने के निर्देश भी जिला शिक्षा अधिकारी को दिए हैं।
इसी तारतम्य में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल पंप हाउस कोरबा, हरदीबाजार और पाली में विभिन्न शिक्षकीय एवं गैर शिक्षकीय पदों पर भर्ती के लिए आॅनलाईन आवेदन मंगाये गए थे। निर्धारित अंतिम तिथि तक प्राप्त आवेदनों की स्कूटनी और परीक्षण के बाद तीनों स्कूलों के लिए पदवार पात्र एवं अपात्र उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी गई है।
यह सूची वेबसाइट www.korba.gov.in और https://www.ssekorba.com पर भी अपलोड की जा चुकी है। अभ्यर्थी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय या इन वेबसाइटों पर सूची का अवलोकन कर सकते हैं। जारी पात्र-अपात्र सूची में शामिल किसी उम्मीदवार के विषय में कोई दावा आपत्ति ई-मेल [email protected] पर 16 नवंबर 2020 शाम 5.30 बजे तक ली जायेगी। दावा आपत्तियां करने वाले को प्रमाण सहित अभिलेखों का पीडीएफ बनाकर निर्धारित प्रारूप में आवेदन ई-मेल पर भेजना होगा। निर्धारित तिथि व समय के बाद प्राप्त दावा-आपत्तियों पर विचार नहीं किया जायेगा। - कलेक्टर श्रीमती कौशल ने डीजे साउंड बजाने संबंधी जारी किए दिशा-निर्देश
कोरबा : जिले में विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में डीजे साउंड बाक्स बजाने की अनुमति जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों के तहत प्रदान कर दी गई है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोविड-19 गाईडलाईन का पालन करते हुए कोरबा जिला अंतर्गत सामाजिक कार्यक्रमों में डी.जे. साउण्ड बाॅक्स बजाने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं।
जारी दिशा-निर्देशानुसार डी.जे. साउण्ड बाॅक्स बजाते समय केवल दो छोटे साउण्ड बाॅक्स का उपयोग किया जा सकेगा। डी.जे. साउण्ड बाॅक्स किसी भी सार्वजनिक रोड पर नहीं बजाया जायेगा। केवल कार्यक्रम के नियत स्थान पर बजाने की अनुमति अधिकतम समय रात्रि दस बजे तक के लिए मान्य होगी। किसी भी वाहन में साउण्ड बाॅक्स रखने की अनुमति नहीं होगी।
दो छोटे साउण्ड बाॅक्स अस्थाई रूप से स्टैण्ड में रखकर बजायें जा सकेगें। जारी दिशा निर्देशानुसार जिस क्षेत्र में डी.जे. साउण्ड बाॅक्स बजाया जाना है, उसके पूर्व उस क्षेत्र के थाना प्रभारी को इसकी पूर्व सूचना देना होगा। डी.जे. साउण्ड बाॅक्स बजाते समय उसमें सम्मिलित होने वाले समस्त व्यक्तियों को भारत सरकार तथा राज्य शासन द्वारा कोरोना वायरस के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु जारी समस्त निर्देशों का पालन करना होगा।
कोविड-19 प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए धुमाल, बैण्ड तथा डी.जे. साउण्ड बाॅक्स बजाने वालों में सम्मिलित होने वाले समस्त व्यक्तियों का थर्मल स्क्रीनिंग कराया जाना, मास्क पहनना, समय-समय पर हैण्ड सेनेटाईजर का उपयोग करना जरूरी होगा।
इसके साथ ही फिजिकल डिस्टेंशिंग तथा सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करते हुए व्यक्तियों के मध्य कम से कम दो मीटर या 06 फीट की दूरी रखना अनिवार्य होगा। धुमाल, बैण्ड तथा डी.जे. साउण्ड बाॅक्स बजाते समय एन.जी.टी. एवं शासन के द्वारा ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के लिए निर्धारित मानकों कोलाहल अधिनियम, भारत सरकार एवं माननीय सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन किया जाना होगा।
शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशा का उल्लंघन करने पर सम्पूर्ण जिम्मेदारी धुमाल, बैण्ड तथा डी.जे. पार्टी के प्रबंधक या संचालक की होगी तथा भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 188 तथा अन्य सुसंगत विधि अनुसार संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। निर्देशों के उल्लंघन करने पर एपिडेमिक डिसीज एक्ट एवं विधि अनुकूल नियम अनुसार अन्य धाराओं के तहत् कठोर कार्यवाही भी की जायेगी। - कोरबा : कोरबा जिले में रविवार को 228 कोरोना संक्रमित नए मरीज दर्ज हुए हैं।देर शाम जारी मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक जिले के बांकीमोंगरा, कोरबा, रानी रोड धनवार पारा, अग्रसेन चौक, दर्री रोड, अग्रवाल मोहल्ला दर्री रोड, कोरकोमा, ढोढ़ीपारा, दर्री, आदर्श नगर कुसमुण्डा, मड़वाढोढ़ा बांकी, डांड़पारा जैलगांव, सिंचाई कालोनी दर्री, बुंदेली, हाउसिंग बोर्ड कालोनी कोरबा, विकास नगर कुसमुण्डा, ऊर्जा नगर दीपका, सीआईएसएफ दीपका गेवरा, मानिकपुर कालोनी, हाउसिंग बोर्ड बालको, बालको आवासीय कालोनी, सिविक सेंटर बालको, ग्राम रूकबहरी, बेलाकछार, शिवाजी नगर, एमपी नगर, शक्ति नगर गेवरा, सीएसईबी कालोनी दर्री, बलगीखार, ग्राम तुमान करतला, नवापारा, दादरकला, बरपाली, नरईडीह, फुलवारी पारा, सण्डैल, बांधापाली, ग्राम कोलगा, हरदीबाजार पाली, केराकछार, प्रगतिनगर दीपका, ओबी मेस दीपका, आजाद चौक दीपका, ग्राम छुईढोढ़ा, रतिजा प्लांट, झाबर दीपका, बेलटिकरी, झाबर, गरुण नगर दीपका, ज्योतिनगर दीपका, खरमोरा, अखरापाली उरगा, चैतमा कैंप, एचटीपीपी, एचटीपीएस कालोनी दर्री, कृष्णा विहार एनटीपीसी, साडा कालोनी जमनीपाली, एसबीएस कालोनी एसईसीएल, सीएसईबी पूर्व कालोनी दर्री, दर्री पुरानी बस्ती, फर्टिलाइजर वार्ड 52, जैलगांव जमनीपाली, के-2 विहार, सेंद्रीदफाई, जेठूदफाई, बांकीमोंगरा, ढेलवाडीह, कटघोरा वार्ड-6, कटघोरा वार्ड-15, धंवईपुर, सीपेट, हाउसिंग बोर्ड कालोनी वार्ड-15, आईटीआई रामपुर, तुलसीनगर कोरबा, सुभाष नगर निहारिका, शारदा विहार पावर इम्पिरिया, पोड़ीबहार, सर्वमंगला रोड फोकटपारा, गुप्ता गली, सीतामणी गोकुलगंज, पुराना बस स्टैंड कोरबा, अग्रोहा मार्ग, प्रताप नगर, निषाद मोहल्ला मुड़ापार, एसईसीएल मेन हॉस्पिटल, नेहरू नगर बालको, पावर हाउस रोड, पथर्रीपारा, उरगा थाना के निकट, ग्राम तिलकेजा, पुरानी बस्ती कोरबा, निगम कालोनी कोरबा, नेहरू नगर बुधवारी, न्यू हाउसिंग बोर्ड कालोनी खरमोरा, नीचे पारा दादरखुर्द, वार्ड-1 उरगा, इंदिरा विहार टीपी नगर, चंद्रनगर, पोड़ीउपरोड़ा, ग्राम मल्दा, दुल्लापुर व अमलडीहा पोड़ीउपरोड़ा से ये सभी संक्रमित मिले हैं। इन सभी को उनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण के अनुसार होम आइसोलेशन पर रखने अथवा कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी की जा रही है।
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नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत ने आकांक्षी जिलों में विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की
नई दिल्ली से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई महत्वपूर्ण बैठक, कलेक्टर हुईं शामिल
कोरबा : नीति आयोग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अमिताभ कांत ने आज छत्तीसगढ़ के कोरबा सहित दस आकांक्षी जिलों में निर्धारित किये गये सूचकांको पर केन्द्र सरकार की योजनाओं, विकास कार्यों की समीक्षा की। वीडियो काॅन्फ्रंेसिंग के माध्यम से श्री कांत दिल्ली से यह समीक्षा बैठक की।
इस बैठक में आयोग के सीईओ ने पिछले छह महीनों से कोरोना संक्रमण के कारण जिले में जनहितकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की धीमी पड़ी रफ्तार को भी अब तेज करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।उन्होंने स्वास्थ्य, पोषण, किसानों के लिये सिंचाई की सुविधा बढ़ाने के साथ-साथ नगदी फसलों की खेती और द्वि-फसली रकबे को बढ़ाने के लिये तैयार की गई केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं में तेजी से क्रियान्वयन किये जाने की जरूरत पर जोर दिया।
श्री कांत ने जिले में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी कलेक्टर श्रीमती कौशल से ली। छत्तीसगढ़ के सभी आकांक्षी जिलों के कलेक्टर और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इस बैठक में शामिल हुए।
कोरबा जिले से कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल और जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार तथा विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी शामिल हुए। आयोग के सीईओ ने आने वाले दिनों में पशुपालन से लेकर सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के वितरण और मुद्रा लोन से स्वरोजगार को बढ़ाने के लिये विशेष प्रयास करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंनेे कोविड संक्रमण के कारण कोरबा जिले में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर पड़े प्रभाव की भी जानकारी कलेक्टर श्रीमती कौशल से ली और कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए आने वाले समय में योजनाओं के क्रियान्वयन की गति बढ़ाने के उपाय करने के निर्देश दिये।समीक्षा के दौरान आयोग के सीईओ ने कोरबा जिले में गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, संस्थागत प्रसव सहित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को पोषण योजनाओं से लाभान्वित करने, नौ से ग्यारह माह के बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण का काम तेज करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
उन्होंने कुपोषण मिटाने के लिये केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित सुपोषण योजनाओं में तेजी और पारदर्शिता से कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। पूरक पोषक आहार की उपलब्धता, गुणवत्ता और सही मात्रा पर जोर देते हुए आयोग के अधिकारियों ने आंगनबाड़ी केन्द्रों को अधिक सशक्त बनाने और बच्चों के शारीरिक तथा मानसिक विकास की पूरी निगरानी रखने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये।
बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने के लिये स्कूलों में आधारभूत संरचनाओं के विकास और क्लस्टर वार माॅडल स्कूल बनाने पर आयोग के अधिकारियों ने जोर दिया तथा स्कूलों में विद्यार्थियों का शत-प्रतिशत प्रवेश सुनिश्चित करने और कोई भी बच्चा ड्राॅप आउट नहीं होना सुनिश्चित करने को कहा। कृषि और सिंचाई रकबे में वृद्धि के लिये नीति आयोग के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री किसान योजना के बेहतर क्रियान्वयन और किसान उत्पादक समूह बनाकर छोटी प्रसंस्करण ईकाईयां लगाने के प्रयास करने के निर्देश दिये।
अधिकारियों ने गौवंश की नस्ल सुधार और उनका अधिक से अधिक कृषि तथा रोजगार मूलक कार्यों में उपयोग करने के लिये कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम को सफल बनाने के निर्देश दिये। युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने आजीविका महाविद्यालयों के साथ-साथ आईटीआई, महाविद्यालयों और स्कूलांे में भी व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू करने के लिय कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी बैठक मे दिये गये।सीईओ ने सभी आकांक्षी जिलों के कलेक्टरों को निर्धारित सूचकांको पर प्रतिमाह समीक्षा करने के निर्देश भी दिये।
श्री कांत ने विभिन्न विभागों में खाली पड़े पदों पर शीघ्र नियुक्ति के लिये भी प्रयास करने को कहा। उन्होंने भारत सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन में परेशानी होने पर वरिष्ठ अधिकारियों से तत्काल मार्गदर्शन लेने का सुझाव भी दिया। सीईओ ने जिलों के विकास के लिये बनने वाली कार्ययोजनाओं में एडीबी और यूएनडीपी की टीम से भी मदद लेने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्री अमिताभ कांत ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, कृषि एवं सहकारिता, वित्त और कौशल विकास मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों को भी समय-समय पर किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश दिये।उल्लेखनीय है कि नीति आयोग द्वारा कोरबा सहित छत्तीसगढ़ के दस जिलों को आकांक्षी जिलों में शामिल किया गया है।
केन्द्र सरकार की कार्य योजना के तहत इन सभी जिलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, कृषि, पोषण, बिजली, सामाजिक सुरक्षा और स्वरोजगार जैसी जनहितकारी योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जाना है। योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित 49 सूचकांक भी नीति आयोग द्वारा निर्धारित किये गये हैं। आज इन्हीं सूचकांको और इनसे संबंधित उप सूचकांको पर जिलों की प्रगति की समीक्षा की गई। - नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल केे जारी आदेश अनुसार फसलों के अवशेषों को खेतों में जलाने पर प्रतिबंध
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने गौठानों में अधिक से अधिक पैरा दान करने की अपील किसानों से की
कोरबा : राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा खेतों में फसलों के कटने के बाद बचे अवशेषों को जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। खेतों में बचे फसल अवशेषों को जलाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को संज्ञान में लेते हुए ट्रीब्यूनल द्वारा यह आदेश जारी किया गया है। आदेश में किसानों द्वारा खेतों में फसल अवशेष जलाने पर दण्ड का भी प्रावधान किया गया है।
उप संचालक कृषि श्री शुक्ला ने आज यहां बताया कि नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल के आदेश के अनुसार यदि कोई कृषक अपने खेतों में फसल अवशेष जलाते हुए पाये जाते हैं तो दो एकड़ रकबा वाले कृषकों से दो हजार 500 रूपए, दो से पांच एकड़ वाले कृषकों से पांच हजार रूपए एवं पांच एकड़ से अधिक रकबा वाले कृषकों से 15 हजार रूपए दण्ड वसूलने का प्रावधान किया गया है।
उप संचालक ने बताया कि फसल अवशेष को जलाने से खेत की छह इंच परत जिसमें विभिन्न प्रकार के लाभदायक सूक्ष्मजीव जैसे राइजोबियम, एजेक्टोबैक्टर, नील हरित काई के साथ ही मित्र कीट के अण्डें भी नष्ट हो जाते हैं एवं भूमि में पाये जाने वाले ह्यूमस, जिसका प्रमुख कार्य पौधों की वृद्धि पर विशेष योगदान होता है, वो भी जल कर नष्ट हो जाते हैं, जिससे आगामी फसल उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। साथ ही भूमि की उर्वरा शक्ति भी अवशेष जलाने से नष्ट होती है। फसल अवशेषों का उचित प्रबंधन जैसे फसल कटाई उपरांत अवशेषों को इकऋा कर कम्पोस्ट गड्ढे या वर्मी कम्पोस्ट टांके में डालकर कम्पोस्ट बनाया जा सकता है अथवा खेत में ही पड़े रहने देने के बाद जीरों सीड कर फर्टिलाइजर ड्रील से बोनी कर अवशेष को सडने हेतु छोड़ा जा सकता है।
इस प्रकार खेत में अवशेष छोडने से नमी संरक्षण, खरपतवार नियंत्रण एवं बीज के सही अंकुरण के लिए मलचिंग का कार्य करता है। उप संचालक ने बताया कि एक टन पैरा जलाने से तीन किलो पर्टिकुलेट मैटर (पीएम), 60 किलो कार्बन मोनो आक्साइड, एक हजार 460 किलो कार्बन डाइ आक्साइड, दो किलो सल्फर डाइ आक्साइड जैसे गैसों का उत्सर्जन तथा 199 किलो राख उत्पन्न होती है। अनुमान यह भी है कि एक टन धान का पैरा जलाने से मृदा में मौजूद 5.5 किलोग्राम सल्फर नष्ट हो जाता है।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने की पैरा दान करने की अपील- इस संबंध मे कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिले के सभी किसानों से फसल कटने के बाद गौठानों में अधिक से अधिक पैरा दान करने की अपील की है, ताकि गौठानों में आने वाले पशुओं को साल भर पर्याप्त भोजन मिल सके। उन्होंने जिले के सभी सरपंचों से भी मुनादी कराकर किसानों से गौठानों में पैरा दान करने का आग्रह करने की अपील की है। कलेक्टर ने यह भी बताया है कि पैरे को जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है।ऐसा करने पर छत्तीसगढ़ ग्राम पंचायत स्वच्छता सफाई एवं न्यूसेंस का निराकरण तथा उपशमन नियम 1999 के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
कलेक्टर ने यह भी अपील की है कि सभी सरपंच अपने-अपने गांवों में धान कटाई के बाद बचे हुए फसल अवशेष पैरे को किसानों को जलाने नहीं देवें। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कृषि विभाग के मैदानी अमले को निर्देशित किया है कि धान कटाई के बाद के फसल अवशेष नरई को जलाने की जगह उससे खाद बनाने के तरीके किसानों को बतायें और शासकीय योजना का लाभ उठाने के लिये प्रेरित करें। - कोरबा : कोरबा जिले में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के मामले में राहत भरी खबर रही। आज जिले भर से मात्र 87 संक्रमित दर्ज हुए हैं। करतला ब्लॉक के ग्राम फ़रसवानी, रामपुर, संडेल, सरगबुदिया से कुल 6 संक्रमित दर्ज हुए हैं।
कटघोरा ब्लॉक के कावेरी बिहार एनटीपीसी, ग्राम अरदा, बांकीमोगरा, दीपका टावर मोहल्ला, गंगा भवन एनटीपीसी, ज्योति नगर दीपका, कटघोरा वार्ड दो, कुसमुंडा, विकास नगर, ऊर्जानगर दीपका, महामाया जनरल स्टोर कुसमुंडा, दीपका कॉलोनी, आजाद चौक, अगारखार, ओबी मेस दीपका, दीपका कॉलोनी, गेवरा, कोरबा ब्लॉक के एसबीएस कॉलोनी, बालको आवासीय कॉलोनी, झूलेलाल निवास टीपी नगर, इंदिरा कॉलोनी टीपी नगर, अमरैय्या पारा, बाल्को हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, भदरापारा, बुधवारी बस्ती, दादर खुर्द, दैहानपारा, ढोड़ी पारा, डिंगापुर, शिवाजी नगर, फॉरेस्ट कॉलोनी कोरबा, गढ़ उपरोड़ा, गुप्ता गली मेन रोड, कोरकोमा, आर एस एस नगर, राजगामार, मेन रोड कोरबा, मानिकपुर , पथरीपारा, राताखार, रूमगरा, सर्वमंगला नगर कोरबा, सीतामढ़ी रेस्ट हाउस, ग्राम सोनपुरी, सुभाष ब्लॉक, टीपी नगर, वार्ड 14 दुरपा कोरबा, पाली ब्लॉक के चैतमा कैम्प, हरदी बाजार, रतीजा प्लांट, पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के सीएचसी पोड़ी उपरोड़ा, गुरसिया, पोड़ी उपरोड़ा व ग्राम पुटुवा तुमान से यह सभी 87 संक्रमित मिले हैं। इन्हें इनमें संक्रमण का लक्षण के अनुसार होम आइसोलेशन पर रखने अथवा कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी की जा रही है। - त्यौहारी सीजन की खरीददारी में कोविड प्रोटोकाॅल का सख्ती से करें पालन
कोरबा : कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आगामी 20 नवंबर को महत्वपूर्ण छठ त्यौहार के दौरान नदी-तालाबों और छठ घाटों पर ना जाकर घरो में ही छठ पूजा की सभी रस्में और परंपरायें पूरी करने की अपील जिले वासियों से की है। छठ त्यौहार के दौरान पूजा-अर्चना के लिये बड़ी संख्या में लोग नदी-तालाबों और छठ घाटों पर इकट्ठे होते हैं।लोगों के इस तरह इकट्ठे होने से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका है। कलेक्टर ने इसी आशंका के मद्देनजर लोगों से अपील की है कि घर पर ही छठ पूजा की रस्में निभाएं और कोरोना से लड़ाई में शासन-प्रशासन के संकल्प को अपनी इस छोटी सी भागीदारी से पूरा करने में सहयोग करें।
कलेक्टर ने अपील की है कि कोरोना वायरस से फैली महामारी का प्रभाव अभी खत्म नहीं हुआ है। कोरबा जिले में हर रोज ही कोरोना संक्रमितों की पहचान हो रही है। यदि हम अभी सर्तक नहीं हुए तो कोरोना की यह रफ्तार और तेज हो सकती है। श्रीमती कौशल ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी अभी की परिस्थितियों में कोरोना को बढ़ने से रोकने के लिये अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है।उन्होंने दीवाली सहित छठ पूजा के इस त्यौहारी सीजन में कोविड प्रोटोकाॅल का सख्ती से पालन करने और मास्क लगाने तथा सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर ही अपने सभी काम करने की अपील लोगों से की है।
कलेक्टर ने उदाहरण देकर बताया कि केरल राज्य में ओणम त्यौहार के बाद तेजी से फैले कोरोना संक्रमण से हम सभी को सीख लेनी चाहिए। कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा है कि त्यौहारी सीजन में खरीददारी के समय भी मास्क लगाकर और दो गज दूरी का पालन करके हम दीवाली-छठ पूजा के त्यौहार अपने परिवार के साथ खुशी से मना सकते हैं। थोड़ी सी लापरवाही इन त्यौहारों का आनंद और पूरे परिवार की खुशियों पर ग्रहण लगा सकता है।
श्रीमती कौशल ने लोगों से अपील की है कि खरीददारी करने निकलते समय मास्क जरूर लगायें, अपने हाथों को बार-बार सेनेटाइज करते रहें, बेवजह चीजों को ना छुएं और कहीं पर भी भीड़ ना लगाएं। उन्होंने कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिये शासन-प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों में अपना बहुमूल्य सहयोग करने की भी अपील लोगों से की है। - ईपीएफओ के कमिश्नर और कोरबा जिला के प्रभारी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से की समीक्षा
आकांक्षी जिलों के निर्धारित सूचकांको पर हुई समीक्षा, श्री बर्थवाल ने प्रगति तेज करने दिये निर्देश
कोरबा : आकांक्षी जिलांे के लिये नीति आयोग द्वारा निर्धारित किये गये सूचकांको पर आज केन्द्रीय प्रोविडेंट फण्ड संगठन के आयुक्त श्री सुनील बर्थवाल ने कोरबा जिले में हुई प्रगति की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की।श्री बर्थवाल ने पिछले छह महीनों से कोरोना संक्रमण के कारण जिले में जनहितकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की धीमी पड़ी रफ्तार को भी अब तेज करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार सहित आकांक्षी जिलों के लिये निर्धारित सूचकांको से संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी भी शामिल हुए।
बैठक में श्री बर्थवाल ने जिले में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी कलेक्टर श्रीमती कौशल से ली। उन्होंने आने वाले दिनों में स्वास्थ्य, शिक्षा, खेती-किसानी, पशुपालन से लेकर सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के वितरण और मुद्रा लोन से स्वरोजगार को बढ़ाने के लिये विशेष प्रयास करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्री बर्थवाल ने कोविड संक्रमण के कारण जिले में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर पड़े प्रभाव की भी जानकारी कलेक्टर से ली और कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए आने वाले समय में योजनाओं के क्रियान्वयन की गति बढ़ाने के उपाय करने के निर्देश दिये।
नीति आयोग द्वारा कोरबा जिले को छत्तीसगढ़ के दूसरे नौ जिलों के साथ आकांक्षी जिलों में शामिल किया गया है। इसके तहत जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, कृषि, पोषण, बिजली, सामाजिक सुरक्षा और स्वरोजगार जैसी जनहितकारी योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जाना है। योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित 49 सूचकांक भी नीति आयोग द्वारा निर्धारित किये गये हैं। जिलों की प्रगति की समीक्षा इन्हीं सूचकांको पर भारत सरकार के द्वारा नियुक्त जिले के प्रभारी अधिकारी द्वारा की जाती है।
समीक्षा के दौरान श्री बर्थवाल ने जिले में मुद्रा लोन वितरण, आजीविका मिशन के कार्यों सहित सभी मौसमों में दूरस्थ इलाकों तक पहुंच मार्गों के लिये किये गये कार्यों पर संतुष्टि जाहिर की। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बैठक में बताया कि जिले में 250 की आबादी वाले सभी 711 बसाहटों को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बारहमासी सड़कों से जोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण के कारण जिले में वापस लौटे श्रमिकों को भी स्थानीय उद्योगों में रोजगार से जोड़ा गया है।
जिले के प्रभारी श्री बर्थवाल ने जिले में गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, संस्थागत प्रसव सहित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को पोषण योजनाओं से लाभान्वित करने, नौ से ग्यारह माह के बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण का काम तेज करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्री बर्थवाल ने स्कूलों में विद्यार्थियों का शत-प्रतिशत प्रवेश सुनिश्चित करने और कोई भी बच्चा ड्राॅप आउट नहीं होना सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने जिले में सिंचाई का रकबा बढ़ाकर द्वि-फसली और नगदी फसलों के रकबे को बढ़ाने की दिशा में भी प्रयास तेज करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्री बर्थवाल ने आकांक्षी जिलों के तहत निर्धारित सूचकांको पर प्रतिमाह समीक्षा करने के निर्देश कलेक्टर श्रीमती कौशल को दिये। - अब तक नौ हजार 570 पाॅजिटिव मिले, एक हजार 975 सक्रिय, सात हजार 529 मरीज स्वस्थ हुये
कोरबा : जिला प्रशासन की सजगता और गंभीरता के कारण जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की स्वस्थ होने की दर बढ़ रही है। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की औसत रिकवरी रेट बढ़कर 78 प्रतिशत हो गया है। कोरबा जिले में इलाज की बेहतर सुविधा, जांच की अच्छी व्यवस्था और मेडिकल सुविधाओं के कारण औसत रिकवरी रेट में बढ़ोत्तरी हो रही है। जिले में अब तक नौ हजार 570 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। जिनमें से तीन हजार 236 ग्रामीण क्षेत्र से और छह हजार 334 मरीज शहरी क्षेत्र के हैं। जिले में कुल सात हजार 529 मरीज कोरोना से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
वर्तमान में एक हजार 975 संक्रमित मरीजों की ईलाज कोविड अस्पतालों और होम आईसोलेशन में रखकर किया जा रहा है। अब तक जिले के 66 कोरोना संक्रमितों की मृत्यु हुई है जिनमें से अधिकांश जिले से बाहर के कोविड अस्पतालांे में ईलाज के लिये भर्ती थे। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिये अन्य जिलों से बेहतर व्यवस्थाएं की गयी हैं।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में बीते दिन की स्थिति में कोविड-19 के एक हजार 975 सक्रिय प्रकरण हैं, जिनका इलाज जिले के विशेष कोविड अस्पताल सहित स्याहीमुड़ी के कोविड केयर सेंटर, होम आईसोलेशन और निजी क्षेत्र के विशेष कोविड केयर सेंटरों में चल रहा है। अब तक मिले पाॅजिटिव मरीजों और अस्पतालों में इलाज के बाद ठीक हुये मरीजों के हिसाब से करतला विकासखण्ड में रिकवरी रेट जिले में सबसे अधिक है।
करतला में अब तक 878 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है जिनमें से 770 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं तथा 105 सक्रिय मरीज है। पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में बीते दिन तक 332 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है जिनमें से अभी तक इलाज के बाद 257 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। कोरबा विकासखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक 593 कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिले हैं जिनमें से 439 ठीक हो गये हैं तथा 150 सक्रिय मरीज हैं। कटघोरा विकासखण्ड में मिले दो हजार 558 कोरोना मरीजों में से अब तक एक हजार 929 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो गये हैं तथा 609 मरीजों का ईलाज जारी है। जिले में सबसे कम रिकवरी रेट प्रतिशत के हिसाब से कटघोरा विकासखण्ड का है। विकासखण्ड पाली में अब तक 698 कोरोना मरीजों में से 590 मरीज इलाज के बाद ठीक हुये हैं और 105 मरीजों का ईलाज जारी है। कोरबा के शहरी क्षेत्रों में अब तक चार हजार 511 कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की पहचान हुई है जिनमें से तीन हजार 544 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं तथा 931 सक्रिय मरीज हैं। विकासखण्ड पोड़ी-उपरोड़ा में 332 कोरोना मरीजों की पहचान हुई है, जिनमें से 257 मरीज ईलाज के बाद ठीक हो चुके हैं एवं 75 कोरोना मरीजों का ईलाज जारी है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में कोरोना की जांच आरटीपीसीआर, रैपिड एंटीजन टेस्ट और ट्रु-नाॅट तीन पद्धतियों से की जा रही है। जिले में अभी तक कुल 94 हजार 966 कोरोना जांच सैम्पल लिये जा चुके हैं जिनमें से 84 हजार 028 सैम्पलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। केवल नौ हजार 570 सैम्पलों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है तथा 731 सैम्पलों की रिपोर्ट आना बाकी है एवं 637 सैम्पल विभिन्न तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुए हैं। अभी तक आरटीपीसीआर पद्धति से जांच के लिये जिले से कुल 36 हजार 556 सैम्पल प्रयोगशालाओं में भेजे जा चुके हैं जिनमें से तीन हजार 020 सैम्पल की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है तथा 32 हजार 358 सैम्पलांे की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। भेजे गये सैम्पल में से 719 सैम्पलों की रिपोर्ट आनी बाकी है तथा 459 सैम्पल तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुए हैं। जिले से अब तक रैपिड एंटीजन विधि से जांच करने के लिये 54 हजार 458 सैम्पल लिये जा चुके है। 48 हजार 064 की जांच नेगेटिव और छह हजार 265 सैम्पलों की जांच पाॅजिटिव आई है तथा 132 सैम्पल तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुए हैं। ट्रु-नाॅट पद्धति से जिला अस्पताल में अभी तक तीन हजार 952 सैम्पल लिये जा चुके हैं। इनमें से तीन हजार 606 कोरोना नेगेटिव और केवल 288 कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं तथा 046 सैम्पल रिजेक्ट हुए हैं और 12 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। - कोरबा : कोरबा जिले में कोरोना संक्रामक बीमारी ने बुधवार को अब तक के सभी रिकार्ड तोड़ते हुए 300 का आंकड़ा बनाया है। जिले के करतला ब्लॉक अंतर्गत ग्राम कराईनारा, रामपुर, बेहरचुआं, चाम्पा, तुमान, जमनीपाली, बांधापाली, अखरापाली, बरपाली, नवाडीह, केरवाद्वारी, कसाईपाली, सलिहापारा, बनखेता तुमान से कुल 26 संक्रमित मिले हैं।
कटघोरा ब्लॉक के एचटीपीएस कालोनी, बांकीमोंगरा, जमनीपाली, कैलाश विहार पश्चिम, गेवरा बस्ती, विकास नगर कुसमुण्डा, सेमीपाली सुमेधा, प्रेम नगर सुराकछार, आदर्श नगर, प्रकाश पेट्रोल पंप, बांकी, बांकी साइड, ऊर्जा नगर, दीपका कालोनी, आजाद चौक, प्रगति नगर, मड़वाढोढ़ा, सीआईएसएफ गेवरा व दीपका, कटघोरा, अयोध्यापुरी, लाटा नगर जमनीपाली, छुरी, बलगी कालोनी, दर्री वार्ड-45, कुसमुण्डा कालोनी, एचटीपीपी दर्री, ईरीगेशन कालोनी दर्री, के-2 विहार, कोरबा पश्चिम, कुसमुण्डा, ग्राम देवरी चाकाबुड़ा, सीईटीआई गेवरा, दीपका मेस, गेवरा बस्ती, सुभाष नगर दीपका, ऑटो सेक्शन एसईसीएल दीपका, कटघोरा रोड दीपका, जवाली बस्ती, नेहरू नगर कुसमुण्डा, धरमपुर गेवरा बस्ती, सुराकछार, बलगीखार, जमनीपाली, कटईनार बांकी, गेवरा बस्ती, चैतमा कैम्प, गजरा कालोनी बांकी, एनटीपीसी, यमुना विहार, कावेरी विहार, जैलगांव चौक अयोध्यापुरी, सरस्वती विहार से संक्रमित मिले हैं। कोरबा ब्लाक के सीएसईबी कालोनी रिसदी, बालको आवासीय कालोनी, भदरापारा, एमपी नगर, गांधी निवास, हाउसिंग बोर्ड बालको के पीछे, बालाजी पेट्रोल पंप के पीछे, टीपी नगर, पावरहाउस रोड, कोरबा, मेन रोड कोरबा, अग्रसेन चौक, राताखार, एसबीएस कालोनी, पुरानी बस्ती, शिवाजी नगर, इंदिरा नगर चर्च के पास बालको, निहारिका, हाउसिंग बोर्ड कोरबा, गायत्री नगर रजगामार, नेहरू नगर, कोसाबाड़ी, न्यू कांशी नगर, तुलसी नगर, न्यू कोरबा हॉस्पिटल, हाउसिंग बोर्ड कालोनी रामपुर, परसाभाठा, न्यू हाउसिंग बोर्ड कोरबा, साडा कालोनी, आरएसएस नगर, नेहरू नगर बालको, संजय नगर, आरपी नगर, एसईसीएल, पुलिस लाइन, पथर्रीपारा, खरमोरा, आईटीआई रामपुर, ग्राम रौनाढाप भैसमा, जंगल कालोनी, निहारिका, बेलाकछार, रामपुर हनुमान मंदिर, आरा मशीन, ग्राम खोड्डल, धनगांव, जामबहार, सरईडीह, दादरकला, सीतामणी, अमरैयापारा, गोल्डी च्वाइस सेंटर मुड़ापार, ग्राम रूकबहरी, शांति नगर, ढोढ़ीपारा, पताढ़ी, मानस नगर, हाउसिंग बोर्ड रिसदी, बरीडीह कुदुरमाल, पाली ब्लॉक के अमगांव, सिरकी, हरदीबाजार, सरईपाली, वार्ड-7, राहाडीह, बांधाखार, पाली बाजार चौक, पोड़ीउपरोड़ा ब्लाक के पोड़ीउपरोड़ा, पसान से ये सभी संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों को उनमें संक्रमण के लक्षण के अनुसार होम आईसोलेशन पर रखने अथवा कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी की जा रही है।
- इस वर्ष तीन हजार 773 नये किसानों का पंजीयन, पिछले पंजीकृत किसानों में से 26 हजार 133 सत्यापन पूर्ण
कोरबा : प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिये किसानों के पंजीयन की अवधि दस नवंबर तक बढ़ानेे के बाद जिले में अभी तक नये-पुराने मिलाकर 29 हजार 906 किसानों का पंजीयन पूरा कर लिया गया है।
इन पंजीकृत किसानों का धान फसल का रकबा 44 हजार 481 हेक्टेयर है। जिले में इस वर्ष अभी तक समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिये तीन हजार 773 नये किसानों ने सहकारी समितियों में अपना पंजीयन करा लिया है। पिछले वर्ष धान खरीदी के लिये जिले में 27 हजार 694 किसानों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से इस वर्ष रकबा सत्यापन के बाद 691 किसानों का पंजीयन निरस्त हुआ है और 870 किसानों की रकबा सत्यापन के बाद खसरा प्रवृष्टि बाकी है।
जिसे अगले दो दिनो में पूरा कर लिया जायेगा। अभी तक पिछले वर्ष के पंजीयन अनुसार 26 हजार 133 किसानों के धान के रकबे के सत्यापन के बाद 40 हजार 516 हेक्टेयर रकबे की सोसायटी माॅड्युल में खसरा प्रवृष्टि कर ली गई है। इसी प्रकार तीन हजार 773 नये पंजीकृत किसानों के तीन हजार 965 हेक्टेयर धान के रकबे की इंट्री सोसायटी माॅड्युल में हो चुकी है।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने शेष बचे किसानों के धान के रकबे के सत्यापन काम में तेजी लाकर पांच नवम्बर तक सत्यापन का काम पूरा करने के निर्देश सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों, तहसीलदारांे और नायब तहसीलदारों सहित पटवारियों को दिये हैं।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्णय के बाद राज्य में धान और मक्का खरीदी के लिये किसानों के पंजीयन की अवधि दस दिन बढ़ा दी गयी है। अब खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के दौरान समर्थन मूल्य पर धान एवं मक्का बेचने वाले नये किसानों का पंजीयन दस नवम्बर तक किया जा रहा है। पहले किसानों के पंजीयन की तिथि 31 अक्टूबर निर्धारित थी।
नये किसानो को पंजीयन के लिए क्षेत्र की सहकारी समिति से आवेदन प्राप्त कर निर्धारित प्रारूप में आवेदन भरकर संबंधित दस्तावेजों के साथ तहसील कार्यालय में जमा करना होगा। आवेदन में उल्लेखित भूमि, धान-मक्का के रकबे एवं खसरे का पटवारी द्वारा राजस्व रिकाॅर्ड के अनुसार सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन के लिए राजस्व विभाग के भुईयां डाटा बेस का भी उपयोग किया जाएगा। संबंधित रिकाॅर्ड को तहसीलदार के द्वारा परीक्षण करने के बाद नये किसान का पंजीयन किया जाएगा। पंजीयन के दौरान सभी किसानों का आधार नंबर उनकी सहमति से दर्ज किया जाएगा। आधार नंबर नहीं होने के कारण किसी भी किसान को पंजीयन से वंचित नहीं किया जाएगा।
धान एवं मक्का खरीदी के लिये जिन किसानों ने खरीफ वर्ष 2019-20 में पंजीयन करा लिया था, उन्हें नए पंजीयन की जरूरत नहीं है। पिछले सीजन में पंजीकृत किसानों की दर्ज भूमि, धान और मक्के के रकबे और खसरे को राजस्व विभाग द्वारा अद्यतन किया किया जा रहा है। खरीफ वर्ष 2020-21 में किसान पंजीयन के लिए पिछले वर्ष 2019-20 में पंजीकृत किसानों का डाटा कैरी-फाॅरवर्ड किया गया है। धान और मक्का बेचने के इच्छुक नए किसान दस नवम्बर तक पंजीयन के लिए आवेदन कर सकते हैं। धान-मक्का बेचने वाले नए किसान पंजीयन के लिए संबंधित दस्तावेजों के साथ तहसील कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। पुराने पंजीकृत किसान अपने पंजीयन में संशोधन कराना चाहते हैं तो समिति माॅड्युल के माध्यम से संशोधन करने की सुविधा दी जा रही है। - गौठान बनाने के काम की रफ्तार धीमी, एक सप्ताह में सभी काम पूरा करने के निर्देश
अब प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा होगी, धीमी रफ्तार वाले अधिकारियों पर कार्रवाई भी होगी
कोरबा : सरकार की महत्वाकांक्षी नरवा, गरूआ, घुरवा, बाड़ी विकास योजना के तहत दूसरे चरण में जिले में गौठानों की स्थापना का काम धीमा होेने पर कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोरबा और करतला जनपद पंचायतांे के सीईओ के प्रति गहरी नाराजगी जताई है। समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में योजना की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने गौठान बनाने के सभी शेष बचे काम एक सप्ताह के भीतर पूरा कराने के निर्देश दिये हैं।
कलेक्टर ने बैठक में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि एक सप्ताह के भीतर गौठानांे के काम पूरे नहीं होने पर उनकी अन्यत्र पदस्थापना पर भी विचार किया जा सकता है। इस बैठक में जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार ने भी एनजीजीबी के कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त की और सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को काम में देरी या लापरवाही करने वाली एजेंसियांे को बदलने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने एनजीजीबी के तहत कार्यों की साप्ताहिक प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी विकास के कार्यों की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा के आधार पर जनपद पंचायतों का हर सप्ताह रैंक तय किया जाये और लगातार कमजोर प्रदर्शन वाले सीईओ के विरूद्ध कार्रवाई की जाये।
बैठक में श्रीमती कौशल ने गौठानों में बन रही वर्मी कम्पोस्ट की मात्रा और बिक्री की भी जानकारी अधिकारियों से ली। उन्होंने प्रमाणीकरण के लिये वर्मी कम्पोस्ट के नमूने जांच कराने रायपुर की लैब भेजने के निर्देश अधिकारियों को दिये ताकि कम्पोस्ट खाद की गुणवत्ता प्रमाणित होने के बाद उसे बेचा जा सके। कलेक्टर ने वर्मी कम्पोस्ट की पैकेजिंग की तैयारियों के बारे में भी बैठक में अधिकारियों से पूछा। उन्हांेने पैकेजिंग के लिये बैग, छानने के लिये छन्नी आदि की व्यवस्था की जानकारी ली और अभी तक गौठानों में बन चुकी कम्पोस्ट खाद को जांच के बाद तत्काल पैकेजिंग कर आवश्यकतानुसार-मांग अनुसार बिक्री करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने नरवा विकास कार्यक्रम के तहत भी कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन अभियंता को सभी प्रभारी सब-इंजीनियरों का साप्ताहिक प्रगति प्रतिवेदन बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि नरवा विकास के कार्यों में लक्ष्यानुसार प्रगति नहीं ला पाने वाले सब-इंजीनियरों पर भी कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। - सीतामणि और इमलीडुग्गु के दो गोदामों से डेढ़ से दो लाख बारदाना जप्त, गोदाम हुए सील
कोरबा : कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर आज जिला प्रशासन के दल ने छापामार कार्रवाई कर कोरबा शहर के सीतामणि और इमलीडुग्गु इलाके में अवैध रूप से बड़ी संख्या में भण्डारित बारदानों को जप्त किया है।एसडीएम श्री सुनील नायक के नेतृत्व में तहसीलदार श्री सुरेश साहू, खाद्य अधिकारी और नायब तहसीलदार के दल ने यह छापामार कार्रवाई की है।
समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक के दौरान सूचना मिलने पर कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने तत्काल मौके पर अधिकारियों को भेजकर कार्रवाई करने के निर्देश दिये थे।तहसीलदार के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों ने स्टेशन रोड सीतामणि और इमलीडुग्गु बसोड़ मोहल्ले में स्थित दो बारदाना गोदामों में अचानक पहुंचकर दबिश दी। अधिकारियों को इन दोनो गोदामों में डेढ़ से दो लाख बारदाने अवैध रूप से रखे मिलें। दोनो गोदाम कोरबा निवासी किसी श्री रामबाबू साहू के बताये जा रहे हैं। अधिकांश बारदानों में राज्य शासन की सार्वजनिक वितरण प्रणाली की मोहर पाई गई है।
रामबाबू साहू पहले से ही नये-पुराने बारदानों की खरीदी बिक्री के काम मे संलग्न है। प्रशासन ने दोनो गोदामों को सील कर इतनी संख्या में बारदानों के अवैध भण्डारण की जांच शुरू कर दी है। रामबाबू ने इतनी संख्या में बारदानें कहां से और कैसे इकट्ठा कर गोदामों में भण्डारित किया है, इसकी पूरी जांच प्रशासन द्वारा कराई जायेगी।
पूरे मामले को आगामी धान खरीदी के लिये बारदानों की उपलब्धता से जोड़कर भी प्रशासन अपनी जांच करेगा। जप्त किये गये सभी बारदानों को विपणन संघ के उरगा स्थित गोदाम में शिफ्ट करने की तैयारी प्रशासन द्वारा कर ली गई है। देर रात तक सभी बारदानों को उरगा के गोदाम में शिफ्ट कर दिया जायेगा। -
श्रीमती कौशल ने एक सप्ताह में लक्ष्यानुसार बारदाना की उपलब्धता सुनिश्चित करने दिये निर्देश
धान खरीदी केन्द्रो में मूलभूत सुविधाएं भी सुनिश्चित करने दिये निर्देश
कोरबा : छत्तीसगढ़ सहित कोरबा जिले में भी एक दिसम्बर से संभावित धान खरीदी की तैयारियों की समीक्षा आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में की। श्रीमती कौशल ने किसानों से धान खरीदने के लिये बारदानों की उपलब्धता की जानकारी जिला विपणन प्रबंधक से ली।
उन्होंने अब तक बारदानों के उठाव की धीमी गति पर गहरी नाराजगी व्यक्त की और अगले एक सप्ताह के भीतर लक्ष्यानुसार बारदानों की उपलब्धता सुनिश्चित कर प्रतिवेदन देने के निर्देश डीएमओ को दिये।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सभी उपार्जन केन्द्रों पर धान खरीदी की समुचित व्यवस्था के निरीक्षण-पर्यवेक्षण के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त करने के भी निर्देश समय-सीमा की बैठक में दिये हैं। सभी नोडल अधिकारियों को समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के समय खरीदी गई मात्रा, किसानों को किये गये भुगतान आदि की माॅनीटरिंग के निर्देष भी जारी किये गये हैं।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री एस. जयवर्धन सहित तीनों अनुविभागों के एसडीएम, जिला खाद्य अधिकारी श्री आशीष चतुर्वेदी, सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी श्री एस.के. जोशी, पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्री बसंत कुमार, डीएमओ श्रीमती जाह्नवी जिल्हारे सहित राजस्व अधिकारी और विकासखण्ड मुख्यालयों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी विभागों के मैदानी अधिकारी-कर्मचारी भी मौजूद रहे।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने धान खरीदी केन्द्रों में किसानों को बिना किसी परेशानी के समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिये सभी तैयारियां अगले एक सप्ताह में पूरा करने के निर्देश बैठक में दिये हैं। उपार्जन केन्द्रों में मूलभूत आवश्यकताओं जैसे- साफ-सफाई, विद्युत व्यवस्था, कम्प्यूटर, प्रिंटर, यूपीएस, इंटरनेट की व्यवस्था अभी से सुनिष्चित करने के निर्देश श्रीमती कौषल ने अधिकारियों को दिये।
उन्होंने उपार्जन केन्द्रों पर आर्द्रतामापी यंत्र, तौल यंत्र, बारदानों के साथ-साथ चबूतरों की संख्या और बारिष की स्थिति में धान को ढॅंकने के लिये तारपोलिन आदि की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि किसानों को उपार्जन केन्द्रों पर मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ आपात स्थिति में प्राथमिक उपचार की भी व्यवस्था की जायेगी। साथ ही धान खरीदी शुरू होने के पहले सत्यापित एवं पंजीकृत किसानों की सूची और उनकी पूरी डाटा एन्ट्री कम्प्यूटर साॅफ्टवेयर में कर ली जायेगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के निर्देशानुसार इस वर्ष धान उपार्जन केन्द्रों में आधे नये एवं आधे पुराने बारदानों का उपयोग धान खरीदी के लिये किया जायेगा। धान खरीदी केन्द्रों में केवल पंजीकृत किसानों से ही धान का उपार्जन होगा। बिचैलियों से धान की खरीदी नहीं की जायेगी। जिले में इस वर्ष एक लाख 15 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान अधिकारियों द्वारा लगाया गया है। धान खरीदी के लिये बारदानों की व्यवस्था और अन्य तैयारियां जोरो पर हैं। अनुमानित लक्ष्यानुसार 28 लाख 75 हजार बारदानों की आवश्यकता आंकी गई है।
जिसमें से 14 लाख 37 हजार 500 नग बारदाना नया और उतना ही बारदाना पुराना होगा। जिले में लगभग 40 हजार नये बारदाने वर्तमान में उपलब्ध हैं। राईस मिलरों के पास लगभग नौ लाख पुराने बारदानें है। जिले की शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से भी अभी तक पांच लाख 54 हजार 779 बारदानें प्राप्त कर लिये गये हैं। इन बारदानों का संग्रहण कर इन्हें धान खरीदी शुरू होने के पहले उपार्जन केन्द्रों तक पहुंचाया जायेगा। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अगले एक सप्ताह में धान खरीदी के लिये लक्ष्यानुसार पुराने बारदानों को पीडीएस की दुकानों, राईस मिलरों से उठाकर विपणन संघ के गोदाम में रखना सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। -
अवैध रेत उत्खनन रोकने और रेत के दाम नियंत्रण के लिये तेज होगी कार्रवाई
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने दिये निर्देश, समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में हुई समीक्षा
कोरबा : प्रशासन द्वारा स्वीकृत रेत घाटों में लीज धारकों द्वारा सीसीटीवी कैमरे और रेत घाट के सम्पूर्ण विवरण तथा रेत का मूल्य प्रदर्शित करने वाले बोर्ड नहीं लगाने पर घाटों की लीज निरस्त हो सकती है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में अगले दो दिनों में स्वीकृत सभी रेत घाटों पर सीसीटीवी कैमरे और विवरण बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाकर प्रतिवेदन खनिज विभाग को देने के निर्देश सभी लीज धारकों को दिये हैं।
समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने आज अवैध रेत उत्खनन को रोकने और आमजनों को रियायती दरों पर रेत की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये अधिकारियो द्वारा पिछले एक सप्ताह में की गई कार्रवाईयों की समीक्षा की। उन्होंने ऐसे सभी प्रकरणों में कार्रवाई तेज करने के निर्देश राजस्व एवं खनिज विभाग के अधिकारियों को दिये। श्रीमती कौशल ने निर्देशों के बावजूद भी पोड़ी और बंजारी रेत घाटों पर अभी तक सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए दोनो घाटों के लीज धारकों को नोटिस जारी करने के निर्देश खनिज अधिकारी को दिये।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री एस. जयवर्धन सहित तीनों अनुविभागों के एसडीएम, राजस्व अधिकारी और विकासखण्ड मुख्यालयों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी विभागों के मैदानी अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल हुए।
बैठक में कलेक्टर ने स्वीकृत रेत घाटों का नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को दिये। उन्होंने ज्यादा रेट पर आमजनों को रेत बेचने की शिकायत मिलने पर तत्काल रेत घाटों पर कार्रवाई करते हुए पंचनामा बनाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने बैठक में सीधे-सीधे निर्देशित किया कि अवैध रेत खनन और अनावश्यक रूप से रेट बढ़ाकर लोगों को रेत बेचने के प्रकरणों में कड़ी कार्रवाई की जाये। ऐसे सभी प्रकरणों में लिप्त रेत घाटों को निरस्त कर लीज धारकों के विरूद्ध भी खनन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाये।
अवैध रेत घाटों का होगा सर्वे, रेत की उपलब्धता के अनुसार होगी नीलामी - समय सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने जिले मे रेत की अवैध घाटों और स्थानों की जानकारी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों तथा खनिज विभाग के अधिकारियों से ली। उन्होंने ऐसे सभी घाटों का रेत की उपलब्धता के अनुसार सर्वे कराने के निर्देश खनिज विभाग के अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि व्यावसायिक तौर पर उपयुक्त पाये जाने पर ऐसे सभी अवैध रेत घाटों का सीमांकन कराकर उनकी नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाये।
श्रीमती कौशल ने बैठक में कहा कि अवैध रेत घाटों की नीलामी से एक और जहां रेत का अवैध उत्खनन और उससे होने वाली परेशानियां खत्म होंगी वहीं दूसरी और रेत घाटों से शासन को राजस्व भी मिलेगा। अवैध रेत घाटों के शासकीय तौर पर नीलाम हो जाने से जिले में रेत घाटोें की संख्या बढ़ेगी जिससे रेत की उपलब्धता मंे भी बढ़ोत्तरी होगी और लोगों को कम दामों पर आसानी से निर्माण कार्यों के लिये रेत मिल सकेगी।
खनिज अधिकारी श्री एस.एस. नांग ने बताया कि जिले मे मुख्यतः 12 जगहों से अवैध रेत का उत्खनन बड़ी मात्रा में होता है। कोरबा विकासखण्ड में ढेंगुरनाला, दोंदरो, अजगरबहार, श्यांग और लेमरू क्षेत्र में, कटघोरा विकासखण्ड में बरमपुर और विजयपुर, करतला में उमरेली, पाली विकासखण्ड में कसरौला और दुरवा-दादर तथा पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में बड़तरई और दुड़गा में अवैध रूप से रेत निकाली जाती है।
कलेक्टर ने इन सभी जगहों पर अगले एक सप्ताह में नजरी सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने और व्यावसायिक रूप से रेत निकालने के लिये उपयुक्त होने पर नीलामी प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश जिला खनिज अधिकारी को दिये।