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बेमेतरा 04 जुलाई : प्रदेश सरकार की फलैगशिप सुराजी गांव योजना के अंतर्गत जिले में स्वीकृत 191 में 107 गौठानों का निर्माण पूरा किया जा चुका है। कलेक्टर शिव अनंत तायल के मार्गदर्शन में इन गौठानों में स्व सहायता समूहों द्वारा अपनी आर्थिक विकास की विभिन्न गतिविधियां प्रारंभ की जा रही है। ये गौठान ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूत नींव निर्माण मे अहम भूमिका का निवर्हन करेगें। गौठान से महिला स्व-सहायता समूह को जोड़कर उनकी आमदनी मे बढ़ोत्तरी की जा रही है। चारागाह एवं बाड़ी विकास योजना मे भी महिला स्व-सहायता समूह अपनी सक्रिय भागीदारी निभा रही है। जिले के ग्राम सांकरा (बेरला) के माॅडल गौठान मे स्व-सहायता समूह वर्मी कम्पोस्ट खाद बना रहा है।
राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सकारात्मक कोशिश कर रही है। सुराजी गांव योजना के तहत सभी गावों में गौठान बनाया जा रहा है। जिले में 191 गौठानों की स्वीकृति दी गई है। जिसमें से 107 गौठान पूर्ण हो चुके है तथा शेष गौठानों के कार्य प्रगतिरत है। प्रत्येक गौठान में गौठान समिति का गठन किया गया है। शासन की योजना के तहत गौठान संचालन के लिए 10-10 हजार रूपये की राशि दी जा रही है। चारागाह में चारा के साथ साथ सब्जी, भाजी, मशाला उत्पादन, मशरूम उत्पादन महिला स्व सहायता समूह कार्यरत है। इसके अलावा अच्छी गुणवत्ता का गोबर के गमले, वर्मी खाद भी तैयार किया जा रहा है। - बेमेतरा 04 जुलाई : पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने बेमेतरा के सिंघौरी वार्ड के अंतर्गत खिलोरा रोड में पंचवटी (राम वाटिका) के पास लगभग 25 एकड़ में आॅक्सीजोन के लिए 5 हजार 390 पौधे रोपित किये गये थे, ये पौधे अब बढ़ने लगे हंै। जिला प्रशासन के जिला खनिज संस्थान न्यास (डी.एम.एफ) मद के अंतर्गत आॅक्सीजोन के लिए राशि स्वीकृत की गई थी। बेमेतरा एक मैदानी जिला होने के कारण यहाँ अधिक से अधिक संख्या मे वृक्षारोपण को बढ़ावा दिया जायेगा। लगभग दो-तीन वर्ष पहले आॅक्सीजोन में-नीम, करंज, अर्जुन, बेल, शिशु, बरगद, अमरूद, अमलतास, पीपल, पेल्टामार्फ, मौल श्री, पुत्र जीवस, कदम, जामुन, गरूण, कटहल, कचनार, आदि किस्म के पौधे रोपे गये है। यदि धरती के तापमान मे कमी लाना है तो ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाने होंगे।
- बेमेतरा 04 जुलाई : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने जिला मुख्यालय बेमेतरा मे आईसोलेशन सेन्टर/कोविड केयर सेन्टर प्रारंभ हो गया है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने आज सवेरे जिला चिकित्सालय परिसर स्थित 40 बिस्तरांे वाले इस अस्पताल का शुभारंभ किया। इस अस्पताल मे सेन्ट्रल कमाण्ड रुम तथा अलग-अलग पुरुष वार्ड एवं महिला वार्ड बनाये गयें हैं, इन वार्डों का कलेक्टर नेे मुआयना किया। आईसोलेशन सेन्टर/कोविड केयर सेन्टर अस्पताल के प्रारंभ होने से अब कोरोना संक्रमण की जाँच पीपीई कीट के जरिए होने लगेगी। इसके पहले बिना लक्षण वाले धनात्मक केस सेम्पल जाँच के लिए रायपुर एवं दुर्ग भेजा जाता था। शुभारंभ के मौके पर पुलिस अधिक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, एएसपी विमल कुमार बैस, मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस के शर्मा, नवनियुक्त सिविल सर्जन सह-अस्पताल अधिक्षक डाॅ. वन्दना भेले एवं कोविड-19 प्रभारी डाॅ ज्योति जसाठी उपस्थित थे।
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सूखा, कीट व्याधियों से बचाव के लिए उन्नत बीजों के प्रयोग की सलाह
बेमेतरा 03 जुलाई : मानसून शुरू होतेे ही खरीफ फसल की बुआई शुरू हो जाती है। कृषि वैज्ञानिकों ने फसल की उत्पादकता बढ़ाने, कीट व बीमारियों से बचाव सहित कृषि के क्षेत्र में उन्नत तकनीक के प्रयोग के बारे में सलाह दी है। खेती-किसानी में तकनीक का बेहतर इस्तेमाल के लिए बनाई गई मेघदूत एप पर मौसम एवं खेती से सम्बधित जानकारी प्राप्त कर भरपूर पैदावार लिया जा सकता है। मेघदूत एप https://play.google.com/store/apps/details?id=com.aas.meghdoot लिंक पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है। छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में कीट व्याधियों के प्रतिरोध और सहनशील किस्मों की बीज उपलब्ध है। इन पर पौध रोगों एवं कीटों का असर कम होता है। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को खेत में मृदा स्वास्थ्य के आधार पर खाद एवं उर्वरक का उचित प्रयोग करने के साथ ही अनावश्यक रासायनिक उर्वरक के प्रयोग न करने की सलाह दी गई है।
प्रदेश के कृषि विकास और कृषक कल्याण विभाग के वैज्ञानिकों ने खरीफ मौसम में धान की खेती करने वाले किसानों को विशेष परिस्थितियों के लिए धान की उपयुक्त किस्में लागाने की सलाह दी है। गंगई प्रभावित क्षेत्र के लिए उपयुक्त किस्मे में समलेश्वरी, कर्मा मासुरी, चन्द्रहासिनी, जलदूबी, आई.जी.के.व्ही.आर.-1 (राजेश्वरी), आई.जी.के.व्ही.आर.-2 (दुर्गेश्वरी), आई.जी.के.व्ही.आर.-1244 (महेश्वरी), महामाया, दन्तेश्वरी। ब्लास्ट प्रभावित क्षेत्र में आई.आर.-64, चन्द्रहासिनी, कर्मा मासुरी, आई.जी.के.व्ही.आर.-2 (दुर्गेश्वरी), आई.जी.के.व्ही.आर.-1244 (महेश्वरी)। जीवाणु जनित झुलसा प्रभावित क्षेत्र के लिए बम्लेश्वरी। करगा प्रभावित क्षेत्र हेतु आई.जी.के.व्ही.आर.-1 (राजेश्वरी), महामाया श्यामला। जल भराव की समस्या वाले बहरा क्षेत्र के लिए स्वर्णा सब-1, जलदूबी, बम्लेश्वरी। सूखा प्रभावित क्षेत्र के लिए समलेश्वरी, इंदिरा बारानी धान-1, अन्नदा, पूर्णिमा, दन्तेश्वरी आदि शामिल है। वर्तमान में मौसम की दशा को देखते हुए धान की सीधी बुवाई के लिए उपयुक्त समय बताया गया है। खरपतवारनाशी दवाई का उपयोग करने के बाद कम से कम 3 से 4 घण्टा वर्षा ना हो तभी उसका उपयोग करें। -
बेमेतरा 03 जुलाई :छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग रायपुर की गठित न्यायपीठ के अध्यक्ष एवं सदस्य द्वारा मंगलवार 07 जुलाई को दोपहर 12 बजे कलेक्टोरेट सभाकक्ष मे बेमेतरा जिले से संबंधित महिलाओं के उत्पीड़न व अन्य प्रकरणों पर सुनवाई की जावेगी। -
बेमेतरा 03 जुलाई : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने आदेश जारी कर बेमेतरा जिले के बेरला विकासखण्ड के ग्राम-हसदा मे 03 तथा सांकरा मे 06 एवं ग्राम पंचायत लेंजवारा में 01 कोरोना पॉजिटिव के केस पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए उक्त तीनों क्षेत्र के चैहद्दी को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया है। ग्राम हसदा, सांकरा एवं लेंजवारा के प्रभारी अधिकारी तहसीलदार बेरला श्रीमती हीरा गवर्ना एवं पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी बेरला श्री दुर्गेश वर्मा होंगे। इसी तरह बेमेतरा विकासखण्ड के ग्राम मऊ मे 02 व्यक्ति को कोरोना पाॅजिटिव पाये जाने के कारण कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। ग्राम मऊ के प्रभारी अधिकारी प्रभारी तहसीलदार बेमेतरा श्री अजय चंद्रवंशी एवं पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी बेमेतरा श्री जगन्नाथ वर्मा होंगे।
जारी आदेश अनुसार कन्टेनमेंट जोन में निम्नानुसार कार्यवाही की जावेगीः- उक्त चिन्हांकित क्षेत्रों अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा कन्टेनमेंट जोन में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी। कन्टेनमेंट जोन अंतर्गत सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। कन्टेनमेंट जोन की निगरानी हेतु लगातार पुलिस पेट्रोलिंग की जावेगी। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी एवं निर्देशानुसार सेम्पल इत्यादि जॉच हेतु लिया जाना सुनिश्चित किया जावेगा।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री तायल द्वारा जारी आदेश में कन्टेनमेंट जोन में केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनेटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई.किट इत्यादि उपलब्ध कराने एवं बायो मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन, घरों का एक्टिव सर्विलांस और खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था हेतु प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। - बेमेतरा 03 जुलाई : राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) अन्तर्गत विकासखण्ड साजा जिला बेमेतरा के ग्राम पंचायत टिपनी के जय महामाया महिला स्व-सहायता समूह गोबर गमला निर्माण का कार्य कर रही है। गोबर गमला निर्माण में कच्चा माल के रूप मे गोबर, पीली मिट्टी, चूना, भूसा इत्यादि का उपयोग किया जाता है। एक गोबर के गमला के निर्माण में लगभग 7 (सात) रूपये की लागत आती है। अभी तक 1500 गमलों का निर्माण किया जा चुका हैं जिसमें से 1200 गमलें 15 रु. प्रति नग के दर से 18 हजार रूपयें का गमला विक्रय किया जा चुका है। जय महामाया महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि उनको गोबर से गमला बनाने की समझाईश क्लेक्टर जिला बेमेतरा एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला बेमेतरा द्वारा दिया गया था।
गोबर से गमला बनाने के मुख्य लाभ यह है, कि यह टिकाऊ होने के साथ ही पर्यावरण के अनुकूल है तथा प्लास्टिक /पाॅलीथिन के गमले के स्थान पर इनका उपयोग किया जाता है। अगर गमला क्षतिग्रस्त हो गया तो इनका अपशिष्ट खाद के रूप में उपयोग किया जा सकता है। गोबर के गमले का सबसे महत्वपूर्ण उपयोग वृक्षारोपण या पौधे की नर्सरी तैयार करने में हैं जिसमें गोबर के गमले में लगें पौधंे को सीधा भूमि पर रोपित कर सकते है। गोबर खाद के रूप मे अधिकांश खनिजों के कारण मिट्टी को उपजाऊ बनाता है। मुख्यतः पौधें की मुख्य आवश्यकता नाईट्रोजन, फाॅसफोरस तथा पोटेशियम की होती है। ये खनिज गोबर में क्रमशः 0.3-0.4, 0.1-0.15 तथा 0.15-0.2 प्रतिशत तक विद्यमान रहते है। मिट्टी के सम्पर्क में आने से गोबर के विभिन्न तत्व मिट्टी के कणों को आपस में बांधते है। यह पौधों की जड़ो को मिट्टी में अत्यधिक फैलाता हैं एवं मिट्टी को अधिक उपजाऊ बनाती है। इस प्रकार गोबर के गमलें के निर्माण सें जय महामाया महिला स्व सहायता समूह टिपनी आजीविका के साथ-साथ पर्यावरण को सवंर्धित करने में भी अपना महत्वपूण योगदान दे रही है। - बेमेतरा 02 जुलाई : राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के अंतर्गत कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर बाढ़ राहत के अंतर्गत पूर्व बैठक मे दिये गये निर्देशों का पालन प्रतिवेदन के संबंध मे जानकारी ली। उन्होने कहा कि बाढ़ प्रभावित गांव के डुबान के आने की स्थिति मे रेस्क्यू कर प्रभावितों को किन स्थानों पर ग्रामवार रखा जा सकता है ? इन गांवों मे शासकीय भवनों की सूची तैयार करें। प्रभावित क्षेत्रों मे रहने वाले शासकीय कर्मचारियों (राजस्व, पंचायत ग्रामीण विकास, महिला बाल विकास, शिक्षा विभाग) का मोबाईल नम्बर सहित सूचीबद्ध किया जावे। जिलाधीश ने संबंधित प्रभावित क्षेत्रों के गांव से पुलिस थानों की दूरी एवं उसका दूरभाष नम्बर, प्रभावित क्षेत्र से निकटस्थ स्वास्थ केन्द्र का नाम एवं उनमे पदस्थ चिकित्सक, आरएमओे का मोबाईल नम्बर आवश्यक दावाओं की उपलब्धता, प्रभावित क्षेत्र से विद्युत उप केन्द्र की दूरी एवं बिजली सुविधा की जानकारी, प्रभावित क्षेत्रों मे पेयजल की सुविधा के संबंध मे जानकारी ली।
कलेक्टर ने जिला कमाण्डेंट होम गार्ड के पास उपलब्ध संसाधन यथा-ईमरजेंसी लाईट, बोट, लाईफ जैकेट, तैराक होम गार्ड की संख्या, गमबूट, रस्सा, उपलब्ध वाहन, टार्च, केरोसिन आईल की उपलब्धता,(खाद्य विभाग से समन्वय कर) एंव अन्य बचाव के साधन। अस्थाई रुप से कैम्प लगाने हेतु वाटरप्रूफ टेंट आदि की व्यवस्था, उन्होने कहा कि प्रत्येक तहसील मे बाढ़ एवं राहत बचाव हेतु एक कन्ट्रोल रुम की स्थापना की जावे तथा दूरभाष नम्बर का प्रचार-प्रसार किया जावे। श्री तायल ने पुलिस विभाग के पास उपलब्ध संसाधन की जानकारी तथा आस-पास के गांवों के तैराको की सूची बचाव हेतु छोटे नाव आदि की व्यवस्था, बाढ़ कन्ट्रोल रुम की स्थापना के संबंध मे जानकारी ली। -
बेमेतरा 02 जुलाई : कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय काम-काज की समीक्षा की। बीते दिनों कलेक्टोरेट के दिशा सभाकक्ष मे आयोजित बैठक मे बताया गया कि नगरीय क्षेत्रों के अतिक्रमित भूमि का व्यवस्थापन संबंधित प्रकरण अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बेमेतरा मे 66, नवागढ़ मे 146, साजा मे 44, बेरला मे 69 एवं थानखम्हरिया तहसील मे 27 आवेदन प्राप्त हुए है। जिसमे से अनुविभागीय अधिकारी बेमेतरा 13, एसडीएम नवागढ़ 11, साजा 22, बेरला 69 एवं तहसीलदार थानखम्हरिया 27 प्रकरण तैयार कर पूर्ण कर लिए जाने की जानकारी दिए गये हैं। किन्तु संयुक्त जिला कार्यालय मे एक भी प्रकरण प्रस्तुत नही किया गया है। कलेक्टर ने एक सप्ताह के भीतर नियमानुसार प्रकरण तैयार कर कलेक्टर कार्यालय मे प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया है। इस मौके पर अपर कलेक्टर संजय कुमार दीवान भी उपस्थित थे।
राजीव गांधी आश्रय योजना के अंतर्गत अनुविभागीय अधिकारी बेमेतरा 561, नवागढ़ 392, साजा 780, बेरला 35, तहसीलदार नवागढ़ 393, तहसीलदार थानखम्हरिया 186 कुल पट्टा तैयार किया गया है। जिसमे से अनुविभागीय अधिकारी बेमेतरा 145, एसडीएम साजा 377, तहसीलदार नवागढ़ 30 एवं तहसीलदार थानखम्हरिया 186 पट्टा वितरण हेतु शेष बताये गये हैं। यह स्थिति कदापि अच्छी नही है। कलेक्टर ने सभी पट्टों का वितरण शीघ्र करने के निर्देश दिए है।नगरीय क्षेत्रों मे अनुविभागीय अधिकारी बेरला एवं नवागढ़ मे नजूल भूमि पट्टों का नवीनीकरण हेतु कोई प्रकरण नही है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बेमेतरा के 20 प्रकरण एवं अनुविभागीय अधिकारी साजा मे 01 प्रकरण है, जो नवीनीकरण हेतु शेष है। इसे समयावधि मे निराकरण करने को कहा गया। बैठक मे सभी अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदार को शासकीय विभागों को शासकीय भूमि आबंटन से संबंधित प्रकरणों मे नियमानुसार शीघ्र कार्यवाही कर स्पष्ट अभिमत सहित प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया। कलेक्टर द्वारा राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के अंतर्गत सभी लंबित प्रकरणों का तत्काल निराकरण कर लिया जावे। तहसील नवागढ़ मे आरबीसी 6-4 के पुराने प्रकरण अधिक है, उन्होने एसडीएम एवं तहसीलदार को शीघ्र निराकरण हेतु निर्देश दिए। -
बेमेतरा 02 जुलाई : जिले में चालू बारिश सीजन मे एक जून से 02 जुलाई तक पिछले एक माह के दौरान 242.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। भू अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के मुताबिक जहां सबसे अधिक बेरला तहसील मे 305 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है, वहीं नवागढ़ तहसील मे सबसे कम 159 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई है। इसी तरह बेमेतरा तहसील मे 276.6 मिलीमीटर, थानखम्हरिया तहसील मे 282 मिलीमीटर और साजा तहसील में 191 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है।
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बेमेतरा 02 जुलाई : प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा दिये गये निर्देश के अनुपालन में रोका छेका अभियान अंतर्गत 19 जून 2020 से आरम्भ कर 30 जून 2020 तक गौठानों में बहुद्देशीय पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन कर विभागीय कार्याे का संपादन किया गयां। रोका छेका अभियान में कुल 102 गौठानों में पशु चिकित्सा शिविर लगाया गया। शिविरों में कुल 2888 पशुओं का उपचार, 32708 पशुओं के लिए कृमि नाशक, जूॅ क्लिनि नाशक एवं स्वास्थ्य वर्धक औषधि वितरण किया गया, साथ ही 22 पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान, 193 बधियाकरण एवं 23343 टीकाकरण किया गया।
उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें डाॅ.राजेन्द्र भगत ने बताया कि पशु उपचार एवं टीकाकरण के अलावा शिविर में पैरा यूरिया प्रदर्शन-12, कुक्कुट पालन हेतु प्रकरण-28, बकरी पालन हेतु प्रकरण-11, सूकर पालन के लिए-01, तथा के.सी.सी.प्रकरण-39 बनाया गया, एवं साथ ही चारा विकास हेतु 40000 हजार नेपियर रूटकट्स का वितरण किया गया। - बेमेतरा 02 जुलाई : किसानों के कड़ी मेहनत से उपजाए गए धान को सड़ने, खराब हाने तथा कीट पतंगों के नुकसान से बचाने की चाक चैबंद व्यवस्था अभी से होनी शुरू हो गई है। समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन केन्द्रों में पक्के चबूतरों का निर्माण किया जा रहा है। बेमेतरा जिले के चारो ब्लाॅकों में कुल 352 चबुतरा निर्माण, राशि 06 करोड़ 95 लाख 53 हजार रूपये की स्वीकृति किया गया है। जिसमें से 346 चबूतरा बनाने का कार्य शुरू हो गया है।
महात्मा गांधी नरेगा योजना एवं 14 वें वित्त आयोग की अभिसरण के माध्यम से जिले में 352 कार्यो की स्वीकृति किया गया है। प्रत्येक चबूतरा निर्माण हेतु ग्राम पंचायत को निर्माण एजेंसी बनाया गया है। इस निर्माण कार्य की स्वीकृति से ग्रामीणों के लिए रोजगार के अवसर सृजित हुए है। चबूतरा बनाने के इस कार्य में मनरेगा योजना के तहत सैकड़ों ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने सभी चबूतरे बनाने का काम पूरी गुणवत्ता के साथ जल्द से जल्द पूरा कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये है। जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव ने बताया कि जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में धान संग्रहण केन्द्रों में 346 चबूतरा निर्माण कराया जा रहा है। -
बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों की लगाई गई ड्यूटी
बेमेतरा 02 जुलाई : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल के निर्देश पर मानसून 2020 में बाढ़ की आशंका को दृष्टिगत रखते हुए आपदा नियंत्रण के लिए संयुक्त जिला कार्यालय (कलेक्टोरेट) के कक्ष क्रमांक 04 में जिला आपदा नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। आपदा नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर 07824-222103 है। नियंत्रण कक्ष के लिए श्री अजय चंद्रवंशी प्रभारी तहसीलदार बेमेतरा मो.नं. 9981441740, आशुतोष गुप्ता सहायक अधिक्षक भू-अभिलेख मो.नं. 9630400403, राजकुमार मरावी नायब तहसीलदार बेमतरा मो.नं.9131632587, बीआर मोरे परियोजना अधिकारी जिला पंचायत मो.नं. 7747026086, को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष वर्षाकाल के प्रारंभ से समाप्ति तक 24 घंटे संचालित रहेगी। तत्कालीन व्यवस्था के तहत् तीन पालियों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
इस माह 03,07,11,15,19,23,27 एवं 31 जुलाई 2020 के लिए प्रातः 06ः00 बजे से दोपहर 02ः00 बजे तक उमाशंकर खाण्डे संकाय सदस्य जिला पंचायत संसाधन केन्द्र बेमेतरा, मनोज मिश्रा सहायक ग्रेड-02 शास.उ.मा.विद्या.खण्डसरा, गोंविन्द राम भृत्य शास.बा.उ.मा.विद्या. बेमेतरा की ड्यूटी लगाई गई हैं। इसी प्रकार दोपहर 02ः00 बजे से रात्रि 10ः00 बजे तक धनन्जय धु्रव भृत्य शिक्षा विभाग बेमेतरा, अजय नाग सहायक ग्रेड-03जिला पंजीयक बेमेतरा, दीपचंद सेन नलकूप आपरेटर कार्या.वि/यौ. लाईट मशीनरी नलकूप एवं गेट एवं उपसंभाग बेमेतरा की ड्यूटी लगाई गई हैं। इसके अलावा रात्रि 10.00 बजे से प्रातः 6.00 बजे तक कमल यादव भृत्य शास.कन्या उ.मा.विद्या.बेमेतरा, शत्रुहन लाल निषाद जिला समन्वयक (प्र.म.आ.यो.), पुनाराम साहू नलकूप आपरेटर कार्या.वि/यौ. लाईट मशीनरी नलकूप एवं गेट एवं उपसंभाग बेमेतरा की ड्यूटी लगाई गई हैं।
इसके अलावा 04,08,12,16,20,24 एवं 28 जुलाई के लिए प्रातः 06ः00 बजे से दोपहर 02ः00 बजे तक राजेन्द्र देवांगन सहायक ग्रेड-03 शा.उ.मा.वि देवरबीजा, छविलाल ध्रुव सहायक ग्रेड-03 जिला पंचायत बेमेतरा, निलय पाण्डेय सहायक ग्रेड-02 शिक्षा विभाग बेमेतरा की ड्यूटी लगाई गई हैं। इसके अलावा दोपहर 02ः00 बजे से रात्रि 10ः00 बजे तक तुलेश्वर सोनी सहायक अभियंता (प्र.म.आ.यो.) जिला पंचायत बेमेतरा, घनश्याम सिन्हा (वि.ख. समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन) जनपद पंचायत बेमेतरा, मिनेश देवांगन सहायक गे्रड-03 कन्या उ.मा.विद्या. बेमेतरा की ड्यूटी लगाई गई हैं। इसी प्रकार रात्रि 10.00 बजे से प्रातः 6.00 बजे तक सचिन क्षत्रिय सहायक ग्रेड-03 शास.हाईस्कूल सिघौरी, डेरहा लाल नागेन्द्र सहायक ग्रेड-03 शिवलाल राठी उ.मा.वि. पिकरी, सम्पत कुमार गंधर्व भृत्य कार्या. उपपंजीयक सह. संस्थायें बेमेतरा की ड्यूटी लगाई गई हैं। जारी आदेश मे कलेक्टर ने कहा है कि उक्त दर्शित अधिकारी/कर्मचारी निर्धारित तिथि एवं समय पर नियंत्रण कक्ष मे उपस्थित होना सुनिश्चित करें। -
बेमेतरा 01 जुलाई : संयुक्त जिला कार्यालय कलेक्टोरेट परिसर के दृष्टि सभाकक्ष बेमेतरा में आज बुधवार को कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल की अध्यक्षता में पुलिस अधीक्षक, श्री दिव्यांग पटेल, बेमेतरा द्वारा पुलिस विभाग की ओर से डाॅक्टरर्स-डे के उपलक्ष्य पर जिले के डाॅक्टरों को आमंत्रित कर सम्मानित किया गया जिसमें मुख्य रूप से डाॅ.एस.के.शर्मा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. वंदना भेले, प्रभारी सिविल सर्जन डाॅ. ज्योति जसाठी, नोडल अधिकारी कोविड-19 एवं समस्त खण्ड चिकित्सा व चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।
साथ ही कोविड-19 महामारी का बेमेतरा जिले में वस्तु स्थिति पर जिला सर्विलेंस अधिकारी द्वारा स्टडी रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया, जिसके तहत विकासखण्डवार कोविड-19 के धनात्मक प्रकरणों, सक्रिय मरीजों तथा इलाज उपरांत स्वस्थ्य मरीजों की जानकारी दी गई। विकासखण्ड बेमेतरा व नवागढ़ में कोविड-19 के धनात्मक प्रकरणों के समूह से संबंधित जानकारी की प्रस्तुतिकरण दिया गया।
पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल द्वारा उपस्थित समस्त डाॅक्टरों को पुलिस प्रशासन द्वारा हर परिस्थिति में पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया गया एवं कलेक्टर द्वारा स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक किये गए प्रयासों की सराहना करते हुए भविष्य में भी पूर्ण निष्ठा से कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार, एएसपी विमल कुमार बैस, एसडीओपी राजीव शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। - बेमेतरा 30 जून : शासन द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रम “पढ़ई तुंहर दुआर“ के अंतर्गत सीजी स्कूल डाॅट इन वेब पोर्टल में बेमेतरा जिले के सभी शिक्षकों का पंजीयन किया जा चुका है तथा सभी स्कूलों में वर्चुअल क्लास का भी गठन किया जा चुका है साथ ही लगभग 59 हजार पालकों का मोबाईल वेब पोर्टल से जोड़ा जा चुका है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री सीएस ध्रुव ने बताया कि कोविड-19 के दुष्प्रभाव से बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अभी शालाएं भौतिक रूप से प्रारंभ नहीं हुई है लेकिन बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में निरंतरता बनी रहे इसलिए शिक्षा विभाग तैयारी कर चुका है। चुंकि जिले के 1296 शासकीय स्कूलों के 3385 शिक्षक आॅनलाईन कक्षा संचालन में प्रशिक्षित हो चुके हैं।इसलिए 01 जुलाई से सभी संस्था प्रमुखों को नियमित रूप से आॅनलाईन क्लास लेने के लिए निर्देशित कर दिया गया है। आॅनलाईन क्लास के लिए शिक्षकों को पालकों तथा विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए सुविधाजनक समय-सारणी बनाने के लिए कहा गया है ताकि विद्यार्थियों को सभी विषयों का लाभ मिल सके। ऐसे विषय विशेषज्ञों का चयन भी किया जा चुका है जो विद्यार्थियों के शंकाओं का समाधान करेंगे। विद्यार्थी अपने विद्यालय के शिक्षकों द्वारा संचालित आॅनलाईन कक्षाओं और वेब पोर्टल के माध्यम से अपना अध्ययन निरंतर जारी रख सकते हैं। इस संबंध में शाला विकास समितियों से अपेक्षा है कि वे सभी विद्यार्थियों एवं पालकों को आॅनलाईन कक्षा में सम्मिलित होने हेतु सतत प्रेरित करते रहें।
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52934 मे.टन. उर्वरक का भण्डारण खेती किसानी में जुटे किसान
बेमेतरा 30 जून : जिले में विगत 10 दिवस से मानसूनी बारिश होने के कारण खेतो में पर्याप्त नमी आ गई है जिससे जिले के कृषक धान एवं अन्य खरीफ फसलो की तैयारी में जुट गये है। अनुकुल मौसम स्थिति को देखते हुए कृषि विभाग भी मैदानी अमलो के माध्यम से कृषको को उन्नत खेती की तकनिकी की जानकारी दे रहे है। एवं कृषको को दलहनी एवं तिलहनी फसलो की खेती को प्रोत्साहित करने के साथ साथ उन्हे खेत की मेडो पर अरहर एवं तिल लगाने हेतु जोर दिया जा रहा है ताकि कृषको की आय में वृद्धि हो।
जिले के उप संचालक कृषि श्री एमडी मानकर ने बताया कि जिले में अब तक कुल 1 लाख 39 हजार 889 हेक्ट. में धान, 12 हजार 870 हेक्ट. में सोयाबीन, 494 हेक्ट. में अरहर, 85 हेक्ट. में मक्का, 43 हेक्ट. में उड़द, 19 हेक्ट. में मंुग, 61 हेक्ट में मुंगफली, 239 हेक्ट में कपास, 2 हजार 313 हेक्ट में गन्ना एवं 3 हजार 827 हेक्ट. में अन्य फसलो की बोआई पूर्ण हो चुकी है जिससे कुल लक्ष्य का 72 प्रतिशत क्षेत्र में फसल क्षेत्राच्छादित हो गया है।
उसी प्रकार खरीफ 2020 में फसलो के अधिक उत्पादन हेतु कृषको की मांग अनुसार विभिन्न उर्वरको के रूप में कुल 52 हजार 934 मे. टन उर्वरको का सहकारी समितियों एवं निजी संस्थानो में भण्डारण हो चुका है जिसमें से वर्तमान में 17 हजार 739 में.टन युरिया, 16016 मे.टन डीएपी, 3814 में.टन एमओपी, 4384 मे.टन. एसएसपी एवं 583 में.टन एनपीके सहित कुल 42 हजार 576 में. टन उर्वरको का वितरण कृषको को हो चुका है।
शासन की विभिन्न योजनांतर्गत दलहनी एवं तिलहनी फसलो को बढ़ावा देने हेतु कृषको के खेतो में प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है जिसके लिए अब तक जिले में 610.20 क्वि. धान, 190.20 क्वि. अरहर, 30 क्वि. उड़द एवं हरी खाद के रूप मंे 350 क्वि. बीजो के वितरण कर नये कृषि तकनीको का प्रर्दशन आयोजित किया जा रहा है। -
बेमेतरा 30 जून : कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने आज मंगलवार को एक आदेश जारी कर संयुक्त कलेक्टर बेमेतरा श्रीमती ज्योति सिंह को अस्थाई रुप से आगामी आदेश तक अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) नवागढ़ का दायित्व सौंपा है। श्री डी.आर.डाहिरे अब डिप्टी कलेक्टर के रुप मे कलेक्टोरेट मे अपनी सेवाएं देंगे। - बेमेतरा 29 जून : चालू बारिश सीजन के दौरान बेमेतरा जिले में 01 जून से 30 जून 2020 सवेरे 8.00 बजे तक की स्थिति में 235.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। सर्वाधिक 273.4 मि.मी. वर्षा बेमेतरा तहसील में तथा न्यूनतम 159 मि.मी. वर्षा नवागढ़ तहसील में दर्ज की गई है। संयुक्त जिला कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेरला तहसील में 273 मि.मी. वर्षा, थानखम्हरिया तहसील मे 282 मि.मी. वर्षा तथा साजा तहसील मे 191 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है।
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बेमेतरा 30 जून : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने आदेश जारी कर बेमेतरा जिले के नवागढ़ विकासखण्ड के ग्राम-मुरकुटा एवं ग्राम पंचायत सिवनी में कोरोना पॉजिटिव के एक केस पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए उक्त दोनो क्षेत्र के चैहद्दी को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया है। मुरकुटा के प्रभारी अधिकारी तहसीलदार नवागढ़ सुश्री रेणुका रात्रे एवं पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी नवागढ़ होंगे।
जारी आदेश अनुसार कन्टेनमेंट जोन में निम्नानुसार कार्यवाही की जावेगीः- उक्त चिन्हांकित क्षेत्रों अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा कन्टेनमेंट जोन में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी। कन्टेनमेंट जोन अंतर्गत सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। कन्टेनमेंट जोन की निगरानी हेतु लगातार पुलिस पेट्रोलिंग की जावेगी। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी एवं निर्देशानुसार सेम्पल इत्यादि जॉच हेतु लिया जाना सुनिश्चित किया जावेगा।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री तायल द्वारा जारी आदेश में कन्टेनमेंट जोन में केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनेटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई.किट इत्यादि उपलब्ध कराने एवं बायो मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन, घरों का एक्टिव सर्विलांस और खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था हेतु प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। -
बेमेतरा 29 जून : चालू बारिश सीजन के दौरान बेमेतरा जिले में 01 जून से 29 जून 2020 सवेरे 8.00 बजे तक की स्थिति में 229.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। सर्वाधिक 273.4 मि.मी. वर्षा बेमेतरा तहसील में तथा न्यूनतम 155 मि.मी. वर्षा नवागढ़ तहसील में दर्ज की गई है। संयुक्त जिला कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेरला तहसील में 273 मि.मी. वर्षा, थानखम्हरिया तहसील मे 263 मि.मी. वर्षा तथा साजा तहसील मे 185 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। - बेमेतरा 29 जून :-राजस्व पुस्तक परिपत्र (आर.बी.सी.) 6-4 के तहत कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल द्वारा जिले के एक जरूरतमंद परिवार को 4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। संयुक्त जिला कार्यालय के राजस्व शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमे तहसील बेमेतरा के ग्राम उघरा निवासी राजकुमारी वर्मा की खाना बनाते समय आग में जलने से मृत्यु होने पर उनके परिजन श्री भुजेन्द्र वर्मा को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई।
- बेमेतरा 29 जून : किसानों की उद्यानिकी फसलों को प्रतिकूल मौसम, सूखा, बाढ़, जलप्लावन, कीटव्याधि, ओलावृष्टि आदि प्राकृतिक आपदाओं से किसानों को होने वाले नुकसान से राहत दिलाने के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अधिसूचना जारी की जा चुकी है। उद्यानिकी फसलों के लिए मौसम आधारित फसल बीमा योजना लागू की गई है। योजना में जिले में उद्यानिकी फसल टमाटर, बैंगन, अमरूद, केला पतीता, मिर्च एवं अदरक को शामिल किया गया है। उद्यानिकी फसलों की बीमा के लिये राजस्व निरीक्षक मंडल को बीमा इकाई निर्धारित किया गया है।
बीमा में शामिल किए जाने वाले कृषक -
मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अंतर्गत ऋणी एवं अऋणी किसान (भू-धारक व बटाईदार) हो सम्मिलित हो सकते हैं। ऋणी किसान ऐच्छिक आधार पर फसल बीमा करा सकते हैं। जिसके लिए किसान को निर्धारित प्रपत्र में हस्ताक्षरित घोषणा पत्र बीमा की अंतिम तिथि 15 जुलाई के 7 दिवस पूर्व संबंधित बैंक में अनिवार्य रूप से जमा करना होगा। किसानों द्वारा निर्धारित प्रपत्र में घोषणा पत्र जमा नहीं करने पर संबंधित बैंक द्वारा स्वीकृत या नवीनीकृत की गई अल्प कालीन कृषि ऋण का अनिवार्य रूप से बीमा किया जाना है।
योजना क्रियान्वयन के लिए चयनित बीमा कंपनी -
योजना के अंतर्गत मौसम खरीफ वर्ष 2020 में जिले के लिये बजाज एलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को निविदा के आधार पर चयनित किया गया है।
बीमा जोखिम -
मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अंतर्गत जोखिमों में बीमा आवरण उपलब्ध होगा। योजना के अंतर्गत निर्धारित टर्म के आधार पर बीमित उद्यानिकी किसानों को प्रावधान के अनुसार लाभ प्रदाय किया जाना। स्थानीयकृत आपदाएं-अधिसूचित क्षेत्र में फसल को प्रभावित करने वाले ओला वृष्टि, बादल का फटना एवं जल भराव (धान को छोड़कर) के अभिचिंहित स्थानीयकृत जोखिमों से होने वाले क्षति से सुरक्षा प्रदान करेगा।
बीमा के लिए प्रीमियम राशि दर -
मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अंतर्गत उद्यानिकी फसलों के लिये प्रति हेक्टेयर निर्धारित न्यूनतम राशि किसान द्वारा प्रीमियम देय होगा।उद्यानिकी विभाग बेमेतरा के सहायक संचालक श्री हितेन्द्र मेश्राम ने किसानों से अपील की है कि मौसम की अनिश्चितता को देखते हुए निर्धारित अंतिम तिथि 15 जुलाई 2020 के पूर्व उद्यानिकी फसलों का बीमा अवश्य कराएं। इसके लिए संबंधित समिति, बैंक, बीमा प्रदायक कंपनी (बजाज एलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमि.) लोक सेवा केन्द्र में संपर्क कर अपनी फसलों का बीमा करा सकते हैं। -
बेमेतरा : छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य होगा जो पशुपालकों को लाभ पहुँचाने के लिए गोबर खरीदेगा। “ंगोधन न्याय योजना“ प्रदेश मे पारंपरिक हरेली पर्व से इस अभिनव योजना की शुरुआत होने जा रही है। प्रदेश सरकार की इस नई योजना से गौ पालन और गोबर पं्रबंधन से निश्चित ही पशुपालको को लाभ होगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने खुले मे चराई की रोकथाम तथा सड़कों एवं शहरों मे जहां-तहां आवारा घुमते पशुओ के प्रबंधन एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए छत्तीसगढ़ राज्य मे गोधन न्याय योजना शुरु करने का एलान किया है। सरकार की इस अभिनव योजना से गौ-पालन और गोबर प्रबंधन से पशुपालको को लाभ होगा गांव मे बढ़ेंगें रोजगार और अतिरिक्त आय के अवसर। इस तरह प्रदेश सरकार की गोधन न्याय योजना बनेगी वरदान-पशुपालकों के चेहरे पे लायेगी मुस्कान। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का संकल्प लिया है, और सरकार द्वारा इस दिशा मे कार्य किया जा रहा है।
कृषि प्रधान बेमेतरा जिले मे गोधन न्याय योजना किसानों के लिए वरदान साबित होगी। जिले के किसानों के पास खेती के अलावा और कोई भी आय का साधन नही है। ऐसी स्थिति मे राज्य सरकार की दूरदर्शिता से पशु मालिको तथा किसानों के हित मे बनाई गई यह योजना बेमेतरा जिले के किसानों के लिए मिल का पत्थर साबित होगी। इस योजना से किसान अतिरिक्त आमदनी जुटाकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते है। हालांकि इस योजन से किसानो को ही नही हर वर्ग को फायदा होगा। वनांचल क्षेत्र के लोग लघु वनोपज का संग्रहण कर अपनी आजिविका चलाते है। बेमेतरा जिला मे वन का प्रतिशत शून्य है, यह जिला एक मैदानी जिला के रुप मे जाना जाता है। कृषि के क्षेत्र मे बेमेतरा जिला मूलरुप से अपने उन्हारी उत्पादन के लिए विख्यात है। यहां चने की बढ़िया पैदावार होती है। एशिया महाद्वीप का सबसे बढ़िया चना बेमेतरा जिले मे उत्पादन किया जाता है। प्रदेश सरकार की फ्लैगशिप सुराजी गांव योजना नरवा, गरुवा, घुरवा अऊ बाड़ी के अंर्तगत महात्मा गांधी नरेगा के अंर्तगत सभी चार विकासखण्डों मे कुल 191 गौठान निर्माण कार्य लिये गये हैं, इसमे प्रथम चरण मे 66 मे 63 निर्माण कार्य पूर्ण हो गये है। द्वितीय चरण मे 125 गौठान निर्माण कार्य मे 32 कार्य पूर्ण हो चुके हैं, शेष कार्य प्रगतिरत है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि शहरों मे आवारा घुमते पशुओं की रोकथाम, गोबर क्रय से लेकर इसके जरिए वर्मी कम्पोस्ट खाद के उत्पादन की पूरी व्यवस्था नगरीय प्रशासन विभाग करेगा। पूरी तरह से आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के आधार पर इस योजना का प्लान तैयार किया गया है। इससे किसानों और पशु पालकों को अतिरिक्त आमदनी सृजित होगी, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। शहरों मे खुले मे घुमने वाले पशुओं की होगी रोकथाम, जानमाल एवं फसल नुकसान पर लगेगी लगाम। मुख्यमंत्री का मानना है कि वर्मी कम्पोस्ट के जरिए जैविक खेती की ओर बढेंगे। इसके अतिरिक्त रसायनिक खादों की तरह के साइड इफेक्ट से भी फसलों को निजात मिलेगी और किसान बेहतर फसल ले पाएंगे। गोधन न्याय योजना के माध्यम से तैयार होने वाली वर्मा कम्पोस्ट खाद की बिक्री सहकारी समितियों के माध्यम से होगी।
राज्य मे किसानांे के साथ-साथ वन विभाग, कृषि, उद्यानिकी, नगरीय प्रशासन विभाग को पौधरोपण एवं उद्यानिकी की खेती के समय बड़ी मात्रा मे खाद की जरुरत होती है। इसकी आपूर्ति इस योजना के माध्यम से उत्पादित खाद से हो सकेगी। ग्रामीण क्षेत्र मे प्रायः देखा गया है कि किसानों द्वारा काफी तदात मे खेतों मे पैरा सहित फसल अपशिष्ट जला देते हैं। इससे पर्यावरण को भी नुकसान पहुँचता है। पशुओं के घर मे सहेज कर नही रखने के कारण किसानों को कम तादात मे पैरा-भूसा की आवश्यकता पड़ती थी। किन्तु शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना से पशुओं को घर मे बांधकर या गौठान मे रखे जाएंगे तो उनसे प्राप्त गोबर से किसानों और पशुपालकों को फायदा होगा। शासन के इस निर्णय से ग्रामीण अंचल के किसानों मे खुशी की लहर देखी जा रही है। -
बेमेतरा 27 जून : कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय काम-काज की समीक्षा की। बैठक मंे कलेक्टर श्री तायल ने कहा कि राजस्व विभाग के अधिकारियों का सीधा संबंध किसानांे से होता है। किसानों की अधिकांश समस्याएं नामांतरण, बटवारा और सीमांकन की होती है। उन्हांेने किसानों की लंबित नामांतरण, बटवारा और सीमांकन के प्रकरणों को यथाशीघ्र निराकृत करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने नगरीय क्षेत्रों मे अतिक्रमित भूमि के व्यवस्थापन के प्रकरणों की जानकारी ली। कल कलेक्टोरेट सभाकक्ष मे आयोजित बैठक के दौरान उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को उनके मूल कार्यो के संपादन जैसे राजस्व वसूली, अतिक्रमण हटाने के प्रकरण, रिकार्डो के संशोधन, ऋण पुस्तिका का वितरण, भू-अर्जन के प्रकरणों, कोर्ट में लंबित प्रकरणों आदि कार्यो को भी प्राथमिकता देने के निर्देश दिये। बैठक में उन्होंने जति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, कृषि भूमि के प्रकरणों को भी गुणवत्ता के साथ निराकृत करने के भी निर्देश दिये। कलेक्टर ने अभिलेख (रिकार्ड नस्ती)के सुव्यवस्थित रख-रखाव एवं कार्यालय की साफ-सफाई के प्रति विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर श्री तायल ने लोक सेवा गारंटी योजना के तहत प्राप्त लंबित आवेदन पत्रों, प्राकृतिक आपदा जनहानि से संबंधित राजस्व पुस्तक परिपत्र (आरबीसी 6-4) के तहत प्रकरण बनाकर संबंधित लोगों को मुआवजा प्रदान करने के निर्देश दिये। जिलाधीश ने मैदानी क्षेत्रों का भ्रमण करने के निर्देश दि। इसके अलावा बैठक मे राजीव गांधी आश्रय योजना के अ्रतर्गत वितरित पट्टों की जानकारी ली, शासकीय विभागों को भूमि आवंटन प्रकरण की जानकारी, वृक्षारोपण हेतु चयनित भूमि पर पौधारोपण की तैयारी की जानकारी ली। कलेक्टर ने बेमौसम बारिश के कारण रबी फसल के नुकसान से प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता अनुदान राशि के लिए आर.बी.सी. 6-4 के प्रकरणों की समीक्षा की। बैठक में अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, सहित सभी अनुविभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और सभी तहसीलों के तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी मौजूद थे। - बेमेतरा 27 जून : विधायक आशीष छाबड़ा एवं कलेक्टर बेमेतरा श्री शिव अनंत तायल ने कल जिला कार्यालय (कलेक्टोरेट) में लोक निर्माण विभाग, वन विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग,नगर पालिका अधिकारी,राजस्व विभाग, के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। जिला मुख्यालय बेमेतरा शहर से राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) गुजरा है, इस कारण शहर के बीच दुर्घटना की आशंका बनी रहती है, इस कारण फोरलेन सड़क का निर्माण आवश्यक है। विधायक श्री छाबड़ा ने बैठक में मुख्य रूप से बेमेतरा शहर के मध्य बनने वाली फोरलेन सड़क निर्माण कार्य एवं अहिवारा-बेरला-बेमेतरा मार्ग में लिमाही चैक से बेरला तक बनने वाली सड़क के निर्माण के लिए अधिकारियो को आवश्यक निर्देश देते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देश दिया कि पेयजल हेतु प्रस्तावित सड़क निर्माण मार्ग में आने वाले पाईप लाईन का समय पर सिप्टिंग करने को कहा।
बेमेतरा शहर में प्रदाय किये जा रहे पेयजल (मीठापानी) की पहँुच नगर के आठ वार्डो में नही होने पर विधायक ने नाराजगी जाहिर की है साथ ही वन विभाग को फोरलेन मार्ग बेमेतरा एव बेरला अहिवारा मार्ग के पेड़ों के कटाई प्रारंभ करने हेतु निर्देश दिए गये इसके अलावा विधायक श्री छाबड़ा ने फोर लेन निर्माण व अहिवारा बेरला मार्ग निर्माण में गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार से समझौता नही किये जाने की हिदायत विधायक द्वारा दी गई। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बेमेतरा जगन्नाथ वर्मा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बेरला दुर्गेश वर्मा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी होरीसिंह ठाकुर, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग निर्मल सिंह, अनुविभागीय अधिकारी लो.नि.वि. दलगंजन साय, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी अधिकारी, विद्युत अधिकारी, प्रभारी तहसीलदार अजय कुमार चंद्रवंशी नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष मंगतराम साहू, मनोज शर्मा उपस्थित थे।