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 जिला स्तरीय बाल संरक्षण टास्कफोर्स समिति की संयुक्त बैठक संपन्न

द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा

स्कूल, कॉलेज एवं समाज में जन जागरूकता अभियान चलाएं-कलेक्टर सुश्री आरा

जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों पर बाल श्रम हेतु मानव तस्करी रोकने बाहरी लोगों के आने जाने पर नजर रखने तथा थाना, चौकी में तत्काल सूचना देने के निर्देश दिए

सूरजपुर : एकीकृत बाल संरक्षण योजना अंतर्गत जिला बाल संरक्षण समिति, जिला स्तरीय सलाहकार सह निरीक्षण समिति एवं जिला स्तरीय महिला एवं बच्चों के अवैद्य प्रवास को रोकने संबंधी मॉनिटरिंग समिति तथा जिला स्तरीय टास्कफोर्स लापता, गुमशुदा बच्चों के संबंध में बैठक कलेक्टर  सुश्री  इफ्फत आरा की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट सभाकक्ष में संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित किया गया। बैठक में एजेण्डावार चर्चा किया गया।
 
       
शिक्षण सत्र 2022-23 में स्कुलों में जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाने पर चर्चा किया गया। बाल संरक्षण के मुद्दों पर बच्चों में जागरूकता लाने हेतु जिले के स्कूलों में शिक्षण सत्र 2022-23 में बाल संरक्षण विषय पर जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला बाल संरक्षण इकाई के द्वारा कुल 67 स्कूलों एवं समस्त महाविद्यालयों आयोजित किये गए। कलेक्टर ने नवीन शिक्षण सत्र 2023-24 में शिक्षा विभाग के समन्वय से रोस्टर तैयार कर शेष स्कूलो में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर मोबाईल एवं नशे के दुष्प्रभाव की विशेष जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए साथ ही शिक्षा विभाग को बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य विषय पर कार्यशाला आयोजित किये जाने के निर्देश दिये।
 
     
बाल श्रम एवं बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम पर चर्चा, वर्ष 2022 में जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2022 की स्थिति में 32 बाल श्रम से बालको को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत किया गया है। वर्ष 2023 में 28 फरवरी 2023 तक बाल भिक्षावृत्ति में लिप्त 03 बालकों की रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत किया गया है तथा उनका सामाजिक जाॅच प्रतिवेदन हेतु फाॅलोअप किया गया है। राज्य के बाहर से रेस्क्यू किये गये बाल श्रमिकों के फाॅलोअप हेतु निर्देश दिये गये एवं श्रम विभाग द्वारा नियोक्ता के विरूद्ध की गई कार्यवाही से अवगत कराने हेतु निर्देश दिया गया। समस्त पंचायतों में पलायन पंजी संधारित करने एवं सतत् निगरानी करने हेतु समस्त जनपद पंचायतों को निर्देश दिये।
 
 
कलेक्टर सुश्री आरा ने श्रम विभाग एवं जिला बाल संरक्षण ईकाई द्वारा जिले में चिन्हांकित क्षेत्रों का बालश्रम में लिप्त बच्चों का सर्वे करने एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बालश्रम को दूर करने के लिए अन्य विभागों से समन्वय कर जन-जागरूकता शिविर का आयोजन किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने नगरीय निकाय क्षेत्रों में बालश्रम की रोकथाम हेतु प्रचार-प्रसार  सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
 
 जिले में वर्ष 2022 एवं वर्ष 2023 में रोके गये बाल विवाह पर चर्चा किया गया एवं  ग्रामीणों में बाल विवाह विषय पर व्यापक जानकारी दिये जाने के निर्देश दिये गये है। कलेक्टर ने कहा कि रामनवमी के अवसर पर जिले में बाल विवाह के अधिकतर मामले सामने आते हैं, इसे रोकने हेतु सभी समाज के प्रमुखों, शादी कार्ड छापने वाले, पुरोहितों, सदर, टेंट वाले, कैटरिंग एवं डीजे वाले, फुल वाले आदि को जागरूक किये जाने हेतु कार्यशाला आयोजित किये जाने के निर्देश दिए।
       
गुमशुदा या प्राप्त हुए बच्चों की जानकारी तत्काल पोर्टल पर अपलोड करने पर चर्चा किया गया बैठक में उपस्थित पुलिस विभाग द्वारा बताया गया कि जैसे ही गुमशुदा का प्रकरण दर्ज होता है उसकी ऐन्ट्री पोर्टल पर अपलोड कर दी जाती है। जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों पर बाल श्रम हेतु मानव तस्करी रोकने पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने के निर्देश दिए तथा जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों पर बाल श्रम हेतु मानव तस्करी रोकने हेतु थाना, चौकी स्तर पर अपने- अपने क्षेत्रांतर्गत ग्राम रक्षा समिति, नगर रक्षा समिति, चलित थाना, अभिव्यक्ति कार्यक्रम आदि के माध्यम से आम जनता को बाहरी लोगों के आने जाने पर नजर रखने तथा थाना, चैकी में तत्काल सूचना देने हेतु आग्रह किया गया है।
   
एक युद्ध नशे के विरूद्ध जागरूकता कार्यक्रम पर चर्चा करते हुए जोर दिया गया कि  जिला सूरजपुर में एक युद्ध नशे के विरूद्ध जागरूकता कार्यक्रम अभियान कर शराब, गांजा, नशीली ड्रग्स के उपयोग करने से हतोत्साहित करने हेतु स्कूलो, काॅलेजों में जाकर जन जागरण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, तथा चलित थाना एवं अंजोर रथ के माध्यम से गाॅव-गाॅव साप्ताहिक बाजार में महिला, पुरुष एवं युवा वर्ग को नशीली ड्रग्स के कुप्रभाव की जानकारी दी जा रही है, नशीली दवाओं को डाॅक्टर के प्रिसक्रिप्शन के बिना दवाओं की ब्रिकी ना करने के संबंध में समय-समय पर मींटिग आयोजित कर समझाईस दिया जा रहा है, रासायनिक ओपोइड के बिक्री का प्रकरण प्रकाश में नहीं आया है, कोडिन युक्त कफ सिरफ के अवैध बिक्री की सूचना, शिकायत प्राप्त होने पर पुलिस एवं खादय औषधि विभाग के संयुक्त तत्वाधान में चेकिंग एवं कार्यवाही किया जा रहा हैं। कलेक्टर ने जिले में संचालित नशा मुक्ति केन्द्र में नशे में लिप्त बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें केन्द्र में भर्ती किए जाने के निर्देश दिये एवं केन्द्र में स्वास्थ्य विभाग को मानसिक परामर्शदाता की सेवा उपलब्ध कराने एवं बिश्रामपुर स्थित ओएसटी सेंटर से सूची मंगवाकर जरूरतमंदों को नशा मुक्ति केन्द्र से जोड़ने हेतु निर्देश दिए गए।
     
इस दौरान डीएफओ श्री संजय यादव, जिला पंचायत सीईओ सुश्री लीना कोसम,  संयुक्त कलेक्टर, श्री नरेंद्र पैकरा, डॉ. प्रियंका वर्मा, एसडीएम श्री रवि सिंह, श्री उत्तम रजक, श्री सागर सिंह राज, श्रीमती दीपिका नेताम, डीपीओ श्री चंद्रबेस सिसोदिया, एसपी कार्यालय डीएसपी इमैनुएल लकडा, डिप्टी कलेक्टर श्री नंदजी पांडे, बाल संरक्षण अधिकारी श्री मनोज जयसवाल एवं विभाग के समस्त अधिकारी उपस्थित थे।

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