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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अक्टूबर माह से शुरू होगी खेल प्रतियोगिताएं
छत्तीसगढ़ की खेल प्रतिभाओं को मिलेगा शानदार अवसर
रायपुर : छत्तीसगढ़ में स्थानीय और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों का आयोजन अगले माह अक्टूबर से शुरू होगा। खेलों के आयोजन की तैयारियों के लिए आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन की अध्यक्षता में अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू एवं अपर मुख्य सचिव खेल विभाग श्रीमती रेणु जी पिल्ले शामिल हुई।छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2022-23 के सफल आयोजन के लिए मुख्य सचिव ने खेल एवं युवा कल्याण विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण तथा नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों की प्रतियोगितायें छह स्तर पर आयोजित होंगी। इसमें राजीव युवा मितान क्लब, जोन स्तर, विकासखण्ड, जिला, संभाग एवं राज्य स्तर पर होगी। प्रतियोगितायें नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग होंगी। खेल प्रतियोगिताओं के लिए प्रत्येक स्तर पर आयोजन समितियां गठित की जायेंगी जो खेलों के आयोजन की व्यवस्था, मानिटरिंग एवं आवश्यक प्रबंधन करेंगी।
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में छत्तीसगढ़ की खेल विधाएं में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगडी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बाटी (कंचा) बिल्लस, फुगडी, गेढ़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ और लंबी कूद शामिल हैं। खेल प्रतियोगितायें महिला और पुरूषों के लिए होंगी। इसमें 18 वर्ष तक आयु के लिए, 18 से 40 वर्ष और 40 वर्ष से अधिक वर्ग के लिए खिलाड़ियों की प्रतियोगितायें आयोजित होंगी। खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को जनवरी 2023 में आयोजित युवा महोत्सव में पुरस्कृत किया जाएगा। बैठक में नगरीय प्रशासन विभाग की सचिव श्रीमती अलरमेल मंगई डी., राजस्व विभाग के सचिव श्री एन.एन.एक्का, खेल संचालक श्रीमती श्वेता सिन्हा सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए।
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एजेंसी
रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में भारत लीजेंड्स की टीम सचिन तेंदुलकर की अगुवाई में खेलेगी। युवराज, हरभजन के साथ पठान बंधु भी दमखम दिखाएंगे। आठ टीमों के कप्तान का ऐलान हो गया। सभी तैयारियों में जुट गए हैं।
रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में भारत लीजेंड्स की टीम सचिन तेंदुलकर की अगुवाई में खेलेगी। युवराज, हरभजन के साथ पठान बंधु भी दमखम दिखाएंगे। वेस्टइंडीज की टीम ब्रायन लारा, दक्षिण अफ्रीका जोंटी रोड्स, ऑस्ट्रेलिया शेन वाटसन, न्यूजीलैंड रॉस टेलर, इंग्लैंड इयान बेल और श्रीलंका की टीम तिलकरत्ने दिलशान की कप्तानी में खेलेगी। आठ टीमों के कप्तान का ऐलान हो गया। सभी तैयारियों में जुट गए हैं। ग्रीन पार्क के अंदर मंच के साथ ही सीटों की साफ-सफाई तेज हो गई है। फ्लड लाइट में मैच कराए जाएंगे। जल्द ही टिकटों की बिक्री शुरू की जाएगी।
ये होंगी टीमभारत लीजेंड्स
सचिन तेंदुलकर (कप्तान), युवराज सिंह, यूसुफ पठान, इरफान पठान, हरभजन सिंह, नमन ओझा, प्रज्ञान ओझा, विनय कुमार, मुनफ पटेल, एस बद्रीनाथ, मनप्रीत गोनी, राहुल शर्मा, राजेश पवार, अभिमन्यु मिथुन और स्टुअर्ट बिन्नी।
ऑस्ट्रेलिया लीजेंड्सशेन वाटसन (कप्तान), एलेक्स डूलन, बेन डंक, ब्रैड हॉग, ब्रेड हैडिन, स्टुअर्ट क्लार्क, ब्रेट ली, ब्राइस मैकगेन, कलम फर्ग्यूसन, कैमरॉन वाइट, जार्ज हॉरलिन, जेसन क्रेजा, जॉन हेस्टिंग, नैथन रेयरडॉन, चैड सेयर्स, नैथन रेयरडान।
न्यूजीलैंड लीजेंड्सरॉस टेलर (कप्तान), जैकब ओरम, जैमी हाउ, जेसन स्पाइस, कायल मिल्स, स्कॉट स्टायरिस, शेन बांड, डीन ब्राउंली, ब्रूस मार्टिन, नील ब्रूम, एरोन रेडमॉड, एनटॉन डेविच, क्रेग मैकमिलन, ग्रेथ हॉकिन्स, हमिश बेनिटी
इंग्लैंड लीजेंड्सइयान बेल (कप्तान), फिल मस्टरड, क्रिस ट्रमलेट, डैरन मैडी, मॉल लॉय, जेम्स टिनडॉल, रिक्की क्लार्क, स्टीफेन पैरी, जेड डर्नबैक, टिम एम्ब्रोस, डिमिट्री मास्क्रैनस, कृश शोफील्ड, निक कॉम्टन।
साउथ अफ्रीका लीजेंड्सजोंटी रोड्स (कप्तान), अलवीरो पीटरसन, एड्रयू पुटिक, एडी लेई, गारनेट क्रूगर, हेनरी डेविड, जैकविस रुडाल्फ, जोहान बोथा, जोहान वैन डर वैथ, लांस क्लूजनर, एल नोरिस जोंस, मखाया नतिनी, मोर्न वैन, टी शबाला, वरनॉन फिलैंडर, जेंडर डी ब्रायन।
वेस्टइंडीज लीजेंड्सब्रायन लारा (कप्तान), डैनजा हयात, देवेंद्र बिशु, ड्यवेन स्मिथ, जेरोम टेलर, किर्क एडवर्ड्स, मारलॉन इयान ब्लैक, नारसिंह ड्योनारिन, सुलेमान बेन, डेरेन पॉवेल, विलियम परकिन्स, डेरियो बारथले, डेव मोहम्मद, क्रिसमर सेन्टॉकी।
बांग्लादेश लीजेंड्सशहादत हुसैन (कप्तान), अब्दुर रज्जाक, आलमगीर कबीर, आफताब अहमद, आलोक कपाली, मामुन उर रशीद, नजमुस सदत, धीमन घोष, डोर महमूद,, खालिद मसूद, मोहम्मद शरीफ, मेहराब हुसैन, एलियास सनी, मोहम्मद नजीमुद्दीन, अबुल हसन, तुषार इमरान।
श्रीलंका लीजेंड्सतिलकरत्ने दिलशान (कप्तान), कौशल्या वीरारत्ने, महेला उडावाटे, रुमेश सिल्वा, असेला गुनारत्ने, चमारा सिल्वा, इसुरु उडाना, चमारा कपुगेदेरा, चामिंडा वास, चतुरंगा डीसिल्वा, चिनतखा जयासिंघे, धमिका प्रसाद, दिलरुवान परेरा, दिलशान मुनावीरा, इशान जयरत्ने, जीवन मेंडिस, नुवान कुलशेखरा , सनथ जयसूर्या, उपल थरंगा, थिसारा परेरा।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए की है विशेष पहल
खिलाड़ियों को पर्याप्त सुविधा मुहैया कराने छत्तीसगढ़ सरकार उठा रही ठोस कदम
खेल अकादमियों का हो रहा निर्माण, बन रहा खेल के लिए माहौल
रायपुर : छत्तीसगढ़ में साढ़े तीन साल पहले मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में गठित सरकार ने "गढ़बो नवा छत्तीसगढ़" का नारा दिया था और इसे राज्य का ध्येय वाक्य भी बनाया। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में मोड़ने और खेलों को प्रोत्साहित के लिए "खेलबो, जीतबो, गढ़बो नवा छत्तीसगढ़" का नारा भी दिया गया। इसी नारे के अनुरूप छत्तीसगढ़ में खेलों के लिए माहौल भी बनाने की कवायद भी तेज हो गई और निरंतर खेल व खिलाड़ियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं मुहैया कराने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस कड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार ने सबसे पहले छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण का गठन किया गया। वहीं राजधानी रायपुर से लेकर बिलासपुर और बस्तर के नारायणपुर तक में खेल अकादमी को लेकर काम शुरू हो गए।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सरकार में आते ही यह जाहिर कर दिया था कि वे छत्तीसगढ़ में हर वर्ग के लिए और हर क्षेत्र में काम करेंगे। महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपने को पूरा करने की दिशा में काम करते हुए उन्होंने सबसे पहला निर्णय किसानों के हित में लिया। वहीं गोधन न्याय योजना और ग्रामीण आजीविका पार्क जैसे निर्णयों ने ग्रामीणों की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम किया। मजदूरों के लिए मनरेगा के तहत सर्वाधिक दिवस रोजगार व राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना लागू की गई। माताओं, बच्चों से लेकर बुजुर्गों के लिए भी समय-समय पर विभिन्न योजनाएं लायी गईं। इन सबके बीच युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में केन्द्रीत करने के लिए भी छत्तीसगढ़ सरकार ने कवायद की।
राजीव युवा मितान क्लब का गठन :छत्तीसगढ़ राज्य की युवा शक्ति को मुख्य धारा से जोड़कर, गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से राजीव युवा मितान क्लब योजना प्रारंभ की गई। इसमें प्रदेश के प्रत्येक ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकायों के वार्डों में कुल 13269 राजीव युवा मितान क्लब गठित किए जाने का लक्ष्य है। अब तक कुल 9917 युवा मितान क्लबों का गठन हो चुका है। प्रति क्लब 25 हजार रुपये प्रति तिमाही दिए जाने का प्रावधान है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 33.325 करोड़ रुपये जिलों को जारी कर दिए गए हैं। राजीव युवा मितान क्लब से जुड़कर युवा खेल, सांस्कृतिक, सामाजिक गतिविधियों एवं जन-जागरूकता बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण :प्रदेश के सभी खेल अकादमियों के संचालन, खेल अधोसंरचनाओं का विकास एवं समुचित उपयोग तथा खेलों के समग्र विकास हेतु छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है। खेलों को बढ़ावा देने समेत संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए प्राधिकरण के गवर्निंग बॉडी और एक्जिक्यूटिव बॉडी की बैठकें भी हो चुकी हैं। इसके साथ ही खेल प्रशिक्षकों के 08 पदों पर संविदा भर्ती की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है। वर्तमान में 15 खेल संघ विभाग से मान्यता प्राप्त हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 1.43 करोड़ रुपये अनुदान राशि भी जारी किया गया है। वहीं व्यायाम शाला निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 में 40.17 लाख रुपये की राशि जारी की गई है।
आवासीय खेल अकादमी का संचालन :छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के पश्चात् पहली बार खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा आवासीय खेल अकादमी का संचालन प्रारंभ किया गया है। स्व. बी.आर. यादव राज्य खेल प्रशिक्षण केन्द्र बहतराई बिलासपुर में हॉकी, तीरंदाजी एवं एथलेटिक की आवासीय अकादमी की स्थापना की गई है, जिसे भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा खेलो इंडिया स्टेट सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस की मान्यता दी गई है। एक्सीलेंस सेन्टर के लिए मैनपॉवर के हाई परफॉर्मेंस मैनेजर, हेड कोच हॉकी, स्ट्रैंथ एण्ड कंडिशनिंग एक्सपर्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, यंग प्रोफेशनल एवं मसाजर (महिला) की नियुक्ति की जा चुकी है तथा शेष की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है। गौरतलब है कि 1 जून 2022 से हॉकी की आवासीय अकादमी संचालित है, जिसमें 36 बालक एवं 24 बालिकाएं इस तरह कुल 60 खिलाड़ी प्रशिक्षणरत् हैं। तीरंदाजी तथा एथलेटिक खेल की अकादमी के लिए खिलाड़ियों के चयन ट्रायल लिए जा चुके हैं। आवासीय बालिका कबड्डी अकादमी में प्रवेश हेतु खिलाड़ियों के चयन ट्रायल लिए जा चुके हैं। इसके साथ ही रायपुर में एनएमडीसी लिमिटेड के सहयोग से आवासीय तीरंदाजी अकादमी की स्थापना की जा रही है।
गैर आवासीय खेल अकादमी की भी स्थापना :छत्तीसगढ़ में खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राज्य के खिलाड़ियों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि राज्य का खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर पदक जीत सकें। राज्य के प्रत्येक जिले में विभिन्न खेलों की गैर आवासीय खेल अकादमियां स्थापित करने का लक्ष्य है। वर्तमान में तीरंदाजी प्रशिक्षण उपकेन्द्र शिवतराई (बिलासपुर), गैर आवासीय हॉकी एवं तीरंदाजी अकादमी, सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम रायपुर, गैर आवासीय बालिका फुटबॉल अकादमी स्वामी विवेकानन्द स्टेडियम कोटा रायपुर, गैर आवासीय बालक एवं बालिका एथलेटिक अकादमी स्वामी विवेकानन्द स्टेडियम कोटा रायपुर का संचालन किया जा रहा है।
खेलों के लिए बनेंगे सात लघु केन्द्र :मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा खेलों को बढ़ावा देने के लिए की जा पहल के बीच छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से भारत सरकार की खेलो इंडिया योजना अंतर्गत विभिन्न खेलों के लिए सात लघु केन्द्र स्वीकृत किए गए हैं। इसमें जशपुर में हॉकी, बीजापुर में तीरंदाजी, राजनांदगांव में हॉकी, गरियाबंद में व्हॉलीबॉल, नारायणपुर में मलखम्ब, सरगुजा में फुटबॉल एवं बिलासपुर में तीरंदाजी के लिए खेल लघु केन्द्र की स्वीकृति मिली है। प्रत्येक लघु केन्द्र के लिए सात लाख रुपये के मान से कुल राशि 49 लाख रुपये संबंधित जिला कलेक्टरों को जारी किए जा चुके हैं। खेलो इंडिया लघु केन्द्र के माध्यम से स्थानीय सीनियर खिलाड़ी को प्रशिक्षक के रूप में रोजगार भी उपलब्ध कराया जाएगा।
सिंथेटिक टर्फ और ट्रैक का निर्माण :जब से छत्तीसगढ़ में खेल को लेकर राज्य सरकार ने प्रयास तेज किए हैं, केन्द्र की ओर से भी इसमें स्वीकृति दी जा रही है। भारत सरकार की खेलो इंडिया योजना अंतर्गत जशपुर में सिंथेटिक टर्फ युक्त हॉकी मैदान के लिए 5.44 करोड़ रुपये, अम्बिकापुर में मल्टीपरपज इंडोर हॉल के लिए 4.50 करोड़ रुपये, जगदलपुर बस्तर में सिंथेटिक फुटबॉल ग्राउण्ड विथ रनिंग ट्रैक के लिए 05 करोड़ रुपये, महासमुंद में सिंथेटिक सतह युक्त एथलेटिक ट्रैक निर्माण के लिए 6.60 करोड़ की स्वीकृति प्राप्त हुई है। वहीं जगदलपुर बस्तर में निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। उल्लेखनीय है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स में छत्तीसगढ़ राज्य के खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन कर 2 स्वर्ण, 3 रजत और 6 कांस्य पदक, इस प्रकार कुल 11 पदक हासिल किये हैं।
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अनिल बेदाग़
पैसिफिक स्टार स्पोर्ट्स को कमर्शियल पार्टनर के रूप में किया साइन
मुंबई : हेलेनिक क्रिकेट फेडरेशन 1996 से यूरोपीय क्रिकेट परिषद का सदस्य और 2017 से एक एसोसिएट आई सीसी सदस्य है, ने अगले 10 वर्षों के लिए पैसिफिक स्टार स्पोर्ट्स को वाणिज्यिक भागीदार के रूप में शामिल करने का निर्णय लिया है। 199 साल पुराने क्रिकेट इतिहास के साथ ग्रीस में क्रिकेट का घर कोर्फू, पैसिफिक स्टार स्पोर्ट्स के साथ साझेदारी में अंतर्राष्ट्रीय टी10 इवेंट के शुभारंभ के माध्यम से द्वीप पर क्रिकेट के 200वें वर्ष का जश्न मनाने के लिए तैयार है।
पैसिफिक स्टार स्पोर्ट्स के साथ साझेदारी में, एचसीएफ ओलंपिया टी 10 और ओलंपिया टी 20 के नाम से देश में नए 10 ओवर और 20 ओवर के क्रिकेट की शुरुआत करेगा। ग्रीस भर में क्रिकेट संस्कृति के निर्माण और नए प्रशंसकों और खिलाड़ियों के बीच रुचि पैदा करने की दृष्टि के साथ साझेदारी प्रकृति में विशिष्ट है।
पैसिफिक स्टार स्पोर्ट्स ने ओलंपिया टी10 और ओलंपिया टी20 के निष्पादन और प्रबंधन के लिए आईटीडब्ल्यू को भागीदार बनाया है।
एचसीएफ के अध्यक्ष श्री क्यारियाकोस कत्सोरस ने कहा, "हम अपने साथी के रूप में पैसिफिक स्टार स्पोर्ट्स का स्वागत करते हैं। उनका देश में नए क्रिकेट टूर्नामेंट बनाने का एक दृष्टिकोण है, जो ग्रीस में क्रिकेट के लिए हमारे दृष्टिकोण के साथ संरेखित करता है। हम एक महान साझेदारी की आशा करते हैं"
श्री अली अकबर खान, निदेशक पीएसएस ने कहा, "ग्रीस यूरोप में सबसे पुरानी क्रिकेट संस्कृतियों में से एक है जहां 19वीं शताब्दी के क्लब अभी भी कोर्फू में क्रिकेट खेल रहे हैं। हम एचसीएफ के साथ मिलकर काम करने और ग्रीस में नए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट शुरू करने के लिए तत्पर हैं"
दोनों पक्ष इस सौदे के वास्तुकार श्री निकोलस फोरनारकिस, एचसीएफ के विकास सलाहकार, पिछले महीनों में उनके निरंतर प्रयासों के लिए धन्यवाद और आभार व्यक्त करना चाहते हैं।एचसीएफ इस साझेदारी को लेकर उत्साहित है और आगामी टूर्नामेंटों के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करने के लिए तत्पर है।
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एजेंसी
सानिया मिर्जा ने सोशल मीडिया पर खुलासा किया कि कोहनी की चोट के कारण यूएस ओपन 2022 से बाहर हो गई हैं। सानिया ने अपने संन्यास को लेकर भी बड़ी अपडेट दी है।
भारत की शीर्ष टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने मंगलवार सुबह खुलासा किया कि बांह और कोहनी की चोट के कारण यूएस ओपन 2022 से हट गई हैं। सानिया ने इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए इसका खुलासा किया है। सानिया ने लिखा, "नमस्कार दोस्तों, एक क्विक अपडेट। मेरे पास अभी कुछ बहुत अच्छी खबर नहीं है। दो हफ्ते पहले कनाडा में खेलते समय मेरी कोहनी में चोट लगी थी और इस बात का अंदाजा नहीं था कि ये कितना बुरा है, जब तक कि कल मैंने स्कैन नहीं करवाया।''
उन्होंने आगे लिखा, ''मैं हफ्तों के लिए बाहर रहूंगी और यूएस ओपन से हट गई हूं। यह आदर्श नहीं है और गलत समय पर है, जिसके कारण मेरे रिटायरमेंट प्लान में बदलाव होगा, लेकिन मैं आपको जानकारी देती रहूंगी।"
पिछले महीने विंबलडन में सानिया मिर्जा और उनकी क्रोएशियाई जोड़ीदार मेट पाविक को मिश्रित युगल सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। 35 वर्षीय छह बार की ग्रैंड स्लैम डबल्स चैंपियन मैटरनिटी ब्रेक से कोर्ट पर वापसी करने के बाद से ही अच्छी फॉर्म में हैं। उनके लगातार प्रदर्शन से डब्ल्यूटीए रैंकिंग में भी उनकी बढ़ोत्तरी दिखी है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी मुकाबले ‘द जंगल रंबल‘ का राजधानी के खेलप्रेमियों ने लिया लुत्फ
भारत के मुक्केबाज विजेंदर सिंह के पंच से घाना के एलियासु सुले परास्त
रायपुर : राजधानी का सरदार बलबीर सिंह जुनेजा स्टेडियम बुधवार की शाम बॉक्सिंग प्रेमियों के शोर से गूंज उठा। मौका था अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी मुकाबले ‘द जंगल रंबल‘ का। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी बॉक्सिंग का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को खेलगढ़ में विकसित करने की दिशा में पेशेवर मुक्केबाजी जरिया बनेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को एक खेल राज्य खेलगढ़ के रूप में स्थापित करने का प्रयास जारी है। मुक्केबाज विजेंदर सिंह की पेशेवर लड़ाई इस योजना को और मजबूत करेगी। हमें न केवल लोगों को प्रोत्साहित करना है, बल्कि छत्तीसगढ़ को खेल की महाशक्ति के रूप में पहचान दिलाने के लिए भी तैयारी करनी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन में आकर अच्छा लगा। यह छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक पल है। छत्तीसगढ़ में खेलों को बढ़ावा देने के प्रयासों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में खेल अकादमी की स्थापना की गई है और खेलों के लिए अलग से प्राधिकरण भी बनाया गया है। इससे आधारभूत सुविधाओं के विकास और खिलाड़ियों को संवारने के काम एक साथ होगा। श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में क्रिकेट का रोड सेफ्टी मैच हुआ। कई बड़े खिलाड़ियों ने अपने खेल का प्रदर्शन किया है। छत्तीसगढ़ में अब लगातार कोशिश हो रही है, खेलों को बढ़ावा मिले और युवा खेलों के लिए प्रेरित हो।
श्री बघेल ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में खेलों का माहौल बन रहा है। महिला हॉकी में पहले ही राज्य का प्रतिनिधित्व रहा है, अब कॉमनवेल्थ गेम्स में हमारी बिटिया आरुषि कश्यप ने बैडमिंटन में मेडल जीता है। तीरंदाजी में भी यहां अनेक संभावनाएं हैं। ऐसे आयोजनों से राज्य में खेलों को नया आयाम मिलेगा।
प्रतियोगिता में हुए पांच रोचक मुकाबले
लाइट वेट ग्रुप में पहला मुकाबला अमेय नितिन और असद आसिफ खान के बीच हुआ। इस मुक़ाबले में असद ने बाजी मारी। वहीं दूसरा मुकाबला आशीष शर्मा और कार्तिक सतीश कुमार के बीच हुआ, जिसमें कार्तिक सतीश कुमार विजेता घोषित किए गए। तीसरा मैच शैकोम और गुरप्रीत सिंह के बीच हुआ। गुरप्रीत सिंह इस मैच के विजेता बने।
मुक्केबाजी का चौथा मुकाबला सचिन नौटियाल बनाम फैजान अनवर के बीच हुआ। एक मिनट 17 सेकेंड में ही सचिन नौटियाल से फ़ैजान अनवर ने खेल जीत लिया। सचिन नौटियाल प्रतिद्वंदी खिलाड़ी फ़ैजान के पंच से पस्त हुए और रिंग छोड़ बाहर चले गए। खेल के नियमों के तहत रेफ़री ने फ़ैजान को विजेता घोषित किया।
सबके आकर्षण का केंद्र रहा विजेंदर-सुले के बीच मुकाबला
बॉक्सिंग की इस प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र पेशेवर भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह और घाना के एलियासु सुले के बीच हुआ मुकाबला रहा। इस मैच में विजेंदर सिंह ने अपने तगड़े पंच से एलियासु सुले को मात दी। द जंगल रंबल के पांचवें और इस आखिरी मुकाबले में केवल 02 मिनट 07 सेकेंड में ही एलियासु को धूल चटा दी। विजेंदर सिंह ने अपने तगड़े पंच से एलियासु सुले को ऐसी चोट दी और वे वापसी नहीं कर सके, जिससे विजेंदर सिंह को जीत मिली।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ये पहला पेशेवर मुक्केबाजी मुकाबला है। भारत के पहले पेशेवर मुक्केबाज विजेंदर सिंह इस मुकाबले के लिए बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण ले रहे थे। इस मुकाबले के लिए विजेंदर सिंह ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।
उल्लेखनीय है कि 8 जून को प्रोफेशनल मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से मुलाकात की थी और छत्तीसगढ़ में प्रोफेशनल बाक्सिंग मैच का आयोजन करने के लिए अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री ने इस अनुरोध को स्वीकार किया था और उसी तारतम्य में मुख्यमंत्री श्री बघेल की पहल पर राजधानी रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय बाक्सिंग मुकाबला आयोजित किया गया। विजेंदर सिंह लगभग 19 महीनों के बाद रिंग में उतरे। इसके लिए उन्होंने मैनचेस्टर में कड़ी ट्रेनिंग ली है।
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भारत की शटलर पीवी सिंधु ने महिला सिंगल्स के फाइनल में कनाडा की शटलर मिशेल ली को हराकर गोल्ड मेडल जीत लिया हैपहली बार महिला सिंगल्स में सिंधु ने कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल जीतने का कमाल किया. बता दें कि शुरू से ही सिंधु ने आक्रमक खेल दिखाया जिसका जबाव विरोधी शटलर के पास नहीं था. पहले गेम में सिंधु ने मिशेल ली को 21-15 से हराकर मैच में बढ़त बना ली थी. दूसरे गेम को सिंधु ने 21-13 से जीतकर गोल्ड मेडल पर कब्जा कर लिया. सिंधु ने 2-0 से गेम जीतकर इतिहास रच दिया. बता दें कि इस कॉमनवेल्थ गेम्स में अब भारत के हिस्से में कुल 19 गोल्ड मेडल आए हैं और कुल मिलकर यह 56वां मेडल हैं.
यह पहली बार है जब महिला एकल में सिंधु ने कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल जीतने का कमाल किया है. इसके अलावा सिंधु ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों की मिश्रित टीम स्पर्धा में गोल्ड पदक जीता था,उन्होंने 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में महिला एकल में कांस्य पदक भी जीतने में सफलता हासिल की थी.
मिशेल के खिलाफ 11 मैच में यह सिंधू की नौवीं जीत है. सिंधू का राष्ट्रमंडल खेलों में यह तीसरा व्यक्तिगत पदक है. उन्होंने 2018 गोल्ड कोस्ट खेलों में भी रजत पदक जीता था। सिंधू मौजूदा खेलों में रजत पदक जीतने वाली भारत की मिश्रित टीम का भी हिस्सा थी जिसे फाइनल में मलेशिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था. फाइनल में सिंधू के बाएं पैर में पट्टी बंधी थी जिससे कुछ हद तक उनकी मूवमेंट प्रभावित हुई और इसका असर उनके प्रदर्शन पर भी दिखा.
उन्होंने कुछ मौकों पर मिशेल को आसान अंक बनाने का मौका दिया. सिंधू ने रैली में बेहतर प्रदर्शन किया और उनके ड्रॉप शॉट भी दमदार थे. मिशेल ने काफी सहज गलतियां की जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा. भारत का बर्मिंघम खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता का यह चौथा पदक है. इससे पहले मिश्रित टीम के रजत पदक के अलावा किदांबी श्रीकांत ने पुरुष एकल जबकि त्रीशा जॉली और गायत्री गोपचंद की जोड़ी ने महिला युगल में कांस्य पदक जीते. -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
स्वामी विवेकानन्द स्टेडियम कोटा रायपुर में आयोजित हुआ राज्य स्तरीय चयन ट्रायल
बालिका कबड्डी अकादमी के लिए खिलाड़ियों का चयन ट्रायल 05 एवं 06 अगस्त को पंडित रविशंकर शुक्ल विश्व विद्यालय के इंडोर हॉल होगा ट्रायल
बिलासपुर : खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा स्वर्गीय श्री बी.आर. यादव राज्य खेल प्रशिक्षण केन्द्र बहतराई बिलासपुर में संचालित खेलो इण्डिया स्टेट सेंटर आफ एक्सिलेंस आवासीय खेल अकादमी के लिए एथलेटिक्स के बालक-बालिका खिलाड़ियों का राज्य स्तरीय चयन ट्रायल स्वामी विवेकानंद स्टेडियम कोटा रायपुर में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के तकनीकी खेल विशेषज्ञों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।स्वामी विवेकानंद स्टेडियम कोटा रायपुर में 02 से 03 अगस्त को आयोजित राज्य स्तरीय चयन ट्रायल में विभिन्न जिलों से आए 112 बालक, 91 बालिकाओं खिलाड़ियों ने भाग लिया। चयन ट्रायल में 45 कोच व मैनेजर ने अपनी समभागिता दी। चयन ट्रायल का आयोजन दो स्तरों-मोटर एबिलिटी एवं कौशल टेस्ट के माध्यम से किया गया। 02 अगस्त को खिलाड़ियों का मोटर एबिलिटी टेस्ट व बैटरी टेस्ट एवं 03 अगस्त को स्किल टेस्ट कराया गया। इस इसके बाद खिलाड़ियों को अकादमी में प्रवेश करने हेतु चयन संबंधी आगे की कार्यवाही की जावेगी।राज्य खेल प्रशिक्षण केन्द्र बहतराई बिलासपुर में प्रवेश पाने वाले खिलाड़ियों को आवासीय सुविधाओं के साथ आधुनिक खेल प्रशिक्षण, भोजन, शैक्षणिक व्यवस्था, खेल किट, खेल परिधान आदि मूलभूत सुविधाएं शासन की ओर से प्रदान की जाएंगी। राज्य खेल प्रशिक्षण केन्द्र बहतराई बिलासपुर में संचालित होने वाली आवासीय बालिका कबड्डी अकादमी के लिए बालिका खिलाड़ियों का राज्य स्तरीय चयन ट्रायल दिनांक 05 एवं 06 अगस्त 2022 को पं. रविशंकर शुक्ल वि.वि के इंडोर हॉल में आयोजित की जाएगी। -
कॉमनवेल्थ गेम्स के छठे दिन भारत को पहला पदक वेटलिफ्टिंग में मिला. पुरुषों के 109 किलोग्राम भार वर्ग में उतरे लवप्रीत सिंह ने कुल 355 किलो वजन उठाते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीता. इससे पहले, लवप्रीत ने स्नैच में दमकार शुरुआत की थी. पहली ही कोशिश में लवप्रीत सिंह ने 157 किलो वजन उठाया था. दूसरे प्रयास में लवप्रीत ने इससे 4 किलो अधिक यानी 161 किलोग्राम वजन उठाया और इस लिफ्ट के साथ ही पहले पायदान पर आ गए. उनका तीसरा प्रयास भी सफल रहा और उन्होंने 163 किलो वजन के साथ स्नैच राउंड खत्म किया.
लवप्रीत ने क्लीन एंड जर्क में भी इसी प्रदर्शन को जारी रखा और पहले प्रयास में ही 185 किलो वजन लिफ्ट किया और वो ओवरऑल पहले स्थान पर आ गए. दूसरे प्रयास में भारतीय वेटलिफ्टर ने 189 किलो वजन उठाया और तीसरे प्रयास में 192 किलो वजन उठाकर नेशनल रिकॉर्ड अपने नाम किया. उनके सभी 6 प्रयास सही रहे. हालांकि, कैमरून के नयाबेयू ने 196 किलो वजन उठाकर गोल्ड मेडल जीता जबकि समोआ के जैक हिटिला सिल्वर मेडल जीतने में सफल रहे.इससे पहले वेटलिफ्टिंग में ओलंपिक मेडलिस्ट मीराबाई जानू, जेरेमी लालरिनुंगा और अचिंता शेउली ने गोल्ड मेडल देश की झोली में डाले थे. -
एजेंसी
भारत और वेस्टइंडीज के बीच पांच मैचों की टी-20 सीरीज का तीसरा मुकाबला सेंट किट्स के वार्नर मैदान में खेला गया। वेस्टइंडीज ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी की। उसने भारत को 165 रन का लक्ष्य दिया। जवाब में भारत ने 19 ओवर में तीन विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। सूर्यकुमार ने मैच विनिंग पारी खेली।
भारत ने तीसरे टी-20 में वेस्टइंडीज को सात विकेट से हरा दिया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने 20 ओवर में पांच विकेट पर 164 रन बनाए। कायल मेयर्स ने सबसे ज्यादा 73 रन की पारी खेली। जवाब में भारत ने सूर्यकुमार के 76 रन की बदौलत 19 ओवर में तीन विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की टी-20 सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है।कप्तान रोहित शर्मा रिटायर्ड हर्ट हुए। जब ऐसा हुआ तब वह पांच गेंदों में 11 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे। ऋषभ पंत ने 26 गेंदों में 33 रन और दीपक हुड्डा ने 10 रन की नाबाद पारी खेली। सीरीज के आखिरी दो मैच छह और सात अगस्त को फ्लोरिडा के लॉडरहिल में खेले जाएंगे।
रन चेज करते हुए 19वीं जीत
भारत का यह टी-20 में चेज करते हुए जुलाई 2019 के बाद से पिछले 21 मैचों में 19वीं जीत है। इस दौरान टीम इंडिया सिर्फ दो मैच हारी है। यह वार्नर स्टेडियम में सबसे बड़ा रन चेज भी है। इससे पहले वेस्टइंडीज ने इस मैदान पर अफगानिस्तान के खिलाफ 2017 में 147 रन चेज किया था।इस जीत के साथ भारत ने पाकिस्तान के एक बड़े रिकॉर्ड की बराबरी भी की। भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 15वां टी-20 मुकाबला जीता। वहीं, पाकिस्तान की टीम ने भी वेस्टइंडीज के खिलाफ 21 टी-20 में से 15 मैच जीते हैं।
वेस्टइंडीज की पारी
टॉस हारकर पहल बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज की शुरुआत अच्छी रही। ब्रैंडन किंग और कायल मेयर्स ने पहले विकेट के लए 57 रन की साझेदारी हुई। किंग को हार्दिक पांड्या ने क्लीन बोल्ड किया। उन्होंने 20 गेंदों में 20 रन की पारी खेली। इसके बाद मेयर्स ने कप्तान निकोलस पूरन के साथ 50 रन की साझेदारी निभाई। पूरन 22 रन बनाकर आउट हुए। मेयर्स ने अर्धशतक लगाया और 50 गेंदों में 73 रन बनाकर आउट हुए। अपनी पारी में उन्होंने आठ चौके और चार छक्के लगाए।रोवमन पॉवेल ने 14 गेंदों में 23 रन और शिमरोन हेटमायर ने 12 गेंदों में 20 रन की पारी खेली। डेवोन थॉमस और जेसन होल्डर एक रन बनाकर नाबाद रहे। इस तरह वेस्टइंडीज की टीम 164 रन ही बना सकी। भारत की ओर से भुवनेश्वर कुमार ने सबसे ज्यादा दो विकेट लिए। वहीं, हार्दिक पांड्या और अर्शदीप सिंह को एक-एक विकेट मिला।
भारत की पारी
165 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को तब झटका लगा जब कप्तान रोहित शर्मा रिटायर्ड हर्ट हो गए। तब वह पांच गेंदों में 11 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे। रोहित तब तकल एक चौका औ एक छक्का लगा चुके थे। इसके बाद सूर्यकुमार यादव और श्रेयस अय्यर ने दूसरे विकेट के लिए 86 रन की साझेदारी निभाई। श्रेयस 27 गेंदों में 24 रन बनाकर आउट हुए।सूर्यकुमार यादव 44 गेंदों में आठ चौके और चार छक्के की मदद से 76 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें डोमिनिक ड्रेक्स ने अल्जारी जोसेफ के हाथों कैच कराया। इसके बाद ऋषभ पंत ने हार्दिक पांड्या के साथ मिलकर 14 रन की साझेदारी निभाई। हार्दिक चार रन बनाकर आउट हुए।फिर पंत ने दीपक हुड्डा के साथ मिलकर 19 ओवर में टीम इंडिया को जीत दिला दी। पंत 26 गेंदों में तीन चौके और एक छक्के की मदद से 33 रन बनाकर नाबाद रहे। वहीं हुड्डा 10 रन बनाकर नाबाद रहे। वेस्टइंडीज की ओर से ड्रेक्स, होल्डर और अकील हुसैन ने एक-एक विकेट लिया। -
महाराष्ट्र : संकेत ने स्नैच में 113 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 135 किग्रा भार उठाया। इस तरह कुल 248 किग्रा भार उठाकर महाराष्ट्र के इस खिलाड़ी ने रजत पदक जीत लिया। उन्होंने अंक तालिका में भारत का खाता खोला।
बर्मिंघम में भारत को पहला स्वर्ण पदक मिल गया है। शनिवार (30 जुलाई) को वेटलिफ्टिंग के 55 किग्रा भारवर्ग में संकेत ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। उन्होंने स्नैच में 113 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 135 किग्रा भार उठाया। इस तरह कुल 248 किग्रा भार उठाकर महाराष्ट्र के इस खिलाड़ी ने रजत पदक जीत लिया। उन्होंने अंक तालिका में भारत का खाता खोला।संकेत का प्रदर्शनस्नैच राउंड: संकेत ने स्नैच राउंड में अपने पहले ही प्रयास में 107 किलोग्राम वजन उठाया। इसके बाद दूसरे प्रयास में 111 किग्रा भार और फिर तीसरे प्रयास में 113 किग्रा भार उठा लिया। 113 को उनका
क्लीन एंड जर्क राउंड: पहले राउंड में उन्होंने 135 किग्रा उठाया। दूसरे प्रयास और तीसरे प्रयास में वह नाकाम रहे। दूसरे राउंड में ही उनका हाथ मुड़ गया था। इसके बावजूद वह तीसरे राउंड में देश के लिए उतरे, लेकिन वह स्वर्ण नहीं जीत सके।एक किलो के अंतर से स्वर्ण जीतने से चूकेमलयेशिया के बिब अनीक ने स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने कुल 249 किग्रा भार उठाया। अनीक का स्कोर स्नैच में 107 और क्लीन एंड जर्क में 142 किग्रा रहा। संकेत सिर्फ एक किलो के अंतर से स्वर्ण नहीं जीत सके। उनके चोटिल होने का फायदा अनीक को मिला। अगर संकेत चोटिल नहीं होते तो स्वर्ण जीत लेते। श्रीलंका के दिलांका योदागे ने 225 किग्रा भार के साथ कांस्य जीता।भारत के लिए पुरुषों में पिछली बार राष्ट्रमंडल खेलों में सतीश शिवलिंगम और रंगला वेंकट राहुल ने स्वर्ण जीता था। संकेत उस क्रम को जारी रखने में कामयाब नहीं हुए। भरोत्तोलन 19वीं बार राष्ट्रमंडल खेलों में है। 1950 में पहली बार यह खेलों का हिस्सा लिया था। इस बार 16 वर्गों में 180 एथलीट भाग ले रहे हैं। इनमें 90 पुरुष और 90 महिला हैं। -
एजेंसी
भारतीय महिला हॉकी टीम ने शुक्रवार को अपने से निचली रैंकिंग की घाना टीम को 5-0 से हराकर बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में जीत से अपने अभियान की शुरूआत की। टीम के लिये गुरजीत कौर ने दो गोल किये।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने शुक्रवार को यहां अपने से निचली रैंकिंग की घाना टीम को 5-0 से हराकर राष्ट्रमंडल खेलों में जीत से अपने अभियान की शुरुआत की। सविता पूनिया की अगुआई वाली टीम हालांकि पूल ए के अपने पहले मैच में इतनी प्रभावशाली दिखायी नहीं दी। टीम के लिये गुरजीत कौर ने तीसरे और 39वें मिनट में दो गोल किये जबकि नेहा गोयल ने 28वें, संगीता कुमारी ने 36वें और सलीमा टेटे ने 56वें मिनट में मैदानी गोल दागे।
भारत ने हालांकि मैच के सभी विभागों में दबदबा बनाया लेकिन पहले दो क्वार्टर में उनका प्रदर्शन खराब रहा जिसमें घाना के डिफेंस ने मजबूत प्रदर्शन कर अपने से ऊंची रैंकिंग की टीम को निराश किया। भारत के लिये सबसे ज्यादा हताशाजनक मिडफील्ड और अग्रिम पंक्ति के बीच कमजोर कड़ी रही। पेनल्टी कॉर्नर को गोल में नहीं बदलने का सिलसिला भी जारी रहा और भारतीय टीम 10 मौकों में से केवल एक को ही भुना सकी। इस मुकाबले में उम्मीद थी कि भारतीय टीम बड़े अंतर से जीत हासिल करेगी लेकिन घाना की गोलकीपर अबिगेल बोये ने कुछ शानदार बचाव कर अपनी टीम को मैच में बनाये रखा जिसमें उनकी बैकलाइन ने भी उनका पूरा सहयोग किया।
भारतीय टीम ने मैच शुरू होते ही आक्रामकता दिखायी और तीसरे मिनट में पहले पेनल्टी कॉर्नर पर गुरजीत के गोल से बढ़त बना ली। जल्द ही टीम ने दूसरा पेनल्टी कॉर्नर भी हासिल कर लिया लेकिन घाना का डिफेंस शानदार रहा जिसमें बोये ने एक और बचाव किया। पहले क्वार्टर के खत्म होने से तुरंत पहले भारत को 'डी' के अंदर फाउल के लिये एक पेनल्टी स्ट्रोक मिला लेकिन घाना ने फैसले को चुनौती दी और उन्हें सफलता भी मिली।
दूसरे क्वार्टर में भी भारत ने तेज हमले किये लेकिन घाना ने दबाव का डटकर सामना किया। भारतीयों ने हमले करना जारी रखा लेकिन घाना की बैकलाइन इन्हें असफल करने के लिये डटी रही। घाना को हाफ टाइम से तीन मिनट पहले एक पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन वे भारतीय कप्तान सविता को पछाड़ने में असफल रहे। घाना को एक और मौका मिला जो उसने गंवा दिया। भारतीयों ने अगले ही मिनट में नेहा की बदौलत अपनी बढ़त दोगुनी कर दी, उन्होंने घाना की एक डिफेंडर के डिफ्लेक्शन पर शॉट लगाकर इसे सीधे गोल के अंदर पहुंचा दिया। नेहा को फिर मौका मिला लेकिन घाना की गोलकीपर बोये ने इसका शानदार बचाव किया।
हाफ टाइम के तीन मिनट बाद भारत ने दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये लेकिन दोनों विफल रहे। संगिता कुमारी ने 36वें मिनट में गोल कर भारत की बढ़त तीन गुनी की। टीम को जल्द ही एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा सकी। गुरजीत ने 39वें मिनट में स्कोर 4-0 कर दिया।
भारत ने फिर चार पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये लेकिन सभी मौके गंवा दिये। सलीमा ने सीटी बजने से चार मिनट पहले घाना की कप्तान नाफिसातू उमारू की स्टिक से हुए डिफ्लेक्शन पर शॉट लगाया जो सीधा गोल में गया। भारत अब पूल के अपने दूसरे मैच में शनिवार को वेल्स से भिड़ेगा। -
एजेंसी
टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया है। नीरज चोपड़ा को उम्मीद है कि वह अगले साल इस इवेंट का गोल्ड मेडल हासिल करेंगे।
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने कहा कि अगले साल वह गोल्ड मेडल जीतने की कोशिश करेंगे। मेडल के प्रबल दावेदार के रूप में उतरे जेवलिन थ्रोअर नीरज ने 88.13 मीटर के थ्रो के साथ सिल्वर मेडल जीता। वह गत चैम्पियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स से पीछे रह गए, जिन्होंने 90.54 मीटर के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
भारत के लिए वर्ल्ड चैम्पियनशिप में इकलौता मेडल 2003 में पेरिस में अंजू बॉबी जॉर्ज ने लंबी कूद में ब्रोन्ज मेडल था । चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भारत का 19 साल का इंतजार खत्म किया। प्रतिस्पर्धा के बाद नीरज ने कहा, 'काफी अच्छा लग रहा है आज। देश के लिए सिल्वर मेडल जीता है। अगले साल फिर वर्ल्ड चैम्पियनशिप है और कोशिश करेंगे कि उसमें गोल्ड जीतें।'
कैसे खराब शुरुआत के बाद नीरज चोपड़ा ने जीता सिल्वर मेडल,
अगली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप हंगरी के बुडापेस्ट में 18 से 27 अगस्त तक खेली जाएगी। उन्होंने आगे कहा, 'मैं साइ, टॉप्स (टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना), एथलेटिक्स महासंघ और भारत सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होने मुझे इतना सपोर्ट किया। मुझे विदेशी कोच दिया और बाहर ट्रेनिंग के लिए भेजा जिससे मैं विदेश में हर इंटरनेशनल इवेंट खेल सकता हूं।'
उम्मीद करता हूं हर खेल में मिलेगा सरकार का साथ
नीरज ने कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि हर खेल में ऐसा ही सहयोग मिलता रहेगा और हमारा देश खेल में आगे तरक्की करेगा।' उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, 'यहां काफी कठिन प्रतिस्पर्धा थी। एंडरसन पीटर्स ने तीन थ्रो 90 प्लस लगाए जो बहुत अच्छा प्रदर्शन था।' उन्होंने कहा कि उनके लिए असली चुनौती ओलंपिक वाले लेवल पर लौटने की थी और उन्हें खुशी है कि मेहनत रंग लाई। उन्होंने कहा, 'ट्रेनिंग का समय कम था और सबसे बडी चुनौती थी कि खुद को उस स्तर तक लेकर आए। बहुत मेहनत की। ओलंपिक के बाद से असली खेल का पता लगा कि कितनी मेहनत करनी पड़ती है प्रदर्शन का स्तर बरकरार रखने के लिए।'
मेडल जीतकर खुश हूं
इस सीजन में शानदार प्रदर्शन कर रहे नीरज ने कहा, 'मैं अच्छा प्रदर्शन कर पा रहा हूं। दो बार राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। यहां पहले दो थ्रो अच्छे नहीं रहे लेकिन मुझे यकीन था कि एक अच्छा थ्रो निकलेगा। नतीजे से खुश हूं कि मेडल तो जीता।'
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एजेंसी
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत की अनु रानी ने लगातार दूसरे साल महिलाओं के भाला फेंक इवेंट के फाइनल्स में जगह बना ली है। वहीं कल नीरज चोपड़ा पुरुषों के भाला फेंक इवेंट में हिस्सा लेंगे।
अनु रानी लगातार दूसरी बार विश्व चैंपियनशिप के फाइनल्स मेंभारत की भाला फेंक खिलाड़ी अनु रानी ने गुरुवार को यहां अपने आखिरी प्रयास में 59.60 मीटर भाला फेंक कर वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया। अनु पर शुरू में ही बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था, क्योंकि उनका पहला प्रयास 'फाउल' हो गया था जबकि दूसरे प्रयास में वह 55.35 मीटर तक ही भाला फेंक पाई थीं। आखिर में वह 59.60 मीटर भाला फेंकने में सफल रहीं, जो फाइनल्स में जगह बनाने के लिए काफी था।वह ग्रुप बी क्वालीफिकेशन दौर में पांचवें स्थान पर रहीं और उन्होंने दोनों ग्रुप में आठवें सर्वश्रेष्ठ प्रयास के आधार पर फाइनल्स में जगह बनाई। यह 29 वर्षीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक 60 मीटर तक नहीं पहुंच पाईं लेकिन उनके पास शनिवार को होने वाले फाइनल्स में अपने प्रदर्शन में सुधार करने का मौका रहेगा। उनका सीजन का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 63.82 मीटर है।
लगातार दूसरी बार फाइनल्स में पहुंची हैं अनु
दो वर्गों में 62.50 मीटर या 12 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों ने फाइनल्स में जगह बनाई। केवल तीन प्रतियोगी ही 62.50 मीटर के साथ क्वालीफाइंग मार्क को हासिल कर पाए। वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीसरी बार भाग ले रही अनु ने लगातार दूसरी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया है। वह 2019 में दोहा में पिछली वर्ल्ड चैंपियनशिप में 61.12 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ फाइनल में आठवें स्थान पर रही थीं। इस बीच महिलाओं की 5000 मीटर में पारुल चौधरी हीट नंबर दो में 15 मिनट 54.03 सेकेंड के समय के साथ 17वें और कुल मिलाकर 31वें स्थान पर रहकर सेमीफाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहीं।
नीरज चोपड़ा पर टिकी होगी नजर
ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा शुक्रवार (भारतीय समयानुसार सुबह 5:35 बजे) पुरुषों के भाला फेंक के क्वालिफिकेशन राउंड के ग्रुप ए में इवेंट में उतरेंगे। टोक्यो खेलों के सिल्वर मेडलिस्ट जाकुब वालदेच (चेक गणराज्य) और लंदन ओलंपिक 2012 के गोल्ड मेडलिस्ट केशोर्न वालकॉट (त्रिनिदाद एवं टोबैगो) भी उनके ग्रुप में होंगे। फाइनल रविवार को होगा।
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एजेंसी
भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने स्टॉकहोम में डायमंड लीग मीट में 89.94 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड हासिल किया। नीरज चोपड़ा ने 89.30 मीटर के अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ा है।
टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग में शानदार थ्रो के साथ वापसी की है। उन्होंने अपने पहले ही थ्रो में अपना पिछला रिकॉर्ड बेहतर किया है। स्टार एथलीट ने स्वीडन में चल रहे डायमंड लीग के स्टॉकहोम सत्र में 89.94 मीटर के रिकॉर्ड थ्रो के साथ एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। 24 वर्षीय ने 89.30 मीटर के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ा, जो उनके द्वारा तुर्कू में पावो नूरमी खेलों में बनाया गया था।
अपने दूसरे प्रयास में 24 वर्षीय ने 84.37 मीटर फेंका है और वह दूसरे स्थान पर हैं। एंडरसन पीटरसन अपने तीसरे प्रयास में 90 मीटर को पार कर शीर्ष पर रहे। उन्होंने 90.31 मीटर की दूरी पर भाला फेंका।
टोक्यो ओलंपिक के बाद 24 साल के नीरज का यह दूसरा टूर्नामेंट है। वह टोक्यो ओलंपिक में एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। उन्होंने इस सप्ताह की शुरुआत में पावो नूरमी खेलों में 89.30 मीटर थ्रो के साथ रजत पदक जीता था और अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ा था।
चोपड़ा स्टॉकहोम में हिस्सा लेने वाले अकेले भारतीय हैं। यह डायमंड लीग में उनकी सातवीं हाजिरी है। वह पिछली बार 2018 में ज्यूरिख में हुए आयोजन में शामिल हुए थे और उन्होंने इस आयोजन में इससे पहले कोई पदक नहीं जीता है।
ज्यूरिख में अगस्त 2018 में 85.73 मीटर थ्रो करके चौथे स्थान पर रहने के बाद चोपड़ा पहली बार डायमंड लीग में खेलेंगे। वह सात डायमंड लीग खेल चुके हैं जिनमें तीन 2017 में और चार 2018 में खेली थी लेकिन इसमें पदक नहीं जीत पाये। दो बार चौथे स्थान पर रहे हैं।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
वेटलिफ्टिंग के राष्ट्रीय क्षतिज पर छत्तीसगढ़ हुआ गौरवान्वित
जूनियर वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर बनी देश की नंबर वन वेटलिफ्टर ज्ञानेश्वरी
राजनंदगांव : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री पटेल ने दी बधाई
हिमाचल प्रदेश में चल रहे वेटलिफ्टिंग रैंकिंग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राजनांदगांव की वेटलिफ्टर ज्ञानेश्वरी यादव ने फिर से सोना और चांदी जीतकर छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, उच्च शिक्षा एवं खेल मंत्री श्री उमेश पटेल, राजनांदगांव कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिए ज्ञानेश्वरी यादव को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। गौरतलब है कि वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग 49 किलोग्राम में ज्ञानेश्वरी ने गोल्ड मेडल जीतकर देश की नंबर वन वेटलिफ्टर बन गई हैं। ज्ञानेश्वरी ने सीनियर वर्ग में रजत पदक प्राप्त किया है। इस वर्ग में उन्होंने देश की नंबर वन वेटलिफ्टर मीराबाई चानू से मुकाबला किया था और सिल्वर मेडल पदक प्राप्त किया है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि हाल ही में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स में छत्तीसगढ़ ज्ञानेश्वरी यादव ने 164 किलोग्राम वजन उठाकर अपने पुराने रिकार्ड को ब्रेक करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया था। ज्ञानेश्वरी ग्रीस के हेराक्लिओन शहर में 01-10 मई तक आयोजित जूनियर वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चौंपियनशिप में 49 किलो वर्ग के स्नेच, क्लीन एंड जर्क स्पर्धा में 156 किलोग्राम वजन उठाकर तीन सिल्वर मेडल जीतकर छत्तीसगढ़ की पहली महिला वेटलिफ्टर बन गई हैं, जिन्होंने विदेशी धरती पर जूनियर वर्ल्ड चौंपियनशिप में सिल्वर मेडल का खिताब हासिल किया है।
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Mumbai vs Uttarakhand, 2nd Quarter-Final : रणजी ट्रॉफी के दूसरे क्वार्टर फाइनल में उत्तराखंड के खिलाफ मुंबई के सऱफराज खान ने शतक ठोक दिया है. वो इस सीजन रणजी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. इस सीजन रणजी में सरफराज ने 600 से ज्यादा रन बना लिेए हैं. सरफराज का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में यह सांतवां शतक है. सरफराज 153 रन की पारी खेलने के बाद आउट हुए. अपनी पारी में इस बल्लेबाज ने 14 चौके और 4 छक्के लगाए और साथ ही 205 गेंद का सामना किया.
रणजी में कमाल के खेल को देखकर लोगों ने भारतीय चयनकर्ताओं से अपील करनी शुरू कर दी है कि उन्हें जल्द भारत की टेस्ट टीम में शामिल किया जाए, सोशल मीडिया पर लोग सरफराज की खूब तारीफ कर रहे हैं.
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मुंबई : क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के हाल ही में समाप्त हुए 2022 सीजन की अपनी बेस्ट इलेवन का चयन किया है। तेंदुलकर ने कहा कि उन्होंने इस सीजन में खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर ही प्लेइंग इलेवन का चयन किया है, न कि खिलाड़ियों की प्रतिष्ठा को देखकर। उन्होंने अपनी टीम का कप्तान हार्दिक पांड्या को बनाया है, जिन्होंने गुजरात टाइटन्स को खिताब दिलाया।
अपने यूट्यूब चैनल पर आईपीएल 2022 की बेस्ट इलेवन के बारे में बात करते हुए सचिन तेंदुलकर ने कहा, "इसका (इस सीजन की टीम का) खिलाड़ियों की प्रतिष्ठा या उनके पिछले प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं है। यह विशुद्ध रूप से इस सीजन में उनके प्रदर्शन पर आधारित है और वे इस सीजन में जो हासिल करने में सफल रहे हैं।" हार्दिक पांड्या को सचिन ने कप्तान चुना है, जिन्होंने अपनी कप्तानी में पहला खिताब पहले ही सीजन में जीता।
तेंदुलकर ने कहा, "हार्दिक इस सीजन के स्टैंडआउट कप्तान थे। वह अपने दिमाग में स्पष्ट और सक्रिय थे। मैं हमेशा कहता हूं कि अफसोस मत करो, जश्न मनाओ। अगर आप जश्न मना पाते हैं तो इसका मतलब है कि कप्तान विपक्ष को मात दे रहा है और यही हार्दिक ने किया।" मुंबई इंडियंस के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर ने ओपनर के रूप में जोस बटलर और शिखर धवन को चुना है, क्योंकि वह लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन चाहते हैं।
बटलर ने इस सीजन में 863 रन बनाकर ऑरेंज कैप हासिल किया, जबकि शिखर ने 14 मैचों में 460 रन बनाए। नंबर तीन पर सचिन ने केएल राहुल को रखा है, जिन्होंने दो शतकों के साथ 15 पारियों में 616 रन बनाए। हार्दिक पांड्या को तेंदुलकर ने नंबर चार पर रखा है, क्योंकि उन्होंने इस नंबर पर अच्छी पारियां खेली हैं। पांचवें नंबर पर डेविड मिलर को चुना गया है, जो दमदार मैच फिनिशर बनकर उभरे हैं।
लियाम लिविंगस्टोन और दिनेश कार्तिक की बिग हिटर जोड़ी को भी तेंदुलकर ने अपनी टीम में रखा है। कार्तिक विकेटकीपर भी होंगे। सचिन ने इनके बारे में कहा, “(लिविंगस्टन) में छक्के मारने की क्षमता है। वह खतरनाक खिलाड़ी हैं। वह अपने दिमाग में बहुत स्पष्ट हैं और खुद का समर्थन करते हैं। छठे नंबर पर यह अच्छी स्थिति है। उनकी गेंदबाजी भी काम आएगी, मैं उन्हें अधिक बार ऑफ स्पिन गेंदबाजी करने के लिए कहूंगा।"
पूर्व महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने इसके बाद राशिद खान, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और युजवेंद्र चहल को अपना मुख्य गेंदबाज चुना। राशिद को लेकर सचिन ने कहा कि वे खतरनाक बल्लेबाज हैं और गेंदबाज तो कमाल हैं ही। वहीं, बुमराह की डेथ गेंदबाजी की तारीफ सचिन ने की, जबकि चहल को लेकर उन्होंने कहा, "वह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। वह हमेशा बल्लेबाज को मात देते हैं।"
सचिन तेंदुलकर की बेस्ट आईपीएल 2022 इलेवन
जोस बटलर, शिखर धवन, केएल राहुल, हार्दिक पांड्या (कप्तान), डेविड मिलर, लियाम लिविंगस्टोन, दिनेश कार्तिक (कप्तान), राशिद खान, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और युजवेंद्र चहल।
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एजेंसी
नई दिल्ली : आईपीएल 2022 में शानदार परफॉर्मेंस करने का फल उमरान मलिक को टीम इंडिया में चयन के साथ मिला. उमरान साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में भारतीय टीम में चुने गए हैं. इस आईपीएल सीजन में मलिक के अलावा एक और खिलाड़ी ने खूब सुर्खियां बटोरी, वह कोई और नहीं बल्कि दिनेश कार्तिक हैं. कार्तिक ने बतौर फिनिशर बनकर आरसीबी के लिए हनुमान की भूमिका निभाई और टीम को जीत दिलाने में कई मौकों पर सफल रहे.
दिनेश कार्तिक के परफॉर्मेंस ने उन्हें 3 साल बाद टीम इंडिया में फिर से एंट्री करवा दी है. कार्तिक भी टी-20 सीरीज में खेलते दिखेंगे. दिनेश के बेहतरीन कमबैक पर विश्व क्रिकेट लगातार बात कर रहा है. अब पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज शोएब अख्तर ने भी दिनेश कार्तिक पर बात की है और कार्तिक के कमबैक को 'अविश्वसनीय' करार दिया है.
स्पोर्ट्सक्रीडा से बात करते हुए अख्तर ने कहा कि, मैंने दिनेश के करियर का काफी करीब के फॉलो किया है और उसने 36 साल की उम्र में जिस तरह का परफॉर्मेंस कर टीम में वापसी की है वो कमाल है. पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज ने कहा कि, मैं आमतौर पर लोगों के निजी जीवन के बारे में बोलने से बचता हूं. मैं यहां जो कहना चाहता हूं, वह यह है कि उन्हें अपने निजी जीवन में बड़े झटके लगे थे, लेकिन उसके बाद उन्होंने वास्तव में अच्छी वापसी की, मैंने उनके निजी जीवन का अनुसरण किया है और इसके बारे में काफी कुछ पढ़ा है, और मुझे वास्तव में लगता है कि उसने 'अविश्वसनीय' तरीके से वापसी की है.'
रावलपिंडी एक्सप्रेस ने अपनी बात आगे रखते हुए कहा कि, बड़ी बात है, दिनेश कार्तिक मेरे जमाने के खिलाड़ी हैं. वह वास्तव में फिट और मानसिक रूप से मजबूत है. अच्छे लोगों के साथ अच्छी चीजें होती हैं. जिस तरह से उन्होंने भारतीय टीम में वापसी की है, उसे देखकर अच्छा लगा, मेरी शुभकामनाएं उसके साथ है."
बता दें कि इस सीजन कार्तिक ने 15 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 324 रन बनाए लेकिन उनकी पारियों में सबसे खास बात ये रही कि जितने भी रन उन्होंने बनाए वह उस मौके पर बनाए जब टीम को सबसे ज्यादा दरकार रही थी.
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एजेंसी
नई दिल्ली : अपने पहले खिताब की खोज जुटी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने लगता है अब अपनी कमर कस ली है. बुधवार को उसने जिस अंदाज लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) को एलिमिनेटर मुकाबले से बाहर किया उसके बाद उसके इरादे काफी बुलंद नजर आने लगे हैं. अब शुक्रवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में उसका सामना एक बार की चैंपियन राजस्थान रॉयल्स (RR) से होगा. इस आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की टीम एक शानदार टीम रही, जिसने लीग स्टेज में टॉप 2 में अपनी जगह पक्की की है. हालांकि, क्वॉलीफायर 1 में गुजरात के खिलाफ रॉयल्स का प्रदर्शन शानदार नहीं रहा, खासकर इसलिए कि उनके गेंदबाज दबाव की स्थिति में प्रदर्शन करने में नाकाम रहे. अब उनका सामना आरसीबी से है, जो अब इस टूर्नामेंट में अपना सब कुछ झोंकने को तैयार है.
क्वॉलीफायर 2 का विजेता नरेंद्र मोदी स्टेडियम स्टेडियम में शत प्रतिशत दर्शकों के सामने आईपीएल 2022 के फाइनल में गुजरात टाइटंस से भिड़ेगा. प्लेऑफ के लिए क्वॉलीफाई करने के लिए बैंगलोर को अच्छी किस्मत की जरूरत थी. हालांकि, एक बार जब क्वॉलीफाई कर गए, तो आरसीबी ने एलिमिनेटर में लखनऊ के खिलाफ दमखम दिखाया और अपने प्रशंसकों को आईपीएल ट्रॉफी जीतने की उम्मीद दी.
आरसीबी के बल्लेबाज विराट कोहली, फाफ डु प्लेसिस और ग्लेन मैक्सवेल पिछले मैच में ज्यादा योगदान नहीं दे सके और राजस्थान के खिलाफ प्रभावशाली पारियां खेलने को लेकर उत्साहित होंगे.
दूसरी ओर, रजत पाटीदार ने एलएसजी के खिलाफ मैच जिताऊ पारी खेली थी, आत्मविश्वास से भरपूर होंगे और इस तरह की पारी को दोहराने के लिए उत्साहित होंगे. नीचे के क्रम में दिनेश कार्तिक ने हिटर की अपनी भूमिका पूरी तरह से निभाई है और टीम प्रबंधन भी आगामी मैच में उसी निरंतरता की उम्मीद कर रहा होगा.
गेंदबाजी विभाग में हर्षल पटेल और जोश हेजलवुड ने ज्यादातर मौकों पर आरसीबी के लिए शानदार काम किया है और मोहम्मद सिराज की एलएसजी मैच में अच्छी गेंदबाजी ने इसे और भी प्रभावी गेंदबाजी लाइनअप बना दिया है. दूसरी ओर, वानिंदु हसरंगा ने भी बेहतरीन गेंदबाजी की है.
दूसरी ओर, राजस्थान का बल्लेबाजी क्रम जोस बटलर और कप्तान संजू सैमसन पर बहुत अधिक निर्भर है, जिन्होंने अपने पिछले मैच में गुजरात के खिलाफ भी रन बनाए थे. सैमसन ने नंबर 3 और नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए शुरुआत की है, लेकिन वह अपने 30 और 40 की पारी को आरसीबी के खिलाफ मैच जिताने वाली पारी में बदलने के लिए उत्सुक होंगे. दूसरी ओर, बटलर अपने अनुभव का इस्तेमाल मैच जिताने के लिए करेंगे.
राजस्थान टीम प्रबंधन भी देवदत्त पडिक्कल, यशस्वी जायसवाल, शिमरोन हेटमायर और रियान पराग से बल्लेबाजी में योगदान चाहता है, जो रन बनाने के दौरान संघर्ष करते नजर आए हैं. राजस्थान के गेंदबाजी लाइनअप में रविचंद्रन अश्विन, ट्रेंट बोल्ट, युजवेंद्र चहल, ओबेद मैकॉय, प्रसिद्ध कृष्णा गुजरात के खिलाफ उतने घातक साबित नहीं हुए थे और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे आरसीबी के खिलाफ कैसे वापसी करेंगे.
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया प्रतियोगिता के पोस्टर का विमोचन
रायपुर : छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश में पेशेवर खेलों को बढ़ा देने, प्रदेश के कमजोर व पिछड़े क्षेत्रों के प्रतिभाशाली क्रिकेट खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर तैयार करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी खेलकूद प्रकोष्ठ के तत्वाधान में छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग से झीरमघाटी शहीदों की स्मृति में अविनाश छत्तीसगढ़ टी-20 कप क्रिकेट प्रतियोगिता प्रदेश के तीन संभागों में एक साथ कराई जा रही है, छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण जैन ने जानकारी देते हुए बतलाया कि इस प्रतियोगिता के मैच दुर्ग के भिलाई सेक्टर 1 क्रिकेट स्टेडियम में 27 से 13 मार्च, रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में 1 से 12 मार्च व बिलासपुर के राजा रघुराज सिंह क्रिकेट स्टेडियम में 4, 6, 8 एवं 10 मार्च तक आयोजित कराई जा रही है।प्रतियोगिता में लीग मुकाबले के कुल 32 मैच खेले जाएंगे, जिसका शुभारंभ 27 फरवरी को सायं 7 बजे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के करकमलों द्वारा भिलाई में किया जायेगा। प्रवीण जैन ने बतलाया कि छत्तीसगढ के इतिहास में पहली बार किसी संस्था द्वारा प्रदेश के सभी 28 जिलों में टेलेंट हंट कैम्प लगाकर 32 सौ प्रतिभागियों को जिला व संभाग स्तर पर विभिन्न प्रतियोगिता के माध्यम से तराश कर 250 उत्कृष्ठ खिलाड़ियों का चयन सीपीएल टी-20 की 8 टीमों सरगुजा रॉयल्स, फिल फाइटर बिलासपुर, वेलिंगटन रायपुर कैपिटल्स, सीवी रमन नवा रायपुर चैलेंजर्स, एसीसी भिलाई इंडियंस, रश्मि पावर दुर्ग, आर आर रियल्टर्स राजनांदगांव एवं अबुझमान टाइगर्स में किया गया है। 22 से 26 फरवरी तक रायपुर के रियाज एकेडमी ग्राउंड छेरीखेड़ी में खिलाड़ियों का फिटनेस कैम्प लगाया जा रहा है, जहां प्लेइंग 11 में शामिल होने खिलाड़ी जमकर पसीना बहाएंगे। - एजेंसीकोलकाता : कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने आधिकारिक तौर पर घोषणा कर दी है कि श्रेयस अय्यर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 में टीम के कप्तान होंगे। श्रेयस अय्यर को केकेआर ने मेगा ऑक्शन में 12.25 करोड़ रुपये में खरीदा था। श्रेयस अय्यर इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स टीम की अगुवाई कर चुके हैं और अपनी कप्तानी में टीम को उप-विजेता बना चुके हैं। पिछले सीजन में केकेआर के कप्तान इयोन मोर्गन थे, उन्हें फ्रेंचाइजी टीम ने रिटेन नहीं किया था।
केकेआर के हेड कोच मैक्कलम ने कहा, 'भारत के फ्यूचर लीडर्स में से एक श्रेयस अय्यर को लेकर हम काफी खुश हैं। श्रेयस अय्यर की कप्तानी स्किल्स हम देख चुके हैं और मैंने इसका लुत्फ उठाया है।' श्रेयस अय्यर ने कप्तान बनने पर कहा, 'यह मौका पाकर मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। आईपीएल में दुनिया भर से अलग-अलग दिग्गज खिलाड़ी खेलने आते हैं, मैं इस टीम की कप्तानी करने को लेकर रोमांचित हूं।'
इयोन मोर्गन इस बार मेगा ऑक्शन में थे, लेकिन अनसोल्ड रहे। श्रेयस अय्यर से पहले पांच खिलाड़ी केकेआर की कप्तानी कर चुके हैं। सौरव गांगुली केकेआर के सबसे पहले कप्तान थे, इसके बाद गौतम गंभीर, ब्रेंडन मैक्कलम, दिनेश कार्तिक और मोर्गन ने टीम की कमान संभाली है।
केकेआर फुल स्क्वॉडः श्रेयस अय्यर, वेंकटेश अय्यर, नीतीश राणा, आंद्रे रसेल, सुनील नरेन, पैट कमिंस, शिवम मावी, वरुण चक्रवर्ती, अजिंक्य रहाणे, एलेक्स हेल्स, सैम बिलिंग्स, मोहम्मद नबी, चमिका करुणारत्ने, टिम साउदी, उमेश यादव, रिंकू सिंह, अनुकूल रॉय, रसिख सलाम, शेल्डन जैक्सन, बाबा इंद्रजीत, अभिजीत तोमर, प्रथम सिंह, अशोक शर्मा, रमेश कुमार। -
वेस्टइंडीज को दूसरे ODI में 44 रन से हराया
नई दिल्ली : भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मैच आज अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया। इस मैच को भारत ने 44 रन से जीता और सीरीज पर भी कब्जा जमा लिया, क्योंकि तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला भी मेजबान भारतीय टीम ने जीता था।
इस मैच की बात करें तो कीरोन पोलार्ड की अनुपस्थिति में वेस्टइंडीज की कप्तानी निकोलस पूरन ने की, जिन्होंने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। कप्तान पूरन का ये फैसला पहली पारी को देखते हुए सही साबित हुआ, क्योंकि टीम इंडिया 50 ओवर खेलकर 9 विकेट खोकर 237 रन बना सकी थी।
वहीं, 238 रन के जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 46 ओवर में 193 रन बना सकी और मुकाबला 44 रन से हार गई। इसी के साथ वनडे सीरीज भी मेहमान टीम ने गंवा दी है। अब सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच 11 फरवरी को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ही खेला जाएगाा।
- एजेंसीनयी दिल्ली: SA vs IND 2nd ODI: शुक्रवार को दूसरे वनडे में सात विकेट से हारने के साथ ही टीम इंडिया ने मेजबानों के हाथों वनडे सीरीज भी गंवा दी है. इससे पहले कमजोर मानी दक्षिण अफ्रीका ने भारत को टेस्ट सीरीज में मात दी थी. और अब वनडे में मुंह की खाने के बाद करोड़ों फैंस और मीडिया में खासा गुस्सा है. एक निजी चैनल से बातचीत में दिग्गज सुनील गावस्कर ने हार के कारणों पर रोशनी डाली है.गेंदबाजों को लेकर जतायी चिंता |गावस्कर ने कहा कि खेल में हार और जीत चलती रहती है, लेकिन हार का अंतर जो है, वह चिंता की बात है. पहले हमारे गेंदबाज जो शुरुआत में या स्लॉग ओवरों में विकेट चटकाते थे, वह अब नहीं हो रहा है. सनी बोले कि शुरुआती दोनों वनडे में पिच बैटिंग के लिए अच्छी थी, लेकिन जिस तरह से टीम की हार हुयी है, वह चिंता की बात है.
स्पिनरों ने की गलतीसनी बोले कि यहां पिच पर गेंद घूम रही थी और गेंद बल्ले पर धीमी आ रही थी. और अगर ऐसी पिचों पर आपको विकेट लेनी है, तो आपको गेंदों में गति लानी पड़ती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. चहल ने ऐसा नहीं किया और जब दक्षिण अफ्रीकियों की एक बार लय बन गयी, तो इसे तोड़ना मुश्किल हो गया. भारतीय गेंदबाज विकेट नहीं ले सके और यह नाकामी रही.
खेल शैली बदलनी होगीक्या हम पुराने दौरे से वनडे खेल रहे हैं, पर गावस्कर ने कहा कि यह सही है. टी20 खेलने के तरीके बदले हैं, लेकिन यह ऊर्जा भारतीय वनडे टीम में नहीं दिखी है. उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों डिकॉक और जानेमैनन मलान ने टी20 शैली में बल्लेबाजी की, लेकिन हमारे साथ ऐसा नहीं था. पूर्व दिग्गज ने कहा कि शुरुआती दस ओवरों में तीस गज के घेरे के दौरान दो फील्डर ही घेरे के बाहर रहते हैं. वनडे में ऐसा शुरुआती दस ओवरों में होता है, तो टी20 में शुरू के छह ओवरों में, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने इसका फायदा नहीं उठाया. गावस्कर ने कहा कि केए राहुल ने रन जरूर बनाए, तो उनके कई कैच भी छोड़े गए. अगर गेंद सीम हो रही है या स्विंग हो रही है, तो धीमापन समझ में आता है, लेकिन अगर वनडे में आप छह रन प्रति ओवर की दर से रन नहीं बनाते हैं, तो इससे टीम का फायदा नहीं होता.
केएल राहुल का बचावकेएल राहुल की कप्तानी और उनकी गलतियों के बारे में कहा कि दक्षिण अफ्रीका ने बढ़िया बल्लेबाजी की. किसी कप्तान के गुणों का पता फील्डिंग के दौरान पता चलता है. अगर कोई भी कप्तान होता, तो उसके लिए मुश्किल होती. हालांकि, स्टंप छूटा, कैच भी फिसला. उन्होंने कहा कि आप कह सकते हैं कि अश्विन को पहले लाया जाता या चहल को शुरुआती दस ओवरों में लाया जाता, लेकिन ऐसा आप कह सकते हैं, लेकिन सच यह है कि दक्षिण अफ्रीका ने बढ़िया बल्लेबाजी की.
बदलावों को लेकर सुझावतीसरे मुकाबले में बदलाव के सुझाव पर गावस्कर ने कहा कि अश्विन ने दूसरे मैच में पच्चीस रन बनाए. बैटिंग में उम्दा किया. मुझे लगता है कि अगले मैच में सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन को खिलाया जाना चाहिए. अगर ऐसा होगा, तभी खिलाड़ियों के बारे में पता चलेगा. और विंडीज जब सीरीज खेलने आ रही है, तो उससे पहले यह अच्छी बात होगी.
- एजेंसीनई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के 41 वर्षीय अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने शुक्रवार यानी आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया है. दिग्गज स्पिनर का क्रिकेट करियर काफी शानदार रहा. उन्होंने देश के लिए क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में शिरकत किया. इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड भी अपने नाम दर्ज किए. हाल ही में खबर आई थी कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद देश की प्रतिष्ठित टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग में वह किसी टीम के सहायक पद पर नजर आ सकते हैं. फिलहाल हरभजन सिंह का अगला कदम क्या होगा यह भविष्य में पता चलेगा.
बता दें सिंह ने देश के लिए 103 टेस्ट क्रिकेट मैच खेलते हुए 190 पारियों में 32.5 की एवरेज से 417 विकेट चटकाए हैं. इस दौरान उनके उन्होंने क्रिकेट के मैदान में 16 बार चार और 25 बार पांच विकेट लेने का भी कारनामा किया. टेस्ट क्रिकेट में सिंह का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 84 रन खर्च कर आठ विकेट है.टेस्ट क्रिकेट के अलावा उन्होंने देश के लिए 236 वनडे मैच खेलते हुए 227 पारियों में 33.4 की एवरेज से 269 विकेट चटकाए हैं. टेस्ट और वनडे क्रिकेट के अलावा उन्होंने भारतीय टीम के लिए 28 T20 इंटरनेशनल मुकाबले भी खेले. इस दौरान उन्होंने 27 पारियों में 24.5 की एवरेज से 25 सफलता प्राप्त की.
गेंदबाजी के अलावा उन्होंने निचले क्रम में देश एक लिए अपने बल्ले से महत्वपूर्ण योगदान दिया. सिंह ने देश के लिए टेस्ट क्रिकेट में 145 पारियों में 18.2 की एवरेज से 2224 रन बनाए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से दो शतक और नौ अर्धशतक निकला. टेस्ट क्रिकेट के अलावा उन्होंने देश के लिए वनडे प्रारूप में 128 पारियों में 13.3 की एवरेज से 1237 और T20 इंटरनेशनल क्रिकेट की 13 पारियों में 13.5 की एवरेज से 108 रन बनाए हैं.
1998 में खेला था अपना पहला टेस्टपंजाब से आने वाले हरभजन सिंह ने अपना पहला टेस्ट मैच 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट 2015 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। वहीं भज्जी ने अपना पहला वनडे मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ 1998 में खेला था। उनका आखिरी वनडे मुकाबला 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ था।
2016 एशिया कप में अपना आखिरी मुकाबला खेला था2016 में हरभजन ने यूएई के खिलाफ एशिया कप में अपना आखिरी टी-20 मैच खेला था। यही उनका आखिरी इंटरनेशनल मैच भी था। IPL में हरभजन के नाम 163 मैच में 150 विकेट दर्ज है। वे मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल चुके हैं।