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सूरजपुर  राज्य शासन के निर्देष अनुसार शारीरिक दूरी का पालन करते हुए हो रही लघु वनोपज की खरीदी

 केतका वनधन केन्द्र का कलेक्टर व एसपी ने लिया जायजा वनधन समूह के सदस्यों की  हौसला अफजाई

 
 
सूरजपुर 19 अप्रैल 2020/कोविड-19 वायरस से सुरक्षा हेतु लागू लाॅकडाउन से ग्रामीण व वनांचल क्षेत्रों के रहवासियों पर  आर्थिक गतिविधियों पर प्रभाव पड़ रहा था जिससे उन्हें राहत दिलाने के लिए परम्परागत लघुवनोपज अन्तर्गत आने वाले वनोत्पादों का संग्रहण कार्य हेतुसषर्त छूट दी गई है। इसके वजह से राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल वनधन योजना का लाभ प्राप्त कर रहे है। सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए वनोत्पादों का संग्रहण कर रहे स्व-सहायता महिला समूह के बीच आज कलेक्टर श्री दीपक सोनी और पुलिस अधीक्षक श्री राजेष कुकरेजा ने ग्राम पंचायत केतका में स्थित वनधनसंग्रहण केन्द्र पहुंचकर केतका गोंडवाना स्व-सहायता समूह द्वारा वनोपज संग्रहण कार्य किये जा रहे वनोपज संग्रहण की स्थिति का जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने सभी को मिलजुलकर निर्विवाद रूप से एक साथ कार्य कर अपने ग्राम केतका को आदर्षग्राम के रूप में तब्दील करेन का प्रयास करने कोे कहा और गांव में बाहर से रहने वाले एवं बाहर से गांव में आने वाले व्यक्तियों की जानकारी देने कहा तथा अधिक से अधिक समय घर में ही रहकर सुरक्षा मानकों का पालन कर एक जागरूक ग्रामीण के रूप में अपनी पहचान स्थापित करने को कहा है।
इस दौरान कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने मौके पर पहुंचकरस्व-सहायता महिलाओं द्वारा किये जा रहे वनोपज संग्रहण जैसे हर्रा, बहेड़ा, चरोटा, महुआ, नागरमोथा, अमलतास इमली आदि की पंजी का निरीक्षण किया। कलेक्टर श्री सोनी ने स्व-सहायता समूह के महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अच्छी आमदनी के लिए बीज रहितइमलीसंग्रहण करने को कहते हुए वर्तमान अवधि में भुगतान से संबंधित जानकारी लेकर समय पर भुगतान करने के लिए निर्देष देते हुए इसी तरह से अन्य वनधन समूहों को भी इस तरह से संग्रहण  कार्य कर आर्थिक समृद्विकरण के इस अवसर का लाभ उठाने को कहा है।  
कलेक्टर श्री सोनी ने यहां चर्चा करते हुए वर्तमान स्थिति अनुसार कोरोना वायरस के रोकथाम एवं बचाव व लाॅकडाउन के नियमों की जानकारी देते हुए कहा कि काम करते समय नाक, मुंह को गमछा, मास्क आदि से ढंक कर फीजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्य करने कहा तथा बारंबार हाथ को धोने की समझाईस दी। उल्लेखनीय है कि वनोपजों को स्थानीय बिचैलिये वन ग्रामपहुंचकरऔने-पौने दामों पर खरीद कर बाहरी बाजारों में अधिक कीमत पर बेच कर मुनाफा कमा रहे थे। ऐसे में सभी को साथ में लेकर चलने के इरादे से वनवासियों एवं ग्रामिणों को आय दिलाने एवं आय वृद्वि के उददेष्य से राज्य सरकार ने वनोपजों का सही मूल्य दिलाने के लिए वनधन विकास योजना के तहत वनोपजों का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने का निर्णय लिया, जिससे वनोपजों का सही मूल्य दिलाकर बिचैलियांे व कोचियों के शोषण से बचाव हेतुवनधन योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है। इस कार्य में वन विभाग के साथ -साथ राष्ट्रीय आजिविकामिषन के संयुक्त प्रयास से इस योजना के उद्देष्यों को साकार करने में अपनी सहभागिता निभा रहे हैं। आपको बताते चले कि सूरजपुर जिले में अभी तक करीब 466.55 क्ंिवटल वनोत्पाद की खरीदी हो चुकी है। इस दौरान उप वनमण्डलाधिकारी श्री बी.एस. भगत ,वन परिक्षे़त्राधिकरी सूरजपुर श्री खान पोषक अधिकारी श्री धीरेन्द्र सिंह सहित विभिन्न वन प्रबंधन समिति के सदस्य उपस्थित रहे।
 

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