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- बेमेतरा 30 मई : कोरोना वायरस के चलते राज्य में लाॅकडाउन जारी है। लाॅकडाउन के चलते लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हाॅलाकि राज्य सरकार ने कई इलाकों में लाॅकडाउन के दौरान छूट दी है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सरकार ने राज्य के लोगो को राशन बांटने का लक्ष्य तय किया है, ताकि कोरोना लाॅकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा न रहें। सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत राज्य के लोगो को सरकार की ओर खाद्यान्न/राशन उपलब्ध कराया जा रहा है।
बेमेतरा जिले के नवागढ़ विकासखण्ड अतंर्गत ग्राम पंचायत खाम्ही निवासी मीनाबाई बंजारे, हीरा बाई साहू ने संयुक्त रूप से बताया कि इस लाॅकडाउन में उनके सामने रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई थी। किन्तु सरकार के सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्रदाय किये जाने वाले राशन ने इस समस्या को खत्म कर दी, अब हमारे परिवार के सभी सदस्यों को उचित दाम पर खाद्यान्न सामग्री प्राप्त हो रही है, और हमें अब रोजी-रोटी की समस्या नही है। इसी प्रकार बेमेतरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत भैंसा निवासी घसनीन बाई ने सरकार के सार्वजनिक वितरण योजना अंतर्गत प्रदाय किये जाने वाले निःशुल्क राशन सामग्री ने उनके लाॅकडाउन के दौरान भूखे रहने की समस्या को जड़ से समाप्त कर दी है। राज्य सरकार की इस योजना से बेमेतरा जिले सभी नागरिकों के चेहरे खिल उठे हैं, और उन्होंने ने इस विपरीत परिस्थिति में इस योजना के साथ साथ राज्य सरकार पर भी भरोसा जताया है।
लाॅकडाउन में अपनी रोजी रोटी गवांने वाले श्रमिकों मजदूरों जिनके पास राशन कार्ड नही है, उन्हें भी राशन का संकट न हो इसलिए उन्हें भी बिना राशन कार्ड के खाद्यान्न प्रदाय करने हेतु सरकार द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत योजना तैयार की गई है। खाद्य अधिकारी बेमेतरा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा माह जून हेतु प्राथमिकता श्रेणी के लिए 50961 क्विंटल चावल, अंत्योदय हेतु 14043, अन्नपूर्णा हेतु 134, एकल निःशुल्क हेतु चावल 343 एवं निःशक्तजनों के लिए 28 क्ंिवटल चावल के साथ ही सामान्य श्रेणी के लिए 8070 क्विंटल चावल का आबंटन जारी किया गया है। सरकार द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली योजना के तहत बेमेतरा जिले के लिए 137 क्विंटल चना का भी आबंटन जारी किया गया है।सरकार की इस योजना से राज्य की जनता के साथ ही बेमेतरा जिले के लोगो के चेहरे खिल उठे है। उनका कहना है कि इस कोरोना काल के विपरीत परिस्थिति में सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत सरकार द्वारा दी जाने वाली राशन सामग्री ने उनकी भोजन की समस्याओं में मददगार साबित हुई है। - बेमेतरा 30 मई : जिला बेमेतरा में बिहान के तहत गठित स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा क्वारंटाईन सेन्टरों में अब सूखा राशन ,भोजन व्यवस्था, पौष्टिक किट, दोना-पत्तल, साबुन, फिनाईल, सेनेटरी पैड, मास्क आदि की कुल राशि 19 लाख 28 हजार 940 रूपये की बिक्री की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त स्व-सहायता समूहों द्वारा सब्जी-भाजी, दुध, सुखा राशन आदि की निःशुल्क रूप से क्वारंटाईन सेन्टरों के लिए प्रदान किया जा रहा है। तथा महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा सहायता राशि भी क्वारंटाईन सेन्टरों के लिए दी गई है। अमलीडीह कंटेटमेंट जोन में डीजीपे एव ंबी.सी. सखी द्वारा महात्मा गांधी नरेगा, सामाजिक सुरक्षा एवं निराश्रित पेंशन योजना के तहत 18500 का ट्रांजेक्शन किया गया। एवं अमलीडीह कंटेटमेंट जोन में डिजिटल पेमेन्ट (डीजीपे) एव बैंक करेसपाण्डेंट (बी.सी.) सखी द्वारा आवश्यकतानुसार नगद भुगतान भी किया गया।
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बेमेतरा 30 मई : जिले में ग्रामीण क्षेत्र में कुल 1026 क्वारंटाईन सेन्टरों में 25505 प्रवासी मजदूर ठहरे हुए है। प्रवासी मजदूरों की जाँच, खान-पान के अतिरिक्त एवं मनोरंजन की व्यवस्था की जा रही है। जिससे 14 दिनों के क्वारंटाईन काल को मजदूरों द्वारा सहज रूप व्यतीत किया जाना संभव हो तथा उनका मानसिक एवं शारीरिक विकास हो। इसी कड़ी में जिला कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल एवं जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव के प्रयास से जिले में क्वारंटाईन सेंटरों में पौधारोपण, पुस्तक पाठन, निरक्षर महिलाओं एवं बच्चों को पढ़ना -लिखना सिखाया जा रहा है। जिले में ग्राम पंचायतों द्वारा क्वारंटाईन सेन्टरों में पुस्तक मैग्जी़न की व्यवस्था की गई है। जिससे क्वारंटाईन सेन्टरों में पहुंचे मजदूरों का पुस्तक पाठन की कला विकसित हो। पौधारोपण गतिविधियां करवा कर उन्हें अपनें गांवों हराभरा करने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। तथा क्वारेंटाइन सेंटर से जाने के पश्चात सभी प्रवासी मजदूरों को अपने घरों में पौधारोपण करने हेतु प्रेरित कर वन-धन की महत्ता से अवगत कराया जा रहा है। इसी क्रम में ग्राम मटका के क्वारंटाईन सेन्टर में नीम, आम, अशोक, अमरूद आदि वृक्षारोपण किया गया। -
बेमेतरा 30 मई : कोरोना वायरस के चलते राज्य में लाॅकडाउन जारी है। लाॅकडाउन के चलते लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हाॅलाकि राज्य सरकार ने कई इलाकों में लाॅकडाउन के दौरान छूट दी है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सरकार ने राज्य के लोगो को राशन बांटने का लक्ष्य तय किया है, ताकि कोरोना लाॅकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा न रहें। सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत राज्य के लोगो को सरकार की ओर खाद्यान्न/राशन उपलब्ध कराया जा रहा है।
वितरण प्रणाली के तहत प्रदाय किये जाने वाले राशन ने इस समस्या को खत्म कर दी, अब हमारे परिवार के सभी सदस्यों को उचित दाम पर खाद्यान्न सामग्री प्राप्त हो रही है, और हमें अब रोजी-रोटी की समस्या नही है। इसी प्रकार बेमेतरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत भैंसा निवासी घसनीन बाई ने सरकार के सार्वजनिक वितरण योजना अंतर्गत प्रदाय किये जाने वाले निःशुल्क राशन सामग्री ने उनके लाॅकडाउन के दौरान भूखे रहने की समस्या को जड़ से समाप्त कर दी है। राज्य सरकार की इस योजना से बेमेतरा जिले सभी नागरिकों के चेहरे खिल उठे हैं, और उन्होंने ने इस विपरीत परिस्थिति में इस योजना के साथ साथ राज्य सरकार पर भी भरोसा जताया है।
लॉकडाउन में अपनी रोजी रोटी गवांने वाले श्रमिकों मजदूरों जिनके पास राशन कार्ड नही है, उन्हें भी राशन का संकट न हो इसलिए उन्हें भी बिना राशन कार्ड के खाद्यान्न प्रदाय करने हेतु सरकार द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत योजना तैयार की गई है।
खाद्य अधिकारी बेमेतरा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा माह जून हेतु प्राथमिकता श्रेणी के लिए 50961 क्विंटल चावल, अंत्योदय हेतु 14043, अन्नपूर्णा हेतु 134, एकल निःशुल्क हेतु चावल 343 एवं निःशक्तजनों के लिए 28 क्ंिवटल चावल के साथ ही सामान्य श्रेणी के लिए 8070 क्विंटल चावल का आबंटन जारी किया गया है। सरकार द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली योजना के तहत बेमेतरा जिले के लिए 137 क्विंटल चना का भी आबंटन जारी किया गया है। सरकार की इस योजना से राज्य की जनता के साथ ही बेमेतरा जिले के लोगो के चेहरे खिल उठे है। उनका कहना है कि इस कोरोना काल के विपरीत परिस्थिति में सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत सरकार द्वारा दी जाने वाली राशन सामग्री ने उनकी भोजन की समस्याओं में मददगार साबित हुई है। -
बेमेतरा 30 मई : संभागयुक्त दुर्ग श्री जी.आर. चुरेन्द्र ने कल देर शाम बेमेतरा जिले के विकासखण्ड बेरला के ग्राम-बहेरा के शासकीय पाॅलिटेकनिक एवं सांकरा के हाईस्कूल मे बनाये गये क्वारेंटाइन सेन्टर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने अधिकारियों से क्वारेंटाइन सेन्टर मे सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाओं के संबंध मे जानकारी ली। प्रवासी श्रमिको के गृह जिले मे वापसी के बाद क्वारेंटाइन सेन्टर मे रखा गया है। उन्होने मजदूरों से आत्मीय चर्चा भी की संभागायुक्त ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपंद पंचायत बेरला को क्वारेंटाइन सेंटर मे सभी आवश्यक जरुरी सुविधाओं का विशेष ध्यान रखे जाने का निर्देश दिए। कमिश्नर श्री चुरेन्द्र ने आगामी वर्षा ऋतु के दौरान शासकीय पाॅलिटेकनिक काॅलेज मे वृक्षारोपण करने के निदेश दिए। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री दुर्गेश वर्मा, जनपद पंचायत सीईओ श्री सीपी मनहर तहसीलदार श्रीमती हीरा गवर्ना उपस्थित थे। -
बेमेतरा 30 मई : राजस्व पुस्तक परिपत्र (आर.बी.सी.) 6-4 के तहत कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल द्वारा 02 जरूरतमंद परिवारों को 4-4 लाख रूपए के मान से 8 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। संयुक्त जिला कार्यालय के राजस्व शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 02 प्रकरणों जिनमे वार्ड़ नं.10 कोबिया तह.बेमेतरा निवासी नम्रता शर्मा की नदी मे डूबने से मृत्यु होने पर परिजन हिमांशु तिवारी तथा ग्राम-पौंसरी तह.-बेमेतरा निवासी त्रिवेणी की सर्प के काटने से मृत्यु होने पर परिजन कांतिबाई को 4-4 लाख रुपए (कुल 8 लाख रुपए) की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई।
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बेमेतरा 30 मई : कलेक्टर एवं जिला दण्डधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने एक आदेश जारी कर बेमेतरा जिले मे सप्ताह के 6 दिन प्रातः 7 बजे से सायं 7 बजे तक दुकानें/संस्थायें/प्रतिष्ठान/सेवाओं को खुला रखने का आदेश जारी किया है। छ.ग. शासन से अनुमति मिलने के पश्चात आगामी तीन माह की अवधि दिनांक 31 अगस्त 2020 तक संपूर्ण जिले मे धारा 144 दण्ड प्रक्रिया संहिता निरंतर रुप से प्रभावशील कर दी गई है। चैथे चरण के लाॅकडाउन समाप्ति उपरांत छ.ग. शासन द्वारा दुकानें/संस्थायें/प्रतिष्ठान/सेवाओं को अर्थिक गतिविधि के संचालन की अनुमति दी गई है, जिसके परिपालन मे मई माह के अंतिम शनिवार-रविवार को होने वाले पूर्ण लाॅकडाउन को निरस्त करते हुये सभी दुकानें/संस्थायें/प्रतिष्ठान/सेवाओं को जो भारत सरकार, गृह मंत्रालय व छ.ग. शासन द्वारा प्रतिबंधित नहीं है, उनके संचालन की अनुमति छ.ग. शासन के शर्तो के अधीन सप्ताह के 6 दिन प्रातः 7 बजे से सायं 7 बजे तक खुली रहेगी। दुकानें/संस्थायें/प्रतिष्ठान/सेवाओं को वर्तमान मे जारी समय-सीमा और साप्ताहिक अवकाश का पालन करना अनिवार्य होगा।
जारी अदेश मे कहा गया है कि बाजारों मे भीड़ को कम करने के लिए स्थानीय निकाय के स्तर से पुलिस विभाग की मदद् से व्यवस्थायें सुनिश्चित की जावे। सड़क किनारे सामान बेचने वालों के लिए स्थानिय निकायों के द्वारा स्थान और समय का निर्धारण कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। स्वच्छता एवं सोशल-फिजिकल डिस्टेंसिंग तथा मास्क का उपयोग करना एवं कोरोना नियंत्रण हेतु जारी अन्य एडवाईजरी का कड़ाई से पालन किया जाना अनिवार्य होगा। नाॅन-वंेन्डिग जोन मे किसी तरह व्यापार-व्यवसाय की अनुमति नहीं होगी। चलित ठेला से व्यवसाय हेतु 2 ठेले के मध्य कम से कम 20 फीट की दूरी रखना अनिवार्य होगा। सभी व्यवसाय निर्धारित अवधि मे खुलेगी और बन्द होगी। उक्त किसी भी कण्डिका का उल्लंघन होने पर दुकान/प्रतिष्ठान/संस्थान/सेवाओं के विरुद्ध कार्यवाही किया जाकर सील की जा सकेगी। -
बेमेतरा 29 मई : बेमेतरा जिले के 1039 क्वारेंटाइन सेन्टरों मे प्रवासी मरदूरों को 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन किया गया है। इन क्वारेंटाइन सेन्टरो मे 198 गर्भवती महिलायंे ठहरी हुई है। जिनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए एक सकारात्मक पहल करते हुए जिला कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के निर्देशानुसार एवं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव के मार्ग दर्शन मे महिला-बाल विकास जिला बेमेतरा द्वारा विशेष सुपोषण किट, चना, फल्ली दाना, दूध पाउडर, खजूर, सेव, केला, नारियल, रेडी-टू-ईट एवं गुड़ से बना हलवा आदि शामिल है। वर्तमान कोरोना संक्रमण (कोविड-19) के समय मे गर्भवती महिलाओं को क्वारेंटाइन सेन्टरों मे स्वास्थ्यवर्धक भेजन उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की अभिनव पहल है। -
बेमेतरा 29 मई : मैदानी जिला बेमेतरा में अब मनरेगा मजदूरों को मजदूरी राशि अपने खाते से निकालने हेतु बैंको में लम्बी लाइन लगाने से मिली बड़ी राहत। जिले में चार विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम रजकुड़ी, भांड, हरदास, गनियारी, सांकरा, महुआभाठा में मनरेगा अंतर्गत कार्य कर रहे मजदूरों को कार्यस्थल पर ही बीसी सखी एवं डीजी-पेय सखी के द्वारा बैंकिंग सुविधा प्रदान करते हुए मजदूरी राशि मजदूरों के खाते से नगद भुगतान की गई। इस पर मनरेगा मजदूरों द्वारा खुशी जाहिर करते हुए कहा गया कि पहले उन्हें अपने ग्राम से दूर बैंक जाना पड़ता था, तथा बैंको से राशि आहरण करने के लिए उन्हें घण्टों लम्बी-लम्बी लाइनों में खड़ा होना पड़ता था। वर्तमान में मनरेगा में सुविधाजनक रूप से कार्यस्थल पर मनरेगा मजदूरी भुगतान से हम सभी अत्यंत खुश है। इससे हमारे समय की बचत, बैंक में अनावश्यक भीड़, एवं बैंक आने जाने में लगने वाली लागत से बचत हो रही है। गौरतलब है कि जिला कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के निर्देशानुसार जिले में लाॅकडाउन के दौरान विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को नगद राशि उपलब्ध कराने हेतु बीसी सखी एवं डीजी-पेय सखी को निर्देशित किया गया है। जिला कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव के मार्गदर्शन में जिले के आम नागरिकों, मनरेगा मजदूरों, विभिन्न वर्गों के श्रमिकों एवं विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को बीसी सखी एवं डीजी-पेय सखी के माध्यम से घर पहुॅंच बैंकिग सुविधा उपलब्ध हो रही है। जिससे बैंको में कोरोना काल के दौरान भीड़ को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। कोरोना काल में बीसी सखी एवं डीजी-पेय सखी द्वारा मास्क, सेनेटाईजर एवं सामाजिक दूरी का पालन करते हुए शासन के निर्देशानुसार फिल्ड पर कार्य किया जा रहा है।
जिले में बीसी सखी एवं डीजी-पेय सखी द्वारा 2 माह में किया गया 64 लाख का भुगतान
जिले में घर पहुंच बैंकिंग सुविधा की अवधारणा को चरितार्थ करते हुए 15 बीसी सखी एवं 17 डीजी-पेय महिलाओं नें लाॅकडाउन के दौरान बैंकों में अनावश्यक भीड़ को रोकने तथा घर पहुॅच बैंकिग सुविधा प्रदान करते हुए जिले में पेंशन भुगतान, मनरेगा मजदूरी भुगतान, राशि निकासी एवं जमा, बैंक खाता खोलने, एवं अन्य योजनाओं के तहत हितग्राहियों के खाते मे सीधे अन्तरित होने वाली राशियों का नगद भुगतान हितग्राहियों को उनके आवश्यकतानुसार किया जा रहा है। जिससे लाॅकडाउन के इस दौर में लोगों को गांवो से बैंक पहुॅचने मे हो रही दिक्कतों से राहत मिल रही है।
’’जहां चाह वहां राह’’ निःषक्तता नहीं समस्या
जिले में रजकुड़ी संकुल अंतर्गत ग्राम खिलौरा की दिव्यांग डीजी-पेय सखी बिंदा यादव ने केवल 18 दिनों में 46100 रू. की ट्रान्जेक्शन कर लोगों के समक्ष यह मिशल पेश कर दी है कि व्यक्ति की चाह हो तो कोइ भी कार्य असंभव नहीं है। बिंदा यादव कुछ कर दिखाने की चाह में आज छ.ग. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत डीजी-पेय सखी के रूप में कार्य कर रही है, और लोगों को बैंक की सुविधा ग्राम पर ही उपलब्ध कराते हुए नगद राशि हितग्राहियों को उनके खाते से उपलब्ध करा रही हैं।
डीजीपेय सखी को किया गया सम्मानित
जिले में छ.ग.राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत बीसी सखी एवं डीजी-पेय सखी के रूप में कार्य कर रही श्रीमती मोतिम साहू को लाॅकडाउन के दौर में जन-जन तक घर पहुच बैंकिग सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल द्वारा टैबलेट प्रदान कर सम्मानित किया गया। लाॅकडाउन दौर में श्रीमती मोतिम साहू द्वारा कुल 175000 रू. की राशि ग्रामों में पेंशन, मनरेगा मजदूरी, हितग्राही मूलक योजनाओं की राशि एवं अन्य राशियों का आवश्यकतानुसार नगद भुगतान किया गया है। -
बेमेतरा 29 मई : राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत् बेमेतरा जिले के ग्राम कन्तेली के किसान श्री भूपेन्द्र पाण्डेय को पहली किश्त की राशि 3 हजार 236 रूपए मिलने पर वह मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति आभार जताया। श्री भूपेन्द्र ने बताया कि वह वर्ष 2019-20 में सेवा सहकारी समिति डूण्डा के अंतर्गत धान उपार्जन केन्द्र कन्तेली में 18 क्विंटल धान बेचा था। उन्होंने बताया कि अब राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत् 32 हजार 670 रूपये की सहायता राशि चार किश्तों में मिलेगी। जिसमें से प्रथम किश्त की राशि 3 हजार 236 रूपए उनके बैंक खाते में आ गया है। उन्होंने बताया कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्राप्त सहायता राशि आने वाले खरीफ सीजन में खेती-किसानी की तैयारी करने में मददगार होगी। उक्त सहायता राशि से बेहतर तरीके से खेती-किसानी करेगी। खाद, बीज आदि की व्यवस्था करने में आसानी होगी।
उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ शासन ने किसानों की समस्याओं को समझा और लॉकडाउन की इस कठिन परिस्थिति में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत आर्थिक मदद दी। उन्होने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानो की समस्यांओं को समझा और राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत लाॅकडाउन के कठिन दौर से गुजर रहे किसानो के खातों मे धान उपार्जन की राशि अंतरित की गई जिससे उनको अर्थिक रुप से मदद् मिली है। श्री भूपेन्द्र पाण्डेय ने सहायता राशि की प्रथम किश्त प्राप्त होने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का धन्यवाद ज्ञापित किया। -
बेमेतरा 28 मई : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने आज एक आदेश जारी कर जिले के भीतर व जिले से बाहर आवागमन के लिए आनलाइन ई-पास की सुविधा के संबंध मे दिशा निर्देश जारी किये हैं। कोरोना वायरस कोविड-19 महामारी नियंत्रण को दृष्टिगत रखते हुए परिवहन मुख्यालय से पूर्व मे जारी दिशा निर्देशों के अंतर्गत सभी सार्वजनिक परिवहन सेवाओं/साधनों के संचालन को स्थगित रखा गया था। जिसे वर्तमान मे परिवहन आयुक्त, छत्तीसगढ़ नवा रायपुर के परिपालन मे आम जनता की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए बेमेतरा जिले के भीतर व अंतर जिला (एक जिले से दूसरा जिले) मे आवागमन के लिए टैक्सी/आटो/ई-रिक्शा का परिचालन जिले के भीतर टैक्सी/आटो/ई-रिक्शा का परिचालन नियमानुसार हो सकेगा, अंतर जिला टैक्सी/आटो/ई-रिक्शा परिचालन एवं आवागमन हेतु आनलाइन ई-पास प्राप्त करना अनिवार्य रहेगा।
सीजी कोविड-19 ई-पास एप्लीकेशन के माध्यम से यात्रीगण नियमानुसार ई-पास हेतु आवेदन कर सकते हैं। वेबलिंक http://epass.cgcovid19.in के माघ्यम से भी मोबाईल नम्बर से रजिस्टर कर अंतर जिला आवागमन के लिए ई-पास हेतु आवेदन किया जा सकता है। आनलाइन ई-पास के बिना अंतर जिला टैक्सी/आटो/ई-रिक्शा परिचालन की अनुमति नही होगी। बिना अनुमति परिचालन की दशा मे कार्यवाही किया जावेगा। टैक्सी/आटो/ई-रिक्शा में यात्रा के दौरान अनिवार्य रुप से मास्क का उपयोग करना होगा, स्वच्छता एवं सोशल-फिजिकल डिस्टेंसिंग, तथा कोरोना नियंत्रण हेतु जारी अन्य एडवाईजरी का कड़ाई से पालन किया जाना अनिवार्य होगा । -
बेमेतरा 28 मई : धुम्रपान से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति समाज में चेतना विकसित करनेे हेतु प्रतिवर्ष 31 मई को अंतराष्ट्रीय निषेध दिवस का आयोजन किया जाता है। जिससे जन सामान्य में धुम्रपान एवं तम्बाखू सेवन करने के प्रवृत्ति की रोकथाम हो सके। प्रदेश के समाज कल्याण संचालनालय नवा रायपुर द्वारा कलेक्टरों को परिपत्र भेजकर तम्बाखू सेवन के दुष्प्रभाव की जानकारी देने की अपील की गई है। जारी पत्र में कहा गया है कि तम्बाकू या तम्बाकू युक्त निर्मित विभिन्न उत्पादों के सेवन से सभी वर्गाे में गम्भीर व्याधियां होती है जो सभी के लिए चिंता का विषय है। इस प्रवृत्ति के विरूद्व व्यापक जन चेतना विकसित करने आपके अधिनस्थ समस्त विभागों जन सामान्य, समाचार पत्रों के प्रतिनिधियों, स्वैच्छित संस्थाओं, एनजीओ, प्रतिष्ठित नागरिकों, जन प्रतिनिधियों आदि के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित कर नशा पान के दुष्परिणामों को प्रचारित करने की अपील की गई है। जारी पत्र में कहा गया है कि 31 मई को निम्नानुसार कार्यक्रम आयोजित किये जा सकते है।
तम्बाखू सेवन के दुष्प्रभाव पर चर्चा व उसके दुष्प्रभाव की जानकारी समुदाय में प्रचारित करना, लोगो को नशापान के दुष्परिणाम की जानकारी देकर उनसे संकल्प पत्र भरवाना, पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए सभी वर्ग के व्यक्तियों के लिए नशापान के दुष्परिणामों को प्रचारित करना आदि शामिल है। -
बेमेतरा 28 मई : कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने जिले के सभी विभागों के अधिकारियों से कहा है कि वे अपने विभागीय कार्य जिम्मेदारी एवं संजीदगी से करें। कलेक्टर ने अनुविभागीय दण्डधिकारियों को किसानों की सुविधा के लिए धान-बीज और खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। राजस्व अधिकारियों को नामांतरण, बंटवारा, डायवर्सन और सीमांकन के प्रकरणों का निपटारा शीघ्र करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधीश ने आज गुरुवार को बैठक लेकर सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), मुख्य नगरपालिका अधिकारियों, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों को निर्देशित किया कि क्वारेंटाइन सेन्टरों मे प्रवासी श्रमिको के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधायें मुहैया करायें। श्री तायल ने जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दिए कि सभी क्वारेंटाइन सेन्टरों मे पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायको की ड्यूटी लगायें। कलेक्टर ने खाद्य अधिकारी को राशन सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि क्वारेंटाइन सेन्टर मे स्वसहायता समूहो के जरिए प्रवासी मजदूरों के लिए खाना पकाने की जिम्मेदारी दी जावें। इसकी मानिटरिंग संबंधित विकासखण्ड के बीईओ, एबीईओ करेंगे।
कलेक्टर ने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो। बरसात के दिनों में होने वाली बीमारियों के लिए सभी जरूरी दवाओं का पर्याप्त स्टॉक अस्पतालों में रहे। सभी गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच की जाए। कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को पेयजल स्त्रोतों का क्लोरोनाइजेशन करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर संजय कुमार दीवान, जिले के सभी चार एसडीएम, नगरीय निकाय के सीएमओ एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। - बेमेतरा 28 मई : जिले में बाढ़ आपदा प्रबंधन के तहत् आज यहां गुरुवार को कलेक्टोरेट सभा कक्ष में कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल की अध्यक्षता में बाढ़ आपदा की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में बाढ़ आपदा प्रबंधन के सम्बध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को कलेक्टर ने बाढ़ के समय बचत एवं राहत कार्यों को करने आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने बाढ आपदा प्रबंधन के सम्बध में अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन अधिकारियों की ड्यूटी जिस काम के लिए लगाई जावेगी वे बाढ प्रबंधन के सम्बध में सभी जरूरी तथ्यों को समझ लें तथा सौपें गये दायित्वों का भली भांति निर्वहन करेंगें।कलेक्टर श्री तायल ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे जिले के शिवनाथ नदी के किनारे अमोरा घाट, नांदघाट, करमसेन, टोहड़ी, सिमगा के निकटवर्ती ग्राम खम्हरिया, चेटुवा, नदी के किनारें वाले गांवों में अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लोगों को बाढ़ से बचाव और प्रबंधन के बारे में जानकारी दी जाये। वर्षाऋतु के दौरान अत्याधिक वर्षा होने पर सिंचाई विभाग के अधिकारी नियमित रूप से जानकारी से अपडेट होकर जानकारी देते रहेंगें, इसके लिए उन्हें राजनांदगांव एवं दुर्ग जिला प्रशासन से संपर्क में रहना होगा। बाढ आने पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुॅचाने एवं आवश्यक सामग्री की व्यवस्था के सम्बध में गांव वालों से पहले से ही बातचीत कर लें।
कलेक्टर ने निर्देश दिये है कि ऐसे सभी संभावित बाढ़ प्रभावित गांवों में ग्रामीणों की बैठक बुलाकर ग्रामीणों जनों से व्यापक चर्चा कर ली जाये। बाढ आने के बाद होने वाली बीमारियों से बचाव के इंतजाम पहले से कर लिए जायें तथा पर्याप्त दवाईयों का स्टाक स्वास्थ्य केन्द्रों में रहे।ं दवा का छिड़काव करने के लिए पहले व्यवस्था कर ली जाये। लोगों को शुद्व पेयजल के इंतजाम सुनिश्चित किये जायें। और लोगों को बाढ के बाद फैलने वाली बीमारियों के बारे में बताया जायें। कलेक्टर ने राजस्व आपदा अधिकारियों को भी बाढ आपदा के संबंध में व्यापक निर्देश दिए उन्होने बाढ से होने वाली विभिन्न हानियों के लिए लोगों को राहत पहुंचाने उन्हें आर्थिंक सहायता अनुदान प्रदान करने के लिए पहले से ही तैयारी कर ली जायें। बैठक मे जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, जिले के सभी चार एसडीएम मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डीईओ, खाद्य अधिकारी, नगरीय निकाय के सीएमओ, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे। -
बेमेतरा 27 मई : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने आज एक आदेश जारी कर बेमेतरा जिला अंतर्गत थानखम्हरिया तहसील के ग्राम सौंरी एवं भुसण्डी में कोरोना पॉजिटिव के तीन केस पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए उक्त दोनो गांवों के चैहद्दी को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया है। ग्राम पंचायत सौंरी एवं आश्रित ग्राम भुसण्डी के प्रभारी अधिकारी नायब तहसीलदार तार सिंह खरे, पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व साजा आशुतोष चतुर्वेदी साजा को बनाया गया है। जारी आदेश में ग्राम सौंरी एवं भुसण्डी के चैहद्दी मे कुरुद, सैगोना, मटिया, अकोला, खाती को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। उक्त कंटेनमेंट जोन के अतिरिक्त तीन किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया है।
जारी आदेश अनुसार कन्टेनमेंट जोन में निम्नानुसार कार्यवाही की जावेगीः- उक्त चिन्हांकित क्षेत्रों अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा कन्टेनमेंट जोन में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी। कन्टेनमेंट जोन अंतर्गत सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। कन्टेनमेंट जोन की निगरानी हेतु लगातार पुलिस पेट्रोलिंग की जावेगी। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी एवं निर्देशानुसार सेम्पल इत्यादि जॉच हेतु लिया जाना सुनिश्चित किया जावेगा।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री तायल द्वारा जारी आदेश में कन्टेनमेंट जोन में केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनेटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई.किट इत्यादि उपलब्ध कराने एवं बायो मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन, घरों का एक्टिव सर्विलांस और खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था हेतु प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
बेमेतरा 27 मई : फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले टिड्डी दल (लोकस्ट स्वार्म) का प्रकोप राजस्थान होते हुए महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश राज्य तक पहुंच गया है। सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यह हमारे राज्य और जिले में भी प्रवेश कर सकते है। केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केन्द्र के सहायक निर्देशक ने सीमावर्ती जिले के कृषि अधिकारीयों कर्मचारियों एवं किसानों को सचेत रहने कहा है। टिड्डी दल सायंकाल 6-9 बजे खेतों में झुड़ में रहते है, इनकी गति 80-150 किलोमीटर प्रतिदिन होती है। तदनुसार कृषकों, ग्रामीणों कृषि विस्तार अधिकारी के माध्यम से तत्काल जानकारी प्राप्त करके नियंत्रण हेतु कृषि विभाग द्वारा पूर्ण तैयारी कर ली गई है। इसके रोकथाम के लिए जिले के प्राइवेट डीलर्स के यहाँ प्रभावशील अनुसंशित दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
किसान डेजर्ट एरिया के लिए कीटनाषक मैलाथियोन, फेनवलरेट, क्विनालफोस तथा फसलों एवं अन्य वृक्षों के लिए क्लोरोपायरीफोस, डेल्टामेथ्रिन, डिफ्लूबेनजुरान, फिप्रोनिल, लेमडासाइहेलोथ्रिन कीटनाशक का प्रयोग कर सकते है।
टिड्डियां क्या है ?
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, टिड्डियों को उनके चमकीले पीले रंग और पिछले लंबे पैरो से उन्हे पहचाना जा सकता है। टिड्डी जब अकेली होती हैं तोे उतनी खतरनाक नही होती लेकिन झुंड में रहने पर इनका रवैया बेहद आक्रमक हो जाता है। टिड्डी दल करोड़ो की संख्या में होती है और फसलों को एकतरफा सफाया कर देती है। आपको दुर से ऐसा लगेगा, मानो आपकी फसलों के ऊपर किसी ने एक बड़ी-सी चादर बिछा दी हो।
टिड्डियां क्या खाती है ?
हैरत की बात यह है कि टिड्डिया खरीफ, रबी फसल एवं फलदार वृक्षों के फूल, फल, पत्ते, बीज, पेड़ की छाल और अंकुर सब कुछ खा जाती है। हर एक टिड्डी अपने वजन के बराबर खाना खाती है। इस तरह से एक टिड्डी दल, 2500 से 3000 लोगों का भोजन चट कर जाता है। टिड्डियों का जीवन काल लगभग 40 से 85 दिनों का होता है।
टिड्डी दल के नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायः-
कृषि विभाग के मैदानी अमलें टिड्डी दल की उपस्थिति को लेकर लगातार निगरानी कर रही है। रात के समय टिड्डियां जहां भी सेटल होती है उसकी खबर भारत सरकार की लोकस्ट टीम तक पहुंचाई जाती है। जिससे सुबह के समय टिड्डियों के उपर दवा का छिड़काव किया जा सकें।
टिड्डी दल से बचाव के उपायः-
वैज्ञानिकों के मुताबिक, किसान टिड्डी दल से बचने के लिए कई उपाय अपना सकते है
फसल के अलावा, टिड्डी किट जहा इक्कठा हो ,वह उसे फ्लेमथ्रोअर (आग के गोले) से जला दे ,टिड्डी दल आकाश में 500 फुट पर उड़ान भरता है ,कुछ टिड्डी नीचे भी उतरती है उसी समय भगाने के लिए थालियां ,ढोल ,नगाड़े ,लाउड स्पीकर या दूसरी चीजों के माध्यम से शोरगुल मचाएं जिससे फसलों को बचाया जा सकता है ,टीड्डों ने जिस स्थान पर अपने अंडे हों ,वह 25 कि.ग्रा., 5 प्रतिशत मेलाथियान या 1.5 प्रतिशत क्वीनालफॉक्स को मिला कर प्रति हेक्टेयर छिड़के ,टिड्डी दल को आगे बढ़ने से रोकने के लिए 100 कि.ग्रा. की धान की भूसी को 0.5 किलोग्राम फेनीट्रोथीयोन और 5 कि.ग्रा. गुड़ के साथ मिलाकर खेत में डाल दे,टिड्डी दल के खेत में बैठने पर 5 प्रतिशत मेलाथियान या 1.5 प्रतिशत क्वीनालफॉक्स का छिड़काव करे, कीट की रोकथाम के लिए 50 प्रतिशत ई.सी. फेनीट्रोथीयोन या मेलाथियान अथवा 20 प्रतिशत ई.सी. क्लोरपाइरिफोस 1 लीटर दवा को 800 से 1000 लीटर पानी में मिला कर प्रति हेक्टेयर के क्षेत्र में छिड़काव करें, टिड्डी दल सवेरे 10 बजे के बाद ही अपना डेरा बदलता है। इसलिए ,इसे आगे बढ़ने से रोकने के लिए लिए 5 प्रतिशत मेलाथियोंन या 1.5 प्रतिशत क्वीनालफॉक्स घोलकर छिड़काव करें, 40 मिली लीटर नीम के तेल को कपड़े धोने के पाउडर के साथ या 20-40 मिली नीम से तैयार कीटनाशक को 10 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने से टिड्डे फसलों को नहीं खा पाते। फसल कट जाने के बाद खेत की गहरी जुताई करे। इससें इनके अंडे नष्ट हो जाते है।सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है की जब तक कृषि विभाग का टिड्डी उन्मूलन विभाग ,टिड्डी दल प्रभावित स्थल पर पहुँचता है ,तब तक ये अपना ठिकाना बदल चुका होता है। ऐसे में किसान सावधान रहे की टिड्डी दल से संबंधित पर्याप्त जानकारी और उससे संबंधित रोकथाम के उपायों को मात्र अमल में लाना ही एक मात्र विकल्प है। -
बेमेतरा 27 मई : जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव द्वारा जिले में चल रहे महात्मा गांधी नरेगा कार्याें का सतत निरीक्षण किया जा रहा है। इसी क्रम में आज बुधवार को सुबह जनपद पंचायत साजा अंतर्गत ग्राम पंचायत बीजा एवं तेंदुवा नवापारा में डबरी निर्माण, महुआ में टार नाली एवं बरगा में तालाब निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सीईओ द्वारा मनरेगा श्रमिकों से बातचीत की गई तथा उन्हे कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक करते हुए सामाजिक दूरी का पालन करने, मास्क, सेनेटाइजर एवं गमछा, रूमाल, साबुन का उपयोग करने को कहा गया एवं मनरेगा मजदूरी 190 रू. प्रति दिवस मजदूरी भुगतान के संबंध में अवगत कराया गया। इस दौरान उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारियों को मजदुरों के लिए कार्यस्थल पर आवष्यक सुविधायें छाया, पानी, साबुन, ओआरएस, मरहमपट्टी सेनेटाईजर, मास्क तथा साफ-सफाई की व्यवस्था करने हेतु निर्देशित किया गया। गोदी निर्माण में तकनीकी पहलुओं का विशेष ध्यान रखते हुए मेट/तकनीकी सहायक के निर्देशों का पालन करने हेतु श्रमिकों को निर्देशित किया गया। कार्यस्थल पर माप पंजी, निरीक्षण पंजी, आदेश फाईल सहित मस्टरोल रखनें एवं मजदुरों के कार्य पूर्ण होने पर तत्काल हाजिरी दर्ज कर क्रमवार सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मजदूरों को कार्यस्थल छोड़ने हेतु नियम पालन करने निर्देश दिये।
जिले में वर्तमान में मनरेगा अंतर्गत कुल स्वीकृत कार्य 1049 में 98081 श्रमिक कार्यरत हैं। वर्तमान में लाॅकडाउन के दौरान जिले में लगातार मनरेगा अंतर्गत अधिक से अधिक कार्य स्वीकृत किया जा रहा है, जिससे श्रमिकों को रोजगार की कमी न हों एवं प्रवासी मजदूरों के लिये भी रोजगार उपलब्ध हो। इस अवसर पर जनपद पंचायत साजा सीईओ कुमारी कांति ध्रुव, पीओ मनरेगा रवि कराडे उपअभियंता एवं तकनीकी सहायक उपस्थित थे।नरवा, गरवा, घुरवा बाड़ी योजना अंतर्गत गौठानों का किया गया औचक निरीक्षण
जनपद पंचायत साजा अंतर्गत ग्राम पंचायत महीदही, बरगा, गडुवा में निर्माणाधीन गौठानों का औचक निरीक्षण करते हुए जनपद पंचायत सीईओ को महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से गौठानों में आजीविका गतिविधी करवाने के लिए उघानिकी एवं कृषि विभाग से समन्वय स्थापित कर कार्ययोजना बनानें हेतु निर्देषित किया गया। इस दौरान ग्राम पंचायत मौहाभाठा में निर्मित गौठान में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा लगाये गये मषरूम युनिट का निरीक्षण करते हुए तकनीकि पहलु के संबंध में चर्चा कर युनिट को 20 डिग्री तापमान रखने हेतु कहा गया। महिला स्व-सहायता समूह द्वारा गौठान में निर्मित उत्पादों का उचित मूल्य पर विक्रय हेतु निर्देशित किया गया। -
बेमेतरा 27 मई : बेमौसम बारिश व ओला वृष्टि से पहले ही किसान भाईयों की फसल चैपट हो चुकी है। अभी तक वे नुसकसान से ऊबर नहीं पाये हैं, अब एक नया खतरा टिड्डी दलों के रूप में सामने आ रहा है। राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश में टिड्डी दलों ने काफी नुकसान पहुॅचाया है। अतः कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख श्री जी.पी. आयम तथा डाॅ. एकता ताम्रकार कीट वैज्ञानिक के द्वारा मामले की गंभीरता को समझते हुए अलर्ट जारी किया गया है कि टिड्डी दलों के आक्रमण से सजग रहें। अपने खेत की सत्त निगरानी करें। यह देखा गया है कि टिड्डियाॅ रात्रि के समय झुण्ड में विचरण करती हैै तथा फसलों को नुकसान पहुॅचाती है। एक दल में इसकी संख्या लाखो में होती है। अतः किसान भाई रात्रि के समय एक बर्तन में पानी$मिट्टी तेल डालकर रखें और सुबह देखें अगर उसमें टिड्डियाॅ दिखाई दे रही है तो सुरक्षा हेतु उपाय अपनाने आवश्यक है।
टिड्डी दल के प्रकोप होने पर निम्नानुसार उपाय करें-किसान भाई समूह में परंपरागत उपाय जैसे ढोल, नगाड़े, टिपा, थाली आदि बनाकर शोर मचायें, आवाज सुनकर टिड्डे भाग जाते हैं। शाम के समय क्लोरपायरिफाॅस 20 ई.सी. 200 मिली. या लेम्डासाईहेलोथ्रिन 5 ई.सी. 400 मिली. या डाइफ्लूबेन्जूसन 25 डब्ल्यू पी. 240 ग्राम प्रति हेक्टे. 500 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। -
बेमेतरा 27 मई : छत्तीसगढ़ मंे बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से हमारी रबी फसले जैसे चना, गेंहॅू, तिवड़ा बुरी तरह से चैपट हो गई। अभी हमारे किसान भाई इस नुकसान से उबर भी नहीं पाये हैं कि, इसी बीच कोरोना वायरस कोविड-19 के नाम से नया खतरा उनके उपर मॅडराने लगा। कोविड-19 के लाकडाऊन के दौरान भी कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा ने किसान भाईयों का साथ नहीं छोड़ा। किसान मोबाईल संदेश व समाचार पत्रों के माध्यम से सतत संपर्क रखते हुए कोविड-19 के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक किया तथा अलग-अलग फसलों के आधार पर कृषकों का विभिन्न वाट्सअप समूह बनाकर उनको लाकडाऊन में हो रही परेशानियों की जानकारी लेकर उनका समाधान किया गया। साथ ही विभिन्न माध्यमों से उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया गया। जैसे- चना, तिवड़ा बर्बाद हो जाने के पर मूंग फसल का प्रदर्शन आयोजित किया गया जिसमें लगभग 15 कृषक लाभान्वित हुए।
इसी तरह महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत् कृषि विज्ञान केन्द्र बेमेतरा द्वारा विभिन्न कार्यों जैसे- तालाब खनन, गोदी खनन, तालाब गहरीकरण, नाली निर्माण, मातृवाटिका, पौध नर्सरी आदि कार्याे के माध्यम से 127 कृषकों/भूमिहीन मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। इसी तारतम्य में रोजगार उपलब्ध कराने के उद्वेश्य से ग्राम गौठान बिलई में महिला स्व-सहायता समूहों को केचुवा खाद, ट्राईकोडर्मा व सब्जी उत्पादन का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण उपरान्त 12 महिलाओं के समूह ने लगभग 5 क्विंटल केचुआ खाद बनाकर सब्जी उत्पादन किया जिससे उन्होने लगभग 9600/- रूपये का शुद्ध लाभ कमाया, अभी वर्तमान मंे समूह की महिलायें अपनी उगाई सब्जियों को कोरेन्टाईन में रोके गए प्रवासी मजदूरों के लिए दान कर रही है जो कि एक सराहनीय पहल है जो कि कोविड-19 से लड़ने में देश के प्रति उनका बहुमूल्य योगदान है। -
बेमेतरा 26 मई : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने आदेश जारी कर बेमेतरा जिला अंतर्गत नवागढ़ तहसील के ग्राम तरपोंगी तथा साजा तहसील के ग्राम बासीन में आज मंगलवार 26 मई को कोरोना पॉजिटिव के एक-एक केस पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए उक्त दोनो गांवों के चैहद्दी को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया है। ग्राम तरपोंगी के प्रभारी अधिकारी तहसीलदार नवागढ़ कुमारी रेणुका रात्रे एवं पर्यवेक्षण अधिकारी एसडीएम नवागढ़ डीआर डाहिरे होंगे। ग्राम बासीन के प्रभारी अधिकारी नायब तहसीलदार चंद्रशेखर चंद्राकर एवं पर्यवेक्षण अधिकारी एसडीएम साजा आशुतोष चतुर्वेदी को बनाय गया है।
जारी आदेश अनुसार कन्टेनमेंट जोन में निम्नानुसार कार्यवाही की जावेगीः- उक्त चिन्हांकित क्षेत्रों अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा कन्टेनमेंट जोन में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी। कन्टेनमेंट जोन अंतर्गत सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। कन्टेनमेंट जोन की निगरानी हेतु लगातार पुलिस पेट्रोलिंग की जावेगी। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी एवं निर्देशानुसार सेम्पल इत्यादि जॉच हेतु लिया जाना सुनिश्चित किया जावेगा।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री तायल द्वारा जारी आदेश में कन्टेनमेंट जोन में केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनेटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई.किट इत्यादि उपलब्ध कराने एवं बायो मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन, घरों का एक्टिव सर्विलांस और खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था हेतु प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
खेती-बाड़ी के लिए खाद्-बीज के लिए काम आयेगी राशि
बेमेतरा 26 मई : राज्य सरकार की राजीव गांधी किसान न्याय योजना लाॅकडाउन के समय बेमेतरा जिले के लघु-सीमांत किसानों को आर्थिक संबल दे रही है। जिले के नवागढ़ विकासखण्ड के सुदुरवर्ती ग्राम चक्रवाय के किसान श्री झम्मन कुमार बघेल को इस योजना के तहत उनके खाते मे 16 हजार 700 रु. की राशि जमा हुई है। बीते खरीफ सीजन 2019-20 मे धान उपार्जन केन्द्र-मारो मे उन्होने अपना धान बेचा था जिसके तहत उनके बैंक खाते मे अन्तरण राशि प्राप्त हुई है।
ग्राम-मोहलाईन के किसान बिसौहा राम साहू को किसान न्याय योजना के अंतर्गत 23 हजार 375 रु. की राशि उनके बैंक खाते मे जमा हुुई है। सुरेश कुमार साहू को 25 हजार 461 रु. की राशि उनके बैंक खाते मे जमा हुुई है। सुशील साहू को 24 हजार 100 रु. की राशि उनके बैंक खाते मे जमा हुई है। उन्होने अपना धान, उपार्जन केन्द्र गुंजेरा मे बेचा था। इसी तरह बेमेतरा विकासखण्ड के ग्राम-दाढ़ी के किसान सुरेन्द्र तिवारी के बैंक खाते मे 23 हजार 700 रु. की राशि बैंक खाते मे जमा हुई है। इन सभी किसानों ने छ.ग. के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि लाॅकडाउन के इस संकट कें घड़ी मे प्रदेश सरकार ने सही समय पर बैंक खाते मे पैसे दिए है। जून-जुलाई मे खेती-बाड़ी का काम शुरु हो जाता है, और किसानों को खेती-बाड़ी के लिए खाद-बीज की जरुरत होती है, ऐसे समय मे पैसे आने से उनको अपने खेतों के लिए उन्नत बीज एवं खाद् खरीदने मे आसानी होगी।
ताकि वे उन्नत खेती करके अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके। उन्होने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानो की समस्यांओं को समझा और राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत लाॅकडाउन के कठिन दौर से गुजर रहे किसानो के खातों मे धान उपार्जन की राशि अंतरित की गई जिससे उनको अर्थिक रुप से मदद् मिली है। -
बेमेतरा 26 मई : कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री शिव अनंत तायल द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 30 के तहत आपदा से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे है। अन्य राज्यों से जिले में आए लोगों को क्वारेंटाइन किया जा रहा है। सामुदायिक क्वारेंटीन संेटर के बदले अपने स्वयं के व्यय पर क्वारेंटाइन होना चाहते हैं, उनके लिए बेमेतरा शहर के 32 कमरों को निजी संस्थानों को सशर्त चिन्हांकित किया गया है। कलेक्टर के जारी आदेश के तहत खुशी लाॅज पुराना बस स्टैंड, कान्हा लाॅज पुराना बस स्टैंड, आदित्य लाॅज पुराना बस स्टैंड, कृतिका लाॅज, बाबा लाॅज नावागढ़ चैक बेमेतरा को स्वयं के व्यय पर क्वारेंटाइन में रहने वालो के लिए चिन्हांकित किया है। -
बेमेतरा 25 मई : ग्रीष्म ऋतु के आगमन के साथ ही लू का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। इस बीच कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु लाॅकडाउन से विरानी छायी हुई है। एक ओर कोविड-19 का संक्रमण तो दूसरी ओर लू का प्रकोप, ऐसे में शासन द्वारा लोगों को लू से बचने आवश्यक सुझाव दिये गये हैं। साथ ही लोगों से इसके बेहतर ढंग की पालन की अपेक्षा की गई है। क्या करें -घर पर रहे और रेडियो सुनें टीवी देखें, स्थानीय मौसम और कोविड-19 की स्थिति पर अद्यतनध्परामर्श के लिए समाचार पत्र पढ़ें। जितना हो सके पर्याप्त पानी पिएं, भले ही प्यास न लगी हो। मिर्गी, हृदय, गुर्दे या लीवर से संभावित रोग वाले जो तरल प्रतिबंदित आहार लेते हो तरल पदार्थ लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श ले, हल्के, हल्के रंग के, ढीले सूती कपड़े पहनें, ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन) घोल, घर का बना पेय लस्सी. (तोरानी चावल) का पानी, नींबू का पानी, छाछ आदि का उपयोग करें। बाहर जाने से बचें, यदि बाहर जाना आवश्यक है, तो अपने सिर (कपड़े,टोपी या छाता) और चेहरे को कवर करें। जहां तक संभव हो किसी भी सतह को छूने से बचें। अन्य व्यक्तियों से कम से कम 1 मीटर की दूरी पर शारीरिक दूरी बनाए रखें। साबुन और पानी से बार-बार और ठीक से हाथ धोएं। साबुन और पानी उपलब्ध न हो तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। घर के प्रत्येक सदस्य के लिए अलग-अलग तौलिये रखो। इन तौलियों को नियमित रूप से धोएं।
अन्य सावधानियां -जितना हो सके घर के अंदर रहें, अपने घर को ठंडा रखें, धूप से बचाव के लिए रात में पर्दे, शटर का उपयोग करें और खिड़कियां खोलें। निचली मंजिलों पर बने रहने का प्रयास करें। पंखो का उपयोग करें, कपड़ों को नम करें और अधिक गर्मी में ठंडे पानी में ही स्नान करें। यदि आप बीमार महसूस करते हैं - उच्च बुखार, लगातार सिरदर्द, चक्कर आना, मितली या भटकाव, लगातार खांसी, सांस की तकलीफ है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाये। जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पीने के लिए भरपूर पानी दें।
क्या ना करें -लॉक-डाउन के दौरान बाहर न जाएं। यदि आपको आवश्यक कार्य के लिए बाहर जाना है तो दिन के शीतलन घंटों के दौरान अपनी सारणी निर्धारित करने का प्रयास करें। अत्यधिक गर्मी के घंटों के दौरान बाहर जाने से बचें, विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच। नंगे पैर या बिना चेहरे को ढके और बिना सिर ढककर बाहर न जाएं। व्यस्थतम समय (दोपहर) के दौरान खाना पकाने से बचें। खाना पकाने वाले क्षेत्रों (रसोई घरों) में दरवाजे और खिड़कियां खोल कर रखें, जिससे पर्याप्त रूप से हवा आ सके। शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड पेय, पीने से बचें जो शरीर को निर्जलित करते हैं। उच्च प्रोटीन, मसालेदार और तैलीय भोजन खाने से बचें, बासी खाना न खाएं। बिना हाथ धोए अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं। जो लोग बीमार हैं उनके साथ नजदीकी संपर्क से बचें। बीमार होने पर बाहर धूप में न जाएं, घर पर रहें।
नियोक्ता और श्रमिक क्या करें -कार्यस्थल पर स्वच्छ और ठंडा पेयजल प्रदान करें। श्रमिकों को सीधे धूप से बचने के लिए सावधानी बरतें। यदि उन्हें खुले में काम करना पड़ता है । जैसे कि (कृषि मजदूर, मनरेगा मजदूर, आदि) तो सुनिश्चित करें कि वे हर समय अपना सिर और चेहरा ढके रहें। दिन के समय निर्धारित समय सारणी निश्चित करे। खुले में काम करने के लिए विश्राम की अवधि और सीमा बढ़ाएं। गर्भवती महिलाओं या कामगारों की चिकित्सीय स्थिति पर विशेष ध्यान दें। सभी कार्यकर्ता चेहरे को ढककर रखे, एक-दूसरों से 1 से 1.5 मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखें और हाथ की सफाई का अभ्यास करवाए। बार-बार हाथ धोने के लिए साबुन और पानी दें। अपने हाथों को धोए बिना चेहरे को छूने से पहले सावधानी बरतने के निर्देश दें। दोपहर, रात के खाने के समय इस तरह से प्रावधान करें कि दो व्यक्तियों के बीच 1 से 1.5 मीटर की दूरी हो। स्वच्छता कर्मचारियों को अपने हाथों को ढंकना चाहिए। मास्क और दस्ताने पहनना चाहिए। दस्ताने पहनने के बाद मास्क को नहीं छूना चाहिए। उन्हें अपने हाथों को अच्छी तरह और बार-बार धोना चाहिए। हमेशा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। यदि कोई बीमार है तो उसे ड्यूटी पर्यवेक्षक को सूचित किया जाना चाहिए।
क्या ना करें - कार्यस्थल पर, धूम्रपान या तंबाकू न ही थूके और न ही चबाएं। एक-दूसरे से हाथ न मिलाएं या एक-दूसरों को गले न लगाएं। अपने चेहरे को विशेष रूप से आँखों, नाक और मुंह को न छुएं। जो लोग बीमार हैं उनके निकट संपर्क से बचें। बीमार होने पर काम पर न जाएँ रू घर पर ही रहें। पुलिस/यातायात पुलिस कार्मिकः- दिन में ड्यूटी पर रहते हुए ठण्ड वाली जैकेट पहनें। अपने से कुछ दूरी पर लोगोंध्वाहनों को रोकें। आपके द्वारा जांचे जा रहे दस्तावेजों को न छुएं। जहां तक संभव हो किसी भी सतह को छूने से बचें। जहां तक संभव हो, अपना हाथ नियमित और अच्छी तरह से धोएं। यदि साबुन, पानी आसानी से उपलब्ध नहीं है तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। अपने चेहरे को अनचाहे हाथों से न छुएं। हर समय फेस मास्क पहनें। उन्हें समय-समय पर बदलें और उपयोग किए गए मास्क को सुरक्षित रूप से फेकें। पर्याप्त पानी पीएं, जितनी बार संभव हो पानी पीएं, भले ही प्यास न लगी हो। सुरक्षात्मक साधनों का उपयोग करें - छाया में रहने का प्रयास करे, धूप का चश्मा और सनस्क्रीन का प्रयोग करे। जहां तक संभव हो युवा कर्मियों को दिन में यातायात ड्यूटी पर रखा जाना चाहिए। जब आप काम के बाद घर जाते हैं, तो स्नान करें और अपने इस्तेमाल किए कपड़ो को अच्छी तरह से धोएं।
वरिष्ठ नागरिकः-जितना हो सके घर के अंदर रहें। पार्क, बाजारों और धार्मिक स्थानों जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जाएँ। अपने घर को ठंडा रखें, पर्दे और पंखे या कूलर का उपयोग करें। नियमित रूप से हाथ धोने से, खासकर भोजन करने से पहले स्वच्छता बनाए रखें। यदि आप बीमार महसूस करते हैं और निम्न में से किसी एक का अनुभव करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर को बुलाएँ - उच्च शरीर का तापमान, शरीर में दर्द लगे। सिरदर्द, चक्कर आना, मतली या भटकाव लगना। सांस की तकलीफ होना। असामान्य रूप से भूख लगना। यदि आप एक वरिष्ठ नागरिक की देखरेख कर रहे है- नियमित रूप से हाथ धोने में उनकी मदद करें। समय पर भोजन और पानी का सेवन सुनिश्चित करें। उनके पास जाते समय अपनी नाक और मुंह ढकने के लिए फेस कवर का इस्तेमाल करे। यदि आप बुखार, खाँसी, साँस लेने जैसे चीजों से पीड़ित हैं, तो आपको वरिष्ठ नागरिक के पास नहीं जाना चाहिए। उस दौरान किसी और को उनके पास जाने के लिए कहे वो भी पूरी सावधानी के साथ। -
बेमेतरा 25 मई : कोरोना के वैश्विक महामारी रूप लेने के कारण उत्पन्न आपात स्थिति मे लाॅकडाऊन के दौरान ग्रामीणों को पेयजल संकट की दोहरी मार से बचाने के लिए राज्य शासन ने पेयजल को अत्याक्श्यक सेवाओं के अंतर्गत रखते हुए इसकी उपलब्धता सम्पूर्ण राज्य मे सुनिश्चित करने के निर्देश दे दिए है। साथ ही ग्रामों एवं मजरा टोलांे मे हैण्डपंपों की स्थिति संबंधी शिकायतों के लिए राज्य स्तर पर टोल फ्री नंबर 18002330008 को जारी किया है। इस हेतु मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग रायपुर परिक्षेत्र रायपुर के अंतर्गत आने वाले बेमेतरा जिले के सभी विकासखण्डों के लिए हैण्डपंपों के बंद होने की शिकायत करने के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी कर दिए है।
बेमेतरा जिले के लिए जारी हुए नंबर
कार्यपालन अभियंता पीएचई श्री जी.एन.रामटेके ने बताया कि विकासखण्ड बेमेतरा एवं नवागढ़ अंतर्गत के लिए सहायक अभियंता, श्री विप्लव घृतलहरे (9479064260) उप अभियंता श्री एस.आर. नारनौरे, (9406243647) विकासखण्ड बेमेतरा एवं श्री कृष्णमूर्ति, उप अभियंता विकासखण्ड नवागढ़ (9753164060) हैण्डपंप मेकेनिकों श्री उत्तम कुमार करचाल क्षेत्र निनवा मो.नं. 6267634169, श्री श्याम कुमार सोने क्षेत्र बालसमुन्द मो.नं. 7011968663, श्री रामखिलावन यादव क्षेत्र बेमेतरा 9406201759, श्री फेकुसिह ठाकुर क्षेत्र खण्डसरा मो.नं. 9981260668, श्री अशोक कुमार सिंन्हा, क्षेत्र मुलमुला मो.नं. 9630657877, श्री अनिल कुमार पाटिल क्षेत्र छिरहा मो. नं. 9589953485, श्री दाऊराम मानदेय क्षेत्र ढाढी 9406252411, श्री सोहन लाल सिन्हा क्षेत्र उमरिया मो.नं. 9981768353 श्री के.पी. नवरंग क्षेत्र नवागढ़ मो.नं. 9993323112, श्री आर. सी. साहू क्षेत्र नांदघाट मो.नं. 9755145397 श्री गोपाल प्रसाद सोनी क्षेत्र कटई मो.नं. 9630029685, श्री गोपालप्रसाद यादव, क्षेत्र नारायणपुर मो. नं. 9340185061, श्री अशोक कुमार वर्मा क्षेत्र अंधियारखोर मो.नं. 9826775271, श्री मनीष जांगड़े क्षेत्र टेमरी मो. नं. 9302563041 है।
विकासखण्ड साजा एवं बेरला के अंतर्गत सहायक अभियंता श्री ए.आर. ध्रुव, (9425526847) उप अभियंता श्री आर. के. महोबिया,(9977374414) श्री डी.एल. वर्मा, उप अभियंता (8770092210) हैण्डपंप तकनीशियनों श्री विरेन्द्र कुमार वर्मा क्षेत्र मोहगांव मो. नं. 9575623369, श्री जशवंत लाल वर्मा क्षेत्र साजा मो. नं. 9406012476, श्री कृष्ण उराॅव क्षेत्र देवकर मो. नं. 6261115443, श्री सेऊक राम सिन्हा क्षेत्र थानखंम्हरिया मो.नं. 9981760712 श्री रामजी सिन्हा, क्षेत्र सैगोना मो. नं. 9755862060, श्री धनदास मानिकपुरी क्षेत्र कारेसरा मो. नं. 9755232837, श्री मुकेश कुमार गौराहा क्षेत्र बीजा मो. नं. 7999256013, श्री परेटन गंगबोईर, क्षेत्र चिल्फी मो. नं. 7825202882, श्री सफराज मोहम्मद क्षेत्र देवकर मो. नं. 9977717551, श्री जगेसर लाल जंगेल क्षेत्र बोरतरा मो. नं. 947672616, श्री भारतभुषण वर्मा क्षेत्र कंदई मो. नं. 9575997464, श्री बी.के. परगनिहा क्षेत्र भिभौरी मो. नं. 9329089538, श्री सौखीलाल धृतलहरे क्षेत्र कठिया रांका मो. नं. 9752895952, श्री रामकुमार यादव क्षेत्र सरदा मो. नं. 9406090807, श्री कुशल कुमार यादव क्षेत्र देवरबीजा मो.ंनं. 9754606229, श्री राजकुमार श्रवण क्षेत्र कोदवा मो. नं. 9406244909, से संपर्क किया जा सकता है। -
बेमेतरा 25 मई : झीरम घाटी श्रंद्धाजलि दिवस के अवसर पर आज सोमवार को प्रातः 11 बजे संयुक्त जिला कार्यालय (कलेक्टोरेट )बेमेतरा में 2 मिनट मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, डिप्टी कलेक्टर श्री संदीप ठाकुर सहित कलेक्टोरेट के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। साथ ही जिले के तहसील कार्यालय एसडीएम दफ्तर नगरपालिका एवम नगर पंचायत कार्यालयों में भी 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई।