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जशपुर : जिले में गोधन न्याय योजना के तहत 2 लाख 73 हजार 309 किलोगोबर की खरीदी की गई है
69 गौठानों के माध्यम से गोधन न्याय योजना का बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है
 
किसान व स्व-सहायता समूह की महिलाएं योजना का लाभ आर्थिक रूप से बन रहे मजबूत
 
उन्नत तकनीकी का गोबर में केचुआ डालकर वर्मी खाद तैयार किया जा रहा है
 
जशपुर : कलेक्टर श्री महादेव कावरे के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वााकंाक्षी योजना गोेधन न्याय योजना का क्रियान्वयन जिले में सार्थक रूप से किया जा रहा है। योजना के अंतर्गत गौठान के समितियों के अध्यक्षों की सहकारिता बैंक में खाता खोला गया है और उनके माध्यम से गोबर विक्रय करने वाले हितग्राहियों को भुगतान किया जा रहा है।
 
गोधन न्याय योजना का शुभारंभ हरेली पर्व के अवसर पर 20 जुलाई 2020 को पूरे हर्षाें उल्लास के साथ प्रदेश स्तर से जिले स्तर में किया गया था। शुभारंभ के बाद से ही हितग्राही अपने पशुओं के गोबर का विक्रय करने गौठानों में पहुच रहे हैं और उन्हें आर्थिक लाभ भी मिल रहा है। साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।  जशपुर जिले के ग्राम पंचायतों के 64 गौठान और नगरीय निकाय के  5 गौठान कुल 69 गौठानों के माध्मय से गोबर खरीदी की जा रही है। जिले में पशुपालकों की संख्या 12089 है। वर्तमान में गौठानों के माध्यम से 2 लाख 73 हजार 309 किलोगोबर क्रय किया गया है।
 
जशपुर विकासखंड के ग्रामपंचायत गम्हरिया गौठान में स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा गोबर में केचुआ डालकर वर्मी खाद तैयार किया जा रहा है  ताकि किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाला वर्मी खाद उपलब्ध कराया जा सके। शासन की गोधन न्याय योजना ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों, स्व-सहायता समूह की महिलाओं के लिए कल्याणकारी कदम साबित हो रहा है। महिलाएं और पुरूष बड़ी संख्या में गौठानों से जुड़कर आत्मनिर्भर बन रहे है। साथ ही शासन की कल्याणकारी योजना की सहराहना करते हुए छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।
 

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