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 दुर्ग : कोरोना संक्रमण की आशंका को टालने रैंडम जांच की संख्या और बढ़ेगी

-नगरीय निकायों में घर घर पहुंचकर लोगों के स्वास्थ्य की रिपोर्टिंग की जाएगी
-पिंक जोन में सम्भावित खतरे की आशंका देखकर यहाँ अधिक सतर्कता के साथ निगरानी की जाएगी
-कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग और नगरीय निकायों के अधिकारियों की बैठक लेकर कोरोना के नियंत्रण पर बनाये एक्शन प्लान के क्रियान्वयन की समीक्षा की

दुर्ग 11 जुलाई : कोरोना संक्रमण के प्रसार की आशंका को देखते हुए प्रशासन सतर्क है। इसकी उच्चस्तरीय मॉनिटरिंग हो रही है। डोर टू डोर सर्वे से मिल रहे फीडबैक की दैनिक समीक्षा भी कंट्रोल सेंटर में होगी। इस बाबत निर्णय आज कोरोना नियंत्रण से जुड़े प्रमुख अधिकारियों की बैठक में लिया गया।

बैठक में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने कहा कि जिले में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इसके रोकथाम के लिए पूरी सजगता के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। अभी जिस अनुपात में टेस्टिंग हो रही है उसका अनुपात और अधिक बढ़ाये जाने से तथा कोरोना की आशंका वाले जोन में ऐसे टेस्ट अधिकाधिक किये जाने से इस दिशा में उपयोगी परिणाम मिलेंगे।  टेस्टिंग का अनुपात बढ़ाये जाने से अधिक संख्या में केस सामने आ सकते है। इसके लिए उन्होंने नगरीय निकाय क्षेत्रो में सघन जांच अभियान चलाकर सम्भावित मरीजों का चिन्हांकन करने कहा है। निकायों और स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी 10 निकायों के साथ ही पाटन के ग्राम अमलेश्वर में भी घर-घर पहुंचकर लोगों की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एकत्रित करेगी। टीम के द्वारा घर-घर पहुंचकर परिवार के एक-एक सदस्यों का ब्यौरा तैयार किया जाएगा। सर्वे के ब्यौरा शीट की निकाय वार एंट्री की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्वे के आधार पर जरूरी कदम उठाए जाएंगे। कलेक्टर डॉ. भुरे कोरोना के बचाव व नियंत्रण पर समीक्षा करते हुए उक्त निर्देश दिए है।

कलेक्टर ने बैठक में कहा कि सभी शासकीय चिकित्सालयों में रेंडम जांच की व्यवस्था करें। रेंडम जांच का प्रतिशत बढ़ाये। अस्पतालों में फीवर क्लीनिक का संचालन ऐसे स्थान पर करने कहा है जहाँ जांच के लिए आने वाले व्यक्ति अस्पताल एप्रोच क्षेत्र को कम से कम कवर करे। जिससे संक्रमण का खतरा कम हो सके। कोरोना के नियंत्रण के लिए समुदाय के अधिक सम्पर्क में आने वाले लोगों की भी जांच की जाएगी। जिसमें होटल, ढाबा मेडिकल स्टोर्स शॉप के संचालको की जांच होगी। कई मामलों में यह भी देखने को मिल रहा है कि कोरोना के संभावित लक्षण नहीं होने के बाद भी पॉजिटिव निकले है। इससे संबंधित व्यक्ति अनजाने में कई अन्य व्यक्ति के सम्पर्क में आ जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए जनसमुदाय के संपर्क में आने वाले लोगों की रेण्डम जांच की जरूरत महसूस की गई है।

जिले में कोरोना के नियंत्रण हेतु प्रवासी मजदूरों तथा बाहर से आये लोगों, विदेश भ्रमण से आये लोगों की सघनता से जांच की जाएगी। विदेश भ्रमण से आये व्यक्ति के ब्लड सेम्पल की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उसे 14 दिन के लिए होम क्वारन्टीन में भेजा जाएगा। कलेक्टर ने इस कार्य में लगी टीम के अधिकारियों को विभागीय जिम्मेदारी के साथ ही इस कार्य को भी पूरी तौर पर सजगता से मॉनिटरिंग के लिए कहा।
 
जिला स्तर पर काॅल सेंटर की स्थापना-

कलेक्टर ने कहा कि जिला स्तर पर काॅल सेंटर की स्थापना की जाएगी। जिसमें अलग अलग टीम निकाय वार लोगों की समस्या सुनेगी। जिला स्तर पर स्थापित काल सेंटर से पिंक जोन, बचाव व सुरक्षा के उपायों की जानकारी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी जाएगी।

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