- कलेक्टर श्रीमती कौशल ने समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में की समीक्षा, दिए जरूरी निर्देश
कोरबा: छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव के निर्देश के बाद कोरबा जिले में शासकीय राजस्व बढ़ाने के लिए कवायद शुरू हो गई हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में आज राजस्व प्राप्ति वाले मुख्य विभागों के अधिकारियों से अब तक प्राप्त राजस्व की स्थिति, लक्ष्य अनुसार राजस्व प्राप्ति की रणनीति पर चर्चा की। श्रीमती कौशल ने राजस्व विभाग, खनिज विभाग, आबकारी, पुलिस, परिवहन, पर्यावरण जैसे बड़े विभागों के अधिकारियों को अवैध रूप से की जाने वाली राजस्व हानि संबंधी गतिविधियों पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोयले की ओवर लोडिंग कर अवैध परिवहन पर कड़ी कार्यवाही करते हुए राजस्व वसूली के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में पुलिस कप्तान श्री अभिषेक मीणा, नगर निगम आयुक्त श्री एस. जयवर्धन, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारी और मैदानी अमला भी मौजूद रहा।
बैठक में कलेक्टर ने कोयले की अवैध रूप से ओवर लोडिंग कर परिवहन पर लगाम कसने के लिए टास्क फोर्स गठित करने के निर्देश जिला खनिज अधिकारी को दिए। इस टास्क फोर्स में राजस्व, खनिज, परिवहन, पर्यावरण सहित पुलिस विभाग के अधिकारियों का भीे शामिल किया जाएगा। समय-समय पर टास्क फोर्स द्वारा कोयला परिवहन करने वाले सभी प्रकार के वाहनों की जांच की जाएगी। जांच के दौरान क्षमता तथा परमिट से अधिक कोयला परिवहन करते पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी। रेल के माध्यम से परिवहन के दौरान कोयले की ओवरलोडिंग की जांच भी टास्क फोर्स द्वारा की जा सकेगी। इसके लिए रेल अधिकारियों से भी चर्चा कर रणनीति तथा जांच का तरीका तय किया जाएगा। श्रीमती कौशल ने रेत के अवैध खनन तथा परिवहन सहित अवैध भंडारण पर भी कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश आज की बैठक में दिए। उन्होंने अवैध रूप से रेत खनन वाले स्थानों की सर्वे रिपोर्ट तत्काल प्राप्त कर उन्हें शासकीय प्रक्रिया अनुसार नीलामी कर वैध रेत खनन घाट घोषित करने की कार्यवाही इस सप्ताह पूरी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। रेत घाट घोषित होने के बाद इन स्ािानों की निविदा प्रकिया द्वारा नीलामी की जायेगी जिससे शासकीय राजस्व के साथ-साथ लोगों को सस्ते दामों पर रेत मिल सकेगी।
कलेक्टर ने कोयला और फ्लाई एश के परिवहन में सुरक्षा तथा पर्यावरण मानकों के उल्लंघन पर भी कार्यवाही करने तथा जुर्माना वसूलने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कोयला तथा फ्लाई एश का बिना तिरपाल ढके खुले रुप में परिवहन करने पर कड़ी कार्यवाही कर जुर्माना लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने अवैध शराब निर्माण तथा अवैध शराब बिक्री पर भी नियंत्रण करने कार्यवाही तेज करने के निर्देश आबकारी विभाग के अधिकारियों को दिए। राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा भू- भाटक, आबंटन, डायवर्सन शुल्क, लगान सहित अतिक्रमण नियमितीकरण के प्रकरणों से मिलने वाले शासकीय राजस्व की भी समीक्षा की। उन्होंने सभी एसडीएम को शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य अनुसार राजस्व वसूली सुनिश्चित करने को कहा। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने जमीनों तथा अचल संपत्तियों की खरीदी बिक्री पर निर्धारित दर से ही स्टांप वसूली आदि राजस्व वसूलने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने जमीनों की खरीदी बिक्री के बाद तत्काल उनकी नामांतरण प्रक्रिया भी शुरू होने के शुरू करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने नामांतरण, बंटवारा, खाता विभाजन, फौती आदि के लंबित प्रकरणों को भी अगले 15 दिनों में अभियान चलाकर निराकृत करने को कहा है। - कोरबा: धान खरीदी के लिए किसानों के त्रुटिपूर्ण रकबे में अगले तीन दिनों में जांच कर वास्तविक सुधार किया जाएगा। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में इसके निर्देश सभी तहसीलदारों तथा राजस्व विभाग के मैदानी अमले को दिए हैं। कलेक्टर ने निर्देशित किया हंै कि धान खरीदी के लिए किसानों के रकबे में त्रुटि सुधार के लिए मिले आवेदनों तथा सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पटवारियों से तत्काल जांच कराई जाए। किसान द्वारा वास्तविक रूप से बोए गए धान के रकबे के अनुसार मौका सत्यापन कर वास्तविक धान रकबे की इंट्री भुईयां मॉड्यूल में सुनिश्चित की जाए ताकि किसानों को धान बेचने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। श्रीमती कौशल ने अगले तीन दिनों में किसानों के धान के रकबे में सुधार संबंधी सभी आवेदनों का निराकरण करने की जिम्मेदारी तीनों अनुभागों के अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को सौंपी है। बैठक में पुलिस कप्तान श्री अभिषेक मीणा, नगर निगम आयुक्त श्री एस. जयवर्धन, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारी और मैदानी अमला भी मौजूद रहा।बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि किसान पंजीयन के समय मिले आवेदन के संबंध में गिरदावरी की स्थिति का पता लगाया जाए। यदि गिरदावरी अधूरी या त्रुटिपूर्ण है तो तत्काल मौका मुआयना कर सुधार किया जाए। यदि पंजीयन के दौरान किसी भी कारण से धान के वास्तविक बोए गए रकबे की इंट्री ना होकर कम रकबे की इंट्री हो गई है तो रकबे में तत्काल सुधार किया जाए। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि पंजीकृत धान के रकबे में संशोधन के लिए आवेदन मिलने पर पर्याप्त परीक्षण कर तहसीलदारों द्वारा भुईयां पोर्टल में अपने लॉग इन आईडी से अनुमोदन के बाद रकबे के संबंध में गिरदावरी त्रुटि को ठीक कर उसकी सूचना प्राथमिक सहकारी साख समिति को भी दी जाए ताकि किसानों को समर्थन मूल्य पर समिति में धान बेचने में परेशानी ना हो। कलेक्टर ने धान खरीदी के लिए टोकन जारी करने में भी लघु-सीमांत किसानों को प्राथमिकता देने के निर्देश समिति प्रबंधकों को दिए। उन्होंने प्रतिदिन कुल जारी किए जाने वाले टोकनों में से 70 प्रतिशत टोकन 5 एकड़ से कम रकबे वाले किसानों तथा 30 प्रतिशत टोकन बड़े किसानों को जारी करने को कहा।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने धान विक्रय संबंधी किसी भी समस्या के लिए किसानों को 112 या 100 नंबर पर फोन कर सूचना देने की सुविधा का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा किसानों को दी गई इस सुविधा के बारे में गांवों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी कराकर जानकारी किसानों तक पहुंचाई जाए। सभी ग्राम पंचायतों, लैंपस, सहकारी समितियों, सहकारी बैंक, पटवारी कार्यालय में भी इस संबंध में सूचना चस्पा की जाए। कलेक्टर ने बैठक में 112 या 100 नंबर पर फोन से प्राप्त शिकायतों पर भी त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने धान खरीदी के लिए प्रतिदिन जारी किए गए टोकन, खरीदी की मात्रा आदि की विस्तृत माॅनिटरिंग करते हुए हर दिन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। -
कोरबा : प्रदेश भर के साथ ही जिले में भी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी एक दिसंबर से शुरू किया गया है। कोरबा जिले में अभी तक एक हजार 839 किसानों से 66 हजार 110 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा चुकी है। जिले में अब तक 51 हजार 140 क्विंटल मोटा, दो हजार 792 क्विंटल पतला और 12 हजार 178 क्विंटल सरना धान खरीदा जा चुका है।
जिले में उपार्जन केंद्र तुमान में सबसे अधिक चार हजार 045 क्विंटल की धान खरीदी हुई है। 09 दिसंबर के लिए जिले के 48 उपार्जन केन्द्रों पर किसानों से धान खरीदने 800 टोकन जारी किया गया है। नौ दिसंबर को 800 किसानों से 28 हजार 213 क्विंटल से अधिक की धान खरीदी की जायेगी। खरीफ वर्ष 2020-21 के लिए धान खरीदी एक दिसंबर 2020 से 31 जनवरी 2021 तक जारी रहेगा।
खरीफ सीजन 2020-21 में जिले के 32 हजार 589 किसान 41 समितियों के माध्यम से अपना धान बेचेंगे। जिले के किसानों के लिए धान बेचने के लिए 49 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिये जिले में नये-पुराने मिलाकर 32 हजार 589 किसानों का पंजीयन किया गया है।
इन पंजीकृत किसानों का धान के फसल का रकबा 48 हजार 113 हेक्टेयर है। जिले में इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिये पांच हजार 746 नये किसानों ने सहकारी समितियों में अपना पंजीयन कराया है। पिछले वर्ष धान खरीदी के लिये जिले में 27 हजार 694 किसानों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से इस वर्ष रकबा सत्यापन के बाद 851 किसानों का पंजीयन निरस्त हुआ है।
पिछले वर्ष के पंजीयन अनुसार 26 हजार 843 किसानों के धान के रकबे के सत्यापन के बाद 42 हजार 274 हेक्टेयर रकबे की सोसायटी माॅड्युल में खसरा प्रविष्ट किया गया है। इसी प्रकार पांच हजार 746 नये पंजीकृत किसानों के पाॅंच हजार 838 हेक्टेयर धान के रकबे की इंट्री सोसायटी माॅड्युल किया गया है। - कोरबा : जिले के सभी प्राईवेट स्कूलों में अध्ययनरत किसी भी विद्यार्थियों को आॅनलाईन क्लासेस से वंचित नहीं किया जायेगा। जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा ने इस संबंध में समाचार पत्रों में विद्यार्थियों को आॅनलाईन क्लास से निकाले जाने वाली प्रकाशित खबरों पर संज्ञान लेते हुए निर्देश जारी किये हैं।डीईओ श्री सतीश पाण्डेय ने बताया कि किसी भी कारणवश छात्र-छात्राओं को आॅनलाईन क्लास से किसी भी स्कूल द्वारा अलग नहीं किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि किसी भी विद्यार्थी का आॅनलाईन कक्षा का संचालन बंद या बाधित करने पर प्राईवेट स्कूल के खिलाफ कार्यवाई की जा सकेगी।
उन्होंने बताया कि प्राईवेट स्कूलों द्वारा निर्देश की अवहेलना किये जाने पर विद्यालय के विरूद्ध छत्तीसगढ़ अशासकीय विद्यालय फीस अधिनियम 2020 के तहत कार्यवाही की जायेगी। - कलेक्टर श्रीमती कौशल ने अभ्यर्थियों से अधिक संख्या में आवेदन करने अपील की
कोरबा : जवाहर नवोदय विद्यालय सलोरा कोरबा में शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के लिये कक्षा छठवीं एवं नवमीं में प्रवेश हेतु चयन परीक्षा के लिये आवेदन प्रक्रिया जारी है। चयन परीक्षा के लिये आॅनलाइन आवेदन आमंत्रित की गई है।इच्छुक अभ्यर्थी चयन परीक्षा के लिये 15 दिसम्बर तक आवेदन कर सकते हैं। आॅनलाइन आवेदन नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाइट www.navodaya.gov.in और www.nvsadmissionclasssix.in पर निःशुल्क भरे जा सकते हैं।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिले के इच्छुक पात्र अभ्यर्थियों से अधिक से अधिक संख्या में आवेदन करने की अपील की हैं। प्राचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय कोरबा ने बताया कि जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा के बारें में विस्तृत जानकारी के लिये नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाइट www.navodaya.gov.in का अवलोकन किया जा सकता है। -
अट्ठारह सौ से अधिक परिवारों का अपने घर का सपना हुआ साकार
कोरबा : ये तेरा घर... ये मेरा घर... ये घर बहुत हसींन हैं... प्रसिद्ध गीतकार, कवि और लेखक जावेद अख्तर की ये पंक्तियां छत्तीसगढ़ के कोरबा नगर निगम क्षेत्र में निवास करने वाले गरीब परिवारों के लिए यथार्थ बन गई है।गरीब हो या अमीर हर इंसान अपनी आंखों में अच्छे और सर्व सुविधा संपन्न घर में रहने का सपना संजोता है। कोरबा के नगर निगम क्षेत्र में कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले गरीब लोगों का अपने घर का सपना मोर जमीन - मोर मकान कार्यक्रम ने साकार कर दिया है।
सरकारी मदद से अभी तक एक हजार 129 गरीब परिवारों की कच्ची झोपड़ियां इस कार्यक्रम के तहत पक्के मकानों में तब्दील हो चुकी हैं और 735 ऐसे ही परिवारों के पक्के मकान बन रहे हैं।रिक्शा चालक या गुमटी चलाने वाले या मैकेनिक या छोटी परचून की दुकान करने वाले गरीब तबके के लोगों की पक्के मकानों की चिन्ता अब खतम हो गई है। मकान बनाने की चिन्ता छोड़ अब ऐसे सभी लोग बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के साथ दूसरे कामों में पैसे लगाने की सोचने लगे हैं।
प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत मोर मकान-मोर जमीन कार्यक्रम में मिलने वाली लगभग दो लाख 28 हजार रूपये की राशि कच्चे मकानों में रहने वाले गरीब परिवारों के लिए किसी लाटरी से कम नहीं है।दैनिक रोजी-रोटी पर निर्भर ऐसे लोग जिनके लिए स्वयं का खर्च वहन कर पाना और परिवार का भरण-पोषण कर पाना किसी चुनौती से कम नहीं है। ऐसी परिस्थितियों में पक्के मकान का सपना पूरा होना उनके लिए बड़ी उपलब्धि है। योजना के तहत कोरबा नगर निगम के विभिन्न वार्डों में 1864 मकान स्वीकृत किये गये हैं।
जिनमें से एक हजार 129 पक्के मकानों का निर्माण पूरा हो गया है और 735 मकान निर्माणाधीन है। वार्ड क्रमांक दो के निवासी अजीत श्रीवास्तव भी इस योजना से लाभान्वित होने वाले हितग्राही हैं।अजीत बताते हैं कि झोपड़ीनुमा कच्चे मकान में रहकर बड़े पक्के मकान की ख्वाहिश थी। गुमटी लगाने वाला छोटा व्यवसायी हूं। मकान के पहले व्यवसाय बढ़ाने की भी चिन्ता थी।
शासकीय योजना से सहायता मिली और मेरी जमीन पर कच्चे मकान की जगह अब पक्का मकान बन गया है। सर्वसुविधायुक्त मकान में रहने के सुख के साथ अब पूरा ध्यान अपने व्यवसाय को बढ़ाने पर लगा रहा हूं।एक अन्य हितग्राही हीरालाल केशरवानी बताते हैं कि कच्चे मकान में रहते-रहते पक्का मकान बनाने के लिए थोड़ा-थोड़ा कर पैसे जोड़ रहा था।
मंहगाई के इस दौर में रहने लायक पक्का मकान बनाने में न जाने कितना समय लगता। मोर जमीन-मोर मकान योजना के तहत पक्का घर बनाने के लिए सरकारी मदद मिली और सभी सुविधाओं वाला मेरा पक्का मकान बन गया। श्री केशरवानी अब अपने घर के लिए जमा किये गये रूपये अब अपने बच्चों की अच्छी पढ़ाई पर खर्च कर रहे हैं।
वार्ड क्रमांक 29 के निवासी मोटर मैकेनिक जीवराखन ठाकुर का भी पक्का मकान मोर जमीन-मोर मकान योजना के तहत सरकारी मदद से बना है। श्री जीवराखन बताते हैं कि कच्चे झोपड़ीनुमा मकान की हर साल मरम्मत पर काफी पैसा खर्च होता था। इसके बाद भी बरसात के दिनों में छत से पानी टपकता था और कई परेशानियां होती थी।
नगर निगम के माध्यम से शासकीय योजना में पक्का मकान बनाने के लिए राशि मिली तो अब मेरा भी पक्का मकान तैयार हो गया है। अब हर साल मरम्मत की चिन्ता भी खतम हो गई है। परिवार के दूसरे सदस्य भी पक्के मकान में रहकर खासे खुश हैं। आस-पड़ोस में भी मान प्रतिष्ठा बढ़ गई है। - कोरबा : प्रदेश भर के साथ ही जिले में भी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी एक दिसंबर से शुरू किया गया है। कोरबा जिले में एक दिसंबर से सात दिसंबर तक 41 हजार 798 क्विंटल धान किसानों ने समर्थन मूल्य पर बेच दिया है।
जिले में अब तक 31 हजार 263 क्विंटल मोटा, दो हजार एक क्विंटल पतला और आठ हजार 532 क्विंटल सरना धान खरीदा जा चुका है। जिले में 48 उपार्जन केन्द्रों पर धान खरीदी शुरू हो गई है। खरीफ वर्ष 2020-21 के लिए धान खरीदी एक दिसंबर 2020 से 31 जनवरी 2021 तक का समय निर्धारित किया गया है।
खरीफ सीजन 2020-21 में जिले के 32 हजार 589 किसान 41 समितियों के माध्यम से अपना धान बेचेंगे। जिले के किसानों के लिए धान बेचने के लिए 49 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिये जिले में नये-पुराने मिलाकर 32 हजार 589 किसानों का पंजीयन किया गया है।
इन पंजीकृत किसानों का धान के फसल का रकबा 48 हजार 113 हेक्टेयर है। जिले में इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिये पांच हजार 746 नये किसानों ने सहकारी समितियों में अपना पंजीयन कराया है।
पिछले वर्ष धान खरीदी के लिये जिले में 27 हजार 694 किसानों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से इस वर्ष रकबा सत्यापन के बाद 851 किसानों का पंजीयन निरस्त हुआ है। पिछले वर्ष के पंजीयन अनुसार 26 हजार 843 किसानों के धान के रकबे के सत्यापन के बाद 42 हजार 274 हेक्टेयर रकबे की सोसायटी माॅड्युल में खसरा प्रविष्ट किया गया है।
इसी प्रकार पांच हजार 746 नये पंजीकृत किसानों के पाॅंच हजार 838 हेक्टेयर धान के रकबे की इंट्री सोसायटी माॅड्युल किया गया है। - कोरबा : कोरबा जिले में बच्चों के देखरेख एवं संरक्षण को सुनिश्चित किये जाने हेतु बाल अधिकार, बाल यौन शोषण आदि विषय से संबंधित जानकारी प्रदान करने के लिए बाल शोषण समाप्ति प्रचार-प्रसार रथ का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया।
इस रथ का संचालन एकीकृत बाल संरक्षण योजनान्तर्गत संस्था वल्र्ड विजन इंडिया द्वारा किया जायेगा। इस रथ का संचालन बाल संरक्षण ईकाई, महिला एवं बाल विकास, जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में जिले के मुख्य नगर, कस्बे, चैक, चैराहों, वार्ड व ग्राम पंचायतों में सात दिसंबर से 15 दिसंबर तक प्रचार-प्रसार करने के लिए किया जा रहा है।
बाल शोषण समाप्ति के लिए चलाये जाने वाले प्रचार-प्रसार रथ का प्रयोग बच्चों के बाल अधिकार की जानकारी प्रदान करने, बाल शोषण, बाल यौन शोषण, बाल भिक्षावृत्ति, बाल श्रम, बाल विवाह, चाईल्ड हेल्प लाईन 1098 आदि के बारे में जागरूकता लाने प्रचार कोविड-19 प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए किया जायेगा।इस दौरान बाल कल्याण समिति कोरबा के अध्यक्ष श्रीमती मधु पाण्डेय, नोडल विशेष किशोर पुलिस ईकाई व सीएसपी दर्री श्री खोमन सिन्हा, जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री दयादास महंत, वल्र्ड विजन इंडिया के क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक श्री नंदीगाम जोशी बाबू व अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास कोरबा श्री ए.पी.किस्पोट्टा ने बताया कि जिले में बाल शोषण समाप्ति के लिए चलाये जाने वाले रथ का उद्देश्य जिले में बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों को नियंत्रित करते हुए देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों के संरक्षण को सुनिश्चित किया जाना है।
उन्होंने बताया कि इस रथ के माध्यम से बाल शोषण को समाप्त करने के लिए यह रथ समय-समय पर संचालित कर कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए जिले में बच्चों के देखरेख एवं संरक्षण को सुनिश्चित किया जा सकेगा। - कलेक्टर श्रीमती कौशल ने की अपील: अधिक से अधिक संख्या में शामिल हो जिलेवासीदस तारीख तक जारी रहेगा आनलाइन पंजीयनकोरबा : छत्तीसगढ़ मे सरकार के दो साल पूरे होने पर पहली बार वर्चुअल मैराथन दौड़ का आयोजन 13 दिसम्बर को किया जायेगा। इस दौड़ में शामिल होने के लिए 4 दिसम्बर से आॅनलाइन पंजीयन शुरू हो गया है जो दस दिसम्बर तक चलेगा। इसके लिए सभी वर्ग के लोगों में अच्छा-खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
पंजीयन के शुरू होते ही कोरबा जिले में अब तक एक हजार 452 लोगों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा लिया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने इस वर्चुअल मैराथन के लिए अधिक से अधिक संख्या में पंजीयन कर दौडते हुए अपने फोटो वीडियो वेबसाइट पर अपलोड करने की अपील जिलावासियों से की हैं।राज्य में नई सरकार के गठन के दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित इस वर्चुअल मैराथन में लोग कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हंुए प्रदेश के विकास का संदेश लेकर दौडेंगे। वर्चुअल मैराथन दौड़ के लिए प्रतिभागी कहीं भी समूह के रूप में एकत्रित नहीं होंगे।
प्रतिभागी घर, उद्यान, मैदान, सड़क या अन्य किसी सुरक्षित स्थान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दौडेंगे और दौडते हुए कुछ सेकेण्ड का वीडियो, फोटो 13 दिसम्बर को सुबह छह बजे से 11 बजे तक हैशटैग #runwithchhattisgarh के साथ फेसबुक व ट्वीटर पर अपलोड कर सकेंगे। खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा प्रदेशवासियों से कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए वर्चुअल मैराथन दौड़ के सफल आयोजन में सहभागी बनने की अपील की गई है।
इच्छुक प्रतिभागी खेल एवं युवा कल्याण विभाग तथा जनसम्पर्क विभाग की वेबसाइट http://www.sportsyw.cg.gov.in http://jansamprak.cg.gov.in और http://dprcg.gov.in में 10 दिसम्बर तक पंजीयन करा सकते हैं। राज्य के प्रत्येक जिले में प्रथम 300 से 500 तक पंजीयन करने वाले प्रतिभागियों को टी-शर्ट प्रदान कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा।
रजिस्ट्रेशन लिंक में वर्चुअल मैराथन दौड़ के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अधिकृत लोगो एवं स्लोगन की तस्वीर भी ऑनलाईन उपलब्ध है। वर्चुअल मैराथन दौड़ में भाग लेने वाले प्रतिभागी प्रिंटआउट निकालकर अपने सफेद रंग की टी-शर्ट पर चिपकाकर दौड़ते हुए वीडियो और फोटो लेकर हैशटैग कर सकते हैं। - निजी अस्पतालों और पैथालाॅजी लैबों में कोरोना जांच के लिए नई दरे लागू
कोरबा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश में कोविड-19 के परीक्षण के लिए आरटीपीसीआर, रेपिड एंटिजन और ट्रूनाॅट टेस्ट की दरें काफी कम कर दी गई है। राज्य के निजी अस्पतालों और पैथालाॅजी केन्द्रों में नई दरें लागू कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।
जारी आदेश के तहत आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए यदि सेम्पल कलेक्शन पैथोलाजी सेन्टर में किया जाता है तो इसके लिए मरीज से 750 रूपए का शुल्क निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार सेम्पल कलेक्शन मरीज के घर अथवा प्राइवेट अस्पताल में जाकर लिया जाता है तो उस स्थिति में मरीजों से जांच शुल्क 200 रुपए प्रति मरीज अतिरिक्त लिया जाएगा।
इसी तरह ट्रूनाॅट नेट टेस्ट के लिए यदि कोविड-19 टेस्ट का सेम्पल कलेक्शन पैथोलाजी सेन्टर में किया जाता है तो इसके लिए जांच शुल्क 1500 रूपए प्रति मरीज लिया जायगा। सेम्पल कलेक्शन मरीज के घर अथवा प्राइवेट अस्पताल में जाकर लिया जाता है तो उस स्थिति में मरीजों से जांच शुल्क 200 रुपए प्रति मरीज अतिरिक्त लिया जाएगा।
रेपिड एंटिजन टेस्ट के लिए यदि कोविड-19 टेस्ट का सेम्पल कलेक्शन पैथोलाजी सेन्टर में किया जाता है तो इसके लिए जांच शुल्क 400 रूपए प्रति मरीज लिया जायगा। इसी प्रकार सेम्पल कलेक्शन मरीज के घर अथवा प्राइवेट अस्पताल में जाकर लिया जाता है तो उस स्थिति में मरीजों से जांच शुल्क 200 रुपए प्रति मरीज अतिरक्ति लिया जाएगा। इस शुल्कों में सेम्पल कलेक्शन, ट्रांसपोर्ट शुल्क, जांच शुल्क एवं कंज्युमेबल, पीपीई किट इत्यादि का शुल्क सम्मिलित है। - कोरबा : अपने घर में या अमगांव के आंगनबाड़ी केन्द्र में कभी गाना गाते-सुनते, तो कभी कहानी किस्सा सुनते अण्डा-मूंगफली के लड्डू खाती श्वेता की मुस्कुराहट सभी के मन मस्तिष्क को प्रफुल्लित कर देती है।अपनी अठखेलियों और बाल हठों से सभी को अपनी तरफ आकर्षित कर लेने वाली श्वेता का वजन अब साढ़े तेरह किलो हो गया है। आज की श्वेता को देखकर कोई नहीं कह सकता कि एक साल पहले तक वह कमजोर-कुपोषितों की श्रेणी में शामिल थी।
दो सितंबर 2015 को जन्मी कम वजन की श्वेता चार साल की उम्र तक कुपोषण की शिकार थी। माता-पिता ने दैनिक मजदूरी करके घर परिवार चलाने से ना तो उसे पौष्टिक भोजन मिल पा रहा था ना ही कोई उसका पूरा ध्यान रख पा रहा था। उसकी मां का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं था जिससे स्तनपान से भी पर्याप्त दूध श्वेता को नहीं मिल पाता था।
ऐसे ही समय निकलता गया। खान-पान में अनियमितता, स्वास्थ्य के प्रति जानकारी का अभाव आदि के चलते श्वेता चार साल तक कुपोषण की जद में रहने पर मजबूर थी। उसका वजन लगातार घट रहा था। ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने श्वेता की मां श्रीमती सरिता दुबे से मुलाकात कर उन्हें स्वयं तथा बच्ची के उचित खानपान, नियमित स्तनपान, टीकाकरण और आंगनबाड़ी से मिलने वाली पूरक पोषण आहार रेडी-टू-ईट खिलाने की सलाह दी।
बीच में बच्ची का चिरायू टीम द्वारा चेकअप भी कराया गया तथा मुख्यमंत्री बाल संदर्भ मेला में भी उसे टाॅनिक आदि दिलवाई गई। इन सबके सेवन के बाद भी श्वेता के स्वास्थ्य में अपेक्षित सुधार नहीं हो रहा था। तीन वर्ष की उम्र से उसने आंगनबाड़ी में आना शुरू किया और एकीकृत बाल विकास परियोजना के तहत उसे आंगनबाड़ी की सभी सेवाएं मिलनी शुरू हुई। लेकिन वर्ष 2019 में शुरू हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान ने श्वेता के स्वास्थ्य में आमूल-चूल परिवर्तन किया। अभियान के तहत उसे प्रत्येक बच्चा लक्ष्य हमारा ‘प्रबल‘ कार्यक्रम से जोड़ा गया।
श्वेता को पूरक पोषण आहार और घर पर भोजन के साथ ही आंगनबाड़ी में हफ्ते में तीन दिन अण्डा व तीन दिन फल्ली-गुड़ के लड्डू खाने को दिए गए। पहले-पहले श्वेता को अण्डा-मूंगफली लड्डू खाना अरूचिकर लगा तब कभी गाना गाकर तो कभी कहानी सुनाकर खेल-खेल में उसे पौष्टिक भोजन के लिए पे्ररित किया गया। आंगनबाड़ी के खिलौनों और अन्य रोचक खेलों से आकर्षित होकर श्वेता रोज आंगनबाड़ी आने लगी और उसका खानपान ठीक हो गया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने भी श्वेता की मां सरिता दुबे से समय-समय पर मिलकर खानपान का उचित तरीका, पौष्टिक व गर्म भोजन आदि के साथ साफ-सफाई का महत्व समझाया।सुपोषण अभियान के अण्डा और मूंगफली के लड्डू से श्वेता के स्वास्थ्य में सुधार होने लगा। आज श्वेता का वजन साढ़े तेरह किलो हो गया है और वह कुपोषण की स्थिति से निकलकर सुपोषण श्रेणी में आ गई है। श्वेता के जन्म के बाद से ही उसके स्वास्थ्य तथा शारीरिक-मानसिक विकास के लिए चिंतित माता-पिता की पूरी परेशानी अब काफूर हो गई है।
श्रीमती सरिता दुबे बताती है कि जन्म के समय श्वेता मात्र ढाई किलो की थी और सुपोषण अभियान से जुड़ने के बाद उसका वजन तेजी से बढ़ा है और अब वह साढ़े तेरह किलो की हो गई है। सरिता दुबे कहती है कि श्वेता का जो वजन पिछले तीन साल में नहीं बढ़ पाया था, सुपोषण अभियान से वह अब एक साल में बढ़ गया है। सरिता दुबे ने अपनी बच्ची के स्वास्थ्य सुधार के लिए छत्तीसगढ़ सरकार के सुपोषण अभियान के प्रति आभार व्यक्त किया है। - कोरबा : शिक्षा सत्र 2020-21 में शासकीय एवं अशासकीय महाविद्यालयों, आई.टी.आई., नर्सिंग, पाॅलिटेक्निक, डाईट आदि संस्थाओं में नियमित अध्ययनरत् अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों से पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिये आनलाईन आवेदन 30 दिसम्बर 2020 तक प्राप्त किये जा रहे हैं। आवेदन के लिये आनलाईन पोर्टल http://mpsc.mp/nic.in/CGPMS पर लाॅग इन किया जा सकता है।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री एस. के. वाहने ने बताया कि सभी कालेजों के विद्यार्थियों द्वारा पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के नये आवेदन एवं नवीनीकरण के आवेदन इसी पोर्टल पर स्वीकार किये जायेंगे। ड्राॅफ्ट प्रपोजल 15 जनवरी तक लाॅक कर दिये जायेंगे। शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा स्वीकृत आवेदनों पर केवाईसी जमा करने की अंतिम तिथि 30 जनवरी 2021 होगी।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास ने बताया कि महाविद्यालयों के प्राचार्यों और प्रमुख प्रशासनिक अधिकारियों को अपने संस्था के सभी पात्र विद्यार्थियों द्वारा पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिये आनलाईन आवेदन करना सुनिश्चिित कराने की जिम्मेदारी दी गयी है। किसी भी स्थिति में विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति से वंचित रहने पर संस्था प्रमुख स्वतः जिम्मेदार होंगे। - तंदुरुस्त बेटी के गोद में आते ही घर परिवार में फैली खुशियां
कोरबा : प्रदेश में संचालित मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से कुपोषित बच्चे ही नहीं बल्कि किशोरी बालिकाएं, गर्भवती और शिशुवती महिलाएं भी लाभान्वित हो रही है। कोरबा जिले में इस अभियान के तहत बच्चों को कुपोषण से निकालकर स्वस्थ बनाने के साथ-साथ स्वस्थ एवं तंदुरुस्त बच्चों के जन्म पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है ।
इसके लिए सभी गर्भवती महिलाओं को इस अभियान से जोड़ा गया हंै। महतारी जतन योजना से लेकर सुपोषण अभियान, सुपोषित जननी कार्यक्रम के तहत नियमित जांच, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिन द्वारा नियमित रूप से घर-घर जाकर स्वास्थ्य सलाह और पूरक पोषक आहार वाली पौष्टिक खुराक के लिए जिले में गर्भवती महिलाओं की काउंसलिंग की जा रही है। इसका सकारात्मक परिणाम अब सामने आ रहा है।कोरबा जिले के ग्राम पंचायत चोढ़ा के कछारपारा निवासी श्रीमती सुनीता नेताम ने भी इस अभियान से जुड़कर ही अपनी प्रसव संबंधी जिज्ञासाओं और ली जाने वाली सावधानियों के बारे में जाना। पोषण अभियान के तहत मिले अंडा और मूंगफली-गुड़ के पोषक लड्डू के साथ पौष्टिक गर्म भोजन से सुनीता के साथ-साथ उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी पूरा पोषण मिला और सुनीता ने जिला अस्पताल में स्वस्थ और सुंदर बेटी को जन्म दिया। स्वस्थ बेटी के जन्म से सुनीता के घर परिवार में खुशियां फैल गई है।
श्रीमती सुनीता के पहली बार गर्भवती होने पर देखभाल के लिए उसे आंगनबाड़ी केंद्र कछारपारा ग्राम पंचायत चोढ़ा में पंजीकृत किया गया। इसके बाद उसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा मितानिन द्वारा लगातार स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जरूरी सलाह दी जाती रही। रेडी -टू- ईट के व्यंजन, हरी सब्जियां, स्थानीय फलों के साथ-साथ सुनीता को पौष्टिक आहार के लिए महतारी जतन योजना से जोड़ा गया और गर्म खाना उपलब्ध कराया गया। खून की कमी से बचाने के लिए उसे लौह तत्व युक्त भोजन तथा मुनगा भाजी भी खाने की सलाह दी गई। सुनीता ने इस दौरान अपने घर के परिसर में मुनगा का पौधा भी लगा दिया हैं।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान और सुपोषित जननी योजना के तहत गर्भवती सुनीता को आंगनबाड़ी केंद्र में गर्म भोजन के साथ ही एक दिन छोड़कर एक दिन अंडा तथा मूंगफली के पौष्टिक लड्डू भी खिलाएं गए। इस बीच सुनीता की लगातार काउंसलिंग की जाती रही और उसे प्रसव पूर्व तैयारी, पैसों की बचत, वाहन की व्यवस्था आदि के बारे में भी बताया जाता रहा।
सुनीता को प्रसव का दर्द होने पर उसे चोढ़ा उप स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से जिला अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती किया गया। जिला अस्पताल में सुनीता ने तीन किलो 800 ग्राम की स्वस्थ व सुंदर बच्ची को जन्म दिया। सुनीता को एक सप्ताह बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। घर आते ही कार्यकर्ता ने उसे बच्ची को स्तनपान के सही तरीके, साफ-सफाई और नवजात की देखभाल के बारे में बताया।
सुनीता की बेटी अभी भी पूरी तरह स्वस्थ हैं। वह तीन माह की हो गई है तथा उसका वजन नियमित रूप से बढ़ रहा हैं। बच्ची का नियमित टीकाकरण हो रहा है तथा सुनीता को अभी भी शिशुवती माता के रूप में सुपोषित जननी कार्यक्रम के तहत लगातार पौष्टिक आहार नियमित रूप से आंगनबाड़ी केंद्र में मिल रहा हैं।
श्रीमती सुनीता बताती है कि पहली बार मां बनने की खुशी हर स्त्री में अनूठी होती है। परंतु गर्भवती होने के बाद की चुनौतियों से अनभिज्ञ होने के कारण मैं काफी डरी हुई थी। गर्भावस्था में होने वाले शारीरिक -मानसिक बदलावों के साथ घर परिवार में सामंजस्य की चुनौती कम नहीं थी। लेकिन इन सब चुनौतियों से निपटने में सुपोषण अभियान से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानिन सहित महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने खूब सहायता की। लगभग रोज ही घर आकर मुझे समझाना, परामर्श देना, भोजन पानी की जानकारी देना और रखी जाने वाली सावधानियों को बताया। इससे मेरा स्वास्थ्य भी ठीक रहा हैं मैंने प्रसव काल के पूरा होने पर स्वस्थ एवं सुंदर बच्ची को जन्म दिया। - जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की रिकवरी रेट में हो रही बढ़ोतरी, ठीक होने की दर 89 प्रतिशत
अब तक 14 हजार 169 पाॅजिटिव केस, एक हजार 373 सक्रिय, 12 हजार 676 मरीज हुये स्वस्थ
कोरबा : कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन में जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने और कोरोना संक्रमितो के इलाज के लिए जिला प्रशासन सजग और गंभीर है ।जिला प्रशासन द्वारा प्रदान की जा रही है स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण कोरोना संक्रमित मरीजों की स्वस्थ होने की दर लगातार बढ़ रही है। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की रिकवरी रेट 89 प्रतिशत तक पहुंच चुका है।जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन की भी सुविधा प्रदान की जा रही है तथा मरीजों को लगातार निगरानी में रखकर कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है। जिले में अब तक ठीक हुए कोरोना संक्रमित मरीजों में से 85 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में रहकर पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। अब तक 10 हजार 835 मरीज होम आइसोलेशन में रह कर पूरी तरह ठीक हुए हैं।होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना संक्रमितों को मेडिकल टीम द्वारा लगातार स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। 24 घंटे चलने वाले कंट्रोल रूम के जरिए होम आइसोलेटेड कोरोना संक्रमित मरीजों को किसी भी समय परेशानी होने पर स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया जा रहा है। जिसके कारण कोरोना संक्रमित मरीजों की ठीक होने की दर में बढ़ोतरी हो रही है।जिले में अब तक 14 हजार 169 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है जिसमें से 12 हजार 676 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं तथा एक हजार 373 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कोविड अस्पतालों या होम आइसोलेशन में रखकर किया जा रहा हैं। अब तक जिले के 120 कोरोना संक्रमितों की मृत्यु हुई हैं।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग सजगता और गंभीरता से कोरोना संक्रमण को रोकने और कोरोना संक्रमित मरीजों को ठीक करनेे में लगे हुए हैं। जिले में रोजाना दो हजार 300 से अधिक लोगों का कोरोना जांच किया जा रहा हैं। कोरोना की जांच आरटीपीसीआर, रैपिड एंटीजन टेस्ट और ट्रु-नाॅट तीन पद्धतियों से की जा रही है।जिले में अब तक कुल एक लाख 40 हजार 300 टेस्ट सैम्पल लिए जा चुके हैं। सर्वाधिक जांच एंटीजन विधि से किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक मिले पाॅजिटिव मरीजों और इलाज के बाद ठीक हुये मरीजों के हिसाब से पोड़ी-उपरोडा विकासखण्ड में रिकवरी रेट जिले मंे सबसे अधिक है।पोड़ी-उपरोडा में कोरोना संक्रमित मरीजों का औसत रिकवरी रेट 93 प्रतिशत है। पोड़ी-उपरोडा में अब तक 426 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है जिनमें से 400 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं तथा 24 सक्रिय मरीज है। पाली विकासखण्ड में अब तक 901 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है जिनमें से अभी तक इलाज के बाद 816 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। पाली विकासखण्ड में 81 कोरोना संक्रमित मरीजों का ईलाज चल रहा है।कोरबा विकासखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक 912 कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिले हैं जिनमें से 828 ठीक हो गये हैं तथा 76 सक्रिय मरीज हैं। कोरबा के शहरी क्षेत्रों में अब तक छह हजार 493 कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की पहचान हुई है जिनमें से पांच हजार 897 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं तथा 527 सक्रिय मरीज हैं। कटघोरा विकासखण्ड में मिले चार हजार 232 कोरोना मरीजों में से अब तक तीन हजार 597 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो गये हैं तथा 603 मरीजों का ईलाज जारी है। विकासखण्ड करतला में एक हजार 205 कोरोना मरीजों की पहचान हुई है, जिनमें से एक हजार 138 मरीज ईलाज के बाद ठीक हो चुके हैं एवं 62 कोरोना मरीजों का ईलाज जारी है। - पहले 300 से 500 पंजीयन कराने वाले प्रतिभागियों को मिलेगा टी-शर्टकोरबा : नवा छत्तीसगढ़ के 2 वर्ष पूर्ण होने पर खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा 13 दिसंबर को कोरबा जिले में वर्चुअल मैराथन दौड़ का आयोजन कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्ग निर्देर्शन में किया जायेगा।वर्चुअल मैराथन दौड़ में सभी नागरिकों को भाग लेने की पात्रता है। कोविड-19 के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए प्रतिभागियों को एक स्थान पर समूह में एकत्रित नहीं होंगे।
प्रतिभागी घर, पार्क, मैदान, रोड या अन्य किसी सुरक्षित स्थान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दौड़ते हुए अपने कुछ सेकंड का वीडियो फोटो हेशटेग #runwithchhattishgarh के साथ फेसबुक या ट्विटर पर अपलोड कर सकते हैं। फोटो एवं वीडियो को अपलोड करने का समय 13 दिसंबर को सुबह छह बजे से 11 बजे तक निर्धारित किया गया है।
वर्चुअल मैराथन दौड़ के लिए 4 दिसंबर से 10 दिसंबर तक प्रतिभागी जनसंपर्क विभाग एवं खेल युवा कल्याण विभाग के वेबसाइट http://jansampark.cg.gov.in http://dprcg.gov.in एवं http://sportsyw.cg.gov.in पर उपलब्ध लिंक पर क्लिक कर अपना पंजीयन ऑनलाइन करा सकते हैं। प्रथम 300 से 500 पंजीयन कराने वाले प्रतिभागियों को प्रोत्साहन हेतु टी-शर्ट वितरण खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा किया जाएगा।
रजिस्ट्रेशन लिंक के साथ वर्चुअल मैराथन के लिये छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अधिकृत लोगों को अधिकृत एवं स्लोगन की तस्वीर ऑनलाइन उपलब्ध कराई है। इच्छुक प्रतिभागी जों दौड़ में भाग लेना चाहते हैं, प्रिंट आउट निकालकर अपने किसी सफेद शर्ट में चिपकाकर 06ः00 बजे से 11ः00 बजे तक दौड़ते हुए के साथ फेसबुक या ट्विटर पर अपलोड कर सकते हैं ।
प्रतिभागियों को किसी भी परिस्थिति में एकत्रित होना अथवा एक साथ दौड़ना पूर्णतः वर्जित है। अधिक जानकारी के लिए प्रभारी खेल एवं युवा कल्याण कोरबा के मोबाईल नम्बर 9074668699 पर सम्पर्क कर सकते हैं। - ढाई हजार रुपए प्रति क्विंटल के रेट ने मजबूत किया किसानों का खेती पर विश्वास
कोरबा : एक क्विंटल धान के लिए किसानों को ढाई हजार रुपए देने के छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार के संकल्प ने किसानों का खेती पर विश्वास बढ़ा दिया हैं। ऐसे ही विश्वास से लबरेज कोरबा के रजगामार के किसान समारू सिंह ने पिछले साल धान की फसल खराब होने के बाद भी इस वर्ष धान की उन्नत खेती की हंै।
समारू सिंह ने इस बार रिकॉर्ड उत्पादन किया है उसका पूरा खलिहान इस बार धान से भर गया था और अब मिंजाई के बाद उनके आंगन में 39 क्विंटल से अधिक धान है। इस धान को वे एक-दो दिनों में कोरकोमा सोसाइटी में समर्थन मूल्य पर बेचेंगे। इस बार धान से समारू सिंह को समर्थन मूल्य के हिसाब से 73 हजार रूपये से अधिक मिलेंगे तो राजीव गांधी किसान न्याय योजना से उन्हें लगभग 24 हजार रूपये का भुगतान छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से होगा। दोनों को मिलाकर समारू सिंह को पहली बार धान की खेती से लगभग एक लाख मिलेंगे।
खुद समारू सिंह का कहना है कि पिछले साल अपने लगभग सवा चार एकड़ खेत में देशी किस्म का धान लगाया था। पर फसल खराब रहीं और केवल आठ से 10 क्विंटल ही धान हुआ। फसल बीमा करवाया था तो लगभग 23 हजार रूपये का मुआवजा मिला। कुछ धान बेचा और कुछ खाने के लिए रख लिया था। इस पर कोरोना के कारण भी परिवार को बड़ी आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। समारू सिंह जैसे कोरबा ही नहीं प्रदेश के अन्य किसानों के लिए भी ऐसी परिस्थितियों में आगे खेती करना कठिन था।
पर छत्तीसगढ़ सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत जो आर्थिक सहायता किसानों को दी है उसने ही अन्नदाताओं को खेती से जोड़ रखा है। समारू सिंह ने भी इसी से हिम्मत पाकर इस साल कृषि विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन में उन्नत खेती करने का निर्णय लिया। विभागीय योजना के तहत इस बार समारू सिंह ने अपने खेत में लगभग ढाई एकड़ में धान की अधिक उपज देने वाली राजेश्वरी किस्म लगाई थी।
इस किस्म की खेती के लिए प्रदर्शन के रूप में समारू सिंह को 40 किलो बीज तथा अन्य जरूरी खाद, यूरिया, सुपर फास्फेट आदि निशुल्क दिया गया था। फसल में कीट व्याधि के लिए दवाइयां भी कृषि विभाग से मुफ़त ही मिली थी। समारू सिंह ने बताया कि उन्हीं की तरह ही गांव के 20 और किसानों ने भी प्रदर्शन योजना के तहत अन्य दूसरी किस्मों के धान की खेती की है और सभी ने अच्छी उपज प्राप्त की है।
सड़क किनारे खेत की स्थिति और समारू सिंह के जज्बे को देखकर कृषि विभाग ने उन्हें योजना के लिए फार्मर अचीवर के रूप में नामांकित किया। समारू ने अपनी इस पहचान को भी चरितार्थ किया और उन्नत खेती कर गांव ही नहीं बल्कि पूरे जिले के छोटे व परंपरागत खेती करने वाले किसानों के लिए मिसाल छोडी है।
रजगामार बाघमाडा बांध से आने वाले पानी को रोक कर समारू सिंह ने राजेश्वरी धान की नर्सरी लगाकर धान का थरहा तैयार किया था। इसके बाद क्षेत्रीय कृषि विस्तार अधिकारी की सलाह से एक हेक्टेयर रकबे में रोपा लगाया। समारू सिंह को फसल पकने पर कटाई और मिंजाई के बाद लगभग 39 क्विंटल उपज मिली है।
इस फसल को मोटा धान के रूप में एक हजार 868 रुपए की दर से समारू सिंह कोरकोमा सोसाइटी में बेचेंगे और इसके लिए उन्हें साढे 73 हजार रूपये मिलेंगे। समारू सिंह कहते हैं कि इस बार मेरी फसल सबसे अच्छी हुई ह,ै कृषि विभाग की सलाह और योजना से मुझे और मेरे जैसे छोटे तथा परंपरागत खेती करने वाले किसानों का भी मन अब उन्नत खेती करने का हो रहा है। अपने गांव के 20 अन्य किसानों के साथ इस बदलाव की शुरुआत समारू ने कर दी है। वे अब अपने जैसे अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन गए हैं। - कोरबा : कोरबा जिले के मतदाताओं से मतदाता सूची में नाम जोडने-हटाने, संशोधन के लिए 15 दिसम्बर तक आवेदन आमंत्रित किया गया है। जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र के कुल एक हजार 80 मतदान केंद्रों में नियुक्त किए गए बी.एल.ओ. के द्वारा मतदाताओं से निर्धारित प्रपत्र में नाम जोड़ने, काटने तथा छूटे हुए पात्र मतदाताओं के पंजीकरण के साथ साथ मतदाता सूची में संशोधन सूची से नाम विलोपन के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार कोरबा जिले में मतदाता सूची का संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2021 अंतर्गत मतदान केंद्रों में फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली का संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 15 दिसंबर 2020 तक संचालित किया जा रहा है।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन में तथा श्री भरोसा राम ठाकुर उप जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देशन में मतदाता सूची का संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2021 संचालित किया जा रहा है। जिला स्वीप नोडल अधिकारी कोरबा ने बताया कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2021 अंतर्गत एक जनवरी 2021 को ऐसे मतदाता जिनकी आयु 18 वर्ष पूर्ण हो रही है ऐसे सभी युवा मतदाता अपने मतदान केंद्र के बीएलओ से संपर्क कर अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वा सकते हैं।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 16 नवंबर से प्रारंभ हुए विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत मतदाता जागरूकता कार्यक्रम अंतर्गत कोरबा जिले में जिला निर्वाचन कार्यालय जिला, स्वीप समिति कोरबा द्वारा मतदाताओं को मतदान केंद्रों में जाकर अपने नाम का अवलोकन करने छूटे हुए पात्र मतदाताओं के पंजीकरण मतदाता सूची में संशोधन विलोपन आदि के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम का समुचित प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। मतदाता भारत निर्वाचन आयोग के पोर्टल एनवीएसपी के द्वारा पंजीयन कर नाम जुड़वाने हेतु ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। - कोरबा : अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग जन दिवस का सादा समारोह कोरबा के मुड़ापार स्थित कुष्ट आश्रम मे आयोजित हुआ। समाज कल्याण विभाग के उप संचालक श्री बी. एम. बेग ने कुष्ट पीड़ितो के साथ कोविड़ प्रोटोकाल का पालन करते हुये दिव्यांग जन दिवस मनाया।इस अवसर पर कुष्ट पीड़ितो को दिव्यांगों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए संचालित विभिन्न शासकीय योजनाओ की जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम के प्रारम्भ मे कुष्ट पीडितो को कोरोना संक्रमन से बचाओ क लिए मास्क और सेनेटाईजर का वितरण किया गया इस दौरान आश्रम मे रहने वाले कुष्ट पीड़ितो को ठंड से बचाने के लिए कंबल भी बांटे गए। -
कोरबा : जवाहर नवोदय विद्यालय सलोरा कोरबा में शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के लिये कक्षा छठवीं में प्रवेश हेतु चयन परीक्षा के लिये आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। चयन परीक्षा के लिये आॅनलाइन आवेदन आमंत्रित की गई है।
इच्छुक अभ्यर्थी चयन परीक्षा के लिये 15 दिसम्बर तक आवेदन कर सकते हैं। आॅनलाइन आवेदन नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाइट www.navodaya.gov.in और www.nvsadmissionclasssix.in पर निःशुल्क भरे जा सकते हैं। कक्षा छठवीं में प्रवेश के लिये चयन परीक्षा की तिथि भी घोषित कर दी गयी है। चयन परीक्षा दस अप्रैल 2021 को आयोजित की जायेगी।
प्राचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय कोरबा ने बताया कि कक्षा छठवीं में प्रवेश के लिये अभ्यर्थी को कोरबा जिले में मान्यता प्राप्त विद्यालय से सत्र 2020-21 में कक्षा पांचवी में पूर्ण वर्ष अध्ययनरत किया होना आवश्यक है। इसके साथ अभ्यर्थी को कक्षा तीसरी व चैंथी पूर्ण शैक्षणिक वर्ष मान्यता प्राप्त विद्यालय से अध्ययन किया होना आवश्यक होगा।
प्राचार्य ने बताया कि आॅनलाइन आवेदन भरने के लिये अभ्यर्थी की जन्मतिथि 01 मई 2008 से 30 अप्रैल 2012 के मध्य होना अनिवार्य है। अभ्यर्थियों व पालकों के सहयोग के लिये जवाहर नवोदय विद्यालय सलोरा तहसील कटघोरा में हेल्प डेस्क भी स्थापित किया गया है।
प्रत्येक अभ्यर्थी को आॅनलाइन आवेदन में अभ्यर्थी का नाम, पिता-माता का नाम, जन्मतिथि, वर्ग, विकलांगता की श्रेणी, कक्षा तीसरी, चैथी, पांचवी की जानकारी, ग्रामीण या शहरी, माध्यम, पता आदि जानकारी देनी होगी। विस्तृत जानकारी के लिये नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाइट www.navodaya.gov.in का अवलोकन किया जा सकता है।
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कोरबा : जिले में पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना के माध्यम से किसानों को प्रतिकूल मौसम जैसे अधिक वर्षा, कम वर्षा, बेमौसम वर्षा, अधिक तापमान, कम तापमान, बीमारी अनुकूल मौसम, आयु गति एवं ओलावृष्टि से होने वाली फसलों की क्षति के नुकसान से बचाये जाने हेतु उद्यानिकी फसलों का बीमा किया जा रहा है।
सहायक संचालक, उद्यानिकी ने बताया कि किसानों को बीमा हेतु निर्धारित ऋणमान का 5 प्रतिशत प्रीमियम के रूप में देना होगा। जिसके अंतर्गत रबी वर्ष 2020-21 में टमाटर, बैगन, फूलगोभी, पत्तागोभी, प्याज, आलू, फसलें सम्मिलित है। जिले के ऋणी एवं अऋणी कृषक जो उद्यानिकी फसल ले रहे हैं, वे 15 दिसम्बर 2020 तक अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिये कृषक अपने निकटतम शासकीय उद्यान रोपणी पताड़ी विकासखण्ड कोरबा, शासकीय उद्यान रोपणी पटियापाली विकासखण्ड करतला, शासकीय उद्यान रोपणी पंडरीपानी विकासखण्ड कटघोरा, शासकीय उद्यान रोपणी नगोई विकासखण्ड पोड़ीउपरोड़ा तथा शासकीय उद्यान रोपणी पोड़ीलाफा विकासखण्ड पाली में सम्पर्क कर सकते हैं।
- दिव्यांग पिता और देहाड़ी मजदूर माँ की बेटी को मिली सेहत सुरक्षा
कोरबा : छतीसगढ़ प्रदेश मे चल रहे सुपोषण अभियान का असर शहरी इलाको के साथ साथ अब ग्रामीण क्षेत्रो मे भी दिखने लगा है। स्वास्थय के प्रति लापरवाही और जागरूकता में कमी के चलते जन्म से ही कुपोषित एवं कमजोर बच्चो की सेहत इस अभियान ने संवार दी है।कोरबा जिले के कटघोरा विकासखंड के भेजीनारा गाँव के दिव्यांग पिता एवं देहाड़ी मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करने वाले परिवार की बेटी अनुष्का को भी इस अभियान से सेहत की सुरक्षा मिल गयी है।
अनुष्का भेजीनारा के प्राथमिक स्वास्थय केंद्र मे जन्मी कुपोषित बच्ची थी। इसके पिता दिव्यांग है और अपनी पत्नी के साथ वे कोरबा के कोसाबाड़ी मे दिहाड़ी मजदूरी अपना व अपने परिवार का भरण पोषण करते है। लगभग दो साल पहले इस परिवार मे अनुष्का का जन्म हुआ था। अनुष्का जन्म से कमजोर थी। काम काज के सिलसिले मे घर से दूर रहने के कारण अनुष्का को माँ का दूध भी पर्याप्त मात्रा मे समय पर नहीं मिल पाता था। जिससे उसके स्वास्थय पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा था तथा उसका विकास अत्यधिक धीमा था। ऐसे मे जिले मे शुरू हुये सुपोषण अभियान से अनुष्का को जोड़ा गया। भेजीनारा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमति संतोषी यादव ने बार बार अनुष्का के घर जाकर उसके माता पिता से चर्चा की और उसके स्वास्थय के बारे मे बताया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की समझाईश पर अनुष्का के माता पिता ने उसे ऊपरी आहार देना शुरू किया। इसके साथ ही उसने प्रबल एवं सुपोषण अभियान के तहत अंडा तथा मूँगफली गुड के बने लड्डू भी विशेष आहार के रूप मे दिये गए। आंगनबाड़ी से मिलने वाले पूरक पोषण आहार रेडी टू ईट को खिलाने तथा खाने मे हरी पत्तेदार सब्जियाँ भाजी, मुनगा भाजी आदि को भी शामिल किया गया।
अच्छे खान पान तथा साफ सफाई का ध्यान रखने से अनुष्का की सेहत सुधरने लगी। और धीरे धीरे उसका वजन भी बढने लगा। जन्म के समय दो किलो की अनुष्का का वजन अब नौ किलो हो गया है और वह कुपोषण से निकल कर सामान्य श्रेणी मे आ गयी है। माता पिता भी लगातार अनुष्का की सेहत का ख्याल रख रहे है समय समय पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी घर जाकर सलाह देती है। अनुष्का अब अपने पैरो पर मजबूती से खड़े होकर दौड़ने भी लगी है और अपने माता पिता से बातचीत करना भी सीख रही है।
अनुष्का की माँ श्रीमति लीला बाई बताती है कि घर की स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी, बच्ची भी कमजोर पैदा हुई थी ऐसे मे उसकी तबीयत की चिंता लगातार लगी रहती थी। सुपोषण अभियान ने मेरी बेटी को पाल दिया है। जून महीने मे उसका वजन साढ़े सात किलो और नवंबर महीने मे नौ किलो हो गया है। सुपोषण अभियान के तहत बेटी के साथ साथ लीला बाई को भी शिशुवती माता के रूप मे पोषक आहार दिया जा रहा है जिससे उसकी सेहत भी सुधर रही है। - कोरबा : प्रदेश भर के साथ ही जिले में भी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का महापर्व का आगाज हो गया है। कोरबा जिले में पहले दो दिनो में ही दो हजार 073 क्विंटल धान किसानों ने समर्थन मूल्य पर बेच दिया है।कल धान खरीदी के पहले दिन जिले के 13 किसानों ने कुल 484 क्विंटल धान बेचा था। दो दिनो में जिले में एक हजार 332 क्विंटल मोटा, 150 क्विंटल पतला और 591 क्विंटल सरना धान खरीदा जा चुका है।जिले में 14 उपार्जन केन्द्रों पर धान खरीदी शुरू हो गई है। खरीफ वर्ष 2020-21 के लिए धान खरीदी एक दिसंबर 2020 से 31 जनवरी 2021 तक का समय निर्धारित किया गया है।
खरीफ सीजन 2020-21 में जिले के 32 हजार 589 किसान 41 समितियों के माध्यम से अपना धान बेचेंगे। जिले के किसानों के लिए धान बेचने के लिए 49 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिये जिले में नये-पुराने मिलाकर 32 हजार 589 किसानों का पंजीयन किया गया है।
इन पंजीकृत किसानों का धान के फसल का रकबा 48 हजार 113 हेक्टेयर है। जिले में इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिये पांच हजार 746 नये किसानों ने सहकारी समितियों में अपना पंजीयन कराया है।पिछले वर्ष धान खरीदी के लिये जिले में 27 हजार 694 किसानों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से इस वर्ष रकबा सत्यापन के बाद 851 किसानों का पंजीयन निरस्त हुआ है।
पिछले वर्ष के पंजीयन अनुसार 26 हजार 843 किसानों के धान के रकबे के सत्यापन के बाद 42 हजार 274 हेक्टेयर रकबे की सोसायटी माॅड्युल में खसरा प्रविष्ट किया गया है। इसी प्रकार पांच हजार 746 नये पंजीकृत किसानों के पाॅंच हजार 838 हेक्टेयर धान के रकबे की इंट्री सोसायटी माॅड्युल किया गया है। - कलेक्टर श्रीमती कौशल ने जारी किया आदेश
शहरी क्षेत्र के ढाई किलोमीटर हिस्से में पीडब्ल्यूडी करेगा डामरीकरण
कोरबा : पतरापाली - कटघोरा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 111 पर मरम्मत और डामरीकरण ka काम तेजी से जारी है। इसी काम के कारण पाली शहर के क्षेत्र में आगामी 20 दिसम्बर तक भारी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज शाम आदेश जारी कर पाली शहरी क्षेत्र में लगभग ढाई किलोमीटर के मार्ग पर 20 दिसंबर तक भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया है ।
उक्त मार्ग पर केवल लाईट व्हीकल एवं यात्री वाहनों के आवागमन की अनुमति होगी । इस ढाई किलोमीटर मार्ग पर लोक निर्माण विभाग ने डामरीकरण का कार्य पूर्ण कराए जाने तक भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाए जाने का आग्रह किया गया था । जिसे देखते हुए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी किरण कौशल ने उक्ताशय का आदेश जारी किया है ।
इस प्रतिबंध के बाद उक्त मार्ग पर चलने वाले सभी प्रकार के वाहनों के लिए वैकल्पिक रूट भी तय कर दिया गया है । इसके तहत अब अंबिकापुर- कटघोरा से बिलासपुर की ओर जाने के लिए भारी वाहन ,कटघोरा बायपास - बांकी - कुसमुंडा -हरदीबाजार - बलौदा-सीपत-बिलासपुर मार्ग का प्रयोग वैकल्पिक रूप में करेंगे ।बिलासपुर से कटघोरा एवं अंबिकापुर की ओर आने हेतु भारी वाहन बिलासपुर - सीपत-बलौदा-हरदीबाजार-कुसमुंडा-बांकी-कटघोरा बायपास मार्ग का प्रयोग वैकल्पिक रूप में करेंगे । - कलेक्टर श्रीमती कौशल ने धान खरीदी केंद्रो का निरीक्षण कर अधिक संख्या में टोकन जारी करने दिये निर्देश
कोरबा : प्रदेश भर के साथ ही जिले में भी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का महापर्व का आगाज हो गया है। धान खरीदी के पहले दिन जिले के 13 किसानों ने कुल 484 क्विंटल धान बेचे हैं। सबसे अधिक धान की आवक सहकारी समिति नीरधि में 162 क्विंटल हुई है।
सहकारी समिति सिरमिना में 20 क्विंटल, कुल्हरिया में 40 क्विंटल, छुरीकला में दो क्विंटल, तुमान में 137 क्विंटल, पाली में 80 क्विंटल, सोहागपुर में 24 क्विंटल एवं हरदीबाजार में 18 क्विंटल धान की आवक हुई है।धान खरीदी के पहले दिन उपार्जन केन्द्र निरधि में किसान श्री मनहरण लाल ने सबसे अधिक 100 क्विंटल धान की बिक्री किया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज जिले के चार धान उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण कर अधिक से अधिक संख्या में किसानों का टोकन जारी कर धान खरीदी करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। खरीफ वर्ष 2020-21 के लिए धान खरीदी एक दिसंबर 2020 से 31 जनवरी 2021 तक का समय निर्धारित किया गया है।
खरीफ सीजन 2020-21 में जिले के 32 हजार 589 किसान 41 समितियों के माध्यम से अपना धान बेचेंगे। जिले के किसानों के लिए धान बेचने के लिए 49 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिये जिले में नये-पुराने मिलाकर 32 हजार 589 किसानों का पंजीयन किया गया है।
इन पंजीकृत किसानों का धान के फसल का रकबा 48 हजार 113 हेक्टेयर है। जिले में इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिये पांच हजार 746 नये किसानों ने सहकारी समितियों में अपना पंजीयन कराया है। पिछले वर्ष धान खरीदी के लिये जिले में 27 हजार 694 किसानों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से इस वर्ष रकबा सत्यापन के बाद 851 किसानों का पंजीयन निरस्त हुआ है।
पिछले वर्ष के पंजीयन अनुसार 26 हजार 843 किसानों के धान के रकबे के सत्यापन के बाद 42 हजार 274 हेक्टेयर रकबे की सोसायटी माॅड्युल में खसरा प्रविष्ट किया गया है। इसी प्रकार पांच हजार 746 नये पंजीकृत किसानों के पाॅंच हजार 838 हेक्टेयर धान के रकबे की इंट्री सोसायटी माॅड्युल किया गया है। - राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने सुमेधा और दादर खुर्द में नवीन उपार्जन केन्द्र का किया लोकार्पण
कोरबा : छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने कोरबा नगर निगम क्षेत्र में दो नवीन धान उपार्जन केन्द्र का लोकार्पण किया। राजस्व मंत्री ने कोरबा नगर निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 48 सुमेधा और वार्ड क्रमांक 31 दादर खुर्द धान उपार्जन केन्द्र का उद्घाटन किया।
निगम क्षेत्र में नवीन धान खरीदी केन्द्र शुरू होने से निगम क्षेत्र से लगे गांव के किसानों को लम्बी दूरी तय करके धान बेचने जाने से मुक्ति मिलेगी। गांव के पास ही धान खरीदी केन्द्र शुरू होने से धान बेचने में किसानों को सहुलियत भी होगी।
धान खरीदी केन्द्र वार्ड क्रमांक 48 सुमेधा के लोकार्पण समारोह में राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि सुमेधा में धान खरीदी केन्द्र शुरू होने से आसपास के लगभग आठ गांवो सेमीपाली, नागिनभाठा, केंदईखार, सुमेधा, लाटा, अगारखार, कुमगरी तथा सलियाभाठा के किसानों को अपने उर्पािर्जत धान को बेचने के लिए लगभग 20 किलोमीटर दूर कनबेरी धान खरीदी केन्द्र नहीं ले जाना पड़ेगा। इन आठ गांवो के किसानों को सुमेधा में धान बेचने की सहुलियत होगी तथा धान को दूरस्थ खरीदी केन्द्र ले जाने में लगने वाली समय और पैसे की बचत भी होगी।
उन्हांेने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा प्रदेश के किसानों को हर संभव सुविधा देने की पुरजोर कोशिश की जा रही है। किसानों को उनके धान उनके गांव में व आसपास ही बेचने की सुविधा प्रदान की जा रही है। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कृषकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में लगभग 200 नये धान केन्द्र इस खरीफ विपणन वर्ष में बनाये गये है।
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने आज ग्राम सुमेंधा एवं दादरखुर्द में नवीन धान खरीद केन्द्र का उद्घाटन करते हुए बताया कि कोरबा जिले में इस वर्ष कुल 7 नवीन धान उपार्जन केन्द्र की स्थापना के साथ कुल 49 उपार्जन केन्द्र संचालित है। सुमेधा और दादर खुर्द में धान उपार्जन केन्द्र के लोकार्पण समारोह के दौरान महापौर राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्यामसुंदर सोनी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, निगम तथा वार्ड के जनप्रतिनिधिगण सहित सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी, धान उपार्जन केन्द्र के नोडल अधिकारी, पर्यवेक्षकगण, संचालन समिति के पदाधिकारीगण तथा कृषकगण मौजूद रहे।
कोरबा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सुमेधा के नवीन धान केन्द्र में अगारखार, लाटा, केन्दईखार, सेमीपाली, सुमेंधा, कुमगरी, सलिहाभांठा, नागीनभांठा के किसानो को सुविधा मिलेगी इसके अलावा ग्राम जमनीपाली, बलगीखार, डगनियाखार, छुराकछार, स्याहीमुड़ी, बरेडीमुड़ी, डुमरमुड़ा, गोपालपुर, भाठापारा, कुदूरमाल, चोरभट्ठी भी शामिल किये जाने की कार्यवाही प्रगति पर है। इसी प्रकार दादरखुर्द के धान केन्द्र में कोरबा विधानसभा क्षेत्र के दादरखुर्द, खरमौरा, ढेलवाडीह, बरबसपुर, झगरहा के अलावा रामपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम नकटीखार गोढ़ी, पंडरीपानी, करूमौहा, बुंदेली, डुमरडीह और मुसलीडीह के किसानों को सुविधा प्राप्त होगा।
खरीदी केन्द्र के लोकार्पण समारोह के दौरान सुमेधा के पूर्व सरपंच भजन कंवर ने अपने गांव में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केन्द्र की स्थापना से खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि धान विक्रय करने के लिए 22 कि.मी. की दूरी तय कर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता था। अब गांव में ही धान खरीदी केन्द्र खुलने से हम सब काफी खुश है। कृषक त्रिभुवन सिंह कंवर एवं इतवार सिंह कंवर ने ग्राम सुमेंधा में तथा अमन पटेल व अरूण यादन ने ग्राम दादरखुर्द में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केन्द्र खोलने के लिए राज्य सरकार एवं राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि हमारे गांव के अलावा आसपास के गांव के कृषकों को अपनी उपज बेचने के लिए अब दूर तक सफर तय नही करना पड़ेगा।