सामुदायिक स्वच्छता में ग्राम जानो की मिसाल - स्वच्छता परिसर से सशक्त हो रही पंचायत की आर्थिक व्यवस्था
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : स्वच्छता के क्षेत्र में ग्रामीण स्तर पर निरंतर प्रयासों के चलते जिले की ग्राम पंचायत जानो एक प्रेरणास्पद उदाहरण बनकर उभरी है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत ग्राम जानो में निर्मित सामुदायिक स्वच्छता परिसर न केवल स्वच्छता बनाए रखने में सहायक सिद्ध हो रहा है, बल्कि यह पंचायत के लिए एक स्थायी आय का साधन भी बन गया है। गांव में आयोजित होने वाले सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान सामुदायिक शौचालयों का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। इससे गांव की ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्ति) स्थिति को बनाए रखने में मदद मिल रही है। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत जानो द्वारा सामुदायिक शौचालय परिसर से संलग्न दो दुकानों की नीलामी की गई, जिसमें पहली दुकान से ₹4,02,000 तथा दूसरी दुकान से ₹3,96,500 की अमानत राशि निर्धारित की गई। दोनों दुकानों से क्रमशः 2-2 लाख की प्रथम किश्त पंचायत में जमा कराई जा चुकी है। इसके अलावा, दोनों दुकानों से ₹1,500 प्रतिमाह की दर से किराया भी पंचायत को प्राप्त हो रहा है, जिससे परिसर के संचालन और रखरखाव का व्यय किया जा रहा है। इस नवाचार से न केवल गांव की स्वच्छता सुनिश्चित हो रही है, बल्कि ग्राम पंचायत की आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में भी एक ठोस कदम उठाया गया है। पहल अन्य ग्राम पंचायतों के लिए एक अनुकरणीय मॉडल प्रस्तुत करती है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता स्थायित्व एवं आत्मनिर्भरता सुनिश्चित की जा सके।
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